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14 नवंबर को सुबह प्रभावित क्षेत्रों में जलप्रदाय किया जाएगा
दुर्ग/ शौर्यपथ / नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत जी.ई. रोड रायपुर नाका रोड में बजाज आटो के सामने बघेरा टंकी भरने वाली राइजिंग पाईप लाईन लिकेज हो गया है जिसे दिनांक- 13.नवंबर बुधवार रिपेयर किया जावेगा।इस हेतु जलकार्य विभाग द्वारा शट डाउन लिया जायेगा जिसके कारण बघेरा की पानी टंकी भर नहीं पायेगी. जानकारी के मुताबिक उक्त दिवस सुबह की वाटर सप्लाई के बाद शाम को वाटर सप्लाई बघेरा जोन की प्रभावित होगी जो निम्नानुसार है!शहर 6 वार्डो में रहेगा जलप्रदाय प्रभावित:
प्रभावित क्षेत्र वार्ड नं. 56 बघेरा क्षेत्र, वार्ड नं. 01 नयापारा क्षेत्र,वार्ड नं. 02 राजीव नगर क्षेत्र,वार्ड नं. 03 मठपारा क्षेत्र,वार्ड नं. 04 गयानगर क्षेत्र के अलावा वार्ड नं. 57 उरला रामनगर क्षेत्र में जलप्रदाय प्रभावित रहेगा।महापौर धीरज बाकलीवाल,आयुक्त सुमित अग्रवाल एवं जलकार्य प्रभारी संजय कोहले ने प्रभावित क्षेत्रों के नागरिको से कहा कि प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में समय की मांग अनुसार टैकरों के माध्यम से पानी प्रदाय किया जावेगा।पाईप लाईन रिपेयर उपरांत दूसरे दिन दिनांक- 14 नवंबर को सुबह जलप्रदाय किया जायेगा।पाइप लाइन मरमत कार्य निरीक्षण पर पहुँचे कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम, सहायक अभियंता गिरीश दीवान,उपअभियंता मोहित मरकाम,जलकार्य निरीक्षक नारायण ठाकुर मौजूद रहें।
दुर्ग/शौर्यपथ / नगर निगम में संपत्ति कर भुगतान के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने आम नागरिकों से अपील किया है। कमिश्नर के अपील एवं धारा 174 नोटिस मिलने के बाद सन 1992 से 2024 तक से वार्ड 42 के करदाता ने पिछले 32 साल का टैक्स एक साथ भुगतान किया। शहर के कुछ पुराने बकाया दारों ने स्वेच्छा से नगर निगम में आकर अपने संपत्ति कर का भुगतान किया। इन कर दाताओ को निगम द्वारा नोटिस जारी किया गया था। नोटिस के बाद भी नगर निगम के द्वारा चलाये जा रहे कर वसूली अभियान में बकाया संपत्ति कऱ का भुगतान जमा कर जागरूकता दिखाकर अपनी भागीदारी निभाई। इस दौरान राजस्व अधिकारी मनीष कुमार,सहायक राजस्व अधिकारी शुभम गोइर आदि मौजूद रहे।
नगर निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने कहा कि पुराने और बड़े बकायादारों को स्वयं से आकर कर संपत्ति कर का भुगतान करने वाले करदाताओं को ससम्मान निगम कार्यालय बुलाकर उनको सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने करदाता का पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने बताया कि स्वयं की जागरूकता से समय समय पर नगर निगम कार्यालय आकर या निगम कर्मचारियो व ऑनलाइन के माध्यम से बकाया कर का भुगतान करने वाले बड़े करदाताओं को अच्छे करदाता के रूप मे सम्मानित किया जायेगा। राजस्व टैक्स वसूली एवं स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान सोमवार से संयुक्त रूप से शुरू होने जा रहा है जो 31 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान 10 करोड़ राजस्व वसूली के लिए जोनवार जिम्मेदारी तय की गई है।
निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने स्वच्छता सर्वेक्षण और राजस्व वसूली में तेजी लाने अधिकारी-कर्मचारी को जिम्मेदारी सौंपी है।आज से अभियान प्रतिदिन सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक चलेगा। इस दौरान निगम कर्मी डोर टू डोर टैक्स वसूली के साथ सफाई कार्य भी देखेंगे। आने वाले दिनों में स्वच्छता सर्वेक्षण होना है। इसे भी ध्यान रख कवायद की जा रही।
- कलेक्टर ने धान खरीदी के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की ली बैठक
