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राजनांदगांव।शौर्यपथ/ छत्तीसगढ़ राज्य के 6500 प्राईवेट विद्यालयों में वर्तमान में लगभग 3,20,000 बच्चे शिक्षा के अधिकार के अतर्गत पढ़ रहे है। यह बच्चें गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों से आते है जिनके पालकों के पास की-पैड वाला परंपरागत मोबाइल होता है, जबकि ऑनलाईन क्लासेस हेतु महंगे स्मार्ट फोन की जरूरत है, इतना ही नहीं बच्चों को मंहगे-मंहगे कॉपी-किताब स्वयं खरीदने पड़ रहे है, क्योंकि सरकार (राज्य और केन्द्र) के द्वारा आरटीई की प्रतिपूर्ति राशि का भुगतान विगत दो वर्षो से नहीं किया है। छत्तीसगढ़ पैरेट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण गरीब तबका विगत एक वर्ष से ऐसे की मंदी की मार झेल रहा है और जैसे-तैसे अपना जीवन-यापन कर रहा है। प्राईवेट स्कूलों में नर्सरी से लेकर कक्षा बारहवीं तक के बच्चों के लिए ऑनलाईन क्लासेस दिनांक 1 अप्रैल से आरंभ हो हुआ था और पुनः 15 जून से ऑनलाईन क्लासेस आरंभ होने वाला है और इस ऑनलाईन क्लासेस से आरटीई के बच्चे प्रभावित हो रहे है और उनके पालक परेशान हो रहे है, क्योंकि कई बच्चे जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है और जिन बच्चो ने मंहगी-मंहगी कॉपी-किताब नहीं खरीदा है वे शिक्षा से वंचित हो रहे है। ऑनलाईन क्लासेस आरंभ होने से आरटीई के बच्चों के साथ भेदभाव हो रहा है, क्योंकि बीत वर्ष भी इन बच्चों की राज्य सरकार ने कोई सूध नहीं लिया, जबकि दिल्ली सरकार ने अपने राज्य में ईडब्ल्युएस वर्ग के बच्चों को मोबाईल और डाटा उपलब्ध कराया था, जिसको लेकर छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल ने स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में भी आरटीई के बच्चों को मोबाईल और डाटा उपलब्ध कराने की मांग किया गया था, लेकिन बीते वर्ष आरटीई के बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने कुछ नहीं किया। श्री पॉल ने बताया कि बीते सत्र 2020-21 में प्रदेश में लगभग 300 प्रायवेट स्कूल बंद हो गए थे और इन स्कूलों में आरटीई बच्चों को किस अन्य स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाना था जो आज तक नहीं किया गया है। श्री पॉल का आरोप है कि छत्तीसगढ़ सरकार के पास आरटीई के प्रवेशित बच्चों को कैसे ऑनलाईन पढ़ाई कराया जाएगा, इस संबंध में कोई ठोस कार्य योजना नहीं है और ना अब तक कोई इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया गया है। श्री पॉल ने इस मामले को लेकर अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, दिल्ली को पत्र लिखकर तत्काल उचित कार्यवाही करने की मांग किया गया है, ताकि प्रदेश में आरटीई के अंतर्गत प्रवेशित 3,20,000 बच्चों को भी निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का लाभ दिया जावे, चाहे पढ़ाई ऑनलाईन या वर्चुवल क्लासेस के माध्यम से कराया जा रहा है। ------------------
राजनांदगांव।शौर्यपथ/ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य व पुर्व जिला पंचायत सदस्य क्रांति बंजारे ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने इस 7साल के कार्यकाल में देश की जनता को महंगाई और बेरोजगारी के अलावा कुछ नहीं दिया है और जिसे दिया है वो हैं सिर्फ हम दो हमारे दो ,मोदी सरकार बस उन्ही के लिए कार्य किया है ।अब इस देश की जनता बचे हुये कार्यकाल में मोदी जी को नौ दो ग्यारह करेगे मोदी ने इस देश की जनता को नोटबंदी के नाम पर अविवेक पूर्ण निर्णय से देश की अर्धव्यवस्था को चौपट किया है व - जी0एस0टी0 लगाने के कारण उद्योग धन्धे कारखाने बंद हुए और बहुतायत लोग बेरोजगार हुए जिससे देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी। निजीकरण को बढ़ावा - देने से सरकारी संस्थान नीलाम हो रही है एवं नौकरी का अवसर समाप्त हो रहा है बेरोजगारी बढ़ रही है। एयरपोर्ट, रेल्वे ,बैंक निजी हाथों में देकर देश की संपत्ति को बेचने का काम किया ।