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- जैविक विधि से पोषक तत्वों से भरपूर प्राचीन पैगम्बरी सोनामोती गेहंू, देशी बंशी गेहूं, जिंक बायो फोर्टिफाइड गेहंू, ब्लैक राइस, रेड राइस, ग्रीन राइस, जिंक राइस, बासमती, काला नमक किरण, विष्णुभोग, श्यामला, लायचा धान की ले रहे उपज
- गोधन वर्मी कम्पोस्ट का कर रहे उपयोग, कृषि विभाग के सहयोग से कराया नलकूप खनन
- जैविक उत्पाद स्वास्थ्य के लिए है लाभप्रद, कई बीमारियों में विशेष है उपयोगी
राजनांदगांव / शौर्यपथ / जैविक खेती को अपनाकर डोंगरगांव विकासखण्ड के ग्राम सोमाझिटिया के प्रगतिशील कृषक श्री खेमलाल देवांगन ने समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। उनके जीवन में परिवर्तन आया कृषि विभाग के कृषि मेला में पहुंचकर जहाँ वेस्ट डी कम्पोजर के कल्चर नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा था। वैज्ञानिक पद्धति से कृषि करने के विचारों को सुनकर वे प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि लघु धान्य फसलों को बढ़ावा देने के लिए शासन द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य में खरीदने की पहल सराहनीय है। वे अभी अपने खेतों में जैविक विधि से पोषक तत्वों से भरपूर प्राचीन पैगम्बरी सोनामोती गेहूँ, देशी बंशी गेहूँ, जिंक बायो फोर्टिफाइड गेहूँ, काला गेहूँ (शुगर फ्री), खपली गेहूँ, ब्लैक राइस, रेड राइस, ग्रीन राइस, जि़ंक राइस, बासमती, काला नमक किरण, विष्णुभोग, श्यामला, लायचा धान की उपज ले रहे हैं, जिनकी मार्केट में खासी डिमांड है और वे अन्य राज्यों में भी निर्यात कर रहे हैं। ये जैविक उत्पाद स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद हैं और कई बीमारियों में विशेष उपयोगी हैं। जैविक खेती के लिए उनका जज्बा देखकर यह पंक्तियां उपयुक्त लगती हैं-
उठो ये मंजर-ए-शब-ताब देखने के लिए
कि नींद शर्त नहीं ख्वाब देखने के लिए
कृषक श्री खेमलाल देवांगन ने कृषि विभाग के सहयोग से नलकुप खनन योजनांतर्गत एक नलकुप खनन करवाया जिसमें में अस्थाई विद्युत कनेक्शन लेकर लगभग 8 एकड़ जमीन की सिंचाई कर रबी सीजन में काला गेंहूं, शरबती गेंहॅू एवं गेंहॅू की प्रचानी एवं देशी वेरायटी में प्राचीन पैगंबरी सोना मोती गेहूँ, देशी बंसी गेहूं की फसल पूर्ण जैविक विधि से लेने लगे। जिससे फसल क्षेत्र में वृद्धि हुई और जैविक गेहूँ के बीज एवं आटा की मार्केटिंग से आय में वृद्धि हुई। उन्होंने बताया कि सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत धान की सुंगधित वेरायटी लगाने पर इनपुट सब्सिडी दिये जाने का प्रावधान किया है, जिसमें मैनें 4.36 एकड़ पर सुगंधित धान की फसल लगाकर इस योजना में सहभागिता निभाई है, जिससे मुझे लगभग 40 हजार रूपए का अनुदान प्राप्त होगा, जो मेरी अतिरिक्त आमदनी होगी। उन्होंने बताया कि पहले वे अपनी पैतृक जमीन पर वर्षा आधारित धान की फसल रासायनिक खेती करते थे। लेकिन वर्ष 2015 में धान की रासायनिक खेती में वेस्ट डिंकपोजर के कल्चर का उपयोग सिंचाई में करने यूरिया, डीएपी एवं पोटाश की कम मात्रा में उपयोग करने के बावजूद उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ। धान को बालियों की लबांई, दानों का वजन, कटाई तक धान के पौधे का नहीं गिरना जैसे आश्चर्यजनक परिणाम से प्रभावित होकर वे जैविक खेती की ओर अग्रसर हुए। शासन की नरवा, घुरवा, गरवा, बाड़ी के योजना अंतर्गत गोधन वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कंपोस्ट खरीदकर जैविक खेती में मुख्य एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु उपयोग कर रहे हैं। वेस्ट डिंकपोजर की सहायता से 200-200 लीटर के ड्रम में तैयार तरल घोल को खेतों तक ले जाने में कठिनाई को देखते हुए उन्होंने 8 एकड़ में चौड़ा रास्ता बनाया एवं बोरवेल पंप के बाजू में एक पंप हाउस का निर्माण कराया ताकि सभी जैविक तरल घोल को ड्रम में बनाकर खेतों एवं फसलों पर सिंचाई या स्प्रे के माध्यम से आसानी से दे सकें।
