January 28, 2025
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दुर्ग

दुर्ग (4507)

आयोजन,खेल कोई सा भी हो,कड़ी मेहनत से पहुचा जा सकता है मुकाम पर:महापौर
दुर्ग/शौर्यपथ /शिक्षक विभाग क्रिकेट सद्भावना खेल प्रतियोगिताएं 18 से 20 दिसंबर तक होंगी।महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा सभापति राजेश यादव ने खिलाड़ी प्रेमियों के बीच शिक्षक विभाग स‌द्भावना क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।शिक्षा विभाग सदभावना क्रिकेट प्रतियोगिता दिनांक 18 दिसम्बर से 20 दिसम्बर 2024 तक दुर्ग-भिलाई शिक्षक संघ, दुर्ग के द्वारा जिला स्तरीय विभागिय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है!बुधवार को जेआरडी स्कूल के पीछे मैदान में किया गया।इस अवसर पर महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि शिक्षक संघ‘सद्भावना क्रिकेट का आयोजन करने के लिए आयोजकों के प्रयासों की सराहना की।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि खेल कोई सा भी हो, कड़ी मेहनत से ही मुकाम पर पहुंचा जा सकता है। खेल में हार-जीत उतना मायने नहीं रखती, जितना की एक खिलाड़ी को खेल भावना के साथ खेल खेलते हुए अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करना मायने रखता है।महापौर ने क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
शहर व आसपास के क्षेत्रों के खिलाड़ियों की प्रतिभाएं निखर कर सामने आएंगी।कार्यक्रम के अवसर पर सभापति राजेश यादव,एमआईसी संजय कोहले,पार्षद प्रकाश जोशी के अलावा शिक्षक संघ के पदाधिकारी मौजूद रहें।

  दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम छत्तीसगढ़ नगर पालिका (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं के लिए वार्डों का आरक्षण) नियम 1994 और छत्तीसगढ़ नगर पालिक निगम अधिनियम 1958/नगर पालिका अधिनियम 1961 के प्रावधानों के तहत, नगर पालिका निगम दुर्ग में वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया 19 दिसंबर, 2024 को शाम  4 बजे जिला कार्यालय दुर्ग के सभाकक्ष में होगी.इस दिन आरक्षण से जुड़ी प्रक्रिया के लिए, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने दुर्ग नगर निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल को परिपत्र जारी किया।जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है।
  गुरुवार 19 दिसंबर 2024 को 4 बजे नगर निगम आरक्षण प्रकिया लॉटरी के माध्यम से संपन्न कराया जाएगा।जिसकी व्यापक तैयारी की जा रही है।निगम क्षेत्र के 60 वार्डो के पार्षदों के लिए लाटरी निकाली  जावेगी ।
  कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने निगम संबंधित अधिकारी/कर्मचारियो को आरक्षण से जुड़ी प्रक्रिया के लिए निर्धारित समय से एक घंटे पहले अपने अभिलेख सहित पूरी तैयारी के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है।

घर पहुंचकर बनाया जा रहा है आयुष्मान कार्ड
    दुर्ग/शौर्यपथ / नगर निगम क्षेत्र में शिविर लगाकर छुटे हुए हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है।कमिश्नर सुमित अग्रवाल के निर्देश पर दो दिवसीय घर घर आयुषमान कार्ड शिविर का आयोजन।इस क्रम में
19 से 20 दिसंबर तक 17 वार्डों के लिए अलग- अलग स्थलों में शिविर लगाया जाएगा।जानकारी के मुताबिक सन्तरा बाड़ी वार्ड क्रमांक 26 बुनकर संघ के पीछे,सिकोला बस्ती वार्ड क्रमांक 16 आंगनबाड़ी केंद्र में,कसारीडीह पूर्व वार्ड क्रमांक 43 दीपक टेंड हाउस के निकट,केलाबाड़ी वार्ड 41 नवीन पूर्व माध्यमिक शाला,शहीद भगतसिंह दक्षिण वार्ड 19 दुर्गा मंच कैलाश नगर, तकिया पारा वार्ड 08 शराय भवन ,चंडी मंदिर वार्ड 33 जैन धर्मशाला,आजद वार्ड 37 देव प्रिंटर्स के पास,कातुलबोर्ड दक्षिण वार्ड 60 कातुलबोर्ड स्कूल में होगा,स्टेशन पारा वार्ड 22 पार्षद के घर करीब,मोहन नगर पूर्व वार्ड 13 आगनबाड़ी शिव मंदिर के पास,पोटिया कला दक्षिण वार्ड 54 वर्मा एसटी ड़ी पीसीओ के पास में किया जाएगा,पद्मनाभपुर पश्चिम वार्ड 45 में किया जाएगा।पद्मनाभपुर पूर्व वार्ड 46 अजय देवांगन के घर के पास,ठेठवार पारा वार्ड 06 शीतला मंदिर,गंजपारा वार्ड 36 बाबा रामदेव मंदिर शक्ति चौरा,मठ पारा दक्षिण वार्ड 3 पार्षद निवास के पास के शिविर लगाया जा रहा है।

