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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर /शौर्यपथ /समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन कुमार गुप्ता ने कहा कि, जब से विष्णु देव साय की सरकार सत्ता में आई है, तब से महिलाओं के ऊपर अपराध बढ़ गए हैं। भाजपा के जिला अध्यक्ष ही बलात्कार कर रहे हैं। कानून व्यवस्था बहुत खराब हो गया है, ग्राम सरसीवा, जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के निवासी महिला के साथ 19 /4/24 को दोपहर के 2:00 बजे उनके पति की नौकरी से निकाले जाने की सूचना पाकर हाथ-पाव जोड़ने निवेदन करने सरसीवा सोसाइटी गई महिला के साथ समिति प्रबंधक मोतीलाल प्रधान एवं माखनसिंह कंवर, बलौदाबाजार वाले प्रतीक प्रधान, बिलाईगढ़ निवासी जो मतदाता जागरूकता अभियान पवनी से आया हुआ था। ऐसा पीड़िता द्वारा बताया गया। और सरसीवा के स्थानीय का बड़ा नेता मिलकर मुझे धमकी दिए ऐसा कहना है, कि तुम हमारे साथ शारीरिक संबंध बनाओ नहीं तो तुम्हारे पति को नौकरी से निकाल देंगे, बोले और सामने में कार्यवाही रजिस्टर में सफेदा लगा दिये। मैंने मना किया ऐसा मत करो तो उन्होंने मुझे शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। और जबरन बारी-बारी से चारों लोग महिला के साथ बलात्कार किया। उनको जान से मारने की धमकी मिल रही है। और पीड़िता के घर जाके जान से मारने की धमकी दी जाती है। और वीडियो बनाके रखे हैं। और ब्लैकमेल करते थे। थाना टी आई को सस्पेंड किया जाए, एसपी को सस्पेंड एवं कलेक्टर को तत्काल हटाया जाए। अगर थोड़ी सी भी इंसानियत है। तो गृह मंत्री विजय शर्मा अपने पद से इस्तीफा दे। और दोषी पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
राजनांदगांव /शौर्यपथ /कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में विशेष ग्राम सभा के अवसर पर जिले के समस्त ग्रामों तथा ग्राम पंचायत में आयोजित ग्राम सभा में एनीमिया रोकथाम शपथ का आयोजन किया गया। एनीमिया रोकथाम शपथ कार्यक्रम में स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, मितानीन प्रशिक्षक,मितानीन की उपस्थिति में पंचायत प्रतिनिधि, पंचायत सचिव, ग्रामवासियों द्वारा एनीमिया रोकथाम हेतु शपथ ली गई।
उल्लेखनीय है कि 0 से 59 माह के बच्चों को नि:शुल्क विफएस सीरप, किशोर बालक बालिका को आईफए टेब, गर्भवती माताओं को रेड आईफए टेब का सेवन करने से शारीरिक एवं मानसिक विकास में सहायक होता है। समय पर एनीमिया जांच करने से आवश्यक उपचार नि:शुल्क नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध हैं। जिले में कुपोषण मुक्ति के लिए पोट्ठ लईका पहल अभियान चलाये जाने से कुपोषण में कमी आयी है। एनीमिया मुक्ति हेतु जन भागीदारी का विशेष महत्व है। निरंतर जागरूकता कार्यक्रम करने से लोगों में एनीमिया रोकथाम में विशेष कमी आयी है। आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है।
-आयुष्मान कार्ड अपडेट एवं नवीन आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य भी शिविर में किया जाएगा:
दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने नगर निगम द्वारा वार्ड 54 यादव भवन में एक दिवसीय शिविर लगाया जायेगा। दीनदयाल अन्त्योदय योजना- राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की टीम द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु सोमवार को एक दिवसीय मेगा कैम्प का आयोजन दिनाँक 28 अक्टूबर 2024 को यादव भवन वार्ड क्रमांक 54 में किया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि आयुष्मान कार्ड के माध्यम से एपीएल राशनकार्डधारी को 50 हजार रूपये तक तथा बीपीएल कार्डधारी को 5 लाख तक इलाज कराने की सुविधा है। यह शिविर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगा।वार्ड नगरिक पहुंच कर आयुष्मान कार्ड अपडेट करा सकते है एवं नवीन आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य भी किया जाएगा।