उन्होंने बताया कि बोरवेल पंप को मोबाइल से कॉल करके चालू एवं बंद करने हेतु मोबाईल पंप स्टार्टर इंस्टाल किया है। जिसमें छोटे बड़े खेतों में जितनी पानी की आवश्यकता हो उतने समय तक पंप चालू रखकर पानी को संरक्षित करने का प्रयास किया है। इस स्टार्टर को खेत में उपस्थित नहीं रहने पर भी दुनिया के किसी भी कोने से मोबाइल नेटवर्क रहने पर पंप को चालू एवं बंद किया जा सकता है। बिजली बंद होने पर आपरेट किया जा सकता है।
राजानवागांव का बिहान कैंटीन बना महिलाओं के लिए आजीविका का नया स्रोत
कवर्धा / शौर्यपथ /जीवन में आगे बढ़ने की इच्छा यदि हो तो रास्ते अपने आप खुल ही जाते हैं। आर्थिक रूप से तरक्की करना हर व्यक्ति का सपना होता है और अपने प्रतिदिन के आवश्यकता की पूर्ति के लिए घर के पास ही काम करने का अवसर मिले तो यह और बेहतर हो जाता है। अपने परेशानियों को अवसर में बदलने की यह कहानी है ग्राम पंचायत राजानवागांव के महिला स्व. सहायता समहू की जिन्हें विभागीय अभिसरण का लाभ मिलने से जीवन में बदलाव आने लगा है। जिले के विकासखंड बोडला के ग्राम पंचायत राजानवागांव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत कार्य कर रही भारत माता स्व सहायता समूह की महिलाएं बिहान कैंटीन के नाम से स्वल्पाहार केंद्र चला रही हैं। प्रतिदिन एक हजार रुपये से बारह सौ रुपये तक की आमदनी महिलाओं को हो रही है। भोरमदेव आजीविका केंद्र के पास संचालित बिहान कैंटीन में आसपास के क्षेत्रों के ग्रामीणों एवं राहगीरों को गरमा-गरम चाय, नाश्ता मिल रहा है जिसमें समोसा, बड़ा, भजिया एवं चाय आदि की सुविधा प्राप्त हो रही है।
बिहान कैंटीन की आमदनी से हम महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत होकर अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में हो रही है सफल : उर्मिला धुर्वे
बिहान कैंटीन को चलाने वाली उर्मिला धुर्वे बताती है कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के द्वारा भारत माता स्व सहायता समूह से जुड कर कार्य कर रही है। हम चार महिलाएं जिसमें सुनीता श्रीवास, इंद्राणी मरकाम एवं अन्य मिलकर बिहान कैंटीन का संचालन कर रही है। कैंटीन को चलाने के लिए अपने ग्राम संगठन से 30 हजार रुपये का लोन लिया है, जिससे कैंटीन में लगने वाले जरूरी बर्तनों एवं खाद्य सामग्री की व्यवस्था की गई। उर्मिला आगे बताती है कि मैं अपने समूह में सचिव के रूप में कार्य करती हूं और हमारा कैंटीन राजानवागांव में सड़क पर धान खरीदी केंद्र के पास है। प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक नाश्ता खाने वालों की भीड़ लगी रहती है जिसके कारण हमें भी अच्छी आमदनी हो रही है। हम प्रतिदिन एक हजार रुपए से लेकर 12 सौ रुपए तक कमाई आ रही हैं। इस तरह हम चारों महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 3 सौ रुपये की आमदनी हो जाती है जो हमारे परिवारिक जरूरतों के काम आता है। बिहान के सहायता से हम महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही है।
विभागीय अभिसरण ने आजीविका के खोले नए द्वार : सीईओ जिला पंचायत