और सीधी तौर पर सरकारी नियंत्रण समाप्त कर दिया। इन 7 वर्षो में सभी आवश्यक वस्तुओ के दर के बेतहाशा वृ़द्धि हुई दैनिक आवश्यकताओं की वस्तुओ से लेकर डीजल- पेट्रोल ,खाद्य सामग्री के दाम उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है । इसके अनुपात में आम आदमी की आय नही बढी जिससे गरीबी बढ़ी है। किसानो के आय दोगुना करने का झूठी वादा किया गया इन 7 वर्षो में किसानों आय तो दुगुनी नहीं हुई बल्कि किसानों की बेरोजगारी और महंगाई जरूर दुगुनी साबित हुई - 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज का अता-पता नहीं चला। देश की जी.डी.पी. में कृषि क्षेत्र का योगदान 30 फीसदी है, फिर भी केन्द्र सरकार ने वर्ष 2021-22 के बजट में खाद की सब्सिडी में 54,417 करोड़ की कटौती की है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सरकार में आने के पूर्व स्वामीनाथन कमेटी के रिपोर्ट को लागू कर किसान की आय में दो गुना बढ़ोतरी करने की बात कही थी परन्तु सरकार मे आने के बाद उसके विपरीत तीन कृषि कानून लाकर किसानो के साथ धोखा किया जिससे किसान व्यथित है। किसानो को खालिस्तानी, आंतकवादी, मुनाफाखोर कहकर भाजपा के लोगों ने अपमानित करने का काम किया है। राष्ट्रीय आपदा कोविड-19 कोरोना के संक्रमण को रोकने में भी केन्द्र सरकार नाकाम सिद्ध हुई। - राहत, बचाव, उपचार जैसे आवश्यक कदम उठाने में सरकार असफल हुई ।जिस प्रकार से उत्तररप्रदेश एवं बिहार के गंगा नदी में अनगिनत लाशे तैरती मिली एवं गंगा किनारे रेत में अनगिनत लाशे दफनाई गई। इससे भारत सरकार की बदनामी देश ही नहीं पूरी दुनिया में हुई। वैक्सीनेशन में भी सरकार की नीति अविवेकपूर्ण रही - देश के नागरिकों के लिए पर्याप्त वैक्सीन न होते हुए भी विदेशों में सप्लाई की गई यह देश की जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा है। दूसरी ओर मोदी सरकार ने आपदा में भी अवसर ढूंढने का काम किया। वैक्सीन का व्यवसायीकरण (कार्मशियल) किया जिसने सरकार की जन विरोधी मंशा को स्पष्ट कर दिया*।
0बूरे फंसे जिला शिक्षा अधिकारी हेतराम सोम
0पालकों के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कोतवाली थाने में की गई है लिखित शिकायत
0 छ.ग. मानव अधिकार आयोग मे भी हुई शिकायत
0 बालक कल्याण समिति ने भी लिया संज्ञान
राजनांदगांव। शौर्यपथ/ ग्रीन फिल्ड सीआईटी स्कूल के संचालक ने जिला शिक्षा अधिकार कार्यालय में पत्र भेजकर बड़ा खुलासा कर दिया कि स्कूल शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ने बिना प्रबंधन को जानकारी दिए ही स्कूल बंद कर दिया जिसके लिए शिक्षा विभाग जिम्मेदार है और अब स्कूल प्रबंधन स्कूल संचालित नही करेगा।
स्कूल संचालक ने गंभीर आरोप लगा कर जिला शिक्षा अधिकारी की मुश्किले बढ़ा दिया है क्योंकि अब तक पालको यह जानकारी दिया जा रहा था कि स्कूल संचालकों ने अचानक स्कूल बंद कर दिया है और इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी ने दो बार डीपीआई रायपुर भेज कर स्कूल का नाम आरटीई पोर्टल से भी हटा दिया गया था।
इस पूरे मामले में पुलिस विभाग भी शिक्षा विभाग से जानकारी ले रहा है क्योकि पालको की लिखित शिकायत है कि जिला शिक्षा अधिकारी की घोर लापरवाही और उदासिनता के चलते उनके बच्चों का जीवन व भविष्य बर्बाद हो गया है।
शिक्षा का अधिकार कानून के अंतर्गत गरीब बच्चों को इस स्कूल में जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा प्रवेश दिलाया था और इन बच्चों को कक्षा बारहवी तक शिक्षा पूर्ण कराने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी है लेकिन गरीब बच्चे विगत एक वर्ष से शिक्षा पाने भटक रहे है।
