April 25, 2024
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राजनीति

राजनीति (961)

शौर्यपथ राजनीति । लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है राजनितिक पार्टी अपनी अपनी तैयारियों में जुट गई। एक तरफ जहां भाजपा इस बार 400 पार नारे के साथ मैदान में उतर रही वही कांग्रेस आम जनता की नाराजगी के दम पर सत्ता में आने की राह देख रही है । कांग्रेस की राह आसान नहीं । संगठन के नाम पर नाराज और निष्क्रिय कार्यकर्ताओं की फौज कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन रही है । विरोध प्रदर्शन जैसे आयोजनों में चंद कार्यकर्ताओं की उपस्थिति कांग्रेस की कमजोर स्थिति को दर्शा रही ।
  दुर्ग लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के प्रबल दावेदार के रूप में राजेन्द्र साहू का नाम प्रमुखता से आने के बाद कांग्रेस में अंदरुनी बहस भी शुरू हो चुकी है । वैसे तो कांग्रेस नेता राजेन्द्र साहू पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी है किंतु पूर्व में निर्दलीय चुनाव एवं विधान सभा लड़कर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी राजेन्द्र साहू के ऊपर लगना शुरू हो चुका है । वही कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व. मोतीलाल वोरा के पुतला दहन की चर्चा भी इन दिनों फिर से सुनने को मिल रही ऐसे में कांग्रेस के अंदरूनी उठापटक भी साफ़ नजर आ रही .
  बता दे कि राजेन्द्र साहू के निर्दलीय महापौर चुनाव एवं विधान सभा चुनाव लड़ने के कारण कांग्रेस प्रत्याशी की हार का आरोप भी राजेन्द्र साहू पर लग चुका है वही 2018 विधान सभा चुनाव से पूर्व पुनः कांग्रेस में घर वापसी के बाद संगठन में सक्रिय हुए । तात्कालिक मुख्यमंत्री का करीबी होने का फायदा भी संगठन में मिला । एक समय ऐसा भी था जब युवाओं में अच्छी पकड़ थी पर समय के साथ अब स्थिति बदलती नजर आ रही । वर्तमान समय में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति काफी कमजोर नजर आ रही है ऐसे में कांग्रेस से बगावत कर महापौर और विधायक का चुनाव लड़ने तथा पुनः कांग्रेस में शामिल हो कर लोकसभा के प्रबल दावेदार बनने से जहा भाजपा की राह आसान नज़र आ रही वही कांग्रेस में अंदरुनी विरोध भी ऐसे लोगो द्वारा आरंभ हो चुका जो सालों से कांग्रेस की राजनीति कर रहे और संगठन के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते रहे तथा कांग्रेस के झंडे को थामे हुए आगे बढ़ते रहे ।
 वर्तमान समय में पूर्व गृह मंत्री साहू एवम पूर्व साडा उपाध्यक्ष बृज मोहन सिंह ऐसे प्रबल दावेदार हैं जो संगठन के लिए पूरी तरह समर्पित है। कांग्रेस जिसे भी प्रत्याशी घोषित करे किंतु अगर संगठन में एकता का अभाव रहा तो बड़ी बात नहीं कि पूर्व की बड़ी हार का रिकार्ड भी टूट सकता है । केंद्रिय संगठन जिसे भी प्रत्याशी घोषित करे उन्हे यह भी निश्चित करना होगा कि अंदरूनी विरोधाभास को भी खत्म कर एकजुटता का संदेश देना होगा ।

शिक्षा अधिकारी ने पालकों को पत्र लिखकर कहा स्कूल जाने वाले बच्चों की सुरक्षा स्वयं करें
रायपुर/ शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सूरजपुर जिला शिक्षा अधिकारी का पालकों को पत्र लिखकर स्कूली बच्चों की सुरक्षा स्वयं करने निर्देश देना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा की सरकार अपराधियों से जनता की सुरक्षा करने में नकारा हो गई है। प्रतापपुर से गायब रिशु कश्यप को अभी तक पुलिस ढूंढ नहीं पाई है, वही अपराधियों ने दिनदहाड़े 11 वर्षीय बच्ची का अपहरण करने का प्रयास किया है जिसे जनता ने बचाया है। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। अपराधियों के हौसले बुलंद है। पूरा प्रदेश यूपी की तरह जंगल राज की ओर बढ़ रहा है। अपहरण, बलात्कार, लूटपाट, चाकूबाजी, डकैती चोरी की घटनाएं बढ़ी, गोली चलना शुरू हो गया है। जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र के पश्चात पालक अपने बच्चों को स्कूल भेजने में डर रहे हैं।
