
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
रायपुर / शौर्यपथ / आज केबिनेट की बैठक में राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों के एनपीएस की राशि वापस करने के केन्द्र सरकार की मनाही के बाद भी पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत शासकीय सेवकों को एक अप्रेल 2022 से ही छत्तीसगढ़ सामान्य भविष्य निधि का सदस्य माना जाएगा और एक नंवबर 2004 या उसके बाद नियुक्त तिथि से 31 मार्च 2022 तक एनपीएस खाते में जमा कर्मचारी अंशदान और उस पर अर्जित लाभांश शासकीय कर्मचारी को एनपीएस नियमों के तहत देय होगा।
कर्मचारियों को राज्य शासन के अंशदान और उस पर अर्जित लाभांश जमा करने पर ही पुरानी पेंशन की पात्रता होगी। इसके लिए शासकीय सेवकों को एनपीएस अंतर्गत पूर्ववत बने रहने अथवा पुरानी पेंशन योजना का लाभ प्राप्त करने का विकल्प नोटराईज्ड शपथ पत्र में देना होगा। यह विकल्प अंतिम और अपरिवर्तनीय होगा। शासकीय सेवक द्वारा पुरानी पेंशन योजना के विकल्प लेने पर एक नवंबर 2004 से 31 मार्च 2022 तक एनपीएस खाते में शासन द्वारा जमा किए गए अंशदान एवं उस पर प्राप्त लाभांश को शासन के खाते में जमा करना होगा। एक अप्रेल 2022 एवं उसके पश्चात् नियुक्त होने वाले राज्य के शासकीय सेवक अनिवार्य रूप से पुरानी पेंशन योजना के सदस्य होंगे।
# स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए विशेष योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। इस योजना में कुल 780 करोड़ रूपए स्कूलों की मरम्मत में खर्च किए जाएंगे।
# नवा रायपुर अटल नगर में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सेक्टर के भीतर क्षेत्रफल श्रेणी के आधार पर भूखण्डों के लीज प्रीमियम निर्धारण के लिए अधोसंरचना विकास शुल्क का पुर्ननिर्धारण किया गया। जिसके तहत 50 एकड़ से अधिक भूखण्ड क्षेत्रफल के लिए वर्तमान अधोसंरचना विकास शुल्क प्रति वर्ग मीटर 500 रूपए को घटाकर 100 रूपए प्रति वर्गमीटर करने का निर्णय लिया गया।
# वाणिज्यिक वृक्षारोपण से पर्यावरण सुधार और किसानों की आय में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य में मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया।
इस योजना के तहत राज्य में प्रतिवर्ष 36 हजार एकड़ के मान से 5 साल में एक लाख 80 हजार एकड़ मे क्लोनल नीलगिरी, टिशु कल्चर सागौन एवं बांस, मिलिया डुबिया सहित अन्य आर्थिक लाभकारी प्रजातियों के 15 करोड़ पौधों का रोपण का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना का लाभ सभी वर्ग के इच्छुक भूमि स्वामी सहित शासकीय, अर्ध शासकीय, शासन की स्वायत्त संस्थाएं, निजी शिक्षण संस्थाएं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाएं पंचायतें और लीज लेंड होल्डर जो अपने भूमि में रोपण करना चाहते है, ले सकेंगे।
# प्रदेश में मिलेट्स मिशन कार्यक्रम के क्रियान्वयन के संबंध में चर्चा की गई और राज्य में मिलेट उत्पादन और उसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कृषि, वन, सहकारिता, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास, खाद्य, महिला एवं बाल विकास, ग्रामोद्योग, संस्कृति, वाणिज्य एवं उद्योग, पर्यटन, जनसंपर्क, गृह एवं जेल, वाणिज्यिक कर तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से पहल की जाएगी।
# छत्तीसगढ़ अनधिकृत विकास का नियमितिकरण (संशोधन) विधेयक-2022 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
# छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) विधेयक-2022 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
# 22 अगस्त 2022 को भोपाल में आयोजित मध्य क्षेत्रीय परिषद की 23वीं बैठक का कार्यवाही विवरण तथा मध्य क्षेत्रीय परिषद की स्थायी समिति की आगामी बैठक हेतु नया एजेण्डा बिन्दू के संबंध में चर्चा की गई और आगामी बैठक के एजेण्डा बिन्दु पर अंतिम रूप दिए जाने हेतु मुख्यमंत्री जी को अधिकृत किया गया।
