August 03, 2025
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

मनोरंजन /शौर्यपथ / टीवी शोज में 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की फेम 'दयाबेन' यानी दिशा वकानी का एक फनी वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिशा का मॉर्डन अवतार देखने को मिल रहा है। वीडियो में उन्हें देखकर पहचान मुश्किल हो रहा है। दिशा वकानी के इस वीडियो पर फैन लाइक करते हुए प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
गौतरलब है कि दिशा की ये वीडियो एक वीक पूराना है, जिसे दिशा ने खुद अपने इंस्टाग्राम पर शेयर था। अपने इस फनी वीडियो को शेयर करते हुए दिशा लॉफिंग इमोजी का इस्तेमाल किया है।वीडियो में दिशा का लुक और एक्टिंग इतनी फनी है कि उनके फैंस उन्हें देखकर लोट-पोट हो रहे हैं।
फेस ऐप वीडियो
जानकारी के लिए बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल दिशा की ये वीडियो एक फेस ऐप है। जिसमें दिशा ने हॉलीवुड फिल्म के फिक्शनल कैरेक्टर Harley Quinn लुक में दिख रही हैं।
फैन्स रिएक्शन
दिशा की इस वीडियो को देखकर एक फैन ने लिखा है कि आप रियल में दयाबेन ही हैं। वहीं एक और यूजर ने लिखा आप रॉकस्टार है दिशा। एक और फैन ने लिखा हाय बा माता जी रॉकिंग दिशा वकानी। एक और फैन ने लिखा इस फेस एप में आपका लुक एक दम मैच कर रहा है।
लंबे समय से टीवी की दुनिया से दूर हैं दिशा
दिशा के प्रोफेशनल वर्क की बात करें तो दिशा लंबे समय ले टीवी की दुनिया से दूर हैं। इन दिनों वह अपना मदरहुड इंजॉव कर रही हैं। दिशा 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा'

सेहत / शौर्यपथ / रोजाना की हुई कई छोटी-छोटी चीजें हमें सेहतमंद रखती हैं। स्वस्थ रहना एक प्रक्रिया है, यानी एक दिन में हम स्वस्थ नहीं हो सकते। जैसे, आप रोजाना दूध पीते हैं, तो इससे न सिर्फ आपको कैल्शियम मिलता है बल्कि आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं। आज हम आपको दूध की गुडनेस बढ़ाने के लिए एक और उपाय बता रहे हैं, जिसके आपको बहुत फायदे मिलेंगे। आप अगर रात में सोने से पहले दूध में एक चम्मच घी डालकर पिएंगे, तो इससे आपको कई हेल्थ बेनिफिट्स मिलेंगे।
ग्लोइंग स्किन बनाता है
घी और दूध दोनों ही प्राकृतिक मॉइस्चराइजर होते हैं। साथ ही घी त्वचा को अंदर से बाहर तक सुधारते हैं। हर शाम दूध और घी पीने से त्वचा सुस्त और जवां दिखने में मदद कर सकती है।
मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है
अपने दूध के गिलास में घी को मिलाकर सेवन करने से आपका मेटाबॉलिज्म तेज हो सकता है और पाचन तंत्र को मजबूती मिल सकती है। यह दूध में घी मिलाकर सेवन करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक है।
जोड़ों के दर्द को ठीक करता है
घी में के2 हड्डियों को दूध की हाई कैल्शियम सामग्री को अवशोषित करने में मदद करता है, इस प्रकार आपके शरीर की स्वाभाविक रूप से मजबूत हड्डियों को बनाने की क्षमता को मजबूत करता है।
डाइजेशन सिस्टम ठीक रहता है
दूध में घी शरीर के अंदर पाचन एंजाइमों के स्राव को उत्तेजित करके पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। ये एंजाइम सरल खाद्य पदार्थों में जटिल फूड्स को तोड़ते हैं, जो बेहतर पाचन में मदद करता है।
अच्छी नींद के लिए
घी तनाव कम करके मूड को रिफ्रेश करता है। जब इसे एक कप गर्म दूध में मिलाया जाता है, तो यह नसों को शांत करने और आपको नींद की स्थिति में भेजने के लिए फायदेमंद माना जाता है।