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दयाराम के. ने बताया कि भोरमदेव आजीविका केंद्र से लगकर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के द्वारा महिला स्व सहायता समूह के लिए शेड निर्माण कार्य कराया गया। इस कार्य की स्वीकृति वित्तीय वर्ष 2020-21 के अगस्त माह में की गई। 7 लाख 30 हजार रुपये की लागत से हुए इस कार्य में 335 मानव दिवस रोजगार का सृजन हुआ जिसमें ग्रामीणों को रोजगार मिला। इस कार्य से महिलाओं के लिए बिहान कैंटीन के रूप में रोजगार के साथ आजीविका का नया अवसर खुला है। उन्होंने बताया कि इस कैंटीन के बन जाने से चार महिलाएं प्रतिदिन लगभग तीन-तीन सौ रुपये की आमदनी अर्जित कर रही है जो उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाते हुए आजीविका का पर्याय बन गया है। विभागीय अभिसरण से हो रहे इस कार्य के द्वारा शासन की मंशा अनुरूप ग्रामीण महिलाएं लाभान्वित हो रही है और साथ ही वो अपने परिवार की तरक्की में भागीदारी निभा रही हैं। ग्रामीण विकास विभाग की योजनाएं को सफल सिद्ध करता बिहान कैंटीन मॉडल के रूप में पहचान बनाने लगा है।
धान खरीदी केंद्र में आए किसानों को बिहान कैंटीन से मिलता है गर्म नाश्ते की सुविधा
ग्राम राजानवागांव में किसानों से धान खरीदी का कार्य चल रहा है। इस कारण सुबह से ही देर शाम तक किसानों की भीड़ खरीदी केंद्र में रहती है। ऐसे वक्त में क्षेत्र के किसानों को बिहान कैंटीन से बहुत फायदा मिल रहा है, क्योंकि मात्र 10 रुपये प्रति प्लेट की दर से ग्रामीणों को दिन भर गर्म नाश्ता प्राप्त होता है। बिहान कटिंग के कारण किसानों को धान खरीदी केंद्र से कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि बिहान कैंटीन धान खरीदी केंद्र के पास ही है और सस्ते दर पर नाश्ता मिलने से ग्रामीणों का फायदा हो जाता है।
रश्मिका मंदाना और अल्लू अर्जुन की फिल्म 'पुष्पा' को लेकर फैन्स के बीच जोरदार क्रेज है. हाल ही में फिल्म को लेकर एक शानदार इवेंट भी हुआ था. इसका रश्मिका का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
रश्मिका मंदाना और अल्लू अर्जुन की फिल्म 'पुष्पा' को लेकर फैन्स के बीच जोरदार क्रेज है. हाल ही में फिल्म को लेकर एक शानदार इवेंट भी हुआ था. जिसमें सितारों को देखने के लिए जबरदस्त भीड़ भी उमड़ी थी. इतनी भीड़ की रश्मिका मंदाना को अपने फैन्स का हालचाल पूछने के लिए ट्वीट तक करना पड़ा. इसी इवेंट से रश्मिका मंदाना का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह बहुत ही क्यूट एक्सप्रेशंस दे रही हैं. इस वीडियो को एक फैन ने शेयर किया है.
रश्मिका मंदाना ने 'पुष्पा' इवेंट को लेकर ट्वीट किया था, 'जो भी कल के इवेंट के लिए आए थे उन सब का शुक्रिया. लेकिन मैंने सुना है कि कुछ लोग घायल भी हो गए हैं. मुझे बहुत बुरा लगा. उम्मीद करती हूं कि आप सब सही होंगे और अपनी सही से देखभाल कर रहे होंगे.' लेकिन इस सब के बीच ब्लैक साड़ी में उनका वीडियो खूब पसंद किया जा रहा है, जिसमें वह फैन्स को आंख मारते हुए और दूर से किस देते हुए नजर आ रही हैं.
रश्मिका मंदाना तेलुगू और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की सबसे महंगी अभिनेत्रियों में से एक हैं. रश्मिका ने 2016 में 'किरिक पार्टी' फिल्म के साथ कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. वहीं उन्होंने 2018 में 'चलो' से तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया. रश्मिका मंदाना को 'गीत गोविंदम' और 'डियर कॉमरेड' जैसी शानदार फिल्मों से अधिक जाना जाता है. इस फिल्म में उनके साथ सुपरस्टार विजय देवराकोंडा भी थे. रश्मिका मंदाना जल्द ही 'मिशन मजनू' से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली हैं.
