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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
कलेक्टर सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुँचकर आम जनता के माँगों एवं समस्याओं का करेंगे निराकरण
बालोद/शौर्यपथ /राज्य शासन के निर्देशानुसार प्रशासनिक अमले का आम जनता के बीच पहुँचकर उनके माँगों एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने हेतु जिले के अलग-अलग स्थानों में प्रत्येक माह 02 जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के निर्देशानुसार गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम कुरदी में शनिवार 06 जुलाई को वर्ष 2024 का पहला जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया है। इस दौरान जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के अलावा मैदानी अमले के अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा आम जनता के बीच पहुँचकर उनके वास्तविक समस्याओं से रूबरू होने तथा उनके माँगों एवं समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा।
इसके अंतर्गत 06 जुलाई को गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम कुरदी के अलावा बालोद विकासखण्ड के ग्राम सांकरा ज में सोमवार 22 जुलाई, डौण्डीलोहारा विकासखण्ड में शनिवार 08 अगस्त, डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम कुंआगोंदी में मंगलवार 27 अगस्त, जिला मुख्यालय बालोद में बुधवार 04 सितंबर, गुरूर विकासखण्ड के ग्राम कंवर में शुक्रवार 13 सितंबर, गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम कचान्दुर में मंगलवार 08 अक्टूबर, दल्लीराजहरा में सोमवार 23 अक्टूबर, बालोद विकासखण्ड के ग्राम लाटाबोड़ में 11 नवंबर, गुरूर विकासखण्ड के ग्राम अरमरीकला में बुधवार 20 नवंबर, डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम भंवरमरा में 10 दिसंबर तथा विकासखण्ड के ग्राम मंगलतराई में मंगलवार को 28 दिसंबर को जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया है। शिविर प्रातः 10.30 बजे से शाम 05 बजे तक संचालित किया जाएगा। कलेक्टर श्री इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा मैदानी अमले के सभी अधिकारी-कर्मचारियोें को अनिवार्य रूप से शिविर में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। जिससे कि आम जनता के मांगों एवं समस्याओं तथा शिविर में प्राप्त आवेदनों का समुचित निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में जनदर्शन कार्यक्रम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री श्री साय आत्मीयता से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए नागरिकों से मिल रहे हैं। उनकी समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुन रहे हैं और उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जनदर्शन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार को छह महीने हुए हैं। लगातार लोगों से मिलकर उनकी समस्या हल करने का प्रयास किया है। पहले भी मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के समय मुख्यमंत्री लोगों से जनदर्शन में मिलते थे। हम हर गुरुवार आप सभी से मिलेंगे और आपकी समस्या के समाधान की दिशा में काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि जनदर्शन कार्यक्रम में आने वाले नागरिकों को टोकन दिया जाएगा। आपके आवेदनों को दर्ज किया जाएगा और कारवाई की जाएगी। आप सभी का हृदय से अभिनंदन।
आज से जनदर्शन का आगाज बड़ी संख्या में आवेदक जुट रहे मुख्यमंत्री निवास में
रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का जनदर्शन आज से आरंभ हो रहा है। जनदर्शन में जुट रहे नागरीकगणों का स्वागत अतिथि देवो भव की परंपरा के अनुकूल पुष्पमाला से स्वागत कर किया जा रहा है।
जनदर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग मुख्यमंत्री आवास में जुट रहे हैं।
मुख्यमंत्री के जनदर्शन के प्रति लोगों में काफी उत्सुकता और उत्साह है।
