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मनोरंजन /शौर्यपथ / बॉलीवुड एक्टर संजय कपूर और महीप कपूर की बेटी शनाया कपूर जल्द ही बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली हैं। रिपोर्ट की मानें तो करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले शनाया इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसी बीच संजय कपूर ने खुलासा करते हुए बताया है कि उनकी बेटी हमेशा एक एक्ट्रेस बनने की चाहत रखती थी और बेतहर है कि वह अब अपनी राह खुद बनाए।
'स्पॉटबॉय' से बात करते हुए संजय कपूर ने कहा कि वह हमेशा अपनी बेटी के पीछे खड़ा रहेंगे। लेकिन वह चाहते हैं कि उनकी बेटी अपने रास्ते खुद तय कर अपनी बॉलीवुड जर्नी तय करें।
हमेशा दूंगा बेटी का साथ
रिपोर्ट के अनुसार, संजय ने कहा, " शनाया बचपन से ही अभिनेत्री बनने की चाहत रखती है। अब जब वह इस मुकाम पर पहुंच गई है तो मैं यहीं चाहूंगा कि वह अपने अनुभव से सीखे। वह जानती हैं कि मैं उनके पीछे खड़ा होकर हमेशा उनका साथ दूंगा।
हर व्यक्ति को अपने दम पर आगे बढ़ना चाहिए
संजय आगे कहते हैं कि मैं ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि हर व्यक्ति को अपने दम पर आगे बढ़ना चाहिए। यह बेहतर है कि वह अपनी गलतियों और अनुभव से सीखे। इस तरह वह हर चीज के लिए मेरा हाथ पकड़ने के बजाय अपनी जर्नी को अधिक एंजॉय करेंगी।
अपने स्टाइल सेंस को लेकर छाई रहती हैं शनाया
आपको बता दें कि शनाया कपूर अपने स्टाइल सेंस को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी रहती हैं। शनाया भी उन पॉपुलर स्टारकिड्स में से एक हैं जो सोशल मीडिया पर तगड़ी फैन फॉलोविंग रखने के लिए जाने जाती हैं। शनाया कपूर को सोशल मीडिया स्टार कहा जाता है। क्योंकि उन्होंने जनवरी 2021 में इंस्टाग्राम पर डेब्यू किया था और अब तक उनके 637 हजार फॉलोवर्स बन चुके हैं।
लाइफस्टाइल /शौर्यपथ /एडीएचडी एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है, जो व्यवहार में अति-सक्रियता पैदा कर सकता है। इससे ग्रस्त लोग एक कार्य पर अपना ध्यान केंद्रित करने या लंबे समय तक एक जगह बैठने में परेशानी का सामना कर सकते हैं। एडीएचडी को अंग्रेजी में अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिस्ऑर्डर के नाम से पहचाना जाता है। ADHD की समस्या ऐसे परिवारों में अधिक देखी जाती है जिन घरों में तनाव का माहौल बना रहता है या फिर जहां बच्चों की पढ़ाई पर अधिक जोर देने की प्रवृत्ति होती है।
कब होता है ADHD-
एडीएचडी की समस्या ज्यादातर प्री-स्कूल या केजी तक के बच्चों में देखी जाती है। कुछ बच्चों में, किशोरावस्था की शुरुआत में स्थिति खराब हो सकती है। कई बार यह समस्या व्यस्कों को भी परेशान कर सकती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
लड़कियों की तुलना में लड़को में एडीएचडी की समस्या आम होती है। हालांकि इस समस्या का निदान स्कूल के शुरूआती वर्षों में ही हो जाता है, जब बच्चे को ध्यान केंद्रित की समस्या शुरू होने लगती है। एडीएचडी से पीड़ित कुछ बच्चों में बिहेवियरल प्रॉब्लम्स भी देखी जा सकती है। कई बार ऐसे बच्चों की देखभाल करना या उन्हें कुछ सिखाना अभिभावकों के लिए बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे बच्चे स्कूल में भी दूसरे बच्चों के साथ जल्दी फिट नहीं हो पाते हैं और कोई न कोई शरारत करते रहते हैं।