  प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के भाजपा शासन काल के दौरान भी छत्तीसगढ़ अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित जगह था, अपराधियों का पनाहगार था। उन 15 सालों में शाम को 6 बजे थाना के दरवाजे बंद हो जाते थे, जनता सूर्यास्त के बाद घर से बाहर निकलने से डरती थी, मॉर्निंग वॉक में लोग नहीं जाते थे, आज फिर वही स्थिति निर्मित होने जा रही है।
  प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार प्रतापपुर से गायब बच्चे को तत्काल ढूंढे और 11 वर्षीय बच्ची के अपहरण के प्रयास करने वाले अपराधियों को पकड़े, अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई हो, कानून का भय जनता के ऊपर नहीं बल्कि अपराधियों के ऊपर दिखना चाहिए। स्कूल जाने वाले बच्चे, महिलाएं के साथ आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित हो, जनता निडर होकर अपने दिनचर्या के कार्यों को संपादित कर सके।

पार्टी की सबसे सूक्ष्म इकाई बूथ समिति तक समन्वय स्थापित कर ऐतिहासिक मतों से जीतेंगे दुर्ग लोकसभा - राजेश मूणत  

      दुर्ग / शौर्यपथ / लोकसभा चुनाव होने में कुछ दिनों का ही समय शेष है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने और जनाधार को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से अपने बड़े नेताओ को मैदान में उतारने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।  प्रत्येक लोकसभा के समीकरण के हिसाब से कार्ययोजना बनाई जा रही है, इसके लिए पार्टी ने 3 या 4 लोकसभा जोड़कर एक क्लस्टर बनाया है, वरिष्ठ नेताओ को क्लस्टर की जिम्मेदारी देकर पार्टी चुनाव प्रबंधन का क्रियान्वयन कर रही है। इसी कड़ी में रायपुर क्लस्टर अंतर्गत आने वाले दुर्ग लोकसभा क्षेत्र की लोकसभा कोर कमेटी और लोकसभा प्रबंधन समिति की आवश्यक बैठक चुनाव कार्यालय में क्लस्टर प्रभारी राजेश मूणत ने ली। क्लस्टर प्रभारी विधायक राजेश मूणत ने आगामी 29 तारीख लोकसभा क्षेत्र की सभी 9 विधानसभाओं में कार्यालय का उदघाटन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा छत्तीसगढ़ भाजपा को जो भी निर्देश और कार्ययोजनाएं मिलेंगी, उसका पालन प्रदेश भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को अक्षरशः करना है, पार्टी के पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ता तक सबको एकजुट होकर पार्टी की सबसे सूक्ष्म इकाई बूथ समिति तक ऐसा समन्वय स्थापित करना है कि व्यापक संवाद और पारदर्शिता बनी रहे। राजेश मूणत ने बताया कि क्लस्टर प्रभारियों का मुख्य कार्य संवाद स्थापित करना और पारदर्शिता से कार्य संपन्न कराना है, हमें जितनी भी जिम्मेदारियां शीर्ष नेतृत्व से प्राप्त होंगी उन्हे बूथ तक पहुंचाना और उन पर क्रियान्वयन करवाने की नीति पर गंभीरता से चलना है, आगामी नव-मतदाता सम्मेलन, शक्ति वंदन कार्यक्रम, गांव चलो अभियान के साथ साथ मीडिया और सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करते हुए नए लोगों को अधिक से अधिक पार्टी प्रवेश का अभियान चलाना है। महिला समूहों और एनजीओ के बीच एक अलग अभियान चलाना है , गांव चलो घर घर चलो अभियान का