July 01, 2025
Hindi Hindi
Uncategorised

Uncategorised (33610)

अन्य ख़बर

अन्य ख़बर (5866)

धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।

जगदलपुर, शौर्यपथ। ग्यारहवाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग ’ योग संगम और हरित योग थीम पर सामूहिक योग कार्यक्रम शहर के इंदिरा प्रियदर्शनी स्टेडियम में किया गया। योगाभ्यास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जगदलपुर विधायक किरण देव शामिल हुए। इस अवसर पर श्री देव ने कहा कि करें योग-रहें निरोग इसी भावना के साथ स्वस्थ शरीर के लिए नियमित योग आसनों का अभ्यास करें। भारत वर्ष की पुरातन विधा योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष कसरत के रूप में पहचान मिली है। आज पूरे विश्व सहित प्रदेश के सभी जगहों पर योगाभ्यास किया जा रहा है। इस दौरान विधायक श्री देव ने एक पेड़ माँ के नाम के तहत स्टेडियम परिसर में पौधरोपण भी किया ।

       इस योगाभ्यास कार्यक्रम में महापौर संजय पाण्डे, पार्षद वेद प्रकाश और जिले के गणमान्य जनप्रतिनिधि, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर हरिस एस, सीईओ जिला पंचायत प्रतीक जैन, वन मंडलाधिकारी उत्तम गुप्ता, सभी जिला स्तरीय अधिकारी, गणमान्य जनप्रतिनिधिगण, बहु संख्या में योगाभ्यास करने वाले नागरिक उपस्थित थे। जिले के विभिन्न विकासखंड मुख्यालय स्कूलों, आश्रम-छात्रावास सहित ग्राम पंचायत स्तर में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर लोगों ने उत्साह के साथ योगाभ्यास में हिस्सा लिया। विकासखंड लोहांडीगुड़ा के चित्रकोट जलप्रपात के समीप आयोजित योगाभ्यास में विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, पूर्व विधायक लच्छूराम कश्यप सहित अन्य गणमान्य लोगों ने योग किया ।

 राजनितिक विश्लेषण/शौर्य पथ समाचार
 दुर्ग शहर की कांग्रेस राजनीति एक ऐसे मोड़ पर खड़ी है, जहां पारंपरिक नेतृत्व की पकड़ कमजोर होती जा रही है, वहीं एक नया नेतृत्व उभरने की कोशिश में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह उभरता चेहरा है दुर्ग जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर, जो अब तक ग्रामीण कांग्रेस तक सीमित माने जाते थे, लेकिन अब उनकी सक्रियता और रणनीति दुर्ग शहर विधानसभा सीट की ओर इशारा कर रही है।

