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खजूर खाना तो लोगों को बहुत पसंद होता है, लेकिन खजूर के साइड इफेक्ट भी कई हैं. यहां खजूर के कुछ गंभीर दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया है.
सभी जरूरी पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए हर दिन मुट्ठी भर खजूर खाना आदर्श है. हालांकि खपत की जाने वाली मात्रा कैलोरी की जरूरतों और अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों के आधार पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में अलग हो सकती है. आप किसी पोषण विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं कि आपको रोजाना कितनी खजूर खाने की जरूरत है. खजूर खाने के स्वास्थ्य लाभों की लिस्ट काफी लंबी है, फिर भी यह विनम्र और मनोरम फल हमारे लिए कोई खतरा कैसे पैदा कर सकता है? खजूर फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है और स्वास्थ्य के लिए अच्छा है लेकिन खजूर का सेवन हानिकारक हो सकता है. खजूर खाना तो लोगों को बहुत पसंद होता है, लेकिन खजूर के साइड इफेक्ट भी कई हैं. यहां खजूर के कुछ गंभीर दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया है.
खजूर खाने के इन साइडइफेक्ट्स पर रखें नजर
1. पेट की समस्या हो सकती है
खजूर अपने आप में पेट की समस्याओं का कारण नहीं हो सकता है. जब तक कि उनमें सल्फाइट न मिला हो - जो आज सबसे आम है. सूखे मेवों को संरक्षित करने और यहां तक कि हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए सल्फाइट्स रासायनिक यौगिक होते हैं. सल्फाइट्स के प्रति संवेदनशील व्यक्ति पेट दर्द, गैस, सूजन और दस्त जैसी कुछ प्रतिक्रियाओं से पीड़ित हो सकते हैं.
2. त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं
खजूर जैसे सूखे मेवे भी त्वचा पर चकत्ते पैदा कर सकते हैं और इसका अपराधी एक बार फिर सल्फाइट है. कई सूखे मेवों में मौजूद फफूंद के कारण भी रैशेज हो सकते हैं, जिनमें से एक खजूर भी है.
3. अस्थमा अटैक का कारण बन सकता है
अस्थमा के दौरे के कारण होने वाली स्थितियों पर पर्याप्त शोध नहीं हुआ है, लेकिन खजूर से एलर्जी हो सकती है और एलर्जी से अस्थमा हो सकता है, इसलिए बेहतर है कि अतिसंवेदनशील व्यक्ति अतिरिक्त देखभाल करें.
4. वजन बढ़ सकता है
हालांकि खजूर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, लेकिन वे कैलोरी और एनर्जी से भरे होते हैं और वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं. खजूर में प्रति ग्राम 2.8 कैलोरी होती है जिसका सीधा सा मतलब है कि वे मध्यम ऊर्जा घनत्व वाले खाद्य पदार्थ हैं और वजन बढ़ा सकते हैं.
5. हाइपरक्लेमिया का कारण बन सकता है
हाइपरकेलेमिया वह स्थिति है जिसमें रक्त में पोटेशियम लेवल बढ़ जाता है. खजूर पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है और उनमें से बहुत से उपभोग करने से यह स्थिति हो सकती है. इसलिए, अगर आपके पोटेशियम का लेवल अधिक है, तो खजूर से बचें और इनका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें.
डाइटिंग से लेकर एक्सरसाइज और कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी अगर आपका मोटापा कम नहीं हुआ है, तो अब अपनाएं यह आसान तरीका. जानिये इस खास जूस को बनाने की विधि व साम्रगी.
नई दिल्ली/शौर्यपथ/
अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और वजन कम करने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. हम देखते हैं कि वजन घटाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते. कई लोग जिम में घंटों पसीना बहाते हैं, तो कई अपनी डाइट में तरह-तरह के बदलाव करते हैं. वहीं कुछ लोग जल्द से जल्द मोटापे से छुटकारा पाने के लिए खाना-पीना ही बंद कर देते हैं, इससे शरीर में कमजोरी आ सकती है. डाइटिंग से लेकर एक्सरसाइज और कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी अगर आपका मोटापा कम नहीं हुआ है, तो अब अपनाएं यह आसान तरीका. जानिये इस खास जूस को बनाने की विधि व साम्रगी.
जूस को बनाने में उपयोग होने वाली साम्रगी
1 नींबू.
1 ग्लास पानी.
1 कुकंबर.
1 चम्म्च पिसा हुआ अदरक.
1 चम्मच एलोवेरा जूस.
1 गड्डी हरा धनिया.