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में 582 स्वच्छता दीदियों का सराहनीय योगदान,सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में दुर्ग नगर निगम को देश में छठवां स्थान प्राप्त हुआ
   दुर्ग /शौर्यपथ / नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत राज्य शासन के एक वर्ष की उपलब्धि शहर क्षेत्रो में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना नगर निगम दुर्ग क्षेत्र अंतर्गत 04 सामान्य एमएमयू तथा 01 दाई-दीदी क्लिनिक द्वारा वार्डों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
बीते 1 वर्ष अंतर्गत मोबाइल मेडिकल युनिट के माध्यम से कुल 1304 कैम्प  का आयोजन दुर्ग निगम क्षेत्र अंतर्गत किया गया है जिसमे कुल 89 हज़ार से अधिक हितग्राहियों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया साथ ही 21 हज़ार से अधिक मरीजों का निशुल्क रक्त जांच किया गया उपचार उपरांत मेडिकल टीम द्वारा 73.5 हज़ार मरीजों को दवाइयां उपलब्ध करवाई गई।।
योजना के माध्यम से पिछले 01 वर्ष में कुल 32191 पुरुषों , 48527 महिलाओं, 8944 बच्चों एवं 15 तृतीय लिंग को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई गई।इस प्रकार पुरषों की तुलना में 60% अधिक महिलाओं ने योजना का लाभ प्राप्त किया है।
-ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में 582 स्वच्छता दीदियों का सराहनीय योगदान:
शासन की एक वर्ष की उपलब्धि में निगम सीमा अंतर्गत में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में 582 स्वच्छता दीदियों का सराहनीय योगदान,निगम क्षेत्र में खाद निर्माण एवं विक्रय तथा सूखे अपशिष्ट के पुनर्चक्रीकरण से प्राप्त आय से स्वच्छता दीदियों की आर्थिक स्थिति में सुधार इसके अलावा स्वच्छ भारत मिशन एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अभिसरण से स्वच्छता दीदियों को आजीविका के अवसर प्राप्त हुए के साथ ही सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज में दुर्ग नगर निगम को देश में छठवां स्थान प्राप्त हुआ।
-योजना अंतर्गत मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, किशोरी बालिकाओं, स्कूल एवं महाविद्यालय की छात्राओं के लिए विशेष शिविर के माध्यम स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।साथ ही सफाई मित्र सुरक्षा शिविर के माध्यम वार्डों में कार्यरत सभी (स्वास्थ्य कर्मियों) स्वच्छता दीदियों का निःशुल्क जांच शिविर के माध्यम से किया जा रहा है।इस प्रकार उपरोक्त योजना शहर के गरीब, मजदूर, कमजोर आयवर्ग एवं जरूरतमंद परिवारों विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं, बालिकाओं एवं बच्चों के लिए वरदान सिद्ध हुई है एवं इलाज में होने वाले जांच और उपचार से परिवार पर पड़ने वाले आर्थिक मार से मुक्ति हुई है। इस कारण लाभान्वित जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों द्वारा भी इस योजना की सराहना की जा रही है।

राज्य के एक वर्ष पूरे होने पर 562 हितग्राहियों को मिली मकान की पूरी किश्त
  दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत एक साल सफलता पूर्वक पूर्ण है! प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार के महत्वपूर्ण योजना है जिसकी क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार हर प्रकार से अपने हितग्राहियों के आवास की समस्या को ध्यान में रखते हुए ताकि मकान के अभाव कोई भी व्यक्ति ना रहे ! आम जनता के हितो को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक के अंतर्गत ऐसे हितग्राही जिनकी आय 3 लाख से कम हो, स्वयं की जमीन हो ऐसे हितग्राहियों  को 30 वर्ग मीटर एरिया में मकान बनवाकर देने का प्रावधान रखा गया था !
इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्य घटक एएचपी अंतर्गत ऐसे हितग्राही है जिनके पास जमीन तथा मकान नहीं है, जो कि 2015 के पूर्व से शहरी क्षेत्र में निवासरत थे, या जो किराए के मकान में रहते थे उन्हें 1 बीएचके का फ्लैट बनवाकर दिया गया ! पात्र हितग्राहियों को फ्लैट मकान आवंटित  भी किया जा चुका है!
बीएलसी अतर्गत मकान के दस्तावेज सहित लगभग 700 आवेदन में से पात्र 562 हितग्राहियो को मकान बनाकर आबंटित किया जा चूका है जो कि सफलता और सुखी पूर्वक अपने घर में निवासरत है ! वर्तमान में बीएलसी घटक अंतर्गत 3335 के लक्ष्य अनुसार 3247 मकान पूर्ण किया जा चुका है तथा 78 प्रगतीरत है जो कि 98 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है ! 15 नवंबर 2024 को प्रधानमंत्री आवास योजना के दूसरे चरण 2.0  का शुभारंभ किया गया।
दूसरे चरण में ज्यादा से ज्यादा हितग्राहियो को योजना का लाभ दीये जाने हेतु पात्र हितग्राहियों को छूट दिया गया तथा ऐसे हितग्राही जो की 31 अगस्त 2024 के पूर्व से निवासरत है तथा जिनके पास जमीन के दस्तावेज है, आए तीन लाख से कम तथा जाति प्रमाण पत्र है उन्हें लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है !
जिसकी एवज में त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है वर्ल्ड वॉर प्रत्येक वार्ड में शिविर आवेदन कर सर्वे कर आवेदन पत्र भरवारा जा रहा है ! कमिश्नर सुमित कुमार अग्रवाल नें प्रधानमंत्री आवास के समस्त अधिकारी कर्मचारियों को सख्त हिदायत दिया हुआ है कि योजना के लाभ से कोइ भी हितग्राही वंचित नहीं होना चाहिए !बचे हुए कार्यो को जल्द से जल्द निपटाए।

           
      दुर्ग / शौर्यपथ / राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार एवं छ.ग. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के मार्गदर्शन में तथा डॉ. प्रज्ञा पचौरी, प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के निर्देशन में जिला न्यायालय एवं तहसील व्यवहार न्यायालय में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसके तहत जिला न्यायालय दुर्ग, कुटुम्ब न्यायालय, दुर्ग, व्यवहार न्यायालय भिलाई-3 व्यवहार न्यायालय पाटन एवं व्यवहार न्यायालय धमधा तथा किशोर न्याय बोर्ड, श्रम न्यायालय, स्थायी लोक अदालत (जनोपयोगी सेवाएँ), राजस्व न्यायालय एवं उपभोक्ता फोरम दुर्ग में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ मॉ सरस्वती के तैलचित्र पर डॉ. प्रज्ञा पचौरी प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवल कर प्रातः 10.30 बजे किया गया। शुभारंभ कार्यक्रम में श्रीमती गिरिजा देवी मेरावी, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय दुर्ग के अलावा जिला अधिवक्ता संघ, दुर्ग की अध्यक्ष सुश्री नीता जैन एवं अन्य पदाधिकारीगण, न्यायाधीशगण, अधिवक्तागण तथा विभिन्न बैंक के प्रबंधक उपस्थित रहे।
नेशनल लोक अदालत में कुल 35 खण्डपीठ का गठन किया गया। परिवार न्यायालय दुर्ग हेतु 03 खण्डपीठ, जिला न्यायालय दुर्ग हेतु 27, तहसील व्यवहार न्यायालय भिलाई-3 में 01 खण्डपीठ, तहसील व्यवहार न्यायालय पाटन हेतु 01 खण्डपीठ, तहसील व्यवहार न्यायालय धमधा में 01 खण्डपीठ, किशोर न्याय बोर्ड हेतु 01 तथा स्थायी लोक अदालत (जनोपयोगी सेवाएँ) दुर्ग के लिए 01 खण्डपीठ का गठन किया गया। इसके अतिरिक्त राजस्व न्यायालय में भी प्रकरण का निराकरण हेतु खण्डपीठ का गठन किया गया था।
