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दुर्ग / शौर्यपथ /
दुर्ग नगर निगम के चुनाव में वार्ड परिषदों द्वारा प्रचार अभियान अपनी गति पकड़ रहा है पोस्टर बैनर एवं पंपलेट के जरिए प्रचार के साथ-साथ सामाजिक समीकरण को साधने के लिए भी लगातार प्रयास किया जा रहा है दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में वार्ड नंबर 6 एक ऐसा वर्ड है जहां प्रदेश के सर्वमान्य नेता के रूप में स्वर्गीय श्री हेमचंद यादव जी का निवास स्थान है स्वर्गीय श्री हेमचंद जी यादव राजनीति की क्षेत्र में एक साफ़ और मिलनसार छवि के नेता माने जाते हैं आज भी शहर के नागरिकों की आपसी चर्चा में जब भी दुर्ग के नेताओं की बात होती है उसमें स्वर्गीय हेमचंद यादव की चर्चा के बिना जिक्र के बिना चर्चा अधूरी रहती है.
मिलनसार छवि के नेता के रूप में स्वर्गीय हेमचंद यादव की अपनी एक अलग पहचान है ऐसे में वार्ड नंबर 6 में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नीलेश अग्रवाल जिनका सामाजिक समीकरण में अगर हेमचंद यादव परिवार के समर्थकों का साथ मिल जाए तो वार्ड नंबर 6 में भाजपा प्रत्याशी नीलेश अग्रवाल को इसका लाभ जरूर मिल सकता है प्रदेश एवं देश में भाजपा की सरकार होने का लाभ मिलना भी भाजपा प्रत्याशी नीलेश अग्रवाल के लिए फायदेमंद साबित होगा वहीं महतारी वंदन के तहत मिलने वाली राशि एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के कारण महिलाओं के घरों और निम्न वर्गी परिवारों में भी भाजपा के प्रति रुझान आ रहा है .
वार्ड नंबर 6 में वर्तमान स्थिति में भाजपा प्रत्याशी निर्देश अग्रवाल और निर्दलीय प्रत्याशी मनीष यादव मुकाबले में नजर आ रहे हैं वहीं मनीष यादव,राजेश यादव और चोखेलाल सोनी यादव वोट आपस में बंट सकते हैं जिसका फायदा भी भाजपा प्रत्याशी को मिल सकता है. कौन किस तरफ जाएगा किसकी प्रचार गति अपने प्रतिद्वंदी से तेज होगी यह आने वाले समय में धीरे-धीरे स्पष्ट होगा वर्तमान समय में भाजपा प्रत्याशी के लिए सुखद बात या रही की स्वर्गीय श्री हेमचंद यादव का परिवार एवं उनके समर्थक सालों के सूखे के बाद इस बात वार्ड में भाजपा का झंडा बुलंद करने के लिए प्रयासरत है प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 11 फरवरी को मत बेटी में बंद होगा और 15 फरवरी को उजागर जिसका इंतजार वार्ड वासी के साथ शहर की जनता को भी रहेगा
दुर्ग। शौर्यपथ।
दुर्ग नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत को सुनिश्चित करने के लिए रविवार 02 फरवरी को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन रखा गया था जिसमें प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री सरोज पांडे,लोकसभा सांसद विजय बघेल,प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव,दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर,महापौर प्रत्याशी श्रीमती अलका वाघमार,जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक,दुर्ग जिला भाजपा प्रभारी राजीव अग्रवाल सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद थे और भारतीय जनता पार्टी के वार्ड पार्षदों को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित हो इस विषय पर आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए विजय शर्मा उपमुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन ने कार्यकर्ताओं को देव तुल्य की संज्ञा दी और कार्यकर्ताओं से आह्वाहन किया कि अगर नगर निगम में स्वर्णिम युग लाना है तो पार्षद और महापौर को जीत दिलाने होगी तभी नगर निगम का स्वर्णिम युग कहलाएगा.एक-एक वोट की कीमत उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपने देवतुल्य कार्यकर्ताओं को बताया किसी भी मतदाताओं से निवेदन आग्रह न छूटे इस बात पर विशेष जोर दिया वहीं भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने भी अपने संबोधन में कहा कि हर प्रत्याशी को और देव तुल्य कार्य कर्ता को दो वोट मांगने हैं एक पार्षद प्रत्याशी के लिए और दूसरा वोट महापौर प्रत्याशी के लिए ताकि नगर निगम से पार्लियामेंट तक भाजपा का स्वर्णिम युग आ सके और विकास की जो धारा उन्होंने 1998 में शुरू की थी वह सुचारू रूप से चल सके .
