August 02, 2025
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     टिप्स ट्रिक्स / शौर्यपथ /वेट लॉस कोई डाइटिंग करता है, तो कोई जिम ज्वाइन करता है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि इन सब चीजों का असर नहीं पड़ता। हम जितना वेट कम करते हैं कुछ दिनों बाद उतना ही वेट फिर से बढ़ जाता है। ऐसे में कभी-कभी ऐसा होता है कि हम वेट लॉस प्लान पर तो पूरा ध्यान देते हैं लेकिन उन छोटी-छोटी बातों को इग्नोर कर देते हैं, जिनके कारण वजन बढ़ता है। आप अगर कुछ चीजों या आदतों पर कंट्रोल कर लेंगे, तो इससे आपका वेट कंट्रोल होने के साथ हम भी हो जाएगा।
खाना खाने के सो जाना
       आप किसी भी टाइम खाना खाकर अगर सो जाते हैं, तो इससे आपके पेट की चर्बी तेजी से बढ़ने लगती है। खासतौर पर अगर आप  रात का खाना खाते ही बिस्तर पर सो जाते हैं, तो इससे आपका सारा वेट प्लान फ्लॉप हो जाएगा। इस आदत पर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। खाना खाने के बाद जरूर टहलें।
लेट या जल्दी डिनर करना
        लेट या जल्दी डिनर करने पर भी वेट बढ़ता है। आप अगर 7 बजते ही खाना खा लेते हैं, तो आपका खाना 9 बजे तक पचने लगता है और फिर आपको फूड क्रेविंग होने लगती है। कुछ लोग चॉकलेट या कॉफी भी खा-पी लेते हैं, जिससे वजन बढ़ने लगता है। वहीं, लेट खाने से आप टहल नहीं पाते और सो जाते हैं, जिससे खाना आसानी से पच नहीं पाता। आपका डिनर टाइम 8 से 9 के बीच होना चाहिए।
पैदल न चलना
       पब्लिक ट्रांसपोर्ट हो या फिर पर्सनल गाड़ी, आप कैसे भी सफर क्यों न करते हो लेकिन चलना बेहद जरूरी है। हमेशा गाड़ी से आने-जाने से आपके पैरों की एक्सरसाइज नहीं हो पाती। वहीं, चलने की आदत न होने पर आपको प्यास नहीं लग पाती और आप कम पानी पीते हैं, जिसका असर आपके वजन पर पड़ता है।
चीनी का ज्यादा सेवन
       डाइट में चीनी का इस्तेमाल ज्यादा करने से आपके पेट की चर्बी बढ़ती है। चाय में ज्यादा चीनी डालने और कई बार चाय पीने से भी वजन बढ़ता है। ऐसे में आपको इस आदत पर कंट्रोल करना चाहिए। आप चीनी की जगह शहद या गुड़ का सेवन कर सकते हैं।