# अंतर्विभागीय और अंतर्निकाय से संबंधित केन्द्र राज्य प्रवर्तित योजनाओं के क्लस्टर स्तर पर क्रियान्वयन अनुश्रवण हेतु 5 नवीन जिलों में जिला स्तरीय एग्लोमरेशन एवं जिला स्तरीय समिति गठन का निर्णय लिया गया।
# एम्बूलेंस श्रेणी के वाहनों से जीवनकाल कर उद्ग्रहण हेतु छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम 1991 में संशोधन प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
# वाहनों से अस्थायी पंजीयन कर में वृद्धि किए जाने हेतु छत्तीसगढ़ मोटरयान कराधान अधिनियम 1991 एवं नियम 1991 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
# राज्य के सभी जिले में राज्य योजना के राशनकार्डधारियों (एपीएल को छोड़कर) को फोर्टिफाईड चावल वितरण करने का निर्णय लिया गया। इससे 26.42 करोड़ रूपए की राशि व्यय होगी।
# राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत जारी राशनकार्डो में माह जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक निःशुल्क खाद्यान्न वितरण के समान ही छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम 2012 के अंतर्गत जारी अंत्योदय एवं प्राथमिकता राशनकार्डो में निःशुल्क खाद्यान्न वितरण करने का निर्णय लिया गया।
# छत्तीसगढ़ औद्योगिक भूमि एवं प्रबंधन नियम 2015 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।
# विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 88 दंतेवाड़ा के माननीय विधायक श्री भीमा मंडावी की मृत्यु की घटना की न्यायिक जांच का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
# छत्तीसगढ़ चंदूलाल चंद्राकर स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय दुर्ग (अधिग्रहण) अधिनियम 2021 के तहत परिसंपत्तियों के मूल्यांकन के संबंध में निर्णय लिया गया।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लद्दाख में तैनात धमतरी निवासी सेना के जवान मनीष ध्रुव की शहादत पर उन्हें नमन करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। श्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के इस जांबाज सपूत ने भारत की सीमा की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया। उनकी शहादत से मन व्यथित है। उनकी वीरता छत्तीसगढ़ के लोगों को हमेशा गौरवान्वित करती रहेगी।
रायपुर / शौर्यपथ / मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के भरतपुर विकासखंड के कुवारपुर वन परिक्षेत्र में बीते कुछ दिनों से एक आदमखोर तेंदुआ से लोग आतंकित है। इस आमदखोर तेंदुआ द्वारा अब तक दो लोगों पर को पर हमला किया गया है, जिसमें एक महिला की मृत्यु हो गई है। तेंदुए के हमले से घायल बच्चे का इलाज जारी है। कलेक्टर ध्रुव घायल बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी लेने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भरतपुर पहुंचे। घायल बच्चे के माता-पिता से मिलकर कलेक्टर ने उन्हें ढांढस बंधाया और उसके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। कलेक्टर ने चिकित्सकों से घायल बच्चे का बेहतर इलाज करने को कहा।
कलेक्टर पी.एस. ध्रुव ने आज कुवारपुर वन परिक्षेत्र का दौरा कर लोगों से भेंट-मुलाकात की और उन्हें तेंदुआ के हमले से बचने के लिए सतर्कता और सावधानी बरतने की अपील की। कलेक्टर ने कहा कि आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही यह आदमखोर तेंदुआ पकड़ में आ जाएगा। उन्होंने लोगों से जंगल-झाड़ी, सुनसान इलाकों से आते-जाते समय बेहद सावधानी बरतने और अपने साथ सुरक्षा की दृष्टि से लाठी-डंडा रखने की समझाईश दी।