परंतु सक्रिय कार्यकर्ताओं को पीछे छोड़ते हुए वार्ड नंबर 43 से हार्डवेयर व्यवसाई विवेक सिन्हा को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया .भाजपा प्रत्याशी विवेक सिन्हा का मुकाबला एक ऐसे प्रत्याशी से है जो वार्ड में लोकप्रिय मिलनसार एवं जनता के सुख दुख में साथ रहने वाले माने जाते हैं ऐसे में विवेक सिन्हा को जब एक-एक वोट की आवश्यकता है तब विवेक सिन्हा एवं उनकी टीम द्वारा मतदाताओं में भी तुलनात्मक दृष्टि से संपर्क किया जा रहा है 10 साल तक पार्षद की सफल भूमिका निभाने के कारण वार्ड नंबर 43 के कई मतदाता पूर्व पार्षद के करीबी है जो राजनीतिक परिपेक्ष में भी नहीं परंतु भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी विवेक सिन्हा ऐसे मतदाताओं को दरकिनार कर रहे हैं और उनसे दूरी बना रहे हैं जिनकी नजदीकियां पूर्व पार्षद के साथ है अगर विवेक सिन्हा की यही स्थिति रही तो पूर्व पार्षद की घनिष्ठता वार्ड में व्यवसाय के रूप में पहचान बनाने वाले विवेक सिन्हा से बहुतेरे हैं ऐसे में इस वार्ड से विवेक सिन्हा तियो से तो हार की कगार पर जा रहे हैं वहीं उनके हार के साथ-साथ एक जमीनी कार्यकर्ता जिसे भारतीय जनता पार्टी ने महापौर प्रत्याशी के रूप में चुना है उनके लिए भी नुकसानदायक साबित हो रहे हैं .
आगे देखना यह है कि क्या विवेक सिन्हा अपने प्रचार में भेदभाव की नीति को जारी रखते हैं या फिर भेदभाव की नीति को भुलाते हुए भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री सरोज पांडे एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा व अन्य नेताओ की बातों का अनुसरण कर हर मतदाताओं से भाजपा के पक्ष में वोट के लिए अपील करते हैं .
विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा कार्यकर्ताओं ने लिया पंच से पार्लियामेंट तक कमल खिलाने का संकल्प
न कोई भूल, न कोई चुक हमारा प्रत्याशी कमल का फूल का आह्वान सांसद विजय बघेल ने किया
पाटन / शौर्यपथ / नगरीय निकाय चुनाव 2025 को लेकर भारतीय जनता पार्टी पाटन मंडल ने पुरी कमर कस ली है। आज देवांगन भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन के माध्यम से सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने पंच लेकर पार्लियामेंट तक विकास का कमल खिलाने का संकल्प वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ लिया। कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं नगरवासी भारी संख्या में उपस्थित थे। भारी संख्या में पहुंच कार्यकर्ता एवं नगरवासियों ने बता दिया पाटन में विकास का कमल खिल रहा है।
दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा देश की वो पार्टी है जो बोलती है वो करती है। मोदी की गारंटी में हमने जितने भी वादे किए थे सब विष्णु के सुशासन में पूरा हो रहा है। सांसद ने पूर्वर्ती कांग्रेस सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने केवल और केवल भ्रष्टाचार किया है। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आप सब देख रहे है उनके नेता और अधिकारी आज जेल में है। ऐसे भ्रष्टाचारीयों को सत्ता से बाहर कर आप सबने विकास का कमल खिलाया है और इसी कमल पर भरोसा करते हुए फिर से आप लोगो के पास कमल खिलाने का अवसर आ गया है। यह कमल पाटन के विकास का स्वर्णिम अध्याय लिखेगा। आप सभी यहाँ से एक ही संकल्प लेकर जाए न कोई चुक, न कोई भूल मेरा प्रत्याशी कमल का फूल और अध्यक्ष व पार्षद प्रत्याशीयों को विजयी बनाएं।
निवर्तमान जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने पूर्व कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोरोना काल में भूपेश बघेल के द्वारा ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं करने एवं स्वास्थ्य सेवाएं में कोताही बरतने के कारण कई लोग असमय काल कालवित हो गया। कोरोना काल में पाटन विधानसभा के जामगांव में शराब भट्टी खोलने के विरोध करने पर कांग्रेसियों ने भाजपा के लोगों को जेल भेजवाकर निंदनीय कार्य किया था। इस कार्य का बदला लेने का समय भी आ गया है कोविड़ कॉल में ऑनलाइन शराब बाटने वाले को अब बटन दबाकर नगर सरकार से बाहर करना है। भूपेश बघेल ने अपने चाहेतो को अध्यक्ष महापौर बनाने के लिए जनता से प्रत्यक्ष मतदान का अधिकार भी छीन लिया था। अब पाटन नगर में भाजपा की सरकार बनेगी और सबका घर पक्का बनेगा।
सम्मेलन में दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल, जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, अध्यक्ष पद के प्रत्याशी योगेश निक्की भाले, नगरीय चुनाव प्रभारी दिलीप साहु, जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेंद्र पाध्ये, जिला पंचायत सदस्य हर्षा चंद्राकर,पूर्व मंडल अध्यक्ष लोकमणि चंद्राकर,मंडल अध्यक्ष रानी बंछोर, महामंत्री अखिलेश मिश्रा,हरि शंकर साहु,मेहतर वर्मा , राजा पाठक,जिला भाजपा महिला मोर्चा के अध्यक्ष दिव्या कलिहारी,बाबा वर्मा,प्रकाश बिजौरा,पूर्व नपा अध्यक्ष भवन देवांगन,वरिष्ठ भाजपा धनराज साहु,पूर्व सरपंच निर्मल जैन,हिमाचल साहु,छबि देवांगन,विनीता देवांगन,पवन देवांगन,लक्ष्मी भाले,कीर्तन देवांगन,नीलू देवांगन,नारायण वर्मा, जिला उपाध्यक्ष चंद्र किरण मिश्र आदित्य सारणी,सागर सोनी के अलावा अन्य भाजपा कार्यकर्ता ,आम जन के साथ 15 वार्ड के प्रत्याशी उपस्थित थे मंच संचालन महामंत्री हरिशंकर साहु ने किया आभार प्रदर्शन जिला उपाध्यक्ष एवं चुनाव प्रभारी दिलीप साहु ने किया..
