July 27, 2024
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

नयापारा देशी शराब भट्टी में लाखों की चोरी, सीसीटीवी में कैद हुए आरोपी
शराब बिक्री की नगदी रकम गल्ला समेत उठा ले गए चोर

  दुर्ग / शौर्यपथ /

   नयापारा स्थित देशी शराब भट्टी में गुरुवार की आधी रात बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है। अज्ञात चोरों ने शराब भट्टी का दरवाजा तोड़कर वहां रखे नगदी रकम को पेटी समेत पार कर दिया। पेटी में करीब 11 लाख रुपए नगदी होना बताया जा रहा है। यह रकम शराब बिक्री की थी। घटना रात करीब 2.30 बजे के आसपास की बताई गई है। वारदात का पुरा घटनाक्रम देशी शराब भट्टी में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया है। सीसीटीवी से पुलिस को मिले फुटेज में आरोपियों की संख्या 4 बताई गई है। फुटेज के आधार पर पुलिस चारों आरोपियों की पतासाजी में जुट गई है,लेकिन फिरहाल आरोपियों का कुछ पता नहीं चल पाया है। मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा देशी शराब भट्टी के एक कर्मचारी को हिरासत में लेकर पुछताछ की जा रही है। बहरहाल देशी शराब भट्टी में बड़ी चोरी की घटना से पुलिस महकमें में हड़कंप का माहौल है। बताया गया है देशी शराब भट्टी की चौकीदारी के लिए एक गार्ड की तैनाती होती है।चोरों ने देशी शराब भट्टी के दरवाजे में लगे ताले को आसानी से तोड़ लिया और बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए .

बड़ा सवाल आखिर लाखो के माल पर सिर्फ एक डंडाधारी गार्ड क्यों...
   अपराध का आधार नशे को माना जाता है आज समाज में हो रहे अधिकतर अपराध नशे की हालत में हो रहे है . ऐसे में नशे का एक बड़ा जखीरा शराब दूकान पर जहां लाखो रूपये के शराब सहित लाखो रूपये की नगदी की मौजूदगी की जानकारी सभी के सामने है . अधिकतर शराब दुकाने सुनसान इलाके में ही खोली गई है ताकि शराब दूकान से आस पास की रहवासी जनता को परेशानी ना हो. ऐसे में एजेंसी की भी जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे स्थानों पर सुरक्षा के इंतजाम भी मजबूत हो और अपराध करने वालो के मन में भी एक डर का माहौल हो किन्तु शराब दुकानों में जहाँ लाखो की नगदी (शराब विक्रय से प्राप्त ) एवं लाखो के माल (शराब कि बोतले ) की सुरक्षा का भार एक / दो सुरक्षा गार्ड के भरोसे रखना कही ना कही विभागीय लापरवाही का कार्य ही माना जा सकता है .

आबकारी विभाग की लापरवाही और इलज़ाम पुलिस विभाग पर ..!.

    शहर में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के लिए आम जन पुलिस प्रशासन पर इलज़ाम लगाते है किन्तु अपराध को बढ़ावा देने का कार्य कही ना कही ऐसे संचालक भी है जो इस तरह की घटना को अंजाम के में कही ना कही परोक्ष / अपरोक्ष रूप से अपनी भूमिका निभा रहे है .
 अगर शराब दूकान जैसे संस्थान जहाँ लाखो का सामान (नगदी/शराब)मौजूद हो वह की सुरक्षा के लिए सशस्त्र सुरक्षा गार्ड लागने से इस तरह के अपराध पर कही ना कही कमी जरुर होगी और संख्याबल की कमी से दो चार हो रहे पुलिस प्रशासन को कुछ मदद मिलेगी , नशे के रूप में आज कई दवाइयों का उपयोग नशेडिय़ो द्वारा किया जाता है अगर मेडिकल दूकान के संचालको द्वारा इस तरह की नशीली गोलियों की कालाबाजारी व्यापार पर सख्त होंगे तो नशीली गोलियों के सेवन के आगोश में होने वाले अपराध पर भी लगाम लगाईं जा सकती है . ऐसे कई कार्य है जिसे अमल में लाने से अपराध पर रोक लगाने में मदद मिल सकती है .

