December 03, 2024
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राजनीति

राजनीति (1014)

- शाह बताएं - किसानों से 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदना क्या भ्रष्टाचार है
- बिजली बिल हाफ, धन्वंतरी दवाई दुकान, स्वामी आत्मानंद स्कूल जैसी योजनाओं में शाह को कहां से भ्रष्टाचार नजर आ रहा
- युवाओं के बैंक अकाउंट में बेरोजगारी भत्ता जमा करना कहां का भ्रष्टाचार है?   

     राजनांदगांव / शौर्यपथ /

   मतदान की तारीख बस अब कुछ दिन ही दूर है ऐसे में राजनितिक दलों के आरोप प्रत्यारोप लगातार बढ़ते ही रहेंगे . हाल ही में देश के गृह मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नामांकन के दौरान राजनांदगांव पहुंचे जहां उन्होंने कांग्रेस पर उल्टा लटकाने का ब्यान दिया जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह के उलटा लटकाने के बयान को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने करारा पलटवार किया है।
   राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 साल के रमन सरकार के कार्यकाल में कर्ज से परेशान हजारों किसान फांसी पर लटके। केंद्र की मोदी सरकार ने तीन कृषि कानून लगाने का प्रयास कर किसानों को फांसी पर लटकाने की कोशिश की जो सफल नहीं हो सकी। अब गृहमंत्री अमित शाह किसानों को सबसे ज्यादा मूल्य देने वाले भूपेश सरकार पर झूठे, मनगढ़ंत आरोप लगाकर उलटा लटकाने की धमकी दे रहे हैं।
  राजेंद्र ने कहा कि शाह ने भूपेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। शाह बताएं कि बेरोजगार युवाओं को हर महीने 25 सौ रुपए बेरोजगारी भत्ता देना क्या भ्रष्टाचार है? क्या भूमिहीन मजदूरों को सालाना 7 हजार रुपए की सहायता राशि देना क्या भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है ? किसानों की कर्जमाफी और 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान करने में शाह को भ्रष्टाचार कैसे नजर आ रहा है ?
  राजेंद्र ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गोपालकों और स्वसहायता समूह की महिलाओं से गोबर खरीदने में कैसा भ्रष्टाचार दिख रहा है। शाह यह भी बताएं कि आम जनता को बिजली बिल हाफ करने की राहत देकर भूपेश सरकार आखिर कौन सा भ्रष्टाचार कर रही है ? इन योजनाओं के अलावा स्वामी आत्मानंद स्कूल, हाट बाजार क्लीनिक, स्लम स्वास्थ्य योजना, धन्वंतरी योजना जैसी दर्जनों योजनाओं से प्रदेश की जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। देश के गृहमंत्री अमित शाह को इन योजनाओं में भ्रष्टाचार नजर आना समझ से परे है।
  राजेंद्र ने कहा कि भूपेश सरकार ने किसानों, मजदूरों, स्वसहायता समूह की महिलाओं, युवाओं समेत हर वर्ग को राहत देने जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। भूपेश सरकार ने रमन सरकार के कार्यकाल में एक्टिव रहे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह समाप्त कर दी है। योजनाओं का लाभ सीधे लोगों के खाते में पहुंच रहा है।
   राजेंद्र ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने महंगाई बढ़ाने के साथ-साथ केवल अंबानी और अडानी को लाभ पहुंचाने का काम किया है। मोदी सरकार के कारनामों से देश की जनता, किसान, मजदूर, युवा, महिलाएं त्रस्त हैं। शाह समझ लें कि अब देश की केंद्र सरकार में बदलाव का समय आ चुका है। आम जनता ने ठान लिया है कि भारतीय जनता पार्टी के उलटा लटकने की बारी आ गई है।

