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रायपुर / शौर्यपथ / भारत से क्षय रोग को 2025 तक पूर्ण रुप से समाप्त करने के उद्देश्य से चलाए गए विशेष क्षय रोगी खोजी अभियान में 8 क्षय रोगी मिले हैं । ग्रामीण और शहरी मलिन बस्तियों को लक्षित करके चलाए गए इस अभियान में कुल 26,589 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी थी । साथ ही 705 संभावित व्यक्तियों की जांच की गई। जिसमें से 8 लोगों में टीबी की पुष्टी हुयी है जिनका पंजीकरण कर इलाज शुरू कर दिया गया है ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने बताया ‘‘ ज़िले में सघन क्षय रोगी खोज अभियान जो कि विशेष रुप से जिले के शहरी और ग्रामीण मलिन बस्ती, खदान क्षेत्र, प्लांट क्षेत्र, अनाथ आश्रम एवं वृद्ध आश्रम, हाई रिस्क क्षेत्र, जेल (महिला एवं पुरुष ) गिट्टी खदान क्षेत्र, राईस मिल क्षेत्र, में चलाया गया था ।उन्होंने कहा जिले के शहरी और ग्रामीण मलिन बस्ती क्षेत्र में कुल 18,072 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी । जिसमें 456 संभावित की विशेष जांच की गई उसमें से 6 लोगों में क्षय रोग के लक्षण मिले है ।वही खदान क्षेत्र में कुल 4,772 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 209 संभावित की विशेष जांच की गई उसमें से 2 लोगों में क्षय रोग के लक्षण मिले है ।टीम द्वारा हाई रिस्क क्षेत्र में 135 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी जिसमें 14 संभावित लोगों की विशेष जांच की गई थी ।लेकिन किसी में भी टीबी की पुष्टी नहीं हुयी है ।अनाथ आश्रम एवं वृद्ध आश्रम में 245 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 24 संभावित लोगोंकी विशेष जांच की गई थी । किसी में भी लक्षण नहीं पाए गए ।राइस मिल और धान खरीदी क्षेत्रों में भी 3065 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जहां पर 2 संभावित की विशेष जांच की गई किसी में भी लक्षण नहीं मिले ।जिले में कुल 8 लोगों में लक्षण मिले हैं जिनका नियमित रूप से निशुल्क इलाज शुरू कर दिया गया है ।’’
14 टीमों के द्वारा चलाया गया अभियान
सघन टीबी रोगी खोज अभियान में विभाग ने 14 टीमें लगाई थी । प्रत्येक टीम में 4 से 5 सदस्य रखे गये थे ।टीबी सुपरवाइजर,मितानिन, आंगनवाडी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्थानिय एनजीओ कार्यकर्ताओं का भी विशेष सहयोग रहा है , इस दौरान 8 नए लोगों में टीबी की पुष्टि भी हुई है।
पंजीकरण और इलाज पर जोर
क्षय रोगी खोजी अभियान में यह भी बताया जा रहा है कि अगर उनके यहां कोई भी क्षय रोग से सम्बन्धित किसी का इलाज चल रहा है तो उनको क्षय रोग कार्यालय में पंजीकृत कराएं। ताकि उन्हें बेहतर दवाएं निशुल्क मिलें और उनका इलाज करने के साथ ही उन्हें पोषण भत्ता दिलाया जा सके।
ऐसे लक्षण दिखे तो जांच जरूरी
दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी का आना। खांसी के साथ बलगम और बलगम के साथ खून आना। वजन घटना। बुखार, सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार, रात में बेवजह पसीना आना। कम भूख लगने जैसी जैसी शिकायत है तो एक बार अपनी जांच जरुर करा लें। समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।