उक्त नेशनल लोक अदालत में राजीनामा योग्य दाण्डिक सिविल परिवार, मोटर दुर्घटना दावा से संबंधित प्रकरण रखे गये तथा उनका निराकरण आपसी सुलह, समझौते के आधार पर किया गया। इसके अलावा बैकिंग/वित्तीय संस्था, विद्युत एवं दूरसंचार से संबंधित प्री-लिटिगेशन प्रकरणों (विवाद पूर्व प्रकरण) का निराकरण भी किया गया। लोक अदालत में दोनों पक्षकारों के आपसी राजीनामा से प्रकरण का शीघ्र निराकरण होता है, इसमें न तो किसी की हार होती है न ही किसी की जीत होती है।
आज आयोजित नेशनल लोक अदालत के अवसर पर कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, दुर्ग के सहयोग से जिला न्यायालय परिसर दुर्ग में आने वाले पक्षकारों के  स्वास्थ्य जाँच/ परीक्षण हेतु एक दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें उक्त विभाग/ कार्यालय की ओर से डॉ. चंचल चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य सहायक कर्मचारियों द्वारा सेवाएं प्रदान की गयी। उक्त आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर में कोर्ट भ्रमण के दौरान पक्षकारों व बैंक प्रबंधकों से रू-ब-रू होते हुए माननीय जिला न्यायाधीश डॉ. प्रज्ञा पचौरी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा स्वास्थ्य की जाँच परीक्षण कराया गया इसके अलावा स्वास्थ्य जाँच शिविरष् में अन्य न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्त्तागण एवं बड़ी संख्या में आमजनों के द्वारा अपने स्वास्थ्य की जांच / परीक्षण कराया गया और बहुतायत संख्या में लोग लाभांवित हुए हैं। इसके अलावा जनसाधारण / आमजनों / पक्षकारों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था गुरुद्वारा-शहीद बाबादीप सिंह व श्री गुरूसिंह सभा गुरुद्वारा के सहयोग से जिला न्यायालय परिसर में किया गया था जहां बहुतायत संख्या में आमजनों द्वारा निःशुल्क भोजन ग्रहण किया गया ।
वर्ष 2024 के चतुर्थ एवं अंतिम नेशनल लोक अदालत में कुल 18596 न्यायालयीन प्रकरण तथा कुल 421419 प्री-लिटिगेशन प्रकरण निराकृत हुए जिनमें कुल समझौता राशि 351470458 रूपये रहा। इनमें बैंक के प्रीलिटिगेशन के कुल 46, विद्युत के कुल 329, बीएसएनएल के 97 मामले निराकृत हुए जिनमें कुल समझौता राशि लगभग 6244074 रही है। इसी कम में लंबित निराकृत हुए प्रकरण में 773 दाण्डिक प्रकरण, क्लेम के 63 प्रकरण, पारिवारिक मामलें के 128 चेक अनादरण के 1021 मामलें, व्यवहार वाद के 42 मामलें श्रम न्यायालय के कुल 57 मामलें तथा स्थायी लोक अदालत (जनोपयोगी सेवाएँ) दुर्ग के कुल 3004 मामलें निराकृत हुए।
उक्त नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरण के कुछ महत्वपूर्ण प्रकरण निम्नानुसार रहे -
पति के मृत्यु उपरांत पत्नि को मोटर दुर्घटना दावा के तहत क्षतिपूर्ति अवार्ड मिला 60,00,000/ रूपये
मामला खंडपीठ क्र. 02 के पीठासीन अधिकारी श्री शेख अशरफ प्रथम मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण दुर्ग के न्यायालय का है जिसमें श्रीमती आर. भाग्य लक्ष्मी व अन्य विरूद्ध उत्तम साहू व अन्य के मामले में आवेदकगण द्वारा मृतक आर. कोटेश्वर की मृत्यु के परिणाम स्वरूप क्षतिपूर्ति राशि प्राप्त करने आवेदन प्रस्तुत किया गया था जिसमें माननीय न्यायालय के समझाईश उपरांत अनावेदक क्र. 3 नेशनल इंश्योरेंस बीमा कंपनी एवं आवेदकगण के मध्य राजीनामा होने से मामला समाप्त हुआ जिसके फलस्वरूप 60,00,000/ रूपये की राशि का क्षतिपूर्ति अवार्ड पारित किया गया तथा आवेदकगण को उक्त राशि का चेक भी प्रदान किया गया ।
