November 21, 2024
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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

बघेल सरकार के कार्यकाल में बनी गौवंश चारागाह की भूमि पर अब भावभूमि बिल्डर्स का कब्ज़ा विधायक यादव का संज्ञान लेकर कार्यवाही का वादा निकला अब तक झूठा दुर्ग /…

  दुर्ग/शौर्यपथ / आज गुरु नानक देव जी की 555 वीं जयंती पर नगर में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें महापौर धीरज बाकलीवाल श्रद्धापूर्वक शामिल हुए।महापौर धीरज बाकलीवाल ने पंज प्यारों को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक अरुण वोरा, पूर्व महापौर आर. एन. वर्मा, संजय कोहले, फतेह सिंह भाटिया, बृजेन्द्र भारद्वाज,परमजीत सिंह भुई, शिशिरकांत कसार सहित सिख समुदाय के हजारों लोग मौजूद रहे।
नगर कीर्तन के प्रारंभ में नगाड़ों और नरसिंगा (तुरही) की धुन गूंज रही थी। सबसे आगे पाँच निहंग घुड़सवार अपनी पारंपरिक वेशभूषा में थे,जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। नगर कीर्तन में पाइपर बैंड, गतका टीम और बाइकर टीम ने विशेष आकर्षण प्रदान किया। गतका टीम के बच्चों और वरिष्ठ सदस्यों ने पारंपरिक करतब दिखाए, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।
नगर कीर्तन के मार्ग में पुरुष और महिला सेवादार सड़कों पर पानी डालकर और झाड़ू लगाकर सफाई करते चल रहे थे। पाँच प्यारे भी पारंपरिक वेशभूषा में चल रहे थे, जिनका स्वागत स्थानीय निवासियों ने पुष्प वर्षा से किया। फूलों से सुसज्जित एक खुले वाहन पर पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी शोभायमान थे। श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया।
नगर कीर्तन के दौरान पुरुषों और महिलाओं के कीर्तन जत्थों ने गुरुबानी का गायन किया, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा। नगर कीर्तन का जगह-जगह फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। नगर कीर्तन का समापन गुरुद्वारा साहिब में हुआ।गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर नगर कीर्तन ने शहर में श्रद्धा और एकता का माहौल रहा। श्रद्धालुओं ने गुरबानी के संग ध्यान लगाया और गुरु साहिब के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए दिए गए निर्देश
    रायपुर /शौर्यपथ /कोरिया जिले में एक बाघ की मौत की खबर ने वन विभाग को सतर्क कर दिया है। आज गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक एवं वनमण्डलाधिकारी बैकुंठपुर ने इस सम्बंध में जानकारी दी है कि 8 नवम्बर 2024 को दोपहर एक बजे ग्रामीणों से परिसर रक्षक गरनई को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम कटवार के पास खनखोपड़ नाला के किनारे एक बाघ की मृत्यु हुई है।
   घटना स्थल बीट गरनई, सर्किल रामगढ़, परिक्षेत्र सोनहत, कोरिया वनमण्डल के असीमांकित वनक्षेत्र के समीप है। संबंधित वनरक्षक के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। तत्काल वन मण्डलाधिकारी कोरिया, संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुन्ठपुर, उप वनमण्डलाधिकारी उत्तर बैकुन्ठपुर, मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त अम्बिकापुर, वन संरक्षक (वन्यप्राणी) सरगुजा मौके पर पहुंचे। वन विभाग के कर्मचारियों की टीम के द्वारा घटना स्थल के आसपास डेढ़ से दो किलोमीटर परिधि में तलाशी की गई।
   प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि बाघ का शव दो-तीन दिन पुराना था। 9 नवम्बर को वन विभाग, पुलिस, एनटीसीए प्रतिनिधि और ग्रामीणों की उपस्थिति में चार सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा बाघ का पोस्टमार्टम किया गया। जांच में यह भी पाया गया कि बाघ के स्किन, नाखून, दाँत और अन्य सभी अंग सुरक्षित थे, किसी भी प्रकार का अंग-भंग नहीं हुआ था। पोस्टमार्टम के बाद बाघ का दाह संस्कार कर दिया गया और उसके महत्वपूर्ण अंगों को प्रयोगशाला परीक्षण के लिए संरक्षित किया गया। इस मामले में गोमर्दा अभ्यारण्य के डॉग स्क्वायड और वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा आसपास के क्षेत्रों में सघन जांच की गई।सम्पूर्ण कार्यवाही के दौरान अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) रायपुर उपस्थित रहे एवं समस्त वन अधिकारियों/कर्मचारियों को अपराधियों की पतासाजी करने एवं वाइल्ड लाइफ क्राइम की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए।