भाजपा ने 15 साल पट्टा नहीं दिया, कांग्रेस ने लोगों को घर और छत दिया

     रायपुर / शौर्यपथ / राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि कांग्रेस सरकार ने शहरी जनता के लिये और राजधानी के लिए अभूतपूर्व काम किया है। राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर स्वामी आत्मानंद स्कूल, धनवंतरी मेडिकल, शहरी स्वास्थ्य योजना से लोगों को लाभ मिल रहा है। कांग्रेस की सरकार ने इस वर्ष 25 हजार से ज्यादा पट्टा वितरण किया। भाजपा 15 साल तक सरकार में रही किसी को पट्टा नहीं दिया। कांग्रेस की सरकार ने 1979 से आज तक 1 लाख से अधिक पट्टा वितरण कर चुका है। सन् 1979 में 10 साल के लिए 10 हजार लोगों को पट्टा दिया, 1984 में 30 साल के लिये 30 हजार लोगों को पट्टा दिया, 2002 में 30 साल के 40 हजार लोगों को पट्टा दिया, 2023 में भूपेश बघेल की सरकार ने 25 हजार लोगों को पट्टा। ये पट्टा 2028 तक वैलिड रहेगा। भाजपा के नेता, कार्यकर्ता सभी ने पट्टा लिया। पट्टा वितरण में फोटो भी खिचवाते है। पट्टा लेकर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे है। भाजपा सरकार 15 साल में लोगों के घरों में बुलडोजर चलवाने का काम करते करते रहे लेकिन किसी को पट्टा नहीं दिया।
   राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सरकार में बनी गुणवत्ताहीन एक्सप्रेस-वे को पुनः मजबूत एवं गुणवत्ता युक्त निर्माण करवाया गया। इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला सहकारी बैंक में डूबे खातादारों की पैसा की वसूली। आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोला। अनियमित निर्माण का नियमतीकरण। गुमास्ता को लाईफ टाईम किया। मोर जमीन मोर मकान योजना। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत हितग्राहियों को 1-1 लाख रुपये प्रदान। मुख्यमंत्री शहरी स्लम चिकित्सा योजना हमर लैब हमर अस्पताल, धनवंतरी मेडिकल स्टोर्स। बिजली बिल हाफ योजना। छोटे भूखंड 5 डिसमिल तक की रजिस्ट्री में लगी रोक हटाई। गाइडलाइन दरों में 30 प्रतिशत कटौती विगत 5 वर्षों से लगातार जारी। किसी भी प्रकार से मकान एवं प्रापर्टी कर में वृद्धि नहीं किया गया। सुरक्षा के दृष्टि से चौक चौराहों पर सीसी कैमरा लगाया गया। गोलबाजार के व्यापारियों को मालिकाना हक दिया। किसी के भी दुकान एवं मकान में तोड़-फोड़ नहीं की गई। भाजपा सरकार में जो विस्थापित दुकानदार मकान मालिक थे सभी का पुनर्वास किया गया। नगर निगम क्षेत्र को टैक्स मुक्त किया गया। विकास कार्यों के लिए पार्षदों को 50 लाख रुपया दिया गया। जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण का सरलीकरण, मितान योजना से घर पहुंच सुविधा।


  पत्रकारों से चर्चा करते हुये जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा ने कहा कि 15 सालों में बस्तियां टूटी लोगों को बीएसयूपी मकान में भेजा। उनकी सुध नहीं ली गयी। लोग अपने छत के अधिकार के लिये लड़ते रहे। कांग्रेस की सरकार आने के बाद विधानसभा में कानून बनाकर लोगों को उनको छत का अधिकार दिया। हमारी सरकार ने पट्टे देने की शुरुआत किया। रायपुर शहर में 25000 लोगों को पट्टा दिया। आने आने समय में जिन लोगों का नाम सर्वे में है तथा जो छूट गये है सभी को पट्टा दिया जायेगा। कांग्रेस की सरकार फिर से बनने पर तालाब पर एवं पुरानी नहर जिन का अब उपयोग नहीं है वहां पर पट्टा देने का कानून बनाया जायेगा। भाजपा ने पहले कानून बनाया था तालाब पार एवं नहर के पार पर बने लोगों को पट्टा नहीं दिया जायेगा। पट्टा देने की परंपरा सिर्फ कांग्रेस की सरकार ने शुरू किया है। अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, कांग्रेस की पहली सरकार भूपेश सरकार ने ही पट्टा दिया। 15 सालों में भाजपा ने नहीं दिया।
  विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने शहरी एवं ग्रामीण आवासहीनों को आवास उपलब्ध करवाने के लिये महत्वपूर्ण काम किया है। कांग्रेस सरकार ने नियमितीकरण लाकर हर वर्ग का भला किया है। पत्रकार वार्ता में पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, आरडीए के उपाध्यक्ष सूर्यमणि मिश्रा, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, संयुक्त महासचिव अजय साहू, युवा कांग्रेस अध्यक्ष आकाश शर्मा उपस्थित थे।

दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश में 09 अक्तूबर से आदर्श आचार संहिता लागू हो गया आचार संहिता लगने के कुछ घंटो बाद ही छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपनी दूसरी सूचि में 64 प्रत्यशियो की ज़ारी कर दी . सभी अटकलों के बाजार को दरकिनार करते हुए भाजपा ने वही सूची जारी की जो कुछ दिनों पहले वाइरल हुई थी .
     दुर्ग ग्रामीण में भाजपा ने ललित चंद्राकर के ऊपर दांव खेला है। ललित चंद्राकर पिछले कई विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट मांग रहे थे वह लगातार भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमो में हिस्सा भी ले रहे थे। 2023 के विधानसभा चुनाव में उनके प्रत्याशी बनने से उनके समर्थकों में खासा उत्साह पैदा हो गया है। जिला भाजपा कार्यालय में उनके समर्थको की भीड़ ने उन्हें घेर भी लिया है।
   आपको बताते हैं चले की ललित चंद्राकर कुर्मी समाज से हैं, ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि पाटन में कुर्मी प्रत्याशी देने के बाद दुर्ग ग्रामीण में साहू समाज से प्रत्याशी बनाया जा सकता है क्योंकि सिटिंग विधायक कांग्रेस के साहू समाज से ही हैं जो प्रदेश के गृहमंत्री हैं, तो स्वाभाविक रूप से लग रहा था कि साहू समाज से भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी उतार सकती है लेकिन हुआ कुछ और ही भाजपा ने ललित चंद्राकर जो जिला महामंत्री हैं उन्हें दुर्ग ग्रामीण से प्रत्याशी बनाया है।
   जिले में दो विधानसभा क्षेत्र पाटन और दुर्ग ग्रामीण से भाजपा ने कुर्मी समाज के प्रत्याशी पर दाव खेला वही कांग्रेस के द्वारा पाटन विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश के मुख्यमंत्री चुनावी मैदान में उतरेंगे हालांकि अभि कांग्रेस ने सूचि जारी नहीं की परन्तु परेश की कुछ ऐसी सीट है जिनके प्रत्याशी लगभग तय है सिर्फ संगठन से अधिकृत सूची  ज़ारी होने की देरी है .
  दुर्ग ग्रामीण से कांग्रेस के प्रबल दावेदार के रूप में प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू है इस स्थिति में दुर्ग ग्रामीण में मुकाबला रोचक होता नजर आ रहा है . दुर्ग ग्रामीण में साहू समाज के मतदाता एवं कुर्मी समाज के मतदाता दोनों की तादाद परिणाम बदलने में सक्षम है ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि कौन सा समाज किस तरफ रुख करता है . एक तरफ युवा चेहरे के रूप में भाजपा से ललित चंद्राकर मैदान में है वही दूसरी तरफ  प्रदेश के अनुभवी वरिष्ठ एवं कद्दावर राजनेता के रूप में पहचान बना चुके ताम्रध्वज साहू मैदान में है हालाँकि कांग्रेस की तरफ से सूची जारी नहीं हुई किन्तु कयासों का बाजार गर्म है और मुकाबला युवा जोश के सामने अनुभवी उम्मीदवार का है .