वर्जन
पुलिस संदेहियो को
पकड़कर पूछताछ कर रही
है, जल्द ही मामले का
खुलासा हो सकता है

 सीएसपी चिराग जैन(आई.पी.एस.)
 
 च्च् लाखो की चोरी के मामले में जब आबकारी विभाग के निरीक्षक एवं अधिकारियों (राजेश जायसवाल , निर्मला राज ) से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया वही अधिकारी एवं निरीक्षक फोन पर भी उपलब्ध नहीं हो रहे .ज्ज्

दुर्ग / shouryapath / जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अश्वनी देवांगन ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली और ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे स्वच्छता अभियान की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम पंचायत में साफ-सफाई का कार्य करने तथा नियमित रूप से डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने को कहा। साथ ही कचरा संग्रहण के लिए स्वच्छता कर बिल के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि सखियों के माध्यम से किसानों को बीज उपलब्ध कराने कहा। ग्राम पंचायत स्तर पर पीएमजेजेबीवाई पीएमएसवाई के तहत किसी भी कारण से मृत्यु होने पर जिला पंचायत स्तर से बीमा राशि दावा भुगतान जिला पंचायत स्तर पर बीमा राशि देने में सहायता की जानी है। महात्मा गांधी मनरेगा व स्वच्छ भारत मिशन के तहत अभिसरण से निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। मनरेगा व आवास के अभिसरण से जो निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं, उन्हें एमआईएस में अपडेट किया जाए। अमृत सरोवर के निर्माण कार्य में दुर्ग के लिए 15, धमधा के लिए 15 तथा पाटन के लिए 12 प्रस्ताव दिये गये हैं। शासन की इस महत्वपूर्ण योजना को गंभीरता से लेने तथा निर्माण के लिए अधिक प्रस्ताव देने को कहा गया। स्वच्छ भारत मिशन सामुदायिक, व्यक्तिगत शौचालयों की लंबित जियो टैगिंग को तत्काल पूर्ण किया जाए। कचरा संग्रहण के लिए पंचायतों को प्रेरित किया जाए। किसी भी स्थिति में कचरा बाहर न फेंका जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता कर निर्धारित करने तथा हाट, बाजार, दुकानों में नियमित रूप से बिल राशि वसूलने को कहा गया। उप अभियंता एवं जिला स्तरीय अधिकारी की टीम से ओडीएफ की तैयारी करने तथा घोषित सर्वे की जांच करने के निर्देश दिए गए। लखपति दीदी स्व-सहायता समूह की बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मनरेगा अंतर्गत अभिसरण के स्व-सहायता समूह की बहनों के लिए योजना तैयार करने को कहा। उन्होंने संबंधित विभाग अंतर्गत बकरी, गाय, मुर्गी, मछली बीज के वितरण की जानकारी अनुसार अभिसरण के तहत निर्माण कार्य स्वीकृत करने को भी कहा। स्वयं सहायता समूह की बहनों को कन्वर्जेंस के माध्यम से लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल करने के लिए लक्ष्य आधारित कार्ययोजना तैयार की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में बीज उत्पादन निगम में कृषि सखी के माध्यम से समन्वय स्थापित कर किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाए। स्वयं सहायता समूह की बहनों को बैक लिंकेज करने को भी कहा गया। बैठक में समस्त परियोजना अधिकारी एवं जनपद सीईओ उपस्थित थे।

नरेश देवांगन


जगदलपुर / शौर्यपथ / 2 जुलाई को शौर्यपथ अखबार ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी कि जगदलपुर ब्लॉक के नगरनार के शिवम मेडिकल में बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल दुकान का संचालन किया जा रहा है। साथ ही, मेडिकल के बाजु में रजक नामक व्यक्ति जो अपने आप को डॉक्टर बताकर लोगों का इलाज कर रहे हैं, जिनका उनके पास डॉक्टर होने का कोई प्रमाण नहीं है, और ना ही नर्सिंग होम एक्ट के तहत उनका पंजीकरण है। इस खबर के बाद उच्च अधिकारियों ने इस मामले को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्यवाही करने के लिए एक जांच टीम तैयार कर नगरनार भेजा। कार्यवाही के नाम पर टीम ने अवैध रूप से संचालित 8 मेडिकल में सील बंदी की कार्यवाही कर प्रशासन ने ताला लगा दिया। साथ ही दस क्लीनिक संचालकों को नोटिस भी जारी करने की जानकारी जनसम्पर्क कार्यालय के माध्यम से मीडिया को दी गई।

