
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
रायपुर / शौर्यपथ / गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय से प्रभार वाले जिले बिलासपुर और गरियाबंद में कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की अद्यतन स्थिति की वर्चुअल समीक्षा की। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरसंभव उपाय तथा लोगों को संक्रमण से बचने के लिए जागरूक करने और कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
गृह मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के आने की आशंका विशेषज्ञों द्वारा जताई जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने अधिकारियों को जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा इसकी रोकथाम के लिए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय और अनुभाग मुख्यालय के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर कोविड संक्रमितों के इलाज एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने मितानिनों को दवाई किट के साथ यथासंभव पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने को कहा, ताकि वह भ्रमण के दौरान कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के ऑक्सीजन स्तर की जांच कर सकें।
गृह मंत्री ने संक्रमण की अत्यधिक संभावना वाले क्षेत्र को चिन्हित करने, आवश्यक दवाइयों, इंजेक्शन तथा एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था, डॉक्टर्स, विशेषज्ञ तथा चिकित्सकीय स्टॉफ को प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने शिशु रोग विशेषज्ञों से परामर्श कर रणनीति तैयार करने तथा निजी अस्पतालों और मेडिकल दुकानों की सतत निगरानी के निर्देश दिए। गृहमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान कतिपय दवाओं की अनुपलब्धता और कालाबाजारी की शिकायतें सुनने को मिल रही हैं। उन्होंने अधिकारियों को मरीजों को निर्धारित दर पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और इसकी कालाबाजारी में संलिप्त लोगों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। गृह मंत्री ने पोस्ट कोविड प्रभवितों के इलाज तथा काउंसिल के लिए पोस्ट कोविड सेल बनाने और वहां दूरभाष की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने कोरोना से मृत व्यक्ति के आश्रितों को यथासंभव सहायता उपलब्ध कराने को भी कहा।
गृह मंत्री ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने और ग्राम पंचायत स्तर पर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन के साथ ही सकारात्मक सोच के लिए जन जागरूकता के भी निर्देश दिए। वर्चुअल बैठक में दोनों जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को 21 मई को आदान सहायता राशि (इनपुट सब्सिडी) की पहली किश्त जारी की जाएगी। किसानों को आदान सहायता के रूप में 9000 रुपए प्रति एकड़ राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज आयोजित कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि वर्ष 2020-21 और आगे प्रतिवर्ष समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को 9 हजार रूपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। वर्ष 2020-21 में जिन किसानों ने धान का विक्रय किया था यदि वे किसान वर्ष 2021-22 धान के बदले अन्य फसल लेते हैं उन्हें प्रति एकड़ 10 हजार रूपए तथा जो पेड़ लगाते हैं उन्हें आगामी 3 वर्षों तक प्रतिवर्ष 10 हजार रूपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने और अन्य पहलुओं पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री बघेल की उपस्थिति में कल 19 मई को मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक होगी। इसमें वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित होंगे। तथा उप समिति की बैठक द्वारा प्रस्तावित विषयों पर आगामी 21 मई को होने वाली कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
