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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राष्ट्रगीत वन्देमातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वाल्मीकि रामायण में मातृभूमि को स्वर्ग से भी श्रेष्ठ बताया गया है — “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी”। उन्होंने कहा कि जिस भूमि ने हमें जन्म दिया, पालन-पोषण किया और पहचान दी, उसकी सेवा ही हमारे जीवन का सबसे बड़ा धर्म है। भारत माता की आराधना केवल शब्दों में नहीं, अपने कर्तव्यों के सम्यक निर्वहन के माध्यम से होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब हम भारत माता की पूजा करते हैं, तो पूजा में दक्षिणा देना भी आवश्यक होता है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ के प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि को अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए। यही हमारी मातृभूमि के प्रति सच्ची देशभक्ति और सबसे महत्वपूर्ण दक्षिणा होगी।
जयपुर / शौर्यपथ / राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर इस बार वसुंधरा राजे, बीजेपी और कांग्रेस तीनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बीजेपी ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की पसंद पर मोरपाल सुमन को मैदान में उतारा, वहीं कांग्रेस ने गहलोत सरकार के मंत्री प्रमोद जैन भाया पर फिर से भरोसा दिखाया है। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा की जबरदस्त मौजूदगी इस बार मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है, जिससे सारे सियासी समीकरण उलझ गए हैं.
राजनैतिक समीकरण और विश्लेषण
बीजेपी के लिए अंता सीट सिर्फ जीत का सवाल नहीं, बल्कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की साख से भी जुड़ी हुई है। उनकी पसंद के प्रत्याशी मोरपाल सुमन का मुकाबला स्थानीय मुद्दों, विकास और क्षेत्रीय मतदाताओं की अपेक्षाओं से है। राजे ने अपनी कोर टीम के साथ क्षेत्र में डेरा डाला है और खुद प्रचार की कमान संभाल रखी है.
कांग्रेस ने दो बार के विधायक और मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भरोसा जताया है, जिनकी पहचान स्थानीय विकास और सामाजिक सक्रियता के आधार पर मजबूत मानी जा रही है। भाया पिछड़े क्षेत्र में सुलभ छवि और पूर्ववर्ती कार्य के आधार पर मतदाताओं को लुभा रहे हैं.
निर्दलीय नरेश मीणा युवा और मीणा समाज के बीच लोकप्रियता के साथ मैदान में हैं, जिन्हें आम आदमी पार्टी और आरएलपी जैसी विपक्षी ताकतों का समर्थन मिला है। वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों के वोटों में महत्वपूर्ण सेंधमारी की संभावना रखते हैं.
सीट का सामाजिक समीकरण और मतदान
अंता सीट पर करीब 2.28 लाख मतदाता हैं—116783 पुरुष, 111477 महिला और 4 थर्ड जेंडर वोटर।
जातिगत समीकरण निर्णायक हैं: माली, मीणा, अनुसूचित जाति, धाकड़ आदि प्रमुख समूह हैं, जिनकी गोलबंदी पर चुनावी परिणाम निर्भर करेगा.
बीजेपी-कांग्रेस दोनों को आपसी खींचतान और भितरघात का सामना करना पड़ रहा है; वहीं नरेश मीणा के समर्थन से इलाके का युवा—खासकर मीणा समाज—सक्रिय रूप से तीसरी ताकत को उभरता देख रहा है.
चुनावी मुद्दे और प्रचार
चुनाव में स्थानीय विकास, किसानों की समस्या, सिंचाई-सुविधाएं और बेरोजगारी जैसा ज्वलंत मुद्दे प्रभावी हैं। प्रचार के अंतिम दौर में दोनों बड़े दलों के दिग्गज नेता—वसुंधरा राजे, सीएम भजनलाल शर्मा, अशोक गहलोत—डोर टू डोर, रोड शो और रैलियों कर माहौल गर्म किए हुए हैं.सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच 11 नवंबर को मतदान होगा, जबकि नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।
अंता उपचुनाव राज्य के लिए केवल एक सीट का सवाल नहीं, बल्कि राजे और गहलोत जैसे बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा और मीणा समाज की गोलबंदी की नई दिशा तय करने वाला महासंग्राम बन गया है.