इन सभी सामग्रियों को पानी के साथ मिलाकर मिक्सर में पीस लें. तैयार इस जूस को आप रात में सोने से पहले पी सकते हैं. यह आपके वजन को कम कर मोटापा कम करने में सहायक है. बता दें कि ये सभी चीजों का मिश्रण आपकी बॉडी के मेटाबॉलिज्म को गति प्रदान कर सकता है. इससे जिस समय आप नींद में होंगे आपका मेटाबॉलिज्म सक्रिय होकर मोटापा कम करने में सहायक होगा. रोजाना इसके सेवन से आप अपने बढ़ते वजन पर काबू पा सकते हैं. इसके साथ ही मोटापे से भी छुटकारा पा सकते हैं. ये जूस पेट की चर्बी कम करने में मदद करता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
नई दिल्ली/शौर्यपथ/
नोरा फतेही ने अपने जबरदस्त डांस की बदौलत फिल्म इंडस्ट्री में खास पहचान बनाई है. आज नोरा टीवी इंडस्ट्री से लेकर फिल्म इंडस्ट्री तक छाई हुई हैं. सोशल मीडिया पर भी उनकी तूती बोलती है. नोरा फतेही हाल ही में दिव्या खोसला कुमार संग 'इंडियाज बेस्ट डांसर 2' के सेट पर पहुंचीं. यहां उनकी और टेरेंस लुईस (Terence Lewis) की जबरदस्त बॉन्डिंग देखने को मिली. शो के दौरान गीता कपूर और मलाइका अरोड़ा ने दोनों की जमकर खिंचाई भी की. शो का प्रोमो वीडियो अब वायरल हो रहा है.
नोरा फतेही (Nora Fatehi) और टेरेंस लुईस (Terence Lewis) की बॉन्डिंग को वैसे भी खूब पसंद किया जाता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि जैसे ही दिव्या के साथ नोरा ने शो मे एंट्री ली टेरेंस लुईस कहते देखे गए, 'वेलकम बैक नोरा.' उनकी इस बात को सुनकर गीता कपूर ने उनकी खिंचाई की और कहा कि इस काम के लिए मनीष पॉल है ना. शो में आगे नोरा ने अपने चिर परिचित अंदाज में कंटेस्टेंट के साथ बेली डांल भी किया.
नोरा फतेही (Nora Fatehi) को बेली डांस करते देख टेरेंस लुईस (Terence Lewis) अवाक रह गए और उनका मुंह खुला का खुला रह गया. उन्हें देख गीता कपूर ने कहा, 'मुंह तो बंद करो अंकल.' गीता की इस बात पर टेरेंस शरमा जाते हैं. शो में नोरा फतेही और टेरेंस लुईस ने रोमांटिक डांस भी किया.
कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं. कहा जा रहा है कि बॉलीवुड का यह स्टार जोड़ा 7-9 दिसंबर के बीच राजस्थान के रणथम्भोर में विवाह बंधन में बंधेगा.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं. कहा जा रहा है कि बॉलीवुड का यह स्टार जोड़ा 7-9 दिसंबर के बीच राजस्थान के रणथम्भोर में विवाह बंधन में बंधेगा. दिलचस्प यह है कि इस शादी को लेकर कैटरीना कैफ और विक्की कौशल ने अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, न ही इस बात को माना है. वहीं उनकी शादी के वेन्यू और मेहमानों को लेकर लगातार खबरें आने का सिलसिला जारी है. अब मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी के लिए रणथम्भोर में 45 होटल बुक किए गए हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि रणथम्भोर में होटल ज्यादा बढ़े नहीं हैं, इस वजह से लगभग 45 होटल बुक किए गए हैं. यह होटल शादी में शरीक होने के लिए आने वाले मेहमानों के लिए हैं क्योंकि शादी का फंक्शन तीन दिन तक चलना है, तो इसलिए मेहमानों के लिए शानदार बंदोबस्त किए गए हैं. यह भी बताया जा रहा है कि स्थानीय होटलों ने कोई दूसरी बुकिंग लेनी बंद कर दी है और यह होटल पूरी तरह से अपनी सेवाओं कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी में आने वाले मेहमानों को ही देंगे.
दिलचस्प यह है कि कैटरीना कैफ और विक्की कौशल की शादी को लेकर जहां हर तरफ हंगामा मचा हुआ है, वहीं दोनों ही परिवारों ने इसे लेकर चुप्पी साध रखी है. इस तरह शादी को लेकर पूरी तरह से सस्पेंस बरकरार है.
नया एक्सोप्लैनेट, जिसे TOI 1789b कहा जाता है, की खोज प्रोफेसर अभिजीत चक्रबर्ती और उनकी टीम ने एडवांस्ड रेडिकल वेलोटिक अबू स्काई सर्च (PARAS) ऑप्टिल फाइबर फेडस्पेक्ट्राग्राफ का इस्तेमाल करके की.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
भारतीय खगोलविदों ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए दो महत्वपूर्ण खोज की हैं. उन्होंने बृहस्पति ग्रह की तुलना में 1.4 गुणा बड़ा एक्सोप्लैनेटऔर सूर्य की भी अधिक गर्म, दुर्लभ श्रेणी का रेडियो स्टार खोज निकाला है. पहली खोज अहमदाबाद की फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (PRL) ने की है. टीम ने हाल ही में हाल ही में एक एक्सोप्लैनेट की खोज की है जो बृहस्पति की साइज से करीब 1.4 गुना बड़ा है जो एक काफी पुराने तारे की परिक्रमा कर रहा है. यह हमारे सूर्य से 1.5 गुना बड़ा है और 725 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है. नया एक्सोप्लैनेट, जिसे TOI 1789b कहा जाता है, की खोज प्रोफेसर अभिजीत चक्रबर्ती और उनकी टीम ने एडवांस्ड रेडिकल वेलोटिक अबू स्काई सर्च (PARAS) ऑप्टिल फाइबर फेडस्पेक्ट्राग्राफ का इस्तेमाल करके की जो भारत में अपनी तरह का पहला है. पीआरएल का 1.2 मीटर का यह टेलीस्कोप इसकी माउंट आबू आब्जर्वेटरी में है.
