April 24, 2025
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

   दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम की मेयर इन काउंसिल की बैठक महापौर श्रीमती अलका बाघमार की अध्यक्षता में आयोजित में निगम के आयुक्त सुमित अग्रवाल,सभापति श्याम शर्मा, एमआईसी सदस्य व अधिकारियों ने विस्तार से प्रस्ताव पर चर्चा की।जिसमे विकास कार्यो सहित अन्य से जुड़े 9 एजेंडों पर चर्चा हुई।इस बैठक में राजस्व वसूली को लेकर निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत वार्ड 1 से लेकर 60 तक के करदाताओं द्वारा अपने चालू वित्तीय वर्ष का संपत्तिकर पूर्व में जमा करने पर वर्ष 24/25 की भांति छूट की माँग,इस वर्ष 2025/26 में भी सनहाल संपत्तिकर जमा करने पर छूट  अप्रैल से जून तक 6% जुलाई से सितंबर तक 4% अक्टूबर से दिसम्बर तक 2% छूट को मिली स्वीकृति।
निगम के कर्मचारी जो सेवानिवृत्त हो चुके,नियमित सेवा में आने के पूर्व दैनिक पारिश्रमिक मस्टर रोल पर निगम में कार्यरत रहे है,दैनिक पारिश्रमिक दर पर कार्यरत अवधि की उपादान राशि निगम सावधि जमाराशि के ब्याज से भुगतान की स्वीकृति दी गई। उपादान राशि हेतु दावा आपत्ति एक सप्ताह के भीतर कर सकते है।
वार्ड 07 मान होटल से हरनाबांधा रोड़ में नाला निर्माण कार्य हेतु लागत राशि रू. 41.17 लाख 15वें वित्त आयोग मद स्वीकृत। कार्य स्थल पर स्थानीय निवासियों के विरोध के कारण तथा उक्त वार्ड में अन्य उपयुक्त स्थल नहीं होने के कारण तत्कालीन वार्ड पार्षद द्वारा उक्त कार्य की राशि का उपयोग किसी अन्य उपयुक्त कार्य हेतु किये जाने की अनुशंसा, वार्ड 10 गजानन मंदिर से सदभावना चौक होते हुए साई मंदिर से शंकर नाला तक नाला निर्माण,
नया बस स्टेंट स्थित रेन बसेरा संचालन हेतु निगम द्वारा प्राप्त निविदा को एमआईसी प्रभारी द्वारा  भौतिक सत्यापन के पश्चयात निर्णय लिया जाएगा।
जलकार्य विभाग द्वारा पेयजल शुद्धिकरण हेतु 11,24,42 एमएलडी फिल्टर प्लांट में 500 मैट्रिक टन का  एलम  खरीदने हेतु अनुमानित राशि स्वीकृति दी गई।
इस अवसर पर सभापति श्याम शर्मा, एमआईसी देव नारायण चंद्रकार,नरेंद्र बंजारे,चंद्रशेखर चन्द्राकर,लीना दिनेश देवांगन,काशीराम कोसरे, ज्ञानेश्वर ताम्रकर,नीलेश अग्रवाल,मनीष साहू,शशि साहू,शिव नायक,लीलाधर पाल,हर्षिका सभव जैन,उपायुक्त मोहेंद्र साहू,कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी,दिनेश नेताम, वीपी मिश्रा,आरके जैन,सहायक अभियंता गिरीश दिवान,संजय ठाकुर, राजेन्द्र ढाबाले,मोहित मरकाम,सचिव रेवाराम मनु,लेखा अधिकारी रमाकांत शर्मा, बाजार अधिकारी भूपेंद्र गोईर, प्रभारी जनसंपर्क सत्यनारायण शर्मा उपस्थित रहें।

   मुंगेली/शौर्यपथ /शासन के निर्देशानुसार पोषण अभियान के अंतर्गत जनसामान्य को पोषण, संतुलित आहार और स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जिले के 1138 आंगनबाड़ी केन्द्रों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती संजूला शर्मा ने बताया कि 10 अप्रैल को जीवन के प्रथम 01 हजार दिवस पर विशेष गतिविधियों के साथ सुपोषण चौपाल का आयोजन किया गया। इसके साथ ही 0 से 06 माह के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, 01 से 02 वर्ष के बच्चों का वृद्धिमापन कर पोषण ट्रैकर एप में प्रविष्टि की गई, गर्भवती महिलाओं का एफआरएस किया गया और हितग्राहियों को पोषक आहार संबंधित परामर्श प्रदान कर बच्चों के लिए संतुलित आहार, स्तनपान एवं कुपोषण से बचाव के संबंध में बताया गया। इसी तरह 11 अप्रैल को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गर्भवती माताओं से गृहभेंट कर संतुलित आहार, आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड के महत्व एवं नियमित जांच कराने की जानकारी दी गई।

जिला पंचायत सीईओ पाण्डेय ने शिविर का किया अवलोकन, पात्र दिव्यागंजनों को लाभान्वित करने दिए निर्देश
42 पात्र दिव्यांगजनों को मिलेगा मोटराईज्ड ट्रायसायकल
  मुंगेली/शौर्यपथ/  जिले के अस्थि बाधित दिव्यांगजनों को सीएसआर योजना अंतर्गत निःशुल्क मोटराईज्ड ट्रायसायकल एवं सुगम्य केन प्रदान करने के लिए नगर पंचायत पथरिया के सभाकक्ष में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 42 दिव्यागंजनों  को मोटराईज्ड ट्रायसायकल के लिए पात्र पाया गया। इन्हें मोटराईज्ड ट्रायसायकल प्रदान किया जाएगा, जिससे दिव्यागंजनों को चलने-फिरने एवं अन्य दैनिक कार्यों को करने में सहूलियत मिलेगी।
     कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय ने आयोजित शिविर का अवलोकन किया। उन्होंने दिव्यांगजनों को पात्रतानुसार ट्रायसायकल प्रदान करने तथा आगामी शिविरों में इसके साथ-साथ स्वास्थ्य, पेंशन आदि योजनाओं से जुड़े स्टॉल लगाने के भी निर्देश दिए। जिला पंचायत सीईओ ने पात्र दिव्यांगजनों को शासन की योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ दिलाने संवदेनशीलता से कार्य करने प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
    समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ए.पी.गौतम ने बताया कि जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 12 अप्रैल को जनपद पंचायत लोरमी के सभाकक्ष में और 13 अप्रैल को जिला कलेक्टोरेट स्थित जनदर्शन कक्ष में प्रातः 10 बजे से दोपहर 02 बजे तक शिविर का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने शिविर में दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड, आय प्रमाण पत्र के साथ आधार कार्ड आदि दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने कहा है।

संकटमोचन से सबके जीवन में आए सुख, शांति और समृद्धि – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
  रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने समस्त प्रदेशवासियों को हनुमान जयंती के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।
मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि संकटमोचन भगवान हनुमान सब पर अपनी कृपा बनाए रखें और प्रदेश के सभी नागरिकों के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार हो। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पवनपुत्र हनुमान जी का जीवन हमें अटूट भक्ति, अदम्य साहस और निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा देता है। यह पर्व हमें बुराइयों के विरुद्ध खड़े होने, धर्म और सत्य के मार्ग पर अडिग रहने का संदेश देता है। उन्होंने कामना की कि हनुमान जयंती का यह पर्व सभी के लिए मंगलकारी सिद्ध हो और समाज में सद्भाव, समर्पण और शक्ति का संचार करे।

  रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के सीबीडी स्थित कमर्शियल टॉवर (ब्लॉक-सी) के सातवें तल पर स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज को 33,000 वर्गफुट का पूरी तरह सुसज्जित ऑफिस स्पेस आबंटित किया। यह आधुनिक ऑफिस स्पेस 11 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस पहल का उद्देश्य नवा रायपुर को भारत का अगला प्रमुख आईटी हब बनाना है।
आर्थिक रूप से पिछड़े युवाओं को मिलेगा सशक्त मंच: 87% कर्मचारी गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों से
संस्था में वर्तमान में 303 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 279 छत्तीसगढ़ से ही हैं। नवा रायपुर और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं को भी सीधे अवसर मिला है। इनमें 161 पुरुष और 142 महिलाएं शामिल हैं। खास बात ये है कि इनमें से 87% कर्मचारी बीपीएल परिवारों से हैं और 83% आरक्षित वर्गों से आते हैं। यह कंपनी अपनी सेवाएं न सिर्फ देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दे रही है।
मुख्यमंत्री ने नव-नियुक्त कर्मियों को सौंपे ज्वाइनिंग लेटर:नवा रायपुर से शुरू हो रही नई कार्य संस्कृति
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 10 नव-नियुक्त कर्मचारियों को प्रतीकात्मक रूप से ज्वाइनिंग लेटर प्रदान किए और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह केवल एक ऑफिस स्पेस का आबंटन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार के अवसरों से जोड़ने की मजबूत शुरुआत है।
अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भी मिला स्थान:75,000 वर्गफुट में होगी हाई-एंड आईटी गतिविधियों की स्थापना
नवा रायपुर के सेक्टर-21 स्थित इसी कमर्शियल टॉवर में स्क्वायर बिजनेस सर्विसेज के साथ-साथ हैदराबाद की प्रतिष्ठित कंपनी, टेलीपरफॉर्मेंस (मुंबई) और सीएसएम (भुवनेश्वर) को भी ऑफिस स्पेस उपलब्ध कराया गया है। इन तीनों कंपनियों को कुल मिलाकर 75,000 वर्गफुट का क्षेत्र आवंटित किया गया है, जिससे अनुमानित 1500 से 1800 रोजगार अवसर सृजित होंगे।