शौर्यपथ / दुर्ग /
दुर्ग के इंडस्ट्रियल एरिया में बड़ी चोरी की वारदात सामने आई है, जहां मोटी रकम के कॉपर वायर को चोरों के गिरोह ने वाहन में लादकर फरार होने की कोशिश की। घटना की सूचना मिलते ही दुर्ग पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इलाके में सघन नाकेबंदी की और संदेहास्पद वाहन को रोक लिया। तलाशी लेने पर वाहन से करीब 6 लाख रुपये कीमती कॉपर वायर बरामद हुई और पूरे गिरोह को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है और चोरी के अन्य मामलों में भी पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। पुलिस के अनुसार, इन चोरों का गिरोह विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में वारदात को अंजाम देता था और चोरी की सामग्री को बाहर बेचने की फिराक में रहता था। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने गिरोह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस की तत्परता से क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर लोगों में भरोसा बढ़ा है।
दुर्ग। शौर्यपथ।
दुर्ग विधानसभा के इतिहास में यदि किसी नेता ने अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही जनसेवा और जनसंपर्क के नए मानक स्थापित किए हैं, तो वह नाम है— गजेंद्र यादव। वर्तमान की राजनीति में दुर्ग विधानसभा के विधायक एवं प्रदेश सरकार में मंत्री गजेंद्र यादव न केवल जिले के सबसे प्रभावशाली नेता के रूप में उभरे हैं, बल्कि उन्होंने यह साबित कर दिया है कि समर्पण, संवाद और सेवा ही जनता के दिलों तक पहुंचने का सबसे सशक्त माध्यम है।
दुर्ग विधानसभा के इतिहास में ऐसा उदाहरण आज तक नहीं देखा गया कि कोई व्यक्ति पहली बार चुनाव लड़कर विधायक बने और सीधे प्रदेश सरकार में मंत्री पद तक पहुंचे। यह उपलब्धि अपने आप में गजेंद्र यादव की लोकप्रियता और संगठन में उनके प्रभाव का परिचायक है।
गजेंद्र यादव का बढ़ता हुआ वर्चस्व इस बात से भी स्पष्ट होता है कि जनता से निरंतर जुड़ाव बनाए रखने के लिए उन्होंने पांच अलग-अलग स्थानों पर जनसंपर्क कार्यालय स्थापित किए हैं। अब दुर्ग की जनता अपने विधायक और मंत्री से निम्न स्थानों पर सीधे मिल सकेगी —
1. निजी निवास विद्युत नगर,
2. सेवा सदन,PWD विभाग
3. गंजपारा कार्यालय,
4. मंत्री निवास (नया रायपुर),
5. विभाग का मंत्रालय कार्यालय।
इन पांच ठिकानों से जनता के बीच लगातार जुड़े रहकर उनकी समस्याओं को सुनने और निराकरण करने वाले गजेंद्र यादव दुर्ग विधानसभा के पहले ऐसे नेता साबित हो रहे हैं जो शासन और जनता के बीच मजबूत सेतु का कार्य कर रहे हैं।
इतिहास पर नजर डालें तो दुर्ग विधानसभा से पहले भी मोतीलाल वोरा, हेमचंद यादव और सरोज पांडे जैसे बड़े नेता निकले, जिन्होंने प्रदेश और देश की राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ी। परंतु इन सभी नेताओं का विधानसभा क्षेत्र में एक ही स्थायी ठिकाना रहा। वहीं, गजेंद्र यादव ने जनता के बीच हमेशा उपस्थित रहने की परंपरा शुरू की है, जो उन्हें अन्य नेताओं से अलग और विशिष्ट बनाती है।
पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के पास एकमात्र आवासीय कार्यालय था, पूर्व मंत्री हेमचंद यादव का सिविल लाइन स्थित बंगला उनके पुत्र के पास अब भी है, वहीं सरोज पांडे, जो महापौर से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तक पहुंचीं, उनका भी एकमात्र कार्यालय जल परिसर में है। इसके विपरीत, गजेंद्र यादव ने जनता से सीधे संवाद के लिए पांच स्थानों पर जनसंपर्क केंद्र बनाकर जनभागीदारी का एक नया अध्याय शुरू किया है।
लगातार बढ़ते वर्चस्व और जनता के साथ गहराते रिश्तों के कारण आज गजेंद्र यादव न केवल दुर्ग, बल्कि पूरे प्रदेश में भाजपा के प्रमुख चेहरों में गिने जा रहे हैं। उनके नेतृत्व में समर्थकों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। शहर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आने वाले 20 से 25 वर्षों तक दुर्ग भाजपा की राजनीति में गजेंद्र यादव का वर्चस्व कायम रहेगा।
मंत्री बनने के बाद जनता को उनसे अपार उम्मीदें हैं। शहर की अव्यवस्थित स्थिति, निष्क्रिय शहरी सरकार और ठहराव से भरे प्रशासन के बीच अब लोगों को उम्मीद है कि गजेंद्र यादव के नेतृत्व में दुर्ग एक नए, सशक्त और विकसित शहर के रूप में उभरेगा।
बीते दो वर्षों में शहर की स्थिति में खास सुधार नहीं देखा गया था, किंतु अब जनता को उम्मीद है कि आने वाले तीन वर्षों में दुर्ग शहर की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। मंत्री गजेंद्र यादव की सक्रियता, विकास के प्रति प्रतिबद्धता और जनता से सीधा संवाद यह संकेत दे रहे हैं कि आने वाले समय में दुर्ग शहर प्रदेश के अग्रणी शहरी क्षेत्रों में शामिल होगा।
अब दुर्ग की जनता को बस इंतजार है —
वह नया दुर्ग देखने का, जिसकी बुनियाद रखी है मंत्री गजेंद्र यादव ने।
By- नरेश देवांगन
जगदलपुर, शौर्यपथ। कलेक्टर कार्यालय के नए भवन की लाखों रुपये की लिफ्ट अब शोपीस बन चुकी है। कुछ ही दिन चलने के बाद से यह बंद पड़ी है, और महीनों बीत जाने के बावजूद प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। जनता और कर्मचारी रोज़ाना इस लापरवाही की सज़ा भुगत रहे हैं।
कार्यालय में रोज़ सैकड़ों लोग अपने कार्यों से आते हैं — जिनमें महिलाएं, बुजुर्ग और दिव्यांग नागरिक भी शामिल हैं। लेकिन लिफ्ट बंद होने से सबको मजबूरी में ऊँची मंज़िलों तक सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ रही हैं। सबसे ज़्यादा परेशानी उन कर्मचारियों को हो रही है जिनका रोज़ का काम ऊपर की मंज़िलों पर है।
लोगों का कहना है कि जब प्रशासन ने करोड़ों खर्च कर शानदार भवन बनवाया, तो उसकी सुविधा भी टिकाऊ होनी चाहिए थी। परंतु हकीकत यह है कि दिखावे की चमक के पीछे रखरखाव की जिम्मेदारी कहीं गुम हो गई है।
जनता अब सवाल उठा रही है — “क्या कलेक्टर कार्यालय की यह लिफ्ट जनता की सुविधा के लिए थी या सिर्फ़ उद्घाटन के दिन फोटो खिंचवाने के लिए?”
अगर जल्द ही मरम्मत नहीं कराई गई, तो यह ‘लिफ्ट’ नहीं, प्रशासन की लापरवाही का प्रतीक बन जाएगी?