- स्वच्छता त्यौहार की गतिविधि के तहत ग्राम के सभी स्थानों की साफ-सफाई, बॉटल ब्रिक्स, कचरा संग्रहण, दुकानदारों के साथ अनुबंध, यूजर चार्ज, घरेलू स्तर पर गीले कचरे का निपटान, शोकपिट का निर्माण, कबाड़ से जुगाड़ के बारे में दी गई जानकारी
- स्वच्छता के प्रति जनसमुदाय को किया गया प्रोत्साहित एवं जागरूक
राजनांदगांव/शौर्यपथ / स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को आयोजित किये जा रहे स्वच्छता त्यौहार कार्यक्रम अंतर्गत डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम तुमड़ीबोड में आयोजित विभिन्न गतिविधियों का यूनिसेफ के प्रतिनिधियों द्वारा अवलोकन किया गया। व्यवहार परिवर्तन प्रमुख यूनिसेफ के श्री डेनिस, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के श्रीमती लोपामुद्रा, एसबीसी स्पेशलिस्ट श्री अभिषेक सिंह ने स्वच्छता त्यौहार अंतर्गत किए जा रहे कार्यों एवं विभिन्न गतिविधियों को देखा। स्वच्छता त्यौहार के तहत स्कूली बच्चों एवं युवोदय वॉलिंटियर्स द्वारा स्वच्छता से संबंधित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से डोर टू डोर कचरा संग्रहण, प्लास्टिक प्रतिबंध, यूजर चार्ज, ग्रे वॉटर प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, ओडीएफ प्लस मॉडल ग्राम बनाने के लिए जनसमुदाय को प्रोत्साहित एवं जागरूक किया गया।
उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह के निर्देशन में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता त्यौहार मनाया जा रहा है। जिसके माध्यम से स्वच्छता के कार्यों को गति मिली है और जनसामान्य में स्वच्छता के लिए जागृति भी आ रही है। इसी कड़ी में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण जिला पंचायत राजनांदगांव के जिला समन्वयक श्री छोटेलाल साहू द्वारा जिले में चल रही गतिविधि एवं कार्ययोजना तथा प्रत्येक शनिवार को अलग-अलग थीम पर किए जा रहे स्वच्छता त्यौहार की गतिविधि जैसे ग्राम के सभी स्थानों की साफ-सफाई, बॉटल ब्रिक्स, कचरा संग्रहण, दुकानदारों के साथ अनुबंध, यूजर चार्ज, घरेलू स्तर पर गीले कचरे का निपटान, शोकपिट का निर्माण, कबाड़ से जुगाड़ के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए जनसामान्य को अवगत कराया गया। इस दौरान श्रीमती निर्मला सिंह, श्रीमती भुवनेश्वरी साहू जनपद सदस्य श्री मदन साहू पूर्व जनपद उपाध्यक्ष द्वारा स्वच्छता के आयाम तथा प्रत्येक शनिवार को स्वच्छता त्यौहार से ग्राम के बदलते परिवेश से अवगत कराया गया। गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन से जनसमुदाय में अभूतपूर्व व्यवहार परिवर्तन हुआ है, पहले खुले में शौच एवं घरों से निकलने वाले कचरों को गली एवं नालियों में फेंका जाता था। जिससे गांव में अत्यधिक कचरा दिखाई पड़ता था। परंतु अब गांव-गांव साफ और सुंदर दिखने लगा है। एसबीसी स्पेशलिस्ट यूनिसेफ श्री अभिषेक सिंह द्वारा पर्यावरण स्वच्छता के विषय में संदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि हम पृथ्वी से जितना लेते हैं, उसे हमें ब्याज सहित वापस करना पड़ेगा तब हमारा पर्यावरण स्वच्छ होगा। व्यवहार परिवर्तन प्रमुख यूनिसेफ श्री डेनिस द्वारा स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत जिला स्तर पर किए जा रहे समस्त स्वच्छता सम्बंधित कार्यों की प्रशंसा की गई। उन्होंने बताया कि यूनिसेफ बच्चों एवं महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा के लिए कार्य करती है। कार्यक्रम के अंत में सरपंच तुमड़ीबोड़ श्री टीकम पटेल ने स्वच्छता के लिए ग्राम पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर जनपद सदस्य, श्रीमती भुनेश्वरी साहू, जनपद सदस्य श्रीमती निर्मला जितेंद्र सिंह, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष श्री मदन साहू, एसबीसी स्पेशलिस्ट यूनिसेफ श्री अभिषेक सिंह, राज्य सलाहकार यूनिसेफ श्री चंदन कुमार, राज्य सलाहकार यूनिसेफ श्री अभिषेक त्रिपाठी, सीईओ जनपद पंचायत डोंगरगांव श्री नवीन