नवा रायपुर: अब सिर्फ राजधानी नहीं, तकनीक का गढ़:रोजगार, समानता और प्रगति का नया त्रिकोण
इस बहुआयामी पहल को नवा रायपुर को आधुनिक आईटी गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। यह पहल राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने, सामाजिक समावेश को बढ़ावा देने और तकनीकी उन्नति की दिशा में निर्णायक कदम है।
इस कार्यक्रम में आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ. पी. चौधरी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, श्री राहुल भगत, उद्योग विभाग के सचिव  रजत कुमार, आवास एवं पर्यावरण विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद तथा एनआरडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सौरभ कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि आईटी और सर्विस सेक्टर की कंपनियों के आने से छत्तीसगढ़ की पहचान बदल रही है। छत्तीसगढ़ अब  टेक्नोलॉजी, नवाचार और सेवा क्षेत्र का भी एक उभरता हुआ केंद्र बन रहा है।

- अधिकारियों की बैठक लेकर प्राप्त आवेदनों और निराकरण के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी ली
 कौड़ीकसा में आम नागरिकों से भेंट कर उनकी समस्याओं से हुए रूबरू
    मोहला/शौर्यपथ / जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के प्रभारी सचिव श्री जय प्रकाश मौर्य आज जिले के प्रवास पर रहे। उन्होंने यहां पहुंच कर सुशासन तिहार के अंतर्गत आम नागरिकों की समस्याओं और मांगों से संबंधित प्राप्त आवेदनों और निराकरण के लिए की जा रही कार्यवाही के संबंध में विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति एवं अन्य अधिकारियों से प्राप्त आवेदन और निराकरण के लिए की जा रही कार्यवाही के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि क्लस्टर स्तर पर निराकरण के लिए निश्चित थीम पर  शिविर का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि प्राप्त सभी आवेदनों का वास्तविक एवं  गुणवत्तापूर्ण निराकरण के लिए वास्तविक विभाग को आवेदन प्रेषित किया जाये। उन्होंने कहा कि नागरिकगणों से प्राप्त सभी आवेदनों को स्कैन कर संबंधित विभाग को भेजे जाने की कार्यवाही हो, यह सुनिश्चित करें। नागरिकों से प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण के लिए वास्तविक विभाग को आवेदन प्रेषित किया जाये। उन्होंने कहा कि आवेदनों का परीक्षण करें और समस्या और मांग के आधार पर निराकरण की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि जिन आवेदनों का निराकरण किया जाना संभव न हो, ऐसे आवेदनों की अपात्रता  की स्थिति में निराकरण नहीं होने की वास्तविक कारणों का उल्लेख करते हुए संबंधित आवेदक को अवगत कराएं।
        ग्राम पंचायत स्तर पर निर्माण कार्यों से संबंधित आवेदन प्राप्त होने की दशा में बजट प्रावधान के आधार पर आवेदनों का निराकरण होने संबंधी जानकारी संबंधित आवेदक को अवश्य देवें। उन्होंने कहा कि पंचायत एवं राजस्व विभाग से संबंधित प्राप्त आवेदनों का निराकरण के लिए मैदानी अमला के अधिकारियों की नियुक्ति किया जाये। राजस्व संबंधित प्राप्त आवेदनों के निराकरण हेतु पटवारी हल्का निराकरण करें।
      कलेक्टर श्रीमती प्रजापति ने जिले में नागरिकों से प्राप्त आवेदन और निराकरण के लिए की जा रही कार्यवाही के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि जिले के सभी ग्राम पंचायत एवं नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी एवं जिला कलेक्टर कार्यालय व हाट-बाजार में समाधान पेटी रखा गया है। जहां नागरिकों से आवेदन प्राप्त किया जा रहा है। इसके साथ ही ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी नागरिकों से आवेदन लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्राप्त आवेदनों के निराकरण के लिए क्लस्टर स्तर पर शिविर का आयोजन किया जाएगा। पर्याप्त संख्या में अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
- प्रभारी सचिव ने कौड़ीकसा में नागरिकों से भेंट कर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए
 जिले के प्रभारी सचिव श्री जयप्रकाश मौर्य जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत कौड़ीकसा पहुंचकर नागरिकों से सौजन्य भेंट किया। इस दौरान नागरिकों से चर्चा कर उनकी समस्या और मांगों से रूबरू हुए। उन्होंने शिविर में आए नागरिकों से चर्चा करते हुए उनकी समस्याओं से निजात दिलाने भरोसा दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्राप्त सभी आवेदनों का निराकरण के लिए आवश्यक व ठोस पहल किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों ने यहां ग्राम पंचायत में एक अतिरिक्त पानी टंकी की मांग की। जिस पर उन्होंने नागरिकों को भरोसा दिया कि प्राक्कलन तैयार समस्या को निजात दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाया जाएगा। इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री यशपाल सिंह, वनमंडलाधिकारी श्री दिनेश पटेल, जिला पंचायत सीईओ सुश्री भारती चन्द्राकर, अपर कलेक्टर श्री विजेन्द्र पाटले सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।

नई औद्योगिक नीति से नई संभावनाओं का निर्माण, नवा रायपुर को बनाएंगे छत्तीसगढ़ की सिलिकॉन वैली: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
एनआरडीए ने 45 दिनों के भीतर सेक्टर-5 में डेढ़ लाख वर्ग फीट भूमि का किया आबंटन
1,143 करोड़ रुपए की लागत से संयंत्र होगा स्थापित, सैकड़ों लोगों को मिलेगा रोजगार का अवसर
पोलीमैटेक कंपनी ने 10 हजार करोड़ के अतिरिक्त निवेश का दिया छत्तीसगढ़ को प्रस्ताव
रायपुर/शौर्यपथ /मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नवा रायपुर में देश की प्रसिद्ध सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी पोलीमैटेक इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट की आधारशिला रखी। यह कंपनी सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक है, जो छत्तीसगढ़ में 1,143 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़ा कारखाना स्थापित करेगी। डेढ़ लाख वर्ग फीट में बनने वाला यह प्लांट वर्ष 2030 तक 10 अरब चिप्स तैयार करेगा, जिनका उपयोग टेलीकॉम, 6जी/7जी, लैपटॉप और पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाएगा। इस प्लांट की स्थापना से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने संबोधन में कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि छत्तीसगढ़ में पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र की स्थापना का भूमिपूजन हुआ है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति में सेमीकंडक्टर उद्योग को विशेष प्रोत्साहन दिए गए हैं, जिससे निश्चित रूप से कंपनी को यहां निवेश में सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि विश्व के जो भी देश विकसित हुए हैं, उन्होंने तकनीक के क्षेत्र में मेहनत की है, अनुसंधान किया है और ऐसा वातावरण बनाया है जिससे तेज़ी से तकनीकी प्रगति संभव हो पाई। अब 6जी और 7जी तकनीक भी आ रही है और मुझे खुशी है कि इनके लिए आवश्यक चिप्स हमारे देश में ही तैयार होंगे, और नवा रायपुर, अटल नगर में हमारे इंजीनियर इन्हें बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष दिसंबर में दिल्ली में आयोजित एक इंवेस्टर्स कनेक्ट प्रोग्राम में राज्य के अधिकारियों की मुलाकात पोलीमैटेक के प्रबंधन से हुई थी और उसी समय कंपनी ने छत्तीसगढ़ में निवेश की इच्छा जताई थी।
उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में उद्योग विभाग और एनआरडीए ने कंपनी के लिए नवा रायपुर के सेक्टर-5 में डेढ़ लाख वर्ग फीट भूमि उपलब्ध कराई। एनआरडीए ने 45 दिनों में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर भूमि आबंटित की और 25 दिनों से कम समय में लीज डीड पंजीकरण का कार्य भी संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल विकसित भारत के सपने को साकार करने हेतु विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में अत्यंत कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि नवा रायपुर निश्चित ही छत्तीसगढ़ की सिलिकॉन वैली के रूप में उभरेगा, और इसकी शुरुआत आज के भूमिपूजन से हो चुकी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस संयंत्र में कार्य करने वाले युवाओं को नियुक्ति पत्र भी अपने हाथों से प्रदान किए।
