April 19, 2024
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लाइफस्टाइल /शौर्यपथ / बच्चे अक्सर ही नाक में दम कर देते हैं. चाहे अपने खिलौनों को यहां-वहां फैलाना हो, खाना समय से ना खाना हो, हर समय कुछ ना कुछ मांगना, बेसमय खेलने की जिद करना हो या फिर बच्चों का आपस में झगड़ना, ये सभी चीजें मां को गुस्सा दिलाने वाली साबित होती हैं. ऐसे में मां या तो बच्चे पर चिल्लाने लगती हैं या फिर गुस्सा करने और तनाव   लेने लगती हैं. ये गुस्सा या तनाव मां की सेहत के लिए अच्छा नहीं है, साथ ही बच्चे भी बार-बार डांट सुनने से डरने लगते हैं. इसीलिए मां के लिए खुद को शांत रखना बेहद जरूरी है. ऐसे में यहां कुछ ऐसे टिप्स दिए गए हैं जिन्हें ध्यान में रखकर मां खुद को शांत रखकर बच्चे को भी अपने गुस्से का पात्र बनने से बचा सकेंगी.
मांएं खुद को कैसे रखें शांत |
लें पूरा आराम
अक्सर ही आराम की कमी फ्रस्ट्रेशन का कारण बनती है. अगर आप पूरा या पर्याप्त आराम नहीं लेंगी तो हो सकता है आपको इरिटेशन होने लगे और हर छोटी-बड़ी बात पर आपको गुस्सा आने लगे. इसीलिए कोशिश करें कि हर थोड़ी देर में अपने लिए समय निकालकर आप कुछ खाएं-पिएं, थोड़ा टहल लें या लेटकर कमर सीधी कर लें.
पहले सिचुएशन को समझें
अगर अचानक से आपको बच्चा किसी टूटे बर्तन के साथ नजर आ जाए तो उसपर एकदम से ही गुस्सा करने से पहले उसकी बात सुनें और पूरी सिचुएशन को समझें. हो सकता है हवा से बर्तन गिर गया हो या फिर बरतन पहले से ही गिरा पड़ा हो. बिना पूरी बात जाने गुस्सा  करने से परहेज करें.
चिल्लाने के बजाए परेशानी का हल ढूंढें
कई बार बच्चा किसी काम को बिगाड़ देता है या सही तरह से नहीं करता तो मां को उसपर गुस्सा आता ही है. मां  बच्चे पर चिल्लाकर अपना गुस्सा शांत करती हैं. लेकिन, चिल्लाने के बजाय बच्चे ने जो काम बिगाड़ा है उसपर फोकस करने की कोशिश करें. बच्चे से बिना जाने-समझे अनजाने में भी गलती हो सकती है.
अपने गुस्से के परिणाम को सोचें
कई बार मां का गुस्सा बच्चों को जरूरत से ज्यादा प्रभावित कर देता है. मान लीजिए बच्चा कहीं बाहर दोस्त की पार्टी में जाने के लिए खुशी से तैयार हो रहा हो लेकिन लेट हो रहा हो. आपके गुस्सा करने और चिल्लाने के कारण बच्चे का पूरा दिन खराब हो सकता है. इसीलिए अपने गुस्से के परिणाम को पहले ही सोच लें.

  ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / बाल को सुंदर, चमकदार, काले और घने बनाए रखने के लिए इनकी सही तरीके से देखभाल करना बहुत जरूरी है. हफ्ते में दो बार ऑयलिंग और हेयरवॉश जरूर करें. इसके अलावा हेयर स्पा महीने में एक बार करना चाहिए. वैसे, हेयर स्पा के लिए लोग पार्लर को चुनते हैं, जबकि घर पर भी किया जा सकता है. इसका तरीका क्या होगा इस आर्टिकल में आपको बताने वाले हैं.
हेयर स्पा क्रीम इंग्रीडिएंट
इसको बनाने के लिए आप दही, शहद और कच्चा दूध चाहिए. (अपने हेयर लेंथ के हिसाब से सामग्री लीजिए).