आज के समय में अधिकतर लोग एसिडिटी, पेट फूलना या फिर कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं. ऐसे में जरुरी हैं कि कब्ज की समस्या से समय रहते निजात पाया जा सके. कब्ज से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेद में बताए गए उपाय आजमा सकते हैं.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ/
आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण ज्यादातर लोग एसिडिटी, पेट फूलना या फिर कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं. कब्ज होने पर गैस की समस्या हो जाए तो लोगों के बीच शर्मिंदा भी होना पड़ता है. कई बार लोग इसे काफी नॉर्मल समझते हैं और इसे अनदेखा कर देते हैं. कब्ज का अर्थ है आंतों से मल न निकल पाना. आयुर्वेद में कब्ज को विबंध कहा जाता है. कब्ज अगर अक्सर रहने लगे तो पेट में गैस बनने लगती है, जिससे अपच और अम्लपित्त की शिकायत पैदा होती है. बार-बार पेट फूलने, अफारा होने से पीठ और कमर में दर्द रहने लगता है, खट्टी डकारें आने लगती हैं. अगर आप ऐसे में दवा नहीं लेना चाहते हैं तो आप आयुर्वेद में बताए गए उपाय आजमा सकते हैं.
कब्ज होने के कारण
ज्यादा मैदे से बनीं चीजों का सेवन.
तले हुए मिर्च-मसालेदार भोजन का सेवन.
भोजन में रेशेदार आहार की कमी.
रात में देर से भोजन करना.
देर रात तक जागने की आदत.
कम पानी पीना.
तरल पदार्थों के सेवन में कमी
समय पर भोजन ना करना.
अधिक मात्रा में चाय, कॉफी का सेवन
तंबाकू या सिगरेट आदि का सेवन.
चिन्ता व तनावयुक्त रहना.
हार्मोन्स का असंतुलन
दर्द निवारक दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल.
कब्ज का घरेलू आयुर्वेदिक उपचार |
कब्ज से राहत पाने के लिए आप मुनक्के की मदद ले सकते हैं. इसके लिए आप लगभग 8 से 10 ग्राम मुनक्के रात को पानी में भिगोकर छोड़ दें. सुबह इसके बीज निकालकर दूध में उबाल कर खाएं और दूध पी लें.
जीरा और अजवायन से कब्ज से छुटकारा पाया जा सकता है. इसके लिए आप सबसे पहले जीरा व अजवायन को धीमी आंच पर भून कर पीस लें. अब आप इसमें काला नमक डालकर तीनों को समान मात्रा में मिला कर डब्बे में रख लें. रोज आधा चम्मच की मात्रा में गुनगुने पानी के साथ पिएं. हर सुबह जीरे और अजवाइन का पानी पीने से आपकी पुरानी से पुरानी पेट संबंधी समस्या दूर हो सकती है. एसिडिटी और कब्ज की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यह पानी पीने की सलाह दी जाती है.
कब्ज में अलसी एक दवा के रूप में काम करती है. इसके लिए आप अलसी के बीजों को पीसकर एक चम्मच की मात्रा में रात को सोने से पहले लें. आपको इसे पानी के साथ लेना है.
गाजर, चुकंदर, लौकी, अनार और सेब का मिक्स जूस पीने से आपको कब्ज सहित अन्य पेट संबंधी समस्याओं से लाभ मिलेगा.
त्रिफला का नियमित सेवन करें. इससे भी आपको कब्ज में जल्द आराम मिल सकता है.
कोलाइटिस की समस्या हो जाए तो दही, अनार, पका हुआ केला क सेवन करना फायदेमंद होगा.
आंवला,एलोवेरा का जूस सुबह-शाम लें.
वहीं, कब्ज की समस्या से आराम पाने के लिए आप काला नमक और नींबू की मदद भी ले सकते हैं. इसके लिए आप रोजाना सुबह काला नमक और नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं.
सॉल्यूबल फाइबर से भरपूर अंजीर का सेवन मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाता है. इसके साथ ही इसके सेवन से पेट भी साफ रहता है, जिससे वेस्ट मेटीरियल निकलने में आसानी होती है. इसके लिए आप रात को अंजीर को भिगोने रखें और सुबह इनका सेवन करें.
