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शाह ने एक कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कहा, 'अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मतगणना तक साथ हैं. यदि उनकी (सपा) सरकार बनती है, तो आजम खान (उनकी सरकार में) बैठेंगे और जयंत भाई बाहर हो जाएंगे.
मुजफ्फरनगर /शौर्यपथ/
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इससे एक दिन पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जयंत चौधरी के साथ यहां भाजपा पर तीखा निशाना साधा था. यादव ने कैराना से हिंदुओं के पलायन के भाजपा के चुनावी मुद्दे और जयंत चौधरी को भाजपा के चुनाव बाद गठबंधन की पेशकश को यह कहते हुए खारिज कर दिया था, "उनका निमंत्रण कौन स्वीकार कर रहा है? कल्पना कीजिए कि उनकी कैसी हालत हो रखी है कि जिसकी वजह से उन्हें साथ आने के लिए न्योता देने को मजबूर होना पड़ रहा है. चौधरी ने भी पहले यह कहते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया था कि वह "चवन्नी" नहीं हैं कि वह इतनी आसानी से पलट जाएंगे.
शाह ने एक कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कहा, 'अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मतगणना तक साथ हैं. यदि उनकी (सपा) सरकार बनती है, तो आजम खान (उनकी सरकार में) बैठेंगे और जयंत भाई बाहर हो जाएंगे. उनके उम्मीदवारों की सूची बता सकती है कि चुनाव के बाद क्या होगा.' उन्होंने अखिलेश यादव को भी चुनौती देते हुए कहा, ''अखिलेश बाबू को शर्म भी नहीं आती, कल उन्होंने यहां कहा था कि कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है. अखिलेश बाबू, आज मैं एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपना आंकड़ा देने आया हूं, अगर आप में हिम्मत है, कल एक संवाददाता सम्मेलन में अपने शासन के आंकड़े घोषित करें.'
छल, कपट, जुमला, वादाखिलाफी और गलतबयानी ही भाजपा का राजनैतिक चरित्र है
रमन सरकार के दौरान किसानों के साथ अन्याय की समीक्षा और उचित समाधान कांग्रेस का संकल्प है
रायपुर / शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि 2006 और 2013 में पुनर्वास योजना के नाम पर रमन सिंह की सरकार ने नई राजधानी के किसानों को लगातार ठगा है। आपसी सहमति से तय किए गए पुनर्वास योजना को यदि ईमानदारी से लागू किया गया होता तो आज किसानों को आंदोलन नहीं करना पड़ता। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय नए रायपुर के किसान लगातार आंदोलनरत रहे, दिल्ली तक पदयात्रा की पर तत्कालीन रमन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगा, आज यही भाजपाई बेशर्मी से तथ्यहीन आरोप लगाकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों की मांगों को लेकर बेहद गंभीर है, संवेदनशील है। रमन सरकार के दौरान नई राजधानी के किसानों से हुए अन्याय और अत्याचार की समीक्षा करने तथा किसानों की मांग पर चर्चा के लिए तीन वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों की कमेटी गठित किया गया है। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर और नगरीय निकाय मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया नई राजधानी क्षेत्र में 42 गांव के प्रभावित किसानों, किसान नेता और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर उचित निर्णय लेंगे। नवा रायपुर के किसानों की समस्या, रमन सरकार के छल, कपट, जुमला और वादाखिलाफी का ही प्रमाण है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि नवा रायपुर के आंदोलनरत किसानों की ज्यादातर मांगे पूर्ववर्ती रमन सरकार के दौरान 2006 और 2013 में तय किए गए पुनर्वास योजना के तहत आपसी सहमति के बाद रमन सरकार द्वारा किए गए छल, कपट के खिलाफ़ है। रमन सरकार के कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के चलते 14,000 करोड़ से अधिक की राशि बिना बसाहट के केवल रोड रास्तों में फूंका गया, कमर्शियल कांप्लेक्स जैसे निर्माण में लागत 5 गुना बताई गई, दो-दो मंजिल के बिल्डिंग में 4-4 लिफ्ट लगाते रहे पर किसानों को भुगतान के लिए हमेशा कोताही बरती गई। रमन सरकार ने 2011 से एनआरडीए का ऑडिट नहीं करवाया था जिसके कारण सीएजी की आपत्ति पर कई तरह के भुगतान पर रोक लगी है लेकिन अब कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऑडिट की प्रक्रिया को आरंभ कर दिया है। रमन सरकार द्वारा नई राजधानी के प्रभावित 42 गांव में से केवल 2 गांव के किसानों को आवास दिया गया था वह भी फ्लैट। पुनर्वास नीति के अनुसार उद्यानिकी, आवासीय और व्यावसायिक भूखंड पात्रता अनुसार दिया जाना था। भाजपा यह बताएं कि किसान अपने मवेशी क्या तीसरे-चौथे फ्लोर में बांधेंगे? राज्य निर्माण के बाद कांग्रेस सरकार के समय के शिलान्यास स्थल चेरिया-पौता की जमीन भाजपा शासन द्वारा निजी संस्थान को दे दी गई। षड्यंत्र पूर्वक अनेकों भू-माफिया भाजपा नेताओं की जमीन को अधिग्रहण से बाहर रखा गया और बिना मुआवजा दिए ही किसानों की जमीन अधिग्रहित कर ली गई। भूपेश बघेल सरकार किसानों, किसान संगठनों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर उनकी मांगों के शीघ्र निराकरण के लिए प्रयासरत है।