लेकिन शौर्यपथ की टीम ने जब खबर की सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की, तो पता चला कि खबर झूठी और काल्पनिक थी। सूत्र बताते हैं कि टीम ने पूर्व की खबर को वर्तमान में की गई कार्यवाही बताकर वाहवाही लूटने के साथ अपनी पीठ थपथपाने के लिए ऐसा किया था। आज भी शिवम मेडिकल में बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल का संचालन किया जा रहा है। लेकिन इस पर ड्रग विभाग किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने में रुचि नहीं ले रहा है।

ताजा मामला बीते मंगलवार को आड़ावाल में संचालित राधा स्वामी मेडिकल का है, जहां बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल का संचालन कर कोसमी निवासी एक बच्ची जो टाइफाइड से पीड़ित थी, जिसका इलाज वहां बैठी एक नर्स के द्वारा किया जा रहा था। पूछने पर बताया गया कि वहां डॉ खान बैठते हैं, लेकिन वह अभी नहीं हैं। बच्ची का इलाज श्री सरकार के कहने से किया जा रहा है।

इस पूरे मामले की जानकारी एसडीएम साहब को हुई तो उन्होंने इसकी जांच के लिए तत्काल टीम तैयार कर सूचना स्थल भेजा। वहां टीम के पहुंचने से पहले ही इलाज करवा रहे सभी लोगों को जाने को कह दिया गया। टीम ने जब मौके पर देखा तो अंदर 5 बेड लगा हुआ पाया और एक ऑक्सीजन सिलेंडर भी मिला जो खराब पड़ा था।  टीम ने मौके पर ब्लड कलेक्शन ट्यूब, सेडुल H-1 की दवाइयां, सिरिंज, स्ट्रेलाइजेशन मशीन और ऑक्सीजन मास्क पाया। इसके बाद टीम ने डॉ खान से फोन पर संपर्क कर मौक़े पे बुला के इस मामले की जानकारी ली की आपके द्वारा यहां पर इलाज किया जा रहा है, तो डॉ आर खान का कहना था कि मैं एक महीने से राधा स्वामी मेडिकल में नहीं बैठ रही हूं और ना ही मेरे द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इसके बाद भी टीम ने कार्यवाही के नाम पर खाना पूर्ति कर  राधा स्वामी मेडिकल पर 5 हजार का जुर्माना का पंचनामा तैयार किया । टीम ने अपने पंचनामा में यह उल्लेख कर दिया कि मौके पर इलाज करते हुए नहीं पाया गया।  लेकिन टीम ने मेडिकल में फार्मासिस्ट नहीं होने पर कार्यवाही नहीं की? ओर नहीं डॉ आर खान के बयान पे किसी भी प्रकार की कार्यवाही उक्त जगह पे चल रहे इलाज करने वाले के ऊपर की गई। जबकि राधा स्वामी मेडिकल में सिसिटीवी कैमरा लगा हैं उक्त शिकायत दिनांक की जाँच कैमरे में कैद रिकॉर्डिंग देखने से ही पता चल जाता की मंगलवार को कितने मरीजों ने वहा आके इलाज करवाया हैं ओर वहा कौन मौजूद था लेकिन टीम ने ऐसा क्यों नहीं किया ए तो टीम ही जाने? इस मामले में गौर करने वाली बात है कि इस टीम में ड्रग विभाग का एक भी अधिकारी नहीं था। इससे पहले भी नगरनार शिवम मेडिकल बिना फार्मासिस्ट के दवाई के संचालन की शिकायत पर ड्रग इंस्पेक्टर नहीं आए और ना ही राधा स्वामी मेडिकल में ड्रग विभाग के इंस्पेक्टर टीम में शामिल रहे। कार्यवाही की टीम में ड्रग विभाग के जिम्मेदार क्यों शामिल नहीं थे ? लगातार विभाग को शिकायत मिल रही है कि बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल दुकान का संचालन किया जा रहा है लेकिन विभाग इस पर कार्यवाही करने में किसी भी प्रकार की गंभीरता नहीं दिखा रहा है, यह सबसे बड़ा सवाल है?  जबकि जानकारों का कहना हैं की ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट,1940/1945  के तहत, किसी लाइसेंस प्राप्त फार्मासिस्ट की अनुपस्थिति में दवाइयों का डिस्पेंसिंग करना अवैध है। इस एक्ट के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति या संस्था इस नियम का उल्लंघन करती है, तो उसे सजा या जुर्माना का सामना करना पड़ सकता है। यह सजा इसलिए दी जाती है ताकि दवाइयों की बिक्री और वितरण में गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इस बात की जानकारी संबंधित लोगों को होने के बाद भी डर क्यों नहीं है?  क्या विभाग की सह पर सारा खेल चल रहा है?  यह जांच का विषय है।विभाग इन सवालों के घेरे में क्यों है? ऐसे में विभाग कैसे झोला छाप डॉक्टर पर लगाम लगा पाएगा और बिना फार्मासिस्ट के दुकान संचालन पर कार्यवाही कर पाएगा? जब विभाग के जिम्मेदार ही गैर जिम्मेदार हैं? ऐसे अवैधानिक कार्य करने वालों के ऊपर नियमानुसार निष्पक्ष जांच कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कैसे और कौन करेगा?साय सरकार इस दिशा में लगातार बेहतर काम करने का प्रयास कर रही है। साय सरकार ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए विभाग को सख्त कार्यवाही करने को भी निर्देश दिए हैं लेकिन साय सरकार के दावे और वादों पर स्वास्थ्य विभाग व औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारी जनता के बीच सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

