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नई दिल्ली / शौर्यपथ /मदुरई कोरोनावायरस के बीच तमिलनाडु की एक शादी चर्चा में आ गई है. यहां मदुरई के एक जोड़े ने बीच हवा में शादी की और अब मामला DGCA यानी डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन तक पहुंच गया है. दरअसल, इस जोड़े ने अपनी शादी का वेन्यू एक चार्टर्ड प्लेन को चुना और मदुरई से बेंगलुरु तक के लिए एक पूरी चार्टर्ड फ्लाइट ही बुक कर ली. शादी का पूरा समारोह फ्लाइट में हुआ. फ्लाइट जोड़े के रिश्तेदार और मेहमानों से भरी हुई थी.
इस घटना का वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें दूल्हा, दूल्हन को मंगलसूत्र पहनाते हुए दिख रहा है और जोड़ा फोटो खिंचा रहा है. फोटो में पीछे फ्लाइट में मेहमान दिखाई दे रहे हैं. अधिकतर लोगों ने फेस मास्क नहीं लगा रखा है और कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का कोई पालन नहीं हो रहा है.
विजुअल्स में देख सकते हैं कि दुल्हन, फूलों और गहनों से लदी हुई है और दूल्हे ने भी विवाह का पारंपरिक लिबास पहन रखा है. फ्लाइट अपनी क्षमता के हिसाब से पूरी तरह फुल लग रही है.
अब नियामक संस्था DGCA ने इस घटना के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. मदुरई के एयरपोर्ट डायरेक्टर एस सेंथिल वलवन ने बताया कि 'कल स्पाइस जेट की चार्टर्ड फ्लाइट मदुरई से बुक हुई थी. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों को बीच हवा में शादी की कोई जानकारी नहीं थी.'
DGCA ने बताया है कि उसने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. एयरलाइन और एयरपोर्ट अथॉरिटी से इसे लेकर रिपोर्ट मांगी गई है. वही, स्पाइस जेट की उस फ्लाइट पर मौजूद क्रू फिलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है. संस्था ने बताया कि एयरलाइन को निर्देश दिया गया है कि कोविड नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाए.
इस घटना को लेकर स्पाइस जेट ने भी एक बयान जारी किया है. एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने बताया कि 23 मई, 2021 को मदुरई के एक ट्रैवल एजेंट फ्लाइट बुक की थी. इसे शादी के बाद एक 'जॉय राइड' के तौर पर बुक किया गया था. एयरलाइन का कहना है कि एजेंट और गेस्ट पैसेंजर्स को कोविड गाइडलाइंस की जानकारी दी गई थी और उन्हें फ्लाइट पर कोई एक्टिविटी न करने को कहा गया था.
एयरपोर्ट और यात्रा के दौरान उन्हें कई बार गाइडलाइंस का हवाला दिया गया. इसमें फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध भी शामिल था. लेकिन बार-बार कहे जाने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन नहीं किया गया और अब एयरलाइन नियमों के हिसाब से उचित एक्शन लिया जा रहा है.
बता दें कि कोरोनावायरस की स्थिति को देखते हुए तमिलनाडु में 31 मई तक लॉकडाउन लगा हुआ है.
नई दिल्ली/ शौर्यपथ/ पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक समेत उनके परिवार के 12 सदस्य को क्वारंटाइन किया गया है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि ये राजनयिक अपने परिवार के 12 सदस्यों के साथ 22 मई को वाघा बार्डर पार कर पाकिस्तान पहुंचे थे. पाकिस्तानी स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ़ से किए गए रैपिड एंटीजन टेस्ट में एक राजनयिक की पत्नी कोरोना पाज़िटिव पाई गईं. हालांकि बाद में आए RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट में राजनयिक की पत्नी निगेटिव पाई गईं, लेकिन कोरोना यात्रा प्रोटोकाल के मुताबिक इन सभी को 10 दिनों तक क्वारंटाइन रहना होगा. यह एक सामान्य प्रक्रिया है.
