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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
विभागीय योजनाओं एवं गतिविधियों का बेहतर क्रियान्वयन करने के दिए निर्देश
मुंगेली /शौर्यपथ /कलेक्टर राहुल देव ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक ली। बैठक में उन्होंने विभागीय योजनाओं एवं गतिविधियों के प्रगति के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और जिले में बेहतर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने ग्रीष्मकाल में बढ़ते तापमान, गर्मी एवं भूमिगत जलस्तर नीचे गिरने की समस्या को संज्ञान में लेते नगरीय निकायों में सभी सीएमओ को वार्डाें का भ्रमण कर पानी की समस्या का जायजा लेने और उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जल की उचित व्यवस्था एवं प्रबंधन करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री कुन्दन राणा ने बताया कि जिले में जल की समस्या वाले 139 गांवों का चिन्हांकन कर पानी पहुंचाने की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
आर.टी.ई. अंतर्गत प्रवेश के लिए पैसे मांगने पर करें शिकायत
कलेक्टर देव ने शिक्षा का अधिकार (आर.टी.ई.) के अंतर्गत प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए पात्र बच्चों को पूरी पारदर्शिता के साथ प्रवेश देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आर.टी.ई. अंतर्गत प्रवेश के लिए पैसे मांगने पर शिकायत हेतु हेल्पलाईन नंबर 9406275513, 9406275534, 9406275514, 8641002203 जारी किया गया है। किसी अधिकारी द्वारा पैसे की मांग करने पर कॉल सेंटर के उक्त नम्बर पर कोई भी व्यक्ति शिकायत कर सकते हैं। कलेक्टर ने आयुष्मान एवं वय वंदना कार्ड और वृद्धावस्था पेंशन कार्ड बनाने के प्रगति के संबंध में जानकारी ली और सभी पात्र हितग्राहियों का कार्ड बनाने पूरी संवेदनशीलता एवं तत्परता से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम की तैयारी के संबंध में जानकारी ली तथा गरिमामय आयोजन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर ने लोरमी कॉलेज से खाम्ही तक सड़क निर्माण तथा मुंगेली से फास्टरपुर नेशनल हाईवे निर्माण की प्रगति के संबंध में जानकारी ली और समय-सीमा में पूरा करने के लिए निर्देश दिए।
राजस्व प्रकरणों के निराकरण में धीमी प्रगति पर नायब तहसीलदार को नोटिस जारी
कलेक्टर ने नामांतरण, बटांकन, सीमांकन आदि राजस्व प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा की और पथरिया में राजस्व प्रकरणों के निराकरण की धीमी प्रगति पर संबंधित नायब तहसीलदार श्री चंद्रकांत चंद्रवंशी को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, पीएम जनजाति उत्कर्ष महाभियान, चिराग परियोजना, कलेक्टर के समक्ष एवं जनदर्शन के महत्वपूर्ण प्रकरण, किसान कार्ड पंजीयन, सरपंचों का प्रशिक्षण, धान उठाव की स्थिति, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए लक्ष्य के अनुरूप समय-सीमा में आवश्यक प्रगति लाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय, अपर कलेक्टर श्रीमती मेनका प्रधान, मुंगेली एसडीएम श्रीमती पार्वती पटेल, लोरमी एसडीएम श्री अजीत पुजारी, पथरिया एसडीएम श्री बी.आर.ठाकुर सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत निगम कार्यालय में टैक्स काउंटर पर सुबह से देर शाम तक टैक्स पटाने के लिए लोगो की भारी भीड़ टैक्स पटाने के लिए करदाता बहाए पसीना।भीड़ को देखते हुए आयुक्त सुमित अग्रवाल ने मुख्य कार्यालय गेट के पास टैक्स जमा करने वाले लोगो के लिए काउंटर स्थापित किया है।आयुक्त सुमित अग्रवाल ने टैक्स काउंटर का राजस्व अधिकारी आरके बोरकर,सहायक राजस्व निरीक्षक शुभम गोइर,जलकार्य निरीक्षक राजू लाल चन्द्राकर की उपस्थिति में निरीक्षण कर राजस्व विभाग टैक्स काउंटर में टैक्स संबंधित जांच की।उन्होंने
लोगो की सुविधा के लिए शामियाना और पेयजल की व्यवस्था के लिए भी निर्देश दिए।उन्होंने कहा मार्च महीने के कारण निगम में विभिन्न प्रकार के टैक्स जमा करने वाले लोगो सुविधा देने के निर्देश दिए।मार्च माह को खत्म होने सिर्फ अंतिम 7 दिन बचे है।ऐसे में करदाता एक हज़ार पेनाल्टी के डर से निगम टैक्स काउंटर में कर दाताओं की उमड़ी भीड़,आयुक्त ने निरीक्षण कर करदाताओं से बात कर कहाँ अपना टैक्स लाइन में रहकर आराम से टैक्स जमा करें।39 करोड़ के लक्ष्य में 33 करोड़ से अधिक टैक्स वसूली भी हो चुकी है।निगम दफ्तर के काउंटर में बकाया टैक्स पटाने सैकड़ो की संख्या में रोजाना बकायादार पहुंच रहे हैं निगम के विभिन्न प्रकार के टैक्स जमा करने।राजस्व वसूली से बड़ी रकम एकत्र कर रही है।इधर सहायक राजस्व निरीक्षण टीम अमला द्वारा बकायादारों के घरों में लगातार दस्तक दी जा रही है इसके अलावा बड़े व्यापारी एवं सालों से टैक्स न जमा करने वालों के पास भी निगम की टीम लगातार पहुंचकर टैक्स वसूल भी कर रही है।मार्च के महीने में बकाया टैक्स देने के लिए निगम में बकायादारो की उमड़ी भीड़ भी देखने को मिल रही है जिस तेजी से टैक्स वसूली का कार्य किया जा रहा है।