एक्सोप्लैनेट का द्रव्यमान, बृहस्पति ग्रह का करीब 70 फीसदी पाया है जबकि इसका आकार बृहस्पति ग्रह की तुलना में 1.4 गुणा अधिक है. शोधकर्ताओं ने यह खोज PARAS का उपयोग करके की जो एक्सोप्लैनेट के द्रव्यमान को मापने में समर्थ है. मेजरमेंट यानी माप दिसंबर 2020 और मार्च 2021 के बीच लिए गए. TOI 1789bअपने सूर्य की परिक्रमा केवल 3.2 दिन में पूरी करता है.दूसरी खोज, पुणे के निकट स्थित खगोलविदों के एक समूह ने वृहत मीटरवेव रेडियो दूरदर्शी (जीएमआरटी) का इस्तेमाल करते हुए की, इन्होंने दुर्लभ श्रेणी मैन-सीक्वेंस रेडियो पल्स या एमआरपी उत्सर्जकों के आठ तारों की खोज की है.प्रमुख अनुसंधान संस्थान एनसीआरए ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. पुणे स्थित राष्ट्रीय रेडियो खगोल भौतिकी केंद्र (NCRA) के खगोल विज्ञानियों के नेतृत्व में वैज्ञानिकों के एक समूह ने रेडियो तारों की दुर्लभ श्रेणी का पता लगाया जो असामान्य शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्रों के साथ सूर्य से भी गर्म होते हैं. NCRAने प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस दल ने जीएमआरटी का उपयोग करके पहले भी ऐसे तीन तारे खोजे हैं. विज्ञप्ति के अनुसार अब तक ऐसे कुल 15 एमआरपी का पता चला है जिनमें से 11 जीएमआरटी की मदद से खोजे गये हैं. इनमें से आठ 2021 में ही खोजे गये हैं.
विज्ञप्ति में बताया गया कि उन्नत जीएमआरटी की अधिक बैंडविड्थ और उच्च संवेदनशीलता इसमें मददगार रही.इसमें कहा गया, ‘‘ये खोज जीएमआरटी के साथ जारी एक सर्वेक्षण के परिणामस्वरूप सामने आई हैं. सर्वेक्षण की शुरुआत एमआरपी के रहस्य को सुलझाने के लिहाज से विशेष रूप से हुई थी.'' संस्थान ने कहा कि एमआरपी सूर्य से अधिक गर्म तारे होते हैं. शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्र और अधिक मजबूत स्टेलर विंड के कारण वे प्रकाशपुंज की तरह चमकते रेडियो कंपन उत्सर्जित करते हैं.सबसे पहले एमआरपी की खोज 2000 में की गयी थी, लेकिन उन्नत जीएमआरटी के कारण ही पिछले कुछ सालों में इनकी अधिक संख्या में खोजा सका. (भाषा से भी इनपुट)
सुलेमानी चाय वर्षों पुरानी रेसिपी है, जो दिनभर की थकान मिटाने के साथ-साथ डायजेशन बूस्ट करने जैसी कई तरह की दिक्कतों को दूर करने में मदद करती है.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ/
चाय ज्यादातर घरों में पसंद की जाती है और जब चाय आपकी सेहत का भी ख्याल रखें तो भी क्या कहना. आज हम आपको एक ऐसी ही चाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके गुणों को सुनकर शायद आप भी कहें... वाह क्या बात है. सदियों पुरानी सुलेमानी चाय हर क्षेत्र में अलग-अलग तरीके से बनाई जाती है. दिनभर की भागदौड़ के बाद एक प्याली चाय न सिर्फ आपकी थकान दूर करने में मदद कर सकती है, बल्कि आपकी आंखों के नीचे के काले घेरे दूर करने के साथ-साथ आपकी बॉडी को एनर्जेटिक भी महसूस करवाती है. आइये जानते हैं सुलेमानी चाय को बनाने को तरीका और साथ ही इस चाय को पीने से होने वाले फायदे.
सुलेमानी चाय के लिए सामग्री
1.5 कप पानी.
1 चम्मच शहद.
चम्मच चाय पत्ती.
2 लौंग.
2 हरी इलायची.
1/2 इंच दालचीनी.
1 चम्मच नींबू का रस.
4 पुदीने की पत्तियां.
सुलेमानी चाय बनाने की विधि
एक पैन में पानी डालकर उबाल लें.
इसमें लौंग, दालचीनी, पुदीने की पत्तियां और इलायची डालें.
कुछ मिनट तक उबलने दें, जब तक कि पानी आधा न हो जाए.
अब चाय पत्ती डालें और गैस बंद कर दें.
इसे 3-4 मिनट तक ऐसी ही रहने दें.
इसके बाद चाय को एक कप में छान लें.
इसमें नींबू का रस और शहद मिलाएं
पुदीने की पत्तियों से गार्निश करें, आपकी सुलेमानी चाय तैयार है.