- नोडल अधिकारी प्रतिदिन किसानों के टोकन कटने तथा राईस मिलर्स का डीओ कटने के संबंध में रखे जानकारी, धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव भी रहे जारी
- किसानों को नहीं होनी चाहिए परेशानी
- किसानों को समय पर राशि का भुगतान करने के दिए निर्देश
- अवैध धान की बिक्री करते पाये जाने कोचिया एवं बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई करने के दिए निर्देश
- टोकन जारी करने में पहले लघु एवं सीमांत कृषकों को दी जाए प्राथमिकता
- किसानों के वास्तविक उपज की होनी चाहिए खरीदी
राजनांदगांव /शौर्यपथ /कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत सभाकक्ष में खरीफ वर्ष 2024-25 में धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक सह प्रशिक्षण संपन्न हुई। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि धान खरीदी शासन की महत्वपूर्ण योजना है। 14 नवम्बर से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इसके लिए सभी नोडल अधिकारियों को धान उपार्जन केन्द्रों में सभी आवश्यक तैयारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा किसानों से 3100 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर एकड़ प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों के वास्तविक उपज की खरीदी करना है। धान उपार्जन केन्द्रों में सभी आवश्यक सुविधाएं होनी चाहिए और किसानों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने धान खरीदी केन्द्र में कांटा-बांट, नापतौल, बारदाना, कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, आद्र्रतामापी यंत्र, सीसीटीवी कैमरा, रखरखाव, पेयजल, स्वास्थ्य किट, छांव, बायोमेट्रिक डिवाईस मशीन, मानव संसाधन सहित अन्य व्यवस्थाओं सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से कहा कि धान खरीदी के पहले दिन सभी नोडल अधिकारी अपने-अपने धान उपार्जन केन्द्रों में समय पर उपस्थित रहेंगे। सभी को यह जानकारी होना चाहिए कि प्रतिदिन कितने टोकन कट रहे हैं, जिससे कितने धान की खरीदी अगले दिन होगी, इसका अनुमान रहेगा। इसके साथ ही इस बात की भी जानकारी रखने रखें कि राईस मिलर्स का डीओ कितना कट रहा है, ताकि धान खरीदी के साथ-साथ धान का उठाव भी जारी रहे। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की परेशानी नहीं चाहिए। धान खरीदी के दौरान धान उपार्जन केन्द्रों में सुविधाओं का ध्यान रखने के साथ ही समय पर उनके खाते में समय पर राशि का भुगतान करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने सभी अधिकारियों से कहा कि सावधानी एवं सजगता के साथ भौतिक सत्यापन के लिए बारदानों की गणना करें तथा साक्ष्य के रूप में विडियो बनाकर भी रखें। उन्होंने कहा कि भौतिक सत्यापन के लिए पहले ही दिन से गणना का कार्य करते जाएं, ताकि प्रतिदिन के लिए कार्य करने में परेशानी नहीं होगी। उन्होंने हमालों की संख्या, धान का परिवहन, स्टैकिंग व्यवस्था के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध धान की बिक्री करते पाये जाने पर संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोचिया जैसे लोग पात्र किसानों के किसान किताब का दुरूपयोग करते हुए अवैध धान की बिक्री करने के प्रयास करते है तथा सिस्टम को प्रभावित करते है। ऐसे कोचिया एवं बिचौलियों पर शिकंजा कसने के लिए सर्तक रहते हुए कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में औसत अनावरी रिपोर्ट के आधार पर ही वास्तविक उपज की जानकारी रखें तथा लगातार धान उपार्जन केन्द्र का लगातार निरीक्षण करते रहें। उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी सुविधाएं मिलनी चाहिए। उन्होंने धान खरीदी के लिए किसानों से ऑफलाईन एवं टोकन तुंहर दुआर मोबाईल एप से ऑनलाईन टोकन देने कहा। टोकन जारी करने में पहले लघु एवं सीमांत कृषकों को प्राथमिकता दी जाये। उसके बाद बड़े कृषकों को टोकन जारी किया जाये।