जनदर्शन में आ रहे लोगों में प्रदेश के कोने-कोने से आ रहे नागरिक शामिल हैं।
जनदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री, प्रदेश भर से जुटे नागरिकों से संवाद करेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे एवं इनके त्वरित निराकरण के निर्देश अधिकारियों को देंगे
साथ ही वे योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की जानकारी भी लेंगे।
आम जनता की सुविधा को देखते हुए मुख्यमंत्री निवास में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय की मंशा अनुरूप सुशासन और पारदर्शिता के माध्यम से जनकल्याण को बढ़ावा देने के लक्ष्य को लेकर जनदर्शन हर सप्ताह गुरुवार को किया जाएगा।
दुर्ग / शौर्यपथ / अयोध्या राम मंदिर दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ शासन की आस्था स्पेशल ट्रेन को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने विधायक डोमन लाल कोर्सवाड़ा, ललित चंद्राकर, गजेंद्र यादव, रिकेश सेन, जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा और महेश वर्मा की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ट्रेन को रवाना करने से पूर्व हुए मंच का कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों को अयोध्या स्थित प्रभु श्रीराम मंदिर के दर्शन कराने की मोदी की गारंटी को पूरा करने की दिशा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री बनने के 100 दिन में ही कदम उठाया और उसी के फलस्वरुप शासन की ओर से ट्रेन रवाना की जा रही है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि रामलला के दर्शन करने के इच्छुक छत्तीसगढ़ के सभी श्रद्धालुओं को रामलला दर्शन योजना का लाभ मिलेगा। समाज कल्याण विभाग के माध्यम से छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में इस योजना को चलाया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धारा प्रभु श्री रामलला की लीला स्थली रही है। प्रभु श्री रामचंद्र जी ने यहां के जंगलों से होकर गुजरे इसीलिए छत्तीसगढ़ के जंगलों के रास्तों में कहीं कांटे नहीं मिलते हैं, ऐसी महिमा प्रभु श्री रामचंद्र जी की रही है। जिन लोगों ने प्रभु श्री रामचंद्र जी के अस्तित्व को कभी स्वीकार नहीं किया वे लोग ही इस योजना का विरोध करेंगे यह स्वाभाविक है।इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेता जिला महामंत्री सुरेंद्र कौशिक, प्रेमलाल साहू, विजेंद्र सिंह, जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार पाध्ये, दिलीप साहू, रोहित साहू, दिनेश देवांगन, पूर्व विधायक रमशिला साहू, प्रितपाल बेलचंदन, राजा महोबिया,अजय तिवारी, डॉ सुनील साहू, मदन वाढ़ई, हर प्रसाद आदिल, नवीन पवार, ईश्वर ठाकुर, जितेन्द्र राजपूत, आशुतोष यादव, रिंकू वर्मा, जितेन्द्र साहू, टीकम साहू, महेंद्र लोढ़ा, भास्कर तिवारी, कमल तिवारी, डॉ. घनश्याम साहू सहित दुर्ग भिलाई के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
नई दिल्ली / शौर्यपथ / लोकसभा अध्यक्ष को लेकर आम सहमति बनाए जाने की तमाम कोशिशों पर फिलहाल पानी फिर गया है. विपक्ष ने नॉमिनेशन की डेडलाइन से ठीक पहले कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश को इंडिया ब्लॉक का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. कुछ ही देर बाद के सुरेश ने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया. इससे पहले एनडीए की तरफ से बीजेपी सांसद ओम बिरला ने नॉमिनेशन किया. दोपहर 12 बजे तक नॉमिनेशन के लिए अंतिम समय सीमा रखी गई थी.
72 साल में तीसरी बार स्पीकर को लेकर चुनाव होने जा रहा है. इससे पहले 1952, 1974 में भी स्पीकर को लेकर चुनाव हुआ है. स्वतंत्र भारत में 1952 में पहली बार स्पीकर को लेकर जीवी मालवणकर और शंकर शांताराम के बीच चुनावी मुकाबला हुआ था. उसके बाद 1976 में (आपातकाल के दौरान) भी स्पीकर के लिए चुनाव हुआ था. उस समय बालीग्राम भगत बनाम जगन्नाथ राव के बीच चुनाव था. अब 2024 में तीसरी बार चुनाव होने जा रहा है. अब तक पक्ष और विपक्ष के बीच सहमति से स्पीकर बनता आया है.