सबसे पहले आप इन सारी सामग्रियों को मिक्स कर लीजिए. फिर आप अपने बाल को शैंपू से वॉश कर लीजिए. अब बालों को सुखा लीजिए. फिर इस पेस्ट को बालों में अप्लाई कर लीजिए. इस क्रीम को 30 से 45 मिनट तक लगाकर रखिए, फिर गुनगुने पानी से धो लीजिए. ऐसा हफ्ते में 1 बार करें. इससे आपके रूखे-सूखे बाल मुलायम और चमकदार होंगे.
शहद के पोषक तत्व
विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं, जो सेहत के साथ-साथ बालों के लिए फायदेमंद .
दही के पोषक तत्व
असल में दही में प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी6 और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों के लिए बहुत फायदेमंद है.
कच्चा दूध पोषक तत्व
कच्चा दूध कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन-बी, पोटेशियम और विटामिन डी से भरपूर होता है. इसमें प्रोटीन की भी प्रचुरता होती है.

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ /अजवाइन एक ऐसा मसाला है, जो हर भारतीय किचन में आपको मिल जाएगा. यह आपके भोजन को स्वादिष्ट और पेट को मजबूत बनाते हैं. अजवाइन आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है, जिससे आप स्वस्थ और फिट रहते हैं.  लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अजवाइन आपकी सुंदरता को भी बढ़ा सकते हैं? दरअसल, अजवाइन के भूरे बीज आपके बालों की लंबाई को बढ़ाने का काम कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे.
अजवाइन तेल के फायदे
अजवाइन का तेल बालों के झड़ने, रूसी और रूखेपन से लड़ सकता है. जिन लोगों के सिर में पपड़ीदार रूसी है उन्हें अजवाइन तेल बालों में जरूर लगाना चाहिए. इससे आपको बहुत राहत होगी.
इसके अलावा तेल की खासियत है कि यह सिर में होने वाली खुजली को कम करती है.इससे ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है. हेयर ग्रोथ भी तेज से करता है यह तेल.
अजवाइन तेल एंटी फंगल गुणों से लड़ने में मदद करता है. यह स्कैल्प को साफ रखता है. जिन लोगों के हेयर ड्राई हैं उनके लिए तो यह तेल बहुत फायदेमंद है. आप केवल 15 दिन इसको बालों में लगा लेते हैं, तो हेयर ग्रोथ में इजाफा होगा.
कैसे लगाएं बालों में
आप कोई भी हेयर ऑयल ले लीजिए उसमें अजवाइन के भूरे बीज पकाइए, फिर ठंडा होने के लिए रख दीजिए. अब इसे छानकर बालों की मालिश करिए.
अजवाइन के अन्य फायदे
अजवाइन आपके मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त कर सकती है. अगर आप रोजाना अजवाइन का सेवन करते हैं, तो यह भूख बढ़ाने में मदद करता है, पाचन में सहायता करता है और कोलेस्ट्रॉल कम करता है.

  सेहत टिप्स /शौर्यपथ /गर्मियों के मौसम में खुद को गर्मी से बचाने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए और लिक्विड ठंडी चीजों का सेवन करना चाहिए. ताकि शरीर में पानी की कमी न हो पाए. क्योंकि पानी की कमी के चलते शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. अगर आप भी इस गर्मी शरीर को एकदम फ्रेश रखना चाहते हैं  और बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो आप सत्तू के शरबत का सेवन कर सकते हैं. सत्तू शरबत गर्मियों का काफी फेमस ड्रिंक है. ये न केवल स्वाद बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद माना जाता है. सत्तू के शरबत का सेवन करने से आप दिनभर एनर्जेटिक महसूस कर सकते हैं. इसके अलावा ये आपके शरीर को ठंडक पहुंचाने में भी मदद कर सकता है. सत्तू दो प्रकार के होते हैं एक है चने का सत्तू और दूसरा है जौ मिला सत्तू. दोनों को भून और पीस कर सत्तू बनाया जाता है. सत्तू शरबत को आप नमकीन या मीठा अपनी पसंद के हिसाब से बना सकते हैं. सत्तू में फाइबर, आयरन, मैंगनीज, प्रोटीन, मैग्नीशियम और लो सोडियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जो शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मददगार है. तो चलिए जानते हैं गर्मियों के मौसम में सत्तू के शरबत को पीने के फायदे.