कुमार, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन श्री छोटेलाल साहू, जिला समन्वयक वल्र्ड विजन इंडिया यूनिसेफ श्री बसंत मारकंडे, जिला समन्वयक यूनिसेफ सुश्री दिव्या राजपूत, विकासखंड समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन श्रीमती मेघा कुर्रे, ग्राम पटेल श्री अमरोतन साहू सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, हायर सेकेंडरी स्कूल के समस्त शिक्षक एवं विद्यार्थी, स्वेच्छाग्राही दीदी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / राष्ट्रपति श्रीमती द्रुपति मूर्मू पिछले दो दिन छतीसगढ़ के प्रवास पर रहीं। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रपति के सम्मान में अपने नया रायपुर के नये निवास पर दोपहर भोज रखा था । तरह तरह के छत्तीसगढ़ी- उड़िया व्यंजन रखे गये। राष्ट्रपति की गरिमा के मुताबिक़ सभी इंतज़ाम रहे। राष्ट्रपति ने इस मेहमाननवाज़ी को सराहा, पर जब मुख्यमंत्री ने पत्नी श्रीमती कौशल्या के साथ उन्हें उनके दो दिन के प्रवास से जुड़ी स्मृतियों वाला प्रिंटेड फोटो एल्बम और फोटो फ़्रेम भेंट किया तो वे सबसे ज़्यादा ख़ुश हुईं। पूरे दो दिन के प्रवास की जो फोटो मीडिया और अन्य संचार माध्यमों में वायरल है,उनमें फोटो फ़्रेम लेते वायरल फोटो में राष्ट्रपति की मुस्कान सबसे सहज और भावपूर्ण रही।
फोटो एल्बम और फ़्रेम में लगी तस्वीरों को देख राष्ट्रपति के चेहरे पर आश्चर्य मिश्रित ख़ुशी का भाव था, जो वायरल फोटो में साफ़ देखा जा सकता है। फोटो एल्बम और फ्रेम में लगी फ़ोटोज़ को देखकर उन्होंने मुख्यमंत्री और श्रीमती कौशल्या देवी की ओर आश्चर्य से देखा और कहा कि आज के डिजिटल युग में जब लोग व्हाट्सअप, ई मेल पर फोटो वीडियो शेयर करते है, ऐसे में इतनी जल्दी इंस्टेंट टाइम पर फोटो प्रिंट करना, एल्बम बनाना और फ़्रेम करना बहुत ही ख़ुशी की बात है। उन्होंने यह भी कहा कि दो दिन की फोटो के साथ मुख्यमंत्री के परिवार के साथ भेंट की फ़ोटोज़ भी इस एल्बम में शामिल है , जो आज के डिजिटल दौर में भी परंपरागत नैतिक मूल्यों में विश्वास को बताता है । उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूँ और इस प्रवास का यह विशेष अनुभव है । दो दिन मैं जिन कार्यक्रमों में शामिल हुई उनकी स्मृतियाँ इसमें अब चिर स्थाई हो गई है ।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति को नवा रायपुर के निवास में भेंट किए गए फोटो एल्बम और फ्रेम में फ़ोटोज़ का चयन,विद्यार्थियों के साथ कम्यूनिकेशन की फोटो, भगवान जगन्नाथ के मंदिर दर्शन की भाव पूर्ण फोटो, मुक्तांगन में जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी फ़ोटोज़ के साथ मुख्यमंत्री जी के परिवार के साथ वाली फ़ोटोज़ भी इंस्टेंट रूप से शामिल की गई थी।
राजनांदगांव/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड राजनांदगांव के कैलाश नगर स्थित पूर्वी जोन उपकेन्द्र में सुरक्षित ढंग से कार्य करने हेतु विद्युत कर्मियों के लिए ‘‘सेफ्टी ड्रिल ट्रेनिंग’’ कार्यषाला का आयोजन किया गया। राजनांदगांव क्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री शिरीष सेलट के निर्देशानुसार कार्यपालन अभियंता श्री आर.के. गोस्वामी, सहायक अभियंता श्री रोहित मंडावी व कनिष्ठ अभियंता सुश्री नेहा गढ़पायले के द्वारा तकनीकी एवं ठेका कर्मचारियों को सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कार्य करने एवं लाइन मेन्टेनेंस तथा एरियर्स रिकवरी के उपायों के विषय में जानकारी दी गयी। उन्होने कि ज्यादातर हादसे छोटी-छोटी लापरवाही से होते हैं, इसलिए बचाव के साधनोें का पूरा उपयोग कर ही बिजली का कार्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि थोड़ी से लापरवाही से जान जा सकती है इसलिए विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और पालन करके ही विद्युतीय दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं।