एडीएचडी के लक्षण-
-ध्यान न देना
- जरूरत से अधिक सक्रियता
- असंतोष
-चीजें याद रखने में परेशानी
-अत्यधिक बातूनी होना
-अक्सर दिनमें सपने देखना
एडीएचडी का कारण-
-आनुवंशिकता
-दिमाग में परिवर्तन
-गर्भावस्था के दौरान खराब पोषण
-मस्तिष्क की चोट
एडीएचडी का उपाय-
एडीएचडी से पीड़ित बच्चों के वर्क स्टाइल में सुधार के उपाय खोजे जा सकते हैं। एडीएचडी का ट्रीटमेंट मेडिसिन, साइकोथेरेपी, एजुकेशन या ट्रेनिंग से भी किया जा सकता है।
एडीएचडी से पीड़ित बच्चों को ऐसे संभालें-
-अच्छे काम पर तारीफ करने या इनाम देने से बच्चे के व्यवहार को पॉजिटिव किया जा सकता है।
-यदि ऐसा दिखे कि बच्चा आपा खो रहा है, तो उस पर ध्यान दें और उसे किसी अन्य एक्टिविटी में बिजी कर दें।
-दोस्तों को घर बुलाएं। इससे बच्चे को मिलने-जुलने में आसानी होगी लेकिन यह सुनिश्चित करें कि बच्चा स्वयं पर नियंत्रण न खोएं।
-अपने बच्चे को अच्छी नींद सोने दें।
खाना खजाना / शौर्यपथ /आपको अगर कुछ स्पेशल खाने का मन कर रहा है, तो आपको चावल को कुछ स्पेशल तरीके से बना सकते हैं। लेमन टोमैटो राइस रेसिपी ऐसी है, जो टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी है। आप चाहें, तो इस रेसिपी को बचे हुए चावलों के साथ भी बना सकते हैं-
सामग्री
1 कप बासमती चावल
2 कप टमाटर कटे हुए
2 प्याज (बारीक कटा हुआ)
1/4 कप मटर
कप स्वीट कॉर्न
1 टुकड़ा अदरक (कद्दुकस किया हुआ)
1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर
1 टीस्पून हल्दी पाउडर
1-2 लौंग
तेल जरूरत के अनुसार
नमक स्वादानुसार
विधि
सबसे पहले चावल को आधे घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें।
मीडियम आंच में एक प्रेशर कूकर में तेल डालकर गरम करें।
तेल के गरम होते ही इसमें प्याज डालकर गोल्डन ब्राउन होने तक भूनें।
इसके बाद लौंग, नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, अदरक मसाले को डालकर चलाते हुए भूनें।
फिर गाजर, मटर और कॉर्न डालकर 2 मिनट तक पकाएं। तय समय के बाद इसमें कटे टमाटर डालकर भूनें।
इसके बाद चावल और पानी डालकर कूकर का ढक्कन बंद कर 1-2 सीटी आने तक पकाएं।
कूकर का प्रेशर खत्म होने पर ढक्कन खोलकर इसमें नींबू का रस मिलाएं।
तैयार है लेमन टोमैटो राइस। गरमागरम सर्व करें।
सेहत /शौर्यपथ / कोरोना वायरस वैक्सीन के बाद कई लोगों में बुखार और सिरदर्द की शिकायत देखी गई थी। इस कारण वैक्सीनेशन के बाद इन लक्षणों को देखकर लोगों के मन में कई सवाल और डर भी देखने को मिला। इस स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने हेल्थ केयर वर्कर्स और वैक्सीन लेने वालों के लिए वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से वैक्सीनेशन के 20 दिन के भीतर थ्रॉम्बोसिस (ब्लड क्लॉट्स) के लक्षणों को पहचान करने की अपील की गई है।
इन लक्षणों को न करें अनदेखा
-एडवाइजरी में लोगों को सलाह दी गई है कि कोई भी वैक्सीन लेने के बाद (खासकर कोविशील्ड) लेने के बाद यदि आपको तेज सिरदर्द, छाती में दर्द, शरीर में सूजन, उल्टी के बिना पेट में दर्द, दौरे या सांस लेने में तकलीफ जैसे गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो इन्हें वैक्सीन सेंटर पर जरूर रिपोर्ट करवाएं।