भारत से क्षय रोग को 2025 तक पूर्ण रुप से समाप्तल करने के उद्देश्यय से चलाए गए विशेष क्षय रोगी खोजी अभियान में 8 क्षय रोगी मिले हैं । ग्रामीण और शहरी मलिन बस्तियों को लक्षित करके चलाए गए इस अभियान में कुल 26,589 लोगों की स्क्रीनिंग की गयी थी । साथ ही 705 संभावित व्यक्तियों की जांच की गई। जिसमें से 8 लोगों में टीबी की पुष्टी हुयी है जिनका पंजीकरण कर इलाज शुरू कर दिया गया है ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने बताया ‘‘ ज़िले में सघन क्षय रोगी खोज अभियान जो कि विशेष रुप से जिले के शहरी और ग्रामीण मलिन बस्ती, खदान क्षेत्र, प्लांट क्षेत्र, अनाथ आश्रम एवं वृद्ध आश्रम, हाई रिस्क क्षेत्र, जेल (महिला एवं पुरुष ) गिट्टी खदान क्षेत्र, राईस मिल क्षेत्र, में चलाया गया था ।उन्होंने कहा जिले के शहरी और ग्रामीण मलिन बस्ती क्षेत्र में कुल 18,072 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी । जिसमें 456 संभावित की विशेष जांच की गई उसमें से 6 लोगों में क्षय रोग के लक्षण मिले है ।वही खदान क्षेत्र में कुल 4,772 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 209 संभावित की विशेष जांच की गई उसमें से 2 लोगों में क्षय रोग के लक्षण मिले है ।टीम द्वारा हाई रिस्क क्षेत्र में 135 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी जिसमें 14 संभावित लोगों की विशेष जांच की गई थी ।लेकिन किसी में भी टीबी की पुष्टी नहीं हुयी है ।अनाथ आश्रम एवं वृद्ध आश्रम में 245 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 24 संभावित लोगोंकी विशेष जांच की गई थी । किसी में भी लक्षण नहीं पाए गए ।राइस मिल और धान खरीदी क्षेत्रों में भी 3065 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जहां पर 2 संभावित की विशेष जांच की गई किसी में भी लक्षण नहीं मिले ।जिले में कुल 8 लोगों में लक्षण मिले हैं जिनका नियमित रूप से निशुल्क इलाज शुरू कर दिया गया है ।’’
14 टीमों के द्वारा चलाया गया अभियान
सघन टीबी रोगी खोज अभियान में विभाग ने 14 टीमें लगाई थी । प्रत्येक टीम में 4 से 5 सदस्य रखे गये थे ।टीबी सुपरवाइजर,मितानिन, आंगनवाडी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्थानिय एनजीओ कार्यकर्ताओं का भी विशेष सहयोग रहा है , इस दौरान 8 नए लोगों में टीबी की पुष्टि भी हुई है।
पंजीकरण और इलाज पर जोर
क्षय रोगी खोजी अभियान में यह भी बताया जा रहा है कि अगर उनके यहां कोई भी क्षय रोग से सम्ब न्धित किसी का इलाज चल रहा है तो उनको क्षय रोग कार्यालय में पंजीकृत कराएं। ताकि उन्हेंे बेहतर दवाएं निशुल्क मिलें और उनका इलाज करने के साथ ही उन्हें पोषण भत्तार दिलाया जा सके।
ऐसे लक्षण दिखे तो जांच जरूरी
दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी का आना। खांसी के साथ बलगम और बलगम के साथ खून आना। वजन घटना। बुखार, सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार, रात में बेवजह पसीना आना। कम भूख लगने जैसी जैसी शिकायत है तो एक बार अपनी जांच जरुर करा लें। समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2021 के निर्धारित कार्यक्रम अनुसार स्वास्थ्य विभाग धमतरी से समन्वय स्थापित कर सिहावा चौक बस स्टॉप के पास स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