 जन्मदिन पर लगे पोस्टरों से शुरू हुई राजनीतिक चर्चा
  हाल ही में राकेश ठाकुर के जन्मदिन पर दुर्ग शहर में जगह-जगह लगे पोस्टरों और बैनरों ने स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी। इन पोस्टरों में न तो पूर्व विधायक अरुण बोरा दिखाई दिए, न ही उनके गुट से जुड़े किसी नेता की मौजूदगी रही। इसके विपरीत राकेश ठाकुर की राजनीतिक छवि को अलग और स्वतंत्र रूप में उभारने का प्रयास स्पष्ट नजर आया।
पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल के साथ भी ठाकुर के संबंध महज औपचारिकता की सीमाओं तक सिमटे दिखे।  यह परिस्थितियाँ साफ संकेत देती हैं कि ठाकुर शहर की राजनीति में अपनी जमीन बनाने के अभियान पर हैं, और यह अभियान महज संगठनात्मक नहीं, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव की गहरी तैयारी का हिस्सा हो सकता है।
 कांग्रेस का निष्क्रिय संगठन और घटती पकड़
  वर्तमान समय में दुर्ग शहर कांग्रेस एक निष्क्रिय इकाई बन चुकी है। अध्यक्ष स्तर से लेकर बूथ स्तर तक कहीं कोई ठोस राजनीतिक गतिविधि नहीं दिखती। विपक्ष की भूमिका निभाने वाली पार्टी के रूप में कांग्रेस जनता से कटती जा रही है, और यही खाली जगह अब राकेश ठाकुर जैसे नेता अपने आंदोलन, विरोध प्रदर्शन और जनसरोकार वाले कार्यों से भरने में लगे हैं। ठाकुर की यह सक्रियता न सिर्फ शहर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर रही है, बल्कि निष्क्रिय नेतृत्व पर सवाल भी खड़े कर रही है।
 स्व. मोतीलाल वोरा का युग और उनके जाने के बाद की राजनीतिक शून्यता
  यह भी एक राजनीतिक यथार्थ है कि स्वर्गीय मोतीलाल वोरा के जीवनकाल में दुर्ग शहर कांग्रेस में किसी अन्य नेता का उभार संभव नहीं था। उनकी गहरी पकड़ और संगठन पर प्रभाव के चलते अधिकांश कार्यकर्ता उनकी छत्रछाया में ही सीमित रहते थे। उनकी मृत्यु के बाद यह छत्रछाया खत्म हो गई, और धीरे-धीरे अरुण बोरा की पकड़ भी कमजोर होती गई। अब कांग्रेस कार्यकर्ता खुलकर बोरा के विरोध में भी उतरने लगे हैं, जैसा कि पिछली विधानसभा चुनाव में स्पष्ट रूप से देखा गया।
 पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का कांग्रेस से ही विरोध
  दुर्ग शहर विधानसभा सीट से पिछले छह बार चुनाव लड़ चुके पूर्व विधायक अरुण बोरा के खिलाफ पार्टी के भीतर ही व्यापक असंतोष दिखाई दिया था। 2023 के विधानसभा चुनाव में यह असंतोष खुले विरोध में तब्दील हो गया, जब कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रचार में भाग नहीं लिया, बल्कि गुप्त रूप से अन्य प्रत्याशियों के पक्ष में काम किया। यह परिदृश्य बताता है कि दुर्ग कांग्रेस में आपसी गुटबाजी केवल अंदरूनी मसला नहीं रह गया, बल्कि चुनाव में हार की मुख्य वजह बन चुका है।
 पाटन, भिलाई और दुर्ग ग्रामीण: तय दावेदार, पर दुर्ग शहर में असमंजस
  पाटन विधानसभा से भूपेश बघेल का टिकट लगभग तय माना जा रहा है। दुर्ग ग्रामीण से पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू दोबारा दावेदारी को लेकर सक्रिय हैं। भिलाई नगर से देवेंद्र यादव का कद प्रदेश स्तर तक स्थापित हो चुका है। इन सभी सीटों पर स्पष्टता होने के बाद सिर्फ दुर्ग शहर विधानसभा सीट पर ही टिकट को लेकर संशय और खींचातानी का माहौल है। यही वह मौका है जहां राकेश ठाकुर जैसे नेता अपनी भूमिका को धीरे-धीरे मजबूत करने में लगे हैं।
 राकेश ठाकुर: रणनीति, संगठन और सक्रियता का समन्वय
  राकेश ठाकुर की सबसे बड़ी ताकत है -उनकी जमीनी सक्रियता और युवाओं के बीच बढ़ता समर्थन। ग्रामीण इलाकों से जुड़ा होने के बावजूद, वह शहर में जन आंदोलनों, विरोध प्रदर्शन और मुद्दों पर बेबाक बयानबाजी के जरिए तेजी से एक प्रभावी चेहरा बनते जा रहे हैं। उनकी सक्रियता कांग्रेस हाईकमान की निगाहों से दूर नहीं रह सकती, और यदि शहर कांग्रेस में निष्क्रियता बनी रही तो पार्टी नेतृत्व भी नई सोच के साथ नया चेहरा आजमा सकता है।
 भविष्य की संभावनाएं और खतरे
इस बदलते परिदृश्य में दो बातें तय हैं:
1. अगर कांग्रेस दुर्ग शहर में भीतरघात, निष्क्रियता और गुटबाजी से नहीं उबरी, तो आगामी चुनाव में फिर हार की नौबत आ सकती है।
2. अगर राकेश ठाकुर जैसे सक्रिय नेताओं को उचित मंच और संगठनात्मक सहयोग मिला, तो वे पार्टी को एक नया जीवन दे सकते हैं।
 परंतु, यह भी सच है कि कांग्रेस के लिए एक और गुट का उभार जहां नई ऊर्जा ला सकता है, वहीं पुराने नेताओं की असहजता और आंतरिक कलह को और गहरा भी कर सकता है।