दुर्ग / शौर्यपथ / भारतीय जनता युवा मोर्चा, छत्तीसगढ़ के प्रदेश सह- कोषाध्यक्ष व पूर्व जिलाध्यक्ष नितेश साहू ने पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट 2024 एवं छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार द्वारा पेश किया गया अनुपूरक बजट का स्वागत करते हुए उसे अमृतकाल का बजट बताया है नितेश साहू ने कहा ये बजट विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़ के स्वप्न को साकार करने की दिशा में बढ़ने वाला होगा, विजन 2047 के लिए प्रतिबद्ध केंद्र व राज्य की डबल इंजन सरकार जन जन की आशाओं और आकांक्षाओं को पुरा करने संकल्पित हैं। यह बजट जनहितकारी है जिसकी योजनाओं का लाभ हर वर्ग को मिलेगा। युवा, महिला, किसान, नौकरी पेशा व बेरोजगार हर वर्ग के लिए लाभकारी है, केंद्र सरकार की हितकारी योजनाओं का लाभ छत्तीसगढ़ को मिलेगा जिससे राज्य का चहुंमुखी विकास होगा। उन्होंने इस जनहितैषी बजट के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी का साधुवाद करते हुए कहा की छत्तीसगढ़ की जनता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के सुशासन पर पुरा विश्वास है और केंद्र व राज्य के डबल इंजिन सरकार मे छत्तीसगढ़ विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा पिछले 05 साल के कांग्रेस सरकार मे छत्तीसगढ़ की क्या हालत थी यह बच्चा बच्चा जान रहा है हत्या, लूट, भृष्टाचार के साथ जन जन के विश्वास से खेलने वाली कांग्रेस को यह विकाशील बजट पच नहीं रहा है।  कांग्रेस की विकासविरोधी नीति को जनता बहुत अच्छे से जानती है और इसीके चलते ही जनता ने इन्हे विधानसभा व लोकसभा के चुनाव मे जवाब दिया है और आने वाले समय में निकाय चुनावों में भी जनता कांग्रेस को जवाब देगी।

 दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग नगर पालिक निगम की कार्यप्रणाली में भ्रष्टाचार के ऐसे कई मामले सामने है जो शासन के राजस्व की हानि तो कर ही रहे वही अब निगम प्रशासन के फैसलों से आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा वही एक ही कार्य को बार बार करते हुए निगम प्रशासन द्वारा राजस्व का खुल कर उपयोग किया जा रहा . एक ऐसी संस्था जो भाजपा सरकार के अस्तित्व में आने के बाद निगम प्रशासन में बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है अचानक इस संस्था के आने के बाद निगम प्रशासन के परिवहन के कार्य एक ही संस्था को मिलने से शहर में चर्चा का विषय है . चाहे कचरा डंपिंग का कार्य हो , कचरा परिवहन का कार्य हो या फिर ठगडा बाँध से मुरुम परिवहन एक ही कंपनी को कार्य देना कही ना कही निगम प्रशासन की कंपनी के साथ मिलीभगत की ओर इशारा कर रही है . आश्चर्य की बात है कि ऐसे कई ठेकेदार है जिनका निगम के कार्यो का भुगतान हुए महीनो बीत गए वही उक्त संस्था को आचार संहिता के दौरान आनन फानन में भाव पत्र के आधार पर कार्य दे दिया गया वही कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान ना करने में चर्चा में रहने वाली दुर्ग निगम प्रशासन ने उक्त संस्था / कंपनी को आचार संहिता (लोकसभा 2024) में ही निगम मद से लाखो रूपये का भुगतान कर दिया गया .