बालक कल्याण समिति भी इस बात को लेकर गंभीर है और उनका भी कहना है कि बच्चों को किसी अन्य स्कूलों में प्रवेश दिलाया जाना चाहिए जिसको लेकर समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी को दिनांक 5 अप्रैल को पत्र भी जारी किया है।
कलेक्टर ने भी इस मामले में कई पत्र जिला शिक्षा अधिकारी को प्रेषित कर चूके है लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी ने उनकी बातों को गंभीरता से नही लिया।
पालको का कहना है कि उनके बच्चो को शिक्षा से वंचित रखकर उनके बच्चों के मौलिक अधिकार का हनन किया गया है जिसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी दोषी है और डीईओ के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किया जाना चाहिए।
पालको ने इस मामले की पूरी जानकारी छ.ग. मानव अधिकार आयोग को भी प्रेषित कर दिया है क्योकि उनका कहना है जिला शिक्षा अधिकारी ने उनके बच्चों के मौलिक अधिकार का हनन किया है।
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी अब घिरते नजर आ रहे है क्योंकि मामला बच्चों के जीवन व भविष्य से जूड़ा हुआ है और इन गरीब बच्चो को स्वयं शिक्षा विभाग ने इस स्कूल में प्रवेश दिलाया था और गरीब बच्चे विगत एक वर्ष से शिक्षा से वंचित है और शिक्षा पाने जिला शिक्षा अधिकारी से आग्रह कर रहे है लेकिन इन गरीब बच्चों को किसी भी स्कूल में प्रवेश नही दिलाया गया।
0 स्व. अजीत जोगी की पुण्यतिथि मनाई गई
0 जोगी ब्रिगेड टीम के द्वारा वृद्धाश्रम में फल वितरण किया गया
राजनांदगांव। शौर्यपथ/ स्थानीय छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) द्वारा शनिवार को पार्टी सुप्रीमो व प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. अजीत प्रमोद कुमार जोगी की पुण्यतिथि मनाई गई। समर्थकों द्वारा वृद्धाश्रम में जाकर फल वितरण किया गया।
पुण्यतिथि पर राजनादगांव युवा जोगी ब्रिगेड टीम दीपक सोनी सहित समस्त कार्यकर्ताओं ने कोविड नियमों का पालन करते हुए स्व. जोगी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर राजनादगांव युवा जोगी ब्रिगेड टीम दीपक सोनी ने कहा कि भले ही आज राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री जोगी जी भौतिक रूप से हमारे साथ नहीं है, लेकिन उनके विचार हमारे साथ है। हम इन्हीं विचारों को लेकर एक दिन छजकां की सरकार प्रदेश में बनाएंगे और उनके सपनों का छत्तीसगढ़ बनाएंगे। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं को जोगी जी के सपने को पूरा करने का संकल्प दिलाया गया। श्री सोनी ने कहा कि स्व. अजीत जोगी के पूरे जीवनकाल में उनका संघर्ष और उनकी नेतृत्व क्षमता उनकी पहचान रही है। छत्तीसगढ़ महतारी को न्याय और छत्तीसढ़ियों को उनका उचित हक दिलाना जोगी का सपना रहा, जिसे पूरे करने स्व. अजीत जोगी ने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। स्व. जोगी की जीवटता और संघर्ष सबके दिलों में जीवित रहेगा।
श्री सोनी ने स्वर्गीय अजीत जोगी जी को याद करते हुए बताया कि अजीत जोगी जी छत्तीसगढ़ की जनता को लेकर हमेशा से ही चिंतित रहे हैं। छत्तीसगढ़ की स्थापना व विकास में अजीत जोगी जी के द्वारा लिए गए निर्णय मील का पत्थर साबित हुए हैं। साथ ही साथ उनके द्वारा बनाई गई पार्टी को हम सभी कार्यकर्ता मिलकर और मजबूत बनाएंगे।