इसे आप बिना दूध और दूध के इस्तेमाल से भी बना सकते हैं.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ/
सर्दियों का मौसम भले ही इतना रंगीन न हो, लेकिन यह रंगीन फलों की एक सीरीज प्रदान करने के लिए जाना जाता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं. इसके अलावा, मौसमी फल हमेशा सबसे अच्छे होते हैं क्योंकि वे आपके शरीर को वर्तमान जलवायु के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं. ठंडा तापमान कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे सामान्य सर्दी, वायरल संक्रमण और शुष्क त्वचा का कारण बन सकता है. सर्दियों के दौरान अपने आहार में मौसमी फलों को शामिल करने से इम्यूनिटी में सुधार होता है और मौसम के साथ आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है. इसके अलावा, भरपूर आपूर्ति उन्हें इस मौसम के दौरान सस्ती बनाती है. यहां 7 टॉप बेस्ट विंटर फ्रूट्स की लिस्ट दी गई है जिन्हें आपको अपनी डाइट में आज से ही शामिल कर देना चाहिए.
Fruits To Eat In Winter: सर्दियों का मौसम भले ही इतना रंगीन न हो, लेकिन यह रंगीन फलों की एक सीरीज प्रदान करने के लिए जाना जाता है जो आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं. इसके अलावा, मौसमी फल हमेशा सबसे अच्छे होते हैं क्योंकि वे आपके शरीर को वर्तमान जलवायु के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं. ठंडा तापमान कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे सामान्य सर्दी, वायरल संक्रमण और शुष्क त्वचा का कारण बन सकता है. सर्दियों के दौरान अपने आहार में मौसमी फलों को शामिल करने से इम्यूनिटी में सुधार होता है और मौसम के साथ आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है. इसके अलावा, भरपूर आपूर्ति उन्हें इस मौसम के दौरान सस्ती बनाती है. यहां 7 टॉप बेस्ट विंटर फ्रूट्स की लिस्ट दी गई है जिन्हें आपको अपनी डाइट में आज से ही शामिल कर देना चाहिए.
सर्दियों में बेहद फायदेमंद हैं ये फल | These Fruits Are Very Beneficial In Winter
1. सेब
सेब सर्दियों के मौसम में सबसे अधिक उपलब्ध फलों में से एक हैं. सेब फाइबर और कई विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं. इनमें पेक्टिन होता है, जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है. सेब में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हार्ट अटैक और डायबिटीज के खतरे को कम करते हैं. इनमें मौजूद विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है.
2. संतरा
थोड़े खट्टे और मीठे फल में विटामिन सी, फाइबर, पोटेशियम, फोलेट और थायमिन होता है. विटामिन सी सामग्री संक्रमण से लड़ने में आपकी मदद करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करती है और त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है. संतरे का सेवन करने से कैंसर और किडनी की बीमारी का खतरा कम होता है. संतरे में मौजूद फोलेट एनीमिया को रोकने में मदद करता है.
3. कीवी
कीवी, ठंड के महीनों के दौरान सबसे अधिक उपलब्ध होने वाला फल, विटामिन सी, आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट जैसे विभिन्न पोषक तत्वों से भरा होता है. कीवी त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और त्वचा को जल्दी बूढ़ा होने से रोकता है. इनमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, तांबा, जस्ता और लोहा जैसे खनिज भी होते हैं.
4. अमरूद
अमरूद खट्टेपन के साथ मीठे होते हैं. उनके अविश्वसनीय पोषण प्रोफाइल में विटामिन ए, फोलेट, पोटेशियम, तांबा और फाइबर शामिल हैं. सर्दियों के मौसम में अमरूद खाने से कोशिका क्षति और सूजन को रोकने में मदद मिल सकती है. इनमें मौजूद पेक्टिन पाचन को बढ़ावा देता है और कोलन कैंसर से बचा सकता है.
5. स्ट्रॉबेरी
मीठे और खट्टे स्वाद वाले रसीले लाल जामुन फोलेट, मैंगनीज, पोटेशियम, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मधुमेह जैसी कुछ पुरानी बीमारियों से बचाते हैं. स्ट्रॉबेरी डायबिटीज के लोगों के लिए अच्छे होते हैं क्योंकि वे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. वे वजन घटाने के लिए भी बहुत अच्छे हैं क्योंकि उनमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे वे सुपर लो-कैलोरी भोजन बन जाते हैं.
6. अंगूर
चाहे आप हरे, लाल या बैंगनी अंगूर चुनें, वे सभी अत्यधिक पौष्टिक फल हैं जो समान रूप से स्वादिष्ट होते हैं. अंगूर फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपके पाचन तंत्र के लिए अच्छे होते हैं. इनमें मौजूद प्राकृतिक फाइटोकेमिकल्स (एंथोसायनिन और रेस्वेराट्रोल) सूजन को कम करने में मदद करते हैं, इस प्रकार कई पुरानी सूजन संबंधी बीमारियों के जोखिम को रोकते हैं.
7. बेर
यह तीखा बैंगनी फल विटामिन ए, सी और के, तांबा, मैंगनीज, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट जैसे विभिन्न पोषक तत्वों से भरा होता है. आलूबुखारा भूख को बढ़ावा देता है और पाचन, ब्लड सर्कुलेशन और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है. एंटीऑक्सीडेंट सामग्री भी चिंता को दूर रखने में मदद कर सकती है. आलूबुखारे में मौजूद पोटेशियम शरीर में सोडियम के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप कम करने में मदद मिलती है.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ/
आप चाहते हैं कि आपका बढ़ता हुआ पेट (weight) कम हो जाए, तो आपको बस इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना है. फिर देखिए कुछ ही दिनों में कैसे हो जाते हैं आप एकदम फिट.