ब्यूटी टिप्स /शौर्यपथ / चेहरे की रंगत बनाए रखने के लिए हम कितने ही उपाय आजमाते रहते हैं।वहीं, ब्यूटी पार्लर में फेशियल, क्लीनिंग के नाम पर कितने ही पैसे हर महीने बर्बाद हो जाते हैं।पार्लर या फिर महंगे प्रॉडक्ट्स का असर तब तक ही रहता है, जब तक हम इन चीजों का इस्तेमाल करते रहते हैं।ऐसे में आज हम आपको चेहरे पर ग्लो के लिए ऐसी घरेलू चीजें बताने जा रहे हैं, जिसका उल्लेख आयुर्वेद में भी मिलता है।स्किन की खूबसूरती बनाए रखने के लिए इन चीजों का इस्तेमाल प्राचीन समय से हो रहा है। आइए, जानते हैं-
शहद
शहद आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है शहद में जैतून का तेल मिलाकर लगाने से त्वचा में निखार आता है और रुखापन भी खत्म हो जाता है।
एलोवेरा
एलोवेरा या एलोवेरा जैल का इस्तेमाल भी आपके चेहरे के लिए फायदेमंद होता है। चेहरे के काले दाग धब्बे मिटाने के लिए एलोवोरा जेल को फेस पर थोड़ी देर लगाएं और फिर हल्के गुनगुने पानी से फेस को साफ कर लें। इससे आपकी स्कीन चमक जाएगी।
नींबू
नींबू में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट और एस्कॉर्विक एसिच आपके चेहरे को चमकदार बनाने का काम करेगा। नींबू के रस को अपने चेहरे पर थोड़ी देर के लिए लगाएं और सूखने पर पानी से धो लें। नीबू आपके चेहरे में ब्लीचिंग एजेंट की तरह काम करेगा।
टमाटर
टमाटर के अंदर ऐंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं।टमाटर को बीच से काटकर उसे दोनों हाथ में लेकर चेहरे पर गोलाई में घुमाते हुए कुछ देर तक हल्के हाथों से मलें।फिर 10 मिनट के लिए छोड़ दें।साफ पानी से धोकर चेहरा सुखाएं और मॉइस्चराइजर लगाएं। आपकी स्कीन चमकदार नजर आएगी।
मलाई
एक टीस्पून दूध की मलाई में एक चुटकी हल्दी पाउडर और 1/4 चम्मच गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर हलके हाथों से गोलाई में मलें।फिर ऐसे ही छोड़ दें।बीस मिनट बाद चेहरा हल्के गुनगुने पानी या ताजे पानी से धो लें।इसे रोजाना दो महीने तक करने से रंगत साफ होगी और दाग भी दूर हो जाएंगे।

आस्था /शौर्यपथ / शनि 23 मई 2021, दिन शुक्रवार को वक्री होने जा रहे हैं। शनि की उल्टी चाल का सबसे ज्यादा प्रभाव धनु, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तीनों ही राशि पर शनि की साढ़े साती भी चल रही है। कहा जाता है कि शनि की वक्री चाल में होने से परेशानियों में बढ़ोतरी हो जाती है। ज्योतिषाचार्य शनि की साढ़ेसाती और शनि ढैय्या से पीड़ित जातकों को शनि की वक्री चाल के दौरान सावधान रहने के लिए कहते हैं।
इन राशियों की मुश्किलें बढ़ाएंगे शनिदेव-
धनु, मकर व कुंभ राशि वालों की शनिदेव वक्री चाल के दौरान परेशानियां बढ़ा सकते हैं। शनि की साढ़े साती के तीन चरण होते हैं। धनु राशि वालों पर इसका अंतिम चरण चल रहा है। अंतिम चरण में शनि जाते-जाते कुछ न कुछ लाभ देकर जाते हैं। मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा तो कुंभ राशि वालों पर पहला चरण चल रहा है। कहा जाता है कि शनि की साढ़े साती जिन जातकों की कुंडली में चल रही हो उन्हें इस दौरान कोई नया काम नहीं शुरू करना चाहिए। इसके अलावा धन निवेश से बचना चाहिए।
शनि की ढैय्या का प्रभाव-
शनि ढैय्या मिथुन व तुला राशि वालों पर चल रही है। राहत की बात यह है कि साल 2022 में शनि के राशि परिवर्तन करते ही मिथुन व तुला राशि वालों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिल जाएगी। फिलहाल इन दो राशि वालों को भी शनि की व्रकी चाल के दौरान उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। सफलता पाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
शनि दोष कम करने के उपाय-
शनि प्रकोप से बचने के लिए जातक को हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। शनि मंत्रों का जाप करने से लाभ होता है। मिट्टी के बर्तन में सरसों के तेल में अपनी परछाई देकर दान करना चाहिए। पीपल के पेड़ पर दीपक जलाना चाहिए।
शनि देव के मंत्र-
शनि के मंत्र हैं- ‘ॐ शं शनैश्चरायै नमः’, ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’, ‘ॐ शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। शं योरभि स्रवंतु नः’।