राजनांदगांव ।शौर्यपथ/ हमालपारा वार्ड नं. 26 के पार्षद व युवा भाजपा नेता शरद सिन्हा ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजनांदगांव के लोकप्रिय विधायक डॉ. रमन सिंह पर उद्योग खुलवाने की बात कहने वाली महापौर श्रीमती हेमा देशमुख को करारा जवाब देते हुए कहा कि चुनाव के समय गंज चौक में हजारों जनता व कांग्रेसी नेताओं के बीच राहुल गांधी ने कांग्रेस के सत्ता में आते ही नांदगांव के बंद पड़े बीएनसी मिल को खुलवाने की बात की थी। आज प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता है, नगर निगम में कांग्रेस बैठी है, ऐसे में महापौर को चाहिए कि अपने आका राहुल गांधी को कहकर कांग्रेसियों व उनके चट्टे - बट्टे ट्रेड यूनियन वाले कम्युनिस्ट नेता के कारण बंद पड़े बीएनसी मिल को खुलवाये और राजनांदगांव की जनता से किये गये अपने वादे को निभाए। श्री सिन्हा ने नगर निगम व शहर कांग्रेस की राजनीति में एकला चलो की राजनीति करने वाली महापौर श्रीमती हेमा देशमुख से कहा कि राजनांदगांव के दानवीर राजा के घोर विरोधी कांग्रेस ने जिले में और कोई उद्योग खुलने नहीं दिया। पूर्व सांसद शिवेन्द्र बहादुर ने केन्द्र द्वारा जिले में लगाये जा रहे रेल्वे एक्सल प्लांट को उन्हें मुंहमांगी कमीशन नहीं मिलने पर अन्यत्र भेज दिया। जिले के टेड़ेसरा, ठेलकाडीह में बड़े - बड़े उद्योग स्थापित थे। कांग्रेस व कांग्रेसियों के पिछलग्गु कम्युनिस्ट पार्टी के ट्रेड युनियन नेताओं ने मजदूरों को भड़का - भड़का कर धरना, आंदोलन कर करके तमाम उद्योग धंधे बंद करा दिये। यह तो गनीमत है, कि डॉ . रमन सिंह ने जिले में कुछ ऐसी परिस्थतियां पैदा की व उद्योगपतियों के लिए स्वच्छ वातावरण तैयार किया जिसके चलते सोमनी क्षेत्र, डोंगरगांव व राजनांदगांव में हजारों मजदूरों को काम देने वाले उद्योग धंधे चल रहे हैं। यहां के बीड़ी रोजगार का भट्ठा बैठाने में कांग्रेस के मुख्य भूमिका रही है। बाबा रामदेव के हजारों लोगों को काम देने वाले फुड पार्क को कांग्रेसियों ने आंदोलन कर खुलने नहीं दिया। अतः कांग्रेसी उद्योग - धंधे की बात न करें तो ही अच्छा है।
श्रेयांश मल्टीस्पेशिलिटी हास्पिटल और तेलीबांधा थाना पुलिस की सराहनीय पहल, लोगों ने लिया मास्क लगाने का संकल्प
रायपुर।शौर्यपथ/ कोरोना है टास्क तो पहला उपाय है मास्क...इस स्लोगन के साथ सेवा के लिए समर्पित श्रेयांश मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल और तेलीबांधा थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से तेलीबांधा चौक पर जन-जागरूकता अभियान चलाया। इस मौके पर लोगों को निःशुल्क मास्क वितरित कर आवश्यक टिप्स दिए गए तथा मास्क लगाने के लिए उन्हें प्रेरित भी किया गया। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस के इस सेवाभाव से प्रेरित होकर लोगों ने भी न सिर्फ मॉस्क लगाने का संकल्प लिया बल्कि आन स्पाट मास्क लगाकर थैंक्स कहा। कोरोना संक्रमण के दौर में हुई बहुत-सी निराशाजनक घटनाओं के बाद लोगों में अब सकारात्मक भाव भी दिखने लगे हैं। जनसेवा को लेकर तत्परता लगभग हर वर्ग में दिखाई देने लगी है। इसी क्रम में राजधानी रायपुर के अवंति विहार स्थित श्रेयांश मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल और तेलीबांधा थाना पुलिस ने भी संयुक्त रूप से सेवा की नई तस्वीर उकेरी। श्रेयांश अस्पताल और तेलीबांधा थाना पुलिस स्टाफ की मौजूदगी में तेलीबांधा चौक पर राहगीरों को निःशुल्क मॉस्क वितरित कर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया गया। मॉस्क वितरण के मौके पर तेलीबांधा सीएसपी नासिर सिद्दीकी ने कहा, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सबसे पहला और आवश्यक माध्यम मॉस्क ही है। इसके अलावा समय-समय पर हाथों को सैनेटाइज करने तथा दो गज की दूरी जैसे नियमों का पालन करने से भी कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। इन्हीं आवश्यक नियमों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए श्रेयांश मल्टी स्पेशियालिटी हास्पिटल व तेलीबांधा पुलिस के संयुक्त प्रयास से लोगों को मॉस्क का निशुल्क वितरण किया गया। साथ ही लोगों को समझाइश दी गई कि, बहुत जरूरी काम आने पर ही घर से बाहर निकलें तथा घर से बाहर निकलने की स्थिति में मॉस्क