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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
कांकेर / शौर्यपथ / महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े आज कांकेर जिला के ग्राम गढ़पिछवाड़ी के सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित विभाग स्तरीय विज्ञान मेला एवं संस्कृति महोत्सव तथा पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों के द्वारा तैयार किए गए मॉडल एवं प्रोजेक्ट का अवलोकन किया तथा उनके उत्कृष्ट कलात्मक मॉडल की सराहना की।
कैबिनेट मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी प्रतिभा छोटी या बड़ी नहीं होती। आज के बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार होना बहुत जरूरी है तथा सरस्वती शिक्षा संस्थान इस कार्य में अन्य संस्थाओं की अपेक्षा कहीं अधिक अग्रणी है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को समयबद्ध एवं अनुशासित होना आवश्यक है तभी वे अपने निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम होंगे।
श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर का मूल उद्देश्य चरित्र निर्माण के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण करना भी है और यह संस्थान भलीभांति अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहा है। इस अवसर पर कांकेर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद श्री मोहन मण्डावी ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए नैतिक मूल्यों को आगे बढ़ाने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की बात कहीं। कार्यक्रम में कांकेर विधायक आशाराम नेताम, राज्य मत्स्य विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भरत मटियारा सहित संस्था के प्राचार्य एवं शिक्षकगण और बड़ी संख्या में स्कूली बच्चें उपस्थित थे।
मूक-बधिर बच्चों के बीच मनाया प्रधानमंत्री का जन्मदिन
प्रदेश की समाज कल्याण एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े और कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम आज शाम को कांकेर जिला के प्रवास के दौरान ग्राम कोदाभाट स्थित शासकीय श्रवण बाधितार्थ आवासीय विद्यालय पहुंचे, जहां पर उन्होंने मूक-बधिर बच्चों से आत्मीय भेंट की। इस दौरान बच्चों ने गीत सुनाकर उनका स्वागत किया, जिससे वे काफी प्रसंन्न हुईं साथ ही बच्चों से विद्यालय में मिलने वाले भोजन, यूनिफॉर्म आदि के बारे में पूछा। तत्पश्चात उन्होंने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर बच्चों से केक कटवाया और सभी बच्चों को एक-एक करके अपने हाथों से केक और मिठाइयां खिलाईं। समाज कल्याण मंत्री को अपने बीच पाकर बच्चे भी प्रसन्न हो गए।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अमर बलिदानी गोंड राजा श्री शंकर शाह और उनके पुत्र श्री कुंवर रघुनाथ शाह की 18 सितंबर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह जी ने अंग्रेजों के अत्याचार और गुलामी विरुद्ध आवाज उठाई और अपना बलिदान देकर मध्य भारत में आजादी की अलख जगाई। श्री साय ने कहा कि राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। उनकी अमर बलिदान गाथा चिरकाल तक भारतीयों को गर्व, गौरव और स्वाभिमान की अनुभूति कराती रहेगी।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और कानूनविद बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल की 18 सितम्बर को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लोगों में जागृति फैलाने के लिए बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल जी ने रामलीला के मंच से राष्ट्रीय रामायण का अभिनव प्रयोग किया। युवाओं में राष्ट्रीयता की भावना जागृत कर स्वतंत्रता आंदोलनों से जोड़ने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सविनय अवज्ञा आंदोलन में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे संविधान सभा के सदस्य भी रहे।ठाकुर छेदीलाल जी की उपलब्धियों और समाज के लिए किए गए योगदान को हमेशा याद किया जायेगा।
आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के जीवन में खुशहाली लाना ही सरकार का लक्ष्य: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
सतत् विकास के लिए राज्य सरकार कर रही निरंतर कार्य: वित्त मंत्री चौधरी
रायपुर / शौर्यपथ / प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने जन्म दिन के मौके पर छत्तीसगढ़ राज्य के आवासहीन परिवारों को स्वयं का पक्का मकान बनाने के लिए पहली किश्त की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ऑनलाईन ट्रांसफर की। ‘मोर आवास-मोर अधिकार‘ कार्यक्रम में वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने रायगढ़ शहरी क्षेत्र के 900 से अधिक हितग्राहियों को पांव पखार कर गृह प्रवेश के लिए चॉबी सौंपी। इस मौके पर राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम श्रीमती पूनम सोलंकी उपस्थित थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल रूप से जुड़कर आवास निर्माण के लिए चयनित हितग्राहियों को प्रथम किश्त की राशि अंतरित करते हुए हितग्राहियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के जीवन में खुशहाली लाना ही उनकी सरकार का लक्ष्य रहा है। 10 सालों में हमने इस लक्ष्य को हासिल करने में शानदार सफलता अर्जित की हैं। इस मौके पर 23 हजार से अधिक शहरी परिवारों को उनके निर्मित आवासों की चाबी, आवास का पूर्णता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज महत्वपूर्ण और खुशी का दिन है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर यहां आपको गृह प्रवेश करवाने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य के सतत विकास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार निरंतर कार्य कर रही है। शासन आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए पीएम आवास के कार्यों को प्राथमिकता से कर रही है। जिससे बड़ी संख्या में लोगों का पक्के आवास का सपना साकार हो रहा है। उन्होंने शहरी क्षेत्रों के गृह प्रवेश कर रहे हितग्राहियों को बधाई देते हुए कहा कि हमारी सरकार के लिए आज संतुष्टि का दिन है।
बुजुर्ग महिला हितग्राहियों का पांव पखार कर सौंपी घर की चॉबी-
वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने आज पीएम आवास योजना अंतर्गत रायगढ़ जिले के शहरी इलाकों के 900 से अधिक हितग्राहियों को प्रतीकात्मक चॉबी प्रदान कर गृह प्रवेश कराया। इस दौरान उन्होंने दो वरिष्ठ महिला हितग्राही धरमजयगढ़ निवासी श्रीमती खिमला राठिया एवं लैलूंगा की श्रीमती सलमा मोमिन के पांव पखारे और उन्हें ससम्मान घर की चॉबी सौंपी।
ज्ञात हो कि रायगढ़ शहरी क्षेत्र अंतर्गत 9620 स्वीकृत आवासों में 8133 पूर्ण हो चुके है, जिसमें से 900 से अधिक हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया गया। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु स्थायी प्रतीक्षा सूची के 38,796 एवं आवास प्लस के 6305 कुल 45,101 हितग्राहियों का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जो कि छत्तीसगढ़ के जिलों को प्राप्त सर्वाधिक लक्ष्य में 5 वें स्थान पर है। जिले के 26,255 हितग्राहियों को प्रथम किश्त की राशि जारी की गई है। जिले में विगत एक वर्ष में 12,589 आवास पूर्ण किए गए है।
वित्त मंत्री ने दिलाई स्वच्छता की शपथ-
वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इस दौरान उपस्थित सांसद, जनप्रतिनिधिगण एवं नागरिकों ने साल में 100 घंटे स्वच्छता के लिए समर्पित करने की शपथ ली। गौरतलब है कि निगम प्रशासन द्वारा 17 से 2 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता ही सेवा, संस्कार स्वच्छता, स्वभाव स्वच्छता अभियान शहर में चलाया जाएगा। इस दौरान केलो महा सफाई अभियान सहित प्रति दिवस विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जनसामान्य को प्रधानमंत्री के बचपन से युवावस्था संघर्ष के सफर को जानने का मिला मौका