  एक तरफ निगम प्रशासन द्वारा पुलगांव गौठान के समीप के कचरे को माह भर में ही साफ़ कर दिया गया और शासन की इस जमीन पर भावभूमि कोलोनीनाइजऱ द्वारा बड़े बड़े पौधे लगाकर वृक्ष रोपण कर दिया गया वो भी शासन की बिना अनुमति के जबकि उक्त खाली स्थान गौठान की चारागाह भूमि के लिए निगम प्रशासन ने विगत तीन चार साल पहले ही शासन से आबंटित कराई थी . आज गौठान में सैकड़ो गाये है किन्तु उनके खाने की एक बड़ी व्यवस्था इस चारागाह भूमि से होती है किन्तु इसे भी वृक्षारोपण कर एक तरह से अवैधानिक रूप से भावभूमि कालोनी के संचालको द्वारा कब्ज़ा कर लिया गया और निगम प्रशासन मौन है .
   वही अब शहर के मध्य सुराना कालेज के सामने महीनो से जमा हो रहे शहर के कचरे को एक बार फिर जलाराम वाटिका के बगल स्थित एसएलआरएम सेंटर में डंप किया जा रहा . निगम प्रशासन के पास गौठान के समीप कई एकड़ की भूमि है और इस क्षेत्र में को रहवासी नहीं ऐसे में इस इलाके में कचरा डंप करने से आम जन के स्वास्थ्य पर असर नहीं होगा किन्तु निगम प्रशासन एक बार फिर महेश कालोनी के समीप नाले से लगी हुई जमीन पर कचरा डंप कर रही है अगर तेज बारिश हो तो यह क्षेत्र डूबान में आता है ऐसे में ये सारा कचरा नदी में समाहित हो जाने का खतरा बना हुआ है जिससे दुर्ग की पवित्र नदी भी प्रदूषित हो सकती है किन्तु इस मामले पर महापौर मौन , शहर विधायक मौन , स्वास्थ्य प्रभारी मौन और निगम प्रशासन की मनमानी चरम सीमा पर ऐसे गंभीर मुद्दे पर शहर विधायक का मौन रहना भी शहर में चर्चा का विषय है ..