शुभारंभ हो चुका है। उन्होंने आगे कहा जिस प्रकार कार्यकर्ताओ की अथक मेहनत के फलस्वरूप भाजपा ने मात्र 5 वर्षों में ही जबरदस्त वापसी की है उसी तरह छत्तीसगढ़ की ग्यारह की ग्यारह लोकसभा सीटें नरेंद्र मोदी को उपहार में देनी है। क्लस्टर प्रभारी एवं विधायक राजेश मूणत ने कहा कि आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि के अवसर पर संकल्प लेते हुए दुर्ग लोकसभा की जीत का समर्पण मांगता हूं और मुझे विश्वास है कि दुर्ग में कार्यकर्ता ऐतिहासिक जीत दर्ज करवाएंगे |
  क्लसटर एवं लोकसभा सह प्रभारी राजीव अग्रवाल ने कहा कि हमारे द्वारा लोकसभा स्तर पर चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया गया है, जो लोकसभा चुनाव समापन तक चुनाव संबंधी हर कार्य का क्रियान्वयन करेगी , लोकसभा कोर कमेटी का भी गठन किया गया है, जिसमे सांसद, प्रदेश पदाधिकारियों, जिला भाजपा अध्यक्ष महामंत्री, विधायक आदि को शामिल किया गया ताकि उन सभी वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन भी हम सभी को लगातार प्राप्त होता रहे। राजीव अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के बाद शीघ्र ही विधानसभा स्तरीय चुनाव प्रबंधन समिति की भी बैठक होगी इसके तुरंत बाद विधानसभा स्तरीय चुनाव कार्यालयों का भी उदघाटन किया जाएगा। बैठक का संचालन लोकसभा संयोजक अवधेश चंदेल ने किया एवं आभार जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने किया।
  लोकसभा चुनाव कार्यालय में आहूत बैठक में विशेष रूप से लोकसभा प्रभारी चंदूलाल साहू, क्लस्टर सह प्रभारी राजीव अग्रवाल, लोकसभा संयोजक अवधेश चंदेल, सहसंयोजक प्रीतपाल बेलचंदन, कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल, विधायक डोमन लाल कोर्सेवाडा, ललित चंद्राकर, गजेंद्र यादव, पूर्व विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पांडेय, भाजपा जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, महेश वर्मा, लोकसभा विस्तारक संजय प्रधान मंचस्थ रहे। लोकसभा कोर कमेटी एवं लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के सदस्य बैठक में शामिल हुए।

पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने अपने वित्तीय अनुशासन और कुशल प्रबंधन से छत्तीसगढ़ को देश के पांच राज्यों में शामिल किया था

    राजनांदगांव / शौर्यपथ / जिला कांग्रेस कमेटी व्यापार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सैय्यद अफजल अली ने कहा बजट में महंगाई-बेरोजगारी के घोर आर्थिक संकट में घिरी प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए कोई पहल नहीं दिखती है। निर्माण, छोटे उद्योगों, व्यापार, जो इस मंदी की मार से सबसे ज्यादा बेहाल है, वहां लोगों ने सबसे ज्यादा रोजगार खोए है, उनके लिए बजट में कुछ नहीं किया गया है। तीन प्रदेश से घिरे राजनांदगांव जिले के तीनों क्षेत्रों के बेरोजगार लोगों को नकद, न्यूनतम, मासिक आय को बढ़ाने और इस क्षेत्र में नए उद्योग के जरीए बेरोजगारों को रोजगार से लगाने के लिए सरकार की ओर से सहायता जरूरी है, पर बजट में इसका कोई प्रावधान नहीं है, संस्कारधानी नगरी के बाजार में तरलता लाने व्यापार-उद्योग को पटरी पर लाकर रोजगार के अवसर बढ़ाने की कोई मंशा बजट में नहीं दिखती है। शासकीय कर्मचारियों को लेकर भी उनके मानदेय बढ़ाने या उनकी सुविधा में वृद्धि करने का कोई व्यवस्था नहीं है, इस बजट से मोदी की गारंटी कहा गईं। नये उद्यमी, व्यवसायियों के बेहतर व्यवस्थापन की कोई कार्य योजना नहीं है।