राजनांदगांव /शौर्यपथ /अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने 21 जून 2025 को सुबह 6.30 बजे दिग्विजय स्टेडियम राजनांदगांव में आयोजित जिला स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी नागरिकों से अपील की है। उन्होंने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग को अपनी दैनिक जीवन शैली में अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य को अच्छा रख सकते है। योग हमारी भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है। योग के माध्यम से हम अपने जीवन शैली में महत्वपूर्ण परिवर्तन कर सकते है। यह हमारी शारीरिक एवं मानसिक क्षमता में वृद्धि करता है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन नागरिकों को अपने अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने की दिशा में आयोजित किया गया है। उन्होंने अधिक से अधिक नागरिकों को जिला स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आव्हान किया है। योग दिवस की थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए, योग संगम एवं हरित योग है।

ई-केवायसी की अंतिम तिथि 30 जून
बालोद/शौर्यपथ /जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राज्य में ’एक राष्ट्र, एक राशनकार्ड’ योजनातर्गत सभी हितग्राहियों को आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से खाद्यान्न वितरण किया जाना है। जिसके अंतर्गत ई-केवायसी हेतु शेष हितग्राहियों को 30 जून 2025 तक केवायसी अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत 02 लाख 34 हजार 756 राशनकार्ड प्रचलित है। जिसमें राशनकार्डो में 08 लाख 95 हजार 986 सदस्य पंजीकृत है। पंजीकृत सदस्यों में से 08 लाख 26 हजार 967 सदस्यों का ई-केवायसी पूर्ण हो चुका है तथा 69 हजार 19 सदस्यों का ई-केवायसी शेष है। इसके साथ ही भारत सरकार द्वारा 05 वर्ष से कम उम्र के सदस्यों का ई-केवायसी में छूट दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी उचित मूल्य दुकान में संचालित ई-केवायसी की सुविधा उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार द्वारा जारी ’मेरा ई-केवायसी एप्प’ के माध्यम से भी ई-केवायसी कर सकते है। इस एप्प के माध्यम से ई-केवायसी करने के लिए एंड्रायड मोबाइल में गुगल प्ले स्टोर से एप्प डाउनलोड कर हितग्राही राज्य, जिला का चयन कर अपना आधार नंबर डालकर आधार ओटीपी के माध्यम से फेस ई-केवायसी कर सकते हैं।