रिसाली / शौर्यपथ / कोरोना के बढ़ते सक्रमण को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रत्येक घर को सेनेटाइज करने का सुझाव दिया है। इस सुझाव को अमल करने का बीड़ा छत्तीसगढ़ मूर्तीकार, चित्रकार संघ ने उठाया है। दुर्ग जिले के प्रत्येक घर को सेनेटाइज करने का कार्य गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के विधानसभा क्षेत्र से शुरू किया गया। मंगलवार को तालपुरी बी ब्लाक में नगर पालिक निगम के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री जितेन्द्र साहू ने औपचारिक उद्घाटन किया।
डब्ल्यू एच ओ के इस कार्य योजना को राजनांदगांव जिला में शुरू करने के बाद दुर्ग जिला में शुरू किया गया है। रिसाली नगर पालिक निगम क्षेत्र के 26000 से अधिक घरों को सेनेटाइजिंग करने के बाद ग्रामीण इलाको के घरों का सेनेटाइजिंग किया जाएगा। गृहमंत्री की मंशा अनुरूप प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित करने टीकाकरण व सेनेटाइज कार्य साथ-साथ चलेगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री जितेन्द्र साहू ने नारियल तोड़कर औपचारिक उद्घाटन किया। इस अवसर पर नगर पालिक निगम के एल्डरमेन कीर्तिलता वर्मा, पे्रमचंद साहू, अनूप डे, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकुंद भाऊ, समेत नगर पालिक निगम के नोडल अधिकारी रमाकांत साहू, कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर आदि उपस्थित थे।
6 लाख घरों का लक्ष्य -छत्तीसगढ़ के मूर्तिकार, चित्रकार संघ के संरक्षक परम यादव ने बताया कि वे दुर्ग जिला के प्रत्येक गांव तक पहुंचेंगे और घरों को सेनेटाइज करेंगे। इसके लिए वे 6 लाख घरों का सेनेटाइज करने लक्ष्य रखा है।
संवेदनशील क्षेत्र में पहले - संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि टीम सेनेटाइज करने 12 से 13 टीम का गठन किया है। घर के बाहर और भीतर अलग-अलग मशीन से सेनेटाइज किया जाएगा। वे ऐसे क्षेत्र व वार्ड के घरों का पहले सेनेटाइज करेंगे जहां कोविड के मरीज अधिक है।
120 दिन में होगा पूर्ण -संघ ने बताया कि एक वार्ड को सेनेटाइज करने 3 दिन का समय लगता है। आवश्यकता पड़ने पर वे टीम भी बढ़ाते है। अधिक से अधिक घरों को सेनेटाइज कर वे निगम क्षेत्र को 120 दिनों में सेनेटाइज करेंगे।
दुर्ग / शौर्यपथ / डीएमएफ शासी परिषद की आज हुई बैठक में सभी सदस्यों ने कोरोना संक्रमण से निपटने और भविष्य में तीसरी वेव की आशंका को देखते हुए डीएमएफ के संसाधन का उपयोग करने पर जोर दिया। सदस्यों ने कहा कि तीसरे वेव की आशंका को देखते हुए यह बहुत जरूरी है कि इससे निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था रखें और कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए डीएमएफ के माध्यम से पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई जाए। कोरोना संक्रमण से अधिकाधिक लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जिस तरह के व्यय की जरूरत होगी, उसके मुताबिक निर्णय लेकर डीएमएफ की राशि इस पर व्यय किये जाने का निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि सदस्यों का जिस तरह का मत है और निर्णय है उससे कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आधी