-इसके अलावा यदि इंजेक्शन साइट के अलावा शरीर के किसी हिस्से पर लाल रंग के धब्बे नजर आ रहे हैं, तो भी सचेत रहिए। यदि आपको माइग्रेन की समस्या नहीं है और और उल्टी के साथ या उल्टी के बिना ही सिर में लगातार दर्द रहता है, तो वैक्सीनेशन सेंटर पर ये सब लक्षण रिपोर्ट करवाने जरूरी हैं।
-वैक्सीन लगने के बाद कमजोरी, शरीर के किसी अंग का काम करना बंद कर देना, बिना किसी कारण लगातार उल्टी होना, आंखों में दर्द या धुंधला दिखना, कन्फ्यूजन-डिप्रेशन या मूड स्विंग होना भी सामान्य बात नहीं है। इन सभी लक्षणों के बारे में वैक्सीनेशन सेंटर पर मौजूद हेल्थ केयर वर्कर्स को बताएं।
आस्था /शौर्यपथ / अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा कि हनुमान आरोग्य के देवता हैं और जब कोई संकट आता है तो उसे हनुमान जी ही दूर करते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से देश के मठों, मंदिरों, आश्रमों और हिंदू परिवारों में वैश्विक महामारी कोरोना के समूल विनाश के लिए हनुमान चालीसा पाठ का अभियान चलाया है। इसी क्रम में परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने भी
मठ बाघम्बरी गद्दी में अपने शिष्यों के साथ मंगलवार को यहां हनुमान चालीसा का पाठ किया। गिरी ने कहा कि हनुमान आरोग्य के देवता हैं और देश व परिवार में जब भी कोई संकट आता है तो उसे हनुमान जी ही दूर करते हैं। उन्होंने मठ मंदिरों में रहने वाले साधु, संतों और गृहस्थों से अपील की है कि आप जहां पर भी हैं, वहीं हनुमान चालीसा का पाठ करिए ताकि कोरोना महामारी देश और दुनिया से पूरी तरह से खत्म हो।
परिषद अध्यक्ष गिरि ने कहा कि हमारी संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम की रही है। इसलिए जब हम कोई प्रार्थना करते हैं तो देश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के कल्याण की कामना करते हैं। पूरी मानवता को कोरोना की महामारी से मुक्ति मिले इसके लिए पूरे देश में हनुमान चालीसा का जगह-जगह पाठ हो रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह अभियान स्वागत योग्य है। लोगों को इस अभियान से जुड़कर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए ताकि कोरोना वायरस से लोगों को मुक्ति मिल सके।
आस्था /शौर्यपथ / 27 नक्षत्रों में से आठवां पुष्य नक्षत्र सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। इसे नक्षत्रों का राजा माना जाता है। इस नक्षत्र के स्वामी शनि और गुरु बृहस्पति हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस नक्षत्र में जन्मे जातक संपन्न और भाग्यशाली होते हैं। ये लोग नियमों का पालन करने वाले होते हैं। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक सुख-सुविधाओं का लाभ उठाने वाले होते हैं। इन्हें दूसरों की सेवा करना अच्छा लगता है।
जानिए पु्ष्य नक्षत्र में जन्मे जातकों का स्वभाव और व्यक्तित्व-
पुष्य नक्षत्र के जातक मेहनती होते हैं। यह सफलता को अपनी कड़ी मेहनत से पाने में विश्वास रखते हैं। इन्हें अध्यात्म में गहरी रुचि होती है। ये लोग सोच-विचार कर पैसा खर्च करते हैं। इस नक्षत्र के लोग जल्दी दूसरों के साथ घुल-मिल जाते हैं। ये लोग दयालु, विविध कलाओं में निपुण और बलवान होते हैं।
साल का पहला चंद्र ग्रहण इन लोगों के जीवन में लाएगा खुशियां, क्या आप भी इस लिस्ट में हैं शामिल?