सबसे मुश्किल है वजन कम करना. पर सही तरीके से योजना बनाकर उस पर काम किया जाए तो उतना भी मुश्किल नहीं है कि आप अपना वजन (weight) कम नहीं कर सकते हैं. कितनी भी एक्सरसाइज कर लें, जिम में वर्कआउट कर खूब पसीना बहा लें, पर खाना-पीना सही नहीं किया तो सब बेकार है. वैसे एक्सपर्ट की मानें तो उनका कहना है कि वजन कम करने का सबसे बेस्ट तरीका है, अपनी डाइट को ठीक करना. उसके बाद वेट एक्सरसाइज से आप अपनी बॉडी को टोन कर सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह आप अपनी बढ़ती हुई तोंद को कम कर लेंगे. वह भी सिर्फ अपनी डाइट को सही रखकर.
- आप वाकई चाहते हैं कि आपका पेट (weight) कम हो जाए तो उसके लिए आपको अपने खाने में कम कार्बोहाइड्रेट लेनी चाहिए. सफेद चावल, बिस्किट और गेंहू के आटे की रोटी जैसे साधारण कार्बोहाइड्रेट में ज्यादा शक्कर की मात्रा होती है जोकि आपके नुकसानदायक हो सकती है. जटिल कार्बोहाइड्रेट बाजरा रोटी, ओट्स या ब्राउन राइस का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है.
- जहां तक संभव हो प्रोटीन से भरपूर आहार लें. मूंग दाल को प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक माना गया है. आप जानते हैं कि 100 ग्राम मूंग दाल में 24 ग्राम प्रोटीन होता है. प्रोटीन पौधों और पशु स्रोत दोनों में ही पाया जाता है. पशु स्रोत, जैसे चिकन, टूना, मुर्गी, मछली में हाई प्रोटीन होता है. दूसरी तरफ, प्रोटीन के प्रमुख पौधों के स्रोतों में नट्स, बीज (सीड्स), आलू, साबुत अनाज और फलियां वगैरह शामिल हैं.
-मोटापा घटाना है तो विटामिन को डाइट में शामिल कीजिए. नट्स, फल और पत्तेदार सब्जियां जरूर खाएं. विटामिन सी जैसे नीबू, अमरूद, संतरा पपीते का सेवन उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो कि वजन कम करना चाहते हैं. यह फैट बर्न करने में कारगर है.
-वजन कम करना है तो अच्छा वसा युक्त आहार लें. सरसों का तेल, राइसब्रान तेल, जैतून का तेल, तिल तेल, मूंगफली तेल वगैरह भोजन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन ट्रांस फैट से जितना हो बचें.
- आप रात को सोने से पहले ग्रीन टी पीने से अपने लक्ष्य को जल्दी पा सकते हैं.
-रात को डिनर के बाद चेरी जरूर खाएं. इसको खाने से वजन (weight) कम करने में मदद मिलेगी आपको.
-वजन घटाने के लिए दालचीनी का इस्तेमाल फायदेमंद होता है. सुबह के नाश्ते के पहले और सोने से पहले इसे ले सकते हैं आप.
- आप शहद लें क्योंकि इसमें मौजूद आवश्यक हार्मोन भूख को दबाने और वजन (weight) घटाने में सहायता करते हैं.
-शरीर में पानी की कमी से मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे शरीर फैट बर्न नहीं कर पाता है, लेकिन ज्यादा पानी पीने से भूख भी कंट्रोल में रहती है और वजन भी नहीं बढ़ेगा.
- वहीं, काली मिर्च भोजन के थर्मोजेनिक प्रभाव या थर्मिक प्रभाव को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे चयापचय दर या आपके शरीर की कैलोरी जलती है.
यह खाने से बचें आप | Avoid These Foods
-जहां तक संभव हो शुगर वाले ड्रिंक्स अवॉइड करें. इसमें बहुत अधिक स्वीटनर्स होते हैं, जो आपके वजन (weight) को बढ़ाते हैं.
- आपबाहर का खाना न खाएं क्योंकि एक दिन का बाहर का खाना आपके पूरे टारगेट को गड़बड़ा सकता है.
- कई लोग वजन घटाने के लिए दही का सेवन ज्यादा करते हैं, लेकिन ज्यादा सेवन घटते वजन में बाधा बन सकता है.
- वहीं, फ्रूट जूस में पूरा फ्रूट कम ही होता है. यह प्रोसेस्ड होते हैं और चीनी से भरपूर होते हैं. कोई फायबर नहीं होता है इनमें.
- आपको बता दें कि समोसे, मोमोज़ हो या नूडल्स में मैदा होता है जिसमें कोई फाइबर नहीं होता है. यह रिफाइंड आटा है जो आपका वजन (weight) बढ़ाता है.
- आप डीप फ्राइड चीजें न खाएं. यह वेट (weight) बढ़ाएगा.
- वहीं, शराब भी शरीर में मोटापा बढ़ाती है. इससे फैटी लिवर डिसीज होने का खतरा भी बढ़ने के चांस हैं.
-अगर आप अपनी डाइट से मीट को हटा नहीं सकते तो इसके खाने की मात्रा को कम कर दें
हेल्थ टिप्स/शौर्यपथ/
चना प्रोटीन का रिच सोर्स है. चने को डाइट में शामिल कर कई फायदे पा सकते हैं. भुने चने का रोजाना सेवन करने से शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सकता है. असल में भुने चने में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है, जो वजन को कंट्रोल करने में मददगार है.
