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- पाटन में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की ली बैठक, अमलेश्वर में मोबाइल टेस्टिंग टीम का देखा काम, अस्पतालों में व्यवस्था देखी
दुर्ग / शौर्यपथ / ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने 3 सूत्रों पर काम किया जा रहा है। इनमें सर्दी बुखार, खांसी जैसे लक्षणों वाले मरीजों का चिन्हांकन कर इन्हें क्वारन्टीन सेंटर में रखा जाना, यहां पल्स आक्सीमीटर के माध्यम से ऑक्सीजन लेवल की नियमित जांच और प्रोफेलेक्सीस किट प्रदान किया जाना शामिल है। तीनों सूत्रों पर हो रहे काम का निरीक्षण करने कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज तीनों ब्लॉक का व्यापक दौरा किया। पाटन ब्लॉक में उन्होंने अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने निर्देशों पर चर्चा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्दी बुखार खांसी आदि कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में न रखकर क्वारन्टीन में रखना सुनिश्चित करें। क्वारंटाइन सेंटर में इन्हें रोग निरोधी (प्रोफेलेक्सीस) किट दी जाएगी। इसके साथ ही इनके ऑक्सीजन लेवल की नियमित रूप से जांच होती रहेगी। प्रत्येक क्वारन्टीन सेंटर में 2 नग पल्स ऑक्सीमीटर होगा, इसके अलावा 3 नग ऑक्सीमीटर पंचायतों में होने चाहिए। इन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षण वाले मरीजों के ऑक्सीजन लेवल की जांच भी हो सकेगी, ऑक्सीजन लेवल डाउन होने की स्थिति में स्वास्थ्य केंद्र भेजने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षण वाले मरीजों का लगातार चिन्हांकन करें। साथ ही इस तरह के मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना जांच भी कराएं। मरीजों का चिन्हांकन होता रहे।
उल्लेखनीय है कि सांस लेने में दिक्कत वाले कोविड संदिग्ध मरीजों के लिए विकासखंड मुख्यालयों में भी आइसोलेशन सेंटर की व्यवस्था की गई है। इनमें ऑक्सीजन बेड की सुविधा रखी गई है। ऐसे आइसोलेशन सेंटर धमधा,पाटन, निकुम, अहिवारा, कुम्हारी, उतई और झीठ में आरम्भ किये गए हैं। कलेक्टर ने बाहर से आये लोगों के क्वारन्टीन के संबंध में भी निर्देश अधिकारियों को दिए।
नगरीय निकाय के बारे में भी दिए निर्देश- पाटन नगर पंचायत में भी सभी घरों में मरीजों के चिन्हांकन के निर्देश उन्होंने दिए। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की नियमित कॉउंसिलिंग के निर्देश भी उन्होंने दिए। साथ ही लक्षण उभरते ही टेस्ट कराने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री आशीष वर्मा एवं नगर पंचायत अध्यक्ष पाटन श्री भूपेंद्र कश्यप भी उपस्थित थे।
अमलेश्वर में मोबाइल टेस्टिंग टीम का निरीक्षण किया- कलेक्टर ने पाटन ब्लॉक के ग्राम अमलेश्वर में मोबाइल टेस्टिंग टीम का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि मोबाइल टेस्टिंग टीम कंटेंटमेंट जोन और हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में सघन जांच कर रही है।
- कहा मरीजों को दे हर संभव सुविधा
- कोरोना मरीजों के चिन्हांकन के लिए चलाएं सघन अभियान
दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज निकुम एवं उतई स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया। यहां 20 बेड आइसोलेशन मरीजों के लिए आरंभ किए गए हैं। यह वह मरीज हैं जो कोविड सस्पेक्टेड हैं तथा साँस लेने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। यहां पर उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था देखी। साथ ही मरीजों को दिए जा रहे ट्रीटमेंट की व्यवस्था भी देखी। उतई के स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि यहां मरीजों की संख्या में कुछ दिनों में थोड़ी गिरावट आई है। कलेक्टर ने कहा कि क्षेत्र में व्यापक अभियान चलाएं तथा सर्दी खांसी बुखार जैसे लक्षणों वाले मरीजों का चिन्हांकन करें। ऑक्सीजन की स्थिति पर लगातार निगाह रखें, जैसे ही ऑक्सीजन लेवल ड्रॉप होता है जिला मुख्यालय में रिफर करने की तुरंत कार्रवाई करें। एंबुलेंस की व्यवस्था रखें तथा जिला स्तरीय अधिकारियों से निरंतर समन्वय बनाए रखें ताकि आपात स्थिति में त्वरित रूप से मरीज का इलाज हो सके। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डों में व्यापक सफाई अभियान चलाया जाए। कचरे का नियमित उठाव हो, नाले की साफ सफाई हो, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो तथा सैनिटाइजेशन हो। इसके साथ ही कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर को लेकर भी लोगों को बताया जाए। लोगों को मास्क हमेशा लगाने के लिए प्रेरित किया जाए साथ ही कोविड से बचाव के उपायों के बारे में निरंतर जागरूकता अभियान चलाया जाए। समय-समय पर मुनादी होती रहे। उन्होंने कहा कि लोग जितने ज्यादा कोविड के खतरों को लेकर सजग होंगे, उतना ही ज्यादा इस संक्रमण को रोकने में सहयोग मिलेगा। उन्होंने पॉजिटिव मरीजों को किट वितरण की जानकारी भी ली।
दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कुम्हारी नगरी निकाय में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निकाय को एंबुलेंस एवं अन्य संसाधनों के 5 लाख रुपये स्वीकृत किए। कलेक्टर ने यहां भर्ती मरीजों के उपचार एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों को तुरंत जिला मुख्यालय रिफर किया जाए, इसके लिए एंबुलेंस आदि की व्यवस्था रखें। उन्होंने यहां वैक्सिनशन कार्य की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि अन्य निकायों की तुलना में कुम्हारी में वैक्सिनशन का कार्य थोड़ा धीमा है, इसे और तेज किए जाने की जरूरत है। उन्होंने व्यापक जागरूकता अभियान चलाकर वैक्सीनेशन के टारगेट को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों के चिन्हांकन के लिए व्यापक जांच अभियान चलाएं। आइसोलेशन के मरीजों के लिए दवा किट उपलब्ध कराएं। साथ ही उनकी नियमित काउंसलिंग होती रहे। गंभीर मरीजों को हॉस्पिटल में रिफर करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने पॉजिटिव मरीजों के घर के आगे पोस्टर की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश भी दिए। साथ ही प्राइमरी कॉन्टैक्ट की जांच के निर्देश भी दिए।
मरीज को स्वस्थ कर घर भेजा शंकराचार्य हॉस्पिटल की मेडिकल टीम ने, यह कड़ी चुनौती थी मरीज के स्वस्थ होने पर हॉस्पिटल स्टाफ भी बेहद खुश
दुर्ग / शौर्यपथ / आज शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल के चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ के कड़ी मेहनत से जटिल केस को भी हल करने में बड़ी सफलता हासिल हुई। मायस्थेनिया ग्रेविस से पीड़ित एवं सीटी स्कोर 22 वाले पेशेंट को सफलतापूर्वक उपचारित कर घर भेजा गया है। 1 हफ्ते पहले जब सुपेला निवासी 52 वर्षीय श्री विभास पंडित शंकराचार्य हॉस्पिटल आए थे तब उनका सीटी स्कोर 25 में 22 था, एक तरह से यह काफी जोखिम भरा सीटी स्कोर था। इसके साथ ही उन्हें मायस्थेनिया ग्रेविस की भी समस्या थी। इन दोनों विपरीत परिस्थितियों के बावजूद शंकराचार्य कोविड हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने हिम्मत नहीं हारी ट्रीटमेंट आरंभ किया और एक हफ्ते बाद बहुत ही सुखद परिणाम आया है। श्री पंडित पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए अस्पताल की प्रभारी डॉ. सुगम सावंत ने बताया कि श्री पंडित के स्वस्थ होने पर शंकराचार्य के पूरे स्टाफ को खुशी हुई है यह बड़ी उपलब्धि हॉस्पिटल की है। उन्होंने बताया कि मायस्थेनिया ग्रेविस मांसपेशियों से संबंधित समस्या होती है, इसके साथ ही इनका सीटी स्कोर भी काफी ज्यादा था और यह 25 में 22 था। श्री पंडित जब हॉस्पिटल में आए तो उन उनके टेस्ट रिपोर्ट आए 4 दिन हो चुके थे और इस तरह संक्रमण काफी फैल