कोरोना यात्रा प्रक्रिया के तहत क्वारंटाइन हुए राजनयिक और उनके परिवार के सदस्यों और ड्राइवर का 10वें दिन फिर से टेस्ट होगा. पाकिस्तानी सूत्र बताते हैं कि दोनों देशों की आपसी सहमति से तय कोरोना स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रेसेजियर के मुताबिक़ अगर किसी राजनयिक या उसके परिवार का कोई सदस्य कोरोना पाज़िटिव निकलता है तो उसे वापस अपने देश भेजने की बजाय उसी देश में क्वारंटाइन किया जाएगा, इसी सहमति के तहत प्रक्रिया अपनायी जा रही है. इस प्रक्रिया में कुछ भी असामान्य नहीं है.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /मधुबनी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच देश में ग्रामीण क्षेत्रों की खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई है. एक तरह जहां शहरों में लोगों को इलाज के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में न तो डॉक्टर और न ही नर्स दिखाए पड़ रहे हैं. इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं. ताजा मामला बिहार के मधुबनी जिले खजौली के सुक्की गांव का है. यहां एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र की ये दुर्दशा है कि इसका इस्तेमाल गौशाला के रूप में किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल से इस स्वास्थ्य केंद्र पर न तो कोई डॉक्टर और न ही कोई नर्स आई है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक ग्रामीण ने कहा कि पिछले साल से इस स्वास्थ्य केंद्र पर कोई नर्स या डॉक्टर नहीं आया है. लोगों को खजौली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है.
सुक्की गांव के अन्य शख्स ने कहा, "एक ANM को इस केंद्र के लिए तैनात किया गया था लेकिन कोविड-19 के कारण वर्तमान में वो एएनएम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खजौली में तैनात है. यह केंद्र यहां 30 सालों से ज्यादा समय से चल रहा है."
मधुबनी के सकरी में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी कुछ यही हाल है. यह जर्जर हालत में है. एक स्थानीय शख्स ने कहा, "यह अस्पताल केवल कागजों पर है. इस केंद्र के लिए डॉक्टर, नर्स और सफाई कर्मचारियों को नियुक्त भी किया गया है, लेकिन वे यहां मौजूद नहीं रहते हैं. वे महीने में सिर्फ एक बार आते हैं."
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, "यहां डॉक्टर नहीं आते हैं. यह केंद्र सिर्फ 26 जनवरी और 15 अगस्त को ध्वजारोहण के लिए खुलता है. यह अस्पताल सिर्फ कागजों पर ऑपरेशनल है."
नई दिल्ली/ शौर्यपथ / दिल्ली हाईकोर्ट ने ड्रग कंट्रोलर को बीजेपी सांसद गौतम गंभीर द्वारा किए गए फैबीफ्लू दवाओं के वितरण से संबंधित मुद्दों पर जांच करने को कहा है. आम आदमी पार्टी के दो विधायक भी जांच के दायरे में हैं.दिल्ली HC ने कहा कि गंभीर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं, नेता हैं. उन्होंने जरूरतमंदों की मदद के लिए फैबिफ्लू जैसी दवाइयां लेकर बांटी होंगी, लेकिन सवाल यह है कि क्या उनका यह तरीका सही था जब उन दवाइयों की इतनी किल्लत चल रही हो? HC ने ड्रग कंट्रोलर को निर्देश दिया कि वह इस मामले में शामिल हर व्यक्ति की जिम्मेदारी तय करे और कार्रवाई करे.हाईकोर्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि डॉक्टर के पर्चे के हिसाब से जांच की जाए जिसमें ये दवा खरीदने की सिफारिश की गई है. ड्रग्स कंट्रोलर इस मामलेको देखें और उसके अनुसार कार्रवाई करें.