रायपुर। शौर्यपथ।
भारत का संविधान नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार देता है, लेकिन क्या इस स्वतंत्रता का मतलब यह है कि हम किसी जनप्रतिनिधि या उच्च पदस्थ व्यक्ति के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग करें? हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक युवक द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गई।
मुख्यमंत्री ने अपने पेज पर भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा और संगठन की लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली को लेकर एक पोस्ट साझा की थी। इस पोस्ट पर प्रभु सिंह पाव नामक युवक ने अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए टिप्पणी की। यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा का विषय बन गई है।
वीडियो में मुख्यमंत्री स्पष्ट रूप से संगठन के सिद्धांतों और कार्यसंस्कृति की बात कर रहे थे। वहीं, उनके इस विचार को लेकर अपमानजनक प्रतिक्रिया देना अब जनता के बीच असंतोष का कारण बन गया है। सूत्रों के अनुसार, इस टिप्पणी को लेकर कई सामाजिक संगठनों ने नाराजगी जताई है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सोशल मीडिया पर सार्वजनिक मंचों में मर्यादा और शालीनता बनाए रखना हर नागरिक का दायित्व है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अर्थ यह नहीं कि किसी व्यक्ति विशेष, विशेषकर किसी constitutional पद पर बैठे जनप्रतिनिधि के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया जाए।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि सोशल मीडिया पर बढ़ती असंवेदनशीलता और अशालीनता को नियंत्रित करने की आवश्यकता है, ताकि लोकतांत्रिक संवाद की गरिमा बनी रहे और विचारों की अभिव्यक्ति सम्मानजनक ढंग से हो सके।
नगरनार पुलिस की सटीक योजना से पकड़ा गया 56 किलो गांजा, स्कार्पियो वाहन में ‘POLICE’ लिखकर कर रहे थे तस्करी
जगदलपुर, शौर्यपथ। नगरनार पुलिस ने अपनी सजगता और त्वरित कार्रवाई से एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, क़ानून की पकड़ से बचना नामुमकिन है। उड़ीसा से छत्तीसगढ़ की ओर आ रहे तस्करों की स्कार्पियो वाहन से 56.605 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त किया गया है। पुलिस की इस बड़ी सफलता से पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है।
मुखबिर की सूचना पर ग्राम धनपुंजी फॉरेस्ट नाका (NH-63) में पुलिस ने देर रात नाकाबंदी की थी। इसी दौरान सफेद रंग की स्कार्पियो (क्रमांक CG-04-PW-8248) तेज रफ़्तार में आती दिखी, लेकिन पुलिस को देखकर चालक और उसका साथी वाहन छोड़कर अंधेरे में भाग निकले। वाहन की तलाशी लेने पर 11 पैकेट गांजा, कुल कीमत ₹5.66 लाख, और वाहन कीमत ₹5 लाख सहित कुल ₹10.66 लाख का माल जब्त किया गया।
तस्करों ने पुलिस को भ्रमित करने के लिए वाहन में ‘POLICE’ लिखी प्लेट, लाल-नीली बत्ती और सायरन लगाया हुआ था, ताकि वाहन पुलिस पेट्रोलिंग जैसा प्रतीत हो। लेकिन पुलिस की सतर्कता और ठोस रणनीति के आगे उनकी सारी चालाकी धरी की धरी रह गई।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश्वर नाग, और नगर पुलिस अधीक्षक सुमीत कुमार डी. धोत्रे के निर्देशन में की गई। टीम में निरीक्षक संतोष सिंह, स.उ.नि. महेन्द्र ठाकुर, महिला प्रधान आरक्षक पीलेश्वरी साहू, आरक्षक दशरू नाग, चंद्रकुमार कंवर, डीएसएफ आर. विरेन्द्र ठाकुर, तथा सैनिक जगन्नाथ नाग की प्रमुख भूमिका रही।
पुलिस ने फरार आरोपियों के विरुद्ध धारा 20 (ख) ii (ग) एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश के लिए टीम लगातार छापेमारी कर रही है।
नगरनार पुलिस की इस सटीक और साहसिक कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब पुलिस दृढ़ संकल्प और ईमानदारी से काम करे, तो अपराध की कोई सीमा नहीं टिकती।
दुर्ग / शौर्यपथ /