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि धान खरीदी केन्द्रों में नियंत्रित एवं व्यवस्थित रूप से उपार्जन हेतु किसानों को टोकन जारी कर धान क्रय किया जायेगा। उपार्जन केन्द्रों में भंडारण क्षमता के आधार पर मोटा, पतला एवं सरना धान के लिए नया एवं पुराना बारदाना का अलग-अलग स्टेक धान का भंडारण करें। इसके अतिरिक्त एचडीपीई बैग में संधारित धान का पृथक स्टेक लगाया जाये। नोडल अधिकारी अपनी निगरानी में किसानों का टोकन जारी करायेंगे तथा आगामी दिवस की खरीदी हेतु उपलब्ध बारदानों का आंकलन करेंगे एवं बरादानों की उपलब्धता के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करेंगे एवं उच्चाधिकारियों को अवगत करायेंगे। सभी उपार्जन केन्द्रों में खाद्य विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-233-3663 डिस्प्ले करेंगे। पानी की निकासी के लिए नालियों की व्यवस्था के संबंध में बताया गया। धान को सीढ़ीनुमा तरीके से रखने पर पानी का ठहराव नहीं होगा तथा धान सुरक्षित रहेगा। शासन द्वारा नया एवं पुराने बारदानों में धान की खरीदी की जाती है। उपार्जन केन्द्रों में धान के सुरक्षित भंडारण के लिए खरीदे गये धान के किस्मवार एवं बारदाना अनुसार पृथक-पृथक स्टेक लगाकर धान का भंडारण किया जाना है। इस अवसर पर एसडीएम राजनांदगांव श्री खेमलाल वर्मा, एसडीएम डोंगरगढ़ श्री मनोज मरकाम, एसडीएम डोंगरगांव श्री श्रीकांत कोर्राम, उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय, खाद्य अधिकारी श्री रविन्द्र सोनी, सीईओ जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित श्री प्रभात मिश्रा, उपायुक्त सहकारी संस्थाएं श्रीमती शिल्पा अग्रवाल, जिला विपणन अधिकारी श्रीमती हिना खान सहित सभी नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
दुर्ग। शौर्यपथ । भिलाई रिसाली दशहरा मैदान में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस पर कथा का विश्राम करते हुए बताया कि कैसे प्रभु भक्तों की भक्ति के अधीन होकर जीवों को स्वीकार करते हैं । समयंतक मणि की कथा बताते हुए, प्रभु के 16108 विवाह की लीला कथा बताई गई । और उसके बाद श्रीकृष्ण के प्यारा सखा सुदामा जी का चरित्र बताया गया । और आज के समय में भगवान को पाने के इतने अलग अलग मार्ग क्यों चल रहे हैं तो इसका कारण क्या हैं और कौन से मार्ग पर चलकर जीव अपना कल्याण कर सकता है । श्रीमद्भागवत के अनुसार स्वयं भगवान् श्रीकृष्ण उद्धव जी को बताते हैं । अपने अपने रुचि के अनुसार अनेकों मार्ग चल रहे है लेकिन उद्धव मै तो केवल एक भक्ति का ही मार्ग बताया हु मुझे केवल भक्ति के मार्ग पर चलकर ही प्राप्त किया जा सकता है।और कोई दूसरे मार्ग पर चलकर मुझे जानना ही जीव के लिए कठिन है । और फिर उसके बाद परीक्षित मोक्ष की कथा बताते हुए । तुलसी वर्षा गीता पाठ हुआ और फूलों की होली भोग आरती करते हुए कथा का विराम किया गया ।
सांप के जहर से शरीर हो रहा था लकवाग्रस्त, 42 घंटे तक नहीं था होश, 3 दिन तक वेंटीलेटर पर रखा गया
एक हफ्ते तक विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में चला गहन इलाज
परिजनों ने कहा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मिले इलाज से बच्चे की मुस्कुराहट लौट आई