राशि अर्थात लगभग तीन करोड़ इस मद में व्यय के लिए सुरक्षित रखे जाएँ। शेष 3 करोड़ 38 लाख रुपए से माननीय सदस्यों के प्रस्तावों पर विचारोपरांत निर्णय लेकर इन पर कार्य आरंभ किया जाए। बैठक में गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से पहले भी स्वास्थ्य ढाँचे में खर्च किये गए हैं। इनका उपयोगी नतीजा आया है। अभी भी कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में यह राशि काफी काम आएगी। शेष राशि में जो अत्यंत आवश्यक प्रकृति के कार्य हैं उन्हें स्वीकृत कर आरंभ कराया जाए। बैठक में संबोधन में कृषि मंत्री श्री रविंद्र चैबे ने कहा कि दुर्ग जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रशासन ने अच्छा काम किया है। तेजी से निर्णय लेते हुए और अधोसंरचना पर काम करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दिशा में प्रभावी कार्रवाई हुई। आगे भी तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हमें अपने संसाधनों को लगातार अपडेट करना होगा, इसके लिए डीएमएफ के माध्यम से पूरी मदद देनी होगी।
पीएचई मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि विधायक निधि और डीएमएफ के बेहतर उपयोग से पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लड़ने का ढांचा मजबूत हुआ है। हम लोगों ने लगातार इस दिशा में कार्य किया है और आगे भी अग्रिम तैयारी हमारे लिए काफी उपयोगी होगी। दुर्ग विधायक श्री अरुण वोरा ने क्षेत्र की प्रमुख माँगों को बैठक में रखा। उन्होंने कहा कि डीएमएफ के माध्यम से कुछ ऐसे प्रस्ताव रखे गए हैं जिनसे दुर्ग के नागरिकों को काफी शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे बुनियादी महत्व के मुद्दों पर काफी राहत मिलेगी। वैशाली नगर विधायक श्री विद्यारतन भसीन ने कहा कि टीकाकरण प्रक्रिया अभी लंबी चलेगी, टीकाकरण स्थलों पर डीएमएफ मद से शेड आदि के निर्माण कार्य आरंभ किये जा सकते हैं ताकि बरसात में लोगों को दिक्कत न हो।
भिलाई टाउनशिप में पेयजल का मुद्दा, पर्यावरण मंडल के अधिकारियों को भी जाँच के लिए भेजें स्पाट पर- बैठक में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने टाउनशिप में पेयजल का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा तथा जिला प्रशासन द्वारा बार-बार ताकीद दिये जाने के बावजूद भिलाई टाउनशिप की पेयजल व्यवस्था में अपेक्षित सुधार बीएसपी प्रबंधन ने नहीं किया। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने बताया कि बीएसपी प्रबंधन को बताया गया है कि फिल्टर प्लांट की टेक्नालाजी बदलें और तात्कालिक रूप से ऐसे उपाय करें जिनसे अपेक्षित नतीजे सामने आये। आज ही प्रशासन ने पेयजल का पुनः टेस्ट कराया है और पहले से गुणवत्ता में सुधार परिलक्षित हुआ है। अभी वे गंगरेल से पानी मंगा रहे हैं इसका असर तीन दिनों में दिख सकता है। बीएसपी प्रबंधन को नागरिकों को अविलंब शतप्रतिशत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं। प्रभारी मंत्री ने कहा कि पर्यावरण मंडल के अधिकारियों को भी मौके पर भेजकर रिपोर्ट लें।