‘मनखे-मनखे एक समान’ के सिद्धांत से बनेगा समरस छत्तीसगढ़ - राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु
लोकतांत्रिक परंपराओं में छत्तीसगढ़ विधानसभा एक आदर्श उदाहरण - राज्यपाल रमेन डेका
रायपुर/शौर्यपथ /भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज छत्तीसगढ़ विधान सभा के रजत जयंती समारोह में भाग लेते हुए प्रदेशवासियों को 25 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा की बधाई दी और विधान सभा की उत्कृष्ट संसदीय परंपराओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के असाधारण मार्गदर्शन का परिणाम बताया और उनके प्रति सादर नमन किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा, जन-आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति का एक प्रेरणास्पद उदाहरण है। उन्होंने अपने विधायक काल की स्मृतियाँ साझा करते हुए कहा कि जन-प्रतिनिधि के रूप में कार्य करना जनसेवा की भावना से प्रेरित व्यक्तियों के लिए एक सौभाग्य होता है। उन्होंने विधान सभा को संस्कृति की संवाहक और नीति निर्धारण की दिशा देने वाला केंद्र बताया।
छत्तीसगढ़ विधान सभा: अनुकरणीय संसदीय आचरण का प्रतीक
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा द्वारा अपनाई गई अनुशासित और मर्यादित परंपराओं की सराहना की। विशेष रूप से उन्होंने 'स्वयमेव निलंबन' जैसे नियमों की सराहना की और इस बात को ऐतिहासिक बताया कि 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ विधानसभा में कभी भी मार्शल का उपयोग नहीं करना पड़ा।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ को मातृशक्ति का साक्षात प्रतीक बताते हुए राज्य की सांस्कृतिक गरिमा को नमन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की महिला विभूति मिनी माता को याद करते हुए उनके योगदान को नमन किया। साथ ही उन्होंने इस बात की सराहना की कि आज विधान सभा में 19 महिला विधायक हैं और राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही है। राष्ट्रपति ने महिला विधायकों से आह्वान किया कि वे राज्य की अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएँ। उन्होंने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ की भावना को धरातल पर उतारने की अपील की।
समावेशी समाज की दिशा में छत्तीसगढ़ की नीतियाँ
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा द्वारा पारित 565 विधेयकों को समावेशी विकास की दिशा में ऐतिहासिक बताया। विशेष रूप से महिलाओं को रूढ़ियों पर आधारित प्रताड़ना से मुक्त कराने वाले अधिनियम का उल्लेख करते हुए डॉ. रमन सिंह जी के कार्यकाल में इसे विधान सभा का महत्वपूर्ण योगदान बताया।
प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध, संभावनाओं से परिपूर्ण राज्य
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान है।उन्होंने कहा कि राज्य में खनिज, औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में विकास की व्यापक संभावना है। उन्होंने पर्यावरण-संरक्षण और विकास के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां के पारंपरिक लोक शिल्प की देश-विदेश में सराहना होती है। यह सुंदर राज्य हरे-भरे जंगलों, झरनों तथा अन्य प्राकृतिक वरदानों से समृद्ध है। छत्तीसगढ़ को महानदी, हसदेव, इंद्रावती और शिवनाथ जैसी नदियों का आशीर्वाद प्राप्त है। छत्तीसगढ़ को आधुनिक विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने के साथ-साथ पर्यावरण का संरक्षण भी सुनिश्चित करना है। राज्य के आप सब नीति-निर्माताओं पर विकास और प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करने की ज़िम्मेदारी है। इसके साथ ही समाज के सभी वर्गों को आधुनिक विकास-यात्रा से जोड़ना भी सभी जनप्रतिनिधियों का उत्तरदायित्व है।
वामपंथी उग्रवाद से मुक्ति की ओर निर्णायक प्रगति
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य अंतिम और निर्णायक दौर में पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोग विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि छत्तीसगढ़ को उग्रवाद से पूर्णतया मुक्त करने के प्रयास में शीघ्र ही सफलता प्राप्त होगी और राज्य के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा।
सामाजिक समरसता का मूलमंत्र : ‘मनखे-मनखे एक समान’