इस नक्षत्र के जातक व्यावहारिक, स्पष्टवादी और विश्वासपूर्ण होते हैं। ये माता-पिता भक्त और बुद्धिमान होते हैं। नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति की इन जातकों पर विशेष कृपा होती है। जिसके कारण इन्हें जीवन में मान-सम्मान के साथ प्रशंसा हासिल होती है। ये रिश्तों को निभाना जानते हैं।
ये 4 राशि वाले होते हैं गुस्सैल और जिद्दी, अपने आगे नहीं सुनते किसी की बात
यह स्वभाव से गंभीर व संवेदनशील होते हैं। इन्हें बीच में कोई काम छोड़ना पसंद नहीं होता है। ये अच्छे बिजनेसमैन भी साबित होते हैं। यह अपनी बातों से सभी के दिलों में जगह बना लेते हैं। इस नक्षत्र में जन्मे लोग लेखक, कवि, साहित्यकार या भविष्यवक्ता भी हो सकते हैं।
दुर्ग । शौर्यपथ।
जिला के कलेक्टर महोदय ने 17 मई से 21 मई तक घोषित लॉकडाउन में नए वाहन विक्रेताओं के दुकान संचालन करने के नियम को संशोधित करते हुए ने आदेश जारी किया है जिसके तहत अब जिले के समस्त वाहन विक्रेता जिला प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए शोरूम को सुबह 11:00 बजे से 5:00 बजे तक संचालित कर सकते हैं बता दें कि पूर्व के आदेश में वाहन विक्रेताओं को शोरूम संचालित करने की अनुमति नहीं दी गई थी किंतु अपने आदेश के तहत वाहन विक्रेता सोमवार से शनिवार तक सुबह 11:00 बजे से 5:00 बजे तक शोरूम संचालित कर सकते हैं।
दुर्ग / शौर्यपथ / १५ साल बाद सत्ता में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनी और मुखिया बने भूपेश बघेल . भूपेश बघेल में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटो के भीतर अपने सबसे बड़े चुनावी वायदा किसानो का ऋण माफ़ को जमीनी स्तर पर सार्थक कर दिखाया , पिछले ३ सालो से किसानो को समर्थन मूल्य पर एवं राजीव गाँधी न्याय योजना के रूप में २५०० रूपये मूल्य से धान खरीदी का वायदा पूरा कर रहे है , प्रदेश के उखिया ने नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना की शुरुवात की जिसे काफी सफलता मिली , गाँव में शहरो में गोठान का निर्माण करवा कर गोधन की रक्षा में एक सार्थक कदम बढाया , वनोपज को भी वादा अनुसार भूपेश सरकार ने खरीदा , गोबर खरीदी कर कई किसानो को और गोधन मालिको को लाभ पहुँचाया , बिजली बिल हाफ का वादा पूरा किया ऐसे कई वादे है जिन्हें भूपेश सरकार ने पूरा किया . भुपेशा सरकार के वादों को पूरा करने का प्रतिफल आम जनता ने निकाय चुनाव में भी भरपूर दिया और प्रदेश में पहली बार ११ नगरीय निकाय में कांग्रेस की सरकार का गठन हुआ .
कोई भी सरकार हो अपनी योजनाओं को अपनी सफलताओ का प्रचार प्रसार करती है और इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने भी अपनी योजनाओं की सफलता का प्रचार करने के लिए लाखो करोडो की प्रसार सामग्री को आम जनता के लिए निकायों द्वारा बंटवाने का कार्य किया किन्तु प्रदेश में दुर्ग निगाम्म प्रशासन को शायद छत्तीसगढ़ के मुखिया की प्रसार सामग्री रास नहीं आयी और दुर्ग निगम में पहुंची प्रसार सामग्री को बंटवाने के बजाये रद्दी के ढेर में बदल दिया .
शौर्यपथ समाचार पत्र ने जब यह मामला प्रमुखता से उठाया तो शहरी सरकार के मुखिया महापौर धीरज बक्लिवालने सभी कार्यालयों का निरिक्षण किया एवं प्रसार सामग्री के ढेर को देख कर अधिकारियों को फटकार लगाए . आनन फानन में अधिकारियों ने प्रसार सामग्री जो २०१९-२०२०-२०२१ की थी उसे अलग अलग बण्डल बना कर पार्षदों के घरो में भिजवा दिया इस बात को आज चार दिन बीत जाने के बाद भी यह प्रसार सामग्री पार्षदों के घर ही राखी है इसे बंटवाने का इंतजाम ना तो निगम के जिम्मेदार अधिकारी कर रहे है और ना ही इओस बात को संज्ञान में लेकर दुर्ग निगम के हर कार्य में श्रेय लेने वाले कांग्रेस के विधायक अरुण वोरा कर रहे है .
क्या दुर्ग निगम के इस कार्य पर जिला के कलेक्टर मामले को संज्ञान में लेकर निष्पक्ष जाँच करेंगे और पिछले तीन सालो से अनियमितता बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करेंगे क्योकि मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री की योजनाओं को आम जनता तक पहुँचाने का है जिसे समय पर दुर्ग निगम के अधिकारी नहीं कर पाए .