परिवहन आयुक्त, कार्यालय नवा रायपुर एवं केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं केन्द्रीय मोटरयान नियम 1989 के दिये गये प्रावधानों, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के साथ समय-सयम पर जारी अन्य निर्देशों के अतिरिक्त माननीय उच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेश के परिपालन में छत्तीसगढ़ 01अपैल 2019 के पूर्व के वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाया जाना अनिवार्य किया गया है।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी दुर्ग से मिली जानकारी अनुसार उक्त निर्देश के अनुक्रम में आम जनता/कार्यालीयीन अधिकारी कर्मचारियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए ग्रीन वेली सोसायटी जुनवानी दुर्ग में 10 से 15 नवम्बर, ड्रीम होम सोसायटी स्मृति नगर दुर्ग में 17 से 21 नवम्बर तक और ए.सी.सी. जामुल दुर्ग में 24 से 29 नवम्बर 2025 तक इन स्थानों पर शिविर आयोजित किये जाएंगे। शिविर में ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाये जाने की कार्यवाही संबंधित कंपनी रोसमेर्टा सेफ्टी सिस्टम लिमिटेड (क्रह्रस्रूश्वक्रञ्ज्र स््रस्नश्वञ्जङ्घ स्ङ्घस्ञ्जश्वरू रुञ्जष्ठ) के कर्मचारी उपस्थित रहकर कार्यवाही करेंगें। उक्त प्रस्तावित शिविर में अपने वाहन का रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड के साथ उपस्थित होकर निर्धारित शुल्क जमा कर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट हेतु आर्डर किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोक कलाकार आरु साहू की देशभक्ति पूर्ण सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ होगा आयोजन
दुर्ग / शौर्यपथ /
वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने पर दुर्ग में इसके सामूहिक गायन का आयोजन 7 नवंबर शुक्रवार को दोपहर 3:00 बजे पुराना बस स्टैंड में रखा गया है, जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। कार्यक्रम के जिला संयोजक एवं प्रदेश भाजपा मंत्री जितेन्द्र वर्मा ने कार्यक्रम की तैयारी से जुड़े तमाम पहलुओं पर कार्यकर्ताओं को व्यापक दिशा निर्देश दिया और कार्यक्रम स्थल का अवलोकन भी किया।
भाजपा प्रदेश मंत्री एवं कार्यक्रम संयोजक जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि इस आयोजन में समस्त नागरिकों को सामूहिक गायन के लिए आमंत्रित किया गया है, विशेषकर विद्यार्थियों, किसानों, अधिवक्ताओं, चिकित्सकों, विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों और सभी समाजों एवं वर्गों लोगों की उपस्थिति प्रमुख रुप से रहेगी। उन्होंने कहा कि यह गीत भारत माता की स्तुति में लिखा है, जिसमें देश को माँ (मातरम्) के रूप में चित्रित किया गया है। वंदे मातरम गीत की महिमा और गरिमा से भारत की नई पीढ़ी को अवगत कराना, इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है। आगे संविधान दिवस 26 नवंबर तक मंडल स्तर तक लगातार कई आयोजन होंगे।
कार्यक्रम की सह संयोजक महापौर श्रीमती अलका बाघमार और विनोद अरोरा ने बताया कि प्रदेश भाजपा नेतृत्व की ओर से मुख्य वक्ता कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और मुख्य अतिथि प्रदेश सह संयोजक व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमति रंजना साहू रहेंगे। आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुश्री सरोज पाण्डेय, कैबिनेट मंत्री गजेन्द्र यादव जी, सांसद विजय बघेल, अजा क्षेत्र विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, ग्रामीण विकास एवं ओबीसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष ललित चन्द्राकर, विधायक रिकेश सेन, विधायक ईश्वर साहू, छ.ग. खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड अध्यक्ष राकेश पाण्डेय, छ.ग. तेलघानी विकास बोर्ड अध्यक्ष जितेन्द्र साहू, दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेन्द्र कौशिक, भिलाई जिला भाजपा अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन रहेंगे।
रायपुर / शौर्यपथ /
छत्तीसगढ़ राज्य की रजत जयंती के अवसर पर राज्योत्सव में लगे ऊर्जा विभाग के मण्डप का अवलोकन मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने 4 नवंबर को किया। इस अवसर पर पॉवर कंपनी के अध्यक्षगण श्री सुबोध कुमार सिंह एवं डॉ. रोहित यादव तथा तीनों एमडी सर्वश्री एस.के. कटियार, राजेश शुक्ला, भीमसिंह कंवर उपस्थित थे। श्री साय ने ऊर्जा विभाग द्वारा सु-सज्जित एवं प्रदर्शित विभिन्न प्रादर्शों की सराहना की।