गैस की समस्या से जल्द राहत पाने के लिए अक्सर लोग इनो का इस्तेमाल करते हैं. इसी तरह आप खाने वाला सोडा पानी में घोलकर पी सकते हैं, इससे भी आपको जल्द राहत मिल सकती है. यह भी इनो की तरह ही काम करता है. इससे आपका पेट साफ रहता है
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ/
क्या आपको पता है कि खाना खाने के कई मिनटों बाद भी हमारा पेट और दिमाग ये समझ नहीं पाता कि भूख मिट चुकी है या अभी गुंजाइश बाकी है. कई बार आपकी तेज रफ्तार खाने की स्पीट आपकी भूख से ज्यादा खाना चट कर लेती है, जो जाने अनजाने बढ़ते वजन को न्योता देने का कारण बन सकता है.
आजकल की बदलती लाइफस्टाइल में लोग कुछ भी खाने-पीने से पहले सोचते नहीं है. आप क्या खाते हैं, कैसे खाते हैं, कितना खाते हैं और ये आपके स्वास्थ्य पर क्या असर कर डाल रहा है, इस बारे में बहुत कम ही लोग ध्यान देते हैं, लेकिन इसे अनदेखा करने की गलती मत कीजिए. सही समय पर किया गया भोजन आपको हेल्दी और फिट रखता है, बिना सोचे किसी भी समय कुछ भी पाने पर आप पेट से संबंधित कई परेशानियों को खुद से न्योता दे सकते हैं.
स्पीड में ना करें भोजन
आज हम आपको बताने जा रहे हैं खाना खाने के सही समय के बारे में, जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. क्या आपको पता है कि खाना खाने के कई मिनटों बाद भी हमारा पेट और दिमाग ये समझ नहीं पाता कि भूख (Hunger) मिट चुकी है या अभी गुंजाइश बाकी है. कई बार आपकी तेज रफ्तार खाने की स्पीट आपकी भूख (Hunger) से ज्यादा खाना चट कर लेती है, जो जाने अनजाने बढ़ते वजन को न्योता दे देता है. अगर आप चाहते हैं कि आपके द्वारा खाया गया भोजन आपको भरपूर पोषण दें तो इसके लिए बताए गए सही समय पर भोजन करने की आदत डालनी होगी. आइए जानते हैं नाश्ता, लंच और रात के खाने का सही समय.
स्पीड में खाना खाने के नुकसान
स्पीड में खाना खाने वालों को अक्सर गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
चबाकर खाना खाने के फायदे
अगर आप धीरे-धीरे अपने खाने को चबा-चबा कर खाते हैं तो ये आपके लिए है फायदेंमद है. दरअसल, हमारे मुंह की लार धीरे-धीरे चबा-चबाकर खाते समय खाने में मिल जाती है, जो हमारे पाचन प्रक्रिया के लिए काफी कारगर है. इससे खाना अच्छी तरह भी पच जाता है और हमें कब्ज जैसी परेशानियों का सामना भी नहीं करना पड़ता
खाना कब खाएं
सुबह 8 से 9 के बीच आपका ब्रेकफास्ट हो जाना चाहिए.
दिन का भोजन आपकी हेल्थ के अनुसार, पर्याप्त मात्रा में लेकिन रात के खाने से कम होना चाहिए.
दोपहर का खाना हो सके तो 1 बजे तक कर लेना चाहिए.
अच्छी भूख लगने पर ही भोजन करें
एक समय तय कर लें, उसी समय नियमित रूप से खाना खायें.
शाम को 6 से 7 बजे के बीच रात का खाना खा लेना चाहिए.
नवागढ़/ शौर्यपथ / एक ऐसा युवक जिसने मात्र 48 दिनों में अपना 19 किलो वजन कम किया जी हां यह कोई मजाक नही बल्की सच्चाई है अपने एक पत्रकार मित्र की बातों से आहत होकर नवागढ़ निवासी मुकेश तम्बोली ने अपना वजन कम करने का ठाना इसी बीच उसकी मुलाकात एक सी पी कश्यप नाम के आदमी से हुई उन्होंने उनको बताया कि हमारे पास एक ऐसा सिस्टम है जिसके जरिये मैं आप के खान पान और आप के अनैतिक दिनचर्या को सुधारकर आपका वजन कम करा सकता हु फिर क्या था उन्होंने उनकी बातों को मानते हुवे अपना शानदार 19 किलो वजन कम किया और उनकी बहुत सारी शारीरिक परेशानियां भी खत्म हो गई .