ड्रग्स कंट्रोलर की तरफ से वकील नंदिता राव ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की जाएगी. हाईकोर्ट ने कहा कि हमारे विचार में तीन मामलों की जांच की जानी चाहिए. बीजेपी सांसद गौतम गंभीर, प्रीति तोमर विधायक 'आप' और प्रवीण कुमार विधायक 'आप' पर आरोप लगे हैं. जहां तक गंभीर की बात है तो एक डॉक्टर गर्ग के लिखे पर्चे पर 2628 स्ट्रिप खरीदी और बांटी. स्टेटस रिपोर्ट से पता चलता है कि वितरण के बाद 285 स्ट्रिप्स बचे थे, जो डीजीएचएस को दे दिए गए हैं. इस पहलू की भी जांच करने की आवश्यकता है, उसमें यह देखना होगा कि कैसे एक पर्चे पर दवा विक्रेताओं ने इतनी बड़ी मात्रा में फैबीफ्लू दे दिया. चूंकि उल्लंघन ड्रग कंट्रोलर के दायरे में आता है, इसलिए एकत्र की गई सामग्री को दिल्ली के ड्रग कंट्रोलर के दायरे में रखा जाए. ड्रग्स कंट्रोलर आवश्यक जांच करेगा और स्टेटस रिपोर्ट एक सप्ताह में दाखिल करेगा
हाईकोर्ट ने निर्देश दिया कि ऐसा लगता है कि ड्रग कंट्रोलर वर्तमान में मामलों की जांच/जांच और अभियोजन के संबंध में अपनी वैधानिक शक्तियों से अच्छी तरह वाकिफ नहीं है. हम दिल्ली सरकार के कानून विभाग, को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देते हैं कि वो ड्रग्स कंट्रोलर विभाग को जरूरी जानकारी मुहैया कराए. इस मुद्दे पर अगली सुनवाई 31 मई को होगी.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/ दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति के मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सिसोदिया ने सोमवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि केंद्र सरकार की बदइंतजामी की वजह से युवाओं के लिए बनाए गए सभी टीकाकरण केंद्र बंद हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि 45 साल से ऊपर के लोगों के लिए जो टीकाकरण केंद्र बनाए गए थे, वहां पर भी Covaxin के टीकाकरण केंद्र बंद हो गए हैं, अब केवल COVISHIELD के टीकाकरण केंद्र चल रहे हैं, यह स्थिति केवल दिल्ली में नहीं, पूरे देश में हैं. वैक्सीन की बात बदइंतज़ामी का आलम यह है कि देश में कई जिलों में युवाओं के लिए टीकाकरण शुरू ही नहीं हुआ और जहां शुरू भी हुआ, वहां बंद करना पड़ रहा है. वैक्सीन कहां गई? इसके लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार जिम्मेदार है.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन का ठीक से मैनेजमेंट नहीं कर पाई इसलिए देश कोरोना की मार झेलने को मजबूर है. हमने युवाओं के लिए वैक्सीन मांगी तो उन्होंने कहा कि आपको चार लाख मिलेंगी, आप ग्लोबल टेंडर करके ले लीजिए. सिसोदिया ने बताया, हमने मोडर्ना, PFIZER, जॉनसन एन्ड जॉनसन से संपर्क किया तो PFIZER और मोडर्ना ने हमको बता दिया है कि वह केवल केंद्र सरकार से बात कर रहे हैं. वह किसी भी राज्य सरकार को सीधा वैक्सीन सप्लाई नहीं कर रहे हैं तो जब हम देशी कंपनियों से वैक्सीन लेना चाहते हैं तो केंद्र सरकार कहती है कि सिर्फ चार लाख मिलेंगी और वैसे कहते हैं कि राज्य सरकार खुद खरीद लें और राज्य सरकार जब कंपनियों से मांगती हैं तो केंद्र सरकार बीच में आ जाती है और कहती है कि सिर्फ चार लाख वैक्सीन मिलेंगी. विदेशी कंपनियों की वैक्सीन, जो अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पूरी तरह से सफल साबित हो रही है और दुनिया के बहुत सारे देश इन वैक्सीन को खरीद कर अपनी जनता को लगवा रहे हैं. जब राज्य सरकार वैक्सीन खरीदने के लिए विदेशी कंपनियों के पास जा रही हैं तो वह कह रहे हैं कि केंद्र सरकार से बात करेंगे, उनसे बात कर रहे हैं. यह क्या मजाक बना रखा है वैक्सीन को लेकर?