-अतका लबारी काबर मारथस मोदी जी ? साढ़े नौ साल के कार्यकाल म एक भी वादा ल पूरा नहीं करे हस... अऊ कइथस के मोदी सपनों को पूरा करे के गारंटी हे ... अतका झूठ नई बोलना चहिये
- मोदी चाहे सौ बार झूठ बोलें या हजार बार, छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार भारी बहुमत से चुनाव जीतेगी, जनता तय कर चुकी

  दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने बिलासपुर में पीएम नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर कड़ा प्रहार किया है। राजेंद्र ने ठेठ छत्तीसगढ़ी अंदाज में कहा कि “अतका लबारी काबर मारथस मोदी जी ? साढ़े नौ साल के कार्यकाल म एक भी वादा ल पूरा नहीं करे हस... अऊ कइथस के मोदी सपनों को पूरा करे के गारंटी हे ... ।  ये सबले बड़े झूठ हे ... अतका झूठ नई बोलना चहिये, मोदी बबा ...”
  राजेंद्र ने कहा कि पीएम मोदी ने देश की जनता के खाते में 15 लाख रुपए आने के सपने दिखाए थे।  महंगाई कम करने, किसानों की आय दोगुना करने, हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने, बुलेट ट्रेन चलाने, 2022 तक हर आवासहीन को आवास उपलब्ध कराने, मेक इन इंडिया के माध्यम से पूरे देश में औद्योगिक क्रांति लाने जैसे दर्जनों वादे कर लोगों को आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाने के सपने दिखाए थे। मोदी जी बताएं कि इनमें से कौन सपना पूरा हुआ।
  सच ये है कि प्रधानमंत्री के रूप में दो कार्यकाल पूरा होने वाला है, लेकिन देश की जनता को दिखाया गया एक भी सपना पूरा नहीं हुआ। उलटे जिन सपनों की बात मोदी ने की थी, उससे एकदम उलटा हो गया। देश की जनता आज सबसे ज्यादा महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रही है। किसानों की आमदनी दोगुना करने की बजाय कीटनाशक और कृषि उपकरणों के साथ डीजल के दाम बढ़ाकर मोदी सरकार ने किसानों का बोझ बढ़ा दिया।
  मोदी ने बुलेट ट्रेन चलाने का सपना दिखाया था लेकिन हालत ये है कि देश भर में यात्री ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है। स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि मोदी राज में पैसेंजर ट्रेनें तक नियमित रूप से नहीं चल पा रही है। मेक इन इंडिया से औद्योगिक क्रांति लाने का सपना धराशायी हो गया। उद्योग – कल कारखाने बंद हो रहे हैं। करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए।  
   महिला सुरक्षा की बात करने वाले मोदी राज में हाथरस, कानपुर में महिलाओं की हत्या, मणिपुर में महिलाओं के साथ सरेआम बलात्कार और अत्याचार, देश के लिए मैडल जीतने वाली महिला पहलवानों के साथ मोदी सरकार का सुलूक पूरा देश देख चुका है। हरेक नागरिक के बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा करने वाले मोदी की सरकार मिनिमम बैलेंस होने पर आम आदमी के अकाउंट से पैसे काट रही है। साढ़े 9 साल के कार्यकाल में पूरा देश बर्बादी के कगार पर आ चुका है।
 राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आकर बार-बार किसानों का पूरा धान खरीदने का सफेद झूठ बोलने वाले पीएम को सच बोलना चाहिए।  हालत ये है कि मोदी के खुद के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के किसानों से भी 25 सौ रुपए की दर से धान खरीदी नहीं हो रही है। वहां के किसानों को 12 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान बेचना पड़ रहा है। देश में सबसे ज्यादा 25 सौ रुपए की दर से केवल छत्तीसगढ़ में धान खरीदा जा रहा है।  
  राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोग जितने सीधे सादे हैं, उतने ही जागरूक भी है। मोदी चाहे सौ बार झूठ बोलें या हजार बार, छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार भारी बहुमत से चुनाव जीतेगी। परिवर्तन देश की सत्ता में होना तय है। पीएम मोदी जितना ज्यादा झूठ बोलेंगे, भाजपा की पराजय का ग्राफ उतना ही ज्यादा बढ़ेगा।