चुका था। इसकी वजह से उनका ट्रीटमेंट एक बड़ी चुनौती था, फिर भी शंकराचार्य कोविड केयर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बड़ी मेहनत से इस कार्य को अंजाम दिया। उनके लिए मेडिसिन विशेष रूप से प्लान किया गया लगातार उनके वाइटल एलिमेंट्स पर नजर रखी गई और धीरे-धीरे वह कोविड से बाहर आ गए। उनके स्वस्थ होने पर पूरे अस्पताल प्रबंधन को बहुत खुशी है। डॉ. सावंत ने बताया कि आज ही कबीर आश्रम के एक महंत 75 वर्षीय बुजुर्ग भी शंकराचार्य हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए हैं। डॉ. सावंत ने कहा कि मरीज आरंभिक समय से ही ट्रीटमेंट आरंभ कर करा लें तो उनका जोखिम घट जाता है। उन्होंने बताया कि मरीज को चाहिए कि ऑक्सीजन लेवल थोड़ा भी कम होते ही चिकित्सक से संपर्क करें ताकि हॉस्पिटल में भर्ती होने पर इलाज तुरंत आरम्भ हो जाये।
दुर्ग / शौर्यपथ / भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव ने कोविड की रोकथाम के लिए निगम अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली! उन्होंने इसके लिए प्रत्येक विषयों पर अधिकारियों से चर्चा की! विधायक ने मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए स्वयं के खर्चे से एंबुलेंस की व्यवस्था करवाई है, प्रारंभिक तौर पर आज एक एंबुलेंस को रवाना किया गया! इस एंबुलेंस का उपयोग निगम के हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके भिलाईवासी सेवा ले सकते हैं!
यादव ने कहा कि निगम के अधिकारी और कर्मचारी विषम परिस्थिति में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं! उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण कार्य है, होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का मनोबल बढ़ाना! इसके लिए उन्होंने मनोचिकित्सक की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया ताकि होम आइसोलेशन के दौरान पॉजिटिव मरीज की काउंसलिंग करके उनके हौसले को बुलंद किया जा सके, और घर में रह रहे पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य की जल्दी रिकवरी हो! इसके लिए उन्होंने इस प्रकार के चिकित्सकों से चर्चा कर उन्हें काउंसलिंग के लिए आमंत्रित करने पर जोर दिया! उन्होंने स्वयं भी कुछ चिकित्सकों से बात की! यदि इस प्रकार के इच्छुक चिकित्सक हो तो वह निगम उपायुक्त दिवेदी एवं जनसंपर्क अधिकारी पीसी सार्वा से संपर्क कर सकते हैं!
निगम के अधिकारियों ने विधायक को अवगत कराया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टेस्टिंग किट की मात्रा बढ़ाने की आवश्यकता है! विधायक यादव ने कहा कि इस पर वह जिला प्रशासन के अधिकारियों से व्यक्तिगत चर्चा करेंगे, मोबाइल टीम के माध्यम से टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा ताकि लक्षण वाले व्यक्तियों को सेंपलिंग कराने में आसानी हो! विधायक यादव ने शव वाहन के उपलब्धता को लेकर भी बात की और कहा कि इसकी भी आवश्यकता इस कठिन परिस्थिति को देखते हुए है! उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शव वाहन का इंतजाम करने चर्चा की!
उन्होंने सुपेला अस्पताल में नॉन कोविड मरीजों के इंतजाम के लिए नेहरू नगर के जोन आयुक्त से चर्चा की! जोन आयुक्त अग्रहरि बताया कि सैंपल कलेक्शन के लिए आने वाले लोगों एवं मरीजों के स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं अपडेट की गई है, सुपेला के प्रभारी डॉक्टर पीएम सिंह से समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है! निगमायुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर लगातार अस्पताल में बेहतर व्यवस्था के लिए कार्य किया जा रहा है! होम आइसोलेशन पर विधायक ने सभी जोन आयुक्त से चर्चा की, होम आइसोलेशन के दौरान दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली! यादव ने मुक्तिधाम एवं शव वाहन की व्यवस्था के बारे में विस्तार से चर्चा की!