गुरु घासीदास जी के संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ को उद्धृत करते हुए राष्ट्रपति ने सामाजिक समानता और समरसता के आदर्श छत्तीसगढ़ के निर्माण की बात कही। राष्ट्रपति मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा को आदर्श लोकतांत्रिक संस्थान बताते हुए राज्य के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और सभी जनप्रतिनिधियों से श्रेष्ठ छत्तीसगढ़ के निर्माण हेतु समर्पण की भावना से कार्य करने का आह्वान किया।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने रजत जयंती समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति को अद्वितीय और प्रेरणादायक बताते हुए राज्य की जनता की ओर से उनका हृदय से स्वागत किया। उन्होंने भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को स्मरण करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण उनके दूरदर्शी नेतृत्व और जन-आकांक्षाओं की गहरी समझ का परिणाम था। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 को राज्य सरकार ने ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में घोषित किया है, जिसमें अधोसंरचना विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाएगी। राज्यपाल श्री डेका ने छत्तीसगढ़ विधान सभा की 25 वर्ष की यात्रा को गर्व और सम्मान की यात्रा बताया।
राज्यपाल ने विधानसभा द्वारा अपनाए गए ‘स्वयमेव निलंबन’ नियम को अनुशासन और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के पालन का अद्भुत उदाहरण बताया। उन्होंने इसे पूरे देश की विधानसभाओं के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया, जिसे राष्ट्रभर में सराहा गया है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा जन आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने वाला मंच है। राज्यपाल ने विधानसभा की नीतियों और कार्यक्रमों की सराहना की, जिनसे राज्य को सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाया गया। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और विकास के निरंतर प्रयासों से बस्तर अंचल के आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने में सफलता मिल रही है।
खनिज संपदा से औद्योगिक शक्ति बनने की यात्रा
राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को देश का प्रमुख स्टील और ऊर्जा उत्पादक राज्य बताते हुए उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय राज्य के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया। राज्यपाल ने जानकारी दी कि वर्तमान विधानसभा में 19 महिला विधायक हैं, जो कुल सदस्यों का 21.11 प्रतिशत हैं। इसे उन्होंने महिला सशक्तिकरण का श्रेष्ठ उदाहरण बताया और राज्य में महिलाओं की बढ़ती भूमिका की सराहना की।उन्होंने छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को नमन करते हुए कई महापुरुषों का स्मरण किया, जिनमें माता शबरी, गुरु घासीदास, स्वामी विवेकानंद, वीर नारायण सिंह, मिनीमाता आदि प्रमुख हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद के किशोर जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष छत्तीसगढ़ में बीते, जिसने उनके आत्मिक विकास में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि रजत जयंती वर्ष हमें एक नई ऊर्जा देता है, और यह हमारा सामूहिक संकल्प होना चाहिए कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया की पहचान को बनाए रखते हुए राज्य को समान अवसर, सर्वांगीण समृद्धि और सांस्कृतिक गरिमा से युक्त विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में आगे ले जाएँ।
छत्तीसगढ़ विधानसभा ने संसदीय परंपराओं में रचा अनुशासन और आदर्श का इतिहास : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर प्रदेशवासियों की ओर से भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आत्मीय स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि जब छत्तीसगढ़ विधानसभा अपने गौरवशाली 25 वर्षों का उत्सव मना रही है, तब देश की प्रथम नागरिक हमारे बीच उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में बने छत्तीसगढ़ का रजत वर्ष संयोग से उनके जन्मशताब्दी वर्ष में पड़ रहा है, जिसे हम अटल निर्माण वर्ष के रूप में मना रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी विधानसभा की 25 वर्षों की यात्रा लोकतंत्र की सुदृढ़ परंपराओं की प्रतीक है। वैदिक काल से चले आ रहे भारतीय लोकतंत्र को छत्तीसगढ़ ने अपने कार्यों से मजबूत किया है। सदन में जनहितकारी विषयों पर गंभीर चर्चाएं, सशक्त विमर्श और स्वस्थ वातावरण में लिए गए निर्णय, हमारी संसदीय संस्कृति को समृद्ध करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने केवल विधायी कार्य ही नहीं, बल्कि प्रतिनिधियों के नेतृत्व विकास को भी प्राथमिकता दी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कहते हैं कि सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलनी चाहिए। हाल ही में विधानसभा सदस्यों के लिए आईआईएम रायपुर में आयोजित पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम इसका उदाहरण है, जहाँ नेतृत्व और प्रशासन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए संकल्पबद्ध हैं।