पंचांग पुराण /शौर्यपथ / साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई 2021 को लगेगा। चंद्र ग्रहण की घटना ज्योतिषी महत्व होने के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है। साल के पहले चंद्रग्रहण के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा। चंद्र ग्रहण दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से शुरू होकर शाम 07 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। आमतौर पर चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। लेकिन साल का पहला चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण है। जिसके कारण इसमें सूतक काल मान्य नहीं होगा।
कहां-कहां दिखेगा 2021 का पहला चंद्रग्रहण-
साल 2021 का पहला चंद्रग्रहण भारत में उपछाया चंद्र ग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। जबकि पूर्वी, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और अमेरिका में पूर्ण ग्रहण होगा।
चंद्र ग्रहण कैसे लगता है?
चंद्र ग्रहण एक साधारण घटना है। सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी और पृथ्वी के चारों तरफ चन्द्रमा चक्कर लगाते-लगाते सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा जब एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चन्द्रमा पर पड़ने लगती है। खगोल शास्त्रियों के अनुसार इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है।
चंद्र ग्रहण कितने प्रकार के होते हैं?
चंद्र ग्रहण कुल तीन प्रकार के होते हैं।
1. उपच्‍छाया चंद्रग्रहण
2. पूर्ण चंद्रग्रहण
3. आंशिक चंद्रग्रहण
एक साल में अधिकतम कितने चंद्र ग्रहण लग सकते हैं?
एक कैलेंडर वर्ष के दौरान यानी एक वर्ष में चन्द्र ग्रहण की अधिकतम संख्या 3 हो सकती है।
ग्रहण काल में क्या नहीं करना चाहिए-
1. मान्यता है कि ग्रहण के दौरान तेल लगाना, जल पीना, बाल बनाना, कपड़े धोना और ताला खोलने जैसे कार्य नहीं करने चाहिए।
2. कहा जाता है कि ग्रहण काल में भोजन करने वाले मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उसे उतने सालों तक नरक में वास करना पड़ता है।
3. मान्यता है कि ग्रहण काल में सोने से व्यक्ति रोगी होता है।
4. चंद्र ग्रहण में तीन प्रहर का भोजन करना वर्जित माना जाता है।
5. ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए।
6. ग्रहण काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें-

1. ग्रहण शुरू होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है।
2. ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है।
3. चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।
4. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
5. ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी की पत्ती डालनी चाहिए।