      खाना खजाना / शौर्यपथ / करवाचौध से शुरू फेस्टिव सीजन में कई ऐसे मौके पड़ते हैं जब आपको सोचना पड़ता है कि क्या बनाएं। छोले, पूड़ी, कचौड़ी, पनीर के अलावा अक्सर कोई ऑप्शन नहीं सूझता। दिवाली का त्योहार ज्यादा दिनों तक चलता है इसलिए कुछ अलग डिशेज का प्लान पहले से बना लिया जाए तो बेहतर है। करवाचौथ पर भी कई जगह पूड़ी-कचौड़ी बनती है और कुछ लोग कढ़ी-चावल जैसा कच्चा खाना भी बनाते हैं। इनके साथ सूखी सब्जी में आप भरवां बैंगन ऑप्शन भी रख सकते हैं। अगर आपको बनाना नहीं आता तो रेसिपी यहां सीख सकते हैं।
सामग्री
       भरवां बैंगन बनाने के लिए आपको चाहिए मीडियम साइज के बैंगन, सौंफ, जीरा, मेथी, सूखी लाल मिर्च, धनिया, खटाई, हल्दी, 1 लाल मिर्च पाउडर, नमक, सरसों का तेल, प्याज और लहसुन।
बैंगन
     सबसे पहले बैंगन में नीचे की तरफ से चीरा लगाएं। इसको चार हिस्सों में इस तरह काटें की ऊपर क्राउन की तरफ जुड़ा रहे। अब कढ़ाई में तेल लें और बैंगन को तल लें और निकाल कर रख लें।
मसाला
       एक पैन में सौंफ, खड़ा धनिया, जीरा, खड़ी मिर्च और मेथी भून लें। अब इसको बर्तन में निकाल लें। इस मसाले को मिक्सी में पीस लें और एक किनारे रख लें। अब मिक्सर में प्याज, मिर्च, लहसुन और एक टुकड़ा अदरक लें और पीस लें। जब ये पिस जाए तो बर्तन मे तेल लें। तेल गरम हो जाए तो जीरा डालें। इसके बाद पिसा प्याज-लहसुन इसमें डालें। जब ये भुनने लगे तो तैयार रखा सूखा मसाला पाउडर डालें। अब इसमें थोड़ी पिसी लाल मिर्च और खटाई डाल लें। अगर आपको लग रहा है कि नमक कम होगा तो थोड़ा नमक डाल सकती हैं। मसाले में खटाई का फ्लेवर बैलेंस करने के लिए आधी छोटी चम्मच चीनी भी डाल लें। जब मसाला भुनने लगे तो इसमें आधा कप पानी डाल लें। जब पानी अच्छी तरह पक जाए तो तले बैंगन इसमें डालें और धीमी आंच करके ढंककर पकाएं। कुछ देर बाद आंच मीडियम कर लें और लगे कि बैंगन तैयार हो गए तो गैस बंद कर दें।

      लाइफस्टाइल /शौर्यपथ / नई शादीशुदा जिंदगी में हनीमून सबसे खूबसूरत फेस होता है। ये ऐसा समय होता है जब कपल अपने परिवार से दूर एक दूसरे की कंपनी को एंजॉय करता है। हालांकि अब कपल्स भारत की ऑफबीट जगहों को एक्सप्लोर करने के बजाए विदेश यात्रा पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। हालांकि भारत में भी कुछ ऐसी जगहें हैं जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। इन्ही जगहों में से एक कौसानी। इस जगह को भारत का स्विटजरलैंड भी कहा जाता है। समुद्र से 6075 मीटर की ऊंचाइ पर है जो अलमोरा से 53 किलोमीटर दूर है। खूबसूरत होने के साथ-साथ ये जगह कुछ एक्टिविटी को एक्सप्लोर करने का मौका भी देती है। आइए, जानते हैं इस जगह के बारे में सबकुछ-
इन मंदिरों के करें दर्शन
यहां खूब सारे मंदिर है, लेकिन आप इन तीन मंदिरों के दर्शन जरूर करें।
1) रूद्रहारी महादेव मंदिर
         ये गुफा वाला मंदिर कोसी नदी के पास है। साथ ही इस मंदिर के चारों तरफ वॉटर फॉल होता रहता है।
2) बेजनाथ मंदिर
      ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी बनावट के कारण खूब फेमस भी है।
3) कोट भ्रामरी
       ये देवी भ्रामरी का काफी पुराना मंदिर है। ऊंचाई पर बसा ये मंदिर चारों और हरियाली से ढका हुआ है।
इन जगहों पर घूमें
1) ग्वालडेम
           अगर आप और आपका पार्टन भीड़-भीड़ से दूर वाली जगहों पर घूमना पसंद करते हैं तो आप इस जगह पर जाएं। ये छोटा सा गांव गढ़वाल औक कुमौन के बीच में है। यहां आप अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक वॉक पर जा सकते हैं और त्रिशूल चोटी को निहार सकते हैं। इसके अलावा यहां बहुत सारा एरिया ऑर्खिड से भरा है, ऐसे में इस जगह को घूमना तो बनता है।
2) पीननाथ पर ट्रैकिंग
         आप दोनों को अगर एडवेंचर पसंद है तो आप यहां से 5 किलोमीटर दूर जा सकत हैं और कुछ एक्टिविटी को एंजॉय कर सकत हैं। इस जगह पर भी काफी सारे मंदिर हैं।
 कैसे पहुंचे  
         अगर आप फ्लाइट से ट्रैवल करने वाले हैं तो आप पंतनगर तक के लिए फ्लाइट ले सकते हैं। ये कौसानी के सबसे पास वाला स्टेशन है। यहां से आप 4 से 5 घंटे का सफर रोड के जरिए तय करवना होगा। वहीं अगर आप कार से यहां जा रहे हैं तो आप दिल्ली से होते हुए यहां जा सकते हैं। ये दिल्ली से 401 किलोमीटर दूर है। यहां ट्रेन से भी जा सकते हैं। अगर आप ट्रेन से यहां जाना चाहते हैं तो कठगौदाम स्टेशन यहां से पास में है।