प्रदर्शनी का बड़ी संख्या में लोगों ने किया अवलोकन
रायपुर / शौर्यपथ / जिला मुख्यालय रायगढ़ में नगर निगम ऑडिटोरियम में विकसित भारत: मोदी जी की संकल्पना पर आधारित विकासशील भारत छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ वित्त मंत्री ओ.पी चौधरी ने किया।
फोटो प्रदर्शनी में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन की झांकी तथा उनके द्वारा कर्तव्यनिष्ठा के साथ देश के लिए किए जा रहे कार्यों एवं योगदान की झलक समाहित है। फोटो प्रदर्शनी में बच्चों के प्यारे मोदी जी, जनभागीदारी जन-जन की सामूहिक हिस्सेदारी, जी-20 में प्रधानमंत्री मोदी का निर्णायक नेतृत्व, नारी शक्ति से देश की तरक्की, ड्रिम बिग, वाटर ग्रिड, सोलर प्लांट, बचपन की पाठशाला से, गुजरात मॉडल, अभूतपूर्व विकास अनुपम परिणाम, हिमालय की गोद में, देश की संस्कृति का गौरव से प्रदर्शन, मोदी के साथ दुनिया योग पथ पर, एक पेड़ माँ के नाम, डिजिटल हुई पहचान डिजिटल से भुगतान डिजिटल से जीवन आसान, खेल से बढ़ाया तालमेल, युवाओं को रोजगार सहित विभिन्न उपलब्धियों को फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से दिखाई गई। जिसका बड़ी संख्या में पीएम आवास के हितग्राही, ग्रामीण जनसामान्य ने कौतुलतावश अवलोकन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के साथ विकसित भारत बनाने की नीव व लोक कल्याण कारी योजनाओं, कार्यक्रम तथा विकास को यह फोटो प्रदर्शनी उत्कृष्ट रूप से प्रदर्शित कर रही है। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष नगर निगम श्रीमती पूनम सोलंकी, पार्षद पंकज कंकरवाल, आयुक्त नगर निगम सुनील कुमार चंद्रवंशी, स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित जनसामान्य उपास्थित रहे।
जशपुर के श्रीमती फुलजेन्सिया एक्का और श्रीमती कुसुम सहित हितग्राहियों का जाना कुशलक्षेम
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘आज मोर आवास-मोर अधिकार‘ कार्यक्रम के पश्चात प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के साथ बैठकर भोजन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने साथ में बैठकर भोजन कर रही जशपुर जिले के कुनकुरी निवासी श्रीमती फुलजेन्सिया एक्का और फरसाबहार की श्रीमती कुसुम से चर्चा करते हुए उनका एवं उनके परिवार का कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री के साथ भोजन करने वालों में जशपुर के श्री राम, कबीरधाम के दौलतराम व लालाराम, बस्तर के लाहेन्द्र सिंह और श्रीमती सोनामणि, मुंगेली के महेश और समारू साहू, कांकेर की श्रीमती पूर्णिमा पटेल, बलौदाबाजार की श्रीमती हेमिन ध्रुव, रायपुर की श्रीमती रामबती पुरैना और जट्टासिंग शामिल थे।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक द्वय गुरु खुशवंत साहेब और अनुज शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में आयोजित 'मोर आवास मोर अधिकार' कार्यक्रम में अपने प्रशासनिक और राजनीतिक जीवन का एक भावुक और अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जनसेवा की नई मिसाल कायम करते हुए हितग्राहियों के पांव पखारकर उनका आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसके माध्यम से जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को यह संदेश भी दिया है की वे स्वयं को आम जनता से ऊपर न समझकर स्वयं को जनता का सेवक समझें और मानवीय दृष्टिकोण से आदर के साथ आमजन की समस्याओं को सहृदयतापूर्वक सुनकर उनका त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री साय के द्वारा हितग्राहियों के पांव पखार कर आशीर्वाद लेना छत्तीसगढ़ में जनप्रतिनिधियों और आम जनता के बीच विश्वास और सेवा का प्रतीक बन गया है।
नसीम अहमद खान, उप संचालक जनसंपर्क