भीमकन्हार शिविर में राशन कार्ड की सौगात मिलने पर बुजुर्ग मेहतरीन बाई ने की शासन की जनहितैषी पहल की सराहना
बालोद/शौर्यपथ/बालोद जिले में आयोजित धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत लाभ संतृप्ति शिविरों के माध्यम से तात्कालिक लाभ मिलने से आदिवासी समाज के लोग एवं हितग्राही अत्यंत प्रसन्नचित एवं अपने सुखद भविष्य के प्रति आशान्वित नजर आ रहे हैं। केन्द्र सरकार के द्वारा विभिन्न 25 सेवा से लाभान्वित करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही लाभ संतृप्ति शिविर अत्यंत सफलीभूत सिद्ध हो रही है। इसी कड़ी में आज जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम भीमकन्हार में आयोजित शिविर में ग्राम परसाडीह ज की निवासी श्रीमती मेहतरीन बाई की बीपीएल राशन कार्ड बनने से वे बहुत ही प्रसन्नचित है। श्रीमती मेहतरीन बाई ने बताया कि वे एवं उसके पति अपने पारिवारिक आवश्यकताओं के चलते बहुत दिनों से बीपीएल राशन कार्ड बनाने के लिए ग्राम पंचायत एवं अन्य शासकीय कार्यालयों में जाने के लिए प्रयासरत थे। इसी दौरान उन्हें गांव के लोगों के द्वारा आदिवासियों के समस्याओं के निराकरण हेतु पास के ग्राम भीमकन्हार में शिविर आयोजित होने की जानकारी दी गई। शिविर में पहुँचने के बाद पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा ही बहुत कम समय में मेरा बीपीएल राशन कार्ड बनाने की कार्रवाई पूरी की गई है। जिससे समय की बचत होने के साथ-साथ हमें पंचायत एवं अन्य कार्यालयों के चक्कर लगाने की समस्या से मुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि भीमकन्हार में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर के माध्यम से हमें बीपीएल राशन कार्ड मिलने से मैं और मेरा परिवार बहुत ही प्रसन्नचित एवं अपने सुखद भविष्य के लिए पूरी तरह से आशान्वित है। उन्होंने शासन की इस महत्वपूर्ण पहल की सराहना करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार के द्वारा हम आदिवासियों को हर तरह से मदद पहुँचाकर आत्मनिर्भर बनाने हेतु लाभ संतृप्ति शिविरों का जो आयोजन किया जा रहा है उनसे हमारे आदिवासी वर्ग के अनेक जरूरतमंद लोग लाभान्वित होंगे। श्रीमती मेहतरीन बाई ने शिविर के माध्यम से उनके परिवार की बड़ी समस्या का निराकरण होने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले केन्द्र सरकार को हृदय से धन्यवाद देते हुए उनके प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया है।

  रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में बंसल न्यूज़ द्वारा आयोजित "पंख खेल उपलब्धि पुरस्कार 2025" कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने खेल के क्षेत्र में ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच देने के लिए बंसल न्यूज़ की पहल की सराहना की और आयोजकों एवं सम्मानित युवा खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं।
  मुख्यमंत्री साय ने कहा कि विगत तीन वर्षों से बंसल न्यूज़ द्वारा प्रदेश भर के ग्रामीण अंचलों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सम्मानित करने का जो कार्य किया जा रहा है, वह अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायी है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिवर्ष चयनित खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 50,000 रुपए प्रदान किए जा रहे हैं, जो उन्हें खेल गतिविधियों और अभ्यास को निरंतर बनाए रखने तथा बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर रही है।
  मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के सजग प्रहरी के रूप में बंसल न्यूज़ प्रदेशवासियों के लिए एक सशक्त मंच के रूप में उभरा है। उन्होंने संस्थान को साधुवाद देते हुए कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में भी यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
  इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने उपस्थित जनसमूह को 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दीं और सभी से योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आग्रह भी किया।
  इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, खेल मंत्री टंकराम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक किरण देव सहित जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में खिलाड़ीगण उपस्थित रहे।

   रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर प्रवास के दौरान कुनकुरी रेस्ट हाउस में आमजन से आत्मीय चर्चा करते हुए कहा कि योग मानवता को भारत की अमूल्य देन है। योग हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हर बीमारी के इलाज के लिए योग में कोई न कोई उपयोगी आसन अवश्य है। यदि हम नियमित रूप से योग करें तो बीमारियों से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
 मुख्यमंत्री साय ने कहा कि योग को हमें अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए। योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन प्रदान करने वाली एक सम्पूर्ण जीवनशैली है। उन्होंने कहा कि यदि हम प्रतिदिन थोड़ा समय योग को दें, तो दीर्घकालीन स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
 उन्होंने कहा कि हम सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आभारी हैं, जिन्होंने योग को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा दिलाई। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से आज पूरी दुनिया योग की महत्ता को समझ रही है। संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रधानमंत्री जी द्वारा योग दिवस का प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाने के बाद, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया।
  मुख्यमंत्री साय ने कहा कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें आम नागरिकों से लेकर अधिकारी-कर्मचारी तक उत्साहपूर्वक भाग लेंगे। मुख्यमंत्रीसाय ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि योग आज विश्व के सभी देशों में जीवनशैली का हिस्सा बन चुका है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व को जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व के 190 से अधिक देशों में इस दिन योग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो भारत की सांस्कृतिक शक्ति और जीवनदायिनी परंपरा की वैश्विक स्वीकार्यता को दर्शाता है।