जरूर लगाएं। वहीं श्रेयांश मल्टी स्पेशिलिटी हास्पिटल के डॉ. श्रीप्रकाश सिंह (एमडीए मेडिसिन) ने कहा, कोरोना संक्रमण की गति धीमी जरूर हुई है, लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह नहीं टला है और ऐसे में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए सतर्क-सावधान रहने की जरूरत है। राहगीरों को निःशुल्क मॉस्क वितरित कर यही संदेश देने का प्रयास किया गया कि, वे लापरवाही न बरतें। कोरोना से बचाव हेतु मास्क जरूर लगाएं, स्वच्छता बरतते हुए समय-समय पर हाथों को सैनेटाइज करें तथा आवश्यक शारीरिक दूरी का गंभीरतापूर्वक पालन करें। डॉ. सिंह ने आगे कहा कि, कोरोना संक्रमण के लक्षण महसूस होने पर बिना देर किए चिकित्सक से सलाह-परामर्श लेना चाहिए, ताकि जल्द से जल्द तकलीफ से राहत पाई जा सके। वहीं तेलीबांधा थाना की एसआई विद्या शर्मा ने बताया, कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पुलिस विभाग की ओर से भी लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। लोगों को मॉस्क लगाने के प्रति जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है। तेलीबांधा चौक पर मॉस्क वितरण के अवसर पर श्रेयांश मल्टीस्पेशिलिटी हास्पिटल के डॉ. एसपी सिंह और तेलीबांधा सीएसपी नसिर सिद्दीकी के साथ श्रेयांश हॉस्पिटल के मार्केटिंग हेड संतोष ठाकुर, एडमिनिस्ट्रेशन हेड डॉ. चेतन व तेलीबांधा थाना पुलिस स्टाफ के साथ अन्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।
0अस्पतालों में होंगे जागरुकता कार्यक्रम, सीएमएचओ वीडियो कांफ्रेंसिंग में देंगे टिप्स राजनांदगांव। शौर्यपथ/ किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, इससे बचिए...इस संदेश को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष रूप से वीडियो कांफ्रेंसिंग की जाएगी, जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व जिला सलाहकार के साथ ही सभी सीएचओ, बीएमओ व आरएमओ शामिल होंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए तंबाकू सेवन के खिलाफ चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, ताकि जिले के दुरस्थ अंचल में भी लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुक करते हुए कार्यक्रम को सार्थक किया जा सके। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन करने से घातक बीमारियों से ग्रस्त होने के बाद कई लोगों की मौत भी हो जाती है। वहीं नई पीढ़ी भी जागरूकता के अभाव में तंबाकू के सेवन की ओर बढ़ रही है। तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए लोगों को जागरुक करने के लिए ही हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। तंबाकू निषेध दिवस पर इस बार की थीम कमिट टू म्ीट है, जिसके माध्यम से लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर इससे बचाव की जानकारी दी जाएगी। जन-जागरुकता हेतु अस्पतालों में प्रेरक बैनर-पोस्टर लगाए जाएंगे। जिला सलाहकार विकास राठौर ने बताया, जिले में तंबाकू सेवन करने वाले लोगों पर नियंत्रण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है तथा समय-समय पर लापरवाहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। कोटपा अधिनियम-2003 के अनुसार भी चौक-चौराहों व प्रमुख मार्गों पर अभियान चलाकर चालानी कार्रवाई की जाती है। इस संबंध में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी तथा सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया, वर्तमान दौर में युवाओं के नशे की गिरफ्त में आने की जानकारी भी मिलती रहती है, जो एक गंभीर विषय है और ऐसे में उन्हें सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है। तंबाकू सेवन पर नियंत्रण के लिए जिले में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर भी जिले के सभी विकासखंडों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए जन-जागरूकता का प्रयास किया जाएगा। प्रेरक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। लोगों को तंबाकू का सेवन करने तथा धूम्रपान से होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी जाएगी। इन गतिविधियों की सार्थकता के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। 