अब तक 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रस्तावित हो चुके हैं डीएमएफ से- कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने शासी परिषद की बैठक में डीएमएफ मद से अब तक किये गये कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब तक 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रस्तावित हो चुके हैं जिनमें से अधिकांश पर कार्य पूरा हो चुका है। 3475 स्वीकृत कार्यों में 352 कार्य प्रगतिरत हैं। आज हुई बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शालिनी यादव, नगर निगम आयुक्त भिलाई ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक, नगर निगम रिसाली कमिश्नर प्रकाश सर्वे एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / शासकीय कमलादेवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव में 15 मई 2021 को ऑनलाईन शिक्षक-अभिभावक सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के संचालक मनोविज्ञान विभाग के विभागध्यक्ष एवं शिक्षक-अभिभावक समिति के सदस्य डॉ. बसंत कुमारसोनबेर ने बताया कि महाविद्यालय की परंपरानुसार शिक्षक-अभिभावक सम्मेलन का आयोजन वर्तमान समय में कोविड-19 कोरोना संक्रमण से उत्पन्न हुई लॉकडाउन की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए गूगल मीट प्लेटफार्म पर ऑनलाईन मोड पर किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल ने कहा कि शिक्षक-अभिभावक सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य महाविद्यालय के शिक्षकों एवं अध्ययनरत छात्राओं के अभिभावकों के मध्य सीधा संपर्क स्थापित करना होता है। इसके माध्यम से शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को महाविद्यालय के संचालित अकादमिक एवं पाठ्येत्तर गतिविधियों की जानकारी प्रदान की जाती है। साथ ही साथ यह महाविद्यालय द्वारा छात्राओं को प्रदाय की जाने वाली सेवाओं एवं सुविधाओं के आंकलन हेतु फीडबेक प्राप्त करने का भी अच्छा अवसर होता है, जिसके आधार पर महाविद्यालय की कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार किया जा सके। मुझे पूरा विश्वास है कि अब हम सब कार्यक्रम के उद्देश्यों को पूर्ण करने में सफल होगें।
शिक्षक अभिभावक समिति की संयोजक एवं राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष कु. आबेदा बेगम ने अपने उद्बोधन में कहा कि लॉकडाउन की परिस्थितियों में शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाओं में अनेक परिवर्तन हो चुके हैं, जिन्हें छात्राओं एवं अभिभावकों द्वारा पूर्णतः स्वीकार किये जाने की आवश्यकता है, क्योंकि यही समय की मांग है।
महाविद्यालय की नैक को-ऑर्डिनेटर एवं अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. हरप्रीत कौर गरचा ने इस अवसर पर अभिभावकों से आग्रह किया कि वे महाविद्यालय की छात्राओं को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें, क्योंकि कोरोना संक्रमण से महाविद्यालयीन स्टॉफ एवं स्वयं छात्राओं की सुरक्षा के लिये यही एकमात्र उपाय है। संस्कृत विभाग की विभागाध्यक्ष एवं शिक्षक अभिभावक समिति की सम्मानीय सदस्य डॉ. सुषमा तिवारी ने अपने वक्तव्य के माध्यम से बताया कि शास्त्रों में संयमित व्यवहार को जीवन का महत्वपूर्ण अंग माना गया है। निःसंदेह आज लॉकडाउन की परिस्थितियों में यह सत्य प्रतीत हो रहा है। जब हम सभी को सीमित संसाधनों के साथ संयमित रूप से जीवन निर्वाह करना आवश्यक हो चुका है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के अन्य सहायक प्राध्यापकगण कृष्ण कुमार द्विवेदी श्रीमती ममता आर. देव, आलोक जोशी, डॉ. लाली शर्मा एवं क्रीड़ा अधिकारी डॉ. नीता नायर ने भी अभिभावक जनों को अपने अपने विभाग की गतिविधियों से अवगत कराया अभिभावकों की ओर से पास्टर डॉ. फ्रांसिस नाग, हरीश, श्रीमती मरियम ललानी, नारायण देवांगन, श्रीमती रेखा कड़वे, मिश्रीलाल सोनी, श्रीमती मतिया आरिफ हुसैन, श्रीमती तस्मीन जमील, अशोक जंघेल, श्रीमती शीला सोनी, रमेश मानिकपुरी, प्रकाश पटेल, श्यामलाल साहू, अरविन्द निषाद, रेख राम देवांगन, कु. दीक्षा साहू, लक्ष्मण साहू, दिव्या सिंग राजपूत, द्रौपती खंडेलवाल, लेखराम देवांगन, श्रीमती लता बाई वर्मा, श्रीमती अश्वनी साहू आदि ने प्रमुख रूप से अपने विचार रखे।