सैय्यद अफजल अली ने आगे कहा पूर्ववर्ती सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को सतत जारी रखने में साय सरकार संशय की स्थिति में नजर आ रही है। आम जनता के हित से भारतीय जनता पार्टी का कोई सरोकार नहीं है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने अपने 5 वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्रदेश की जनता पर कोई नया कर नहीं लगाया गया था और न ही किसी भी तरीके से करो में कोई वृद्धि की गई, बल्कि जनता को मिलने वाले राहत और सब्सिडी सतत जारी रहा। कांग्रेस की सरकार ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान छत्तीसगढ़ की जीडीपी को 2 लाख 77 हजार से बढ़ाकर 5 लाख नौ हजार तक अर्थात दोगुना पहुंचाया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने अपने वित्तीय अनुशासन और कुशल प्रबंधन से छत्तीसगढ़ को देश के उन पांच राज्यों में शामिल किया था, जिसने विगत 3 वर्षों से कोई नया कर्ज नहीं लिया था, लेकिन नए सरकार आते ही पिछले 2 महीने में चार-चार बार कर्ज लिया गया। विगत एक माह के दौरान ही वर्तमान सरकार ने 5 हजार करोड़ का नया कर्ज लिया है और इस बजट में फिर से लगभग 20 हजार करोड़ का नया कर्ज लेने का प्रावधान भाजपा के वित्तीय कुप्रबंधन और अनर्थशास्ञ का प्रमाण है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के पिछले बजट में शिक्षा पर कुल बजट का 19.4 प्रतिशत खर्च किया गया था, जो इस बजट में घटाकर मात्र 15.95 प्रतिशत कर दिया गया है। कृषि के क्षेत्र में कुल बजट पिछले बजट में कुल बजट प्रावधान का 16.6 प्रतिशत था, जो इस बार घटाकर 14.05 प्रतिशत कर दिया गया है, इस तरह कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार कृषि का बजट पिछले वर्ष की तुलना में लगभग ढाई परसेंट घटा दिया गया है। शिक्षा के बजट में 4 प्रतिशत की भारी भरकम कटौती वर्तमान सरकार की बदनीयती को प्रमाणित करता है। संशाधनों की कारपोरेट लूट को बढ़ाने के पूरे प्रावधान हैं, दूसरी ओर इस मंदी में एक साल में ही एक तिहाई तक संपति बढ़ाने वाले कारपोरेट घरानों को टेक्स में भारी छूट दी गई हैं। बीपीएल परिवार में कन्या रत्न प्राप्त होने पर डेढ़ लाख रुपए देने का वादा किया गया था। पंचायत स्तर पर डेढ़ लाख बेरोजगार युवाओं की भर्ती, तेंदूपत्ता संग्राहकों को 4500 रुपए बोनस, इन्नोवेशन हब बनाकर 6 लाख रोजगार, कॉलेज जाने हेतु छात्रों को मासिक ट्रेवल्स अलाउंस, 500 जन औषधि केंद्र खोलने, 500 रूपये में प्रति घर गैस सिलेंडर पहुंचाने, 100000 सरकारी पदों पर भर्ती के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया हैं। कुल मिलाकर प्रदेश के मध्यमवर्गीय लोग बेरोजगारी मंदी का संकट झेल रहे हैं।

बजट से साफ साय सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि नही
रायपुर/ शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बजट से भाजपा की बदनीयती सामने आई है। मोदी की गारंटी के नाम पर छत्तीसगढ़ की बहन बेटियों को एक बार फिर छला गया। इस बजट में महतारी वंदन योजना के अंतर्गत पूरे 1 वर्ष के लिए कुल बजट प्रावधान मात्र 3000 करोड़ रूपया अर्थात ढाई सौ करोड़ रूपए महीना? प्रदेश में कुल महिला मतदाताओं की संख्या लगभग एक करोड चार लाख है, भारतीय जनता पार्टी के साय सरकार के द्वारा किए गए बजट प्रावधान से मात्र 25 लाख महिलाओं को ही 1000 रुपया महीना दिया जा सकेगा, अर्थात भारतीय जनता पार्टी की विष्णुदेव साय सरकार की मंशा प्रदेश के लगभग 80 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना से बाहर रखने का है। बजट के अनुसार तो 25 