कैलाश नगर स्थित विद्युत कार्यालय में आयोजित इस कार्यशाला में अधिकारियों ने कहा सुरक्षा का मूलमंत्र है, कि एक सेफ्टी जोन बनाकर कार्य करें। विद्युत लाइनों पर कार्य करने के पूर्व विधिवत परमिट लेकर सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग करते हुए एबी स्वीच को ओपन कर लाइन को डिस्चार्ज कर लेवें, और यह भी सुनिश्चित कर लेवें कि किसी अन्य उपकेन्द्र से इस लाइन पर विद्युत प्रदाय तो नहीं किया जा रहा है यदि ऐसा है तो उसे दूसरे छोर से भी नो बैकफीड परमिट अवश्य ले तथा लाइन को बंद करावें। मोबाइल के माध्यम से कदापि परमिट ना लें। समस्त तकनीकी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों एवं उपायों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्युत सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांतों को समझकर और पालन करके ही विद्युतीय दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं। सुरक्षा उपकरणों की नियमित तौर से जांच करें और खराब होने पर तत्काल बदलें।
पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने विद्युत कर्मियों से कहा कि अधिकारियों ने सुरक्षा उपकरण जैसे डिस्चार्ज राड, सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, टेस्टर, दस्तानों आदि के सुरक्षात्मक उपयोग के बारे में विस्तार से बताते हुए कर्मचारियों के द्वारा किस प्रकार इनका उपयोग करना है इनको प्रायोगिक तौर से दिखाया गया। इस दौरान तकनीकी कर्मचारियों द्वारा भी अपने सुरक्षा संबंधित अनुभव एवं कार्य के दौरान आने वाले परेशानियों को भी साझा किया गया।
जनकल्याण के लिए हो आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग: राष्ट्रपति
रायपुर एम्स छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओडिशा के लिए वरदान: राज्यपाल श्री रमेन डेका
छत्तीसगढ़, मध्य भारत का मेडिकल हब बनने की ओर अग्रसर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का द्वितीय दीक्षांत समारोह
रायपुर/शौर्यपथ / राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु ने आज एम्स रायपुर के द्वितीय दीक्षांत समारोह में संस्थान के 10 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं पदोपाधि तथा 514 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रोफेशनल का कार्य अत्यंत जिम्मेदारी भरा होता है, उनके निर्णय जीवन रक्षा से जुड़े होते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यहां से उत्तीर्ण चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल छात्र इस जिम्मेदारी और उत्तरदायित्व का निर्वहन पूरी तन्मयता और क्षमता के साथ करेंगे। उन्होंने उपाधि एवं पदोपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देेते हुए उनके स्वर्णिम भविष्य की कामना की। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, एम्स रायपुर के अध्यक्ष प्रो. जॉर्ज ए डिसूजा, एम्स के कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल अशोक कुमार जिंदल सहित एम्स रायपुर के चिकित्सक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि जब आप सबने मेडिकल को अपना कार्यक्षेत्र चुना होगा, तो आपके मन में दया और संवेदना का भाव रहा होगा। आपको यह हमेशा याद रखना होगा कि दया, करूणा, संवेदना मानवीय मूल्य को मजबूत बनाते हैं। इसलिए हमेशा अपने कार्य क्षेत्र में इन जीवन मूल्यों के साथ कार्य करें।
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि भारत सरकार देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही है। पिछले एक दशक में देशवासियों को यूनिवर्सल हेल्थ कार्ड प्रदान करने के लिए अनेक कदम उठाए गए। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री जन औषधि योजना से सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाई उपलब्ध हो रही है। पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेज, एमबीबीएस और पीजी की सीटों में भी बढ़ोतरी हुई है। नए एम्स भी स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एम्स रायपुर उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ-साथ कुपोषण को दूर करने तथा सिकलसेल क्लिनिक का संचालन कर रहा है। उन्होंने कहा कि आधुनिकतम टेक्नोलॉजी का उपयोग जनकल्याण के लिए किया जाना चाहिए। एम्स रायपुर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, चलित क्लीनिकल डिसीज और सपोर्ट सिस्टम पर भी कार्य कर रहा है। इससे दूर दराज के क्षेत्र के डॉक्टरों को आपातकालीन स्थितियों में रियल टाइम मदद तथा सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार होगा। हमने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। आपके कार्य विकसित राष्ट्र बनाने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने इस अवसर पर सभी स्नातक छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उनके सफल करियर की कामना की। उन्हांेने कहा कि आज से आप, लोगों के लिए आशा की किरण होंगे। उन्होंने एम्स रायपुर की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस संस्थान ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पूरे देश में स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त की है। एम्स रायपुर का 2024 में राष्ट्रीय रैंकिंग में 38वां स्थान प्राप्त करना इसकी एक मिसाल है। इस संस्थान ने छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश के लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने का कार्य किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान यहां के मरीजों को मिले उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की भी उन्होंने प्रशंसा की। राज्यपाल ने आयुष्मान भारत योजना जैसी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की सराहना की और कहा कि इस योजना ने संस्थान की गरिमा को और बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की ओर से स्वागत करते हुए कहा कि यह गौरव की बात है कि इस आदिवासी प्रदेश में स्थित मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थाओं की प्रतिभाएं आपकी उपस्थिति में दीक्षा पूरी कर रही है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में देश की लगभग सभी ख्यातनाम संस्थाएं स्थित हैं। ये संस्थाएं राज्य के भविष्य को रास्ता दिखाने वाली मशालें हैं। इनमें से ज्यादातर संस्थाएं यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की रूचि और पहल पर छत्तीसगढ़ को मिली हैं। एम्स रायपुर छत्तीसगढ़ के साथ-साथ महाराष्ट्र और ओडिशा के लोगों के लिए भी वरदान है। इस संस्थान ने अपनी व्यवस्था और विशेषज्ञता के लिए पूरे देश में नाम कमाया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना हमारी प्राथमिकता है। राज्य में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की भर्तियां बड़े पैमाने पर की जा रही हैं। अस्पताल भवनों को बेहतर बनाया जा रहा है। आधुनिक उपकरणों की व्यवस्था भी की जा रही है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायपुर और सिम्स बिलासपुर में भवन विस्तार तथा सुविधाओं का विकास शुरू कर दिया गया है। प्रदेश के 4 नये मेडिकल कॉलेजों के भवनों के निर्माण के लिए 1020 करोड़ 60 लाख रुपए का प्रावधान कर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ में एमबीबीएस की पढ़ाई हिन्दी में भी कराने का निर्णय लिया है, इससे विशेष रूप ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों के लिए मेडिकल शिक्षा के अवसर बढ़ेंगे। छत्तीसगढ़ को मध्य भारत का मेडिकल हब बनाने में अपना योगदान देने के लिए हमारे शासकीय अस्पताल भी पूरी तरह तैयार हैं। हम राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं को दुर्गम क्षेत्रों के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में एम्स रायपुर के अध्यक्ष प्रो. जॉर्ज ए डिसूजा ने स्वागत भाषण तथा कार्यपालक निदेशक एवं सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल अशोक कुमार जिंदल ने एम्स रायपुर का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।