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रायपुर / शौर्यपथ / जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कोविड 19 नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी डॉ गौरव कुमार सिंह ने होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों को आपात स्थिति में हॉस्पिटल पहुंचाने , एम्बुलेंस व्यवस्था, कोविड केयर सेन्टरों के प्रभारी डॉक्टरों एवं मरीजों के मध्य
आवश्यक समन्वय के लिए कंट्रोल रूम में चार पालियों में अधिकारी - कर्मचारियों की 24 घंटे की ड्यूटी लगाई है । कंट्रोल रूम का फोन न -75661-00283, 75661-00284 और 75661-00285 है।
उन्होंने जिला रायपुर में कोविड-19 कंट्रोल रूम के लिए 2 सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किए है।
श्री ए.ओ. लॉरी, उप संचालक रोजगार मो.-9406346840 एवं श्री डी.के. सिंह, उप संचालक मत्स्य पालन मो.-8839778979 सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। उनके सहयोग के लिए 4 पालियों में अधिकारियों को ड्यूटी लगाई गई है।
इसके तहत प्रथम पाली में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्री कुन्दन सिंह डी.पी.एम. एन आर एल एम जिला पंचायत,मों नं 86760-56184, , श्री विक्रम सिंह लोधी, मों नं 9179113793 डी.पी.एम., एन.आर.एल.एम., जि.पं एवं श्री शिवेन्द सिंह,मों नं- 9893061946, डी.पी.एम., एन.आर.एल.एम जि पं. काम करेंगे।
इसी प्रकार दूसरी पाली में दोपहर 12 बजे से शाम के 6 बजे तक श्री एच.आर.देवांगन मों नं- 83193-82779, सहा. मत्स्य अधि, म.प्र.केन्द्र रायपुर, सुश्री अनुभूति देवांगन मों नं-86691-22430, सहा. मत्स्य अधि., म.प्र.केन्द्र रायपुर, श्रीमति सोनल सोनी मों न-88399-24004,शिक्षक शा.पू.मा. कटोरातालाब रायपुर एवं श्री प्रकाश दीवान मों न- 98271-75990 व्याख्याता, रा.वि. रायपुर की ड्यूटी लगाई गई है ।
तृतीय पाली में दोपहर 12:00 से शाम 6:00 बजे तक के लिए श्री सी.एल शर्मा मों न-98279-58846, सहा परियोजना अधि, साक्षर भारत, श्री लोकेश वर्मा मों न- 99774-51981, प्रभारी पढ़ना बढ़ना अभियान धरसींवा, श्री समर अब्बासी मों न-90396-58761, सहायक षिक्षक, प्रा.शा. दोंदेखुर्द ड्यूटी लगाई गई है।
होम आईशोलेशन कन्ट्रोल रूम के प्रभारी डॉक्टर मो न-75661-00283, 75661-00284, 75661-00285 से रात 12 बजे से सुबह 06 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।
रायपुर / शौर्यपथ / रायपुर जिले में एक्टिव सर्विलेंस दलों के माध्यम से घर -घर पहुंच कर कोरोना के संबंध में लोगों को जागरूक किया जा रहा है । 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों से कोरोना वैक्सीनेशन करवाने और कोरोना के लक्षण लगने पर तत्काल करोना टेस्ट कराने की अपील की जा रही है ।
टीम द्वारा कोरोना का सर्वेक्षण किया जा रहा है साथ ही साथ कोरोना से बचाव और नियंत्रण के लिए सामाजिक व्यवहार करने जैसे मास्क पहने ,सामाजिक दूरी बनाए रखें ,सैनिटाइजर का उपयोग करने का प्रचार- प्रसार किया जा रहा है.