 दुर्ग / शौर्यपथ / गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आज  चरोदा प्रखंड सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल भिलाई - 3  में जननी- बाला समागम (मां बेटी सम्मेलन) पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मातृशक्ति विश्व हिंदू परिषद के द्वारा किया गया। प्रत्येक सनातनी परिवार में जिस प्रकार मां और बेटी के बीच संबंध होता है वैसे ही विश्व हिंदू परिषद की आयाम मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी के समन्वय द्वारा नारी शक्ति को जागृत संगठित और आर्थिक स्वायत्तता की समझ विकसित करने के उद्देश्य से यह आयोजन रखा गया। जिसमें सैकड़ो मातृ शक्तियां अपनी युवा बेटियों के साथ उपस्थिति  रहीं।
 उद्घाटन सत्र में पूजन उपरांत अतिथियों द्वारा उद्बोधन दिया गया। उद्घाटन सत्र में श्रीमती चंद्रावती जी, रुणा शर्मा जी वरिष्ठ समाज सेवी* के द्वारा लव जिहाद विषय पर प्रबोधन किया गया। तत्पश्चात हिंदू समाज के बीच उत्कृष्ट कार्य कर रही मातृशक्तियों का सम्मान किया गया।  श्रीमती मानसी गुलाटी जी के द्वारा महिला स्वास्थ्य के ऊपर जानकारी दी गई।
  कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती सरिता यादव प्रांत संयोजिका मातृशक्ति के द्वारा बताया गया कि विश्व हिंदू परिषद विश्व भर के समस्त हिंदुओं के मान बिंदुओं की रक्षा के लिए काम करता है जिसके आयाम मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी भी है। जैसे प्रत्येक समाज सनातनी परिवार में मां बेटी के* बीच में संबंध होता है वैसे ही हमारे विश्व हिंदू परिषद परिवार में भी मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी मां बेटी के रूप में काम करते हैं । आज समाज में मां और बेटी के बीच में जो आत्मीय संबंध होना चाहिए वह कहीं ना कहीं विलुप्त हो चुकी है। परिणाम स्वरूप समाज में कई प्रकार की विकृतियां उत्पन्न हो चुकी है। इन विकृतियों से निदान के लिए मां और बेटी के बीच में स्वस्थ संबंध होना आवश्यक है। मां प्रौढ़ अवस्था में होने के कारण कम ऊर्जावान होती है किंतु उनके पास बहुत ज्यादा अनुभव होता है। दूसरी और बेटियों के पास ऊर्जा तो बहुत ज्यादा होती है किंतु अनुभव न होने के कारण सफल योजनाकार नहीं हो सकती। इसलिए माता के अनुभव आधारित योजनाओं का क्रियान्वयन ऊर्जा स्वरूपा बेटी करती है तो परिवार सो सुसंस्कृत होता है , सफल होता है।
  समापन सत्र में भिलाई-3 चरोदा प्रखंड की सत्संग समितियां द्वारा सत्संग, सभी दुर्गा वाहिनी की बहनों और बेटियों के द्वारा मात्रृशक्ति और अपनी-अपनी माता को गुरु पूर्णिमा की शुभ अवसर पर आरती कर आशीर्वाद लिया गया। अंत में भारत माता की आरती  उपरांत कार्यशाला का समापन किया गया।
कार्यक्रम में जिला संयोजीका शशि बंछोर, जिला सह-संयोजीका अंकिता तिवारी,‌ संगीता सोनवानी, चरोदा प्रखंड मंजू तांडी,अंजलि पटनायक, पुष्पा सिंह, संजू सोनी,  लक्ष्मी, सरोज, रजनी टांडी, शशि सोनवानी, रेखा, ममता, पूजा, माही, संगीता सैकड़ो मातृशक्ति उपस्थिति रही। साथ ही मातृशक्ति प्रखंड में कुछ नवीन दायित्व चरोदा प्रखंड सह-संयोजीका चंद्रावती दीदी, चरोदा प्रखंड सह सेवा प्रमुख ईश्वरी दीदी, जामुल प्रखंड संयोजिका रुणा शर्मा जी की घोषणा की गई।