सत्तू का शरबत पीने के फायदे-
1. वजन घटाने-
गर्मियों के मौसम में सत्तू के शरबत का सेवन करने से वजन को कम करने में मदद मिल सकती है. क्योंकि सत्तू में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है, जो आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ एहसास कराने का काम कर सकता है.
2. एनर्जी-
सत्तू में बहुत से मिनरल्स जैसे आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस आदि पाए जाते हैं, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देने का काम कर सकते हैं.
3. लू से बचाने-
सत्तू की तासीर ठंडी होती है, जिसकी वजह से गर्मियों में इसका सेवन करने से लू और डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती.
4. कब्ज-
सत्तू में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पेट और आंतों को साफ रखने में मदद कर सकता है. सत्तू के सेवन से कब्ज की समस्‍या को भी दूर किया जा सकता है. 

   सेहत टिप्स/शौर्यपथ/गर्मियों के मौसम की शुरूआत हो चुकी है. इस मौसम में अपने आपको हेल्दी और फिट रखने के लिए हेल्दी चीजों का सेवन बेहद जरूरी माना जाता है. अगर आप भी इस गर्मी लू और पानी की कमी से बचना चाहते हैं तो आप रोजाना एक गिलास छाछ का सेवन कर सकते हैं. छाछ दही से तैयार किया जाता है. छाछ में कई तरह के पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, बी, सी और ई पाए जाते हैं. जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मददगार हैं. छाछ एक सुपर हेल्दी ड्रिंक है, जो गर्मी से बचाने और शरीर को ठंठक पहुंचाने का काम कर सकता है. तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं गर्मियों में छाछ पीने के फायदे.
छाछ पीने के फायदे-
1. पानी की कमी-
छाछ पोषक तत्वों का भंडार है. इसे नमक, चीनी, पुदीना डालकर पीने से डिहाइड्रेशन, दस्त और गर्मी से बचा जा सकता है. इस ड्रिंक का सेवन करने से पानी की कमी नहीं होती है.
2. पेट के लिए-
अगर आपको एसिडिटी, पेट में जलन की शिकायत है, तो आप छाछ का सेवन करें. खाना खाने के बाद छाछ का सेवन करने से एसिडिटी और पेट में होने वाली जलन से राहत मिल सकती है.
3. वजन घटाने-
गर्मियों के मौसम में वजन को कम करना काफी मुश्किल हो जाता है. अगर आप भी अपने वजन को कंट्रोल में रखना चाहते हैं तो आप छाछ का सेवन कर सकते हैं. छाछ में कैलोरी और फैट की मात्रा कम होती है. गर्मियों में इसका सेवन करने से फैट को तेजी से बर्न किया जा सकता है.
4. स्किन-
गर्मियों के मौसम में स्किन से जुड़ी समस्या काफी देखी जाती है. अगर आप भी अपनी स्किन को हेल्दी रखना चाहते हैं तो छाछ का सेवन कर सकते हैं. छाछ में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी, विटामिन ए के गुण पाए जाते हैं, जो स्किन को हेल्दी रखने में मदद कर सकते हैं.

व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / सनातन परंपरा में अमावस्या तिथि का बेहद महत्व है. अगर यह तिथि सोमवार या शनिवार को पड़े तो इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. ज्योतिष शास्त्र में इस दिन को लेकर कई सारे नियम बनाए गए हैं.  इस बार चैत्र मास की अमावस्या तिथि 8 अप्रैल, 2024 दिन सोमवार प्रात: 03 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, इसका समापन उसी दिन 8 अप्रैल, 2024 रात्रि 11 बजकर 50 मिनट पर होगा. सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा और व्रत करने का विधान है. तो चलिए जानते हैं सोमवती अमावस्या पर क्या करें और क्या नहीं.