          सेहत / शौर्यपथ /इन दिनों स्किन प्रॉब्लम कई हद तक बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से लोगों को कई तरह की परेशानी हो रही है जिसमें सबसे ज्यादा जो देखने को मिल रहा है वो है बेजान और रूखी त्वचा। ऐसे में स्किन का ध्यान रखना बेहद मुश्किल होता है। स्किन की चमक को लौटाने के लिए कई तरह के ब्यूटी प्रॉडक्ट बाजार में आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन अगर आप कुछ नेचुरल चीज को इस्तेमाल करने की तलाश में हैं तो आप खजूर का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे तो खजूर सेहत के लिए खूब फायदेमंद होता है लेकिन ये स्किन के लिए भी उतना ही लाभ कारी है। इसमें भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम और फास्फोरस मौजूद होता है। यह स्किन को जवां और बेदाग बनाने में मदद करता है। अब ऐसे में अगर आप खजूर को स्किन पर लगा सकते हैं। इसे हफ्ते में कम से कम दो बार लगाया जा सकता है।
खजूर से बनाएं फेस पैक
        आप खजूर से फेस पैक बना सकते हैं। इसके लिए खजूर के बीज निकाल कर इनहें दूध में रात भर के लिए भिगो दें। फिर सुबह उठकर उसमें मलाई मिलाएं और अच्छे से पीस कर पेस्ट बना लें। इसमें हल्का सा नींबू मिलाएं और इसे साफ चेहरे पर अच्छे से लगाएं। गर्दन पर  लगाना न भूलें। अब इस पैक को कम से कम 20 से 25 मिनट के लिए लगा कर रखें। जब अच्छे से सूख जाए तो स्क्रब करते हुए हटाएं।
स्क्रब लगाने के फायदे
           इसे लगाने के बाद आपकी स्किन बेहद सॉफ्ट महसूस करेगी, क्योंकि इसमें दूध और मलाई मिलाई गई है। मलाई आपकी स्किन को हाईड्रेट करने में भी मदद करती है। ये फेस पैक पिंपल्स और एक्ने की समस्या को भी दूर करने में मदद करता है। अगर आपकी स्किन पर टैनिंग है तो आप इसका इस्तेमाल करें।

       आस्था / शौर्यपथ /हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। हमारे आसपास की चीजें जीवन पर पॉजिटिव और नेगेटिव प्रभाव डालती हैं। आमतौर पर लोग अपने पर्स में पैसों के अलावा कई तरह की चीजें रखते हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसी कई चीजों का वर्णन किया गया है जिन्हें रखने से व्यक्ति को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। पर्स में इन चीजों को रखना अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र में वर्णित मान्यता के अनुसार, पर्स में पैसों के अलावा कई चीजों को रखने से आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ सकता है। इसके अलावा जीवन में मुश्किलें भी आती हैं। जानिए पर्स में किन चीजों को रखना माना जाता है अशुभ-
1. भगवान की फोटो- वास्तु शास्त्र के अनुसार, पर्स में किसी भगवान की फोटो नहीं रखनी चाहिए। मान्यता है कि भगवान की फोटो पर्स में रखने से व्यक्ति को कर्ज का बोझ उठाना पड़ सकता है और जीवन में कई बाधाएं आती हैं।
2. मृत परिजनों की तस्वीरें- पर्स में कभी भी मृत रिश्तेदार या परिजनों की फोटो नहीं रखनी चाहिए। वास्तु शास्त्र में इसे अशुभ माना जाता है। कहते हैं कि ऐसा करने वाले व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
3. चाबी- पर्स के अंदर कभी भी चाबी को नहीं रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, चाबी को पर्स में रखने से जीवन में नकारात्मकता आती है। इससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
4. पुराने बिल- अक्सर लोग खरीदारी करने के बाद बिल अपनी पर्स में रख लेते हैं। वास्तु शास्त्र में पुराने बिल को पर्स में रखना अशुभ माना जाता है। कहते हैं कि ऐसा करने वाले व्यक्ति के ऊपर मां लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है।