रिश्तेदारों के आपसी राजीनामा से आपराधिक मामला हुआ समाप्त-
मामला खंडपीठ क्र. 10 के पीठासीन अधिकारी श्री जनार्दन खरे, न्यायिक मजिस्टेट प्रथम श्रेणी दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें शासन विरूद्ध कामता प्रसाद में अभियुक्त कामता प्रसाद के विरूद्ध धारा 451, 323, 294 एवं 506 भाग दो के तहत अपराध पंजीबद्ध हुआ था जो साक्ष्य स्तर पर लंबित था। आरोपी और प्रार्थी आपस में रिश्तेदार थें। नेशनल लोक अदालत में न्यायालय के द्वारा समझाईश दिये जाने से उभयपक्ष अभियुक्त एवं प्रार्थी के द्वारा आपसी राजीनामा से मामला समाप्त किया गया तथा दोनों रिश्तेदार आपस में पुनः मिलकर राजीखुशी से घर वापस गए।
पड़ोसियों में स्थापित हुआ मधुर संबंध -
मामला खंडपीठ क्र. 17 के पीठासीन अधिकारी सुश्री श्वेता पटेल, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें अभियुक्तगण राजेश एवं दुर्गेश दोनों सहोदर हैं, जिनकी पड़ोसी प्रार्थिया मीना सोनी है जिसकी किराने की दुकान है। उक्त दुकान बंद होने उपरांत शराब के नशे में आकर प्रार्थीया से गाली-गलौच करने लगे तथा दुकान खोलकर सामान देने की जिद करने लगे। फलस्वरूप प्रार्थी मीना द्वारा थाने में रिपोर्ट लिखायी गयी। उक्त मामला आज नेशनल लोक अदालत में रखा गया था। जिसमें माननीय न्यायालय द्वारा समझाईश दिये जाने से अभियुक्तगण एवं प्रार्थिया, दोनों पड़ोसियों के द्वारा आपसी राजीनामा कर पुनः मधुर संबंध स्थापित करते हुए मामला समाप्त किया गया।
देवर-ननद-भाभी के मध्य पुनर्स्थापित हुआ मधुर संबंध -
मामला खंडपीठ क्र. 21 के पीठासीन अधिकारी सुश्री पायल टोप्नो, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें प्रार्थिया शिफा बानो के घर कागज मांगने आयी उन्हीं की ननंद व देवर के द्वारा प्रार्थिया से मारपीट एवं गाली-गलौच किया गया। तत्संबंध में आपराधिक मामला दर्ज होने से न्यायालय के समक्ष प्रकरण प्रस्तुत होने पर समझाईश दिये जाने पर उभयपक्ष दोनों रिश्तेदारों के द्वारा प्रकरण में हंॅसी खुशी राजीनामा करते हुए लोक अदालत के ध्येय वाक्य लोक अदालत का सार न किसी की जीत न किसी की हार को साकार किया।
आपराधिक काउंटर प्रकरण में राजीनामा के माध्यम से हुआ मामला समाप्त -
मामला खंडपीठ क्र. 13 के पीठासीन अधिकारी श्री भगवान दास पनिका, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें अभियुक्त एवं प्रार्थिया दोनों के द्वारा एक-दुसरे के विरूद्ध काउंटर मामले दर्ज हुए थे। उक्त मामले में प्रार्थिया महिला, जोकि गर्भवती थी, को पुताई करने के लिए मना करने पर आरोपीगण व प्रार्थिया दोनों के मध्यम हाथ मुक्के से मारपीट हुई। घटना के संबंध में उभयपक्षों के द्वारा एक-दूसरे के विरूद्ध काउंटर प्रकरण दर्ज कराया गया। आज लोक अदालत में उभयपक्ष के उपस्थित होने पर प्रार्थिया तथा आरोपीगण को माननीय न्यायालय द्वारा समझाईश दिये जाने से एक-दूसरे के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण आपसी राजीनामा के आधार पर समाप्त करते हुए उभयपक्ष राजीखुशी दुबारा ऐसी घटना घटित नहीं करेंगे ऐसी कसम लेते हुए अपने अपने घर चले गए।
विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हैदराबाद में उपस्थित प्रतिवादी से हुआ राजीनामा -
मामला खंडपीठ क्र. 20 के पीठासीन अधिकारी श्री रवि कुमार कश्यप न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें आज नेशनल लोक अदालत में वादी स्वयं उपस्थित होकर प्रतिवादी से राशि प्राप्त किया जाना व्यक्त करते हुए मामला समाप्त करने निवेदन किया गया। चूंकि प्रतिवादी भोजराज के हैदराबाद में होने से राजीनामा की संभावनाएं नाममात्र थीं किन्तु आज आयोजित नेशनल लोक अदालत में वीडियो कान्फ्रेंसिंग सुविधा से प्रतिवादी भोजराज से संपर्क स्थापित कर प्रतिवादी की उपस्थिति लेते हुए प्रकरण में वादी एवं प्रतिवादी के मध्य राजीनामा के तहत मामला समाप्त हुआ। उक्त प्रकरण में प्रतिवादी को न्यायालय तक आने की आवश्यकता नहीं पड़ी जो न्यायालय द्वारा, माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के ई-कोर्ट मिशन अंतर्गत प्रदत्त कम्प्यूटर एवं तकनीकों का पूर्ण रूपेण प्रयोग करते हुए उक्त मिशन की सफलता दर्शाता है।
दाम्पत्य जीवन हुआ फिर से खुशहाल -
मेरावी मामला कुटुम्ब न्यायालय के खंडपीठ क्र. 01 पीठासीन अधिकारी श्रीमती गिरिजा देवी प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें आवेदिका अपने एवं अपने अल्पायु बच्चों के लिए अनावेदक के विरूद्ध भरण पोषण का मामला प्रस्तुत किया था। आवेदिका एवं अनावेदक का विवाह 29 जून 2012 में हिंदू रीति-रिवाज से संपन्न हुआ था जिनके दाम्पत्य संबंधों से एक पुत्री एवं एक पुत्र का जन्म हुआ, जो वर्तमान में आवेदिका के साथ रह रहे है। आवेदिका के गर्भवती होने पर अनावेदक, आवेदिका को मायके में छोड़कर ठेकेदारी करने के लिए केरल चला गया। अनावेदक शराब पीकर आवेदिका के मायके आकर आवेदिका से मारपीट कर उसे प्रताड़ित करता था, आवेदिका बच्चों के भविष्य को देखते हुए सबकुछ सहते रही किन्तु अनावेदक के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं होने से सामाजिक बैठक पंचायत करायी गयी, तब भी अनावेदक के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया। अनावेदक, आवेदकगण का भरण पोषण नहीं करने और बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर कोई खर्च एवं ध्यान नहीं देने तथा आवेदकगण के पास जीविकोपार्जन का संकट पैदा हो जाने से आवेदिका ने अनावेदक के विरूद्ध भरण पोषण का मामला कुटुम्ब न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत किया है।
न्यायालय के द्वारा नेशनल लोक अदालत के अवसर पर पक्षकारों के मध्य सुलह कार्यवाही कराये जाने पर सुलह समझाईश पश्चात् उभयपक्ष पुरानी बातों को भूलकर साथ-साथ रहकर दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने को तैयार होकर मामला समाप्त कर आवेदिका एवं अनावेदक दोनों अवयस्क बच्चों सहित राजी-खुशी से घर चले गये इस प्रकार सुलहवार्ता सफल रही। इस प्रकार नेशनल लोक अदालत के माध्यम से एक बिखरे हुए परिवार को फिर से एक किया गया, जिससे लोक अदालत का सिद्धांत-लोक अदालत का सार, न किसी की जीत, न किसी की हार पूर्ण हुई।
10 वर्ष से बिखरा हुआ परिवार फिर से हुआ खुशहाल -