रायपुर/ शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अवैध रेत उत्खनन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देने का स्वागत करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद प्रदेश में रेत खदानों पर भर्राशाही चलानों वालों पर लगाम लगेगी। इससे राज्य के राजस्व में हो रही चोरी में भी लगाम लगेगी। रेतमाफ़िया पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सख्ती से भाजपाई बेचैन हो गई है। गैर कानूनी काम करने वालों पर जब-जब मुख्यमंत्री सख्ती करते है तब भाजपा तिलमिला क्यों जाती है? जब ड्रग माफिया पर कार्यवाही हुई थी तब भी भाजपा ने आपत्ति जताया था। जब हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाया गया कड़े कानून बनाया गया तब भी भाजपा ने विरोध किया था? अपराधियों और माफियाओं पर अंकुश लगाने उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही से भाजपा परेशान क्यों हो जाती है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनाने के बाद से ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेत के अवैध उत्खन्न को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया था तथा प्रदेश की रेत खदानों को छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अधीन किया गया इससे रेत उत्खन्न से राज्य के राजस्व में बढ़ोत्तरी हुयी। दूरस्थ क्षेत्रों में कहीं-कहीं पर चोरी हुये हो रहे अवैध उत्खन्न को रोकने के लिये मुख्यमंत्री आदेश का व्यापक प्रभाव होगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में रेतमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से रेत के उत्खनन और परिवहन को लेकर आ रही खबरों को गंभीरता से लिया है। उन्होंने राज्य के हित में रेत माफियाओं पर सख्ती से लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं। तब भाजपा इस पर भी ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री ने रेत उत्खनन के मामलें में जवाबदेही तय करके अपने कठोर और जनोन्मुखी शासन की नजीर प्रस्तुत किया है। किसी भी जिले से अवैध रेत उत्खनन की शिकायत मिलने पर कलेक्टर और एसपी व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे। अवैध उत्खनन पर कार्रवाई नही होने पर जिले के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और उनके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने अवैध उत्खनन रोकने कलेक्टर और एसपी को स्वयं मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं तो भाजपा को रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए इसका स्वागत करना चाहिए लेकिन वे रेतमाफ़िया के खिलाफ सख्ती को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के संरक्षण में प्रदेश में 15 सालों से रेत माफिया, भूमाफिया, कोल माफिया, नशा माफिया जैसे तमाम तरीके के माफिया सक्रिय हो गये थे। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद इन माफियाओं पर लगाम कसा गया है। 15 सालों तक मोटी काली कमाई करने वाले माफिया बीच-बीच में फिर सर उठाने की कोशि करते है। उनके दमन के लिये इस प्रकार के कड़े निर्देश और कार्यवाही आवश्यक है।
रायपुर/ शौर्यपथ / भाजपा की कार्यसमिति की बैठक में भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और नितिन नवीन के नहीं आने पर कांग्रेस ने तंज कसा। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि निकाय चुनाव में हार की शर्म से पुरंदेश्वरी नहीं आई। बस्तर के चिंतन शिविर में डी पुरंदेश्वरी ने छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता के विश्वास प्राप्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के ऊपर भाजपा कार्यकर्ताओं को थूकने का प्रेरित किया था। इसका करारा जवाब छत्तीसगढ़ के 15 निकाय के चुनाव में जनता ने भाजपा को हरा कर दे दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के 3 साल के कार्यकाल के बाद छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। मुद्दों के दिवालियापन के दौर से गुजर रही है। डी पुरंदेश्वरी और भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ की शांत धरा को अशांत करने के लिए धर्म से धर्म को लड़ा कर, जाति से जाति को लड़ा कर वैमनस्यता फ़ैलाने रणनीति बनाई थी। उस पर मुंह की खानी पड़ी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के नेतृत्व में नगरीय निकाय चुनाव लड़ी और चारो खाना चित्त हो गई। 