भूमिपूजन अवसर पर पोलीमैटेक कंपनी के एमडी श्री ईश्वर राव ने मुख्यमंत्री श्री साय को राज्य सरकार की तत्परता और सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पॉवर मॉड्यूल फेब्रिकेशन प्लांट स्थापित करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के निवेश का भी प्रस्ताव दिया। इस संयंत्र के माध्यम से ट्रांजिस्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के क्षेत्र में नई ऊँचाई प्राप्त होगी। इससे राज्य में 5,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।
इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष श्री राजीव अग्रवाल, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, उद्योग विभाग के सचिव श्री रजत कुमार, एनआरडीए के सीईओ श्री सौरभ कुमार, सीएसआईडीसी के एमडी श्री विश्वेश कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और पोलीमैटेक कंपनी के कर्मचारी उपस्थित थे।

केंद्र सरकार के साथ समन्वय कर खनन क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की भागीदारी को बनाएंगे अधिक प्रभावशाली : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
देश में एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त करने में छत्तीसगढ़ की भूमिका अग्रणी : केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने प्रदाय किया देश के पहले लिथियम ब्लॉक का कंपोजिट लाइसेंस अनुबंध
सामरिक महत्व के खनिजों के व्यापक अन्वेषण पर हुई सार्थक चर्चा
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री  जी. किशन रेड्डी ने आज मंत्रालय महानदी भवन में खनिज विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा, अन्वेषण कार्यों, तकनीकी नवाचारों और राजस्व उपलब्धियों की विस्तृत समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने खनन क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों पर प्रसन्नता व्यक्त की और देश की प्रगति में राज्य की अग्रणी भूमिका की बात कही। उन्होंने देश में वर्ष 2024-2025 में कोयला उत्पादन में 1 बिलियन टन का लक्ष्य हासिल करने पर खुशी जाहिर की और इसे पाने में छत्तीसगढ़ के योगदान को सराहा। इस मौके पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने देश के पहले लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस अनुबंध दस्तावेज सफल बोलीदाता के प्रतिनिधि को सौंपे। साथ ही दंतेवाड़ा जिले के तीन और कांकेर जिले के एक लौह अयस्क ब्लॉक के प्रीफर्ड बिडर आदेश प्रदान किए।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आज की यह समीक्षा बैठक प्रदेश में कोयला एवं खनन के क्षेत्र के लिए लाभदायक होगी। हम केंद्र सरकार के साथ आवश्यक समन्वय करते हुए खनन क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की भागीदारी को और अधिक प्रभावशाली बनाएंगे। विकसित भारत के निर्माण में हमारा राज्य खनिज क्षेत्र के माध्यम से एक मजबूत स्तंभ बने, यही हमारा लक्ष्य है। श्री साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों से परिपूर्ण राज्य है और संसाधनों का समुचित व सतत उपयोग सुनिश्चित करने की दिशा में अनेक नवाचारी पहल की गई हैं। हमारे राज्य में कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, टिन, चूना पत्थर सहित कई क्रिटिकल खनिजों की उपलब्धता है, जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के साथ ही देश की औद्योगिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभाती हैं। विकसित राष्ट्र की परिकल्पना के परिप्रेक्ष्य में सामरिक महत्व के खनिजों की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा अपनी अन्वेषण योजना में व्यापक बदलाव करते हुए क्रिटिकल खनिजों के अन्वेषण को प्राथमिकता दी जा रही है।
 साय ने कहा कि पारदर्शिता, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व और तकनीकी दक्षता लाने के लिए खनिज ऑनलाइन पोर्टल, ई-नीलामी प्रक्रिया, स्टार रेटिंग जैसे उपायों को अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से खनन प्रभावित क्षेत्रों के समावेशी विकास को प्राथमिकता दी जा रही है।
केंद्रीय खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, चूना पत्थर जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के साथ-साथ देश का एकमात्र टिन उत्पादक राज्य होने का गौरव भी छत्तीसगढ़ को प्राप्त है।