कुम्हारी (दुर्ग )/ शौर्यपथ / प्रदेश में नगर निगम और नगर पालिका परिषद के चुनाव के शंखनाद के बाद से अब प्रचार अभियान भी रफ्तार में है ऐसे में कुम्हारी नगर पालिका परिषद, पाटन नगर पालिका परिषद,अमलेश्वर,यह क्षेत्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र में आता है इस लिहाज से इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी अपना पूरा जोर लगा रही है भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशियों एवं पालिका अध्यक्ष पदों के लिए बहुत ही सोच विचार कर चयन किया गया।
कुम्हारी नगर पालिका परिषद की बात करें तो कुम्हारी नगर पालिका परिषद से नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से श्रीमती मीना वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया गया। श्रीमती मीना वर्मा लगभग 3 दशकों से सामाजिक,धार्मिक एवं राजनीती के क्षेत्र में सक्रियता के साथ जुड़ी रही अपने सामाजिक कार्यों के लिए श्रीमती मीना वर्मा को उपराष्ट्रपति के द्वारा सम्मान भी प्राप्त हुआ क्षेत्र की जनता में श्रीमती मीना वर्मा की एक अलग पहचान है और इस पहचान के साथ-साथ विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन भाजपा का साथ मिलने से कुम्हारी नगर पालिका परिषद में इस चुनावी माहौल में आरंभिक अवस्था से ही श्रीमती मीना वर्मा अपने प्रतिद्वंदियों से काफी आगे निकल चुकी है।
वही 24 वार्ड से बना नगर पालिका परिषद कुम्हारी में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और श्रीमती मीना वर्मा के समर्थकों द्वारा लगातार श्रीमती मीना वर्मा के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है और कुम्हारी क्षेत्र में श्रीमती मीना वर्मा की लोकप्रियता को नकारा नहीं जा सकता ऐसे में तुम्हारी नगर पालिका परिषद का यह चुनावी प्रचार अभियान आरंभिक अवस्था में भाजपा के पक्ष में जाता हुआ नजर आ रहा है.
परंतु यह क्षेत्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का होने के कारण आने वाले समय में पूर्व मुख्यमंत्री की रणनीति और लोकप्रियता का भी असर पड़ेगा और कांग्रेस की तरफ से भी सक्रियता बढ़ेगी. पूरे प्रदेश की नजर वर्तमान समय में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र मैं सभी की नजर है जिससे मुकाबला रोमांचक होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता राजनीति में संभावनाएं और स्थितियां पल-पल बदलती हैं ऐसे में आने वाले समय में यह मुकाबला कितना रोचक होगा यह कहना मुमकिन नहीं परंतु जीत लोकतंत्र की होगी यह सुनिश्चित है और लोकतंत्र के इस महापर्व में भारत के नागरिक अपनी आहुति शत प्रतिशत आहूत करेंगे और अपने जनप्रतिनिधि को बहुमत से जीता कर कुम्हारी नगर पालिका परिषद क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी सौंपेंगे।
वार्ड में प्रचार करते हुये भाजपा कार्यकर्ता एवं समर्थक
कुम्हारी (दुर्ग )/ शौर्यपथ / प्रदेश में नगर निगम और नगर पालिका परिषद के चुनाव के शंखनाद के बाद से अब प्रचार अभियान भी रफ्तार में है ऐसे में कुम्हारी नगर पालिका परिषद, पाटन नगर पालिका परिषद,अमलेश्वर,यह क्षेत्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र में आता है इस लिहाज से इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी अपना पूरा जोर लगा रही है भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रत्याशियों एवं पालिका अध्यक्ष पदों के लिए बहुत ही सोच विचार कर चयन किया गया।
कुम्हारी नगर पालिका परिषद की बात करें तो कुम्हारी नगर पालिका परिषद से नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से श्रीमती मीना वर्मा को प्रत्याशी घोषित किया गया। श्रीमती मीना वर्मा लगभग 3 दशकों से सामाजिक,धार्मिक एवं राजनीती के क्षेत्र में सक्रियता के साथ जुड़ी रही अपने सामाजिक कार्यों के लिए श्रीमती मीना वर्मा को उपराष्ट्रपति के द्वारा सम्मान भी प्राप्त हुआ क्षेत्र की जनता में श्रीमती मीना वर्मा की एक अलग पहचान है और इस पहचान के साथ-साथ विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक संगठन भाजपा का साथ मिलने से कुम्हारी नगर पालिका परिषद में इस चुनावी माहौल में आरंभिक अवस्था से ही श्रीमती मीना वर्मा अपने प्रतिद्वंदियों से काफी आगे निकल चुकी है।
वही 24 वार्ड से बना नगर पालिका परिषद कुम्हारी में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और श्रीमती मीना वर्मा के समर्थकों द्वारा लगातार श्रीमती मीना वर्मा के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है और कुम्हारी क्षेत्र में श्रीमती मीना वर्मा की लोकप्रियता को नकारा नहीं जा सकता ऐसे में तुम्हारी नगर पालिका परिषद का यह चुनावी प्रचार अभियान आरंभिक अवस्था में भाजपा के पक्ष में जाता हुआ नजर आ रहा है.