0 इसलिए जानलेवा है तंबाकू तंबाकूयुक्त गुटखा, खर्रा, बीड़ी या सिगरेट में निकोटिन नाम का रासायनिक पदार्थ पाया जाता है जो इसके शौकीनों को धीरे-धीरे तंबाकू के सेवन का आदी बना देता है। वहीं इसका सेवन करने से शरीर के विभिन्न अंग जैसे-मुंह, गला, आहार नली, फेफड़ा, आमाशय, लीवर, किडनी व मस्तिष्क आदि के खराब होने का खतरा रहता है। साथ ही तंबाकू के सेवन से कैंसर, मानसिक रोग व नपुंसकता जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं 0क्या कहती है सर्वे रिपोर्ट ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे 2016-17 के अनुसार छत्तीसगढ़ में 39.1 प्रतिशत लोग किसी न किसी प्रकार से तंबाकू का सेवन करते हैं। यह देश की औसत 28.4 प्रतिशत से अधिक है। इसमें से 7 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने 15 वर्ष की उम्र से पहले ही तंबाकू का सेवन शुरू किया था। 29 प्रतिशत ने 15-17 वर्ष की उम्र से और 35.4 प्रतिशत ने 18-19 वर्ष में सेवन शुरू किया। यानी औसतन 18.5 वर्ष की आयु में तंबाकू का सेवन शुरू किया था।
राजनांदगांव/शौर्यपथ ।सरकार के दो अंग्रेजी माध्यम के स्कूल, एक सरकारी वाला और एक सजावटी वाला यानि एक सर्वसुविधायुक्त(स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल) और एक सुविधाहीन(शासकीय प्रथामिक और माध्यमिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल)। एक प्रायवेट स्कूलोें की तर्ज में तो दुसरा सरकारी स्कूलों की तर्ज में संचालित हो रहा है। सरकार क्यों नही दोनो अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को समायोजित कर एक ही जगह बच्चों को पढ़ा सकती है? क्योंकि दोनो तो सरकारी स्कूल ही है और दोनो में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाया जा रहा है तो फिर बच्चों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों? सभी बच्चों को समान अधिकार के साथ एक समान गुणवत्ता वाली शिक्षा दिया जाना चाहिए। सरकार को सुनियोजित योजना बनाना चाहिए ताकि यह भेदभावपूर्ण शिक्षा को समाप्त किया जा सके क्योंकि ऐसी शिक्षा शिक्षा अधिकार कानून का भी उल्लघंन है।
राजनांदगांव./शौर्यपथ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के वरिष्ठ नेता जरनैल सिंह का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। उनके निवास पर उन्हें जन्मदिन की बधाई देने के लिए समर्थकों-कार्यकर्ताओं व शुभचिंतकों का दिन भर तांता लगा रहा। इस दौरान सभी ने बुके सहित अन्य उपहार भेंटकर जरनैल सिंह को जन्मदिन की बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इसी क्रम में युवा जोगी ब्रिगेड के दीपक सोनी की टीम भी जनरैल सिंह के निवास पहुंची। दीर्घायु की कामना करते हुए टीम के लोगों ने जनरैल सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी और उनका आशीर्वाद लिया। खुशी के इस अवसर पर जकांछ के वरिष्ठ नेता जरनैल सिंह ने सभी समर्थकों का मुंह मीठा कराकर उनकी बधाइयां स्वीकार की एवं सभी के प्यार व स्नेह के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। बताते चलें कि जकांछ के वरिष्ठ नेता जरनैल सिंह क्षेत्र में मृदुभाषी, मिलनसार व एक सच्चे जनसेवक-राष्ट्रभक्त व्यक्तित्व के रूप में जाने-पहचाने जाते हैं। उदार व्यक्तित्व की वजह से ही लोगों के बीच उनकी एक विशेष और प्रेरक छवि है। .............................