दुर्ग / शौर्यपथ / बघेरा एसटीएफ कालोनी वासियों की बरसों पुरानी मांग आज पूरी हो गई। शहरके महापौर धीरज बाकलीवाल ने कालोनी वासियों को उनके घरों में नल से पानी देने तीन सम्पवेल को भरने कालोनी पहुॅचकर स्वयं वाल्व खोल कर पेयजल समस्या का निराकरण किया। महापौर के साथ दुर्ग विधायक वोरा भी थे . छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा निर्मित एसटीएफ कालोनी को 10 वर्ष पूर्व नगर निगम को हस्तांतरित किया गया था तभी से पूर्ववर्ती शहरी सरकारों की अनदेखी के कारण वहां पेयजल की समस्या बनी हुई थी।
*मिशन अमृत के तहत् पाइप लाईन से जोड़ा गया कनेक्शन*
बता दे कि रेल्वे क्रासिंग के पास मिशन अमृत के पाइप लाईन में कनेक्शन जोडऩे में परेशानी हो रही थी । कालोनी वासियों की समस्या को देखते हुये शहरी सरकार ने अमृत मिशन की इस योजना को क्षेत्र वासियों को लाभ पहुँचाने के लिए रेल्वे प्रशासन से अनुमति ली गई और कनेक्शन जोड़ा गया। आज कालोनी के सम्पवेल को भरा जा रहा है शाम से पानी की सप्लाई प्रारंभ कर दी जाएगी।
*सुबह और शाम दोनों समय मिलेगा पानी, टैंकर से पानी सप्लाई की जाती थी*
इस संबंध महापौर बाकलीवाल ने बताया कि गर्मी के दिनों में पानी की अधिक समस्या होती थी। बोर सूख जाते थे । कालोनी में 8 से 10 टैंकर के माध्यम से निवासियों को पानी दिया जा रहा था । आज कालोनी वासियों की पानी की समस्या खत्म हो गई है। यहॉ के तीनों सम्पवेल को भर कर पानी की सप्लाई की जाएगी। पूरे फोर्स के साथ लोगों को अब सुबह और शाम दोनों समय पानी मिलेगा। कालोनी में नाली निकासी की समस्या का भी जल्द निदान किया जाएगा। एक-एक कर कालोनी की समस्याओं को दूर किया जा रहा है। इस अवसर पर कार्यपालन अभियंता राजेश पाण्डेय, प्रभारी सहा0 अभियंता ए0आर0 राहंगडाले, उपअभियंता राजेन्द्र ढबाले, एवं कालोनी निवासी उपस्थित थे ।
भिलाई / शौर्यपथ / शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने बीएसपी प्रबंधन द्वारा मेसर्स अपिर्तत एसोसिएट्स को पिछले 3 माह से प्रतिदिन घर घर गार्वेज कलेक्शन का काम दिया गया है लेकिन हर दो तीन दिन में ही घरों में कचरा कलेक्शन किया जा रहा हेै। पूर्व में आवास में रहने वालों से समय समय पर हस्ताक्षर लिया जाता था लेकिन अब सब बंद है तथा कोई शिकायत सुनने वाला नही है। भारतीय जनसंघ के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं मीसाबंदी ठा. गौतम सिंह ने उक्ताशय का आरोप लगाते हुए कहा कि अर्पित एसोसिएट्स के विरूद्ध केन्द्रिय इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के अतिरिक्त डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बाण दास गुप्ता एवं सेल विजिलेन्स में शिकायत की गई थी जिस पर जांच प्रारंभ किए जाने की जानकारी मिली है।
ठाकुर गौतम सिंह ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें नगर सेवा विभाग के अधिकारियों का पूर्ण समर्थन मिल रहा है। ठेकेदार को फर्जी आडिट रिर्पोट के आधार पर अर्पित एसासिएट्स को वर्ष 2014 से 2016 के दौरान करोड़ों का काम वर्षों से जमे नगर सेवा के अधिकारियों ने दिया था। उक्त कंपनी के चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट ने बीएसपी के विजिलेन्स विभाग को शिकायत कि है कि अर्पित एसोसिएट्स के संचालन ने फर्जी बिलों पर स्वयं उनके हस्ताक्षर वर्ष 2014, 2015, 2016 एवं 2017 में जो बीएसपी में आडिट रिपोर्ट जमा की है वह पूरी तरह फर्जी है। इस शिकायत पर अब तक कार्यवाही नही किए जाने से स्वयं सीए आश्चर्यचकित है तथा शीघ्र कार्यवाही नही होने की स्थिति में पुलिस में शिकायत दर्ज की जा सकती है।
ठाकुर ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि पब्लिक सेक्टर में इस तरह की गंभीर शिकायतें बर्दाश्त नही की जा सकती। आशा है बीएसपी के सतर्कता अधिकारी सीवीसी के गाइडलाइन के अनुरूप जांच करेंगे।