रायगढ़ / शौर्यपथ / तीन तस्वीरों से समझा जा सकता है कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार के प्रयास कैसे लोगों के जीवन में संजीवनी का काम कर रहे हैं। यह तस्वीर 3 साल के मासूम मानविक की है, जिसे जहरीले करैत सांप ने डस लिया था। मरणासन्न हालत में उसे मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में इलाज के लिए जब भर्ती कराया गया तो सांप का जहर पूरे शरीर में फैल चुका था उसकी स्थिति काफी गंभीर हो चुकी थी। शरीर में लकवे का असर दिख रहा था और सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। शुरुआती 40 से 42 घंटे तक वह पूरी तरह से होश में नहीं आया था और उसे वेंटीलेटर में रखना पड़ा था। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायगढ़ के डॉक्टरों ने एक हफ्ते तक गहन इलाज कर उसकी जान बचाई और नया जीवनदान दिया।
करैत भारत में पाए जाने वाले सर्वाधिक जहरीले सांपों में से एक है। इसका जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है। जिससे नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है। सही समय पर इलाज न मिले तो जान बचने की गुंजाइश कम होती है। ऐसे में एक छोटे मासूम बच्चे की रायगढ़ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में मिले उचित इलाज से जान बचाई जा सकी।
रायगढ़ के खरसिया ब्लॉक के औरदा गांव के निवासी तुलेश्वर चौहान के 3 साल के बेटे मानविक चौहान को सोते समय घर में सुबह पांच बजे के करीब जहरीले करैत सांप ने दाहिने हाथ की उंगली में काट लिया। परिजन बच्चे को सिविल अस्पताल खरसिया लेकर गए। वहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार कर बच्चे को बेहतर ईलाज के लिए संत बाबा गुरु घासीदास जी स्मृति शासकीय चिकित्सालय रायगढ़ में रेफर कर दिया गया। बच्चे को सुबह लगभग 8 बजे के आसपास संत बाबा गुरु घासीदास जी स्मृति शासकीय चिकित्सालय रायगढ़ के आपातकालीन विभाग में अत्यंत गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया। बच्चे के शरीर में सॉप का जहर फैल चुका था, बच्चे की आँखों की दोनों पलकों में लकवा मार चुका था, सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, मुँह से झाग आ रहा था, बच्चे के हाथ-पैर ठंडे पड़ गए थे एवं नाड़ी भी कमजोर हो रही थी। बच्चे को आपातकालीन विभाग में ही बाल्य एवं शिशुरोग विभाग के आपातकालीन ड्युटी में उपस्थित डाक्टरों द्वारा त्वरित ईलाज प्रारंभ कर चिकित्सकों की आपातकालीन टीम द्वारा आई.सी.यू. वार्ड में शिफ्ट किया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉ.एल. के. सोनी, विभागाध्यक्ष बाल्य एवं शिशुरोग के नेतृत्व में डॉक्टरों और स्टॉफ नर्सों की टीम के अथक प्रयासों से बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार आना शुरू हुआ। बच्चे के शरीर में सांप के जहर का असर कम होने के उपरांत बच्चे को 3 दिवस पश्चात वेंटीलेटर से बाहर निकाला गया। वेंटीलेटर से बाहर निकलने के पश्चात् बच्चे के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ। एक हफ्ते तक चले गहन इलाज से बच्चे के स्वास्थ्य में पूर्ण सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दिया गया।
परिजनों ने कहा मेडिकल कॉलेज के इलाज से लौटी बच्चे की मुस्कुराहट
किसी भी माता पिता के लिए अपने बच्चे को जिंदगी और मौत से लड़ते देखना बहुत हृदयविदारक होता है। नन्हा मानविक अपने माता पिता की इकलौती संतान है। करैत के डसने से उसकी हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि शुरुआती 40 से 42 घंटे तक वह पूरी तरह से होश में नहीं था। लेकिन मेडिकल कॉलेज में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम के साथ सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होने से उसका बेहतर इलाज संभव हुआ। पिता तुलेश्वर चौहान कहते हैं कि डॉक्टरों के प्रयासों से उसके बच्चे की मुस्कान वापस लौट आई।