बैठक में उपायुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि एवं अमिताभ शर्मा, जनसंपर्क अधिकारी पीसी सार्वा, शिक्षा विभाग के अधिकारी वाय राजेंद्र राव, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, फूड पैकेट के वितरण के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी अजय शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहे!
असहाय लोगों तक भोजन की सहायता के लिए आगे आने की अपील लॉकडाउन के दौरान ऐसे लोग जो बेसहारा है, रोज काम करके गुजर बसर करने वाले हैं, होम आइसोलेशन के दौरान भोजन बनाने में समर्थ है, लाचार है, भूखे हैं ऐसे लोगों तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था निगम भिलाई द्वारा की गई है! विधायक यादव ने भोजन की उपलब्धता के लिए इस प्रकार के इच्छुक लोगों से नोडल अधिकारी अजय शुक्ला के मोबाइल नंबर 8839271595 पर संपर्क कर असहाय लोगों की मदद करने की अपील की है! पिछले लॉकडाउन में उदारता का परिचय देते हुए कई सामाजिक जन, व्यवसायी गण, समाजसेवी व अन्य परोपकारी संस्थाओं ने आगे बढ़कर सेवा भावना से भूखे एवं असहाय लोगों तक मदद पहुंचाने में अभूतपूर्व सहयोग किया था! इस प्रकार के इच्छुक व्यक्ति नोडल अधिकारी अजय शुक्ला से संपर्क कर सकते हैं!
बेमेतरा / शौर्यपथ / बुधवार को अपर कलेक्टर संजय दीवान नवागढ़ आईटीआई छात्रावास में बन रहे 100 बिस्तर कोविड अस्पताल के निरीक्षण में पहुंचे। जहां घंटे तक अस्पताल परिसर में हो रहे निर्माण कार्यो सहित बिल्डिंग के अंदर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बनी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान नवागढ़ एसडीएम दुर्गेश वर्मा, तहसीलदार रेणुका रात्रे, नवागढ़ सीएमओ डीएल बर्मन, एसडीओ पीडब्लूडी यूके देवांगन सहित प्रशासनिक अमला उपस्थित रहा. उन्होंने मौजूद अधिकारियों से निर्माणाधीन कार्यो को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। कोविड हॉस्पिटल में जेनरेटर, फिल्टर आरो लगाने व स्लोगन लिखवाये जाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश भी दिया गया.
किराना व्यापारियों को दिए दिशा निर्देश
नगर पंचायत नवागढ़ सीएमओ बर्मन ने नगर के किराना व्यापारियों की बुधवार को होम डिलीवरी के सम्बंध में दिशा निर्देश दिया. बर्मन ने बताया कि जिला कलेक्टर के आदेशानुसार लॉकडाउन 02 में किराना व्यापरियों को सुबह 06 बजे से दोपहर 02 बजे तक किराना समान की होम डिलीवरी छुट मिली है. इस दौरान आमजन आवश्यक राशन सामग्री दुकानकार से सम्पर्क कर सामान खरीद सकते है लेकिन दुकान खोलना प्रतिबंधित है. यह छुट केवल होम डिलीवरी के लिए है, जिसमे कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करना आवश्यक है.
राजनांदगांव /शौर्यपथ / कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि सैम्पल टेस्टिंग के समय अपना सही पता एवं मोबाईल नंबर की जानकारियां प्रदान करें, ताकि कोरोना संक्रमण को बढऩे से रोका जा सके। उन्होंने कहा है कि सैम्पल देते समय गलत पता एवं मोबाईल नंबर देने के कारण संक्रमित व्यक्ति को न तो उपचार मिल पाता है और न ही वह होम आईसोलेशन में रहता है। जिसकी वजह से वह स्वयं संक्रमित होता ही है, दूसरों को भी संक्रमित करता है।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि सैम्पल टेस्ंिटग के दौरान गलत पता एवं मोबाईन नंबर देने से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य प्रभावित होता है। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। इसमें कोविड-19 पॉजिटिव मरीज से संपर्क स्थापित कर मरीज एवं उनके संपर्क में आने वाले उनके परिजनों एवं अन्य संभावित संक्रमित लोगों के स्वास्थ्य के संबंध में समस्त जानकारियां एकत्र की जाती हैं। इसके माध्यम से होम आइसोलेशन के मरीजों के स्वास्थ्य संकेतकों, दवाइयों इत्यादि की जानकारी ली जाती है तथा आवश्यकता पडऩे पर हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने के लिए एम्बुलेंस सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन यह देखा जा रहा है कि कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के दौरान सैम्पल देते समय कुछ लोगों द्वारा अपना गलत पता, मोबाईल नंबर दिया जा रहा है। जिससे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने में स्वास्थ्य विभाग की टीम को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वयं मरीज को स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने एवं अनावश्यक विलंब होने से मृत्यु होने की भी संभावना बनी रहती है। इनका यह कृत्य मोहल्ले एवं क्षेत्र में संक्रमण में होने वाली वृद्धि का भी कारक है। कलेक्टर ने समस्त नागरिकों से अपील है कि सैम्पल टेस्टिंग के समय अपना सही पता एवं मोबाईल नंबर की जानकारियां प्रदान करें। गलत जानकारियां प्रदान करने वाले लोगों के विरूद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।
लुचकी पारा एवं शिक्षक नगर रोड पर कुल 33 ठेले मे सब्जी फल बेचने वालों का करोना जांच किया गया है*
*सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाए गए......*
शहर में बाकी जगहों पर भी प्रतिदिन ठेले में सब्जी,फल एव अन्य सामग्री बेचने वाले लोगो की होगी कोरोना जांच......
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग जिला ६ अप्रैल से लॉक डाउन में है ऐसे में आम जनता की रोजमर्रा की ज़रूरते पूरी करने के लिए जिला प्रशासन ने स्ट्रीट वेंडर्स के माध्यम से सामन विक्रय की छुट दी थी किन्तु स्ट्रीट वेंडर्स के स्वास्थ्य परिक्षण की कोई गाइड लाइन ज़ारी नहीं की थी जिस पर शौर्यपथ समाचार ने २० अप्रैल के अंक में प्रमुखता से स्ट्रीट वेंडर्स के स्वास्थ्य और इनसे कोरोना संक्रमण के विस्तार पर संभावना की बात कही थी . आज २१ अप्रैल को जिला प्रशासन के आदेश पर दुर्ग निगम ने स्ट्रीट वेंडर्स की कोरोना जाँच के आदेश दिए एवं यह जाँच निरंतर चलते रहने की बात कही गयी . कोरोना संक्रमण का विस्तार कुछ कम हुआ है हो सकता है प्रशासन लॉक डाउन की अवधि को और बढ़ा दे एवं आम जनता के लिए कुछ रियायत के कदम उठाये ऐसे में स्ट्रीट वेंडर्स ही आम जनता की ज़रुरतो की पूर्ति करने में अहम् भूमिका निभाएंगे , स्ट्रीट वेंडर्स की कोरोना जाँच जिला प्रशासन का एक सार्थक पहल है जिला प्रशासन के फैसले पर शौर्यपथ समाचार पत्र साधुवाद करता है .
जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे के आदेश पर आयुक्त हरेश मंडावी के निर्देश पर निगम टीम द्वारा शहर में घूम घूमकर ठेले सब्जी फल बेचने वाले 33 लोगो को कोरोना टेस्ट करवाया गया। लुचकी पारा एवं शिक्षक नगर रोड पर कुल 33 ठेले मे सब्जी फल बेचने वालों का करोना जांच किया गया है सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई। निगम द्वारा विशेष रूप से अलर्ट किया गया दुर्ग क्षेत्र अंतर्गत प्रतिदिन शिविर लगाकर ठेले में सब्जी,फल एव अन्य सामग्री भेजने वालो की कोरोना जांच की जाएगी.