उनसे बात कर रहे हमारे संवाददाता के सामने उन्होंने बड़े भावुक होकर अपने कोच को धन्यवाद दिया और यह भी बताया कि अब वो अपना वजन कम करने के साथ साथ लोगो को भी अपना वजन कम करने और बहुत सारी बीमारियों से बचने के लिए भी प्रेरित करेगे क्यो की आज के समय मे बढ़ते वजन और अनियमित खान पान की वजह से लगभग 50 ℅ लोग मोटापे का शिकार हो गए है और उन्हें ब्ल्डप्रेशर शुगर जैसी बीमारियां अपने गिरफ्त में ले रही है .लोगो का सास फूलना आज के समय मे आम बात हो गया है .
मुकेश तम्बोली चाहते है कि हम कुछ लोगो की जिंदगी बदल के एक अच्छा कार्य करे जिससे लोग की दुवाएं मिले ठीक वैसे ही जैसे मैं सी पी कस्यप को देता हूं आज मैं एक खुशहाल जीवन जी रहा हु वैसे ही लोग भी जिये सभी स्वस्थ रहे मस्त रहे .
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंध चुके हैं. उनकी बहन रोहिणी यादव इस शादी में शामिल नहीं हो सकीं लेकिन ट्विटर के जरिए उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिया है.
नई दिल्ली /शौर्यपथ/
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव शादी के बंधन में बंध चुके हैं. उनकी बहन रोहिणी यादव इस शादी में शामिल नहीं हो सकीं लेकिन ट्विटर के जरिए उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिया है. रोहिणी यादव ने एक तस्वीर ट्वीट की है, जिसमें तेजस्वी और राजश्री शादी की रस्में निभाते दिखाई दे रहे हैं. तस्वीर में तेजस्वी की मां और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी भी दिखाई दे रही हैं. कम मेहमानों के साथ ये रस्में निभाई गई हैं. खुद तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी यादव भी समारोह में नहीं आ सकीं, लेकिन उन्होंने तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि ''हम नहीं हैं पास फिर भी मेरा आशीर्वाद है दोनों के साथ.''
बता दें कि तेजस्वी यादव की शादी को लेकर कुछ दिनों से चर्चाओं का बाजार गरम था, लेकिन इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा था. अब जब तस्वीरें सामने आने लगी हैं तो तेजस्वी के एक से दो होने पर लगभग मुहर लग ही गई है.
तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप वर-वधु को आशीर्वाद देते दिखाई दे रहे हैं. तेजस्वी यादव के शादी समारोह में चुनिंदा लोगों को निमंत्रण दिया गया है. या यूं कह लीजिए कि पूरी शादी ही गुपचुप तरीके से हो रही है.
शादी समारोह से सामने आई तस्वीरों में अखिलेश यादव और डिंपल यादव भी दिख रहे हैं. एक तस्वीर में लालू प्रसाद यादव, तेजप्रताप यादव और अखिलेश यादव एक ही फ्रेम में नजर आ रहे हैं.
इससे पहले बुधवार को तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर लिखा था, 'भाई के सिर पर सेहरा है सजने वाला खुशियों से गुलजार घर का आंगन है होने वाला', लेकिन उन्होंने भी दुल्हन की जानकारी नहीं दी थी.
Anulom Vilom ke fayde : हम आपको वजन कम करने के लिए स्वामी रामदेव के योगासन के साथ-साथ अन्य टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं. इससे आपका वजन 7 दिनों में 5 किलो तक कम हो सकता है.
हेल्थ केअर /शौर्यपथ/
आज के समय में कई लोग किसी भी आम बीमारी की तरह ही मोटापे से भी पीड़ित हैं. कई तरह की रिसर्च से पता चला है कि जो लोग मोटापे का शिकार है, उनमें मधुमेह, दिल की समस्याओं समेत अन्य बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है. इसलिए अपना ख्याल रखना और वजन कम करना बहुत जरूरी है. स्वामी रामदेव के अनुसार, शरीर में जमा अतिरिक्त वसा को खत्म करने के लिए योगासन के साथ-साथ हेल्दी डाइट मेंटेन करना जरूरी है. ऐसे में हम आपको वजन कम करने के लिए स्वामी रामदेव के योगासन के साथ-साथ अन्य टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
वजन कम करने के लिए योग
कपालभाति
किसी भी रोग को दूर करने के लिए कपालभाति सबसे महत्वपूर्ण मानी जाता है. इस आसन को करने से पेट की चर्बी के साथ-साथ पाचन तंत्र ठीक हो जाएगा. इस प्राणायाम में सामान्य रूप से श्वास लें और जोर से सांस छोड़ें. सांस छोड़ते समय अपने पेट की मांसपेशियों को रीढ़ की हड्डी की ओर जितना हो सके खींचने की कोशिश करें.