भगवान बिरसा मुंडा की विरासत और राष्ट्र निर्माण में आदिवासी समुदायों के योगदान का उत्सव मनाने के लिए पदयात्रा10,000 से अधिक माई भारत यूथ वालंटियर्स भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान…

ग्राम रामपुर में मनाया गया स्वच्छता त्यौहार
राजनांदगांव /शौर्यपथ /कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह के निर्देशन में जिले में प्रत्येक शनिवार को स्वच्छता त्यौहार मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत गांव की साफ-सफाई की जा रही है। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम रामपुर में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी-कर्मचारियों ने गांव की साफ-सफाई कर स्वच्छता त्यौहार मनाया गया। अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती गीता साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री भरत वर्मा, सीईओ जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं ग्रामवासियों द्वारा ग्राम रामपुर में बाजार के आसपास श्रमदान कर साफ-सफाई की गई और लोगों को घरों के साथ-साथ अपने गांव, गली मोहल्ले को स्वच्छ रखने के लिए विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर ग्रामवासियों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया। इस अवसर पर युवोदय के वालंटियर द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया गया।
अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती गीता घासी साहू ने स्वच्छता गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि जिले में स्वच्छता त्यौहार मनाना बड़े गर्व की बात है क्योंकि स्वच्छता से ही हमारा पूरा परिवार स्वस्थ रहता है। स्वच्छता रखने से किसी प्रकार की बीमारी होने का खतरा कम होता है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील किया कि ग्राम में स्वच्छता दीदीयों का सम्मान करें और अपने घरों से निकलने वाले सूखे कचरे को स्वच्छता दीदीयों को ही दें, जिससे ग्राम में गंदगी नहीं होगी और गांव स्वच्छ रहेगा। उन्होंने सभी ग्रामवासियों, स्कूली बच्चे तथा अधिकारी-कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाकर सभी को प्रति सप्ताह 2 घंटे स्वच्छता के लिए श्रमदान करने व ग्राम में एक दिन साफ-सफाई करने के लिए प्रेरित किया गया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह द्वारा बताया गया कि प्रत्येक गांव में सभी आधिकारी और कर्मचारियों तथा पंचायत सचिव, शिक्षा विभाग, बिहान की दीदीयों के साथ सभी ग्रामवासी स्वच्छता त्यौहार में सम्मिलित होते हैं। उन्होंने बताया कि देश में स्वच्छ भारत अभियान की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे स्वभाव व संस्कार में स्वच्छता होना चाहिए, जिससे हमारे जिले के गांव देश के स्वच्छ राज्यों की तरह स्वच्छ और सुंदर ग्राम के रूप में संवार रहे है। उन्होंने बताया कि जिले के डोंगरगांव, छुरिया और राजनांदगांव विकासखंड को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री भरत वर्मा ने कहा कि जिले में स्वच्छता का बेहतर कार्य किया जा रहा है। प्रत्येक ग्राम में स्वच्छता त्यौहार शनिवार को मनाया जा रहा है, जिसमें आज हर गांव में स्वच्छ सुंदर ग्राम दिखाई दे रहा है। उन्होंने सभी ग्रामवासी तथा जिलेवासियों से अपील किया गया कि अपने घरों से निकलने वाले सूखा कचरा को स्वच्छाग्रही दीदीयों को देने के साथ प्रत्येक परिवार को स्वच्छता शुल्क दिए जाने की अपील की गई है तथा अपने ग्राम को स्वच्छ सुंदर गांव बनाने की अपील की। इस अवसर पर जिला पंचायत सभापति श्रीमती इंदुमती चरण साहू, जनपद सदस्य श्री मनीष साहू ने स्वच्छता रखने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया। मुख्य कार्यपालिका अधिकारी जनपद पंचायत डोंगरगांव सुश्री रोशनी भगत टोप्पों द्वारा आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में सहायक परियोजना अधिकारी श्रीमती भगवती साहू, जनपद पंचायत डोंगरगांव के करारोपण अधिकारी, कार्यक्रम अधिकारी, मनरेगा, खण्ड समन्वयक, सब इंजीनियर, संकाय सदस्य, तकनीकी सहायक, शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एनआरएलएम के क्षेत्रीय समन्वयक, पीआरपी महिला समूह की सदस्य और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।

- लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी मसूरी से आए अखिल भारतीय सेवा के प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारियों ने जिला पंचायत सीईओ से की सौजन्य भेंट
- शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास तथा विभिन्न मुद्दों पर की चर्चा
- 10 से 16 नवम्बर 2024 तक प्रशिक्षु आईएएस जिले के सात दिवसीय भ्रमण पर रहेंगे,  ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों का करेंगे अवलोकन
- जिला प्रशासन द्वारा किसानों को फसल विविधीकरण के लिए किया जा रहा प्रोत्साहित
- जिला प्रशासन द्वारा संचालित मिशन जल रक्षा, पोट्ठ लईका पहल एवं अन्य कार्यक्रम के संबंध में दी गई जानकारी
राजनांदगांव /शौर्यपथ / लाल बहादुर शास्त्री प्रशिक्षण अकादमी मसूरी से आए अखिल भारतीय सेवा के प्रशिक्षु प्रशासनिक अधिकारियों ने आज जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री सुरूचि सिंह से जिला पंचायत सभाकक्ष में शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास तथा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने जिला पंचायत सीईओ से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की एवं अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने कहा कि राजनांदगांव जिला महाराष्ट्र की सीमा से लगा हुआ जिला है। राजनांदगांव जिला जहां एक ओर गोंदिया जिला से जुड़ा हुआ है तथा उत्तरी भाग गढ़चिरौली जैसे नक्सल प्रभावित जिले से जुड़ा हुआ है। राजनांदगांव जिले के कुछ क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि एक प्रशिक्षु अखिल भारतीय सेवा के प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर आप सभी के लिए जमीनी स्तर पर कार्य क्षेत्र में आ रही चुनौतियों को समझने तथा सीखने के लिए एक बेहतरीन अवसर है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जानकारी देते हुए प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को बताया कि छत्तीसगढ़ में मुख्यत: धान की खेती की जाती है। रबी एवं खरीफ में भी धान की खेती ली जाती है। उन्होंने बताया कि यहां पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत शासन की ओर से पात्रता अनुसार नि:शुल्क चावल का वितरण किया जाता है। यहां किसानों से धान खरीदी का कार्य शासन की योजना के तहत प्रमुखता से किया जाता है।  
जिला पंचायत सीईओ सुश्री सुरूचि सिंह ने बताया कि धान की खेती प्रमुखता से करने के कारण तथा रबी के मौसम सीजन में भी धान की फसल लेने के कारण राजनांदगांव जिले के राजनांदगांव, डोंगरगांव, डोंगरगढ़ विकासखंड में भू-जल के स्तर में कमी आयी है। जिसके दृष्टिगत जिले में मिशन जल रक्षा प्रारंभ किया गया है। उन्होंने मिशन जल रक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह भारत शासन के कैच द रैन अभियान का हिस्सा है। मिशन जल रक्षा के तहत जल संरक्षण के लिए जीआईएस पर आधारित कार्यक्रम के तहत विभिन्न तरह के वाटर स्ट्रक्चर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी को यह जानना जरूरी है कि मनरेगा अंतर्गत जनसामान्य के लिए उपयोगी संरचना का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में जनहित के लिए किया जा सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मिशन जल रक्षा अंतर्गत जिला प्रशासन द्वारा समुदायिक सहभागिता से कार्य किया जा रहा है। जिसमें उन्हें जल संकट की चुनौती एवं जल संरक्षण के उपायों के संबंध में जानकारी दी जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वसहायता समूह, किसानों, महिलाओं, श्रमिकों की सहभागिता से कार्य करते हुए जल, स्वच्छता एवं कृषक संगोष्ठी का आयोजन भी किया जा रहा है और उन्हें जल सरंक्षण, स्वच्छता एवं फसल विविधीकरण, पौधरोपण के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के लिए पौधरोपण बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिशा में सभी के समन्वित प्रयासों से बारिश के दिनों में व्यापक पैमाने पर पौधरोपण किया गया। उन्होंने वाटर रिचार्ज के स्ट्रक्चर के साथ ही अमृत सरोवर के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अमृत सरोवर योजना अंतर्गत पहले पुराने सरोवर का जीर्णोद्धार तथा नये सरोवर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा किसानों को फसल विविधीकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। वही इसमें किसान उत्पादक संगठन, किसान, सीएसआर, बीज उत्पादक कंपनी की भी सहभागिता है। कृषि मित्र एवं कृषि सखी द्वारा किसानों को धान के बदले अन्य फसल लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसमें उन्हें आगे चल कर और अधिक लाभ होगा। उन्होंने पोट्ठ लईका पहल के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसके तहत बच्चों के सुपोषण की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा कार्य किया जा रहा है। गंभीर कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार देने के साथ ही स्वास्थ्य जांच  की जा रही है तथा प्रति शुक्रवार पालक चौपाल का आयोजन करते हुए उन्हें पौष्टिक आहार, स्वच्छता के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। व्यवहार परिवर्तन करते हुए बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं एवं उद्योगों की भी सहभागिता है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा सहित अन्य अधिकारी व प्रशिक्षु आईएएस उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि 10 नवम्बर से 16 नवम्बर 2024 तक प्रशिक्षु आईएएस जिले के भ्रमण पर रहेंगे तथा ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों का अवलोकन करेंगे।