इससे पहले एनडीए की तरफ से स्पीकर चुनाव के लिए आम सहमति बनाने की कोशिश की गई और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने इंडिया ब्लॉक के नेताओं से बातचीत की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने अलग-अलग नेताओं से मुलाकात की और फोन पर बातचीत की. सूत्रों का कहना था कि स्पीकर के नाम पर विपक्षी दलों के साथ सहमति बनती तो डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष दिया जा सकता है. हालांकि, विपक्ष का कहना है कि डिप्टी स्पीकर पद नहीं दिया जा रहा था, इसलिए बात बिगड़ गई.
कांग्रेस का आरोप - स्पीकर पद के लिए आम सहमति नहीं बनने के बाद इंडिया गठबंधन की तरफ से कहा गया कि जैसा कि संविधान में पूर्व होता रहा है कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्षी पार्टी को दिया जाता है परंतु सत्ताधारी दल द्वारा इस बात पर भरोसा नहीं जताया जा रहा था कि डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को दिया जाएगा ऐसे में इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं की सहमति से विपक्ष की तरफ से के सुरेश को स्पीकर पद के लिए चुनावी मैदान में उतर गया है ।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष से मुलाकात किया परंतु डिप्टी स्पीकर पद के बारे में फैसले के लिए कॉल बैक करने की बात कही किंतु उनका कॉल नहीं आया जिसके कारण इंडिया गठबंधन ने स्पीकर पद के लिए 8वी बार लोकसभा सांसद रहे के सुरेश को चुनावी मैदान में उतारदिया ।
भाजपा की तरफ से जवाब -भारतीय जनता पार्टी के तरफ से स्पीकर पद के लिए आम सहमति न बनने पर केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि संविधान में आम सहमति से कार्य होता है शर्तों के आधार पर कार्य नहीं होता विपक्ष पार्टी की शर्तें निंदनीय है सदन में हमारे पास पूर्ण बहुमत है और स्पीकर पद के लिए एनडीए गठबंधन की तरफ से ओम बिरला को नामांकित किया गया है जिनकी जीत सुनिश्चित है ।
स्पीकर पद के लिए सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष दोनों आमने-सामने आ चुके हैं आज दोपहर 11:00 बजे स्पीकर पद के लिए चुनाव होना है स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह तीसरी बार है जब स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा. एनडीए के तीसरे कार्यकाल में इस बार विपक्षी पार्टी मजबूत हुई है और यह पहली बार होगा कि इस बार सदन में नेता प्रतिपक्ष भी बनाया जाएगा . पीएम मोदी के पिछले दो कार्यकाल में सदन में नेता प्रतिपक्ष संख्या बल के कारण नहीं बन पाया था परंतु इस बार विपक्ष मजबूत स्थिति में है और सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष सत्ता पक्ष को कई मुद्दों पर घेर रहा है .
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के बाद देश में हुए कई घटनाक्रमों का विपक्ष जोर-शोर से जिक्र कर रहा है जिसमें कश्मीर में आतंकी हमले नीट परीक्षा पेपर लीक ,परीक्षा का रद्द होना हीट वेव के कारण कई लोगों की मृत्यु, बिहार में घटिया निर्माण किया पुल का गिरना ,अटल सेतु में भ्रष्टाचार की झलक मणिपुर के बारे में सदन में पीएम मोदी का मौन रहना ,महंगाई के बारे में सत्ता धारी दल द्वारा बात ना करना ऐसे कई मुद्दे है जिसको लेकर विपक्ष आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं वही सत्ता पक्ष भी निश्चित है की संख्या बल के कारण लोकसभा में स्पीकर पद में विजय उनकी ही होगी।
जीत किसी की भी हो परंतु इस बार सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष सत्र के प्रथम दिन से ही आमने-सामने हो गए हैं और आरोप प्रत्यारोप का दौर आरंभ हो चुका है ऐसे में 18 वीं लोकसभा का हर सत्र और सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के आरोप प्रत्यारोप की झड़ी लगातार देखने को मिलेगी.