अधिकांश अभिभावकों ने वर्तमान परिस्थितियों में महाविद्यालयीन शिक्षकों द्वारा संचालित किये जा रहे ऑनलाईन कक्षाओं की प्रशंसा की। कुछ अभिभावकों की ओर से महत्वपूर्ण सुझाव भी प्राप्त हुए, जिनमें से महाविद्यालय में एम. कॉम की कक्षाएं प्रारंभ करने की मांग एवं स्नातक स्तर पर अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों की पर्याप्त उपलबधता सुनिश्चित करने की मांग प्रमुख थी।
प्राचार्य डॉ. सुमन सिंह बघेल ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही उनके सुझावों पर विचार कर शासन के नियमानुसार अमल किये जाने का प्रयास किया जावेगा। कार्यक्रम के अंत में शिक्षक अभिभावक समिति की सम्मानीय सदस्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने सभी आमंत्रित अभिभावकजनों के प्रति आभार प्रदर्शित करते हुए कि कोरोना संकट की इस विषम परिस्थिति में आप सभी ने समय निकालकर कार्यक्रम में भाग लिया यह महाविद्यालय के लिये गौरव का विषय है। हम आशा करते हैं भविष्य में भी आप सभी महाविद्यालय को इसी प्रकार अपना सहयोग प्रदान करते रहेंगे।
दुर्ग / शौर्यपथ / चंदूलाल कोविड केयर हास्पिटल के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की कड़ी मेहनत के बूते आज एक जिंदगी भी बेहद कठिन परिस्थितियों में बचा ली गई। ये 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला महालक्ष्मी की कहानी है। जब महालक्ष्मी का आक्सीजन लेवल डाउन हुआ तो इनके परिजनों ने उन्हें अस्पताल ले जाने का निर्णय किया। परिजनों ने अस्पताल पहुँचकर बताया कि आक्सीजन लेवल 50 से 60 के बीच आ रहा है। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए इन्हें तुरंत भर्ती किया गया तथा आक्सीजन सपोर्ट आरंभ कर दिया गया। इसके साथ ही मेडिसीन प्लान की गई। स्थिति में लगातार सुधार हुआ और अंततः आज मरीज के परिजनों के लिए वो बहुप्रतीक्षित दिन आ गया जब 20 दिन के इंतजार के बाद वो घर पहुँची। उनके पोते ने बताया कि हास्पिटल स्टाफ ने दादी का बहुत ध्यान रखा। लगातार स्वास्थ्य की मानिटरिंग करते रहें, दवाइयाँ देते रहें।
हास्पिटल के स्टाफ के प्रोत्साहन ने दादी की हिम्मत बढ़ाई और वे धीरे-धीरे स्वस्थ होती गईं। इतने कम लेवल पर आक्सीजन चले जाने के चलते हम लोग काफी घबरा गए थे लेकिन कोविड केयर सेंटर के डाॅक्टरों ने आश्वस्त किया कि मेडिकल पैरामीटर में लगातार सुधार आ रहा है और दादी रिकवरी की राह पर हैं। इससे हम सबका भी मन बहुत मजबूत हुआ। उन्होंने कहा कि हास्पिटल में खाने-पीने की व्यवस्था और साफ-सफाई भी बढ़िया रही। हास्पिटल के मेडिकल आफिसर डाॅ. अनिल शुक्ला ने बताया कि हम लोग मरीजों के मनोबल पर भी पूरा ध्यान दे रहे हैं। डाॅक्टर्स राउंड के समय मरीजों को मोटिवेट करता है। नर्सिंग स्टाफ भी हमेशा मोटिवेशन बनाये रखता है। हर कुछ घंटे में विशेषज्ञ डाॅक्टर्स क्रिटिकल मरीजों के ट्रीटमेंट की रणनीति के संबंध में चर्चा करते हैं और आगे के लिए प्लान तैयार करते हैं इसका अच्छा असर होता है और रिकवरी तेज होती है।