उक्त शिविर में वाहन चालकों का जिला अस्पताल के नेत्र सहायक श्री पी.एन. साहू, श्री संतोष साहू, श्री गुरु शरण साहू एवं श्री भूपेंद्र साहू के सहयोग से वाहन चालकों का स्वास्थ्य/नेत्र परीक्षण कराया गया तथा उन्हें घायल व्यक्तियों के प्राथमिक उपचार संबंधी प्रशिक्षण देकर यातायात नियमों का पालन करने समझाइश दी गई। सहायक उप निरीक्षक अनिल केसरवानी द्वारा वाहन चालकों को यातायात नियमों, संकेतों, चिन्हों आदि का पालन करने की समझाइश देते हुए यातायात जन जागरूकता पाम्पलेट वितरण किया गया।
थाना सरोना अंतर्गत, मकान नं 59, ग्राम पंचायत सिंगनपुर, नरहरपुर,कांकेर निवासी
श्रीमती रुकमणी तिवारी, पति गोकुल राम तिवारी, पिछले 20 नवम्बर से लापता है।
दो माह से भी अधिक, समय से परिजन उनकी पतासाजी में जुटे हुये है।
पर अब तक उनके बारे में किसी भी तरह की जानकारी नही मिल पाई है।
परिजनों ने अपील की है कि उक्त महिला को कही भी देखे जाने या जानकारी इन मोबाईल नम्बरों पर देने का कष्ट करें
no. 9993607828, 9098539030, 9479084100
प्रदेश में कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए ‘’स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान’’ का आयोजन किया जा रहा है जिसFCके तहत ज़िले के विकासखण्ड आरंग, अभनपुर,धरसीवां और तिल्दा में प्रचार प्रसार कर कुष्ठ पहचान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं । साथ ही शहरी वार्ड और ग्राम पंचायत एवं आश्रित ग्रामों में ‘’स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान’’ के लिये ग्राम सभा, भी आयोजित की जा रही है ।
अभियान की जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉ.अनिल परसाई ने बताया,“महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के उपलक्ष्य में 30 जनवरी से 13 फरवरी 2021 तक ”स्पर्श कुष्ठ जागरुकता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है l लोगों तक कार्यक्रम की जानकारी पहुँचाने के लिए प्रचार प्रसार के माध्यम का सहारा लिया जा रहा ताकि इसके प्रति भय और भ्रांतियों को दूर किया जा सके। इसके लिए शहरी वार्डों एवं समस्त ग्राम पंचायतों में माइक्रो प्लान बनाकर प्रत्येक ग्राम सभा में स्वास्थ विभाग की ओर से बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एनएमए) महिला एवं पुरुष , मितानिने और मितानिन प्रशिक्षक समस्त बहुउद्देशीय स्वास्थ्य पर्यवेक्षक (महिला एवं पुरुष) विभागीय कार्यकर्ताओं द्वारा ग्राम सभा में ‘’स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान’’विषय पर परिचर्चा की जा रही है ।
कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिये लक्ष्य प्रति दस हजार की जनसंख्या में एक या एक से कम लाने का प्रयास भी किया जा रहा। इसके लिए कुष्ठ रोग विभाग की एनएमए की टीम घर-घर जाकर लोगों में लक्षण नजर आने पर जांच कर रही है । साथ ही 30 जनवरी से 13 फरवरी तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान को व्यापक स्तर से चलाने हेतु ग्राम सभाओं का आयोजन, वॉल पेंटिंग और प्रचार–प्रचार किया जा रहा है । इस दौरान अनिवार्य रूप से कोविड-19 गाइडलाइन का अनुपालन किया जा रहा है।