उन्होंने कहा, 'मैं केंद्र सरकार से कहना चाहता हूं कि बड़े युद्ध स्तर पर, एक गंभीर जिम्मेदार सरकार की तरह अंतरराष्ट्रीय बाजार में खड़े हुए मोडर्ना, जॉनसन एन्ड जॉनसन और PFIZER की वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हैं. दुनिया की बहुत सारी सरकारें उनको खरीद रही हैं, खरीद चुकी है आप अभी मंजूरी देने में ही अटके हुए हैं. इनको मंजूरी दे और खरीदें और अपने देश के लोगों के लिए लेकर आइए. राज्यवार राजनीति से ऊपर उठिए और देश के लोगों के लिए सोचिए.
नई दिल्ली/शौर्यपथ / ईस्टर्न कोस्टल रेलवे ने साइक्लोन यास को देखते हुए बिहार समेत कई राज्यों की 25 ट्रेनें रद्द कर दी हैं. आप भी जानिए कौन सी ट्रेनें कब कैंसल रहेगी. पूर्वी तटीय रेलवे ने इसके लिए 25 ट्रेनों की एक सूची जारी की है, जिसमें विवरण है कि कौन सी ट्रेन कब तक कैंसल रहेगी. रेलवे ने जिन राज्यों के स्थानों की ट्रेनें कैंसल की हैं, उनमें बिहार, असम, बंगाल, कर्नाटक औऱ तमिलनाडु समेत कई राज्य शामिल हैं. रेलवे ने कहा है कि तूफान यास के कारण रेल यात्रियों को कोई परेशानी न हो, लिहाजा ट्रेनें को लेकर पहले ही शेड्यूल जारी किया गया है. जो ट्रेनें इन रूटों पर निर्धारित रेलवे समयसारिणी के अनुसार चलने वाली हैं भी, उनके लिए भी रेल यात्रियों को शेड्यूल देखने के बाद ही घर से रेलवे स्टेशन रवाना होने की सलाह दी है. तूफान की वजह से कैंसल ट्रेनों की सूची नीचे दी गई है.
रेलवे ने इससे पहले साइक्लोन ताउते के दौरान भी तटीय इलाकों की 56 ट्रेनों को रद्द किया था. इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और केरल से संबंधित रेलगाड़ियां शामिल थीं. तूफान ताउते के दौरान इन राज्यों में भारी बारिश, तेज हवाओं का कहर देखने को मिला था. रेलवे की तैयारियों से यात्रियों को भी ऐन मौके पर ट्रेन रद्द होने की असहज स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा था. साइक्लोन यास इस बार पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर कहर बरपा सकता है. 26 मई को ये प्रचंड रूप लेकर बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में तूफानी हवाओं और भारी बारिश लेकर आएगा.