रायपुर /शौर्यपथ / प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए संचालित पीएम जनमन योजना (प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान) के चलते छत्तीसगढ़ राज्य अति पिछड़े जनजातीय समुदाय तकदीर और इनकी बसाहटों की तस्वीर तेजी से बदलने लगी है। विशेष पिछड़ी जनजातियों के रहवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का तेजी से विकास होने लगा है। बरसों-बरस से आवास, स्वच्छ पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित इन जनजातीय समूहों को अब मिशन मोड में यह बुनियादी सुविधाएं सुभल होने लगी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पीएम जनमन योजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य के सभी विशेष पिछड़ी जनजातीय इलाकों में बुनियादी विकास एवं निर्माण के कार्य तेजी से कराये जा रहे है। राज्य में पीएम जनमन योजना को शुरू हुए अभी एक साल का भी अरसा पूरा नहीं हुआ है, फिर भी छत्तीसगढ़ सरकार की प्रतिबद्धता के चलते इसके सार्थक परिणाम दिखाई देने लगे है। कबीरधाम जिले में प्रधानमंत्री जनमन योजना के चलते बैगा समुदाय की तकदीर और इनकी बसाहटों की तस्वीर बदलने लगी है।
छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित कबीरधाम, राजनांदगांव, मुंगेली, बिलासपुर और कोरिया जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समुदाय के लोग निवास करते है। जनसंख्यात्मक दृष्टिकोण से बैगा, छत्तीसगढ़ राज्य की विशेष पिछड़ी जनजातियों में सर्वाधिक आबादी वाला जनजाति समुदाय है। छत्तीसगढ़ राज्य में उक्त 5 जिलों में बैगा समुदाय के 24 हजार 589 परिवार निवासरत है, जिसमें से लगभग 46 प्रतिशत यानि 11 हजार 261 परिवार कबीरधाम जिले में रहते हैं।
कबीरधाम जिले के बोड़ला एवं पंडरिया में बैगा समुदाय के लोग निवास करते हैं। इस समुदाय की 38 बसाहटों में निवासरत 255 परिवारों के घरों में विद्युत सुविधा से रौशन किया जा चुका है, जबकि 56 बैगा बसाहटों को जोड़ने के लिए 186.20 किलोमीटर लम्बाई वाली 47 सड़कों के निर्माण के लिए 135.72 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी गई है। इनमें से 42 सड़कों के निर्माण प्रारंभ हो चुका है, जिसके अंतर्गत पक्की डामरीकृत सड़क एवं नदी-नालों पर पुल-पुलियों का निर्माण जारी है।
कबीरधाम के पंडरिया विकासखंड के ग्राम भागड़ा, जामुनपानी, कामठी, कुई, मंगली सारपानी टाकटाईयां, बदना, गुडा, छिरहा, मुनमुना, नेउर और लालपुर में विशेष शिविर लगाकर बैगा समुदाय के लोगों के स्वास्थ्य एवं सिकलसेल की जांच के साथ ही 1870 बैगा परिवारों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किए गए हैं। इन गांवों के 86 गर्भवती माताओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया। स्वास्थ के प्रति जन-जागरूकता का विशेष अभियान संचालित करने का यह परिणाम है कि अब बैगा समुदाय की महिलाएं भी प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में बिना झिझक आने लगी है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा खेती-किसानी के लिए दी जा रही मदद के चलते अब बैगा समुदाय के लोग बेवर खेती को छोड़ परंपरागत तौर-तरीकों से खेती-किसानी करने लगे है। बेवर खेती दरअसल झूम खेती है। बैगा समुदाय के लोग एक स्थान पर स्थायी तौर पर निवास न करने के कारण बेवर यानी झूम खेती किया करते थे। बिना ब्याज के कृषि ऋण, अनुदान पर कृषि यंत्रों सहित अन्य सुविधाएं मिलने की वजह से बैगा समुदाय के लोग अब बेवर खेती को छोड़ स्थायी खेती करने लगे है। कबीरधाम जिले में शासन द्वारा बैगा समुदाय के लोगों को किसान क्रेडिट कार्ड एवं खेती-किसानी के लिए इस वर्ष 11.70 लाख रूपए का कृषि ऋण दिया जा चुका है।