 22 जून 1968 – 22 जून 2025
लेखक: शौर्यपथ विशेष प्रतिनिधि

 परिचय: धरती से शीर्ष तक की यात्रा
छत्तीसगढ़ की राजनीति में यदि किसी महिला नेता ने जमीनी राजनीती से लेकर राष्ट्रीय मंच तक अपने व्यक्तित्व, नेतृत्व और दृष्टिकोण से गहरी छाप छोड़ी है, तो वह हैं सुश्री सरोज पांडे। 22 जून 1968 को जन्मी सरोज पांडे आज भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, और संगठन में एक मजबूत, भरोसेमंद स्तंभ के रूप में पहचानी जाती हैं।
  उनकी राजनीतिक यात्रा दुर्ग से आरंभ हुई, लेकिन उनकी सोच और संगठनात्मक कौशल ने उन्हें देशव्यापी पहचान दिलाई। उनके जन्मदिवस के इस अवसर पर उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों और उनके जीवन के प्रेरणादायी प्रसंगों को स्मरण करना न केवल श्रद्धांजलि है, बल्कि प्रेरणा का स्रोत भी है।
 राजनीतिक सफर: संघर्ष, समर्पण और सफलता
➤ दुर्ग नगर निगम से राष्ट्रीय मंच तक
वर्ष 2000: दुर्ग नगर निगम की महापौर निर्वाचित, जहां उन्होंने अपने कुशल प्रशासन से स्वच्छता, पेयजल, सड़कों और सामुदायिक विकास में मील के पत्थर स्थापित किए।
वर्ष 2008: दुर्ग विधानसभा सीट से विधायक चुनी गईं।
वर्ष 2009: दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित होकर दिल्ली की संसद तक पहुंची।
 यह रिकॉर्ड उन्हें विशेष बनाता है — एक साथ महापौर, विधायक और सांसद बनने वाली महिला नेता।

 संगठन में महत्वपूर्ण भूमिकाएं और कार्यभार
 राष्ट्रीय पदों पर विश्वस्त जिम्मेदारी
सरोज पांडे भारतीय जनता पार्टी की उन नेताओं में हैं जिन पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने संगठन को विस्तार देने के लिए प्रभारी, सहप्रभारी और पर्यवेक्षक के रूप में कई राज्यों में जिम्मेदारियां सौंपीं, जिनमें प्रमुख हैं:
उत्तर प्रदेश: महिला मोर्चा की प्रभारी और संगठन सशक्तिकरण की जिम्मेदारी।
झारखंड और उत्तराखंड: चुनावी रणनीति, संगठन विस्तार और महिला सशक्तिकरण योजनाओं के लिए पर्यवेक्षक।
बिहार, ओडिशा एवं महाराष्ट्र: प्रभारी के रूप में नियुक्त होकर पार्टी को नई दिशा दी।
छत्तीसगढ़: संगठन में कई बार पुनः सक्रिय भूमिका में, जहां उन्होंने चुनावी प्रबंधन में उत्कृष्ट भूमिका निभाई।
 महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने महिला कार्यकर्ताओं के बीच संवाद, प्रशिक्षण और नेतृत्व विकास की एक नई संस्कृति की शुरुआत की।
 भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
पार्टी ने उन्हें संगठन के शीर्ष पद — राष्ट्रीय महासचिव और वर्तमान में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसे पदों पर आसीन किया।
इन पदों पर रहते हुए उन्होंने नीति निर्धारण, संवाद और कार्यकर्ता जुड़ाव जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया।