रायपुर जिले के बिरगांव नगर निगम के आयुक्त श्रीकांत वर्मा ने आज एक्टिव सर्विलेंस दल के साथ स्वयं घर - घर पहुंच कर सर्वेक्षण एवं जागरूकता कार्य में शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि सभी कंटेनमेंट जोन के अलावा पूरे क्षेत्र में एक्टिव सर्विलेंस दलों के माध्यम से घर-घर पहुंचकर कोरोना के संबंध में समझाइश दी जा रही है । सभी कंटेनमेंट जोन के बाहर कैम्प लगाकर उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।
इसी तरह एक्टिव सर्विस के माध्यम से 45 वर्ष के अधिक आयु के ऐसे नागरिकों ,जो कोरोना का वैक्सीन लगवाना चाहते हैं ,उनके आवेदन भरने जैसे कार्य और टीकाकरण का समय दिलाने का कार्य भी इन दलों के माध्यम से किया जा रहा है।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विभिन्न समाज के प्रमुखों और सामाजिक संगठनों से वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई चर्चा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कोरोना संक्रमण की गंभीरता के हिसाब से मरीजों को अस्पताल में बिस्तर उपलब्ध कराने की प्रक्रिया निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी सिफारिश या दबाव के आधार पर बिस्तर न उपलब्ध कराएं जाए। इससे केवल जरूरतमंद मरीजों को ही बिस्तर उपलब्ध हो सकेंगे और अनावश्यक रूप से कोई बिस्तर नहीं ले सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन वाले बिस्तर और वेंटिलेटर तक इसकी वास्तविक जरूरत वाले मरीजों की पहुंच सुनिश्चित करें। ऐसे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन सुविधा की आवश्यकता नहीं है उन्हें कोविड केयर सेंटर्स या सामान्य बिस्तरों पर भर्ती कर इलाज उपलब्ध कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन काफी तेजी से हो रहा है। कोरोना जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर और रोज हो रही मौतें चिंताजनक है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक घरों से न निकलें। खरीदारी के लिए परिवार के सदस्यों को साथ न लेते हुए अकेले जाएं। आसपास कोरोना संक्रमित मिलने पर उनका सही मार्गदर्शन करें और आवश्यक सावधानियों के बारे में जागरूक करें।
रायपुर / शौर्यपथ / अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के पं दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय द्वारा नर्सिंग की परीक्षा ऑफलाइन कराने हेतु तिथि 22 अप्रेल निर्धारित कर समय सारणी जारी किया गया हैं। इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई हैं। नर्सिंग पाठ्यक्रम के विद्यार्थी छत्तीसगढ़ के विभिन्न गांवो एवं अन्य राज्यों के निवासी हैं। इनके परीक्षा हॉल में उपस्थित होने पर कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ सकता हैं। जिससे अभिभावक भी चिंतित हैं। वर्तमान में अन्य राज्यों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में रोजाना कोरोना संक्रमण में वृद्धि हो रहीं हैं।
प्रदेश के 108 नर्सिंग कॉलेज में 18000 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं।, जिसमें 10% कोरोना ग्रसित हैं और एक को भी टीका नहीं लगा है। इस महीने मात्र 11 केंद्रों में ऑफ़्लाइन परीक्षा लेना अंतराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता के बाद भूपेश सरकार की दूसरी बहुत बड़ी भूल होगी।
साहू ने कहा कि वैश्विक महामारी को देखते हुए नर्सिंग की ऑफलाइन परीक्षा को रद्द कर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने की मांग की गई हैं। ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके एवम छात्र भी सावधानीपूर्वक परीक्षा दे सकें।
नर्सिंग की ऑनलाइन परीक्षा कराने की मांग को लेकर अजीत जोगी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू के साथ सांकेतिक प्रदर्शन में मुख्यरूप से अजय पाल, अजय देवांगन, राजा राज बंजारे संजीव धीवर बेद राम साहू, अनिल पाल, राज किशोर साहू रोहित नायक शामिल थे।
रायपुर |