ग्राम दमगढ़ निवासी समेलाल बैगा के पास 5.5 एकड़ कृषि भूमि है। प्रधानमंत्री जनमन येाजना के तहत उन्होंने एक लाख रूपए ऋण लेकर अपनी कृषि भूमि पर धान की खेती के लायक बना दिया है। समेलाल का कहना है कि धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी और राशि का तत्काल भुगतान होने से उन्हें कृषि से लाभ होने लगा है। ग्राम रोखनी के राजकुमार बैगा के पास 02 एकड़ कृषि भूमि है। प्रधानमंत्री जनमन योजना से ऋण लेकर उन्होंने खेत का सुधार कराया है और धान की खेती की है। फसल अच्छी होने की वजह से उन्हें, इससे लाभ होने की उम्मीद है। नवीन क्रेडिट कार्ड से ऋण मिलने से खेती की जरूरतें पूरी होने लगी है।
पीएम-जनमन योजना के चलते कबीरधाम जिले की 260 बैगा बसाहटों में सोलर पंप, पानी टंकी, पाईप लाईन के माध्यम से बैगा परिवारों के घरों में नल से जल की आपूर्ति का काम तेजी से कराया जा रहा है। वर्तमान में विकासखंड बोड़ला के 181 बसाहटों में से 62 बसाहटों में सोलर पंप, पानी टंकी, पाईप लाईन के माध्यम से जलापूर्ति शुरू कर दी गई है, शेष 119 बसाहटों में नल कनेक्शन दिए जाने का काम जारी है। पंडरिया ब्लॉक अंतर्गत 78 बैगा बसाहटों में से 18 बसाहटों में नल से जल प्रदाय करने का काम पूरा हो चुका है, जबकि शेष बसाहटों में पानी टंकी निर्माण कार्य, पाईप लाईन बिछाने का काम जारी है। बैगा बसाहटों में पेयजल के लिए पहले से हैण्डपंप स्थापित है।
प्रधानमंत्री जनमन योजना अंतर्गत कबीरधाम जिले में 8 हजार 596 विशेष पिछड़ी जनजाति के तहत बैगा समुदाय के परिवारों का सर्वे में 8 हजार 440 परिवार बैगा परिवार आवास के लिए पात्र पाए गए है, जिनमें से 7853 का परिवारों का पंजीयन आवास पोर्टल में किया गया है एवं 7394 परिवारों को आवास की स्वीकृति प्रदान की गई है। स्वीकृत परिवारों में से 6 हजार 678 हितग्राहियों को प्रथम किश्त, 3031 हितग्राहियों को द्वितीय किश्त एवं 1081 हितग्राहियों को तृतीय किश्त की राशि ऑनलाईन डी.बी.टी. के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जा चुकी है। बैगा समुदाय के रहवासी इलाकों में 4 छात्रावास, 39 आंगनबाड़ी केन्द्र, 2 वनधन केन्द्र, 13 बहुद्देशीय केन्द्र सहित कुल 370 कार्यों की स्वीकृति दी गई हैं, जिन्हें तेजी से पूरा कराया जा रहा है।
राज्य की नई औद्योगिक नीति के तहत हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए निवेशकों को मिलेगी हर भव मदद
गुजरात में आयोजित ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर मीट 2024 के ’’ग्रीन हाइड्रोजन सीईओ राऊंड टेबल’’ में निवेशकों को दी गई जानकारी
छत्तीसगढ़ की अपरम्परागत ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश हेतु निवेशकों को किया गया आमंत्रित
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और ऊर्जा विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद की गरिमामय उपस्थिति में गुजरात में आयोजित ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर मीट-2024 के दौरान आयोजित ’’ग्रीन हाइड्रोजन सीईओ राऊंड टेबल’’ कॉन्फ्रेंस में निवेशकों को यह जानकारी दी गई कि छत्तीसगढ़ में ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए छत्तीसगढ़ में निवेश करने वाले निवेशकों को राज्य की नवीन औद्योगिक नीति 2024-29 के तहत हर संभव प्रोत्साहन और सहयोग प्रदान किया जाएगा। इस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व, छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण (सीबीडीए) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुमित सरकार द्वारा किया गया।
सीबीडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा इस अंतर्राष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट में छत्तीसगढ़ राज्य में अपरम्परागत ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया। निवेशकों को छत्तीसगढ़ में भविष्य की महत्वपूर्ण बायोमास आधारित योजनायें जैसे-बायो-एथेनॉल, बायोजेट एवियेशन फ्यूल, कम्प्रेस्ड बायोगैस तथा ग्रीन हाइड्रोजन आदि में निवेश के लिये निवेशकों को आमंत्रित किया गया।