अब तक 4325 करोड़ रूपए का ब्याज मुक्त ऋण वितरित
चालू खरीफ सीजन में किसानों को 7300 करोड़ रूपए ऋण देने का लक्ष्य
किसानों को 3.17 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज वितरित
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर प्रदेश में चालू खरीफ सीजन के लिए किसानों को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत पहुंचाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने गत दिनों कृषि विभाग की बैठक लेकर किसानों को उनके मांग के अनुरूप खाद-बीज उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उनकेे निर्देश के परिपालन में किसानों के सहूलियत के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में प्रदेश में किसानों को केसीसी के तहत चालू खरीफ सीजन के लिए 7300 करोड़ रूपए ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है इसके विरूद्ध में 9 लाख 52 हजार 70 किसानों को 4324.98 करोड़ रूपए का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जा चुका है।
इसी प्रकार किसानों को सुगमता के साथ खाद-बीज का वितरण किया जा रहा है। किसानों की मांग पर 8.60 लाख टन खाद वितरण का लक्ष्य रखा गया है जिसके विरूद्ध किसानों को 4.90 लाख टन रासायनिक खाद का वितरण किया जा चुका है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 4.27 लाख टन खाद का वितरण किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि किसानों को प्रमाणित बीज भी उपलब्ध कराने का सिलसिला जारी है। इस खरीफ सीजन में 4.40 लाख क्विंटल का भण्डारण किया गया है। अब तक 3.17 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का वितरण किसानों को किया गया है।
रायपुर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गठित नई सरकार आम जनता के जीवन को आसान बनाने और उन्हें एक बेहतर सामाजिक जीवन देने के लिए लगातार काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को दूरस्थ अंचलों तक पहुंचाने के लिए भी विशेष कदम उठा रही है, यही कारण है कि नियद नेल्लानार जैसी योजनाएं आज बड़ा परिवर्तन ला रही है।
आम नागरिकों की सुविधा का ध्यान रखते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रशासनिक कसावट लाकर तेजी से काम किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में किसानों की बड़ी आबादी है, कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले इस राज्य में खेती-किसानी के लिए किसानों को अनुकूल माहौल और आर्थिक मजबूती मिल सके इसका भी सरकार ध्यान रख रही है। कृषक उन्नति योजना में किसानों की समृद्धि का उद्देश्य लेकर साय सरकार 3100 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी कर रही है। किसानों को दो वर्ष का 3716 करोड़ रूपए का बकाया बोनस भुगतान भी कर दिया है।
गरीबों को आवास देना साय सरकार की प्राथमिकता में शामिल है, जिसे पूरा करते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख से अधिक परिवारों को आवास प्रदान करने का निर्णय लिया है। वर्ष 2023-24 के अनुपूरक बजट में 3799 करोड़ रूपए तथा वर्ष 2024-25 के बजट में 8369 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। हितग्राहियों को योजनांतर्गत आवास निर्माण के लिए निःशुल्क रेत की सुविधा दी जा रही है। गरीबों के हित में कदम उठाते हुए एक करोड़ से अधिक परिवारों को 5 वर्ष तक निशुल्क राशन की भी व्यवस्था की है।
परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए अपने सपनों को ख़ुशी-ख़ुशी न्यौछावर करने वाली गृहणियों का साय सरकार ने विशेष ध्यान रखा है। महतारी वंदन योजना आज पूरे देश में एक मिसाल के तौर पर उभरी है, जिसमें 70 लाख से अधिक महिला हितग्राहियों को हर माह 1000 रूपए के मान से साल में 12000 रूपए की आर्थिक सहायता राशि दी जा रही है। युवाओं के साथ न्याय हो और सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आ सके इस दिशा में भी साय सरकार विशेष प्रयास कर रही है। युवाओं को शासकीय भर्ती में बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट देने का निर्णय लिया गया है।