▶️ निगम में 15 सब इंजीनियर,6 सहायक अभियंता व 2 ई पर काम कुछ नहीं
राजनांदगांव। शौर्यपथ/ जिला भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष पार्षद दल के प्रवक्ता शिव वर्मा ने कहा कि निगम मे काम कौड़ी का नहीं निगम की चिंता न महापौर को है, और न ही निगम आयुक्त को है। उनको शासन से बात करनी चाहिए कि यह छोटा सा शहर है, इतने अधिक अधिकारियों की जरूरत इस निगम को नहीं है, ताकि निगम का बोझ कुछ हल्का हो सके अभी वर्तमान में निगम में प्रति महीने 60 लाख वेतन देना होता है, जिसके कारण कर्मचारियों को 2 या 3 महीने में वेतन प्राप्त होते हैं। वहीं दूसरी ओर महापौर ने अपनी शपथ भाषण में कहा था कि कर्मचारियों को प्रति माह 10 तारीख के पहले वेतन प्राप्त होगा आज वह सपना साबित हो रहा है। कैसे करें शहर की जनता विकास और महापौर पर विश्वास यह तो पूरी तरह झूठ साबित हो रहा है। विगत डेढ़ साल में इस शहर के विकास के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा 1 रुपये भी विकास के नाम से प्राप्त नहीं हुआ है, बल्कि वार्ड में विकास कार्यों के प्रस्ताव बने 8 माह हो चुका है, परंतु अभी तक इस पर कोई भी अमल नहीं हुआ है। कैसे करें सरकार पर विश्वास और विकास की बात कहीं ऐसा तो नहीं की डॉक्टर रमन सिंह जी के विधानसभा होने के कारण कांग्रेस की सरकार निगम को पैसा ना दे, इसी कारण प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री इस प्रदेश सरकार को बदलापुर की सरकार कहते हैं, उन्होंने भी कहा कि नगर निगम क्षेत्र में प्रदेश सरकार के एकमात्र योजना पौनी पसारी योजना वह भी दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है। अभी तक नगर निगम मे निगम कर्मचारी के हितों के लिए न महापौर चिंता कर रहे हैं, और ना निगम आयुक्त कर्मचारियों को प्रति महीने एक निश्चित टाइम में वेतन कैसे प्राप्त होगा इसके लिए राज्य सरकार से अग्रिम राशि उपलब्ध करवाएं निगम की आय में बढ़ोतरी क्या करने से होगी इस पर भी चिंतन मनन करें वर्मा ने कहा कि निगम आयुक्त ने सब इंजीनियर को वाडो के बंटवारे में भी भेदभाव किया गया। जबकि एक सब इंजीनियर को 3 या 4 वाडं ही देखना होगा तथा आदेशित होना चाहिए कि उस वार्ड की संपूर्ण जिम्मेदारी देखरेख प्रतिदिन एक चक्कर लगाकर वहां की समस्या से अवगत रहे। वर्मा ने कहा कि निगम प्रशासन अपने मूल काम से भटक गए हैं, निगम का जो मूल काम है शहर की जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना, शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करना, शहर की लाइट व्यवस्था ठीक रहे। पूर्व में संचालित योजना को गति प्रदान करना इस कार्य से भी निगम प्रशासन अनभिज्ञ है श्री वर्मा ने कहा की पूर्व में स्वीकृत विकास कार्य एवं विधायक निधि एवं महापौर निधि कि कार्य को अति शीघ्र प्रारंभ करने अधिकारियों को आदेशित करें।