Benefits Of Bhuna Chana: चना प्रोटीन का रिच सोर्स है. चने को डाइट में शामिल कर कई फायदे पा सकते हैं. भुने चने का रोजाना सेवन करने से शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सकता है. असल में भुने चने (Bhuna Chana Benefits)में कैलोरी की मात्रा बहुत कम पाई जाती है, जो वजन को कंट्रोल करने में मददगार है. इसे आप स्नैक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको बता दें कि भुने चने में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन के साथ विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं. इतना ही नहीं भुने चने (Roasted Gram) में फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है. सर्दियो में भुने चने को डाइट में शामिल कर इम्यूनिटी को मजबूत बना सकते हैं. इसके अलावा भुने चने का एक मुठ्ठी रोजाना सेवन करने से पाचन को भी बेहतर रखा जा सकता है. तो चलिए हम आपको भुने चने खाने के फायदे बताते हैं.
भुने चने खाने के स्वास्थ्य लाभः (Health Benefits Of Eating Roasted Gram)
1. हड्डियोंः
सर्दियों में हमारी हड्डियां काफी कमजोर पड़ जाती है. हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए भुने चने का सेवन करें. क्योंकि चने में दूध और दही के समान कैल्शियम पाया जाता है, कैल्शियम हड्डियों के लिए अच्छा माना जाता है. चने खाने से हड्डियों को कमजोर होने से बचाया जा सकता है.
2. इम्यूनिटीः
मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकती है. भुने चने में कई विटामिन्स और मिनरल पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं. चने खाने से इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाया जा सकता है.
4. ब्लड शुगरः
डायबिटीज मरीजों के लिए भुने चने खाना काफी फायदेमंद माना जाता है. भुने चना खाने से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है. इसका रोजाना सेवन करने से शुगर की प्रॉब्लम को दूर कर सकते हैं.
5. पाचनः
भुने चने में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर रखने में मदद कर सकता है. भुने चने का रोजाना सेवन करने से पेट गैस की समस्या को दूर किया जा सकता है.
6. मोटापाः
भुने चने में कैलोरी की मात्रा काफी कम पाई जाती है, और फाइबर के गुण होने से जल्दी-जल्दी भूख नहीं लगती है, जिससे ज्यादा खाने से बचा जा सकता है. भुने चने को स्नैक के तौर पर खाने से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है.
डॉ गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से टीके संक्रमण की गंभीरता को रोकने और अस्पतालों में भर्ती होने की स्थिति से बचाने के मामले में कारगर हो रहे हैं,
नई दिल्ली/शौर्यपथ/
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया (Dr Randeep Guleria) ने मंगलवार को कहा कि देश में कोविड (Covid 19) की पहली दो लहरों की तुलना में उतनी ही तीव्रता वाली तीसरी लहर आने की संभावना नहीं है. इस समय संक्रमण के मामलों में इजाफा नहीं होना दर्शाता है कि टीके अब भी वायरस से सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं और फिलहाल तीसरी बूस्टर खुराक की कोई जरूरत नहीं है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव की लिखी पुस्तक ‘गोइंग वायरल: मेकिंग ऑफ कोवैक्सीन-द इनसाइड स्टोरी' के विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए डॉ गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से टीके संक्रमण की गंभीरता को रोकने और अस्पतालों में भर्ती होने की स्थिति से बचाने के मामले में कारगर हो रहे हैं, अस्पतालों में बड़ी संख्या में लोगों के भर्ती होने समेत किसी बड़ी लहर की संभावना हर दिन क्षीण हो रही है.
उन्होंने कहा कि देश में कोविड की पहली दो लहरों की तुलना में उतनी ही तीव्रता वाली तीसरी लहर आने की संभावना नहीं है. समय के साथ महामारी स्थानीय बीमारी का रूप लेगी. मामले आते रहेंगे लेकिन प्रकोप बहुत कम हो जाएगा. टीके की बूस्टर खुराक के संदर्भ में गुलेरिया ने कहा कि इस समय मामलों में इजाफा नहीं देखा जा रहा, जिससे लगता है कि टीकों से कोरोना वायरस के खिलाफ अब भी सुरक्षा मिल रही है. इसलिए टीके की बूस्टर या तीसरी खुराक की फिलहाल जरूरत नहीं है.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा कि तीसरी खुराक पर निर्णय विज्ञान के आधार पर लिया जाना चाहिए. रूपा प्रकाशन से आई पुस्तक के बारे में बात रखते हुए भार्गव ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ संरक्षण के लिए टीके की बूस्टर खुराक की जरूरत के समर्थन में अभी तक कोई वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में वैज्ञानिकों, सरकार और लोगों के काम में स्पष्टता तथा गंभीरता थी. महामारी से लोगों ने सीख ली है और स्वास्थ्य संबंधी ढांचा मजबूत हुआ है, वहीं हमें दुनिया में सभी वायरसों पर नजर रखनी होगी.
सपा ने अपने ट्वीट में एक समाचार पत्र में छपा मिश्र का एक बयान संलग्न किया है, जिसमें राजस्थान के राज्यपाल ने कृषि कानून पर कहा है कि यह समय अनुकूल नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून इसी वजह से वापस लेने का फैसला किया है.