परंतु यह क्षेत्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का होने के कारण आने वाले समय में पूर्व मुख्यमंत्री की रणनीति और लोकप्रियता का भी असर पड़ेगा और कांग्रेस की तरफ से भी सक्रियता बढ़ेगी. पूरे प्रदेश की नजर वर्तमान समय में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र मैं सभी की नजर है जिससे मुकाबला रोमांचक होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता राजनीति में संभावनाएं और स्थितियां पल-पल बदलती हैं ऐसे में आने वाले समय में यह मुकाबला कितना रोचक होगा यह कहना मुमकिन नहीं परंतु जीत लोकतंत्र की होगी यह सुनिश्चित है और लोकतंत्र के इस महापर्व में भारत के नागरिक अपनी आहुति शत प्रतिशत आहूत करेंगे और अपने जनप्रतिनिधि को बहुमत से जीता कर कुम्हारी नगर पालिका परिषद क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी सौंपेंगे।
वार्ड में प्रचार करते हुये भाजपा कार्यकर्ता एवं समर्थक
टाइम पास अध्यक्ष के सहारे दुर्ग कांग्रेस का मेयर चुनाव कही प्रत्याशी को ना पड़ जाए भारी ...
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग कांग्रेस संगठन के जिलाध्यक्ष गया पटेल की लापरवाही और बंगले के आका की मनमानी का आरोप लगातार लगता आ रहा है . संगठन के कार्यो की सूझ बुझ कितनी है दुर्ग कांग्रेस जिलाध्यक्ष को ये सभी पिछले कार्यो से ही आंकलन कर सकते है . वही बड़ी बात यह है कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के लिए पूर्व विधायक वोरा कितने पक्षधर है यह भी किसी से छुपा नहीं है . सेनापति ही विवादों को जन्म दे तो सेना किस हौसले से जंग लड़ेगी किन्तु यहाँ कमजोर सेनापति का समर्थन जिस तरह से दुर्ग कांग्रेस के सर्वेसर्वा बने अरुण वोरा द्वारा किया जा रहा है उससे यही प्रतीत होता है कि कांग्रेस को पूरी तरह गर्त में पहुँचाने के बाद ही शायद पूर्व विधायक को चैन मिलेगा . ऐसे कई वाकया देखने को मिले जिसमे कांग्रेसियों के आपसी जंग के सूत्रधार अरुण वोरा ही नजर आये ऐसे में लगातार विवाद को जन्म देने के बाद भी प्रदेश कांग्रेस संगठन का मौन रहना कही ना कही प्रदेश अध्यक्ष की निष्क्रियता की तरफ भी सवालिया निशाँ लगा रहा है . प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज अपने एसी कार्यालय में बैठकर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत से जिताने की बात कर रहे है जबकि विधान सभा में बुरी हार के बाद लोकसभा चुनाव में उससे ज्यादा दुर्गति हुई अब बस नगरीय निकाय चुनाव ही बांकी रह गया यह चुनाव भी कांग्रेस प्रत्याशियों के कारण नहीं वरण कमजोर संगठन के कारण हार की कगार पर नजर आ रहा है . जमीनी स्तर के नेताओ में आज भी जोश है किन्तु संगठन की निष्क्रियता आज समर्पित कार्यकर्ताओ की आशाओ पर पानी फेर रहा है . जिस तरह से हालत नजर आ रहे है उससे यही प्रतीत हो रहा है कि कांग्रेस नेता अरुण वोरा के रिमोट कंट्रोल अध्यक्ष के रूप में गया पटेल भी अपना अस्तित्व ना खो दे वही अब शहर की जनता के साथ कार्यकर्ताओ में भी यह चर्चा होने लगी कि पूर्व विधायक वोरा जिस तरह से 48 हजार वोट से हारने की कगार पर थे तब आधे मतगणना के बीच वापस आ गए किन्तु लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की बड़ी हार आधे राउंड पर ही स्पष्ट हो गयी तब जब सभी कांग्रेसी वापस आने लगे किन्तु वोरा जी पुरे समय मुस्कुराते हुए बड़ी हार के साथ आये तब कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू दुर्ग विधान सभा से लगभग 74 हजार मतों से हारे अब यह चर्चा जोरो पर है कि इस बार क्या वोरा जी का टारगेट और बड़ी हार की ओर है ताकि वही दुर्ग में ऐसे नेता बने जो सबसे कम मतों से हारे हुए माने जाए और आने वाले समय में फिर अपनी दावेदारी पेश करे. चुनावी चर्चाये लगातार कई रूप ले रही है वही आपसी कलह पर राजीव भवन में पूर्व सीएम ने भी पूर्व विधायक और भीतरी घात वाले कांग्रेसियों को इशारो ही इशारो में कड़ी बात कह दी .
एक बार फिर कांग्रेस में खेला हो गया। गंजपारा वार्ड 36 की कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सुरेश गुप्ता को आखिर कांग्रेस का चुनाव चिन्ह नहीं मिल सका। इसकी वजह बी फार्म मे जानबूझकर की गई गड़बड़ी को बताया जा रहा है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष गया पटेल ने जो बी फार्म जमा किया उसमें प्रतिभा की जगह प्रीतिमा गुप्ता नाम अंकित किया गया, और न उसमे पति का नाम दिया गया और न पिता का। गंजपारा के कांग्रेसियों का आरोप है कि कतिपय कांग्रेस नेताओं के इशारे पर जान बूझकर प्रतिभा गुप्ता के नाम से छेड़छाड़ किया गया है। अब उन्हें काँग्रेस के हाथ की जगह सिलाई मशीन चुनाव चिन्ह मिला है।
शहर कांग्रेस की इस हरकत से गंजपारा क्षेत्र के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है। अब कांग्रेस नेताओं द्वारा कहा जा रहा है कि प्रतिभा गुप्ता का प्रचार प्रसार में उन्हें कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी होने का उल्लेख करो। मगर प्रतिभा गुप्ता के पक्ष का कहना है कि वे पूरे दमखम के साथ निर्दलीय ही चुनाव में उतरेंगे।
गंजपारा वार्ड 36 में अब सिर्फ दो ही प्रत्याशी मैदान में रह गए है। नामांकन के काफी पहले प्रतिभा गुप्ता के समर्थक जनसंपर्क में जुट गए थे। उन्हें आमजनों के बीच बेहतर प्रतिसाद भी मिल रहा था। मगर स्थानीय कांग्रेस के नेताओ को यह मंजूर नहीं था, और सबने मिलकर खेला कर दिया। महापौर चुनाव में भी पार्टी के प्रत्याशी को इसका खामियाजा उठाना पड़ सकता है।
इस चुनाव में कांग्रेस नेताओ ने अपने समर्पित दावेदारों को खूब सताया है। वार्ड 45 में भी आयुष शर्मा को टिकट देने के बाद वापस ले लिया गया। प्रकाश गीते जैसे परंपरागत कार्यकर्ताओ को निर्दलीय उतरना पड़ा। असंतुष्ट कांग्रेस कार्यकर्ताओ के यह समन्वित आक्रोश पार्टी को नुकसान पहुंचाएगा।