अनुलोम विलोम
इससे आपका पूरा शरीर स्वस्थ रहेगा और आपका वजन कम होगा. इस आसन को करने के लिए आंखें बंद कर पद्मासन में बैठ जाएं. एक नासिका को बंद कर दूसरी से सांस लें और फिर पहली नासिका से श्वास छोड़े. दूसरी ओर से भी यही क्रम दोहराएं.
उज्जयी
मोटापे के साथ-साथ उज्जयी प्राणायाम थायराइड के इलाज में मदद करता है. स्वाभाविक रूप से सांस लेने और छोड़ने से शुरुआत करें. अब अपने सिर को झुकाएं, और हवा के मुक्त प्रवाह को अवरुद्ध करते हुए श्वास लें, जिससे आपके गले से आवाज आती है. 2-5 सेकंड के लिए रुकें. सांस छोड़ते हुए अपने दाहिने नथुने को अपने दाहिने अंगूठे (right thumb) से बंद करें, और बाएं नथुने से सांस छोड़ें.
भस्त्रिका
यह शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. इस प्राणायाम में जितनी हो सके उतनी हवा अंदर लें और अपने पेट को फैलाएं. हवा को जोर से बाहर निकालें.
प्राणायाम के साथ आप जॉगिंग और सूर्य नमस्कार कर सकते हैं. सूर्य नमस्कार के 12 चरण रोजाना सुबह करने से व्यक्ति अपने शरीर को मजबूत कर सकता है और किसी भी बीमारी से लड़ सकता है. वेट लूज करने में भी ये मददगार है. इसके अलावा वेट लूज करने के लिए तिर्यक ताड़ासन को दिन में 3-4 बार करें. इससे आपको पूरे शरीर की चर्बी कम करने में मदद मिलेगी. पादहस्तासन से आपको पेट की चर्बी के साथ-साथ पाचन संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा. वहीं त्रिकोणासन के प्रभावी परिणाम के लिए कम से कम 50 बार करना चाहिए. इससे आपका वजन तेजी से कम होगा. कोणासन और चक्की आसन भी पेट की चर्बी कम करने में मददगार है.
वजन कम करने के घरेलू उपाय और दवाएं
स्वामी रामदेव के अनुसार स्वस्थ आहार सेहतमंद रहने के लिए बहुत जरूरी है. इसलिए जंक फूड, चाइनीज फूड आदि खाना बंद कर दें.
-सुबह योग करने से पहले नींबू और शहद को गर्म पानी के साथ लें.
-जब भी आपको भूख लगे तो तरबूज का सेवन करें.
-लौकी का जूस पिएं.
-दिन में 3 बार अश्वगंधा के 2-3 पत्ते खाएं.
-मूंग दाल का पानी और अंकुरित मूंग खाएं.
-दलिया और खिचड़ी खाएं.
-गिलोय का काढ़ा पिएं
-गोमूत्र का अर्क 20-25 ML पिएं
: भले ही भारतीय आंवला खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन यह सभी के लिए सुरक्षित नहीं हो सकता है. आंवला के साइडइफेक्ट्स भी हैं. किसी विशेष स्थिति से पीड़ित होने पर अपने लक्षणों को नियंत्रण में रखने के लिए इस खट्टे फल से बचना सबसे अच्छा है.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ /
भारतीय आंवला को आंवला के नाम से भी जाना जाता है जो पोषक तत्वों से भरपूर फल है. यह अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. आंवला के फायदों की लिस्ट काफी लंबी है. आंवला अपने अनगिनत औषधीय गुणों के लिए आयुर्वेदिक औषधियों की दुनिया में बहुत प्रसिद्ध है. इस मौसम में आपको अपनी डाइट में आंवला को शामिल करने के कई कारण हैं. विंटर सुपरफूड विटामिन सी से भरपूर, जिसे अक्सर संभावित एंटीऑक्सीडेंट लाभों के लिए जाना जाता है. कहते हैं कि आंवला में संतरे की तुलना में 20 गुना अधिक विटामिन सी होता है, जो इसे एक हेल्दी और पौष्टिक फल बनाता है जिसे ठंड के मौसम में इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए डाइट में शामिल किया जाना चाहिए. यह भारत में व्यापक रूप से खाना पकाने के उद्देश्यों और औषधीय उपयोग के लिए विभिन्न रूपों में उपयोग किया जाता है.