लखनऊ/शौर्यपथ/
समाजवादी पार्टी ने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की केंद्र की घोषणा को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मंशा पर संशय जाहिर करते हुए रविवार को कहा कि भाजपा का दिल साफ नहीं है और वह उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) के बाद इस संबंध में फिर से विधेयक लाएगी. सपा ने अपने इस दावे को बल देने के लिए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और उन्नाव से सांसद एवं भाजपा नेता साक्षी महाराज के बयानों का हवाला दिया.
सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, "साफ नहीं इनका दिल, चुनाव बाद फिर लाएंगे बिल(विधेयक)."
उसने कहा कि मिश्र और साक्षी महाराज ने कहा है कि "भाजपा सरकार फिर से विधेयक ला सकती है." सपा ने कहा, "किसानों से झूठी माफी मांगने वालों की यह सच्चाई है. किसान 2022 में बदलाव लाएंगे."
सपा ने अपने ट्वीट में एक समाचार पत्र में छपा मिश्र का एक बयान संलग्न किया है, जिसमें राजस्थान के राज्यपाल ने कृषि कानून पर कहा है कि यह समय अनुकूल नहीं है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून इसी वजह से वापस लेने का फैसला किया है. मिश्र ने कहा, "अगर आगे जरूरत पड़ी तो किसान विधेयक फिर लाया जाएगा." सपा ने इस ट्वीट में साक्षी महराज का भी एक बयान संलग्न किया है, जिसमें उन्होंने कहा है, "विधेयक तो बनते-बिगड़ते रहते हैं, फिर वापस आ जाएंगे, दोबारा बन जाएंगे, कोई देर नहीं लगती."
साक्षी महाराज ने शुक्रवार को उन्नाव में पत्रकारों से कहा था, ‘‘मैं मोदी जी को धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने बड़ा दिल दिखाया और विधेयक के बजाय राष्ट्र को चुना. जिनके इरादे गलत थे, जिन्होंने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद' और ‘खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए, उन्हें करारा जवाब मिला है.'''' उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 और विधेयकों को निरस्त करने की घोषणा के बीच कोई संबंध नहीं है.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ/
सर्दियां आ चुकी हैं और सर्दी, खांसी और फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लोग अक्सर सर्दियों की तैयारी बहुत पहले से शुरू कर देते हैं. लोग गर्मियों की सब्जियां और फल सर्दियों की सब्जियों और साग पर शिफ्ट हो जाते हैं. इलायची और दालचीनी जैसे गर्म सर्दियों के मसाले भी हमारी डाइट में शामिल हो जाते हैं. सर्दियों में पसंद की जाने वाली ज्यादातर चीजें हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार होती हैं. आयुर्वेद में कुछ ऐसे उपाय हैं, जो केवल कुछ सामान्य रसोई सामग्री का उपयोग करके आपको सर्दी से संबंधित संक्रमणों से बचाने में मदद कर सकते हैं.
1. अदरक
अदरक औषधीय और उपचार गुणों से भरपूर है. इसके सक्रिय घटक जिंजरोल में शामक, जीवाणुरोधी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं जो सर्दी और फ्लू से निपटने में मदद करते हैं. अदरक-इलायची की चाय संक्रमण से बचाव का कारगर उपाय है. चाय के ठंडा होने पर इसमें स्वाद के लिए आधा चम्मच शहद मिलाएं. राहत के लिए दिन में दो बार चाय पिएं.
2. घी
घी सर्दियों का एक ऐसा स्टेपल है जिसके बिना हम नहीं रह सकते. यह आपके शरीर को गर्म और ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है. यही कारण है कि कई सर्दियों की तैयारी में मुख्य सामग्री के रूप में बहुत सारे घी का उपयोग किया जाता है. आयुर्वेद में ठंड को कम करने के लिए एक विशेष 'न्यासा उपचार' है जिसे आप भी आजमा सकते हैं. इसमें सुबह सबसे पहले गर्म शुद्ध गाय के घी की कुछ बूंदें नथुने में डालना शामिल है.
3. काली
काली मिर्च जीवाणुरोधी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरी हुई है जो ठंड को शांत करने छाती की भीड़ को कम करने और नाक को बंद करने के लिए जरूरी है. काली मिर्च विटामिन सी से भी भरपूर होती है, जो आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करती है. राहत के लिए आप इस गरमा गरम कढे को तैयार कर सकते हैं.
4. तुलसी का उपाय
तुलसी का उपयोग कई आयुर्वेदिक काढ़ा की तैयारी में आम सर्दी और खांसी के जोखिम को दूर करने के लिए किया जाता है. तुलसी जीवाणुरोधी और एंटीवायरल यौगिकों का एक पावरहाउस है जो स्वाभाविक रूप से प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है. अदरक का रस निकाल लें और उसमें कुचले हुए तुलसी के पत्ते और थोड़ा शहद मिलाएं. तुरंत राहत के लिए इस पेय का सेवन करें.
5. हल्दी दूध
हल्दी दूध का एक गर्म गिलास कई प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए एक देसी उपाय है, उनमें से एक सामान्य सर्दी और खांसी है. हल्दी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिकों की एक सरणी से भरी हुई है जो खांसी, सर्दी और छाती की भीड़ से लड़ने में सहायक होती है.