रायपुर / शौर्यपथ / पिछले दिनों बिना मास्क के घुमने के कारण एवं पुलिस अधिकारियो से गलत व्यवहार के कारण रायपुर के महापौर के भतीजे शोएब ढेबर एक विवाद में घिर गए . जिसके फल स्वरुप कभी ५ रूपये के चालन वाली स्लिप तो कभी 500 रूपये के चालन वाली स्लिप शोशल मिडिया में वाइरल होने लगी . सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी अपनी तरह से इसे सत्ता की ताकत तो कभी स्लिप में चलन पटा कर कानून के सम्मान की बात कहने लगे . राजनीती है यहाँ सब चलता है सोशल डिस्टेंस और बिना मास्क की बाते होती रहती है जो आज कल में शांत हो जायेगी किन्तु इस वाइरल विडिओ में एक बात बहुत ही ख़ास नजर आ रही है जिस पर शायद ही किसी का ध्यान गया है . वैसे तो चालन पटाने के समय वाहन के दस्तावेज मांगे जाते है किन्तु यहाँ पर रायपुर पुलिस द्वारा शायद वाहन के दस्तावेज की मांग नहीं की गयी अगर की गयी होती तो दूसरी बड़ी बात सामने आ जाती .
मामला है वहां से सम्बंधित नंबर का . जिस वाहन को रायपुर महापौर के भतीजे द्वारा चलाया जा रहा था उस वाहन का नंबर CG-04-DR-8026 है वीडियो में साफ़ नजर आ रहा है कि वाहन TVS निर्माता कंपनी की गाडी है किन्तु जब छत्तीसगढ़ के वाहन सॉफ्टवेयर में इस वाहन के नम्बर की और वाहन के मालिक की जाँच की गयी तो जो परिणाम सामने आये वो चौकाने वाले थे शासकीय पोर्टल के अनुसार CG-04-DR-8026 उक्त नंबर के वाहन का मालिक का नाम दीपा यदु  एवं वाहन के निर्माता कंपनी का नाम होन्डा है .जबकि विडिओ देखने से साफ़ प्रतीत हो रहा है कि वाहन TVS कंपनी की है . अगर वाहन TVS कंपनी की है तो फिर दस्तावेज में होन्डा कंपनी क्यों दर्शा रही है . क्या रायपुर पुलिस मामले को संज्ञान में लेगी .


क्या वाहन जिसका ईस्तमाल रायपुर महापौर के भतीजे द्वारा किया जा रहा है वह वाहन चोरी का है या फिर शासकीय पोर्टल जिस पर आम जनता भरोसा करके अपने वाहन की विस्तृत जानकारी देखती है उसमे कोई तकनिकी गलती है . गलत तो कोई एक है या तो वाहन गलत है जो TVS निर्माता का है किन्तु दस्तावेज होन्डा निर्माता द्वारा बताया जा रहा है या तो फिर शासकीय पोर्टल vahan.nic.in गलत है . दोनों सही नहीं हो सकता कोई एक गलत है अब ये रायपुर पुलिस को देखना है कि मामले की निष्पक्ष कार्यवाही करती है या फिर रसूखदार को बचाने लीपापोती करती है . अगर ऐसा करती है तो फिर क्या नियम सिर्फ आम जनता के लिए है , कानून सिर्फ आम जनता के लिए है और रसूखदारों को सभी कार्य की चाहे वो वैधानिक हो या अवैधानिक उन पर कानून मौन रहता है ये तो ये समाज में एक गलत सन्देश जाएगा और आम जनता का कानून से विश्वास उठ जाएगा अब गेंद रायपुर पुलिस एवं रायपुर परिवहन के पाले में है कि वो मामले को किस दिशा में ले जाते है .

कोरोना वैक्सीन का भुगतान करेगी राज्य सरकार
अपने नागरिकों की जीवन रक्षा के लिए हम हरसंभव कदम उठाएंगे- मुख्यमंत्री
केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वह पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करे

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की है कि छत्तीसगढ़ में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को निशुल्क कोरोना वैक्सीन लगाया जाएगा। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के कोरोना के टीकाकरण का भुगतान राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अपने नागरिकों की जीवन रक्षा के लिए हम हरसंभव कदम उठाएंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है कि छत्तीसगढ़ में पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री बघेल ने कोविड टीकाकरण के लिए पात्र सभी हितग्राहियों से अपील भी की है कि उन्होंने अगर अब तक टीकाकरण नहीं कराया है तो ज़रूर करा लें, जिससे वे संक्रमण से होने वाली गम्भीर बीमारी से बच सकें।
उल्लेखनीय है कि 45 वर्ष से अधिक आयु समूह को कोविड 19 वैक्सीन की प्रथम डोज़ देने में छत्तीसगढ़ राज्य का स्थान पूरे देश में चौथा है। यदि साठ वर्ष और उससे अधिक आयुवर्ग की बात करें तो छत्तीसगढ़ पूरे देश में लद्दाख, राजस्थान, सिक्किम और त्रिपुरा के बाद पाँचवें स्थान पर है। 88 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर, 92 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर को भी वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है ।छत्तीसगढ़ में अब तक 51 लाख 25 हज़ार 640 कोरोना वैक्सीन की डोज़ का उपयोग किया गया है। प्रदेश में अब तक पहला और दूसरा डोज मिलाकर कुल 50 लाख 55 हजार 698 डोज लगाए जा चुके हैं।