विधान सभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा को यह गौरव प्राप्त है कि तीसरी बार भारत के राष्ट्रपति ने सदन को संबोधित किया है। इससे पहले स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल विधानसभा को संबोधित कर चुके हैं। उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मु जी के सरल, संघर्षशील और प्रेरणादायक जीवन को देश की महिलाओं, जनप्रतिनिधियों और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। उन्होंने छत्तीसगढ़ विधान सभा की 25 वर्ष की यात्रा को लोकतांत्रिक मूल्यों की सुदृढ़ता की यात्रा बताया। उन्होंने कहा कि सदन में ‘स्वअनुशासन’ की परंपरा स्थापित की गई, जहां सदस्यों ने स्वयं बनाए नियमों का पालन कर पूरे देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया।
डॉ. सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने संसदीय गतिविधियों के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है। उन्होंने उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने 2011 में लोक सेवा गारंटी अधिनियम, और 2012 में खाद्य सुरक्षा अधिनियम पारित किए, जो अंत्योदय और समावेशी विकास के प्रतीक हैं। डॉ. रमन सिंह ने बताया कि शीघ्र ही विधानसभा नया रायपुर स्थित नवीन भवन में स्थानांतरित होगी। उन्होंने राष्ट्रपति जी की उपस्थिति को सदन की स्मृतियों में एक अमिट अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में सदन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों को नियमित रूप से पुरस्कार व सम्मान दिया जाता है, जो लोकतांत्रिक चेतना को सुदृढ़ करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का हृदय से स्वागत करते हुए उन्हें संघर्ष, सादगी और सेवा की प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी का जीवन पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु की उपस्थिति को ऐतिहासिक बताते हुए आभार व्यक्त किया और कहा कि हम सब उनके वचनों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ के विकास में एकजुटता से कार्य करेंगे।
इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका ने विधानसभा सदस्य संदर्भ पुस्तिका का विमोचन किया और राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्म को पुस्तिका की प्रथम प्रति भेंट की।
रजत जयंती समारोह के अवसर पर मंत्रीमंडल के सभी मंत्रीगण एवं विधानसभा के सभी सदस्यगण उपस्थित थे।
घरो के बाहर नाली पर चबूतरा, किसी ने नालियों को ढककर उस पर लोहे की जालियों डालकर गार्डन,पौधे लगाकर सड़क तक किया कब्जा,निगम ने चलाया बुलडोजर
दुर्ग/शौर्यपथ / नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत शहर अतिक्रमण मुक्त की कार्रवाही।आज भी वार्ड क्रमांक 21 क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही का तीसरा दिन भी जारी रहा।सिंधिया नगर,मुकुट नगर,हनुमान नगर सहित आसपास अन्य में में करीब दर्जनों लोगों ने सड़क क्षेत्रों में घेरकर अपने घर के सामने चबूतरा, गार्डन, सीढ़ी व अन्य निर्माण कर लिया था। नगर निगम प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर तोड़कर हटवाया। सैकड़ो क्षेत्र के रहवासियों ने इससे महापौर श्रीमती अलका बाघमार को अवगत कराया था। नालियों के ऊपर बनाए गए स्थायी निर्माण से सफाई में भी दिक्कत हो रही है। मामला संज्ञान में आने के बाद आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देश पर निगम प्रशासन अतिक्रमण प्रभारी परमेश्वर के नेतृत्व में टीम के साथ पहुँचकर अवैध निर्माण बुलडोजर चलाकर को तोड़ दिया गया। बता दे कि निगम प्रशासन की सख्ती को देखते हुए कई कब्जाधारी अपना-अपना अतिक्रमण स्वयं हटाने लगे।