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रूपया महिना मिल सकता है। लेकिन जिस प्रकार से साय सरकार षडयंत्र पूर्वक शर्ते लाद रही है। उससे लगता है कि 20 प्रतिशत महिलाओं को भी लाभ देने की इनकी नीयत नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बजट से साफ साय सरकार की प्राथमिकता में शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि नहीं। विष्णुदेव सरकार का पहला बजट जनता को निराश करने वाला है। इस बजट से राज्य की प्रगति के मार्ग में बाधा पैदा होगी। कृषि और शिक्षा के बजट में कटौती बताती है कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता में न शिक्षित छत्तीसगढ़ है और नहीं समृद्ध छत्तीसगढ़ न एक लाख रोजगार के बारे में बजट में कुछ है और न ही 500 में सिलेंडर के बारे में कुछ है।

दुर्ग/ शौर्यपथ / राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री सरोज पांडेय ने राज्यसभा कार्यकाल समाप्ति के अवसर पर उच्च सदन में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज चला चली की बेला है, और इस चला चली की बेला में जब हम अपने विचारों को व्यक्त कर रहे हैं । तो मैं सबसे पहले सभापति जगदीश धनगढ़ को धन्यवाद करना चाहती हूं । धन्यवाद इस बात का की आपने जीवन का वो अवस्मणीय पाल मुझे दिया है उच्च आसंधि पर बैठने का अवसर दिया है । मैं इसलिए आपको बहुत धन्यवाद करती हूं यह मेरे जीवन का बहुत अविस्मरणीय पल रहा है। नारी सशक्तिकरण की दिशा में आपने जो कदम उठाया मैं उसके लिए आपको बहुत साधूवाद देती हूं ।  हम बहनों में आत्मविश्वास का संचार हुआ है ।
        उन्होंने कहा 6 वर्षों में हमने बहुत कुछ सीखा और बहुत सी सुखद स्मृतियां लेकर हम यहां से जा रहे हैं । मैं अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देती हूं । हमारे गृह मंत्री माननीय अमित शाह जी को भी धन्यवाद देती हूं हमारे अध्यक्ष जी को भी धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने मुझे इस उच्च सदन का सदस्य बनने का अवसर दिया कुछ सीखने का अवसर दिया । यह सदन बहुत से विषयों का साक्षी रहा है और अमृतकाल के इस स्वर्णिम सफर में मैं यहां पर उन पलों के साक्षी बन पाए यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है । मैं देश के प्रधानमंत्री जी को इस बात के लिए धन्यवाद देती हूं कि तीन तलाक का विषय एक ऐसा विषय था जो बार-बार राजनीति में फंस जाता था और राजनीति में फंसने के कारण उस पर निर्णय नहीं हो पाती थी राजनीतिक जिजिविसा का ऐसा उदाहरण देश के प्रधानमंत्री जी ने महिलाओं के लिए दिया । तीन तलाक की मैं साक्षी हूं और आज इस बात के लिए मैं अपने आप को गौरान्वित भी महसूस करती हूं।  
        उन्होंने कहा नारी शक्ति वंदन अधिनियम जब कई बार इतिहास लिखा जाएगा । तो इस दिशा में उनका स्थान देने के लिए देश के प्रधानमंत्री जी ने जो कोशिश की है मैं देश के प्रधानमंत्री जी को बहुत धन्यवाद देती हूं और अपने आप को सौभाग्यशाली मानती हूं की समय के उस कालखंड में मैं इस सदन में उपस्थित थी मैं उस पल की साक्षी थी और देश के प्रधानमंत्री जी को इस बात के लिए बार-बार धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने इस प्रकार के बिल को लाया जहां पर महिलाएं आगे बढ़ सकती है । सशक्त हो सकती है और आने वाले समय में इस देश में एक अलग परिदृश्य दिखाई देगा ।  