ट्रेन नंबर-प्रस्थान-गंतव्य-तारीख
02510-गुवाहाटी-बेंगलुरु कैंट- 24-25 मई
05228-मुजफ्फरपुर-यशवंतपुर- 24 मई
02643-एर्नाकुलम-पटना- 24,25 मई
05930-न्यू तिनसुकिया-तांबरम-24 मई
02254-भागलपुर-यशवंतपुर-26 मई
02376-जसदीह-तांबरम-26 मई
02507-त्रिवेंद्रम सेंट्रल-सिलचर-26 मई
02552-कामाख्या-यशवंतपुर-26 मई
02611-चेन्नई सेंट्रल-न्यू जलपाईगुड़ी-26 मई
08419-पुरी-जयानगर-27 मई
08540-पटना-पुरी-25 मई
02249-केएसआर बेंगलुरु-न्यू तिनसुकिया-25 मई
02509-बेंगलुरु कैंट-गुवाहाटी-27,28 मई
02508-सिलचर त्रिवेंद्रम सेंट्रल-27 मई
05929-तांबरम-न्यू तिनसुकिया-27 मई
02250-न्यू तिनसुकिया-बेंगलुरु-28 मई
02551-यशवंतपुर-कामाख्या-29 मई
02612-न्यू जलपाईगुड़ी-चेन्नई -28 मई
02644-पटना-एर्नाकुलम-27,28 मई
02516-अगरतला-बेंगलुरु केंट-25 मई
02515-बेंगलुरु केंट-अगरतला-25 मई
02253-यशवंतपुर-भागलपुर-29 मई
06578-गुवाहाटी-यशवंतपुर-24 मई
07029-गुवाहाटी-सिकंदराबाद-26 मई
02375-तांबरम-जसीदीह-29 मई
दुर्ग । शौर्य पथ । अय्युब खान पूर्व अध्यक्ष युवा कांग्रेस लोकसभा दुर्ग ने बताया कि स्व. राजीव गांधी की शहादत दिवस 21 मई के अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार कल्याण कारी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं मुख्यमंत्री गौधन न्याय योजना के अंतर्गत प्रदेश के किसानो को 1500 करोड़ ,मुख्यमंत्री गौधन न्याय योजना के अंतर्गत 7.17 करोड़ और स्वसहायता समूह और गौठान सिमिति को 3.06 करोड़ की राशि जारी की गयी थी जिसके लिये किसानो ,गौपालक और ग्रामीणजनो में हर्ष व्यापत है इन्होंने राहुल गांधी पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी , भूपेश बघेल मुख्यमंत्री ,ताम्रध्वज साहू गृह मंत्री और छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम का आभार माना और नारा लगाया की भूपेश है तो भरोसा है । अय्युब खान विस्तार पूर्वक जानकारी दी की 21 मई को करोना संकट काल में भी ग्रामीण जनो को राशी उनके खाते में ट्रांसफ़र प्रदेश सरकार के द्वारा की थी जिसका आभार व्यक्त करने के लिये ग्रामीण जन मुझसे सम्पर्क करे और मैं उनके बीच पहुँच कर ज़्यादा भीड़ ना कर सोसल डिस्टन्स का पालन कर कम संख्या में किसान,गौपालक और अन्य ग्रामीणजन एकत्र होकर चर्चा कि 21 मई को राज्य के 22 lलाख किसानो को आगामी ख़रीफ़ फसल की तैयारी के लिये इनपुट सब्सिडी के रूप में 1500 करोड़ की राशी किसानो के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफ़र किया गया राजीव गांधी न्याय योजना के तहत कुल 5597 करोड़ की राशी आदान सहायता के रूप 4 किस्तों में दी जाएगी । मुख्यमंत्री गौधन न्याय योजना के तहत 72 हज़ार ग्रामीण जन और पशुपालकों को 15 मार्च से 15 मई के बीच गौठानो में बेचे गये गोबर की एवज़ में 7.17 करोड़ की राशी ट्रांसफ़र की गयी । प्रदेश के स्वसहायता समुह और गौठान समितियों को भी लाभांश राशी 3.06 करोड़ दी गयी । अब तक किसानो को जो इनपुट सब्सिडी राशी दी जा रही है है जिसके कारण किसानी बेहतर हुई है सरकार ने इस योजना का दायरा भी ख़रीफ़ सीजन से बढ़ाया है इसमें धान के साथ साथ फ़सलो को भी शामिल किया गया है इन सभी विषयों में चर्चा कर अंत में कांग्रेस सरकार का आभार और भूपेश है तो भरोसा है का नारा बुलंद किया गया ।