सारा अली खान ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में सारा अली खान ने कई वीडियो कट करके मर्ज किए हैं.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
इंडस्ट्री की कूल और क्यूट एक्ट्रेस की लिस्ट में शामिल सारा अली खान अपने खास और अनोखे अंदाज से फैंस का दिल जीत चुकी हैं. आए दिनों उनके अनोखे पोस्ट उन्हें बाकि सभी एक्ट्रेसेस से डिफरेंट बनाते हैं. बीते दिनों उनकी पूल की तस्वीरों में धूम मचाई थी वहीं अब उनके द्वारा शेयर की गई वीडियो खास लाइमलाइट में आ रही है. सारा द्वारा शेयर की गई वीडियो फैंस द्वारा काफी पसंद की जा रही है. वहीं कई लोग उन्हें सलाह देते भी नजर आ रहे हैं.
सारा अली खान ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में सारा अली खान ने कई वीडियो कट करके मर्ज किए हैं. कहीं वे नदी के किनारे नजर आती हैं तो कभी मेडिटेशन करती नजर आ रही हैं. इस वीडियो पर फैंस जमकर कमेंट कर रहे हैं एक यूजर ने लिखा 'बचपन के जैसी खुशी' वहीं दूसरे यूजर ने लिखा- 'बाकी सब ठीक है बस थोड़ा फिल्टर कम करो' अभी तक इस वीडियो को 2 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
सारा अली खान के वर्कफ्रंट की बात करें तो उन्होंने केदारनाथ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी. पिछली बार उन्हें वरुण धवन के साथ 'कुली नंबर वन' फिल्म में देखा गया था. वहीं अब वे अक्षय कुमार के साथ आने वाली फिल्म 'अतरंगी रे' को लेकर काफी एक्साइटेड हैं.
अन्य खबर/शौर्यपथ/
रिचा चड्ढा ने पूरे हरे रंग की टीशर्ट पहनी है. टी शर्ट का हरा रंग किसानों की हरी भरी फसल का सिम्बल माना जा रहा है. जो तस्वीर बनी है उसमें किसान का चेहरा नजर आ रहा है. रिचा ने इस फोटो कैप्शन दिया है सरबत दा भला.
गुरु नानक जयंती पर हर ओर शुभकामनाओं का दौर जारी है. इस मौके पर फिल्म अभिनेत्री रिचा चड्ढा भी एक अलग ही अंदाज में दिखाई दीं. पंजाब की बात है तो धानी चुनर की याद जरूर आती है. रिचा इस मौके पर धानी चुनर तो न ओढ़ सकीं पर हरे रंग की टीशर्ट के साथ उन्होंने इस पर्व की बधाई दी है. इस मौके पर उन्होंने ट्वीट किया और सबकी खैर भी मांगी. रिचा चड्ढा के इस ट्वीट को किसान आंदोलन का समर्थन भी माना जा रहा है. जिसके मद्देनजर गुरुनानक पर्व के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान भी कर दिया है.
रिचा चड्ढा ने पूरे हरे रंग की टीशर्ट पहनी है. टी शर्ट का हरा रंग किसानों की हरी भरी फसल का सिम्बल माना जा रहा है. जो तस्वीर बनी है उसमें भी सिख किसान सा ही चेहरा नजर आ रहा है. जो आसपास अलग अलग फूल पत्तियों से सजा है. रिचा ने इस फोटो कैप्शन दिया है सरबत दा भला. जिसका हिंदी में अर्थ होता है. सबका भला हो. नीचे लिखा ओओटीडी. सोशल मीडिया पर प्रचलित शॉर्ट फॉर्म्स के मुताबिक ये आउटफिट ऑफ द डे का शॉर्ट फॉर्म है. वैसे तो रिचा ने पूरी तरह ये जाहिर करने की कोशिश की है कि उनके चेहरे की चमक और ये टीशर्ट गुरु नानक जयंती के मौके पर शुभकामनाएं देने के लिए हैं. लेकिन उनके फॉलोअर्स इसे किसान आंदोलन और कृषि कानूनों से जोड़ कर देख रहे हैं.
रिचा के इस ट्वीट पर फैन्स तो रिएक्ट कर ही रहे हैं और उनकी तारीफ और शुभकामना का जवाब भी दे रहे हैं. पर अधिकांश फैन्स ने रिचा के इस अंदाज को कृषि कानूनों की वापसी से जोड़ दिया है. कुछ फैन्स को रिचा की टीशर्ट इतनी पसंद आई कि वो रीट्वीट कर कह रहे हैं कि आई वॉन्ट दिज टीशर्ट यानि मुझे ये टीशर्ट चाहिए. एक फैन ने रिचा की तारीफ में लिखा कि आप उन चंद सेलिब्रिटीज में से हैं जो सच के साथ खड़ी रहती हैं. एक ट्वीट में लिखा गया है कि किसानों के आगे मोदी सरकार को झुकना पड़ा. लॉन्ग लिव रिवॉल्यूशन, हैप्पी गुरपर्ब. कुछ फैन्स ने रिचा को आंदोलन के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है. रिचा ने सुबह ही ये ट्वीट किया है. खबर लिखे जाने तक इसे 343 लोग रीट्वीट कर चुके हैं और 5 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे लाइक किया है.