2014 के बाद से बहुत सा परिदृश्य राजनीतिक परिदृश्य बदला है यह कालखंड बहुत से ऐतिहासिक बहुत संस्कृतिक काल का समय रहा है । जहां पर बहुत परिवर्तन हुए हैं और इन परिवर्तनों में मुझे भी भागीदारी करने का अवसर मिला । मैं अपने आप को गौरान्वित महसूस करते हुए एक विषय जो मुझे लगता है कि शायद यह मेरे कार्यकाल में होना चाहिए था लेकिन नहीं हो पाया, और मेरे जाने का समय हो गया है । वह विषय है छत्तीसगढ़ी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करना ।  वह विधायक प्राइवेट मेम्बर बिल के तौर पर अगर पारित हो जाता यह विधेयक किन्हीं कारणों से लंबित रह गया यह मन में मेरे कहीं ना कहीं यह कसक बाकी रह गई है लेकिन मैं आज अपने शीर्ष नेतृत्वों को धन्यवाद देते हुए अपनी बात को समाप्त करती हूं और आपको भी साधूवाद देती हूं और सुखद स्मृतियों के साथ में अपने सभी जो इस सदन में मेरे सभी सहयोगी हैं बहुत से नए दोस्त भी मिले जिनके साथ में विचारों का आदान-प्रदान होता है बहुत से ऐसी यादें रही मेरे अपने साथियों के साथ की जिनसे हमने बहुत कुछ सीखा है और बहुत सारी ऐसी परिदृश्य उपस्थित हुए जो नई होने चाहिए मैं कामना करती हूं कि जो लंबित विधायक है और जो दृश्य यहां पर नहीं होने चाहिए वह ऐसी कामना है कि वह उपस्थित न हो इन शब्दों के साथ धन्यवाद ।

दुर्ग / शौर्यपथ / आगामी महिने में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनो पार्टियों ने अपनी तैयारियां जबर्दस्त तरीके से शुरू कर दी है, वही अपने अपने पार्टी से लोकसभा चुनाव लडने के लिए प्रत्याषियों के चयन पर भी मंथन शुरू हो चुका है । कांग्रेस खेमे से दुर्ग लोकसभा से तीन लोगों के नामों की जबर्दस्त चर्चा है जिसमे प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेन्द्र साहू दुर्ग और भिलाई से पूर्व साडा उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह का नाम शामिल है . पूर्व साडा अध्यक्ष ने इस बारे में सोशल मिडिया में एक केम्पेन भी आरम्भ कर दिया है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन तीनों का नाम दिल्ली हाइकमान तक पहुंच गया है।
  जैसा की कांग्रेसपार्टी के बारे में आम चर्चा है कि संगठन से जुड़े होने से ज्यादा किसीकी कितनी पहुँच है इस बारे में कांग्रेस में टिकिट बंटवारे में काफी महत्तव दिया जाता हैहै जमीनी स्तर पर कौन लोकप्रिय है और किसकी जितने की संभावना है इस विषय में विचार लगभग ना के बराबर ही माना जाता है पिछले विधान सभा चुनाव के परिणाम इसका एक अच्छा उदाहरण के रूप में सामने अ ही चूका है . इस बार भी दुर्ग लोकसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी के नाम पर दिल्ली हाईकमान ही मुहर लगायेगी। देखना ये है कि आखिर हाईकमान इन तीनों में किस नेता को इस बार लोस चुनाव लडने के लिए मौका देती है या अंत में किसी और पर अपना दाव खेलेगी।
 दिल्ली हाईकमान में ये जो तीनों नाम जाने की चर्चा है इसमें एक ओर जहां पूर्व गृहमंत्री एवं यहां के पूर्व सांसद रह चुके ताम्रध्वज साहू और प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र साहू जहां ओबीसी वर्ग के साहू समाज से दुर्ग से है, वही बृजमोहन सिंह सामान्य वर्ग से और भिलाई से है। एक ओर जहां पूर्व सांसद व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सांसद रहने के दौरान सोनिया गांधी से और राहुल गांधी के बेहद करीबी रहे है। वहीं राजेन्द्र साहू  पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबी नेता है और भूपेश बघेल के मुख्यमंत्रीत्वकाल में उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम किया है, इसी के प्रतिफल में इन्हें जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी श्री बघेल ने बनाया था। जबकि बृजमोहन सिंह मोतीलाल वोरा परिवार के बेहद रहे है.ताम्रध्वज साहू व राजेन्द्र साहू की पहचान जहां ग्रामीण परिवेश से है वहीं बृजमोहन सिंह की पहचान शहरी क्षेत्र से है। पूर्व साडा उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह ने तो बकायदा अभी से वाल पेटिंग भी कराना शुरू कर दिया है।