कुवारपुर वन परिक्षेत्र इलाके से वापस लौटते समय कलेक्टर ने खामरोद ग्राम के पास एक चरवाहे को नाले के किनारे झाड़ियों के समीप के बीच बैठकर अपनी मवेशी चराते देख उसके पास गए और उसे आदमखोर तेंदुए से सतर्क रहने की समझाइश दी। कलेक्टर ने चरवाहे से गोधन योजना के तहत गोबर बिक्री के संबंध में जानकारी ली।
रायपुर / शौर्यपथ / बीते कुछ दिनों से मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भतरपुर जिले में शीत लहर का प्रकोप बढ़ गया है। जिले में शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए कलेक्टर श्री पी.एस. ध्रुव ने बीती रात मनेन्द्रगढ़ नगर के विभिन्न चौक चौराहों, बस स्टैण्ड, टैसी स्टैण्ड, रेल्वे स्टेशन, हॉस्पिटल चौक लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन की ओर से अलाव जलाए जाने की व्यवस्था का मुआयना किया। कलेक्टर ने रेल्वे स्टेशन में ठंड से ठिठुरते बैठी मजदूरी करने वाली दस महिलाओं को अपनी ओर से दस कम्बल मंगवाकर उन्हें दिए। कलेक्टर ध्रुव की इस मानवीय पहल की सभी ने सराहना की।
कलेक्टर श्री ध्रुव ने रात में बस स्टैण्ड में राहगीरों के लिए अपनी मौजूदगी में अलाव जलवाया और नगर पालिका के अधिकारियों को सभी सार्वजनिक स्थानों पर शीत लहर के रहते तक रात को अनिवार्य रूप से अलाव जलाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने बस स्टैण्ड में मौजूद लोगों से बातचीत की। बस स्टैण्ड में पीने के पानी की समस्या की निदान के लिए बस स्टैण्ड प्रतीक्षालय के बाहरी हिस्से में शिफ्ट कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बस स्टैण्ड के समीप दो होटलों कोयला जलाने से धुंआ के कारण वातावरण प्रदूषित होने और इससे लोगों को दिक्कत होने की शिकायत की जांच के निर्देश खाद्य अधिकारी एवं नगर पालिका अधिकारी को दिए। रेल्वे स्टेशन इलाके के दौरान कलेक्टर ने 60 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति को ठंड से ठिठुरते हुए उसके पास पहुंचे और उसके बारे में जानकारी ली। वृद्ध व्यक्ति ने बताया कि वह मध्यप्रदेश सींधी जिले का रहने वाला है। भिक्षा मांगकर अपना जीवन व्यापन करता है। कलेक्टर ने ठंड की स्थिति को देखते हुए उसे तत्काल वृद्धाश्रम में भिजवाने की व्यवस्था की। कलेक्टर ने वृद्ध भिक्षुक को अपनी ओर से हरसंभव मदद देने का भी भरोसा दिलाया। कलेक्टर श्री ध्रुव ने इसके पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर वहां रात्रिकालीन चिकित्सा और परिजनों को ठंड से बचाने के लिए अलाव की व्यवस्था का जायजा लिया।
सेहत /शौर्यपथ /हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है. इसकी स्थापना यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन ने थायराइड एक प्रकार की गले की बीमारी होती है. जिसके बारे में लोगों को शुरुआत में पता नहीं चल पाता. थायराइड तितली के आकार का एक ग्लैंड होता है. थायराइड ग्लैंड थ्योरिकसिन नाम का हार्मोन बनाती है ये हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और बॉडी में सेल्स को कंट्रोल करता है. थायराइड 2 तरह का होता है. पहला थायराइड जिसमें T3 और T4 तेजी से बढ़ने लगता है और दूसरा Hypothyroid जिसमें T3 और T4 तेजी से घटने लगता है. थायराइड से बचने के लिए आप अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल कर सकते हैं. हेल्दी डाइट हमारे शरीर को हेल्दी रखने में अहम रोल निभाती है. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही फूड्स के बारे में जिन्हें थायराइड से बचने के लिए डाइट में शामिल कर सकते हैं.
थायराइड के मरीज इन चीजों को डाइट में शामिल कर खुद को रख सकते हैं हेल्दी-
1. फल-
फलों को सेहत के लिए कितना फायदेमंद माना जाता है ये तो हम सभी जानते हैं. लेकिन फ्रेश फ्रूट को डाइट में शामिल कर कई बीमारियों से बचा जा सकता है. फलों मे एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं. जिससे कई संक्रमण से बचा जा सकता है.