Durg / Shouryapath/ Chhattisgarh Assembly Elections 2023 have started, political parties are busy in their preparations. In the last assembly elections, BJP had won the only seat in Durg district from Vaishali Nagar. After the sudden demise of Vaishali Nagar MLA Shri Vidya Ratan Bhasin ji, now this The discussion is in full swing on whom the Bharatiya Janata Party will field as its candidate. Many Bharatiya Janata Party workers are contesting from the Vaishali Nagar assembly seat, but the main effort put in by Sangeeta Ketan Shah, who belongs to an industrialist family, is the main one in presenting the claim. The manner in which Mrs. Sangeeta K Shah is suddenly making her the chief guest of the festive events, there is a strong discussion among the general public of Vaishali Nagar that in the present environment, it is universally accepted to be the chief guest in big events. A wealthy leader is considered capable rather than a leader.

Vaishali Nagar seat in Durg district remains identified as a safe seat for BJP. This is the reason why industrialist-turned-public servant Sangeeta Ketan Shah, who entered the Bharatiya Janata Party six months ago, is making continuous efforts to capture this reserved seat. It is possible that the Bharatiya Janata Party may also declare her a candidate, but on the other hand, this It is also a subject of discussion that if the Bharatiya Janata Party declares Sangeeta Ketan Sahab as its candidate, then after the victory, will Mrs. Sangeeta Ketan Shah remain among the public to understand the pain and suffering of the common people or will the common public listen to their MLA? Many walls will have to be crossed to meet.

   There is talk that even in the current environment, Mrs. Sangeeta Ketan Shah is preparing to contest the elections. In this environment, today the general public has to overcome many kinds of difficulties and many kinds of walls in meeting, who can also be called a mediator or a personal assistant these days. The election date has not even come yet and no party has declared its candidate from Vaishali Nagar. Even at such a time, permission of many people is required to meet Mrs. Sangeeta Ketan Shah, then how can the general public know about their leader? You will be able to tell your problems by meeting them because in place of public servant Sangeeta Ketan Shah, an army of people authorized by her are standing to listen to every problem.

Will the people of Vaishali Nagar give their blessings by voting for such a candidate or will the voters support a person with whom they can meet directly without any middleman.

  Half of the people in Vaishali Nagar assembly constituency belong to the poor and middle class and they want to see such a person as their MLA with whom they can meet directly and the Vaishali Nagar area can be developed, whereas this is also the case among the workers of Bharatiya Janata Party. There are rumors going around that if the organization declares public servant Sangeeta Ketan Shah as its candidate considering the financial situation, then this reserved seat of Bharatiya Janata Party will go to the account of Congress. Until the candidates are declared, the market of speculation will continue like this. But it is also true that the poor class and the middle class have to face small needs and problems, for which they have no other way except through their public representatives. If the general public cannot even meet their public representatives directly, then Whom will she go to for her problem? Feeling similar confusion and past experience, this time the general public of Vaishali Nagar assembly constituency is preferring to support a candidate who is actually accessible to the general public and not just a mask.

 दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिले में छह विधानसभा सीटे आती हैं .दुर्ग शहर ,दुर्ग ग्रामीण ,भिलाई नगर ,वैशाली नगर ,अहिवारा एवं पाटन .भारतीय जनता पार्टी की प्रथम लिस्ट में पाटन विधानसभा क्षेत्र से दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है उसके बाद अब बाकी बचे पांच विधानसभा सीटों में भिलाई नगर विधानसभा सीट से एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे पर अपना गांव खेल सकती है वहीं दुर्ग ग्रामीण की बात करें तो दुर्ग ग्रामीण से पूर्व मंत्री रमशीला साहू एवं ललित चंद्राकर का नाम के बीच फैसला होने की उम्मीद है इनमें से किसी एक नाम पर मोहर लगा सकती है जातिगत समीकरण के लिहाज से श्रीमती रमशीला साहू का पडला भारी है वही वैशाली नगर सीट से जो कि भारतीय जनता पार्टी की सुरक्षित सीट है इस सीट पर राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडे को भारतीय जनता पार्टी मैदान में उतार सकती है वही वैशाली नगर क्षेत्र में उद्यमी परिवार से संबंधित संगीता केतन शाह भी काफी मेहनत कर रही है किंतु वैशाली नगर विधानसभा सीट के प्रत्याशी चयन में कहीं ना कहीं पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे की सहमति भी संगठन के लिए महत्वपूर्ण होगी ऐसे में वैशाली नगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी संगठन को प्रत्याशी चुनाव करने में जद्दोजहद का सामना करना पड़ सकता है यह भी संभव है कि वैशाली नगर सीट से भाजपा किसी नए चेहरे पर दाव लागाये . वही अगर दुर्ग शहर विधानसभा सीट की बात करे तो वर्तमान समय में चतुर्भुज राठी एवं स्व. हेमचंद यादव के परिवार से श्रीमती लीलावती यादव का नाम प्रमुखता से चल रहा है पिछले साल भर से संगठन को पुनः सक्रीय करने में जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने जो अहम् भूमिका निभाई है उसे देखते हुए  जितेंद्र वर्मा की रायशुमारी भी काफी महत्वपूर्ण होगी ऐसे में दुर्ग विधानसभा सीट से संगठन चतुर्भुज राठी एवं श्रीमती लीलावती यादव के नाम में से किसी एक नाम पर मोहर लगा सकती है हालांकि अपनी दावेदारी पेश करने के लिए और मजबूत करने के लिए डॉक्टर मानसी गुलाटी भी अंदरुनी रूप से प्रयत्न कर रही है परंतु वर्तमान परिवेश में उनकी दावेदारी नगण्य सी है।
   पिछले दिनों रायपुर में केंद्रीय मंत्री अमित शाह , राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ,प्रदेश के प्रभारी ओम माथुर ,प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, विपक्ष के नेता नारायण चंदेल एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की लम्बी बैठक के बाद यह तय माना जा रहा है कि प्रदेश के सभी 69  सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तय हो चुके हैं ऐसे में यह माना जा रहा है कि बहुत जल्द भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी विधायक प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जाएगी।
   छत्तीसगढ़ निर्माण के 18 साल बाद प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में बनी सरकार ने जिस तरह से छत्तीसगढ़िया परंपरा ,तीज त्यौहार ,बोली भाखा का महत्व प्रदेश में बढ़ा उसे देखकर भारतीय जनता पार्टी संगठन भी प्रदेश के माहौल को देखते हुए स्थानीय उम्मीदवारों को महत्व देने का मन बना सकती है वैसे भी यह माना जाता है कि भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवारी सभी को आश्चर्यचकित कर देती है पूर्व के लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी ने सिर्फ प्रदेश ही नहीं पूरे देश में नए चेहरों के साथ लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरी थी और भारी जीत अर्जित की थी उसे देखकर यहां आकलन लगाना जरा भी मुश्किल नहीं की तथ्यात्मक प्रयोग करने में भारतीय जनता पार्टी हमेशा बाजी अपने पक्ष में कर लेती है ऐसे में नए चेहरों को भी चुनावी मैदान में उतारने का जोखिम भारतीय जनता पार्टी संगठन उठा सकती है .नए चेहरों में भारतीय जनता पार्टी द्वारा दुर्ग जिले में दुर्ग ग्रामीण से ललित चंद्राकर दुर्ग शहर से चतुर्भुज राठी एवं श्रीमती लीलावती यादव वैशाली नगर से संगीता केतन शाह , भिलाई नगर से पूर्व मंत्री पाण्डेय ,अहिवारा से किसी नए चेहरे को उतार कर चुनावी जंग में उतरने की संभावना भी प्रबल नजर आ रही है।