15 निकायों के चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई। डी पुरंदेश्वरी जो बड़ी-बड़ी दावा कर रही थी खुद को हंटर वाला बता रही थी उसके हंटर से पूर्व के रमन सरकार के कमीशनखोर मोटी चमड़ी वाले भाजपा नेताओं पर कोई फर्क नही पड़ा। डी पुरंदेश्वरी इस बात को भूल गई की राज्य निर्माण के वक्त भाजपा के नेताप्रतिपक्ष चुनने आए प्रभारी को एकात्म परिसर में भाजपा नेताओं के गुंडागर्दी से बचने टेबल के नीचे छिपकर अपनी जान बचाना पड़ा था। ऐसे मोटी चमड़ी वाले मठाधीश नेताओं के आगे डी पुरंदेश्वरी का हंटर भी कोई काम का नहीं रहा।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता हमेशा से छत्तीसगढ़ विरोधी कृत्यों में लगे हुए हैं। मोदी सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के साथ जो भेदभाव किया जा रहा है सौतेला व्यवहार की जा रही हैं उस पर मौन हैं और छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा के प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी उनके केंद्रीय नेता और छत्तीसगढ़ भाजपा नेताओं के चरित्र को पहचान चुकी है। ऐसे में नगरीय निकाय चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा के प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी जो छत्तीसगढ़ के सरकार को थूकने कर बहा देने का दावा कर रही थी वह किस मुंह से छत्तीसगढ़ आएंगी। छत्तीसगढ़ में वैमनस्यता फैलाने वाले छत्तीसगढ़ को अपमानित करने वालो को माफ नहीं करती और छत्तीसगढ़ की जनता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के साथ में खड़ी हुई है।
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
सपा के नेता अखिलेश यादव ने आज आरोप लगाया है कि उनके हेलीकॉप्टर को बिना किसी कारण के दिल्ली में रोक कर रखा गया, हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने जानकारी दी कि उन्हें उड़ान भरने की इजाजत मिल गई है. बता दें कि अखिलेश यादव को आज जयंत चौधरी के साथ मुजफ्फरनगर में प्रेस वार्ता करनी है, लेकिन उनके चॉपर को दिल्ली में ही रोका हुआ था. इसे लेकर अखिलेश ने ट्वीट भी किया कि हेलीकॉप्टर रोक सकते हो, हौसलों को नहीं. जनता सब समझ रही है.
राष्ट्रीय लोकदल के नेता रोहित अग्रवाल ने भी इस बाबत कू किया था. अखिलेश यादव का हेलीकॉप्टर को रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है और संविधान की हत्या है. भारतीय जनता पार्टी अपनी हार देख रही है, इसलिए ऐसी हरकत कर रही है. हेलीकॉप्टर अभी भी बिना कोई कारण बताए दिल्ली में रुका है और उसे मुजफ्फरनगर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही, जबकि भाजपा के एक शीर्ष नेता ने अभी यहां से उड़ान भरी है. यह हारी हुई भाजपा की हताश साजिश है. जनता सब समझ रही है....
पूर्व मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्विटर पर यह लेटर शेयर किया. अखिलेश यादव ने लोगों से गणतंत्र दिवस पर "संविधान को बचाने" का संकल्प लेने का आग्रह किया.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सरकार और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कई मुद्दों को लेकर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने मौजूदा समय को 'आधी कमाई और दोगुनी महंगाई' का दौर बताया. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार लोगों के लिए केवल "मुश्किलें और परेशानियां' लाई है.
सपा सुप्रीमो ने जनता को लिखे खत में कहा, "आधी कमाई, दोगुनी महंगाई के इस दौर में गरीब और शोषित वर्ग की नहीं बल्कि सड़क पर आए मजदूर, कुशल एवं अर्द्ध-कुशल श्रमिक व हुनरमंद कारीगर, पढ़े-लिखे बेरोजगार, अर्थव्यवस्था की खस्ताहाल हालत की वजह से नौकरी से निकाले गए लोग, छोटे कारोबारी और किसान सब परेशान है. वास्तव में,जब से यह सरकार आई है, सिर्फ परेशानी और मुश्किल ही लाई है."
पूर्व मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस के दिन ट्विटर पर यह लेटर शेयर किया. अखिलेश यादव ने लोगों से गणतंत्र दिवस पर "संविधान को बचाने" का संकल्प लेने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, "आइए सकारात्मक बदलाव लाने के लिए, हम उस सकारात्मक, प्रगतिशील और व्यावहारिक राजनीति के साथ आगे बढ़ें, जो किसी एक खास वर्ग को नहीं बल्कि आम जनमानस को संग लेकर बढ़ती है.
वहीं सीएम योगी की बात करें तो आज वह बिजनौर के प्रवास पर रहेंगे. सीएम सुबह 11 बजे बिजनौर के काकरान वाटिका और दोपहर 12.30 बजे कान्हा बैंकेट हॉल नजीमाबाद में प्रभावी मतदाताओं के साथ घर-घर जनसंपर्क करेंगे.