माओवाद प्रभावित इलाकों में छत्तीसगढ़ सरकार के त्वरित और सख्त निर्णय से विगत 6 माह में 136 माओवादी ढेर, 526 गिरफ्तार और 442 का आत्मसमर्पण जैसी उपलब्धियां माओवाद समस्या के पूर्ण निदान की ओर बड़ी सफलता है।
पूजा-पद्धति और संस्कृति के नाम पर दिगभ्रमित करने वालों सेे समाज को बचना चाहिए: मंत्री श्री केदार कश्यप
कृषि मंत्री और वन मंत्री वीरांगना दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में हुए शामिल
रायपुर/शौर्यपथ / कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि वीरांगना महारानी दुर्गावती का देश प्रेम और समाज के प्रति समर्पण हमें प्रेरणा से भर देता है। हमें जनजातीय गौरव के प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाने में सहभागी बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरांगना दुर्गावती ने तब के समय जब यहां मुगलों का हुकुमत चलता था। तब के समय में अपने साहस, संघर्ष, धैर्य और वीरता से मुगलों को अपना लोहा मनवा दिया था।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि समाज को विखंडित करने वाले लोगों से बचते हुए मैं और मेरा समाज की भावना से ऊपर आना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुगल सुल्तान के समय में भी रानी दुर्गावती का व्यापक साम्राज्य था। इस साम्राज्य में अनेक जाति, समुदाय और धर्म के लोग निवासरत थे। रानी दुर्गावती ने राजधर्म निभाते हुए अपनी साहस और वीरता के साथ सभी लोगों का सुरक्षा और सेवा की है। हमें उनके मार्ग में चलकर समरसता के साथ समाज को आगे बढ़ाना चाहिए। श्री नेताम आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि राजनीतिक और आर्थिक रूप से हम कितना भी संपन्न हो जाए। लेकिन हमें अपने समाज को नहीं छोड़ना चाहिए। हम उस समाज के ऋणी है जिसने हमें जन्म दिया। हमें जीवन का कुछ हिस्सा समाज सेवा में व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने संस्कृति, अपने देश-धर्म को बचाने के लिए काम करना चाहिए। समाज में गलत व्याख्या करके लड़ाने वालों से बचना चाहिए। वीरांगना रानी दुर्गावती जिन विषम परिस्थितियों में रहकर समाज और देश के लिए अनुकरणीय कार्य किए, उससे हमें प्ररेणा लेनी चाहिए।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने वीरांगना महारानी दुर्गावती के बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ में जनजाति समाज के श्री विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बना कर समाज का गौरव बढ़ाया है। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है।
मंत्री श्री कश्यप कहा कि ऐसी बलिदानी महारानी जिन्होंने हमारे पुरखों और समाज को नई दिशा देने का काम किया है, आगे बढ़ाने काम किया है, उन्हें मैं नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि समाज को पूजा-पद्धति, संस्कृति, परंपरा के नाम पर दिगभ्रमित करने वाले लोगों से बचना चाहिए। हमें महारानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर देश की एकता और अखंडता के लिए आगे आना चाहिए। नई पीढ़ियों को भी बताना चाहिए कि ऐसे साहसिक बलिदानी रानी से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए।
कार्यक्रम को पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने संबोधित किया। इस मौके पर समाज के उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया। कार्यक्रम जनजातीय गौरव समाज के तत्वावधान में संपन्न हुआ। इस मौके पर जनजातीय गौरव समाज के अध्यक्ष श्री एम.डी. ठाकुर, पूर्व विधायक श्री वीरेन्द्र राय, समाज सेवी श्री विकास मरकाम, पद्मश्री श्री अजय मंडावी, फूलसिंह नेताम, श्रीमती सत्यभामा नाग, रामलखन पैकरा सहित बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग उपस्थित थे।