छत्तीसगढ़ के सात प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन अवार्ड दिया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा इस बार स्वास्थ्य सुविधाओं का मूल्यांकन वर्चुअली (ऑनलाइन माध्यम से) किया गया | इस सर्टिफिकेशन के लिए केंद्र द्वारा गठित टीम द्वारा चिन्हित स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध सुविधाओं को कई बिन्दुओं पर जांचा गया और उन सभी पैमानों पर खरा उतरने के बाद ही छत्तीसगढ़ के सात प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को यह सर्टिफिकेशन प्रदान किया गया है। यह सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों की सुविधाओं को एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स) के मानकों के अनुरूप बेहतर और गुणवत्तापूर्ण बनाया जाता है। इसके तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सुविधा बढ़ाने को लेकर कई काम किए गए हैं।
इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, भारत सरकार की अपर सचिव एवं मिशन निदेशक वंदना गुरुनानी ने छत्तीसगढ़ की अपर स्वास्थ्य सचिव रेनू पिल्लई को एक पत्र जारी कर सूचित भी किया है।
इन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को मिला है नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट
नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट मिलने वालों में सरगुजा के दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लून्दरा एवं रघुनाथपुर, कोरिया का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खडगवां, बेमेतरा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देओरविजा, रायपुर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मंदिर हसौद, जांजगीर का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राहोद एवं महासमुंद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पटेवा हैं | कोरिया जिले के खडगवां एवं महासमुंद जिले के पटेवा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को कुछ शर्तों के आधार पर यह सर्टिफिकेशन अवार्ड दिया गया है।
इतने प्रतिशत अंक हासिल कर मिला सर्टिफिकेट
क्रम संख्या स्वास्थ्य केंद्र का नाम प्राप्त अंकों का प्रतिशत
1 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लून्दरा, सरगुजा 94.42
2 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रघुनाथपुर, सरगुजा 90.95
3 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खडगवां, कोरिया 84.95
4 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देओरविजा, बेमेतरा 74.92
5 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मंदिर हसौद, रायपुर 94.44
6 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राहोद, जांजगीर 86.36
7 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पटेवा, महासमुंद 82.02
नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन प्राप्त करने को लाने होते हैं 70 फीसदी से अधिक अंक !
नेशनल क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों को 70 फीसदी से ज्यादा अंक लाने होते हैं । भारत सरकार ने देशभर के अस्पतालों में मरीजों से जुड़ी सुविधाएं बढ़ाने और उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एनक्यूएएस बनाया है। इसमें 8 बिंदुओं पर अस्पताल का मूल्यांकन किया जाता है। चेकलिस्ट के आधार पर सुविधाओं का आंकलन किया जाता है ताकि छोटी से छोटी सुविधा का भी मूल्यांकन हो सके।
इन बिंदुओं पर होता है आंकलन !
नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाओं, सफाई व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, डाक्टरों की संख्या आदि के आधार पर अस्पतालों का सर्टिफिकेशन करती है। इसके होने के बाद अस्पतालों को अपने आप को उनके स्टैंडर्ड्स के हिसाब से मेंटेन भी करना पड़ता है। क्लीनिकल सेवाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टाफ, पेशेंट वेटिंग एरिया, अस्पताल में वेंटिलेशन, प्रति बेड डॉक्टर और नर्स की संख्या, ओटी में तीन अलग-अलग जोन हैं या नहीं, एयर फिल्टर, तापमान, इंफेक्शन कंट्रोल के उपाय, ऑपरेशन में प्रोटोकाल का पालन, डॉक्टर व स्टाफ को इंफेक्शन कंट्रोल के बारे में जानकारी, मरीज को इलाज में कितना समय लगा आदि। इन बिंदुओं पर आंकलन करने के बाद ही मूल्यांकन दल द्वारा अंक दिए जाते हैं।