मामला कुटुम्ब न्यायालय के खंडपीठ क्र. 01 पीठासीन अधिकारी श्रीमती गिरिजा देवी मेरावी, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय दुर्ग के न्यायालय का है, जिसमें आवेदिका ने अनावेदक के विरूद्ध देय भरण पोषण राशि में वृद्धि करने का मामला प्रस्तुत की थी। आवेदिका एवं अनावेदक लगभग 10 वर्षों से पृथक-पृथक निवासरत थे। आवेदिका एवं अनावेदक के दाम्पत्य संसर्ग से एक पुत्र उका जन्म हुआ जो आवेदिका के साथ रहता था। आवेदिका पूर्व में देय भरण-पोषण राशि में वृद्धि करने हेतू मामला प्रस्तुत किया गया। पक्षकारों के मध्य सुलह कार्यवाही कराये जाने पर उभयपक्ष पुरानी बातों को भूलकर, जो 10 वर्ष से पृथक-पृथक रह रहे थे, पुरानी बातों को भूलकर साथ-साथ रहकर साम्पत्य जीवन व्यतीत करने तैयार हो गये। इस प्रकार सुलह वार्ता सफल रही, मामला समाप्त हुआ। और उभयपक्ष अपने पुत्र सहित राजीखुशी घर चले गए। इस प्रकार एक बिखरा हुआ परिवार फिर से एक हुआ।
आंधप्रदेश में उपस्थित प्रार्थी के द्वारा विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आपराधिक मामले में किया गया राजीनामा -
मामला तहसील व्यवहार न्यायालय भिलाई-03 के खंडपीठ कमांक 01 के पीठासीन अधिकारी सुश्री अमिता जायसवाल, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, भिलाई-03 के न्यायालय का है, जिसमें जितेन्द्र महानंद के द्वारा धारा- 294, 323, 506 भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत अभियुक्त दिनेश दुर्गा के विरूद्ध प्रथम सूचना दर्ज कराया गया था। आहत प्रार्थी जितेन्द्र के आंध्रप्रदेश में होने के कारण आज दिनांक को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जितेन्द्र महानंद की उपस्थिति सुनिश्चित करते हुए माननीय न्यायालय द्वारा राजीनामा की समझाईश दी गई जिस पर उभयपक्षों के द्वारा राजीनामा के माध्यम से प्रकरण को समाप्त किया गया। उभयपक्षों द्वारा मामला विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से समाप्त होने पर माननीय न्यायालय का आभार व्यक्त किया गया। जिससे राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की मंशा न्याय आपके द्वार पूर्ण हुई।
इसी खंडपीठ के एक अन्य मामले में आहत दिलीप भारती, अंजनी भारती व शिवम भारती के द्वारा सत्या भारती के विरूद्ध धारा- 294, 323, 506 भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया गया था। प्रकरण में दिलीप भारती, अंजनी भारती के द्वारा प्रकरण का शमन कर लिया गया था। प्रकरण में विचारण शिवम भारती के लिए अभियुक्तगण का हो रहा था। शिवम भारती गरियाबंद जेल में निरूद्ध है। आज दिनांक को विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिवम भारती की उपस्थिति सुनिश्चित की गई उसे राजीनामा के महत्व की जानकारी दी गई तब उसके द्वारा राजीनामा किये जाने की सहमति दी गई जिसके आधार पर प्रकरण का नेशनल लोक अदालत में निराकरण किया गया ।

    दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार आज प्रयास आवासीय विद्यालय के जीवविज्ञान संकाय में अध्ययनरत 140 विद्यार्थियों को एम्स रायपुर का भ्रमण कराया गया। जहां उन्हें अस्पताल की कार्यप्रणाली से परिचित कराया गया। डिप्टी कलेक्टर श्री विजय ध्रुव ने बताया कि छात्रों को आपातकालीन सेवा, ऑपरेशन थियेटर, रेडियोलॉजी विभाग का भ्रमण कराते हुए आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और तकनीको से अवगत कराया गया। एक विशेष सत्र में छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में कैरियर बनाने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी संबंधी जानकारी डॉक्टरों और कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा दी गई।