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश सेवा में समर्पित सिविल सेवकों एवं उनके परिवारजनों को सिविल सेवा दिवस 21 अप्रैल के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिविल सेवा के हमारे अधिकारीगण कोरोना संकट की इस मुश्किल घड़ी में जिस समर्पण और सेवाभाव से काम कर रहे हैं, वह बेहद प्रशंसनीय है।

रायपुर / शौर्यपथ / राज्य के नगर निगम क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के संबंध में विचार विमर्श के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में राज्य के सभी नगर निगमों के महापौर और नगर निगम आयुक्तों की वर्चुअल बैठक का आयोजन 22 अप्रैल को दोपहर 12 बजे किया जायेगा।
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में वर्चुअल रूप से आयोजित होने वाली इस बैठक में राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, उपचार एवं टीकाकरण हेतु उठाये गए कदमों की समीक्षा की जाएगी और कोरोना से बचाव के तरीकों के सम्बन्ध में जरूरी दिशानिर्देश दिए जाएंगे।

दो वर्ष की अनिवार्य सेवा पूर्ण नहीं करने वाले डॉक्टरों से अनुबंध राशि की वसूली के साथ पंजीयन रद्द करने की होगी कार्यवाही

रायपुर / शौर्यपथ / स्वास्थ्य विभाग ने एमबीबीएस की पढ़ाई पूर्ण कर चुके डॉक्टरों से शासकीय/ग्रामीण सेवा के अनुबंध के अनुसार पदस्थापना के बाद पदस्थापना स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने के लिए अंतिम अवसर प्रदान करने के संबंध में सूचना जारी की है। राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 28 मई 2020 और 5 फरवरी 2021 को दो अलग-अलग आदेश जारी कर एम.बी.बी.एस. पाठ्यक्रम उत्तीर्ण डॉक्टरों को शासकीय/ग्रामीण सेवा के अनुबंध के निष्पादन के लिए दो वर्ष की संविदा सेवा पर पदस्थ किया गया था। शासन द्वारा 28 मई 2020 को जारी आदेश के परिपालन में 31 डॉक्टरों द्वारा और 5 फरवरी 2021 को जारी आदेश के परिपालन में 23 डॉक्टरों द्वारा आज पर्यंत अपने पदस्थापना स्थलों में पदभार ग्रहण नहीं किया गया है। विभाग ने ऐसे सभी डॉक्टरों को पांच दिनों के भीतर पदभार ग्रहण करने कहा है।
छत्तीसगढ़ चिकित्सा एवं दंत चिकित्सा स्नातक प्रवेश नियम के तहत अनुबंधित डॉक्टरों को एम.बी.बी.एस. प्रवेश के समय निष्पादित अनुबंध के अनुसार संविदा आधार पर दो वर्ष की शासकीय सेवा करना अनिवार्य है। बंध-पत्र (Bond) के उल्लंघन पर बंध-पत्र की राशि की वसूली, विश्वविद्यालय से अंतिम डिग्री प्रदान नहीं किए जाने और राज्य मेडिकल काउंसिल में पंजीयन नहीं किए जाने के साथ ही पाठ्यक्रम अवधि के दौरान शासन द्वारा भुगतान की गई संपूर्ण छात्रवृत्ति/शिष्यवृत्ति की राशि की वसूली भू-राजस्व के बकाया के रूप में किए जाने का प्रावधान है। शासन द्वारा पूर्व में भी इन अनुपस्थित डॉक्टरों को अपने पदस्थापना स्थान में उपस्थिति देने के लिए निर्देशित किया गया था। शासन ने अब तक अनुपस्थित डॉक्टरों को सूचना जारी होने के पांच दिनों के भीतर अपने पदस्थापना स्थान में कार्यभार ग्रहण किया जाना सुनिश्चित करने कहा है। निर्धारित समय-सीमा में पदांकित स्थान पर कार्यभार ग्रहण नहीं करने या कार्यभार ग्रहण करने के बाद दो वर्ष की अनिवार्य शासकीय सेवा पूर्ण नहीं करने पर अनुबंध की राशि की वसूली भू-राजस्व के बकाया राशि की तरह की जाएगी। साथ ही राज्य मेडिकल बोर्ड में पंजीयन रद्द करने की कार्यवाही भी की जाएगी।

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