10 करोड़ की वसूली के लिए जोनवार जिम्मेदारी,11 नवंबर से 31 दिसंबर तक चलाया जाएगा विशेष अभियान:
कमिश्नर ने की अपील कहा-टैक्स जरूर पटाएं,शहर आपका है और शहर की व्यवस्था बनाने में आपके टैक्स का योगदान अहम है,इसलिए टैक्स जमा करने के लिए सजग रहें:
  दुर्ग/ शौर्यपथ / दुर्ग नगर निगम कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने स्वच्छता सर्वेक्षण और राजस्व वसूली में तेजी लाने के उद्देश्य से अधिकारी/कर्मचारी को जिम्मेदारी सौंपी है।इस संबंध में स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा व  राजस्व अधिकारी मनीष कुमार गायकवाड़ के निर्देशानुसार कार्य को सम्पादन करेंगे।निगम द्वारा टैक्स वसूली और स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए एक साथ अभियान चलाया जाएगा।
बता दे कि 11 नवंबर से शुरू होने वाले यह विशेष अभियान 31 दिसंबर तक चलेगा।इस अवधि में नगर निगम प्रशासन द्वारा 10 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा गया है।अभियान प्रतिदिन सुबह आठ से दोपहर एक बजे तक चलेगा। इस दौरान निगम कर्मी डोर टू डोर टैक्स वसूली के साथ सफाई कार्य भी देखेंगे।
-कमिश्नर ने की अपील-टैक्स जरूर पटाएं,शहर आपका है और यहां की व्यवस्था बनाने में आपके टैक्स का योगदान अहम है,इसलिए टैक्स जमा करने के लिए सजग रहें:
नगर निगम क्षेत्र में वर्षों से बकाया संपत्ति व अन्य करों की वसूली के लिए निगम प्रशासन द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इस कड़ी में आने वाले दिनों में नगर निगम क्षेत्र में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर वार्डवार चलाए जाने वाले अभियान के दौरान राजस्व वसूली को लेकर भी अभियान चलाया जाएगा।इसके लिए कमिश्नर सुमित अग्रवाल द्वारा जोन वार कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। नगर निगम को चार जोन में बांटा गया है।
प्रत्येक जोन में 15 अधिकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।जिसमे जोन 1 के 15 वार्डो के लिए प्र.राजस्व उपराजस्व निरीक्षक राम खिलावन शर्मा,जोन 2 के 15 वार्डो में प्र, राजस्व उपनिरीक्षक संजय मिश्रा,जोन 2 में राजस्व उपनिरीक्षक निशांत यादव एवं जोन 4 में प्रभारी राजस्व उपनिरीक्षक थान सिंह यादव को जिम्मेदारी तय किया गया है।
आपको बता दे कि उक्त कर्मचारी प्रतिदिन सुबह आठ से दोपहर एक बजे तक डोर टू डोर राजस्व वसूली करेंगे। इस दौरान डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के संबंध में भी जानकारी लेंगे। ज्ञात हो कि आने वाले दिनों में स्वच्छता सर्वेक्षण होना है। इसे भी ध्यान में रखते हुए नगर निगम सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कवायद कर रहा है।
कमिश्नर सुमित अग्रवाल ने राजस्व वसूली एवं जलकर वसूली में तेजी लाने संबंधी निर्देश राजस्व विभाग को दिया है, जिसके तहत कमिश्नर लगातार राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए बकायदारों से वसूली एवं करो की वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया है। वहीं कमिश्नर ने बड़े बकायादारों की सूची बनाने के साथ ही उन बकायदारों से वसूली का निर्देश देते हुए राजस्व विभाग की टीम बनाने का भी निर्देश दिया है।उक्त गठित टीम के द्वारा बड़े बकायादारों से वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया है।

नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में बीएलएस एवं एसीएलएस के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
छात्रों ने विशेषज्ञों से हाई क्वालिटी सीपीआर, डिफिब्रिलेशन, कार्डियोवर्शन एवं पेसिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया
 
   रायपुर / शौर्यपथ / कार्डियक अरेस्ट के केस में सही समय पर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन ( सीपीआर) नहीं मिलने पर रोगी की मृत्यु हो जाती है। कार्डियक अरेस्ट के केस में यह देखने को मिला है कि सही समय पर सीपीआर मिलने से व्यक्ति के जीवित रहने की संभावना 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। वहीं सही समय पर सीपीआर नहीं मिलने पर हर एक मिनट में मृत होने की संभावना बढ़ती जाती है और लगभग 6 से 8 मिनट में मरीज की पूर्णतः मस्तिष्क क्षति हो जाती है जिसे मेडिकल भाषा में हाइपोक्सिक ब्रेन डैमेज कहते हैं। यह स्थिति तब निर्मित होती है जब मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलता है।’’ यह जानकारी बेसिक लाइफ सपोर्ट एवं एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट की कार्यशाला के अंतिम दिन प्रशिक्षण देते हुए कोर्स इंस्ट्रक्टर डॉ. प्रतिभा जैन शाह ने प्रतिभागी चिकित्सा छात्रों को दी। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के चौथी मंजिल स्थित स्किल लैब में आयोजित इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को आज हाई क्वालिटी सीपीआर, डिफिब्रिलेशन, कार्डियोवर्शन एवं पेसिंग की प्रैक्टिस करवाई गई।
    पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अम्बेडकर अस्पताल के एनेस्थेसिया एवं पेन मैनेजमेंट विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यशाला की कोर्स कोऑर्डिनेटर एवं इंस्ट्रक्टर विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा जैन शाह एवं इमर्जेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शिवम पटेल हैं। इनके साथ ही श्री बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रायपुर की डॉ. अनीषा नागरिया, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर के इमरजेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. बालाजी शाह, गुजरात के डॉ. जनक खम्बोल्झा और एम्स जोधपुर की डॉ. भारती गिंडलानी ने छात्रों को बीएलएस एवं एसीएलएस कोर्स का प्रशिक्षण दिया।
       आपात स्थितियों में लोगों की जीवन रक्षा करने के लिए आयोजित इस कार्यशाला की सराहना करते हुए अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने कहा कि व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट कहीं भी, किसी भी जगह हो सकता है ऐसे में बेसिक लाइफ सपोर्ट कोर्स से प्राप्त प्रशिक्षण की मदद से हम लोगों का बहुमूल्य जीवन बचा सकते हैं। यह कोर्स हमें सिखाता है कि विपरीत पस्थितियों में बिना घबराये नाड़ी और श्वसन गति का परीक्षण करके हम व्यक्ति की जान बचा सकते हैं।