दुर्ग / शौर्यपथ / शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग के  रवींद्रनाथ टैगोर सभागार में राजनीति विज्ञान विभाग एवं एनसीसी तथा एनएसएस के संयुक्त तत्वाधान में कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाई गयी। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. एन. पी. दीक्षित, पूर्व कुलपति हेमचंद विश्वविद्यालय तथा विशिष्ट अतिथि सूबेदार अमरीक सिंह, 37 सीजी बटालियन एनसीसी दुर्ग एवं भूतपूर्व सैनिक सूबेदार उत्तम कुमार सिन्हा शामिल हुए। कार्यक्रम के संरक्षक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एम. ए. सिद्दकी ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए अमर सैनिकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बलिदान पर नमन व्यक्त किया और एनसीसी कैडेट्स को शहीदों के बलिदान से सीख लेने हेतु प्रेरित किया।
    सूबेदार अमरीक सिंह ने कारगिल की विषम परिस्थितियों में भारतीय सैनिकों की वीरता और साहस को सलाम करते हुए उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में 16 हजार फुट से भी ऊंचे टाइगर हिल्स में घात लगाकर बैठे पाकिस्तानी सैनिकों पर भारतीय सैनिकों द्वारा विजय प्राप्त करना , भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता का परिचायक है। साथ ही उन्होंने इसके पीछे भारतीय जनता और सैनिकों के परिवारों द्वारा मिलने वाले निस्वार्थ समर्थन को  महत्वपूर्ण बताया।
  भूतपूर्व सैनिक सूबेदार उत्तम सिन्हा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता की एकता और विश्वास ने भारतीय सैनिकों को साहस प्रदान किया । साथ ही युद्ध क्षेत्र में लड़ने वाले सैनिकों के साथ साथ उन्हें रसद एवं अन्य  की आपूर्ति करने वाले सहयोगी सैनिकों के योगदान को भी महत्वपूर्ण बतायापूर्व कुलपति डॉ दीक्षित ने अमर शहीदों को याद किया तथा कारगिल विजय की विस्तार पूर्वक सारगर्भित जानकारी देते हुए बताया कि इतने दुर्गम क्षेत्र मे जहां सांस लें पाना भी मुश्किल होता है, वहां हमारे जवानो ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए विजय प्राप्त की । सियाचिन ग्लेशियर सहित, जहां साल भर बर्फ जमी रहती है , सम्पूर्ण हिमालय क्षेत्र की सुरक्षा भारतीय सेना के जवान वीरता पूर्वक   कर रहे है ।
    इस अवसर पर मेजर डॉ सपना शर्मा सारस्वत ने जोश , उत्साह और विषम परिस्थितियों में निर्णय लेने की भारतीय सैनिकों के योगदान से सीख लेने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक सूबेदार मेजर उत्तम सिन्हा का शाल और श्रीफल देकर मुख्य अतिथि डा एन पी दीक्षित ने सम्मान किया ।
   धन्यवाद ज्ञापन देते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शकील हुसैन ने महाविद्यालय के प्राचार्य,मुख्य एवं  विशिष्ट अतिथि तथा एनसीसी एवं एनएसएस के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री तरुण साहू , कार्यक्रम अधिकारी एन एस एस, डा अनिल कश्यप, डा अनुपमा कश्यप, डा आर एस सिंह, डा कल्पना अग्रवाल, डा ज्योति धारकर, सहित अन्य प्राध्यापकगण, विद्यार्थी एवं एनसीसी कैडेट्स लक्ष्मी श्री प्रधान , अभिषेक , पवन तथा एनएसएस स्वयंसेवक मोरध्वज आदि ने सक्रीय भागीदारी की ।

नन्हीं वर्षा को मिला व्हीलचेयर अब आसान हुआ सफर
    रायपुर/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार प्रदेश में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं लागू हुई है। राज्य के निःशक्तजनों के लिए सरकार सहारा बन रही है। जिसके समाज कल्याण विभाग के माध्यम से राहत पहुंचाने का कार्य हो रहा है। निराश्रित, बुजुर्ग एवं दिव्यांग हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं पर काम हो रहा है।
    जिला कांकेर, ग्राम गोतपुर आवास पारा निवासी 13 वर्षीय कुमारी वर्षा 80 प्रतिशत दिव्यांग है और चलने-फिरने में अक्षम है। उसे कहीं भी जाने के लिए दूसरे पर निर्भर रहना पड़ता था। अब उसकी राहे आसान हो गई है और वह अपना सफर पूरा करने के लिए खुद सक्षम है। क्योंकि समाज कल्याण विभाग द्वारा व्हील चेयर प्रदान किया गया। व्हील चेयर मिल जाने से अब उन्हें गांव से बाहर आने-जाने में आसानी होगी। समाज कल्याण विभाग की अधिकारी श्रीमती क्षमा शर्मा ने बताया कि दिव्यांग वर्षा के पिता श्री कमलेश के द्वारा व्हीलचेयर प्रदान करने हेतु आवेदन किया गया था, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए समाज कल्याण कार्यालय परिसर में व्हीलचेयर प्रदान किया गया।
    रायपुर/शौर्यपथ / प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 27 जुलाई से 10 अगस्त तक जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर समस्याओं का निदान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में नागरिकों की समस्याओं को हल करने विभागीय अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वार्डों में आयोजित शिविरों में महापौरों, अध्यक्षों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से उपस्थित रहने की अपील की है, ताकि इनमें आमजन की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो सके।
  उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य की सभी 184 नगरीय निकायों में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वार्डवार शिविर आयोजित कर उनका मौके पर ही निराकरण के निर्देश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डवार शिविरों के आयोजन से स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान होगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। समस्याओं का निराकरण मौके पर ही शीघ्रता से होने से शहरी सरकार के प्रति लोगों में सद्भाव भी बढ़ेगा।
    राज्य शासन द्वारा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के आयोजन के लिए नगरीय निकायों को जारी परिपत्र में निर्देशित किया गया है कि स्थानीय रहवासियों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना निकाय का मुख्य दायित्व है। नल कलेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुज्ञप्तियां, अनापत्ति प्रमाण पत्र, नामांतरण, स्वरोजगार के प्रकरण तथा कई विविध छोटे-छोटे कार्य होते हैं, जिनका निराकरण शीघ्र अपेक्षित होता है। इनके साथ ही जलापूर्ति में लीकेज, नलों में पानी न आना, नालियों व गलियों की सफाई, सार्वजनिक नलों के प्लेटफार्म से पानी बहना, कचरे की सफाई व परिवहन, टूटी-फूटी नालियों की मरम्मत, सड़कों के गड्ढे पाटना, स्ट्रीट लाइट्स का बंद रहना जैसी समस्याएं भी होती हैं। वार्डवार जनसमस्या निवारण शिविरों का उद्देश्य इन समस्याओं के निराकरण के साथ ही नागरिकों को जरूरी जन सुविधाएं उपलब्ध कराना भी है।
  नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविरों में करदाताओं को करों के भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग ने वार्डवार शिविरों के आयोजन के संबंध में वार्ड एवं नगर में व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिक शिविर का पूरा लाभ प्राप्त कर सके।