रायपुर ग्रामीण के कार्यपालक निदेशक श्री संदीप वर्मा ने बताया कि पिछले एक माह से राज्योत्सव की तैयारियां की जा रही थी। ऊर्जा विभाग के मण्डप में मॉडल के माध्यम से पम्प स्टोरेज बिजलीघर, कंपोस्ड बायोगैस सिस्टम, सोलर सिटी, आदर्श सोलर गांव, नियद नेल्लानार तथा विद्युत सुरक्षा संबंधी मॉडल का प्रदर्शन किया गया। पीएम सूर्यघर योजना के चल-चित्र एवं कठपुतली प्रदर्शन के माध्यम से योजना की डबल सब्सिडी की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई। राज्योत्सव में कुल 1500 रजिस्ट्रेशन दर्ज किए गए। इसके अलावा जनता के लिए रोचक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया जिसमें जीतने वाले प्रत्येक व्यक्ति को क्यूआर इनबिल्ड की-रिंग पुरस्कृत किए गए। 5 दिवसीय राज्योत्सव में कुल 4 हजार प्रतिभागियों ने प्रश्नोत्तरी का आनंद उठाया।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने मण्डप का अवलोकन किया और बिजली उत्पादन की प्रक्रिया को मॉडल के माध्यम से समझा। ज्ञानवर्धक एवं रोचक जानकारियों से लोग प्रफुल्लित एवं आकर्षित हुए। मण्डप के जनदर्शन में सभी श्रेणी एवं वर्ग के लोगों ने प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 5 दिनों तक चले राज्योत्सव में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए आगंतुकों को योजनाओं की जानकारी हेतु पत्रक वितरित किए गए।
इस अवसर पर श्री मुरारी श्रीहरि, श्री नीरज वर्मा, श्री मनोज बजाज, श्री राजू साहू, श्री आशीष चंदेल, श्री रूद्र कश्यप, श्री राजीव साहू, श्री मनोज वर्मा, श्री विवेक मिंज, श्री अश्विनी कुमार, श्री तेजराम कोसरिया, श्री ओमकार चंद्राकर, श्री सुशांत फुलजले, श्री सौरभ भरदिया, श्री आयुष पांडेय, श्री हरिश बंजारे, श्री दाऊरेम आडिल, श्री हुमेंद्र राजपूत, श्री रेखचंद एवं श्री रेखराज चौरे ने मण्डप का सफल संचालन किया।
धमतरी / शौर्यपथ / बी.सी.एस.शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, धमतरी के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार पाठक के निर्देशन एवं आई.टी. विभाग द्वारा दिनांक 06.11.2025 को संवेदीकरण कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिटल जागरूकता के तहत ''सायबर सुरक्षा एवं कानूनÓ विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजन समिति के सचिव रश्मि कुजूर एवं डॉ. सीमा साहू रही। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के नवीन भवन के सेमिनार हॉल में आयोजित की गई। कार्यक्रम की शुरुवात माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुई, छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना किया गया। व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुरेन्द्र पटेल, सहायक प्राध्यापक, सूचना प्रौद्योगिकी, शासकीय नागार्जुन महाविद्यालय, रायपुर एवं डॉ. तीरथ प्रसाद साहू, सहायक प्राध्यापक, सूचना प्रौद्योगिकी, एन.आई.टी., रायपुर उपस्थित रहें ।
कार्यक्रम में प्रथम वक्ता के रूप में डॉ. सुरेन्द्र पटेल ने अपने व्याख्यान में साइबर सुरक्षा क्यों जरूरी है?, साइबर अपराध क्या होता है?, साइबर क्रिमिनल कौन है? व साइबर अटैक पर विस्तृत व्याख्यान दिया। वर्तमान समय में हो रहे साइबर अपराध व उससे बचाव हेतु अपने आवश्यक सुझाव व तथ्य साझा की। साइबर अटैक को उदाहरण के माध्यम से विद्यार्थियों को सरल तरीके से समझाया गया। साइबर अटैक के अन्तर्गत ऑनलाइन गेम्स, फिसिंग, डीपफेक्स कैमरा, हैकिंग एवं के.वाय.सी. वेरिफिकेशन स्कीम, डिजिटल अरेस्ट आदि आते है। भारत में लागू आई.टी. एक्ट 2000 से संबंधित कानून की जानकारी दी गई। अपने व्याख्यान के अंत में साइबर अटैक से बचाव व सुरक्षा तथा इसके लिए जारी हेल्पलाइन नम्बर के बारे में जानकारी दी गई।