     इमर्जेंसी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. शिवम पटेल ने हाई क्वालिटी सीपीआर का प्रशिक्षण देते हुए बताया कि 30 बार चेस्ट कंप्रेशन के बाद 2 बार ब्रेथ देना होता है। सीपीआर कोई भी कर सकता है इसके लिए डॉक्टर या मेडिकल टीम होना जरूरी नहीं है। आजकल स्कूल-कॉलेज में भी बेसिक कार्डियक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग दी जाती है। लोगों की अधिक से अधिक जीवन रक्षा के लिए इस प्रशिक्षण पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है और ऐसे प्रोग्राम को सपोर्ट करने की जरूरत भी है।
   विशेषज्ञों ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के अंतर्गत छात्रों को चेस्ट कंप्रेशन (जीवन रक्षा के लिए छाती पर दबाव डालने की विधि) की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया और मैनकिन (डमी) में बारी-बारी से सबको अभ्यास करवाया। एडवांस कार्डियक लाइफ सपोर्ट के बारे में पढ़ाते हुए विशेषज्ञ डॉ. जनक खम्बोल्झा ने कार्डियक अरेस्ट के पहले मरीज में होने वाले साइन और सिम्पटंम्स के बारे में पढ़ाया। उन्होंने  कार्डियक अरेस्ट को रोकने के उपाय बताये। मरीज को कब, कितने एनर्जी से शॉक देना है और हार्ट रेट एवं रिदम को नॉर्मल लाने की प्रैक्टिस करवायी गई। सभी छात्रों को ग्रुप में बांट कर, बारी-बारी सबको टीम लीडर बनाकर रियल टाइम केस सिनेरियो देकर प्रैक्टिस करवाई गई। सभी की लिखित और प्रायोगिक परीक्षा ली गई जिसमें उत्तीर्ण होने का अंक 84 प्रतिशत था। सभी छात्र इस परीक्षा में शत-प्रतिशत उत्तीर्ण हुए।

   रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को आंवला नवमी की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म में आंवला नवमी के दिन भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इस दिन को अक्षय नवमी भी कहा जाता है। मान्यता है अक्षय नवमी के दिन किए जाने वाले पुण्‍यकार्य का अक्षय फल सभी को प्राप्‍त होता है और मां लक्ष्‍मी की कृपा होती है। मुख्यमंत्री साय ने राज्य के सभी नागरिकों  की सुख समृद्धि बढ़े, यह कामना की है।

   रायपुर / शौर्यपथ / केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स पर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री श्री अजय टम्टा और उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने भी श्री गडकरी के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

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