लखनऊ /शौर्यपथ/
यूपी चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में पूरी ताकत झोंक रखी है. बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आज अपने यूपी प्रवास में कई संगठनात्मक बैठक करेंगे और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कार्यकर्ताओं एवं पार्टी पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करेंगे. यही नहीं वह मोदीनगर के सीकरी महामाया मंदिर में दर्शन-पूजा भी करेंगे. इसके बाद वह एबीएस गार्डन हापुड़ रोड मोदीनगर में मतदाताओं के साथ संवाद और घर-घर जाकर जनसंपर्क करेंगे.
वहीं सीएम योगी की बात करें तो आज वह बिजनौर के प्रवास पर रहेंगे. सीएम सुबह 11 बजे बिजनौर के काकरान वाटिका और दोपहर 12.30 बजे कान्हा बैंकेट हॉल नजीमाबाद में प्रभावी मतदाताओं के साथ घर-घर जन
संपर्क करेंगे. वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आज हापुड़ के प्रवास पर रहेंगे. उपमुख्यमंत्री धौलाना विधानसभा में प्रभावी मतदाताओं के साथ संवाद तथा घर-घर जनसम्पर्क करेंगे. इसके साथ ही विधानसभा पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे.उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे और नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार सपा पर निशाना साध रहे हैं. उन्होंने हाल ही में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी सुरक्षा (बीजेपी) और विकास के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपराधियों को अपना प्रत्याशी घोषित कर “विनाश की सूची” जारी की है. उन्होंने कहा, “वह कैराना (Kairana) के जरिये यहां कश्मीर बनाने का सपना देख रहे थे. ऐसे तत्वों को हमने कहा है- कश्मीर अब स्वर्ग बन रहा है और पश्चिमी उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है.”
उत्तरप्रदेश/शौर्यपथ/
आरपीएन सिंह ने ट्वीट भी किया है- यह मेरे लिए नई शुरुआत है. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, और माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए तत्पर हूं.
यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है.आरपीएन सिंह ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर व ज्योतिरादित्य सिंधिया, यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, और यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की उपस्थिति में औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हुए. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद आरपीएन सिंह ने कहा कि 32 सालों तक मैं एक पार्टी में ईमानदारी, लगन और मेहनत से एक पार्टी में रहा, लेकिन जिस पार्टी में इतने सालों तक रहा, अब पार्टी वैसी नहीं रह गई और न ही उस पार्टी की वैसी सोच रह गई है. बहुत समय से तमाम लोग मुझसे कहते थे कि भारतीय जनता पार्टी में आपको जाना चाहिए. बहुत समय तक मैंने सोचा, अंत में यही कह सकता हूं कि देर आए, दुरुस्त आए. अब कई राज्यों में चुनाव चल रहे हैं, मैं यूपी से आता हूं तो बताना चाहता हूं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जो योजनाएं यूपी में आई हैं, उस पर मुझे गर्व है. पूर्वांचल में जिन योजनाओं के लिए सपनों में सोचा जाता था,उसे हकीकत में डबल इंजन की सरकार ने संभव किया है. कानून-व्यवस्था भी यूपी में बहुत अच्छी हुई है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि छोटे से कार्यकर्ता के रूप में यूपी और देश के निर्माण में जो भी काम देंगे उसे पूरी निष्ठा से करूंगा.
बता दें कि इससे पहले आरपीएन सिंह ने ट्वीट किया है- यह मेरे लिए नई शुरुआत है. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, और माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए तत्पर हूं.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली. भाजपा ज्वाइन करने पर उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है. मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी और गृहमंत्री अमित शाह जी के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए तत्पर हूं.'
आज ही उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, उन्होंने इस्तीफा देते हुए लिखा था, 'आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं.' आरपीएन सिंह ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा था.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले आरपीएन सिंह का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है. पूर्वी यूपी के कुशीनगर से ताल्लुक रखने वाले आरपीएन सिंह राज्य में कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक थे और सोमवार को जारी की गई पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम था. बताया जा रहा है कि भाजपा उन्हें उनके गढ़ पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव लड़वा सकती है, जहां से सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को उतारा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने हालही योगी कैबिनेट छोड़कर सपा का दामन थामा है.
आरपीएन सिंह पडरौना सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. वह साल 2009 में कुशीनगर से सांसद चुने गए लेकिन 2014 में हार गए. स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछले दो विधानसभा चुनाव में पडरौना सीट से जीत हासिल की है, पहले मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पार्टी से और दूसरी बार भाजपा के टिकट पर उन्होंने चुनाव लड़ा था. 2009 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य को हराया था.
इससे पहले उन्होंने अपने टि्वटर बायो से कांग्रेस का नाम हटा दिया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह झारखंड कांग्रेस प्रभारी थे. अब उनका टि्वटर बायो 'My motto India, First, Always' है.