निवेशकों को जानकारी दी गई कि छत्तीसगढ़ राज्य के पूरे ग्रामीण परिदृश्य में बायोमास जैसे कि कृषि अपशिष्ट, डेयरी उद्योग से निकलने वाले अपशिष्ट, फल एवं सब्जी बाजारों के अपशिष्ट, गोबर की बहुतायत है, जिसका उपयुक्त तकनीक से प्रसंस्करण कर वृहद पैमाने पर ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन की अपार संभावनायें हैं। यह प्रयास सफल होने पर राज्य में संचालित वृहद स्टील उद्योगों, खादय प्रसंस्करण इकाईयों, फर्टीलाईजर इकाई में ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग इन्डस्ट्रीयल एप्लीकेशन के रूप में किया जाएगा। इस तरह राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन वर्ष 2030 के लक्ष्य 05 मिलियन मीट्रिक टन उत्पादन की दिशा में छत्तीसगढ़ का अहम् योगदान निश्चित होगा तथा ऊर्जा संरक्षण की दिशा में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी।
सीबीडीए के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सभी निवशकों को आश्वस्त किया कि राज्य की नवीन औद्योगिक नीति 2024-29 में हरित अर्थव्यवस्था के निर्माण हेतु निवेशकों को यथासंभव प्रोत्साहन मिलेगा, साथ ही राज्य में रोजगार के नवीन अवसर भी सृजित होंगे।
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव के निर्देश पर प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को सहायता राशि स्वीकृत की जा रही है। राज्य में सूखा, बाढ, अतिवृष्टि, अग्नि, दुर्घटना, ओलावृष्टि, आधी-तूफान आदि के मामलों में अब तक 298.66 करोड़ की सहायता राशि स्वीकृत की जा चुकी है। राज्य के सभी कलेक्टरों को प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ितों को तत्काल सहायता राशि स्वीकृत करने के निर्देश दिए गए हैं।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अन्तर्गत राहत आयुक्त कार्यालय राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अन्तर्गत राहत आयुक्त कार्यालय मंत्रालय में स्थापित किया गया है। राज्य स्तर पर प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की जानकारी संकलित कर पीड़ितों को प्रदाय की जा रही इसकी निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा 298 करोड़ 66 लाख 55 हज़ार रुपए की स्वीकृत अनुदान सहायता राशि सभी 33 जिलों को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जारी की गई है। वर्ष 2024-25 के बजट में राज्य आपदा मोचननिधि के लिए 533 करोड़ 60 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। इसी तरह राष्ट्रीय आपदा मोचन निधि के लिए 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के लिए 133 करोड़ 40 लाख रूपए का प्रावधान के साथ-साथ निर्देशन व प्रशासन के लिए 3.26 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। आपदाओं का विश्लेषण एवं योजना तैयार करने के लिए 58 लाख रूपए का प्रावधान राज्य सकरार द्वारा किया गया है।
मालती गुप्ता और श्री अधीन राम को मिला पक्का मकान
जशपुरनगर /शौर्यपथ /प्रधानमंत्री आवास योजना किस प्रकार गरीबों के जीवन में खुशहाली और स्थिरता ला रही है इसका जीवंत उदाहरण देखने को मिलता है श्रीमती मालती गुप्ता और श्री अधीन राम को इस योजना के तहत मिले मकान से।
श्रीमती मालती गुप्ता का जीवन आर्थिक रूप से बहुत संघर्षपूर्ण रहा है। मिट्टी के घर में रहने के कारण उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता था। बरसात के दिनों में घर की छत टपकती थी, जिससे घर में रहना मुश्किल हो जाता था। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत आज श्रीमती मालती गुप्ता का सपना साकार हो गया है। अब उनके पास एक पक्का मकान है। वे कहती हैं, बरसात में घर में पानी टपकने के कारण जीना मुश्किल था, लेकिन अब पीएम आवास योजना की बदौलत मुझे अपना पक्का मकान बनाने का मौका मिला है।