 प्रभावशाली वक्ता और मीडिया की प्रिय नेत्री
सरोज पांडे की पहचान एक तेजस्वी वक्ता और तर्कसंगत प्रवक्ता के रूप में भी है।
वे समाचार चैनलों, जनसभाओं, पार्टी फोरम्स पर गंभीर विषयों को सहज भाषा में रखती हैं।
उनके भाषणों में साफ सोच, स्पष्ट उद्देश्य और संगठन की दृढ़ता झलकती है।

 कार्यकर्ताओं की नेता, संगठन की शक्ति
सरोज पांडे की राजनीति केवल पद आधारित नहीं रही, बल्कि कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर खड़ी राजनीति रही है।
वे लगातार बूथ स्तर से लेकर मंडल, जिला और प्रदेश स्तर तक कार्यकर्ता संवाद करती रही हैं।
संगठनात्मक प्रशिक्षण, संवाद यात्रा और कार्यकर्ता सम्मान समारोहों में उनका उत्साह प्रेरणादायक रहा है।

 कुछ विशेष उपलब्धियां और स्मरणीय घटनाएं
2010 में "21वीं सदी की प्रभावशाली महिला नेता" पुरस्कार प्राप्त।
2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के स्टार प्रचारक के रूप में कई राज्यों में जनसभाएं लीं।
छत्तीसगढ़ में भाजपा के रणनीतिक चुनावी प्रबंधन की थिंक टैंक सदस्य रहीं।
महिला अधिकार, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उन्होंने संसद में कई मुद्दों को पुरजोर ढंग से उठाया।

 जन्मदिवस पर संदेश
शौर्यपथ परिवार की ओर से सुश्री सरोज पांडे जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु और निरंतर जनसेवा का अवसर मिलता रहे।
उनका जीवन न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि आज की राजनीति में नैतिकता, नारी नेतृत्व और निष्ठा का प्रतीक है।
"सरोज पांडे — एक नाम, एक पहचान, एक आंदोलन।"
"जहां महिला शक्ति, विचार और संगठन के संगम से उठता है विश्वास का सूरज।"

दुर्ग । शौर्यपथ समाचार।
  पुलिस विभाग में कार्यरत जवानों की सेवा और समर्पण का सम्मान करते हुए, आज एक भावुक क्षण तब देखने को मिला जब सड़क दुर्घटना में शहीद हुए आरक्षक क्रमांक 1724 उपेन्द्र कुमार तिवारी की माताजी श्रीमती चंद्रकांति तिवारी को 1 करोड़ रुपये की बीमा राशि का चेक सौंपा गया।
  यह राशि पुलिस सेलरी पैकेज (P.S.P.) के अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंक (SBI) द्वारा प्रदान की गई, जो राज्य पुलिस विभाग और एसबीआई के मध्य हुए साझा एमओयू के तहत बीमा कवरेज में आती है।
  इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, एसबीआई क्षेत्रीय प्रबंधक श्री रूपक मंडल (सेक्टर-1, भिलाई), एवं एसबीआई शाखा गंजपारा, दुर्ग के शाखा प्रबंधक श्री राहुल मोदी की उपस्थिति में चेक प्रदान किया गया।
  आरक्षक उपेन्द्र कुमार तिवारी की 26 दिसंबर 2024 को एक दुखद सड़क दुर्घटना में असामयिक मृत्यु हो गई थी। वे जिला पुलिस बल, दुर्ग में सेवाएं दे रहे थे और अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन कर रहे थे। उनका यह बलिदान पूरे पुलिस विभाग के लिए एक प्रेरणा बन गया है।
 पुलिस सेलरी पैकेज के तहत एसबीआई द्वारा पुलिसकर्मियों को दुर्घटना के कारण मृत्यु, स्थायी पूर्ण विकलांगता या आंशिक विकलांगता की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जाती है, जो कि जवानों और उनके परिवारों के लिए एक आश्वस्ति का कार्य करता है।
 इस पहल को देखकर अन्य पुलिसकर्मियों में सुरक्षा की भावना और सिस्टम के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस अवसर पर शहीद आरक्षक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार को हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।  यह बीमा पैकेज न केवल एक आर्थिक सहायता है, बल्कि यह पुलिस जवानों के योगदान और बलिदान की सामाजिक स्वीकृति और मान्यता का प्रतीक भी है।