सोमवती अमावस्या तिथि पर क्या करें और क्या न करें?
अपने पितरों को भोजन, जल और अन्य वस्तुएं अर्पित करें.
मांसाहारी भोजन या शराब का सेवन न करें.
धर्मग्रंथों का पाठ करें.
इस दिन चना, मसूर दाल, सरसों का साग और मूली जैसी चीजों को खाने की मनाही होती है.
पूजा-पाठ पर ज्यादा से ज्यादा जोर दें.
भगवान विष्णु की पूजा करें.
इस तिथि पर क्रोध करने से बचें.
सोमवती अमावस्या व्रत रेसिपी-
सोमवती अमावस्या पर अगर आप व्रत कर रहे हैं तो आप साबूदाने की खीर का सेवन कर सकते हैं.  इसे आसानी से बनाया जा सकता है. पूरी रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें.  
सोमवती अमावस्या पूजन विधि-
सोमवती अमावस्या के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवता के ध्यान से करें. इसके बाद स्नान करें. अब भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करें. इसके पश्चात भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करें. शास्त्रों के अनुसार इस दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ को स्पर्श करके पूजा अर्चना की जाती है. इसके अलावा धान, पान और खड़ी हल्दी को मिला कर उसे विधान पूर्वक तुलसी के पेड़ पर भी चढ़ाने की मान्यता है.

  ज्योतिष  शाश्त्र /शौर्यपथ /वैदिक ज्योतिष में शनि को सभी ग्रहों में सबसे संवेदनशील माना जाता है. शनि देव जातक के कर्मों के लिहाज से उसका न्याय करते हैं. उनको न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है. शनि को लेकर अक्सर ये कहा जाता है कि जिससे वो नाराज हो जाएं उसे काफी कष्ट झेलने पड़ते हैं. ऐसे में शनि की चाल भी काफी मायने रखती है. ढाई साल में घर बदलने वाले शनि जब वापस उसी घर में जाते हैं तो 30 साल लग जाते हैं. फिलहाल शनि अपनी मूल राशि यानी कुंभ में विराजे हैं और 29 जून को इसी राशि में शनि उल्टी चाल चलेंगे यानी शनि वक्री हो जाएंगे. शनि की ये वक्री चाल कई राशियों के भाग्य में परिवर्तन ला सकती है. चलिए जानते हैं कि शनि की वक्री चाल का किन राशियों पर अच्छा असर पड़ने वाला है.
शनि वक्री के राशियों पर प्रभाव |
मेष राशि
शनि 29 जून की रात को 12 बजकर 35 मिनट पर अपनी ही राशि यानी कुंभ में उल्टी चाल से चलने लगेंगे. शनि इस वक्री अवस्था में 15 नवंबर तक रहेंगे और शनि की उल्टी चाल के ये 139 दिन 3 राशियों के लिए काफी शुभ रहेंगे. इसमे सबसे पहली राशि है मेष. शनि मेष राशि के एकादश भाव में वक्री हो रहे हैं. ये भाव धन का भाव है और इस लिहाज से शनि का वक्री होना मेष राशि के जातकों के लिए आर्थिक तौर पर काफी लाभदायक रहने वाला है. आकस्मिक धन लाभ होगा और इसके साथ-साथ करियर और बिजनेस में भी सफलता मिलने के योग बन रहे हैं. लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे और संतान का सुख भी मिल सकता है. आय के नए रास्ते खुलेंगे और परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा.  