हर वार्ड में लगेंगे शिविर, समस्याओं का यथासंभव मौके पर ही निराकरण किया जाएगा
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविरों में मौजूद रहकर लोगों की दिक्कतें दूर करने के दिए निर्देश
नगरीय निकायों के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में सक्रिय भागीदारी की अपील की
    रायपुर/शौर्यपथ / प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में 27 जुलाई से 10 अगस्त तक जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर समस्याओं का निदान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में नागरिकों की समस्याओं को हल करने विभागीय अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वार्डों में आयोजित शिविरों में महापौरों, अध्यक्षों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से उपस्थित रहने की अपील की है, ताकि इनमें आमजन की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो सके।
  उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य की सभी 184 नगरीय निकायों में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वार्डवार शिविर आयोजित कर उनका मौके पर ही निराकरण के निर्देश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डवार शिविरों के आयोजन से स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान होगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। समस्याओं का निराकरण मौके पर ही शीघ्रता से होने से शहरी सरकार के प्रति लोगों में सद्भाव भी बढ़ेगा।


    राज्य शासन द्वारा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के आयोजन के लिए नगरीय निकायों को जारी परिपत्र में निर्देशित किया गया है कि स्थानीय रहवासियों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना निकाय का मुख्य दायित्व है। नल कलेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुज्ञप्तियां, अनापत्ति प्रमाण पत्र, नामांतरण, स्वरोजगार के प्रकरण तथा कई विविध छोटे-छोटे कार्य होते हैं, जिनका निराकरण शीघ्र अपेक्षित होता है। इनके साथ ही जलापूर्ति में लीकेज, नलों में पानी न आना, नालियों व गलियों की सफाई, सार्वजनिक नलों के प्लेटफार्म से पानी बहना, कचरे की सफाई व परिवहन, टूटी-फूटी नालियों की मरम्मत, सड़कों के गड्ढे पाटना, स्ट्रीट लाइट्स का बंद रहना जैसी समस्याएं भी होती हैं। वार्डवार जनसमस्या निवारण शिविरों का उद्देश्य इन समस्याओं के निराकरण के साथ ही नागरिकों को जरूरी जन सुविधाएं उपलब्ध कराना भी है।
  नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविरों में करदाताओं को करों के भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग ने वार्डवार शिविरों के आयोजन के संबंध में वार्ड एवं नगर में व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिक शिविर का पूरा लाभ प्राप्त कर सके।

    रायपुर/शौर्यपथ / सक्ती जिले के विकासखण्ड जैजैपुर के ग्राम चोरभट्टी में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक के द्वारा राशन वितरण में अनियमितता किए जाने के कारण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सक्ती से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम चोरभट्टी में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान के राशन कार्डधारी हितग्राहियों को आगामी आदेश तक सेवा सहकारी संस्था मुक्ता द्वारा संचालित उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण किया जाएगा।

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