इसी तरह श्री अधीन राम को भी इस योजना के माध्यम से पक्का आवास प्राप्त हुआ है। वे बताते हैं कि मैं पिछले 20-22 वर्षों से किराए के मकान में रह रहा था। यहाँ काम करते-करते मैंने तीन डिसमिल जमीन खरीदी, जिसमें मेरी सारी कमाई लग गई। इसके बाद पता चला कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत गरीब परिवारों को आवास मिल रहा है। मैंने फॉर्म भरा और आज मेरे पास भी अपना पक्का मकान है। अब हम अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी रहते हैं।
श्री अधीन राम और श्रीमती मालती गुप्ता ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि इनकी दूरदर्शिता और प्रयासों ने गरीब परिवारों का अपना घर होने का सपना साकार कर दिखाया है।
आदिवासी महिला स्व सहायता समूहों को बनाया जा रहा सशक्त
जशपुरनगर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जशपुर अंचल क्षेत्रों में आदिवासी युवाओं महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं। जिले में विभिन्न प्रकार के वनोपज पाए जाते हैं। जिनका उत्पाद तैयार करके दिल्ली तक भी पहुंचाया जा रहा है, ताकि स्थानीय युवाओं और महिलाओं को लाभ मिल सके। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल एवं जिला प्रशासन की विशेष पहल पर अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में जशप्योर टीम वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में नवाचारों में प्रदर्शन करने जा रही है। जिला प्रशासन स्टॉल स्थान सुरक्षित करने, यात्रा और आवास व्यवस्था को सुविधाजनक बनाने में सहायता कर रहा हैं। यह पहल स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा देने और आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
जशप्योर को प्रतिष्ठित वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 कार्यक्रम में जशपुर का प्रतिनिधित्व करेगें। टीम 19 से 22 सितंबर 2024 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होगें। जहॉ महुआ उत्पादों के साथ अपने अभूतपूर्व नवाचारों की जानकारी देगें। जिसका लक्ष्य इस पारंपरिक सामग्री को आम थाली में लाना है।
महुआ और बाजरा आधारित उत्पादों के साथ नवाचार
युवा वैज्ञानिक समर्थ जैन ने बताया कि जशप्योर एक महत्वपूर्ण लघु वन उपज, महुआ फूलों का उपयोग करके नवीन उत्पाद विकसित करने में सबसे आगे रहा है। हमारी टीम महुआ-आधारित उत्पादों की एक श्रृंखला का प्रदर्शन करेगी जो पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ती है, स्थिरता और पोषण पर जोर देती है। महुआ उत्पादों के अलावा, हम अपने बाजरा-आधारित उत्पादों का भी प्रदर्शन करेंगे, जिनमें पास्ता, कुकीज़ और कोल्ड-प्रोसेस्ड, ढेकी कुटा जवाफूल चावल शामिल हैं, जो बाजरा के पोषण संबंधी लाभों और बहुमुखी प्रतिभा को उजागर करते हैं।
मुख्य उददेश्य
हमारा मुख्य उददेश्य महुआ को रोजमर्रा के भोजन में शामिल करना है, जिससे यह दुनिया भर के घरों में मुख्य भोजन बन जाए। यह पहल न केवल महुआ के पोषण संबंधी लाभों को बढ़ावा देती है बल्कि इसके संग्रह और प्रसंस्करण में शामिल आदिवासी समुदायों की आजीविका का भी समर्थन करती है।
आदिवासी महिलाओं और स्व सहायता समूह सदस्यों को सशक्त बनाना
हमारी भागीदारी का मुख्य आकर्षण आदिवासी महिलाओं और स्व-सहायता समूह (एसएचजी) के सदस्यों को मिलने वाला अवसर है। अनेश्वरी भगत और प्रभा साई, दो समर्पित एसएचजी सदस्य, इस कार्यक्रम में जशप्योर टीम का हिस्सा होंगे। उनकी भागीदारी आदिवासी समुदायों को सशक्त बनाने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनके योगदान को प्रदर्शित करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 के बारे में
भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित, वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 एक प्रमुख कार्यक्रम है जो वैश्विक खाद्य उद्योग के हितधारकों को एक साथ लाता है। इस आयोजन में खाद्य क्षेत्र में निवेश और नवाचारों को बढ़ावा देने वाली प्रदर्शनियाँ, सम्मेलन और नेटवर्किंग के अवसर शामिल हैं।
स्कूली बच्चों और आम नागरिकों ने किया अवलोकन