महापौर श्रीमती अलका बाघमार ने कहा कि आवागमन को ध्यान में रखते. हुए शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने अभियान लगातार जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि अतिक्रमण की कार्रवाही शहर के सभी वार्डो एवं बाजार क्षेत्रो में भी चलाया जाएगा।उन्होंने कहा कि सड़कों की चौड़ाई होने बावजूद। वर्तमान में जो हालात है उनमें दो कारें एक साथ नहीं निकल सकती। यदि कारें एक साथ निकलना चाहें तो अन्य वाहनों को रूकना पड़ता है।महापौर ने लोगो से अपील किया है की समस्त कॉलोनी में जिन्होंने भी अतिक्रमण करके चौड़ी रोड को सकरी कर दिए है। अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई शुरू कर दिया गया है। ताकि आवागमन का सुगम हो सके और कालोनियां व शहर सुंदर दिखे।
वहीं नालियां ढकने से उनकी सफाई तक नहीं हो पा रही। जिससे आने वाले दिनों में बरसात का पानी नालियों में भरने से पानी भरने की समस्या से परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वहीं कई लोगों ने घर के बाहर नाली पर चबूतरा बनाकर उस पर कूलर रख लिए। किसी ने नालियों को ढककर उस पर लोहे की जालियों से कवर कर गार्डन बना लिया। जहां कुछ पौधे लगाकर सड़क तक पर कब्जा कर लिया गया था।महापौर श्रीमती अलका बाघमार एवं आयुक्त सुमित अग्रवाल के निर्देश पर शहर क्षेत्र के अंदर अतिक्रमण मुक्त कर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की कल्पना की है।
वार्ड क्रमांक 21 में सड़क क्षेत्र अतिक्रमण हटाओ अभियान की कार्रवाही से रहवासियों में खुश का माहौल है। लोगो से अपील जो भी है अपने घर की सीमा अंतर्गत पर रहे सड़क क्षेत्र की चौड़ाई पर अतिक्रमण कर सकरा न करें। सरकारी जमीन को घेराने वालो की खैर नही।
सक्रिय रूप से आगे रहने वाले जमीनी स्तर के कार्यकर्ता को मिली बड़ी जवाबदारी_ बिसेल राम नाग अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी
नारायणपुर/शौर्यपथ /जिला कांग्रेस नारायणपुर नए अध्यक्ष के रूप में बिसेल राम नाग को बनाया गया है नारायणपुर कांग्रेस के पदाधिकारी सदस्यों द्वारा आज शहर के विश्राम गृह में उनका स्वागत सम्मान हार पहना कर , मिठाई खिलाकर किया गया,
अपने नए जिला कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कार्यकर्ताओं मे जोश और उत्साह देखा गया, नए अध्यक्ष की नियुक्ति निर्णय का स्वागत भी किया है जिला कांग्रेस के सभी पदाधिकारी सदस्यों ने आशा व्यक्त करते कहा कि नए अध्यक्ष श्री बिसेल राम नाग जी के नेतृत्व में जिले में कांग्रेस कमेटी और अधिक सशक्त व संगठित और अधिक ऊर्जा के रूप से कार्य करेगी। एक आम नागरिकों सच्चे जमीनी कार्यकर्ता को जिला की कमान सौंपा जाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। इसको लेकर हाई कमान को धन्यवाद ज्ञापित भी किया गया,नए अध्यक्ष बिसेल राम नाग ने कहा कि छग प्रदेश प्रभारी माननीय सचिन पायलट जी, प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी
भुवनेश्वर / शौर्यपथ / ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित कलिंगा साहित्य महोत्सव (KLF 2025 ) में उप मुख्यमंत्री अरुण साव शामिल हुए। महोत्सव में श्री साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ वासियों पर भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद हमेशा साथ है।
इस शानदार आयोजन के माध्यम से भारत के संस्कार और सभ्यता को आगे बढ़ाने के काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, साहित्य समाज का दर्पण होता है। यह मनुष्य को सच से साक्षात्कार कराता है। इतिहास से सीख और भविष्य का बोध कराता है।
दुनिया बिना साहित्य के नहीं हो सकती है। साहित्य के बिना समाज की कल्पना नहीं कर सकते। आज साहित्य संचय का तरीका बदल गया है। आज भी लाइब्रेरी प्रासंगिक है लेकिन उसका स्थान मोबाइल और लैपटॉप ने लिया, इसमें पूरा साहित्य समाहित हो गया है। उन्होंने कहा कि, साहित्य लेखन के प्रकार बदल गए हैं। आधुनिकीकरण का समावेश देखने को मिल रहा है।
श्री साव ने कहा कि, जानवर और इंसान में अंतर है। इंसानों की तरह जानवर बोल नहीं पाता है। इसी तरह साहित्य के बिना समाज अधूरा है। समाज की भाषा साहित्य है। यह उनकी अभिव्यक्ति का माध्यम है। और इसका सीधा संबंध भाषा से है। हमारे देश में भाषाओं की विविधता है। उड़िया एक समृद्ध भाषा है, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ को जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि, ओडिशा और छत्तीसगढ़ का रोटी बेटा का संबंध है। दोनों राज्य भौगोलिक और सांस्कृतिक रूप से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। साथ ही हमारी भाषा, खान पान और वेशभूषा में समानता देखने को मिलती है। दोनों राज्यों में और भी बहुत सारी समानता है।
छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में उड़िया भाषी मेरे भाई-बहन रहते हैं। और छत्तीसगढ़ के लोग भी बड़ी संख्या में ओडिशा में निवास करते हैं, और वे छत्तीसगढ़ी बोलते हैं। ओडिशा से हमारा अटूट संबंध है।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि, सम्मेलन में अनेक देशों के प्रतिनिधि आए हैं। भारत ने पूरी दुनिया को अपना परिवार माना है। सबका सम्मान और आदर किया।