 रेड्डी ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में ‘क्रिटिकल मिनरल्स’ और खनन क्षेत्र की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। छत्तीसगढ़ ने इस दिशा में जो अग्रणी कदम उठाए हैं, वे भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार खनिज संसाधनों के अन्वेषण, सतत उपयोग और खनन प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि छत्तीसगढ़, खनिज क्षेत्र में अपनी मजबूत भूमिका निभाते हुए देश के समग्र विकास में प्रभावी योगदान देता रहेगा।
केंद्रीय मंत्री श्री रेड्डी ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा के निरीक्षण का ज़िक्र किया। उन्होंने खदान में किए जा रहे नवाचारों और अत्याधुनिक तकनीकों की भी सराहना की। उन्होंने गेवरा में जापानी मियावाकी तकनीक से विकसित वृक्षारोपण स्थल का उल्लेख करते हुए इस पहल के वृहद स्तर पर उपयोग की भी बात कही। श्री रेड्डी ने खनन प्रभावित क्षेत्रों में पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर विद्युत उपलब्ध कराने की भी बात कही। उन्होंने खनन क्षेत्रों में बढ़ रहे यातायात के दबाव एवं नागरिक सुरक्षा को देखते हुए कोयला परिवहन के लिए बनाए जा रहे डेडिकेटेड कोल कॉरिडोर की प्रगति की भी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री के सचिव और खनिज साधन विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा संचालित खनन गतिविधियों एवं नीतियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खनिज संसाधनों के समुचित दोहन एवं प्रबंधन के लिए केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों का बेहतर समन्वय करते हुए कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 28 प्रकार के खनिज मौजूद हैं। हमारा राज्य देश के कुल क्षेत्रफल का मात्र 4% होने के बावजूद राष्ट्रीय खनिज उत्पादन मूल्य में 17% से अधिक का योगदान देता है और खनिज उत्पादक राज्यों में द्वितीय स्थान पर है।
खनिज राजस्व और अन्वेषण में ऐतिहासिक प्रगति का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में छत्तीसगढ़ ने लगभग 14,195 करोड़ रुपये का खनिज राजस्व अर्जित किया है, जो प्रदेश की कुल आय का 23% और जीएसडीपी का 11% है। राज्य ने ई-नीलामी के माध्यम से 48 मुख्य खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आवंटन किया है। उन्होंने कहा कि 2024-25 की 56 अन्वेषण परियोजनाओं में से 32 सामरिक, क्रिटिकल व डीप सीटेड खनिजों के लिए हैं। पिछले वर्षों में ई-नीलामी के माध्यम से ग्रेफाइट, ग्लूकोनाइट,निकल-क्रोमियम-पीजीआई, गोल्ड जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के 10 ब्लॉक्स आवंटित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश का पहला लिथियम ब्लॉक कटघोरा में सफलतापूर्वक आवंटित हुआ है, जो ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम है और यह हमारे राज्य की क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद ने बताया कि खनिज ऑनलाइन पोर्टल, क्लाउड बेस्ड व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसी पहल से पारदर्शिता एवं दक्षता सुनिश्चित की गई है। वहीं गौण खनिजों के लिए स्टार रेटिंग प्रणाली, वैज्ञानिक पद्धति से माइनिंग और पर्यावरण सुरक्षा के साथ सतत खनन को बल मिला है। उन्होंने बताया कि पूर्व खदानों के पुनर्विकास जैसे विश्रामपुर में केनपारा ईको टूरिज्म और जामुल में किन्नू गार्डन के प्रकल्प इस दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं। उन्होंने बताया कि खनिज विकास निधि से प्रदेश के खनिज बाहुल्य अंदरूनी क्षेत्रों में रेल पथ निर्माण हेतु 720 करोड़ रुपये की रेल परियोजनाएं परिवहन ढांचे को मजबूत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि डीएमएफ पोर्टल के माध्यम से 33 जिलों में 15 हजार करोड़ से अधिक की राशि से खनन प्रभावित क्षेत्रों का समावेशी विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने सौंपे लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस और लौह अयस्क ब्लॉक्स के प्रीफर्ड बिडर आदेश