दुर्ग ग्रामीण / शौर्यपथ / क्षेत्र क्रमांक 13 से प्रेमलता गुलाब देशमुख ने जनपद सदस्य के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। प्रेमलता स्वतंत्र पत्रकार गुलाब देशमुख की पत्नी है इस बार वे जनपद पंचायत सदस्य बनने भाग्य आजमा रही है उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग लगातार उनके पत्रकार पति को समस्या निवारण के लिए फोन करते हैं , कुछ मुद्दे वे मीडिया के माध्यम से उठाते हैं, कई मामलों को वे अपने स्तर पर निपटा लेते हैं, कई अधिकारी उनका नाम और काम देखकर भी समस्या निवारण करते हैं पर ऐसा होता है कि समस्याएं कई बार विपरीत होती है जो बिना नेतागिरी के होती ही नहीं उनके कार्यों को देखते हुए मुझे यह कदम बढ़ाना पड़ा है। क्षेत्र में समर्थन मिल रहा है। जीत हार अपनी जगह है पर संघर्ष तो किस्मत में लिखा हुआ है। बिना संघर्ष के जीवन कैसा, मेरे पति अपने लिए नहीं वंचित तबकों की आवाज उठाते है, कल मैं अगर जीत कर आऊंगी तो सदन में वे मुद्दे उठाएंगे, लोगों का काम बनेगा योजनाएं जमीन तक पहुंचेगी।इसलिए मुझे लगा कि समाज सेवा में उतरना चाहिए।
बहरहाल यहां उम्मीदवार और आने है अभी तक प्राप्त जानकारी अनुसार कुल 3 नामांकन दाखिल हुए है।
दुर्ग। शौर्यपथ। वार्ड नंबर 45 में कांग्रेस के टिकट बंटवारे को लेकर जिस तरह से छिछालेदरी हुई वह दुर्ग की जनता ने देख ही लिया आश्चर्य की बात यह है कि वार्ड नंबर 45 के जिस टिकट के लिए प्रत्याशियों में आपसी विवाद हुआ उस वार्ड में दोनों ही प्रत्याशी निवास नहीं करते पिछले निकाय चुनाव में प्रतिकूल स्थिति देखकर राजेश शर्मा सुरक्षित सीट वार्ड नंबर 46 से चुनावी मैदान में उतरे वही आयुष शर्मा वार्ड नंबर 43 के निवासी हैं दोनों ही दावेदार वार्ड नंबर 45 में निवास नहीं करते परंतु टिकट के लिए जिस तरह से पूर्व महापौर गुट और पूर्व विधायक गुट की जंग चली वह सभी के सामने है और कांग्रेस की नियति भी साफ नजर आने लगी है दुर्ग कांग्रेस को अपनी जागीर समझने वाले नेताओं ने वार्ड नंबर 45 के उसे दावेदार को दरकिनार कर दिया जो शिक्षा सामाजिक स्तर और राजनीतिक स्तर में तो एक अलग पहचान बनाए हुए हैं वहीं कम उम्र में हाई कोर्ट के अधिवक्ता होने का भी सम्मान प्राप्त कर चुका है साथ ही राजनीतिक पृष्ठभूमि भी ऐसी है जो बेदाग है.
बात करें तो वार्ड नंबर 45 में निवास रत सौरभ ताम्रकार की सौरभ ताम्रकार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व महापौर शंकर लाल ताम्रकार के पोते हैं 2008 से वह कांग्रेस में सक्रियता से कार्य कर रहे हैं कांग्रेस परिपाटी का पूरी तरह पालन करते हुए सदैव कांग्रेस हित की बात करते हैं कम उम्र में जिस तरह से उन्होंने उपलब्धि हासिल की वार्ड नंबर 45 से वह एक बेहतरीन प्रत्याशी हो सकते थे परंतु कांग्रेस को इस्तेमाल करने वाले नेता कांग्रेस टिकट को बांटने या दान देने का खेल ऐसा खेले की कई वार्डों में प्रत्याशियों की निष्क्री छवि के बाद भी वह चुनावी मैदान में है वहीं राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विधायक बांग्ला जो दुर्ग में कांग्रेस का सर्वे सर्वा है कहीं से यह नहीं चाहता कि पूर्व महापौर शंकर लाल ताम्रकार के परिवार से किसी को आगे बढ़ने दिया जाए.