टिप्स ट्रिक्स / शौर्यपथ / कहते हैं कि दूर रहने से प्यार कम नहीं होता और पास रहने से प्यार नहीं बढ़ता। मतलब प्यार हर परिभाषा और थ्योरी से परे है। पार्टनर की पसैनेलिटी, नेचर और आपका आपस में कैसा रिश्ता है, बहुत-सी बातें इन फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं। लॉकडाउन में ज्यादातर लोगों का वर्क फ्रॉम होम चल रहा है। ऐसे में 24 घंटे एक साथ रहने के फायदे हैं, तो कुछ नुकसान भी हैं। ऑफिस की टेंशन, महामारी की वजह से तनाव और हमेशा घर में रहने से अक्सर मन बोझिल हो जाता है और हर छोटी बात पर गुस्सा आने लगता है। ऐसे में कभी-कभी पार्टनर से कहा-सुनी या झगड़ा भी हो जाता है। कभी-कभी लड़ाई-झगड़ा होना आम बात है लेकिन जब हर रोज लड़ाई-झगड़े की नौबत आ जाए, तो आपको कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। ये टिप्स आपकी हेल्प करेंगे-
ऑफिस के काम से फ्री होकर पार्टनर से बात करें
ऑफिस की शिफ्ट खत्म होने के बाद कोशिश करें कि आप पार्टनर के पास बैठकर चाय या कॉफी पिएं और उनसे इधर-उधर की बातें करें। आप वर्किंग हो या नहीं लेकिन शाम के वक्त एक-दूसरे के पास बैठना बहुत मैटर करता है।
सप्ताह में एक दिन कुछ स्पेशल बनाएं
लॉकडाउन में बाहर नहीं जा सकते लेकिन आप घर पर ही डिनर डेट मैनेज कर सकते हैं इसलिए अपने पार्टनर की पसंद की कोई डिश बनाएं या फिर खाना बनाना नहीं आता, तो बाहर से भी कुछ मंगवा सकते हैं। साथ ही घर में उपलब्ध कुछ चीजों से घर को सजा सकते हैं।
प्राइवेट मूमेंट्स के साथ बातें करें
कोरोना महामारी का समय ऐसा है , जब हर किसी के मन में फ्यूचर को लेकर बहुत से सवाल और डर हैं। ऐसे में बातें करना बेहद जरूरी है। आप पार्टनर के साथ प्राइवेट मूमेंट्स से पहले मन की सारी परेशानियां और बातें भी शेयर करें। आपको कहने से ज्यादा अपने पार्टनर की बातें सुननी भी चाहिए।
डांस पार्टी करें
डांस करने न सिर्फ स्ट्रेस दूर होता बल्कि इससे आप एनर्जेटिक भी फील करते हैं, तो देर किस बात की? अपने घर में ही पार्टनर के साथ डांस पार्टी का मजा लें। आप चाहे, तो बारिश होने पर पार्टनर के साथ कुछ देर बारिश में भी डांस कर सकते हैं।
फोटो सेशन करें
वर्क फ्रॉम होम का मतलब यह नहीं है कि आप पूरे दिन टीशर्ट और पाजामे में बैठे रहेंगे। कम से कम हफ्ते में एक दिन तो अच्छी तरह ड्रेसअप होकर अच्छे-अच्छे पोज में फोटो क्लिक कराएं। हफ्ते में एक दिन पार्टनर के साथ फोटो सेशन कराएं।
खाना खजाना /शौर्यपथ / अगर आप भी लंच में कुछ चटपटा बनाने की सोच रहे हैं तो कढ़ाही मशरूम एक दम परफेक्ट रेसिपी है। मसालेदार ग्रेवी से बनी लजीज कढ़ाही मशरूम की रेसिपी स्वाद में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को बहुत पसंद होती है। तो आइए जानते हैं रेस्त्रां स्टाइल में कैसे बनाई जाती है कढ़ाई मशरूम की ये टेस्टी रेसिपी।