डॉ. परसाई ने कहा “कुष्ठ से प्रभावित दो तरह के मरीजों के होने की संभावना देखी जाती है। एक मल्टीबेसिलरी और दूसरा पोसिबेसिलरी। मल्टीबेसिलरी मरीज को 12 माह और पोसिबेसिलरी मरीज को छह माह तक दवा लेनी होती है। हमारे समाज में आज भी अंधविश्वास के कारण कई लोग पूर्व जन्म का पाप मानते हैं ऐसे छुपे हुए रोगी ही कुष्ठ रोग का प्रसार करते हैं, जबकि यह बीमारी एक जीवाणु (लेप्रा बेसीलाई) के कारण होता है। कुष्ठ रोग के कारण प्रभावित अंगों में अक्षमता एवं विकृति आ जाती है, इसलिए छुपे हुए केस को जल्दी से जल्दी खोज कर एवं जांच उपचार कर कुष्ठ रोग का प्रसार रोका जा सकता है और सामाज को कुष्ठ मुक्त कर सकते हैं”।
नगरी विकासखंड के ग्राम पंचायत उमरगांव का जहाँ के वार्ड क्रमांक 12 के एक महिला पंच ने मनरेगा अंतर्गत ग्राम में हुए विभिन्न निर्माण कार्यों में न सिर्फ अपना नाम बल्कि अपने सास ससुर तक का फर्जी हाजिरी मस्टररोल में भरवाया है और राशि तक आहरण की जा चुकी है। इस सम्बन्ध में जब ग्रामीणों को पता चला तो उन्होंने जनदर्शन में लिखित शिकायत पत्र कलेक्टर को सौंपकर सम्बंधित पंच को तत्काल बर्खास्त कर नियमानुसार क़ानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।उमरगांव के ग्रामीण महेश अग्रवाल, लिलम्बर शेष ग्राम पटेल, ओमप्रकाश नेताम, अंगेश हिरवानी, देवेन्द्र सेन ने बताया की उक्त पंच एवं उनका परिवार आज तक ग्राम पंचायत में हुए मनरेगा कार्यों में उपस्थित तक नही हुए और वित्तीय वर्ष 2020-21 में उनका एवं उनके परिवार के नाम पर 40 दिन का हाजिरी दिखा रहा है, जिन कार्यो में उन लोगो का नाम है वे सभी मजदूरी मूलक कार्य है।ग्राम उमरगांव के किसी भी व्यक्ति को यदि पूछा जाये की उक्त लोगो ने गोदी मजदूरी का कार्य किये हैं तो हर कोई हैरान हो जायेगा।वार्ड पंच द्वारा किया गया यह कृत्य मनरेगा अधिनियम 2005 का सरासर उल्लंघन है तथा अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार दोषी व्यक्ति पर क़ानूनी कार्यवाही की बात कही गयी है।ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से मांग की है कि ऐसे प्रतिनिधि जो अपने पद का दुरूपयोग कर गरीब मजदूरों के मुँह का निवाला छीनते है ऐसे लोगो पर तत्काल जाँच कमेटी तैयार कर दोषी के विरुध्द क़ानूनी कार्यवाही कर पद से बर्खास्त करने की मांग की हैं।जनदर्शन में लिखित शिकायत करने वालों में बेददास मानिकपुरी, नरेश सिन्हा, मेघराज ध्रुव, सत्यनारायण साहू, कृष्णा वैष्णव, केशनाथ पुजारी, प्रह्लाद मरकाम, मिथलेश ध्रुव, मोंटू मरकाम, गजेन्द्र साहू सहित ग्रामवासी शामिल रहे।
थाना नगरी क्षेत्रान्तर्गत कक्षा 12 वी की छात्रा है अज्ञातआरोपी द्वारा दिनांक 24/05/20 से पीड़िता से रॉंग नंबर के जरिये मोबाइल से बात चीत कर जान पहचान बनाकर दोस्ती कर लिया गया था अपने प्रेमजाल में फंसाकर अज्ञात आरोपी द्वारा पीड़िता को जबरदस्ती उकसाकर पीड़िता का अश्लील नग्न वीडियो व्हाट्सएप्प के माध्यम से प्राप्त कर लिया गया था फिर धोखे से आरोपी पीड़िता के स्कूल के व्हाट्सएप्प ग्रुप जिसमे अन्य छात्र भी जुड़े थे में जुड़कर पीड़िता के स्कूली साथियों, शिक्षकों का व्हाट्सएप्प नंबर लेकर पीड़िता के अश्लील वीडियो को वायरल किया जा रहा था साथ ही पीड़िता, शिक्षकों, पीड़िता के पालक को भी फोन के माध्यम से लगातार गंदी गंदी अश्लील गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी दे रहा था जिससे परेशान होकर