इस कार्यक्रम में द्वितीय वक्ता के रूप में तीरथ प्रसाद साहू ने ''सायबर अपराध और इसके प्रकारÓÓ विषय पर अपना व्याख्यान दिये। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि -भारत में प्रतिवर्ष साइबर अपराध में वृद्धि हो रहा है। सायबर अपराध से संबंधित अवांछित ई-मेल और मैसेज को पहचानना सिखाया। आपके साथ कोई ऑनलाईन फ्रॉड या धोखाधड़ी हुआ है तो आप बिना समय गवाये संबंधित विभाग व नजदीकी पुलिस में सूचित करें। साथ में अपने पासवर्ड में कुछ नम्बर, अल्पा न्यूमेरिक वर्ड, अल्फाबेट्स नम्बर का भी उपयोग करना चाहिए। अंत में वक्ता के द्वारा 10 गोल्डन नियम बताये, जिससे हम साइबर अपराध से बच सकें।
कार्यक्रम का संचालन राजेश चौरसिया द्वारा किया गया। कार्यक्रम में गणित एवं आई.टी. विभाग के लगभग 99 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे एवं महाविद्यालय के शैक्षक्षिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ उपस्थित थें।
उपराष्ट्रपति ने नन्हे बच्चों का अन्नप्राशन कराया तथा सुपोषण किट का वितरण किया
राजनांदगांव / शौर्यपथ / उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन स्टेट हाई स्कूल मैदान राजनांदगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन कार्यक्रम में 05 नवम्बर को शामिल हुए। कार्यक्रम में राज्यपाल श्री रामेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस दौरान उपराष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन ने सुशासन पथ में विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया। महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में बच्चों के सुपोषण के लिए चलाए जा रहे पो_ लईका पहल के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने नन्हे बच्चों का अन्नप्राशन कराया तथा गर्भवती माताओं की गोदभराई की एवं सुपोषण कीट का वितरण किया।
उल्लेखनीय है कि पो_ लईका पहल अंतर्गत स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास तथा एनआरएलएम के अधिकारियों को यूनिसेफ द्वारा पोषण संबंधी परामर्श में गहन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद उन्होंने अपने क्षेत्र में पोषण परामर्श देना प्रारंभ कर दिया। पो_ लईका पहल अंतर्गत लक्षित आंगनबाड़ी केन्द्रों में हर गुरूवार को पालक चौपाल का आयोजन कर लक्षित बच्चों के माता-पिता, सरपंच, सचिव, नवविवाहित महिलाएं, गर्भवती महिलाएं,समूह से जुड़ी महिलाएं शामिल होती हैं। पूरे समुदाय के निरंतर प्रयासों के परिणाम स्वरूप अभियान के क्रियान्वयन के प्रथम 6 महीनों में 3413 में से 2136 बच्चों अर्थात 65.58 प्रतिशत लक्षित बच्चों को कुपोषण से बाहर निकाला जा चुका हैं। जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं क्योंकि यह एक जीरो कॉस्ट इनोवेशन हैं और यह केवल परामर्श सामुदायिक भागीदारी और सतत निगरानी के माध्यम से किया गया है।
इस नवाचार का एनआईटी रायपुर की बिहेवियर इनसाईट यूनिट द्वारा तृतीय पक्ष अध्ययन किया गया। जिसके परिणाम उत्साहवर्धक रहे हैं। अक्टूबर 2024 से सभी सैम बच्चों को ऑगमेंटेड टेक होम राशन प्रदान करके एबीस एक्सपोर्ट ग्रुप का सीएसआर विंग पहल भी इस कार्यक्रम में शामिल हो गया है। कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए इस अभियान को जून 2025 से पूरे जिले में लागू किया गया और अब 9751 कुपोषित बच्चों को लक्षित किया गया हैं। निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप माह सितंबर की स्थिति में लक्षित बच्चों में से 2295 बच्चे कुपोषण से बाहर आए हैं। पोषण परामर्श और व्यवहार परिवर्तन समय की मांग हैं। इस अवसर पर महापौर श्री मधुसूदन यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल श्री योगेशदत्त मिश्रा, पूर्व सांसद श्री प्रदीप गांधी, श्री खूबचंद पारख, श्री सचिन बघेल, श्री दिनेश गांधी, श्री रमेश पटेल, श्री संतोष अग्रवाल, श्री अशोक चौधरी, श्री सौरभ कोठारी, श्री भावेश बैद, पद्मश्री फूलबासन यादव, संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, पुलिस महानिरीक्षक श्री अभिषेक शांडिल्य, कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव, पुलिस अधीक्षक श्रीमती अंकिता शर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती गुरूप्रीत कौर सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
Feb 09, 2021 Rate: 4.00