2. आयोडीन-
थायराइड आयोडीन की कमी के कारण भी हो सकता है. इसलिए अपने खाने में आयोडीन का सेवन करें. आयोडीन थायराइड से बचाने का काम कर सकता है.
3. डेयरी प्रोड्क्ट-
डेयरी प्रोड्क्ट में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व पाए जाते है, जो शरीर को कई पोषक तत्व देने और थायराइड से बचाने में मदद कर सकते हैं.
4. अनाज-
अनाज में आप ब्राउन राइस, जई, मकई आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं. अनाज में अधिक मात्रा में विटामिन, मिनरल, प्रोटीन और फाइबर के गुण मौजूद होते हैं, जो थायराइड की समस्या से बचाने में मदद कर सकते हैं.
5. लौकी-
लौकी एक हरी सब्जी है जिसे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. लौकी पोषक तत्वों से भरपूर मानी जाती है. लौकी के जूस को डाइट में शामिल कर थायराइड की समस्या को कम किया जा सकता है.
खाना खजाना /शौर्यपथ / गर्मियों का मौसम है ऐसे मौसम में हेल्दी और लाइट खाना न केवल स्वाद ब्लकि, सेहत के लिए भी अच्छा होता है. डिनर में अक्सर कई लोग हैवी खाना खा लेते हैं, जो सेहत को नुकसान कर सकता है. असल में ज्यादा ऑयली और स्पाइसी खाना पाचन को बिगाड़ सकता है. तो अगर आपका भी मन कुछ हल्का-फुल्का खाने का कर रहा है और आप ज्यादा समय भी नहीं लगाना चाहते हैं. तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं. हां आपने हमें बिल्कुल सही सुना आज हम आपके लिए एक ऐसी ही रेसिपी लेकर आए हैं. जिसे आप डिनर में बना सकते है. लेमन रसम एक टेस्टी डिश है. इस पौष्टिक डिश को आप डिनर में आसानी से बना सकते हैं.
सामग्री-
अरहर की दाल
टमाटर
नींबू
जीरा
राई
करी पत्ता
काली मिर्च
कश्मीरी लाल मिर्च
अदरक
हरी मिर्च
हरा धनिया
घी/तेल
नमक
विधि-
लेमन रसम बनाने के लिए सबसे पहले आप दाल साफ पानी से अच्छी तरह धो लें.
दाल को प्रेशर कुकर करा लें.
फिर एक पैन में घी-तेल डालें.
इसमें कटे टमाटर, मिर्च, अदरक और कड़ी पत्ता डालें.
अब हल्दी पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें.
इस मिक्सचर में थोड़ा पानी डालकर उबाल आने दें.
इसी में टमाटर को मैश कर दें और प्याज डालें.
फिर दाल डालकर अच्छे से मिला लें.
अब तड़के लिए जीरा, राई, करी पत्ता, हींग और काली मिर्च को तड़कने तक गर्म करें और दाल में डालें.
इसके उपर से नींबू को निचोड़ दें, रसम बनकर तैयार है.
सेहत /शौर्यपथ /वजन घटाना दुनिया के कुछ कठिन कामों में से एक है. कई लोगों को स्ट्रिक्ट डाइट और कसरत करने के बाद भी वो रिजल्ट नहीं मिलते जो वो चाहते हैं. यदि आप उन लोगों में से एक हैं जो रेस्ट्रिक्शन्स का पालन करने के बाद भी वजन कम नहीं कर पा रहे हैं तो आपको वजन घटाने के लिए प्राकृतिक उपचारों पर ध्यान देना चाहिए. इन प्राकृतिक उपचारों में सबसे पहला नाम नींबू पानी और छाछ का आता है. लेकिन यहां सवाल उठता है कि इन दोनों ड्रिंक में से कौन सा बेहतर रहेगा. ऐसे में यहां हम आपको इन दोनों के फायदे और कौन सा उपचार बेहतर है इस बारे में बता रहे हैं.