वही अगर भाजपा की बात करे तो भाजपा किसे अपना प्रत्याशी घोषित करेगी इस बारे में पिछले अनुभव के आधार पर कहा जा सकता है कि भाजपा संगठन जिस कार्यकर्त्ता को अपना प्रत्याशी घोषित करेगी पूरा संगठन उसे जितने के लिए कार्य करेगा . भाजपा संगठन में बहुत से नाम है जो टिकिट के लिए प्रयास रत है .पूर्व के प्रत्याशी घोषणा का अगर बारीकी से आंकलन करे तो किन्तु भाजपा संगठन में जो भी अपने नाम को सार्वजानिक करने की दिशा में आगे बढ़ता है उसे दरकिनार कर दिया जाता है ऐसे में भाजपा के दावेदार सिर्फ ऊपर से आये आदेश का इंतज़ार करते है और जो भी तैयारी होती है वह गोपनीय ही रहती है .

रायपुर। शौर्यपथ / समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने प्रेस को जारी बयान में बताया है कि पूर्ववर्त्ती भूपेश बघेल की सरकार ने विभिन्न योजनाओं और घोषणाओं को पूरा करने के लिए पिछले 5 सालों के दौरान 50 हजार करोड़ रूपया कर्जा लेकर लोगों के खातों में हजारों करोड़ की राशि ट्रांसफर किये अब वर्तमान सरकार भी वही कर रही है हजारों करोड़ कर्जा लेकर विभिन्न प्रकार के योजनाओं घोषणाओं को पुरा करने में लगी हुई है लेकिन यह कर्ज की राशि नये राज्यों को भारी भरकम कर्ज में डूबो दिया है कर्ज के लिए गये राशि का ब्याज भी भारी भरकम है इतनी बड़ी राशि कर्ज लेकर जनता को बहलाया जा रहा है जबकि इसके विपरीत परिणाम को नहीं बताया जा रहा है जिसे सपा कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर बताएगी के राज्य व केन्द्र सरकार जनता को जो मुफ्त में पैसा खातों में डाल रही है वह पैसा कर्ज लेकर दिया जा रहा है उस कर्ज की ब्याज की राशि भी सरकार आम जनता से ही लेगी सरकार या पार्टी जो वायदा चुनावों में करती है उसे अपने संसाधनों से उपार्जन कर दे तो समझ में आएगा कि राज्य सरकार अपने आय-व्यय से बचा कर दे रही है लेकिन केन्द्र या राज्य में जब भी राष्ट्रीय पार्टियों की सरकारें बनती हैं तब-तब आम जनता ही ठगी जाती है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव सरकार के द्वारा भी यही किया जा रहा है महतारी वंदन योजना के तहत हजारों करोड़ की राशि महिलाओं को दिया जा रहा है जो कि न्याय संगत नहीं है सच्चे मायने में छत्तीसगढ़ की महिलाओं का वंदन ही करना चाहती है तो सरकार अपने स्वयं के संसाधनों से उर्पाजन कर वंदन करे तो समझ में आता है कि राज्य सरकार ने अपना स्वयं का आय बढ़ाकर जनता को राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है लेकिन यह पैसा कर्ज के रूप में लेकर बांटा जा रहा है जिसे छत्तीसगढ़ियों को ही राजस्व के रूप में चुकाना  होगा, वहीं 12 हजार सालाना का ब्याज की राशि बिजली बिल, राशन, खनिज संसाधन अन्य टैक्स के रूप में वसूली करेगी तो फिर ऐसे कर्ज की राशि छत्तीसगढ़िया माता-बहनों को देकर सरकार  वाहीवाही लूटना चाहती है जिसे सपा बर्दास्त नहीं करेगी सरकार के इन कृत्यों को जन-जन तक पहुंचाकर जनता को जागरूक करेगी।

धर्मांतरण पर कांग्रेस का भाजपा पर तीखा प्रहार , कहा सीएम साय जारी करे श्वेत पत्र
कांग्रेस की मुख्यमंत्री साय को चुनौती धर्मांतरण पर श्वेत पत्र जारी करें
भाजपा के राज में छत्तीसगढ़ में ज्यादा चर्च बने है
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार मोदी सरकार धर्मांतरण पर कानून क्यों नहीं बना रही?