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए राज्य सरकार बेहद संवेदनशील है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए स्वास्थ्य बजट को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। स्वस्थ छत्तीसगढ़ के लिए यह जरूरी है कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था कुशल चिकित्सकों के हाथों में रहे। लेकिन आज से 24 वर्ष पहले छत्तीसगढ़ में सिर्फ एक शासकीय मेडिकल कालेज था जिसमें मात्र 100 एमबीबीएस की सीटें थीं। बीते 24 वर्षों में राज्य में शासकीय मेडिकल कालेजों की संख्या 1 से बढ़कर 10 हो गयी है और एमबीबीएस की सीटें भी बढ़कर 1460 हो गयी हैं। शासकीय मेडिकल कालेजों में 291 स्नातकोत्तर की सीटें भी बढ़ी हैं जिससे राज्य को विशेषज्ञ चिकित्सक मिल रहे हैं।
वो छत्तीसगढ़ जो 1 नवंबर 2000 को जन्म लेते समय बीमारू राज्य का दर्जा रखता था वो आज बीते जमाने की बात हो गयी है। वर्तमान में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार ये बात भली भांति समझती है कि भारत की तर्ज पर छत्तीसगढ़ को भी वर्ष 2047 तक विकसित राज्य बनाना है तो स्वास्थ्य ही वो पहली कड़ी है जो राज्य को सक्षम और समृद्ध बनाएगा। खुशी की बात ये है कि राज्य की वर्तमान सरकार इस पर लगातार प्रयास कर रही है और इसके बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल स्वास्थ्य सेवाओं को सजग रूप से आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। राज्य स्तर पर डीकेएस और मेकाहारा जैसे अस्पताल अत्याधुनिक तकनीकों से लैस हो रहे हैं तो वहीं संभाग स्तर पर सुपर स्पेशिलिटी अस्पतालों का कार्य निरंतर जारी है। इसी तरह से जिले और ब्लाक स्तर पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर राज्य के लोगों की सेहत का विशेष ध्यान रख रहे हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / जशपुर और पहाड़ी बकरा एडवेंचर द्वारा हाल ही में आयोजित एक बाइक ट्रिप ने पूरे देश भर के राइडर्स को आकर्षित किया। देशभर से आए इन साहसी बाइकर्स ने जशपुर की घुमावदार सड़कों, कठिन ट्रेल्स, और हरे-भरे जंगलों का रोमांचक अनुभव लिया। इन राइडर्स को हिमालय राज्य जैसे लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कठिन रास्तो पर बाइकिंग अनुभव प्राप्त है और उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य की अनछुई प्राकृतिक सुंदरता को एक नए नजरिये से देखा। जशपुर का अनोखा प्राकृतिक आकर्षण जैसे रानी दह जलप्रपात, सारुडीह चाय बागान, किनकेल पाठ, चुरी और मक्करभज्जा जलप्रपात एवं यहाँ के जनजातीय संस्कृति एवं खाद्य उत्पाद उनके लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बने। इसके अलावा, देशदेखा क्लाइंबिंग सेक्टर में रॉक क्लाइम्बिंग एवं कैंपिंग तथा पंड्रापाठ में स्टार गेजिंग का रोमांचक अनुभव भी उनके लिए खास था।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार ने पर्यटन को प्रोत्साहित करने और स्थानीय लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए पिछले वर्ष से व्यापक प्रयास शुरू किए गए हैं। मुख्यमंत्री साय ने जशपुर की प्राकृतिक संपदा और रोमांचक गतिविधियों की संभावनाओं को देखते हुए इसे साहसिक खेलों के एक नए केंद्र के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है। उनके कुशल नेतृत्व और दूरदर्शी नीतियों के कारण, यह क्षेत्र अब न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में एक प्रमुख साहसिक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है।
साहसिक खेल और पर्यटन केवल मनोरंजन के साधन नहीं हैं, बल्कि ये स्थानीय युवाओं के रोजगार का एक प्रमुख स्रोत भी बन सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में स्थानीय युवाओं एवं जनजातीय लोगो को एडवेंचर खेलों की बारीकियों में अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित किया जा चूका है। जशपुर के “देशदेखा क्लाइंबिंग सेक्टर” में स्थानीय गाइडों की मदद से रॉक क्लाइम्बिंग का आयोजन हुआ, जो अब देशभर में एडवेंचर खेलों के शौकीनों के बीच चर्चा में है।