वृषभ राशि
शनि की वक्री अवस्था का शुभ लाभ वृषभ राशि (Taurus) के जातकों को भी मिलेगा. शनि इस राशि के दसवें भाव में वक्री हो रहे हैं और ऐसे में शनि की वक्री चाल इस राशि के जातकों के लिए आर्थिक तौर पर लाभकारी साबित होगी. करियर में उन्नति के योग बन रहे हैं. अटके काम पूरे होंगे. वरिष्ठ लोगों का साथ मिलेगा. करियर और बिजनेस में तरक्की होगी और धन लाभ के योग बन रहे हैं. इसके साथ-साथ पैतृक संपत्ति में लाभ के भी योग बन रहे हैं. इस राशि के जातकों का बैंक बैलेंस बढ़ेगा और वो अच्छी सेविंग भी कर पाएंगे.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए शनि की वक्री चाल काफी फायदेमंद रहने वाली है क्योंकि शनि इस राशि के चौथे भाव में रहेंगे और वो इस भाव के स्वामी हैं. करियर में लाभ होगा और नए बिजनेस प्लान बनाने पर कामयाब होंगे. परिवार का सहयोग मिलेगा और आय के नए रास्ते खुलेंगे. अचानक कहीं से धन लाभ हो सकता है. जिस भी काम में हाथ डालेंगे, वहां मेहनत से आपको कामयाबी मिलेगी. परिवार में खुशियों का माहौल रहेगा और खुशखबरी मिल सकती है.

  मनोरंजन/शौर्यपथ /फिल्म इंडस्ट्री यानी कि माया नगरी उस दुनिया का नाम है जहां चढ़ते सूरज को ही सलाम किया जाता है. एक बार स्टारडम का सूरज मद्धिम होता है तो उस सितारे को लोग भुलाने लगते हैं. लेकिन इस बच्चे की बात कुछ और है. ताल्लुक तो फिल्मी दुनिया से है, एक्टर भी उम्दा ही बना, लेकिन जबरदस्त हिट के नाम पर कोई सोलो फिल्म दर्ज नहीं करवा सका. उसके बावजूद ये सितारा करोड़ों में खेलता है और लग्जरी लाइफ भी जीता है. ये स्टार हैं अभय देओल. जो 19 साल लंबे फिल्मी करियर में सोलो हिट के लिए तरस रहे हैं और जो चंद हिट फिल्में उनके नाम पर दर्ज हैं, वो मल्टीस्टारर फिल्में हैं.
इस घराने से है रिश्ता
अभय देओल सीधे-सीधे स्टार किड तो नहीं हैं, लेकिन उनका ताल्लुक एक बड़े फिल्मी घराने से है. वो एक्टर अजीत देओल के बेटे हैं और उनसे भी बड़ा नाम है धर्मेंद्र का. धर्मेद्र रिश्ते में अभय देओल के ताऊ जी लगते हैं. इस नाते अभय देओल, सनी देओल और बॉबी देओल के चचेरे भाई भी लगते हैं. इसके अलावा उनका रिश्ता ईशा देओल और अहाना देओल से भी जुड़ता है. लेकिन जिस बुलंदी पर सनी देओल और बॉबी देओल का नाम पहुंचा, उस बुलंदी पर अभय देओल का नाम कभी नहीं पहुंच सका. साल 2005 में सोचा न था मूवी से फिल्मों में कदम रखने वाले अभय देओल अब तक 13 फ्लॉप फिल्में दे चुके हैं.
जीते हैं लग्जरी लाइफ
  फिल्मों में भले ही अभय देओल कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके हों, लेकिन वो एक लग्जरी लाइफ जीते हैं. वो 400 करोड़ की मिल्कियत के मालिक हैं. अपनी हर फिल्म के लिए वो 3 करोड़ रु. चार्ज करते हैं. इसके अलावा वो ब्रांड एंडोर्समेंट के लिए 25 लाख रु. तक चार्ज करते हैं. फिल्मों में काम करने के अलावा उनकी खुद की एक प्रोडक्शन कंपनी है. द फैटी काउ के नाम से वो एक सक्सेसफुल रेस्टोरेंट चेन भी रन करते हैं. कुछ और बड़े रेस्टोरेंट्स की चेन में उनके शेयर्स हैं.

  सेहत टिप्स /शौर्यपथ /पोषक तत्वों से भरपूर बीजों ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के दिलों में एक अच्छी-खासी जगह बना ली है. जिसमें सूरजमुखी और कद्दू के बीज फिटनेस फ्रीक्स के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं. इनका सेवन लोग स्नैक्स के रूप में मुख्य रूप से करते हैं.  लेकिन इस स्टोरी का उद्देश्य सूरजमुखी के बीज बनाम कद्दू के बीज के बारे में आपके प्रश्नों का उत्तर देना है. तो आइए जानते हैं.  