कढ़ाई मशरूम बनाने की विधि-
कढ़ाई मशरूम बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में थोड़ा तेल गर्म करें, उसमें प्याज और शिमला मिर्च डालें, उन्हें एक साथ 5 मिनट के लिए भूनें। अब सब्जियों को बाहर निकालें, पैन में मशरूम डालें और 5 मिनट के लिए भूनें, उन्हें बाहर निकालें। पैन में और अधिक तेल डालें और कटे हुए प्याज को हल्के ब्राउन होने तक फ्राई करें। अब अदरक लहसुन का पेस्ट डालें और फिर से फ्राई करें। टमाटर की प्यूरी डालें और मिश्रण को 3 मिनट तक पकने दें।
नमक, हरी मिर्च, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, मीट मसाला, गरम मसाला डालें, सब कुछ अच्छी तरह मिला लें। पानी डालें और 5 मिनट तक उबालें, कस्तूरी मेथी और क्रीम डालकर फ्राई करें। अब इसमें तले हुए प्याज, शिमला मिर्च और मशरूम डालें, सब कुछ अच्छी तरह मिला लें, 3-4 मिनट तक पकाएं। फ्रेश हरी धनिया से गार्निश कर गरमागरम सर्व करें।
टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / बच्चों का टिफिन बॉक्स हो या खाना सर्व करने वाली प्लास्टिक की क्रॉकरी, उस पर अगर कोई दाग लगा रह जाए तो उसकी खूबसूरती खराब हो ही जाती है। प्लास्टिक के बर्तन यूज करने वाले लोग अक्सर इस बात की शिकायत करते हैं कि अगर आप प्लास्टिक के बर्तन में खाने की किसी चीज को अधिक समय के लिए रख देंगे तो उस पर खाने की महक और दाग दोनों बने रहते हैं। अगर आपकी भी यही परेशानी है तो इन टिप्स एंड ट्रिक्स को अपनाकर आप प्लास्टिक के बर्तनों पर लगे दाग और महक से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
प्लास्टिक के बर्तनों पर लगे दाग और महक से छुटकारा दिलाएंगे ये टिप्स-
-सिरका-
प्लास्टिक के बर्तनों से दाग हटाने के लिए आप सिरके का इस्तेमाल कर उन्हें पहले जैसा नया बना सकती हैं। इसके लिए प्लास्टिक के बर्तनों पर सिरका ड़ालकर कुछ देर छोड़ दें। थोड़ी देर बाद बर्तन को स्क्रब से रगड़कर अच्छे से साफ कर लें। ऐसा करने से दाग के साथ बर्तन से खाने की महक भी निकल जाएगी और बर्तन पहले जैसा ही चमक उठेगा।
बेकिंग सोडा-
प्लास्टिक के बर्तनों से दाग हटाने के लिए बेकिंग सोडा भी कारगर उपाय है। इसके लिए आप एक बड़े बर्तन में गर्म पानी भरकर उसमें 3 से 4 चम्मच बेकिंग सोडा डालकर अच्छे से मिला लें। अब इस पानी में कुछ देर अपने गंदे प्लास्टिक के बर्तनों को डालकर छोड़ दीजिये। लगभग आधे घंटे बाद इन बर्तनों को स्क्रब से रगड़कर साफ पानी से धो लें। आपके बर्तन पहले की ही तरह चमक उठेंगे।
क्लोरीन ब्लीच-
प्लास्टिक के बर्तन से दाग हटाने के लिए आप लिक्विड क्लोरीन ब्लीच का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ब्लीच से प्लास्टिक के बर्तन पर लगे दाग साफ करने के लिए आप ब्लीच और पानी का एक घोल तैयार करके उसमें प्लास्टिक के बर्तन को आधे से एक घंटा के लिए छोड़ दें। एक घंटे बाद इस घोल से बर्तनों को निकालकर साफ पानी से उन्हें धो लीजिये।ऐसा करने से आपके प्लास्टिक के बर्तन चमक उठेंगे।