जशपुरनगर /शौर्यपथ /कलेक्टोरेट परिसर जशपुर में जनसंपर्क विभाग द्वारा विकसित भारत: मोदी जी की संकल्पना थीम पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया। फोटो प्रदर्शनी का शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने अवलोकन किया। इस अवसर पर जशपुर बीईओ श्री लक्ष्मण शर्मा, शिक्षा विभाग के सहायक संचालक श्रीमती सराजेनी खलखो, शिक्षिका श्रीमती सावित्री भगत, श्रीमती रेशमा यादव, शिक्षक श्री रंजीत खलखो, श्री डमरूधर सोनकार, श्री तिलक राम सिदार, श्री विन्धाचल शर्मा, श्री प्रदीप श्रीवास्तव, श्री प्रदीप कुमार भगत, जिला जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती नूतन सिदार सहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
विकसित भारत: मोदी जी की संकल्पना थीम पर आधारित फोटो प्रदर्शनी महज प्रदर्शनी नहीं वरन, विकसित भारत परिकल्पना का आधार और नीव है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। देश के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सबको देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की संकल्प और परिकल्पना को साकार करने में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभानी होगी।
बीईओ श्री शर्मा ने बच्चों को विकसित भारत बनाने तथा केंद्र सरकार द्वारा संचालित लोककल्याण कारी योजनाओं, कार्यक्रम तथा विकास की परिदृश्य को जनजन तक पहुँचाने के लिए फ़ोटो प्रदर्शनी को सार्थक पहल बताया।
फोटो प्रदर्शनी में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जीवन की झांकी तथा उनके द्वारा कर्तव्यनिष्ठा के साथ देश के लिए किए जा रहे कार्यों एवं योगदान की झलक समाहित है। फोटो प्रदर्शनी में बचपन, पाठशाला, माँ से मिला संस्कार, देश भक्ति की शक्ति, किताबों के समंदर के गोताखोर, युवा नमो जीवन एक खोज, हिमालय की गोद में, पावरफुल सीएम, वीआईपी कल्चर को गुडबाय, मोदी 3.0, बाबासाहेब को सच्ची श्रद्धांजलि, 24 घंण्टे भी कम है बंदे में इतना दम है, आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब, संकटमोचक बने मोदी, जल शक्ति से जलक्रांति, एक पेड़ माँ के नाम, डिजिटल हुई पहचान डिजिटल से भुगतान डिजिटल से जीवन आसान, अंतरिक्ष शक्ति, संविधान के अग्रदूत सहित विभिन्न उपलब्धियों की झलक है। फोटो प्रदर्शनी में जनसंपर्क विभाग की पत्रिका जनमन का भी निः शुल्क वितरण गया
चिरायु टीम दूरस्थ अंचल के बच्चों तक पहुंचा रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
बच्ची के माता-पिता ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
जशपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सार्थक प्रयास से गंभीर बीमारी के ईलाज के लिए बच्चों को तत्काल सहायता मिल रहा है। जिले में एक बार पुनः राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु की टीम ने जशपुर जिले के 10 साल की बबीता का रायपुर एम्स अस्पताल में सफल आपरेशन करवाया है । बबीता की मां जय कुमारी बाई और पिता झमेश राम ने बताया कि उनकी बेटी को जन्म से दिल में छेद था । बच्ची के माता-पिता ने मुख्यमंत्री बगिया कैम्प कार्यालय में आवेदन दिया था । मुख्यमंत्री ने तत्काल बबीता का ईलाज करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन और चिरायु टीम बच्ची का घर जाकर पालकों से सम्पर्क किया और ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई।
चिरायु टीम के अमित भगत ने बताया बचपन से बबीता को दिल में छेद था सांस लेने और दौड़ने भागने में भी दिक्कत आती थी ।बबीता के पालकों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके सार्थक प्रयास से उनकी बच्ची पूरी तरह से ठीक हो गई है । वर्तमान में कक्षा 6 वी में पढ़ाई कर रहीं हैं। स्कूल आने जाने में भी किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आ रही है। अपनी बच्ची को हंसता मुस्कुराता देखना अच्छा लगता है।