ऐसे में काबिल कांग्रेसी अपनी अवहेलना से लगातार कांग्रेस का दामन छोड़ रहे हैं आने वाले समय में देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस संगठन दुर्ग कांग्रेस की बदहाल स्थिति पर गंभीरता से विचार करता है या फिर प्रदेश संगठन दुर्ग कांग्रेस को लीज पद्धति के माफिक अरुण वोरा की झोली में समर्पित करता रहेगा.
दुर्ग। शौर्यपथ। दुर्ग नगर निगम चुनाव में अब मतदाताओं की स्थिति और रुख धीरे-धीरे स्पष्ट होने लग रही है कि मतदाता किस ओर रुख करेंगे और अपने पार्षद के कार्यों का आकलन कैसे करेंगे?
भाजपा संगठन जिस तरह से मजबूत स्थिति में है उसे यह तो लगता है कि वह पुरे दमदारी से चुनाव लड़ेगी परंतु स्थानीय चुनाव में पार्टी ज्यादा अहमियत नहीं रखती बल्कि उससे ज्यादा अहमियत प्रत्याशी की छवि होती है वार्ड नंबर 39 की बात करें तो दुर्ग के वार्ड नंबर 39 में गुलाब वर्मा जो भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी हैं की स्थिति काफी खराब है वार्ड वासियों की माने तो 5 साल में वार्ड में सड़कों का निर्माण की उंगलियों में गिना जा सकता है एक दो सड़क का ही निर्माण हुआ स्थिति यहां तक है कि पार्षद के निवास के सामने की सड़क भी आज टूट-फूटी स्थिति में है वार्ड में स्थित सामुदायिक वहां जर्जर अवस्था में है परंतु उसे पर संधारण कार्य नहीं हो सका. डबरी में प्लाटिंग हो चुकी है डबरी में प्लाटिंग की आड़ में तालाब के हिस्से को भी पाटने की खबर आ रही है प्लांट दलाली का काम करने वाले गुलाब वर्मा के ऊपर वार्ड वासी आरोप लगा रहे हैं कि तालाब के हिस्से को भी अतिक्रमण का लिया गया है स्थिति की असली समीक्षा तो जांच के बाद ही सामने आ सकती है परंतु वार्ड में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है वार्ड वासी अब एक बार फिर 11 फरवरी का इंतजार कर रहे हैं.11 फरवरी को वार्ड की जनता अपना रोष पूर्व पार्षद के ऊपर लगाकर नए पार्षद के चुनाव के लिए तैयार है वार्ड वासियों की माने तो पिछले 5 सालों में वार्ड की जनता की मूलभूत सुविधाओं के लिए जनता परेशान होती रही सड़क नाली पानी बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए वार्ड में कोई ऐसा सराहनी कार्य नहीं हुआ जो वार्ड की जनता को भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के हक में पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करें.
मध्य वर्गी जनता अगर वार्ड में पार्षद के रूप में भारतीय जनता पार्टी को नकारती है तो प्रत्यक्ष प्रणाली के चुनाव में कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी के महापौर प्रत्याशी अलका वाघमारे के वोट बैंक में भी कटौती होगी ऐसे में अब देखना यह है कि आने वाले 10 दिनों में वर्मा किस तरह वार्ड वासियो को अपने पक्ष में करते हैं और भाजपा को जीत दिलाते हैं या फिर अपने साथ-साथ भाजपा प्रत्याशी को भी नुकसान पहुंचाते हैं।