नींबूपानी
अपने दिन की शुरुआत एक गिलास गर्म पानी और नींबू के रस से करने से आपको कई तरह से मदद मिल सकती है. सबसे पहले, यह आपके शरीर को हाइड्रेट रखता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकाल देता है. इसके अलावा, यह तेजी से फैट को जलाने के लिए मेटाबॉलिज्म को स्पीड देता है. यह पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है और कब्ज को रोकता है. विटामिन सी रिच ये ड्रिंक फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है, एक कम्पाउंड जिसमें शक्तिशाली रोग-विरोधी गुण होते हैं. इसके अलावा, इसमें पोटैशियम, फोलेट और विटामिन बी जैसे ट्रेस मिनरल्स भी होते हैं. रोजाना नींबू पानी पीने के प्रभाव कुछ ही हफ्तों में दिखाई देने लगते हैं. यह घर पर वजन घटाने के सबसे आसान उपायों में से एक है.
छाछ
छाछ एक लाइट ड्रिंक है जिसे अकसर डाइट में शामिल किया जाता है. गर्मी से राहत के लिए दोपहर के भोजन के बाद या शाम को छाछ ले सकते हैं. ये गर्मी से राहत देने के साथ-साथ वजन घटाने में भी मदद करता है. इस ड्रिंक में कैलोरी की मात्रा कम होती है. इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें काला नमक, जीरा पाउडर और कटा हरा धनिया मिला सकते हैं. भोजन के बाद इसे लेने से पाचन में सुधार होता है, एसिड रिफ्लक्स रुकता है, मेटाबॉलिज्म को बूस्ट मिलता है और फैट का जमाव कम होता है. दही में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया आपके पेट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकते हैं.
दोनों में से कौन सा ड्रिंक बेहतर
नींबू पानी और छाछ दोनों ही नेचुरल ड्रिंक है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक एक गिलास छाछ में 98 कैलोरी होती है. वहीं एक गिलास नींबू पानी में 11 कैलोरी मिलती है. पोषक तत्वों की बात करें तो नींबू पानी विटामिन सी से भरपूर लो कैलोरी ड्रिंक है. छाछ से प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, कैल्शियम, सोडियम, विटामिन बी 12, आदि प्राप्त होते हैं. ऐसे में वजन घटाने के लिए ज्यादातर एक्सपर्ट नींबू पानी पीने की सलाह देते हैं.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ /मोटापा, पेट की बढ़ी हुई चर्बी को कम करने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते, घंटों जिम में पसीना बहाने से लेकर एक्सरसाइज और डाइटिंग तक. इसके बावजूद हमें वो परिणाम नहीं मिलता जो हम चाहते हैं. तो अगर आप भी वेट लॉस करना चाहते हैं, वो भी हेल्दी तरीके से या यूं कहें कि बिना डाइटिंग के, हां आपने बिल्कुल सही सुना हमें. वजन को कम करने के लिए डाइटिंग की जरूरत नहीं है बस हेल्दी और बैलेंस डाइट का फॉलो करना है. कई बार हम ये नहीं जानते कि हमें किन फलों का सेवन वजन घटाने के दौरान करना चहिए, क्योंकि हाई कैलोरी फ्रूट वजन घटाने में बाधा बन सकते हैं. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही फ्रूट्स के बारे में, जो वजन को आसानी से कम करने में हमारी मदद कर सकते हैं.
इन फलों का करें सेवन तेजी से घटेगा वजन-
1. पपीता)
पपीता वजन घटाने के लिए सबसे अच्छे ऑप्शन में से एक है. पपीते में फाइबर, विटामिन सी और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर और वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
2. तरबूज)
गर्मियों के मौसम में आने वाले मौसमी फल तरबूज को भला कौन पसंद नहीं करता. तरबूज फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, पोटैशियम, विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन, लाइकोपीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है, जो शरीर को हेल्दी और वजन को कम करने में मदद कर सकता है.
3. सेब)
सेब को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद फल माना जाता है. सेब में कैलोरी की मात्रा कम और मिनरल्स, प्रोटीन, ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो वजन को कम करने में मदद कर सकते हैं.