    रायपुर/ शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा धर्मांतरण को लेकर दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को चुनौती देती है वह धर्मातरण को लेकर विशेष तौर पर छत्तीसगढ़ में धर्मातरण को लेकर श्वेत पत्र जारी करें। भारतीय जनता पार्टी की रमन सरकार में कितने चर्च बने थे और कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार के दौरान कितने चर्च बने थे, स्थितियों स्पष्ट हो जायेंगी।
   भाजपा जनता पार्टी की जब-जब प्रदेश में सरकार रहती है वे स्वयं धर्मातरण को बढ़ावा देती है ताकि इस मुद्दे पर बयानबाजी करके मता का ध्रुवीकरण कर सके। भारतीय जनता पार्टी को हिन्दुत्व से, सनातन से कोई मतलब नहीं है। वो अपनी राजनीति करने के उद्देश्य से इस प्रकार की चीजों को प्रचारित प्रसारित करती है। छत्तीसगढ़ में भी धर्मांतरण की जो बातें उसके पीछे भारतीय जनता पार्टी है, नहीं तो श्वेत पत्र जारी करके बतायें कि रमन सरकार के 15 साल के कार्यकाल में कितने चर्च बने थे और कांग्रेस सरकार के पांच साल में कितने चर्च बने? छत्तीसगढ़ में 90 फीसदी चर्च भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बना है। 2004 के पहले जितनी चर्च थी उससे 100 गुना ज्यादा चर्च 2004-2018 तक बनी है। 2018 के बाद एक भी चर्च एक भी चर्च का निर्माण नहीं हुआ है। धर्मांतरण हुआ है तो इसके पीछे जिम्मेदार कौन है, तत्कालीन सरकार थी जो भारतीय जनता पार्टी की थी।
   प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब चुनाव आता है तब उसी समय पर धर्मांतरण की बातें क्यों करती है? लोकसभा चुनाव सामने है तो भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से धर्मांतरण का अलाप रही है। सुप्रीम कोर्ट ने 6 महिना पहले केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि धर्मांतरण देशव्यापी समस्या है तो कानून क्यों नहीं बनाया जाना चाहिये? आज तक सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश का केंद्र सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया है। केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है कानून बना देना चाहिये। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, हमारी सरकार थी तब इस बात को बार-बार उठाते थे धर्मांतरण हो रहा है तब हमारे मुख्यमंत्री ने खुली चुनौती दी थी यदि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण हुआ है तो आप उसको थाने में जाकर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाईये हम कार्यवाही करेंगे। भारतीय जनता पार्टी का एक भी नेता पहल करने सामने नहीं आये।
  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि मिशनरी स्कूलों एवं अस्पतालों के माध्यम से सेवा करके लोगों को आकर्षित करते है इसको रोकना होगा मुख्यमंत्री बताये इसको कैसे रोकेंगे? पुलिस भेज कर डंडा मरवाकर रोकेंगे सेवा करने से या लोगों को मिशनरी स्कूल में जाने से रोकेंगे? एक ही तरीका है आप गांव-गांव में अपनी स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करिए, आप गांव-गांव में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करिए, आप इतने ज्यादा संकीर्ण मानसिकता है कि स्वामी आत्मानंद स्कूल बंद करने जा रहे है। मिशनरी स्कूल को टक्कर देने के लिये सरकारी स्कूल खड़ा कब करेंगे? कोरी बयानबाजी से बात नहीं चलेगा। भाजपा राजनैतिक लाभ के लिये धर्मांतरण की बातें कर रही है। यह दुर्भाग्यजनक है कि मुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठा हुआ व्यक्ति इस मामले में स्तरहीन बयानबाजी कर रही है।

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