    Durg / Shouryapath / There are six assembly seats in Durg district. Durg city, Durg rural, Bhilai Nagar, Vaishali Nagar, Ahiwara and Patan. In the first list of Bharatiya Janata Party, Durg Lok Sabha MP Vijay Baghel has been declared as its candidate from Patan assembly constituency. After that, now in the remaining five assembly seats, Bharatiya Janata Party can once again play its village on former minister Prem Prakash Pandey from Bhilai Nagar assembly seat, while if we talk about Durg Rural, then from Durg Rural, former minister Ramsheela Sahu and It is expected that a decision will be taken between the names of Lalit Chandrakar. One of these names can be approved. In terms of caste equation, Smt. Ramsheela Sahu has the upper hand on this seat from Vaishali Nagar seat which is a reserved seat of Bharatiya Janata Party. Bharatiya Janata Party can field Rajya Sabha MP Ms. Saroj Pandey, Sangeeta Ketan Shah, belonging to an entrepreneurial family in Vaishali Nagar area, is also working hard, but somewhere in the candidate selection for Vaishali Nagar Assembly seat, former minister Prem Prakash Pandey will be included. Consent will also be important for the organization. In such a situation, the Bharatiya Janata Party organization may have to face difficulty in electing a candidate from Vaishali Nagar Assembly seat. It is also possible that BJP may bet on a new face from Vaishali Nagar seat. If we talk about Durg city assembly seat, at present Chaturbhuj Rathi and Late. The name of Mrs. Lilavati Yadav from the family of Hemchand Yadav is being prominent. Considering the important role that District President Jitendra Verma has played in reactivating the organization since last year, the opinion of Jitendra Verma will also be very important in such a situation in Durg Assembly. The organization can put its seal on any one of the names of Chaturbhuj Rathi and Smt. Lilavati Yadav from the seat, however, Dr. Mansi Gulati is also making internal efforts to present her claim and strengthen it, but in the present environment, her claim is not possible. It is negligible.

  Recently, after a long meeting in Raipur between Union Minister Amit Shah, National President JP Nadda, State in-charge Om Mathur, State President Arun Sao, Leader of Opposition Narayan Chandel and former Chief Minister Dr. Raman Singh, it is being decided that the state will Bharatiya Janata Party candidates have been decided on all 69 seats, hence it is believed that very soon the list of Bharatiya Janata Party MLA candidates of the state will be released by the Bharatiya Janata Party.
   18 years after the formation of Chhattisgarh, seeing the way the government formed in the state under the leadership of Chief Minister Bhupesh Baghel increased the importance of Chhattisgarhian tradition, Teej festival, Boli Bhakha in the state, the Bharatiya Janata Party organization also, considering the environment of the state, is giving importance to the local candidates. Anyway, it is believed that the candidature of Bharatiya Janata Party surprises everyone, the way Bharatiya Janata Party contested the Lok Sabha elections with new faces not only in the state but in the entire country. Seeing the fact that it had entered the fray and won a massive victory, it is not at all difficult to assess that in using factual information, the Bharatiya Janata Party always has the upper hand in its favour. In such a situation, the Bharatiya Janata Party risks fielding new faces in the election field. The organization can field new faces. Bharatiya Janata Party may field new faces from Durg district, Lalit Chandrakar from Durg Rural, Chaturbhuj Rathi from Durg city and Smt. Lilavati Yadav from Vaishali Nagar, Sangeeta Ketan Shah from Bhilai Nagar, former minister Pandey from Bhilai Nagar and some new face from Ahiwara. The possibility of entering the tax election battle also seems strong.