सर्टिफिकेशन के साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों की गुणवत्ता मजबूत करने को मिलती है अतिरिक्त धनराशि
स्वास्थ्य केन्द्रों को जब यह सर्टिफिकेट मिलता है तो भारत सरकार की ओर सम्बंधित स्वास्थ्य केंद्र को अतिरिक्त धनराशि देने का भी प्रावधान है ताकि स्वास्थ्य केन्द्रों की गुणवत्ता को और मजबूत किया जा सके । इस राशि को स्वास्थ्य केन्द्रों की सुविधाओं को बढ़ाने में खर्च किया जाता है ।
कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए तथा कक्षा 10वीं-12वीं की आगामी बोर्ड परीक्षाओं के दृष्टिगत करते हुए कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य ने यह निर्देश दिया है कि कोई भी परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित ना हो, इसे लेकर शासन-प्रशासन गम्भीर है। उन्होंने कहा है कि कक्षा 10वीं एवं 12वीं के परीक्षार्थी अपनी परीक्षा के प्रवेश-पत्र (हाल टिकट) के साथ परीक्षा केन्द्र तक आ-जा सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षा केन्द्र तक जाने व वापस आने के लिए परीक्षार्थी के साथ सिर्फ एक अभिभावक की अनुमति होगी, किन्तु परीक्षार्थी को अपने साथ प्रवेश पत्र रखना जरूरी है। प्रवेश पत्र ही उनका व उनके वाहन का पास होगा तथा उन्हें रोका नहीं जाएगा।
क्रमांक-24/24/सिन्हा
6 अप्रैल को धमतरी जिले में 215 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई।
सबसे अधिक कुरूद में 76, धमतरी शहरी क्षेत्र में 33 व धमतरी ग्रामीण में 31, नगरी में 30, मगरलोड में 45, यह आंकड़ा शाम 7:30 बजे तक का है।
कोविड-19 अस्पताल ILI धमतरी में 35 मरीज भर्ती हैं व 5 बिस्तर अभी खाली है।
नगरी कोविड केयर सेंटर मे 7 मरीज भर्ती हैं व 43 बिस्तार खाली है।
कोविड केयर सेन्टर धमतरी 3 मरीज भर्ती है। 47 बिस्तर खाली है
आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी और बदलती जीवन शैली ने सबसे अधिक युवा पीढ़ी को प्रभावित किया है । जीवन में जल्दी से जल्दी बहुत कुछ हासिल कर लेने की चाह ने जहाँ उनके सुकूनको छीन लिया है वहीँ उनके पास न तो सही से खाने का वक्त होता है और न ही सोने का। फ़ास्ट फ़ूड और दिखावे के लिए शराब और सिगरेट का सहारा लेने वाले युवाओं में हृदय रोग, डायबिटीज, कैंसर और हाइपरटेंशन जैसी गैर संचारी रोग अब 30 साल की उम्र में ही शरीर पर कब्ज़ा जमाने लगी हैं, जबकि यह बीमारियाँ पहले 40 साल की उम्र के बाद की मानी जाती थीं ।
इन्हीं परिस्थितियों से लोगों को उबारने के लिए ही हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन के स्थापना दिवस पर सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है जिसका मूल मकसद लोगों को स्वस्थ जीवन प्रदान करने के लिए जरूरी परामर्श के साथ जागरूक भी करना है । हर साल अलग-अलग थीम पर मनाये जाने वाले दिवस की इस बार की थीम है- बिल्डिंग अ फेयरर, हेल्दियर वर्ल्ड (एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया का निर्माण) ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल का कहना है “शारीरिक रूप से स्वस्थ होना स्वस्थता की निशानी नहीं है । स्वस्थ होने के लिए मानसिक और शारीरिक दोनो रूप से स्वस्थ होना बहुत आवश्यक है । साथ ही शरीर को नियमित रूप से व्यायाम और सही पोषण से चुस्त और दुरुस्त रखना चाहिए । आधुनिक दौड़-भाग की जीवन शैली में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कम से कम प्रतिदिन 45 मिनट तक व्यायाम या शारीरिक श्रम करना चाहिए इससे ह्रदय संबंधित रोग और डायबिटीज से शरीर स्वस्थ और रक्षित बना रहता है ।
शराब और तंबाकू जैसे नशीले सेवन से बचना चाहिए यह शरीर को भारी नुकसान पहुंचाते हैं । बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने घर के नजदीकी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर स्थापित किये है वहां इन बीमारियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था के साथ-साथ प्रातः काल में योगा क्लास और काउंसलिंग की व्यवस्था भी की है”