जब आईं थी तो साँस लेने में दिक्कत के साथ डायरिया से भी जूझ रही थीं- सुभाष नगर की 59 वर्षीय शिवानी जब हास्पिटल में आईं तो उन्हें साँस लेने की दिक्कत के साथ ही डायरिया की समस्या भी थीं। उनका आक्सीजन लेवल 80 तक पहुँच गया था। कमजोरी और बुखार भी था। ऐसे में इनकी तकलीफों को देखते हुए अलग-अलग तरह से मेडिसीन प्लान की गई। चूँकि कई पैरामीटर्स पर काम करना था अतएव अस्पताल के विशेषज्ञों ने लगातार चर्चा की और इनका ट्रीटमेंट प्लान किया। आज शिवानी भी डिस्चार्ज हुईं। उनके भतीजे ने बताया कि चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हास्पिटल में बुआ का अच्छे से ध्यान रखा गया। यहाँ खाने-पीने की सुविधा बहुत अच्छी थी। साफ-सफाई की व्यवस्था भी अच्छी रही। आज वो डिस्चार्ज हुईं, अस्पताल का अनुभव बहुत अच्छा रहा।
रायपुर/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता आर पी सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि 4 पन्नों का सतही राजनैतिक पत्र लिखकर राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे ने यह साबित कर दिया है कि वे एक एक्सीडेंटल सांसद है! उनका सांसद चुनाव लड़ना और पुलवामा की लहर में चुनाव जीत जाना महज एक संयोग था। उनके इस पत्र से एक बात और भी स्पष्ट हो जाती है कि उनके अंदर एक अच्छे कवि और कथावाचक के गुण जरूर है लेकिन अच्छे सांसद के गुण भी हैं ऐसा बिल्कुल भी प्रतीत नहीं होता है।
एक पुरानी कहावत है "अधजल गगरी छलकत जाए" इस पत्र से यह साबित हो गया है की संतोष पांडे की योग्यता और राजनीतिक जानकारी कितनी है? कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने पत्र में उठाए हुए सभी प्रश्नों का जवाब सिलसिलेवार देते हुए कहा है कि संतोष पांडे को यह ज्ञान होना चाहिए कि दुनिया के जिन देशों में लोकतंत्र है वहां की संसद भवनों में सबसे नवीनतम संसद भवन भारत का है। जिसका निर्माण सन 1923 में हुआ था। जब इससे पुरानी संसद भवन वाले देशों को नए भवन की आवश्यकता नहीं पड़ी तो फिर हमारे ही देश को नए संसद भवन की आवश्यकता क्यों आन पड़ी? ऐसे समय में जब पूरा देश कोविड-19 की महामारी से लड़ रहा है।
विश्व गुरु का सपना दिखाने वाले मोदी को बांग्लादेश, भूटान ,नेपाल और पाकिस्तान जैसे छोटे-छोटे देशों से मदद देने की आवश्यकता पड़ रही है। तब 20 हजार करोड रुपए का सेंट्रल विस्ता उर्फ मोदी महल प्रोजेक्ट बनाकर जनता के खून पसीने की कमाई को बर्बाद करने की क्या आवश्यकता थी? 70 सालों में कई पार्टियों की सरकार केंद्र में आई बहुत सारे प्रधानमंत्री भी हुए लेकिन क्या कभी किसी प्रधानमंत्री ने अपने लिए 8500 करोड़ रुपये का उड़न खटोला खरीदा? दरअसल केंद्र की मोदी सरकार की विफलता ढोल जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बज रहा हो और पूरी दुनिया मोदी की विफलता के मिसालें दे रहा हो तब प्रदेश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए संतोष पांडे ने यह पत्र मुख्यमंत्री को लिखा है।
संतोष पांडे को प्रदेश की जनता को यह बताना चाहिए कि एक सांसद के रूप में उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए क्या प्रयास किए? राज्य की भूपेश बघेल सरकार ने केंद्र से मदद के लिए जब 30000 करोड रुपए मांगे तो क्या उस पैसे को दिलाने में संतोष पांडे जी ने कोई भूमिका निभाई? जब केंद्र की मोदी सरकार ने 18 से 44 साल के युवाओं को टीका लगाने से मना कर दिया और इसका बोझ राज्यों के कंधों पर डाल दिया तब क्या संतोष पांडे जी ने कोई आवाज उठाई? पिछले एक माह में वैक्सीनेशन की दर लगभग 82% कम हो चुकी है प्रदेश में वैक्सीन की कमी है क्या संतोष पांडे ने कभी वैक्सीन की सप्लाई ज्यादा हो इसके लिए कोई प्रयास किए? अगर संतोष पांडे को प्रदेश की जनता और विशेषकर राजनांदगांव की जनता की जरा भी चिंता होती तो एक पत्र देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिख कर अपने नैतिक साहस का परिचय देते। लेकिन एक एक्सीडेंटल सांसद में भला इतना नैतिक साहस कहां ?