4. नारियल)
नारियल में मौजूद सैचुरेटेड फैट हेल्दी होता है और आपकी बॉडी में फैट के रूप में स्टोर नहीं होता. रोजाना कच्चे नारियल को डाइट में शामिल कर वजन को आसानी से कम कर सकते हैं.
सेहत टिप्स /शौर्यपथ / मछली को ओमेगा-3 का सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है. लेकिन उन लोगों के लिए क्या जो फिश नहीं खाते. अगर आप भी वेगन हैं और आप नॉनवेज का सेवन नहीं करते हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. फिश के अलावा भी कई चीजें हैं जिन्हें आप डाइट में शामिल कर ओमेगा-3 की कमी को दूर कर सकते हैं. शरीर को सेहतमंद रखने के लिए विटामिन्स, मिनरल के अलावा ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन भी जरूरी है. ओमेगा 3 शरीर में कोशिकाओं को सही ढंग से काम करने में मदद करने का काम करता है. तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ फूड्स के बारे में जिन्हें डाइट में शामिल कर ओमेगा-3 की कमी को दूर किया जा सकता है.
ओमेगा-3 से भरपूर हैं ये चीजें
1. राजमा-
कई लोगों का राजमा फेवरेट है. हममें से ज्यादातर लोग राजमा को चावल के साथ पेयर करना पसंद करते हैं. शरीर में ओमेगा 3 की कमी को दूर करने के लिए आप राजमा को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
2. सोयाबीन-
सोयाबीन में ओमेगा 3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है. यूएसडीए के अनुसार सोयाबीन के तेल में 0.923 ग्राम ओमेगा 3 मौजूद होता है. सोयाबीन को डाइट में शामिल कर ओमेगा 3 की कमी को दूर कर सकते हैं.
3. अखरोट-
अखरोट को सेहत के लिए बेहद गुणकारी माना जाता है. अखरोट को डाइट में शामिल कर ओमेगा-3 की कमी को दूर कर सकते हैं.
4. फूल गोभी-
फूल गोभी पोषक तत्वों से भरपूर होती है. फूलगोभी में विटामिन सी, विटामिन के, पोटैशियम, मैंग्नीज और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो शरीर में ओमेगा-3 की कमी को दूर करने में मदद कर सकते हैं.
सेहत /शौर्यपथ / ज्यादातर इंडियन घरों में आज भी कुकिंग के लिए सरसों का तेल पहली पसंद है. सरसों के तेल को खाना बनाने से लेकर मालिश करने तक के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वैसे तो आज के समय में बहुत से कुकिंग ऑयल मार्केट में उपलब्ध हैं, जो ज्यादा हेल्दी होने का दावा करते हैं. लेकिन कई घरों में आज भी सरसों के तेल को ही इस्तेमाल किया जाता है. असल में सरसों के तेल को सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. सरसों के तेल में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी ऐसिड, पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड, सैचुरेटेड फैट, प्रोटीन, फाइबर और अन्य माइक्रो-न्यूट्रीएंट्स होते हैं, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं. सरसों के तेल से बने खाने का सेवन करने से वजन को भी कम करने में मदद मिल सकती है. तो चलिए जानते हैं सरसों के तेल से होने वाले फायदे.
1. पाचन-
पेट का स्वस्थ रहना हमारे शरीर को हेल्दी रखने के लिए बहुत जरूरी है. पाचन तंत्र खराब होने से हमारे पूरे शरीर पर असर पड़ता है. तो अगर आप भी पाचन को बेहतर रखना चाहते हैं तो सरसों के तेल से बने खाने का सेवन कर सकते हैं.
2. इंफेक्शन-
सरसों का तेल एंटी-बैक्टिरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुणों से भरपूर होता है. इसका अंदरूनी और बाहरी दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं. सरसों का तेल कई तरह के इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकता है.
3. दिल-
सरसों के तेल को दिल के लिए अच्छा माना जाता है. कई रिसर्च के अनुसार खाने की चीजो में सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से दिल को दुरुस्त रखा जा सकता है.
4. इम्यूनिटी-
सरसों के तेल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया, फंगस और वायरस से होने वाली बीमारियों से बचाने में मदद कर सकते हैं. सरसों के तेल से बने खाने का सेवन कर इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है.