इस बात की सूचना पीड़िता द्वारा लिखित में थाना नगरी में दिया गया जिस पर थाना नगरी में अज्ञात आरोपी मोबाइल नम्बर धारक के विरुद्ध अप0 क्र0 11/21 धारा 292,506,509 धारा 66,67 आई टी एक्ट दिनांक 11/01/21 को पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था विवेचना दौरान आरोपी द्वारा प्रयुक्त मोबाइल नम्बरों के आधार पर जानकारी व लेने पर संदेही का लोकेशन दमोह मध्य प्रदेश होना पता चला जिस पर तत्काल थाना प्रभारी विनय पम्मार द्वारा वरिष्ठ अधिकारियो के निर्देशन व अनुमति बाद थाना से टीम गठित कर दिनांक 11/02/21 को आरोपी पता तलाश में दमोह रवाना हुए थे जो फील्ड में सूझबूझ व प्राप्त जानकारी के अनुसार काफी मेहनत बाद संदेही तक दमोह मध्य प्रदेश दिनांक 14/02/21 को पहुचे जिसने पूछताछ पर अपना नाम भगवानदास रैकवार उर्फ अरमान पिता प्रेमशंकर उम्र 26 साल निवासी सिविल वार्ड न0 1 दमोह मध्य प्रदेश बताया व अपराध करना स्वीकार किया साथ ही घटना मे प्रयुक्त मोबाइल व सीम नम्बर आरोपी से मौके पर ही जप्ती की गई व आरोपी की गिरफ्तारी दिनांक 14/02/21 को दमोह में कर आज दिनांक 15/02/21 को थाना नगरी लाकर रिमांड पर जे एम एफ सी न्यायालय पेश किया जा रहा है
अज्ञात आरोपी की पतासाजी और गिरफ्तारी करने में थाना नगरी प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार पम्मार आर0 आनंद कटकवार, शंकर दयाल त्रिपाठी और चालक राजेन्द्र साहू का विशेष सराहनीय भूमिका रही
थाना नगरी क्षेत्रान्तर्गत कक्षा 12 वी की छात्रा है अज्ञातआरोपी द्वारा दिनांक 24/05/20 से पीड़िता से रॉंग नंबर के जरिये मोबाइल से बात चीत कर जान पहचान बनाकर दोस्ती कर लिया गया था अपने प्रेमजाल में फंसाकर अज्ञात आरोपी द्वारा पीड़िता को जबरदस्ती उकसाकर पीड़िता का अश्लील नग्न वीडियो व्हाट्सएप्प के माध्यम से प्राप्त कर लिया गया था फिर धोखे से आरोपी पीड़िता के स्कूल के व्हाट्सएप्प ग्रुप जिसमे अन्य छात्र भी जुड़े थे में जुड़कर पीड़िता के स्कूली साथियों, शिक्षकों का व्हाट्सएप्प नंबर लेकर पीड़िता के अश्लील वीडियो को वायरल किया जा रहा था साथ ही पीड़िता, शिक्षकों, पीड़िता के पालक को भी फोन के माध्यम से लगातार गंदी गंदी अश्लील गाली गलौच कर जान से मारने की धमकी दे रहा था जिससे परेशान होकर
इस बात की सूचना पीड़िता द्वारा लिखित में थाना नगरी में दिया गया जिस पर थाना नगरी में अज्ञात आरोपी मोबाइल नम्बर धारक के विरुद्ध अप0 क्र0 11/21 धारा 292,506,509 धारा 66,67 आई टी एक्ट दिनांक 11/01/21 को पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था विवेचना दौरान आरोपी द्वारा प्रयुक्त मोबाइल नम्बरों के आधार पर जानकारी व लेने पर संदेही का लोकेशन दमोह मध्य प्रदेश होना पता चला जिस पर तत्काल थाना प्रभारी विनय पम्मार द्वारा वरिष्ठ अधिकारियो के निर्देशन व अनुमति बाद थाना से टीम गठित कर दिनांक 11/02/21 को आरोपी पता तलाश में दमोह रवाना हुए थे जो फील्ड में सूझबूझ व प्राप्त जानकारी के अनुसार काफी मेहनत बाद संदेही तक दमोह मध्य प्रदेश दिनांक 14/02/21 को पहुचे जिसने पूछताछ पर अपना नाम भगवानदास रैकवार उर्फ अरमान पिता प्रेमशंकर उम्र 26 साल निवासी सिविल वार्ड न0 1 दमोह मध्य प्रदेश बताया व अपराध करना स्वीकार किया साथ ही घटना मे प्रयुक्त मोबाइल व सीम नम्बर आरोपी से मौके पर ही जप्ती की गई व आरोपी की गिरफ्तारी दिनांक 14/02/21 को दमोह में कर आज दिनांक 15/02/21 को थाना नगरी लाकर रिमांड पर जे एम एफ सी न्यायालय पेश किया जा रहा है