कांग्रेस प्रवक्ता आर पी सिंह ने संतोष पांडे को नसीहत देते हुए कहा है की एक्सीडेंटल ही सही जब एक बार जनता ने उन्हें चुन लिया है तो सांसद होने का फर्ज भी निभाईए और राज्य की जनता के साथ खड़े नजर आईए। वैक्सीन की कमी को दूर करने की दिशा में सार्थक कदम उठाईए। पत्र लिखने की राजनीति सार्वजनिक जीवन में आपको बहुत लंबे समय तक जीवित नहीं रख पाएगी। मेरी शुभकामनाएं।
भिलाई नगर/शौर्यपथ / नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों एवं भिलाई के नागरिकों से सीधे जुड़े हुए प्रमुख मुद्दों के विषय में समस्त क्षेत्र की जोनवार समीक्षा बैठक निगमायुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर उपायुक्त अशोक द्विवेदी एवं अधीक्षण अभियंता यू.के. धलेद्र ने ली! दोपहर 12 बजे से आहूत की गई बैठक में अलग-अलग जोन की बारी-बारी से समीक्षा की गई, बारिश पूर्व निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने कहा गया! लॉकडाउन के दौरान ऐसे कार्य जो प्रारंभ नहीं हो पाए हैं उन्हें शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं!
द्विवेदी ने समस्त जोन आयुक्तों को निर्देशित करते हुए कहा कि अप्रारंभ कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करें, शासन स्तर से निगम भिलाई के विकास कार्यों के लिए स्वीकृत हुए निर्माण कार्यों को प्रक्रिया मे लाकर निर्माण कार्य प्रारंभ करावे! छोटे-बड़े महत्वपूर्ण विकास कार्यों मे प्रगति लाने के निर्देश दिए गए हैं तथा ऐसे छोटे कार्य जिन्हें निर्धारित अवधि में किए जा सकते हैं शीघ्र पूर्ण कर अवगत कराने कहा गया है! इसके साथ ही अधूरे कार्य को समय-सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं! बीएसपी से एनओसी वाले प्रकरणों की सूची अनुसार, इन कार्यो की भी समीक्षा की गई!
बारिश पूर्व नाला की सफाई कराने के निर्देश दिए गए! बैठक में जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि, पूजा पिल्ले, अमिताभ शर्मा, प्रीति सिंह, कार्यपालन अभियंता बीके देवांगन, डीके वर्मा, संजय बागड़े, संजय शर्मा एवं टीके रणदिवे, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा, लेखा अधिकारी जितेंद्र ठाकुर, सहायक अभियंता सुनील दुबे, विनीता वर्मा, शरद चावड़ा, वसीम खान, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली मौजूद रहे!
राजनांदगांव / शौर्यपथ / अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डोंगरगढ़ अविनाश भोई ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संबंधी नियमों के पालन के लिए निगरानी दल का गठन किया है। शासन के कोरोना संबंधी समय-समय पर जारी निर्देश शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संबंधी नियमों एवं निगरानी के लिए दल गठित करने दिए समय सीमा बैठक में दिए गए निर्देशानुसार आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 सहपाठित एपिडेमिक एक्ट 1897 यथासंशोधित 2020 के अधीन मतदान केंद्र वॉर निगरानी दल का गठन किया गया है। दल की जिम्मेदारी कोरोना प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना तथा निगरानी करने की होगी।
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को रोकने एवं निगरानी के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्रवार ग्राम पंचायत स्तर पर कर्मचारियों का दल गठित किया गया है। जो गांव में निगरानी का कार्य करेंगे ग्राम कोटवार पटेल एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेंगे। इस टीम द्वारा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने और मास्क नहीं लगाने वालों पर चालानी कार्रवाई करने तथा कंटेनमेंट जोन का कड़ाई से पालन कराने के अधिकार होंगे। टीम की जिम्मेदारी होगी कि उनके क्षेत्र में कोई भी शादी बिना अनुमति के नहीं होनी चाहिए। शहरी एवं ग्रामीण स्तर पर बनाए गए टीम द्वारा इन घरों में निगरानी रखते हुए कार्य करेंगे। शादी में कोरोना प्रोटोकॉल तथा निर्धारित संख्या से अधिक व्यक्ति होने पर कार्रवाई करेंगे।