सूरजमुखी बनाम कद्दू बीज -
1- जब सूरजमुखी और कद्दू के बीज के बीच चयन करने की बात आती है, तो दोनों ही पोषक तत्व के मामले में एक दूसरे से किसी मामले में कम नहीं हैं.
2-सूरजमुखी के बीज में पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड वसा का मिश्रण होता है, जबकि कद्दू के बीज हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड प्रदान करते हैं.
3-वहीं, दोनों ही सीड्स प्लांट बेस्ड प्रोटीन (Plant based protein) के अच्छे स्त्रोत हैं. जो शाकाहारी डाइट वालों के लिए प्रोटीन की भरपाई के लिए अच्छा माना जाता है.
4- इसके अलावा सूरजमुखी के बीज विटामिन ई (vitamin e) और बी (b) प्रदान करते हैं, जबकि कद्दू के बीज मैग्नीशियम और जस्ता सहित विविध खनिज इंग्रीडिएंट्स प्रदान करते हैं. दोनों बीज एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हार्ट को हेल्दी रखते हैं.
5- कद्दू के बीज प्रोस्टेट स्वास्थ्य से जुड़े हुए हैं, जबकि सूरजमुखी के बीज अपने विटामिन ई गुणों के कारण प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखते हैं.
6- चाहे आप हार्ट को हेल्दी रखना चाहते हों या फिर प्रोटीन की भरपाई, या अन्य पोषक तत्व का लाभ उठाना चाह रहे हों, इन बीजों को अपने डाइट में शामिल करने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
कैसे खाएं?
    आप इन दोनों बीजों को सलाद के रूप में खा सकते हैं. यह सबसे बढ़िया तरीका है इनके पोषक तत्वों का फायदा उठाने का.

  सेहत टिप्स /शौर्यपथ / कब्ज आज के समय की एक ऐसी समस्या है जिससे हर 4 में से 2 लोग परेशान हैं. कब्ज में आप ठीक से शौच करने में सक्षम नहीं होते हैं या जब आप प्रत्येक हफ्ते तीन से कम बार मल त्याग करते हैं. इससे असुविधा हो सकती है. कब्ज से पीड़ित लोग अक्सर टॉयलेट में लंबे समय तक बैठे रहते हैं. लेकिन इन सबके बाद भी पेट सही तरह से साफ नहीं हो पाता है. कब्ज की समस्या कई कारण से हो सकती है. कब्ज की समस्या के चलते शरीर को कई अन्य समस्याओं से भी गुजरना पड़ता है. तो अगर आप भी कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो आप कीवी फ्रूट का सेवन कर सकते हैं. कीवी को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. तो चलिए जानते हैं कब्ज की समस्या में कैसे मददगार है कीवी.
कब्ज में कीवी कैसे काम करता है? |
कीवी में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है. फाइबर "कब्ज के दौरान एक फिजियोकेमिकल भूमिका निभाता है" और मल को बाहर निकालने में मदद करता है.
कब्ज की समस्या में कैसे करें कीवी का सेवन-
1. कीवी स्मूदी-
कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए आप कीवी से स्मूदी बना कर पी सकते हैं. इसे बनाने के लिए सबसे पहले कीवी और केले के छोटे-छोटे पीस कर लें. अब ग्राइंडर जार में सभी चीजें, दूध और वनीला एसेंस डालकर पेस्ट बना लें. स्मूदी को एक गिलास में निकालकर इसमें शहद मिला लें.
2. कीवी जूस-
कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए आप सुबह-सुबह कीवी के जूस का सेवन कर सकते हैं. स्वाद को बढ़ाने के लिए आप इसमें काला नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं.
3. कीवी सलाद-
कीवी को आप अपनी डाइट में सलाद के रूप में शामिल कर सकते हैं. कीवी सलाद को अपने सलाद में शामिल कर इसमें काला नमक डालकर खा सकते हैं,

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