अज्ञात आरोपी की पतासाजी और गिरफ्तारी करने में थाना नगरी प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार पम्मार आर0 आनंद कटकवार, शंकर दयाल त्रिपाठी और चालक राजेन्द्र साहू का विशेष सराहनीय भूमिका रही
रायपुर / शौर्यपथ / सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति के लिए तेरापंथ के परमआचार्य महाश्रमण जी का अहिंसा यात्रा निश्चित ही समाज में शांति और सद्भाव स्थापित करने के दिशा में सार्थक होगी। इससे लोग सामाजिक कुरीतियों से दूर होकर प्रदेश के विकास के लिए सहभागी होंगे। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने उक्त बातें आज आज जैन स्वावलंबियों द्वारा जैनम मानस भवन, नवा रायपुर में आयोजित मर्यादा महोत्सव में कही।
सुश्री उइके ने कहा कि भारत ही साधु-संतों और महात्माओं का देश रहा है। यहां की भूमि में आचार्य महाश्रमण जी के पदार्पण से छत्तीसगढ़ गौरवान्वित हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं साधु-संतो और महापुरूषों की बताए हुए रास्तों पर चलकर दिन-दुखियों और प्रदेशवासियों के सेवा के लिए तत्पर रहने का संकल्प ली। उल्लेखनीय है कि 157वां मर्यादा महोत्सव के अवसर पर तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी के प्रथम नगर आगमन पर मंगल प्रवेश समारोह का आयोजन किया गया था।
सुश्री उइके ने कहा कि आचार्य महाश्रमण जैन धर्म के श्वेताम्बर तेरापंथ शाखा के संत हैं। श्री महाश्रमण जी इस यात्रा के माध्यम से पूरे मानव समाज को सद्भावना, नैतिकता और नशा मुक्ति का संदेश दे रहे हैं। मैं कामना करती हूं कि वे जिस पवित्र उद्देश्य को लेकर यात्रा कर रहे हैं, उसमें वे अवश्य सफल होंगे। हमारा छत्तीसगढ़ भी साधु-संतों, महात्माओं का प्रदेश रहा है। इस परम्परा का निर्वाह सदियों से होता रहा है। जब-जब समाज में किसी प्रकार का संकट आया, संतों ने सहीं रास्ता दिखाया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति के लिए आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा तीन देशों नेपाल, भूटान सहित भारत के 23 राज्यों में किए गए लगभग 50 हजार किलोमीटर की अहिंसा यात्रा की सराहना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के जंगलों व जटिल रास्तों कोंटा, दंतेवाड़ा, गीदम, जगदलपुर, कोंडागांव, केशकाल और धमतरी होते हुए राजधानी रायपुर में आयोजित मर्यादा महोत्सव में पदार्पण पर अभिनंदन किया। सुश्री उइके ने कहा कि आचार्य श्री महाश्रमण जी का जीवन त्याग की प्रतिमूर्ति है। वे सामाजिक कुरीतियों और अंधविश्वासों पर प्रहार करते हुए सहनशीलता की सीख देते हैं। बुराई छोड़ो, नशा छोड़ो, भ्रूण हत्या मत करो, भेदभाव मत करो, लोक-जीवन में शुद्धता आए, राष्ट्रीय चरित्र बने- इन्हीं उपक्रमों एवं कार्यक्रमों को लेकर वे सुबह से शाम तक गांव हो या शहर आम जनों से मिलते हैं, उन्हें संदेश देते हैं, एक-एक व्यक्ति को समझाते हैं। इस प्रकार आचार्य जी समाज का निर्माण और उत्थान करते हुए निरन्तर आगे बढ़ रहे हैं, उनका यह जीवन समाज के लिए एक रोशनी है। राज्यपाल सुश्री उइके ने इस मौके पर जैन समाज द्वारा संचालित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी अवलोकन कर आयोजन समिति की प्रशंसा की।