रायपुर / शौर्यपथ / भारतीय जनता पार्टी के द्वारा छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाया जाने पर निशाना साधते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज कहा है बिहार की स्थापना अभी नहीं हुई है, बिहार का अस्तित्व भारतीय जनता पार्टी की स्थापना से पहले है और जहां तक छत्तीसगढ़ की बात है तो पिछले 25 साल में 16 साल से अधिक समय भाजपा की सरकारे रही है, छत्तीसगढ़ में 2003 से 2018 तक लगातार भाजपा की सरकार थी, पिछले साल भी इनकी ही सरकार थी तब भारतीय जनता पार्टी के छत्तीसगढ़ इकाई को बिहार दिवस याद नहीं रहा आज यह बिहार दिवस मना रहे हैं मतलब साफ है कि भाजपा का हर इवेंट चुनावी लाभ पर केंद्रित होता है। आने वाले दिनों में बिहार में चुनाव होने वाले हैं तो भाजपा यहां रहने वाले बिहार के लोगों को प्रभावित करने के लिए बिहार दिवस मनाने का पाखंड कर रही है जबकि हकीकत यह है कि हाल ही में कुछ दिन पूर्व आधी रात को लगभग 2500 लोगों को छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थानों में बैठाया गया था उसमें से अधिसंख्यक लोग बिहार से थे, जिन्हें रोहिंग्या और बांग्लादेशी बताकर अपमानित किए, प्रताड़ित किए आज राजनैतिक स्वार्थ में भाजपाईयों को उनकी याद आ रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि कांग्रेस को किसी प्रदेश या वहां के नागरिकों से कोई गुरेज नहीं लेकिन जिस नितिन नवीन ने पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के जिला मुख्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाने का विरोध किया, जिन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि हम क्षेत्रीय राष्ट्रवाद और छत्तीसगढ़ियावाद को नहीं मानते उसी नीति नबीन की चाटुकारिता में भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार इस छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मना रही है? पूर्व प्रदेश के पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने न केवल छत्तीसगढ़ की संस्कृति परंपरा रीति रिवाज और खान-पान के संरक्षण और संवर्धन का काम किया बल्कि छत्तीसगढ़िया स्वाभीमान और आत्मसम्मान की पुनर्स्थापना की। न केवल हरेली, तिजापोरा, गोवर्धन पूजा, विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश, देवगुड़ी और घोटुल के सरकारी आयोजन हुए इसके साथ ही छठ पूजा घाटों का निर्माण भी किया गया। भाजपा की सरकार में तो आदिवासी बाहुल्य छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद आदिवासी विश्व आदिवासी दिवस के दिन कोई आयोजन तक नहीं हुआ, लेकिन अब एक बिहारी प्रभारी जिसने छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान किए उसके लिए बिहार दिवस मनाया जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि बिहार दिवस को नवाचार बताने का कुतर्क करने वाले भाजपाई बताएं कि देश में 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेश है, इसी महीने राजस्थान दिवस भी है, जहां भाजपा की ही सरकार है, क्या इन राज्यों का स्थापना दिवस भी छत्तीसगढ़ में मनाया जाएगा? भाजपा की सरकार आने के बाद से सरकारी आयोजनों में राज गीत अरपा पैरी के धार का गायन बंद है। भाजपा को छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढीया से इतनी हिकारत है कि यहां के प्रथा, परंपरा, संस्कृति और खान पान को भी अपमानित करने का कोई अवसर नहीं छोड़ते, बोरे बासी को छप्पन भोग बताते हैं लेकिन अपने आकाओं को खुश करने छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस का आयोजन कर रहे हैं।
(संवाददाता - हरिया सोनी )
नारायणपुर - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी जिला नारायणपुर कांग्रेस अध्यक्ष की कमान अब जिला अध्यक्ष के रूप में श्री बिसेल नाग जी को सौंपा गया है, बिसेल राम नाग पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष, सरपंच संघ जिला अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सहित अन्य महत्वपूर्ण पदों में भी रहकर समाज और जनता की सेवा कर चुके है , इस बार इनको कांग्रेस की हाई कमान ने जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नियुक्त किया है,
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव दिल्ली से श्री केसी वेणुगोपाल द्वारा आज पत्र जारी कर नियुक्ति की गई है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री दीपक बैज सहित सभी प्रदेश जिला कांग्रेस नेताओं ने नव नियुक्ति जिला अध्यक्ष बिसेल राम नाग को बधाई शुभकामनाएं दी। ?