इस यात्रा के दौरान एक विशेष स्टार गेजिंग सत्र का भी आयोजन किया गया था, जिसमें प्रतिभागियों ने खुली रात के आकाश में खगोलीय पिंडों को देखा और एस्ट्रोलॉजी के बारे में जाना। जशपुर का यह हिस्सा अब राष्ट्रीय स्तर पर स्टार गेजिंग के लिए उपयुक्त स्थान के रूप में देखा जा रहा है, जो पर्यटकों को एक विशेष और अनोखा अनुभव देने की क्षमता रखता है।
बाइकर्स ने यहां के स्थानीय आदिवासी खान-पान और संस्कृति का भी आनंद लिया। जशप्योर द्वारा बनाये गए महुआ और मिलेट के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद, और आदिवासी घरों का दौरा कर उनके रहन-सहन और सांस्कृतिक धरोहर के बारे में जानना, उनके लिए यादगार अनुभव रहा। अंतराष्ट्रीय पर्वतारोहण गाइड, एक्सट्रीम एडवेंचर स्पोर्ट ट्रेनर एवं जिला एडवेंचर टूरिज्म के सलाहकार के स्वप्निल राचेलवार ने कहा की यह क्षेत्र विविध सम्भावनावो से परिपूर्ण है। यहाँ के स्थानीय एवं जनजातीय लोग ऐसे खेलो में प्राकृतिक एवं मानसिक रूप से सशक्त होते हैं, और उचित मार्गदर्शन पाकर यहाँ से कई अन्तराष्ट्रीय स्तर के खिलाडी एवं पेशेवर गाइड उभर कर बहार आ सकते हैं। जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार की इसी क्रमबद्ध पहल ने यह भी सुनिश्चित किया कि इस क्षेत्र का विकास पर्यावरण संरक्षण और आदिवासी संस्कृति के सम्मान के साथ हो। उनका सपना है कि जशपुर साहसिक खेलों के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरे और इसके माध्यम से स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाया जाए। जशपुर अब एडवेंचर खेलों का छत्तीसगढ़ में एक नया केंद्र बनकर उभर चूका है। यह न केवल केंद्रीय भारत बल्कि सपूर्ण राष्ट्र में एडवेंचर खेलों का हॉटस्पॉट बनने की ओर अग्रसर है, जहाँ पर्यटक एक अलग और अनोखा अनुभव पा सकते हैं।
रायपुर / शौर्यपथ / प्रदेश के एक मात विधानसभा उपचुनाव रायपुर दक्षिण की सीट पर हो रहा है जिसमे सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा का है . इस सीट से भाजपा के कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने से रिक्त हुआ . इस सीट पर मतदान 13 नवम्बर को होना है . रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव में प्रचार का सिलसिला सोमवार को खत्म हो गया. सोमवार शाम 6 बजे कैंपेन पूरी तरह से समाप्त हो गया.अब डोर टू डोर मिलने का सिलसिला आरम्भ हो गया वही दक्षिण की जनता के साथ दोनों ही प्रमुख उम्मीदवार को वोटिंग का इंतजार है. सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों के नेताओं ने वोटर्स को लुभाने के लिए प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी.बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोनी के पक्ष में सोमवार को बीजेपी ने एक रोड शो का आयोजन किया. इस रोड शो की अगुवाई सीएम विष्णुदेव साय ने की. इस रोड शो में बीजेपी के कई दिग्गज नेता भी मौजूद रहे. अब उम्मीदवार बुधवार सुबह मतदान शुरू होने से पहले घर घर जाकर प्रचार कर सकते हैं.
बीजेपी के चुनाव प्रचार में क्या रहा खास?: बीजेपी ने चुनाव प्रचार में साय सरकार की जनहितैषी योजनाओं के बारे में जिक्र किया. भाजपा की साय सरकार द्वारा चुनाव प्रचार के दौरान महिला और किसान हितैषी योजनाओं का जिक्र किया. जिसमें महतारी वंदन योजना शुरू करना शामिल है. साय सरकार ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने बीते 11 महीने के शासनकाल की कामयाबियों को जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया.