  
/शौर्यपथ/

उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने से आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में इस प्राकृतिक आपदा से अब तक 40 लोगों की जान जा चुका है. राज्य और केंद्र सरकारों ने आपदा से पीड़ित लोगों की मदद का ऐलान किया है. सबसे ज्यादा तबाही नैनीताल में हुई है. जहां बादल फटने से आई बाढ़ में कई सड़कें बह गई हैं. जिसके चलते नैनीताल का संपर्क राज्य के दूसरे हिस्से से टूट गया है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक नैनीताल में 25 लोगों और पूरे राज्य में अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है. सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मरने वालों को परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं इस आपदा में अपना घर गंवाने चुके लोगों को 1.9 लाख रुपये दिए जाएंगे. वहीं जिन लोगों ने अपना पशुधन खो दिया है, उन्हें भी हर संभव मदद दी जाएगी.

उत्तराखंड आपदा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरा शोक जताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, 'उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा के कारण लोगों की जान जाने से मैं व्यथित हूं. घायल शीघ्र स्वस्थ हों. प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है. मैं सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं.'

 राहत बचाव कार्य जारी

उत्तराखंड में आई बाढ़ में सैकड़ों सैलानी और स्थानीय लोग फंस गए हैं. उन्हें निकालने का काम जारी है. राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की टीम ने ऊधमसिंह नगर में अब तक 300 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है. राहत बचाव के लिए सरकार ने एनडीआर भी 6 टीमों को ऊधमसिंह नगर, 2 टीम उत्तरकाशी, 2 टीम चमोली, 2 टीम देहरादून, 1 टीम हरिद्वार, 1 टीम पिथौरागढ़, 1 टीम नैनीताल, एक टीम फूल और एक टीम को अल्मोडा मैं तैनात किया गया है.

मौसम जानकारी /शौर्यपथ/

देश के ज्यादातर हिस्सों में इस बार अच्छी बारिश देखने को मिली. इसी के साथ इस बार मानसून एक महीने से ज्यादा देरी के साथ लौटना शुरु हो गया. इसी के साथ अब भी देश के कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, मानसून गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार से लौटना शुरु हो गया है. वहीं पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और महाराष्‍ट्र के कुछ हिस्‍सों से मानसून रविवार और सोमवार से लौटना शुरु हो जाएगा. इस दौरान देश के कई हिस्सों में बारिश होने संभावना बनी हुई है.

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5 दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तेज बारिश होने. इसके साथ ही दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में अगले 5 दिन हल्‍की से तेज बारिश का दौर जारी रहेगा. महाराष्‍ट्र के कई हिस्‍सों में भी अगले 3 दिन तेज बारिश होने का अनुमान है. आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक, तमिलनाडु, दक्षिणी कर्नाटक और केरल के भी कई हिस्‍सों में अगले 5 दिन तेज बारिश होगी. इसके साथ ही तटीय और उत्‍तरी कर्नाटक में रविवार से बारिश का दौर शुरू होगा. जो अगले 3 दिनों तक जारी रह सकता है.

 रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, गोवा और कोंकण के कई इलाकों में भी बारिश होने का पूर्वानुमान है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य प्रदेश से अगले दो से तीन दिनों में पूरी तरह से विदा होने की संभावना है. बता दें कि सामान्य तौर पर मानसून मध्य प्रदेश से 30 सितंबर के आस पास विदा होता है जो कि इस बार 10-12 दिन आगे निकल गया है. राज्य में सुबह के वक्त न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरु हो गई है जो इस बात का संकेत है कि सर्दी का आगाज दूर नहीं है.