इसके साथ ही अंत्येष्टि एवं अन्य समारोह में भी कोरोना प्रोटोकाल का पालन हो यह सुनिश्चित करेंगे एवं नागरिकों को टीकाकरण के लिए भी जागरूक करेंगे। गठित दल संबंधित ग्राम पंचायत सचिव के माध्यम से की गई कार्रवाई की जानकारी जनपद में जमा करेंगे एवं गठित दलों के सहयोग के लिए मतदान केंद्र वॉर सेक्टर प्रभारियों के सहयोग से इंसिडेंट कमांडर तहसीलदार, नायब तहसीलदार संबंधित थाना प्रभारी के सहयोग से लगातार अपने-अपने क्षेत्र का निरीक्षण कर कोविड उचित व्यवहार (कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर) सुनिश्चित कराएंगे।
मोदी सरकार की महामारी रोकने में नाकामी और गंगा में बहती लाशों से जनता का ध्यान भटकाने रमन सिंह फेक न्यूज़ का सहारा ले रहे
रमन सिंह का काम ही है फर्जी काम करना मुख्यमंत्री थे तब 20 लाख फर्जी राशन कार्ड बनवाए थे अब फर्जी खबर के सहारे राजनीति कर रहे हैं
रायपुर/शौर्यपथ / पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट में कांग्रेस पार्टी के नाम से जारी फर्जी पत्र को ट्वीट कर आरोप लगाने पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने ट्विटर में कांग्रेस संगठन के नाम से जारी फर्जी एवं फेक पत्र को ट्वीट कर स्तरहीन राजनीति करने काम किया है रमन सिंह के फर्जी ट्वीट से रमन सिंह के मानसिक दशा जनता के बीच उजागर हो गई है।वैसे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का काम ही है फर्जीवाड़ा करना है जब वे मुख्यमंत्री थे तब 20लाख फर्जी राशन कार्ड के सहारा गरीबों के चावल में चोरी कर 36 हजार करोड़ का नाम घोटाला किया गया।नान घोटाला का पैसा मैडम सीएम और ऐश्वर्या रेसीडेंसी तक पंहुचाता था इसका उल्लेख नान डायरी में है।उस दौरान फर्जी विकास यात्रा निकालते थे और छत्तीसगढ़ के जनता को गुमराह करते रहे।
विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के आईटी सेल ने कांग्रेस के तत्कालीन प्रभारी महामंत्री गिरीश देवांगन एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी के नाम से एक फर्जी पत्र जारी किया था और जनता को गुमराह करने की कोशिश किया गया जिस की पोल खुल गई थी आज भी भाजपा के नेता गंगाजल के आड़ में फर्जी बयानबाजी करते हैं और झूठ फरेब की राजनीति करते हैं भाजपा का आईटी सेल देश ही नहीं विदेश में भी फर्जी कामों के लिए जाना जाता है।अभी एक प्रतिष्ठित विदेशी पोर्टल एप का डुप्लीकेट वेब पोर्टल बनाकर भाजपा ने मोदी सरकार के चेहरे पर लगी कोरोना को लेकर लापरवाही बरतने और हर मोर्चे पर विफल होने असफलता की कालिख को पोछने का प्रयास किया जिसका पोल खुल गया और देश भर में भाजपा की थु-थु हुई।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के ढाई साल के कार्यकाल के बाद छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दा विहीन हो चुकी है झूठ फरेब की राजनीति कर रही है और अपने झूठ को सत्य साबित करने के लिए फर्जी और फेक न्यूज़ का सहारा ले रही है वैसे भाजपा नेताओं की आदत हो गई है चाहे वेंटिलटर का मामला हो या सरकारी विभाग में खरीदी का मसला हो वैक्सीन आबंटन का मामला हो भाजपा के नेता झूठ फरेब की राजनीति कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता के सामने भाजपा नेताओं का पोल खुल रहा है ।