कांग्रेस के नेताओं ने भी झोंकी ताकत: कांग्रेस की तरफ से आकाश शर्मा रायपुर दक्षिण सीट से उम्मीदवार हैं. आकाश शर्मा के पक्ष में कांग्रेस लीडर्स ने भी पूरी ताकत लगाई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दीपक बैज ने आकाश शर्मा के लिए प्रचार किया. कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान के दौरान भाजपा उम्मीदवार सुनील सोनी पर रायपुर सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान निष्क्रिय होने का आरोप लगाया. इसके साथ ही कांग्रेस ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को भी चुनावी मुद्दा बनाया.
रायपुर दक्षिण उपचुनाव में 13 नवंबर को मतदान के लिए कुल 253 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. 13 सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं. उपचुनाव के लिए 13 नवम्बर को सवेरे सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे. चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कर्मियों की पांच कंपनियां तैनात की गई है. वोटों की काउंटिंग 23 नवंबर को होगी: रीना बाबासाहेब कंगाले, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़
रायपुर दक्षिण उपचुनाव में कितने उम्मीदवार: रायपुर उपचुनाव में 30 उम्मीदवार मैदान में हैं. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर कुल 2,71,169 मतदाता हैं. जिनमें 1,33,800 पुरुष, 1,37,317 महिला वोटर्स हैं. 52 ट्रांसजेंडर्स वोटर्स हैं.
साल 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 90 में से 54 सीटें जीतकर शानदार जीत दर्ज की थी. कांग्रेस को कुल 35 सीटें मिली थी. जबकि गोंगपा ने एक सीट पर जीत हासिल की. रायपुर दक्षिण सीट से विधायक रहे बृजमोहन अग्रवाल को बीजेपी ने रायपुर लोकसभा सीट से साल 2024 का लोकसभा चुनाव लड़वाया. बृजमोहन अग्रवाल यहां से जीत गए. जिसके बाद रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट खाली हुई. इसलिए यहां उपचुनाव हो रहा है.
जीरो शॉर्टेज का लक्ष्य हासिल करने गंभीरतापूर्वक कार्य करने दिए निर्देश
मुंगेली/शौर्यपथ / खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु नियुक्त जिला एवं समिति स्तर के नोडल अधिकारियों को जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्टर श्री राहुल देव ने कहा कि धान खरीदी के पूर्व उपार्जन केंद्रों में चेकलिस्ट अनुसार सभी तैयारियां सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारी केंद्रों में जाकर तैयारियों का भौतिक सत्यापन करें। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों को जीरो शॉर्टेज का लक्ष्य हासिल करने गंभीरतापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कहीं भी धान खरीदी में अनियमितता की शिकायत नहीं आनी चाहिए। कानून व्यवस्था बनी रहे। हैं। वास्तविक किसानों को धान विक्रय करने में किसी भी प्रकार से परेशानी न हो। कलेक्टर ने धान खरीदी के दौरान संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में टीम गठित कर कोचियों-बिचौलियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने कहा कि प्रदेश में धान खरीदी को महापर्व के रूप में मनाते है। उन्होंने सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ धान खरीदी का कार्य सुचारु रूप से करने, किसानों का संवेदनशीलता से सहयोग करने के साथ ही यदि महिला किसान धान विक्रय करने पहुंचे, तो उन्हें विशेष सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही। जिला वनमण्डलाधिकारी श्री संजय यादव ने कहा कि धान खरीदी शासन का महत्वपूर्ण कार्य है। इस दौरान कोचियों-बिचौलियों द्वारा वन क्षेत्र के मार्गों के द्वारा उपार्जन केंद्र में धान लाकर खपाने की कोशिश की जाती है। इसे नियंत्रित करने के लिए सभी चेकपोस्ट में वन कर्मी तैनात रहेंगे। उन्होंने वन क्षेत्र के उपार्जन केन्द्रों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों को आवश्यक सहयोग करने की बात कही।