आईएमडी के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जी डी मिश्रा के मुताबिक, मध्य प्रदेश में इस मानसून में राज्य में औसत से थोड़ी अधिक बारिश हुई है क्योंकि वर्ष 2021 का मानसून सीजन आधिकारिक तौर पर 30 सितंबर को समाप्त हो गया है. बता दें कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में शनिवार को भारी बारिश हुई. जिसकी वजह से शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया. तेलंगाना राज्य विकास योजना सोसाइटी के आंकड़ों के मुताबिक शहर के सरूरनगर स्थित लिंगोजीगुडा वार्ड ऑफिस के पास शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक 131.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि शहर के कई अन्य इलाकों में भी बारिश हुई. जीएचएमसी ने भारी बारिश के मद्देनजर लोगों से सतर्क रहने का आह्वान किया है. नगर निगम ने लोगों से कहा कि जरूरी काम होने पर ही वे घरों से बाहर जाएं

सेहत टिप्स /शौर्यपथ/

एक जैसी मुद्रा में लंबे समय पर बैठे रहने से अक्सर आपके कंधों और गर्दन में दर्द होने लगता है. ये दर्द धीरे-धीरे इतना तेज होने लगता है कि आप परेशान हो जाते हैं. वर्तमान समय में घर से काम कर रहे लोगों को अक्सर इसी तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.

जिस तरह आप घर से काम कर रहे हैं अथवा पूरा दिन टीवी देखते हुए और सोते हुए बिता रहे हैं. ऐसे में आपकी गर्दन और कंधों में दर्द होना लाजिमी है. हम आपको आज कुछ छोटे-छोटे व्यायाम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें करके आप खुद को रिलैक्स फील करेंगे-

 वॉलचेस्ट स्ट्रेच

इसके लिए आपको किसी दीवार की तरफ मुंह करके खड़ा होना होगा. उसके बाद अपने दाएं हाथ को ऊपर उठाएं. दाएं कंधे की सीध में ही दीवार पर रख दें. अब बाईं तरफ मुड़ जाएं. ऐसा करने से आपको छाती में खिंचाव महसूस होगा. इसी अवस्था में कुछ सेकेंड रहें. अब दूसरी तरफ से इस कसरत को करें.

डोर-वे पेक्टोरल स्ट्रेच

डोर-वे पेक्टोरल स्ट्रेच को करने का सबसे आसान और सही तरीका किसी दरवाजे में सीधे खड़े होने का है. जिसमें आपको अपने दाहिने पैर को छह इंच आगे बढ़ाना होगा. उसके बाद अपनी बाहों को कंधे के स्तर तक ऊपर उठाएं और कोहनी को सीधा करें. अपने हाथों को घुमाएं ताकि आप अपनी हथेलियों को द्वार के आसपास की दीवार पर रख सकें. उसके बाद शरीर को आगे की ओर खोलते हुए दरवाजे की ओर झुकें, जब तक आप अपनी छाती और कंधों में खिंचाव महसूस न करें ऐसी ही मुद्रा में रहें. वैसे तीस सेकंड का वक्त इसके लिए काफी है. ऐसे रोजाना तीन बार करना ठीक माना जाता है.

टॉवलशोल्डर स्ट्रेच से मिलेगी निजात

इसके लिए एक जगह बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं. उसके बाद एक तौलिए लें और अपनी पीठ के पीछे से अपने दोनों हाथों से पकड़ें. अब अपनी छाती को चौड़ी करें. अपने हाथों को पीछे से तौलिए को पकड़ते हुए ऊपर की तरफ उठाने की कोशिश करें. छाती को चौड़ी करते हुए आपकी चिन को ऊपर की तरफ ले जाएं. ऐसे ही कुछ सेकेंड तक रहें. इसके बाद इस व्यायाम को दोबारा करें. ऐसा करने से अपकी कंधों को आराम मिलेगा साथ ही गर्दन का दर्द भी खत्म होगा.

 चिनटक्स

चिनटक्स करते समय आपको किसी दीवार के सहारे सीधे खड़ा होना पड़ता है. इसके बाद अपनी ठोढ़ी को अपनी छाती की तरफ ले जाने की कोशिश करें. फिर हाथ की मदद से अपने सिर को धीरे से नीचे करें, ताकि आपके गर्दन में खिंचाव आए. इस स्थिति में कुछ सेकेंड रहें. फिर धीरे-धीरे पुरानी स्थिति में आ जाएं. इसे रोजाना दिन में कुछ मिनटों तक करें. इससे आपको गर्दन की समस्या से राहत मिलेगी.