नारायणपुर / शौर्यपथ /(संवाददाता - हरिया सोनी )
नक्सलवाद और लाल आतंक के खात्मे के लिए दृढ संकल्पित साय सरकार ने अभियान तेज कर दिए है लगातार इसमें सफलता भी मिल रही है . इसी तारतम्य में नारायणपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी जब आईईडी लगाने के फिराक में घुमते हुए कुतुल एरिया कमेटी के दो मिलिशिया सदस्य को पकड़ने में नारायपुर पुलिस ने सफलता प्राप्त की । गिरफ्तार माओवादियों के निशानदेही पर 05 कि.ग्रा. वजन का 01 नग कुकर आईईडी, कार्डेक्स वायर, डेटोनेटर व नक्सली साहित्य बरामद हुआ । शीर्ष नक्सली नेताओं के आश्रय स्थल/गढ़ में कैम्प खुल जाने के बौखलाहट में आकर आईईडी लगाने की योजना बना रहे थे । आईईडी बरामद नहीं हुआ होता तो निश्चित ही निकट समय पर सुरक्षा बलो, ग्रामीण या वन्य जीव जन्तु चपेट में आ सकते थे । पूरा मामला थाना कोहकामेटा का है इस सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना कोहकामेटा पुलिस, डीआरजी एवं बीडीएस टीम का रहा विशेष योगदान ।
नारायणपुर पुलिस के द्वारा एक ओर नक्सल विरोधी माड़ बचाव अभियान एवं अन्दरूणी माड़ क्षेत्रों में कैम्प स्थापित कर क्षेत्र में विकास कार्याें में सुरक्षा प्रदान करते हुए विकास कार्याें को गांव तक पहुंचाने में गति/सहयोग प्रदान किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में शांति सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए आपराधिक तत्वों पर भी सुक्ष्म निगाह रखकर उनके विरूद्ध कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
इसी कड़ी में थाना कोहकामेटा से निरीक्षक शैलेन्द्र दुबे के हमराह डीआरजी एवं बीडीएस टीम संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान पर कच्चापाल-तोक की ओर रवाना हुए थे दौरान सर्चिंग के तोके के जंगल में दो संदिग्ध व्यक्ति जो पुलिस पार्टी को देखकर लुकछिप कर भाग रहा था, जिसे सुरक्षा बलों द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया।
संदेहियों को हिरासत में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम गुड्डू गोटा पिता मासा गोटा एवं दूसरे ने अपना नाम मंगतु गोटा पिता स्व. पुपला गोटा निवासी कस्तुरमेटा का होना बताये। जिसके निशानदेही पर उसके कब्जे से 01 कुकर आईईडी वजनी करीबन 05 कि.ग्रा., कोर्डेक्स वायर, डेटोनेटर, नक्सली साहित्य बरामद हुआ। उक्त आईईडी के संबंध में और बारीकी से पूछताछ करने पर आईईडी को सुरक्षा बलों को नुकसान पहंुचाने के नीयत से आसपास क्षेत्र में लगाये जाने के फिराक में घुमना बताये और उन्होनें स्वयं को कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत मिलिशिया सदस्य के रूप में विगत 07 वर्ष से कार्य करना बताये।
बता दे कि बरामद आईईडी का वजन करीबन 05 कि.ग्रा. का था जिसे सुरक्षा बलों द्वारा बीडीएस टीम की मदद से सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए सुरक्षित तरीके से नष्ट किया गया। जिस संबंध में थाना कोहकामेटा में धारा 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम का मामला पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान में लिया गया। नक्सल सहयोगी मंगतु गोटा एवं गुड्डू गोटा द्वारा जुर्म कुबुल करने पर दिनांक 22.03.2025 को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
गिरफ्तार आरोपी
01.मंगतु गोटापिता स्व.पुपला गोटा उम्र 26वर्ष निवासी कस्तुरमेटा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर(छ.ग.)।
02.गुड्डू गोटा पिता मासा गोटा उम्र 28 वर्ष निवासी कस्तुरमेटा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ.ग.)।
गिरफ्तार आरोपियों पर दर्ज आपराधिक प्रकरणः-
थाना कोहकामेटा अपराध क्रमांक- 04/2025 धारा 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संघ की पत्रिका "सेवा शिखर" के प्रथम संस्करण का विधिवत विमोचन भी किया।
राज्य प्रशासनिक सेवा की भूमिका को बताया शासन का मजबूत स्तंभ
मुख्यमंत्री साय ने मुलाकात के दौरान राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश की योजनाओं और कार्यक्रमों का सफल क्रियान्वयन उन्हीं के माध्यम से धरातल पर संभव हो पाता है। उन्होंने कहा कि जनता तक शासन की नीतियों और योजनाओं को प्रभावी ढंग से पहुँचाने में इन अधिकारियों की निष्ठा, समर्पण और संवेदनशीलता अत्यंत महत्वपूर्ण है। यही वे मूल्य हैं जो शासन और जनता के बीच की कड़ी को मजबूत करते हैं तथा प्रदेश के विकास को गति प्रदान करते हैं।
"सेवा शिखर" पत्रिका को बताया विचारों का सशक्त मंच