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और केंद्रीय मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज समीक्षा बैठक के दौरान कटघोरा लिथियम ब्लॉक के कंपोजिट लाइसेंस अनुबंध दस्तावेज और 04 लौह अयस्क ब्लॉक्स के प्रीफर्ड बिडर आदेश सफल बोलीदाताओं को प्रदान किए। इसके साथ ही टिन खनिज के 03 भौमिकी प्रतिवेदन ई-नीलामी के माध्यम से आवंटन हेतु भारत सरकार के कोयला मंत्रालय को सौंपा गया है। चूंकि टिन सामरिक महत्व का खनिज है, इसलिए खनिज अधिनियम के तहत इसके आवंटन का अधिकार भारत सरकार के खान मंत्रालय को है। प्रदेश के खनिज विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के दंतेवाड़ा, सुकमा और बस्तर जिले अंतर्गत तीन ब्लॉक्स को चिन्हित किया गया है। इसमें ग्राम नेरली, जिला दंतेवाड़ा; ग्राम कुमा कोलेंग, जिला सुकमा; और ग्राम कुमा कोलेंग, जिला सुकमा एवं बस्तर शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा भारत का पहला लिथियम ब्लॉक, ई-नीलामी के माध्यम से कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में माईकी साउथ माइनिंग प्रा. लि. को 76.05% की उच्चतम बोली के साथ आवंटित किया गया है।
इसके अतिरिक्त राज्य शासन द्वारा ई-ऑक्शन के माध्यम से दंतेवाड़ा और कांकेर जिलों के कुल चार लौह अयस्क ब्लॉक्स के लिए उच्चतम बोलीदाताओं आर्सेलर मित्तल, रूंगटा सन्स और सागर स्टोन को आवंटित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्रीमती शहला निगार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, उद्योग विभाग के सचिव श्री रजत कुमार, सचिव श्री अंकित आनंद, कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव श्रीमती रुपिंदर बराड़, संयुक्त सचिव श्री बी. पी. पति, कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन श्री पी. एम. प्रसाद, एसईसीएल के सीएमडी श्री हरीश दुहन, खनिज संचालक श्री सुनील जैन एवं इंडियन ब्यूरो ऑफ माइंस के अधिकारी सहित केंद्र तथा राज्य सरकार के खनिज विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय से आज मंत्रालय महानदी भवन में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय मंत्री रेड्डी का पुष्पगुच्छ, शॉल एवं बेल मेटल से बने प्रतीक चिन्ह नंदी भेंट कर अभिनंदन किया।

यह केवल परिवहन सेवा का शुभारंभ नहीं, महिलाओं में स्वावलंबन और उद्यमिता को बढ़ावा देने का है  सशक्त प्रयास – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
लखपति दीदी योजना के तहत 40 महिलाओं को मिला रोजगार
रायपुर /शौर्यपथ /मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर में एक नई पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन सेवा—ई-ऑटो सेवा—का शुभारंभ किया। यह सेवा नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन "बिहान" के सहयोग से शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि यह केवल एक परिवहन सेवा का शुभारम्भ नहीं, बल्कि महिलाओं के स्वावलंबन और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार का एक सशक्त प्रयास है।
  ई-ऑटो सेवा का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा, जिसमें 3 क्लस्टरों के 15 ग्राम संगठनों की कुल 40 महिला सदस्य शामिल हैं। यह ई-ऑटो सेवा 130 किलोमीटर के दायरे में आवासीय क्षेत्रों, कार्यालयों, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और जंगल सफारी जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ेगी।
  ‘लखपति दीदी योजना’ के तहत यह पहल 40 महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।महिलाओं की मासिक आय में वृद्धि होगी और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनेंगी। यह सेवा आने वाले समय में स्थानीय परिवहन के क्षेत्र में एक मॉडल बनकर उभरेगी, जिससे नवा रायपुर के निवासियों को सुविधाजनक, किफायती और प्रदूषण रहित परिवहन सुविधा प्राप्त होगी।
  इस अवसर पर आवास एवं पर्यावरण मंत्री  ओ. पी. चौधरी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, मुख्य सचिव  अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव  सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद, उद्योग विभाग के सचिव  रजत कुमार, आवास एवं पर्यावरण विभाग के सचिव अंकित आनंद, एनआरडीए के सीईओ सौरभ कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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