सरकार हर किसी को स्वस्थ्य रखने के उद्देश्य से ही मातृ-शिशु स्वास्थ्य देखभाल, किशोर-किशोरी स्वास्थ्य देखभाल और प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों को संचालित कर रही है। आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों और गर्भवती के सही पोषण की व्यवस्था कर रही है । हर क्षेत्र में मितानिन आशा कार्यकर्ता की नियुक्ति की गयी है जो स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी भी मुश्किल में साथ खड़ी नजर आती हैं ।
स्वस्थ जीवन के लिए है जरूरी :
- संतुलित आहार लें, फल व सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं
- नियमित व्यायाम से शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखें
- तनाव मुक्त रहें, कोई दिक्कत हो तो परिवार से शेयर करें
- प्रतिदिन छह से सात घंटे की निद्रा या आराम जरूरी
- वजन को संतुलित रखें
- दिक्कत महसूस हो तो प्रशिक्षित चिकित्सक से संपर्क करें
स्वस्थ रहना है तो क्या न करें :
- चीनी व नमक का कम से कम सेवन करें
- तम्बाकू और शराब से तौबा करने में ही है भलाई
- तले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें
*थाना मगरलोड पुलिस की कार्यवाही*
पुलिस अधीक्षक श्री बी.पी. राजभानू द्वारा लंबित मामलों के निराकरण करने के साथ-साथ माननीय न्यायालय द्वारा जारी वारंटो की समय पर तामिली की जाकर रिपोर्ट भेजने समस्त थाना प्रभारियों को विशेष रूप से निर्देशित किया गया। फलस्वरूप सभी थाना प्रभारियों द्वारा फरार वारंटियों की पतासाजी कर वारंट तामिली हेतु प्रयास किया जा रहा है।
वर्ष 2010 में थाना मगरलोड में धारा 363, 366 376 भा द वि के तहत पंजीबद्ध प्रकरण का अभियुक्त प्रदीप चौबे उर्फ महाराज को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया था। उक्त अभियुक्त जमानत मिलने पर अपने सकुनत से फरार हो गया, जिसके विरुद्ध माननीय न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। उक्त वारंटी की पतासाजी हेतु थाना प्रभारी मगरलोड द्वारा हर संभव प्रयास किया गया किंतु अभियुक्त के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली।
इसी बीच थाना प्रभारी मगरलोड प्रणाली वैद्य के द्वारा फरार वारंटी की पतासाजी हेतु उसके गृह ग्राम हिच्छापुर थाना सिहावा जिला धमतरी व आसपास के क्षेत्र में उसका पोस्टर भी चस्पा किया गया। चूंकि अभियुक्त मोबाइल का प्रयोग नहीं करता था, अपने परिजनों के संपर्क में नहीं था, साथ ही उसका आधार कार्ड भी नहीं बना था। उक्त वारंटी की पतासाजी हेतु विश्वसनीय मुखबिर भी लगाया गया।
इसी दौरान विश्वस्त सूत्रों से अभियुक्त प्रदीप चौबे उर्फ महाराज के संबंध में सूचना मिली कि वह इंदौर में रोजी-मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा है। उक्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी मगरलोड द्वारा विधिवत अनुमति प्राप्त कर थाना स्तर पर टीम तैयार कर दीगर प्रांत इंदौर भेजा गया। उक्त टीम के द्वारा इंदौर पहुंचकर प्राप्त सूचना के आधार पर सतत निगरानी रखी गई। अभियुक्त अपना नाम बदल कर जगह-जगह घूम रहा था। उसके परिवार के सदस्यों से भी कोई मदद नहीं मिलने पर अंततः पाम्पलेट चस्पा कर आरोपी के घर, बाहर, नगरी, सिहावा क्षेत्र मे पाम्पलेट, पोस्टर के जरिए काफी मशक्कत के बाद आरोपी तक पहुंचा जा सका। अभियुक्त प्रदीप चौबे उर्फ महाराज के मिलने पर हिरासत में लेकर थाना मगरलोड आए और उसकी पत्नी से पहचान कराए जाने पर पुष्टि हुई। अभियुक्त प्रदीप चौबे उर्फ महाराज को अथक प्रयास से गिरफ्तारी वारंट की तामिली कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। न्यायालय द्वारा सुपर सेशन वारंट जारी करने पर अभियुक्त प्रदीप चौबे उर्फ महाराज पिता महेंद्र प्रसाद चौबे निवासी ग्राम हिच्छापुर थाना सिहावा जिला धमतरी को जेल दाखिल किया गया।
इस प्रकार काफी मशक्कत, लगातार निगरानी एवं अथक प्रयास से गिरफ्तारी वारंट तामील करने में थाना प्रभारी मगरलोड प्रणाली वैद्य, उप निरीक्षक सुभाष लाल, आरक्षक गणपत डिंडोलकर, वीरेंद्र सोनकर, देव शंकर सोम एवं महिला आरक्षक डिगेश्वरी साहू का विशेष योगदान रहा।
Feb 09, 2021 Rate: 4.00