आधार कार्ड बनने तथा नया राशन कार्ड की सौगात मिलने पर अभिभूत हुई दामिन बाई एवं इयन बाई
रायपुर/शौर्यपथ /केन्द्र सरकार के द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में सेवाओं एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने तथा उनके व्यक्तिगत अधिकारों से परिपूर्ण करने के उद्देश्य से धरती आबा संचालित की जा रही है। इस अभियान के अंतर्गत आयोजित शिविर में जनजातीय समाज के लोगों को शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजना अत्यंत लाभप्रद सिद्ध हो रहा है। बालोद जिले में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविरों के माध्यम से शासन के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का त्वरित लाभ मिलने से जनजातीय समाज के लोगों ने शासन की इस महत्वपूर्ण पहल एवं जनहितैषी कदम की भूरी-भूरी सराहना की है।
इसी कड़ी में बालोद जिले के डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम मार्री बंगला में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर के माध्यम से उनके बहुप्रतीक्षित समस्याओं के निराकरण होने पर जनजातीय समाज के ग्रामीण महिलाओं ने शिविर के आयोजन की मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। शिविर के माध्यम से अपने नन्हें पुत्र तेजस के आधार कार्ड का पंजीयन होने से ग्राम मार्री बंगला निवासी दामिन बाई तथा गहिरा नवागांव निवासी श्रीमती इयन बाई का नया राशन कार्ड बनने से दोनों महिलाएं बहुत ही अभिभूत नजर आ रही थी।
ग्राम मार्री बंगला निवासी श्रीमती दामिन बाई ने बताया कि अपने पारिवारिक जिम्मेदारी एवं घरेलू कार्य में व्यस्त होने के कारण वे चाह कर भी अपने नन्हें बालक तेजस का आधार कार्ड बनवाने के लिए पास के गांव देवरी के च्वाइस सेंटर में नहीं जा पा रही थी। जिसके कारण वे परेशान भी हो जाती थी। उन्होंने कहा कि धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत उनके गृह ग्राम मार्री बंगला में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर में उनके पुत्र तेजस के आधार कार्ड बनाने हेतु पंजीयन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। कुछ ही दिनों के पश्चात् उनके पुत्र के आधार कार्ड बनकर उन्हें प्राप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से धरती आबा जनभागीदारी अभियान समस्याओं का तत्काल समाधान होना किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है। श्रीमती दामिन बाई ने कहा कि मेरे नन्हें बच्चे के आधार कार्ड का पंजीयन हो जाने से मैं बहुत ही प्रसन्नचित हूँ।
     इसी तरह ग्राम मार्री बंगला में आयोजित लाभ संतृप्ति शिविर के माध्यम से उनके नया राशन कार्ड बनने पर ग्राम गहिरा नवागांव की आदिवासी महिला श्रीमती इयन बाई बहुत ही प्रसन्नचित एवं उत्साही नजर आ रही थी। उन्होंने कहा कि अपने समीप के गांव में आयोजित शिविर के माध्यम से उन्हें एवं उनके परिवार को तत्काल राशन कार्ड का सौगात मिलना हम जैसे गरीब परिवार के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण है। नए राशन कार्ड बन जाने से अब उन्हें ग्राम पंचायत एवं अन्य कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। श्रीमती इयन बाई ने कहा शिविर के माध्यम से उनके जैसे जनजातीय परिवार के अनेक गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की मांगों और समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया गया। उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से केन्द्र सरकार की अत्यंत लोक हितैषी एवं जनकल्याणकारी पहल है। मार्री बंगला में आयोजित शिविर के आयोजन से लाभान्वित होने वाली दोनों महिलाओं ने शिविर आयोजन की सराहना करते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाले भारत सरकार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया है।

Page 8 of 2401

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)