मुख्यमंत्री साय ने "सेवा शिखर" पत्रिका के प्रथम संस्करण के प्रकाशन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे राज्य के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक सार्थक मंच बताया। उन्होंने कहा कि यह पत्रिका अधिकारियों को अपने अनुभव, विचार और सुझाव साझा करने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे एक जीवंत और संवादपूर्ण प्रशासनिक वातावरण का निर्माण होगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य प्रशासनिक सेवा संघ को पत्रिका के प्रकाशन हेतु बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि यह पहल सेवा भावना, उत्तरदायित्व और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी और निष्ठा से करें, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ सही अर्थों में अंतिम व्यक्ति तक पहुँच सके।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष अजय त्रिपाठी, उपाध्यक्ष उमाशंकर बंदे, कोषाध्यक्ष नवीन भगत, सेवा शिखर पत्रिका के संपादक डॉ. अभिनव मिश्रा सहित अपूर्व प्रियेश टोप्पो, नंद कुमार चौबे, सुश्री अर्चना पाण्डेय, श्रीमती दिव्या वैष्णव, बृजेश क्षत्रिय, डॉ. सुभाष राज, डॉ. धनंजय कुमार नेताम एवं घनश्याम कँवर उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विश्व क्षय (टीबी) दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से टीबी जैसे संक्रामक रोग के उन्मूलन के लिए एकजुट होकर कार्य करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि टीबी केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास में बाधा उत्पन्न करने वाली चुनौती है, जिससे हमें मिलकर लड़ना है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि टीबी, जिसे तपेदिक भी कहा जाता है, एक संक्रामक रोग है, जो मुख्यतः फेफड़ों को प्रभावित करता है और यह विश्वभर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। लोगों को इसके लक्षणों, जांच और उपचार के प्रति जागरूक करना बेहद आवश्यक है। इसी उद्देश्य से हर वर्ष 24 मार्च को 'विश्व क्षय दिवस' मनाया जाता है, ताकि इस बीमारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को गति दी जा सके।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में टीबी की रोकथाम के लिए प्रभावी और सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की निःशुल्क जांच और इलाज की सुविधा है, जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने आमजन से अपील की कि यदि लगातार खांसी, बुखार, वजन कम होना जैसे लक्षण हों, तो तुरंत जांच कराएं। उन्होंने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह संभव है, बशर्ते समय पर जांच हो और दवाएं नियमित रूप से ली जाएं। स्वस्थ जीवनशैली और सावधानी से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
बतौर मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव और मुख्य वक्ता पत्रकार सौरभ द्विवेदी हुए सम्मिलित
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ (CASA) की ओर से शनिवार को मायरा रिजॉर्ट में सम्मान समारोह और सुफी नाइट आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य- नए चयनित अधिकारियों, आईएएस पदोन्नत अधिकारियों और सेवानिवृत्त अधिकारियों का सम्मान करना और निर्वाचन के माध्यम से नए पदाधिकारियों को संघ का दायित्व सौंपना था। बतौर मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सम्मेलन को संबोधित किया और बतौर वक्ता लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने व्याख्यान प्रस्तुत किया। सुफी नाइट संध्या का सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने सपरिवार आनंद लिया।
मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि शासन की योजनाओं को हर वर्ग तक पहुंचाने में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने में भी राज्य के प्रशासनिक अधिकारी कुशल हैं। हमेशा मुस्कुराते हुए चुनौतियों का सामना करने की आदत होनी चाहिए, क्योंकि प्रशासनिक तंत्र का स्वरुप ऐसा है कि टीम जब काम करती है तब सफलता निश्चित है। राज्य के अधिकारियों की विशेषता है कि इन्हें क्षेत्रीय आवश्यकताओं की समझ है और योजनाओं के क्रियान्वयन में निरंतर भूमिका निभाते हैं। आप सभी के लिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है क्योंकि किसी भी परिस्थिति में औचक निरीक्षण-परीक्षण का कार्य आप करते हैं।
बतौर वक्ता पत्रकार सौरभ द्विवेदी ने व्याख्यान के दौरान कहा कि प्रशासनिक अधिकारी तक अगर पहुंच सहज और सुलभ हो तो फरियादी का आधा दर्द वहीं खत्म हो जाता है, उसे सहारा मिल जाता है। यदि फरियादी की समस्या ध्यान से सुनकर उन्हें नीतिगत और वैधानिक तथ्यों को समझाया जाए तो दोनों ही पक्ष के लिए काम करना आसान हो जाता है। प्रशासन में दायित्व संभाल रही महिलाओं पर दोहरी जिम्मेदारी है इसलिए समय पर अपने खानपान और आराम का विशेष ध्यान रखें। दबावों के बीच कार्य करना आपकी विशेषता है लेकिन भरपुर सांस लेते रहिए, यह एक कला है जो आपके आत्मविश्वास और सुखद अनुभव के लिए आवश्यक है।
इस दौरान छत्तीसगढ़ पीएससी से डिप्टी कलेक्टर बने सभी बैच के लिए कोऑर्डिनेटर्स नियुक्त किए गए हैं, ये संघ के कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में अपने बैच के अन्य अधिकारियों सूचित करेंगे और संघ के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। इसी तरह अन्य दायित्वों के लिए अधिकारियों का मनोनयन किया गया है।