रायपुर/ शौर्यपथ / देशभर के 220 भाजपा बड़े नेताओं को छत्तीसगढ़ चुनाव में लगाने पर तंज करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि आज पता चला कि भाजपा में मोदी शाह और नड्डा से भी कोई बड़ा नेता हैं जिनकी ड्यूटी अब छत्तीसगढ़ के चुनाव में भाजपा लगा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का चेहरा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियां और जनता का कांग्रेस के प्रति भरोसा के आगे मोदी शाह नड्डा का झूठ प्रपंच प्रोपोगंडा नहीं चला। भाजपा के तीनो टाप लीडर फेल हो गये।भाजपा के तीनों बड़े नेता प्रदेश की जनता को भरमाने में असफल हो गए तो अब भाजपा नया प्रयोग कर रही है।मोदी शाह नड्डा से भी बड़े नेता हैं उनको अब छत्तीसगढ़ बुलाकर चुनावी वैतरणी पार लगाने का प्रयास कर रही है।
    प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ के नेताओं को अविश्वसनीय और ढपोरशंख समझता है। इसीलिए भाजपा के छोटी-छोटी बैठकों के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को आना पड़ता है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ड.ॉ रमन सिंह, सरोज पांडेय, लता उसेंडी एवं प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव इस लायक भी नहीं कि वे मंडल की बैठक ले सके। 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 साल की सत्ता के बाद 15 सीट में सिमटी भाजपा इस कदर बिखर गई है कि ना तो उनके पास नेता है ना तो नेतृत्वकर्ता ना कार्यकर्ता और भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी इन नेताओं को इस लायक नहीं समझता।
    प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद भाजपा में परिवर्तन की लहर चल रही है। 5 साल में चार प्रदेश अध्यक्ष तीन प्रदेश प्रभारी दो नेताप्रतिपक्ष अब तक बदले जा चुके हैं। अब भाजपा के तीनों बड़े नेताओं के स्थान पर नये 220 नेता सामने आकर चुनाव की कमान संभालेंगे भाजपा कुछ भी कर ले छत्तीसगढ़ में भाजपा अपनी 13 वर्तमान सीटों को बचा ले बड़ी बात होगी। कांग्रेस 75 से अधिक सीट जीत कर पुनः सरकार बनाएगी और छत्तीसगढ़ को एक नई ऊंचाई की ओर ले जाएगी।

रायपुर/ शौर्यपथ / लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने केंद्र सरकार के नियत पर सवाल खड़े करते हुये कहा कि मोदी जी की नीयत और नीति स्पष्ट होती तो 2024 के चुनाव में महिला आरक्षण का 33 प्रतिशत बिल लागू करने का प्रावधान होता। भाजपा की नीयत में खोट है इसलिए केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 82-81(3) का हवाला दिया जिसके अनुसार 2026 का परिसीमन उसके बाद वाली जनगणना मतलब 2031 वाली जनगणना पर ही संभव है यानि महिला आरक्षण संभवतः 2039 तक ही हो सकती, 2019 में वादा में भी था महिला आरक्षण का 9 साल इसके बारे में एक कदम नहीं उठाये 2021 को जनगणना होनी थी वह भी नहीं हुआ। कहीं नरेंद्र मोदी सरकार के ये षड़यंत्र तो नहीं था इसलिए 2021 की जनगणना हुई होती तो 2024 के लोकसभा के चुनाव में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देना पड़ता। भाजपा हमेशा महिलाओं से ही षड़यंत्र रचने का काम किये है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान 73वें संविधान संशोधन के बाद स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए पंचायती स्तरों पर एक तिहाई आरक्षण का प्रावधान किया था। सिर्फ राजनीति ही नहीं बल्कि सेना, नौसेना और वायुसेना में महिलाओं को 11 प्रतिशत आरक्षण भी दिया गया था। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से पंचायती राज से लेकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने का काम किये है। मोदी सरकार ने 33 प्रतिशत आरक्षण के नाम पर महिलाओं को झुनझुना थमा दिया है। आरक्षण लागू किए जाने के लिए परिसीमन और जनगणना पर निर्भरता की शर्त सही नहीं है। केंद्र सरकार की मंशा ठीक होती तो आने वाले पांच विधानसभाओं के चुनाव में ही इसे लागू किया जाता। आरक्षण के नाम पर महिलाएं ठगा महसूस कर रही है। जातिगत जनगणना के नाम से भाजपा क्यों परेशान है? हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और है। ऐसा ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के है। आरक्षण के नाम पर वोट मांगेंगे।

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