   दुर्ग / शौर्यपथ / राज्य सरकार के 13 दिसम्बर को एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में तथा प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय  के नेतृत्व में प्रदेश में सुशासन को प्रदर्शित करने दो दिवसीय छायाचित्र प्रदर्शनी लगाई गई। दुर्ग नगर के राजेन्द्र पार्क चौराहा पर जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गई इस छायाचित्र प्रदर्शनी में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी, जनकल्याणकारी योजनाओं तथा राज्य एवं जिले की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया। इस दौरान सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित पत्रिकाएं व प्रचार सामग्रियां लोगों को वितरित किया गया। नगरवासियों, विद्यार्थियों के अलावा राह चलते लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

  भिलाई / शौर्यपथ /  भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा पर्यावरण जागरूकता माह के तहत पर्यावरण जागरूकता को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में मटेरियल रिकवरी डिपार्टमेंट (एमआरडी) में विशेष पर्यावरण क्विज का आयोजन किया गया। यह क्विज मुख्यत: पर्यावरणीय चेतना, इस्पात संयंत्र में कार्बन उत्सर्जन प्रबंधन तथा कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाने के उपायों से जुड़े प्रश्नों पर केन्द्रित थी। इस आयोजन का उद्देश्य कार्मिकों में पर्यावरणीय जानकारी बढ़ाना,पर्यावरणीय चुनौतियों के प्रति संवेदनशील बनाना एवं इस्पात उत्पादन प्रक्रिया में होने वाले उत्सर्जन को नियंत्रित करने के प्रति जागरूक करना था। इसके साथ ही एमआरडी विभाग द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र के मक डंप क्षेत्र में वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। इस हरित पहल में फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (एफएसएनएल) ने भी अपना सहयोग प्रदान किया। एफएसएनएल भिलाई यूनिट के प्रमुख  सुबिकाश बिस्वास ने पौधरोपण के लिए उपयुक्त स्थान एवं पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई।
   वृक्षारोपण कार्यक्रम मुख्य महाप्रबंधक एमआरडी सुशील कुमार के नेतृत्व में चलाया गया। महाप्रबंधक एमआरडी अलोक माथुर एवं उप महाप्रबंधक एमआरडी रेजी उन्नूनी सहित एमआरडी एवं एफएसएनएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। क्विज का संचालन सहायक प्रबंधक एमआरडी कुलदीप सिंह तोमर एवं सहायक महाप्रबंधक अवनीश दुबे एमआरडी द्वारा किया गया।पर्यावरण जागरूकता माह के तहत आयोजित इन कार्यक्रमों के माध्यम से भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण, कार्बन उत्सर्जन में कमी, तथा सतत विकास के मार्ग पर आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस पहल ने संगठन की हरित प्रतिबद्धता को और मजबूती प्रदान करते हुए सभी प्रतिभागियों के बीच पर्यावरणीय जागरूकता के नए मापदंड स्थापित किए हैं।

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