निगम अमला द्वारा शहर के बाजारों गालियों एव चौक चौराहे में स्पीकर द्वारा की जा रही है कि सर्दी-खांसी, बुखार जैसे लक्षण कोरोना के हो सकते हैं ऐसी स्थिति में तुरंत नजदीकी फीवर क्लीनिक पहुँचकर टेस्ट कराएं। टेस्ट करने पर पाजिटिव आते ही चिकित्सक के परामर्श पर हास्पिटल रिफर करने या होम आइसोलेशन की सलाह दी जाएगी, कोरोना के लक्षणों को गंभीरता से लें और ऐसे लक्षण उभरते ही तुरंत टेस्ट कराएं। इसके साथ ही लोगो को यह भी सलाह दी गई है कि यदि कोरोना मरीज के निकट संपर्क में रहे हों तो भी टेस्ट करा लें।
शौर्यपथ नजरिया / ऑक्सीजन सिलेंडर पर गुजरात के नेताजी ने अपनी फोटो क्या लगाई बवाल मच गया है। इसकी आलोचना के साथ लोग तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे है। किंतु इस पर मेरा अपना एक नज़रिया है। मेरा मानना है कि कोई अपने जेब के पैसे खर्च कर सेवा कर रहा है तो सेवा का महत्व होना चाहिए। 200 बिस्तरों का कोविड अस्पताल बनाना और मरीजों को सिलेंडर उपलब्ध कराना कोई छोटा काम नही है। ऐसे में अगर वो पैसे खर्च कर नेम और फेम चाहता है तो इसमें गलत क्या है। यहा तो ऐसे भी है जो भ्रष्टाचार से करोड़ों-अरबों कमाकर भी आज के इस बुरे दौर में घर के भीतर दुबके बैठे है। मित्रों, मोदी जी हो या भुपेश बघेल जी किस सरकारी योजना में इनकी फोटो नही है यह बताइये? हमने तो मोबाइल बस्ते,राशनकार्ड तक में कभी रमन सिंह जी फिर भुपेश बघेल जी की फोटो देखी है।
इतना सब तर्क करने के पीछे मेरा यही मकसद है कि सेवा में लगे किसी व्यक्ति की आलोचना नही होनी चाहिए। अगर नाम और सम्मान के मकसद से ही सही अगर कोई जरूरतमंदों की मदद कर रहा है तो उसे सराहे। एक बात और ध्यान रखना चाहिए कि हमारे देश का सरकारी सिस्टम कोरोना से लड़ाई में बेहद कमजोर है। आज जो भी बेहतर स्थिति बन रही है उसके पीछे कही न कही विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी लोगों का अमूल्य योगदान है। ऐसे में उनसे जुड़े किसी तुच्छ विषय को अगर कोई बहस का मुद्दा बनाता है तो निश्चित ही वे हतोत्साहित होंगे। यह मेरी सोंच है, इस मुद्दे पर आपकी राय क्या है बताये?
( देवेन्द्र गुप्ता के फेसबुक वाल से )
दुर्ग / शौर्यपथ / गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज छत्तीसगढ़ लाइवलीहुड कॉलेज सोसायटी भिलाई में 150 बेड के कोविड आइसोलेशन सेंटर का शुभारंभ किया। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों और डॉक्टरों के साथ कमरों में जाकर सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गृह मंत्री ने कहा कि यहां कोरोना संक्रमित लोगों को निःशुल्क बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी। 24 घंटे डाक्टर और नर्सिंग देखभाल के साथ ही भोजन, पानी और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया है। इस सेंटर का संचालन कलेक्टर की निगरानी में होगा। यहां 40 बिस्तरों में ऑक्सीजन सुविधा भी उपलब्ध है। मंत्री श्री साहू ने कहा कि पिछले साल इस भवन को तैयार किया गया था। इसका उपयोग नहीं हो रहा था। वर्तमान परिदृश्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को बधाई दी।
गृह मंत्री ने लोगों से अपील की कि वे लॉकडाउन का पालन करें, करोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाएं, दो गज की दूरी बनाकर रखें और हाथों को सैनिटाइज करते रहें। उन्होंने कहा कि वैक्सीन जरूर लगवाएं। वैक्सीन लगवाने में कोई डर नहीं होनी चाहिए, इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होती। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कोरोना वेक्सीन लगवाया है। मैंने भी लगवाया है, सभी अधिकारियों ने भी लगवाया है। उन्होंने कहा सभी पात्र लोग कोरोना का टीका अवश्य लगवाएं।