प्रशिक्षण में भौतिक सत्यापन ऐप में दिए गए बिंदुओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान बताया गया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में जिले के 66 समितियों के 105 उपार्जन केन्द्रों में पंजीकृत 01 लाख 10 हजार 103 किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। धान उपार्जन केंद्रों में चेकलिस्ट में दिए गए बिंदु के अनुसार तैयारी होनी चाहिए। उपार्जन केंद्रों में साफ-सफाई, इलेक्ट्रिक तौल मशीन, सीसीटीवी कैमरा, नमी मापक यंत्र, बायोमेट्रिक डिवाइस, बारदाना, धान का मूल्य व टोल फ्री नम्बर प्रदर्शित बैनर-पोस्टर, पेयजल, विद्युत, इंटरनेट, कम्प्यूटर-प्रिंटर, धान की स्टेकिंग व गुणवत्ता, ढेरी लगाकर तौल करने आदि के संबंध में जानकारी दी गई। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर श्री जी. एल. यादव एवं श्री गिरीश रामटेके, डिप्टी कलेक्टर श्री अजय शतरंज, तीनों अनुविभागों के एसडीएम सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
14 नवम्बर से धान खरीदी कार्य होगा प्रारंभ
जिले के किसानों में धान खरीदी को लेकर उत्साह एवं खुशी का माहौल
कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी का कार्य होगा प्रारंभ
कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्रों में मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों की लगाई ड्यूटी
राजनांदगांव/शौर्यपथ / जिले में धान खरीदी कार्य की तैयारी जोरों पर है। शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर 14 नवम्बर 2024 से धान खरीदी कार्य प्रारंभ हो जाएगा। कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी का कार्य प्रारंभ हो जायेगा। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है, जहां किसानों धान का सर्वाधिक मूल्य मिल रहा है। जिले के किसानों में धान खरीदी को लेकर उत्साह एवं खुशी का माहौल है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देशन में धान खरीदी के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी जारी है। धान खरीदी केन्द्रों में मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्र में कांटा-बांट, नामतौल, बारदाना, कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, रखरखाव, पेयजल, स्वास्थ्य किट, छांव, बायोमेट्रिक डिवाईस मशीन, मानव संसाधन सहित अन्य व्यवस्थाओं सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने धान खरीदी केन्द्र में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा उन्होंने आद्र्रतामापी यंत्र से धान की नमी को मापने कहा। उन्होंने खरीदी केन्द्र में धान खरीदी की दर सूची फ्लैक्स लगाने कहा है। उन्होंने अधिकारियों को धान खरीदी कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी की सतत निरागनी रखने तथा कोचियों एवं बिचौलियों से अवैध धान की खरीदी-बिक्री पर सख्त कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने धान खरीदी के लिए किसानों को ऑफलाईन एवं टोकन तुंहर दुआर मोबाईल एप से ऑनलाईन टोकन लेने कहा। उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव जिले में कुल धान उपार्जन केन्द्रों की संख्या 96 है। खारीदी केन्द्रों में विपणन संघ द्वारा 1 लाख 50 हजार 669 बारदाना प्रदाय किया गया है। किसानों को भुगतान शाखाओं, एटीएम, माईक्रो एटीएम एवं मोबाईल बैंकिग के माध्यम से की जाएगी। जिले में अब तक कुल 1 लाख 32 हजार 468 किसानों का पंजीयन हुआ है।
कलेक्टर ने आमजनों की समस्याओं का गंभीरता पूर्वक निराकरण करने के दिये निर्देश
मोहला /शौर्यपथ /कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित कलेक्टर जनदर्शन में आमजनों की शिकायतो, समस्याओं और मांगों को सहानुभूतिपूर्वक सुना। कलेक्टर ने जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि आम नागरिकों की समस्याओं को सुनने के साथ ही नियमानुसार कार्यवाही करें। कलेक्टर जनदर्शन में आज 04 आवेदन प्राप्त हुए। प्राप्त सभी आवेदनों को संबंधित विभाग में भेजे जाने की कार्यवाही की जा रही है।
कलेक्टर जनदर्शन में आज जिले के विकासखंड मोहला अंतर्गत ग्राम कोरवा समस्त ग्रामवासियों ने प्राथमिक शाला कोरवा में शिक्षक के कमी को अवगत कराने के संबंध में आवेदन प्रेषित किया। इसी प्रका तहसील खडग़ांव के ग्राम पुसेवाड़ा निवासी श्री धनसिंह ने वन भूमि का पट्टा प्रदाय करने के संबंध में आवेदन दिया। इसी प्रकार जिले के अन्य आवेदको ने अपने आवेदन के माध्यम से अपनी समस्याओं से निजात पाने कलेक्टर से गुहार लगायी है।