हेल्थ केअर टिप्स /शौर्यपथ/

सेहत के लिए सेब काफी गुणकारी होता है. रोजाना एक सेब खाने की सलाह दी जाती है, जिससे बीमारियों को दूर रखा जा सके. ये फल जितना गुणकारी होता है, इसका बीज उतना ही जानलेवा हो सकता है. जी हां आपने सही पढ़ा. सेब जितना ज्यादा सेहत के लिए फायदेमंद होता है, इसका बीज उतना ही हमारी सेहत के लिए घातक हो सकता है.

सेब के बीज में होता है अमिगडलिन नामक तत्व

सेब का बीज इतना ज्यादा जहरीला होता है कि इससे इंसान की मौत भी हो सकती है. डॉक्टर्स के मुताबिक, सेब के बीज में अमिगडलिन नाम का तत्व पाया जाता है, जो इंसान के पाचन संबंधी एंजाइम से संपर्क कर सायनाइड रिलीज करता है. अमिगडलिन में सायनाइड और चीनी होता है.

सेब के बीज को जब हम निगलते हैं, तो इसमें मौजूद अमिगडलिन हाईड्रोजन सायनाइड में बदल जाता है. इस सायनाइड से ना सिर्फ हम बीमार पड़ सकते हैं, बल्कि हमारी मौत भी हो सकती है.

कैसे काम करता है सायनाइड?

आपको मालूम होगा कि सायनायड दुनिया का सबसे खतरनाक जहर है. सायनायड हमारे शरीर में मौजूद ऑक्सीजन सप्लाई को रोक देता है. सेब के अलावा कई औऱ फलों के बीजों में भी सायनायड पाया जाता है. इनमें खुबानी, चेरी, आड़ू, आलूबुखारा और सेब जैसे फल शामिल हैं. इन फलों के ऊपर कोडिंग होती है, इसके अंदर अमिगडलिन तत्व बंद होता है.

हेल्थ केअर टिप्स/शौर्यपथ/

 ठंड में पेट में गैस की समस्या से चाहते हैं बचना, तुरंत अपनाएं ये घरेलू नुस्खाकैच ब्यूरो

ठंड आने वाली है, ठंड में लोगों का खान-पान काफी बदल जाता है. इससे ज्यादातर लोगों को गैस की समस्या होने लगी है. गैस की समस्या के पीछे हमारे खान-पान का अहम योगदान है. कई बार यह गैस इतनी भीषण हो जाती है कि इसकी वजह से हमें सीने में तो कभी-कभी हमारे सिर में दर्द होने लगता है.

गैस की वजह से हमेंं बदन दर्द भी होने लगता है. गैस की वजह से हमें उल्टियां भी होने लगती हैं. अगर आपको भी ऐसी खतरनाक गैस की समस्या है, तो आपको सावधान होने की जरूरत है. कई बार लोग डॉक्टर से दवाइयां लेते हैंं फिर भी उनकी यह समस्या खत्म नहीं होती.

अगर आप दवाइयों की जगह घरेलू उपचार अपनाते हैं तो गैस को जड़ से खत्म किया जा सकता है. आपको बताते हैं कि किस तरह घरेलू उपाय अपनाकर आफ अपने गैस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.

इसके लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा में नीबू का रस मिलाकर हर रोज खाली पेट पीने चाहिए. इस नुस्खे को कुछ महीनों तक करें. ऐसा करने से आपको काफी राहत मिलेगी. वहीं हींग को खाने के साथ इस्तेमाल करने से भी गैस की समस्या दूर होती है. एक गिलास गर्म पानी में हींग मिला कर पीने से आपको गैस में राहत मिलेगी. हींग को आप दिन में दो-तीन गर्म पानी के साथ पी सकते हैं.

इसके अलावा काली मिर्च से भी गैस की परेशानी दूर होती है. काली मिर्च से हाजमा ठीक रहता है. दूध में काली मिर्च मिलाकर पीने से गैस की समस्या दूर होती है. वहीं लहसुन गैस की परेशानी को दूर करने के लिए काफी उपयोगी माना जाता है. लहसुन के जीरे को खड़े धनिया के साथ सेवन करने से गैस की समस्या कम होती है. हर रोज दो बार पिए इसका सेवन करने से गैस की परेशानी से निजात मिलती है.

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