भले ही भारतीय आंवला खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन यह सभी के लिए सुरक्षित नहीं हो सकता है. आंवला के साइडइफेक्ट्स भी हैं. किसी विशेष स्थिति से पीड़ित होने पर अपने लक्षणों को नियंत्रण में रखने के लिए इस खट्टे फल से बचना सबसे अच्छा है. यहां ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है जिन्हें आंवला नहीं खाना चाहिए.
इन समस्याओं वाले लोग न खाएं आंवला |
1. कब्ज की समस्या वाले लोग
यह कब्ज के लिए एक प्राकृतिक उपचार है. आंवला में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है. हालांकि, अगर आप अधिक मात्रा में आंवला का सेवन करते हैं तो यह मल को सख्त कर सकता है. अगर आपके पानी का सेवन कम कर देता है तो स्थिति और खराब हो जाती है. अत: कब्ज से बचाव के लिए फलों को रस या सूखे आंवला पाउडर के रूप में पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ लें.
2. एलर्जी
कुछ लोगों को आंवला से एलर्जी हो सकती है. एक व्यक्ति जिसे इस फल से एलर्जी है, उसे कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव हो सकता है जैसे पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी, लालिमा, दस्त, पेट में दर्द और आपके मुंह के आसपास सूजन, सांस लेने में बाधा, चेहरे पर खुजली और लालिमा, सिरदर्द और चक्कर आना.
3. अगर आपको अक्सर एसिडिटी होती है
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, एक पोषक तत्व जो फल की अम्लीय प्रकृति में योगदान देता है. हाइपरएसिडिटी से निपटने वालों के लिए यह लक्षणों को और खराब कर सकता है. हाइपरएसिडिटी वाले लोगों के लिए खाली पेट आंवला खाने से पेट की परत में जलन हो सकती है और एसिडिटी हो सकती है.
4. सर्जरी वाले लोगों को
जिन लोगों की सर्जरी होनी है, या जिनकी हाल ही में सर्जरी हुई है, उन्हें आंवला से बचना चाहिए. सर्दियों के इस फल का अधिक मात्रा में सेवन करने से रक्तस्राव का खतरा होता है. अगर रक्तस्राव लगातार और लंबे समय तक रहता है, तो इससे ऊतक हाइपोक्सिमिया, गंभीर एसिडोसिस या मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन हो सकता है.
5. लो ब्लड शुगर वाले लोगों को
अध्ययन बताते हैं कि आंवला ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकता है. हालांकि टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए आंवला फायदेमंद है, लेकिन यह उन लोगों के लिए अच्छा नहीं है जिनके पास अक्सर लो ब्लड शुगर लेवल होता है या जो एंटी डायबिटीज दवाएं ले रहे हैं.
6. गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं
इसके अधिक सेवन से पेट खराब, डायरिया और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये लक्षण गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए स्थिति को कठिन बना सकते हैं. हालांकि, स्तनपान और गर्भावस्था के दौरान खाना हानिकारक कैसे हो सकता है, इस पर अध्ययन नहीं हुए हैं, लेकिन इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
Skin care: आपकी सेहत के साथ-साथ आपकी स्किन के लिए भी फायदेमंद है पपीता. आज हम आपको बताएंगे घर बैठे पपीते की मदद से बनाये जाने वाले फेस पैक, जो आपके चेहरे से धब्बे और पिंपल्स की समस्या को दूर कर आपको दे सकता है पार्लर जैसा ट्रीटमेंट.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /
आजकल खूबसूरत दिखने के लिए लोग हजारों रूपये पार्लर में पानी की तरह बहा देते हैं. आज हम आपको इन खर्चों से छुटकारा दिलाने के लिए कुछ ऐसी टिप्स लेकर आये हैं, जो आपके फायदेमंद साबित होगी. विटामिन ए, सी और ई का एक समृद्ध स्रोत और एंटीऑक्सीडेंट गुण से भरपूर पपीता (Papaya) आपकी स्किन (Skin) को हाइड्रेट करने का काम करता है. बता दें कि पपती स्किन के लिए सुपरफूड (Superfood) माना जाता है. ये न केवल आपकी सेहत के लिए, बल्कि आपकी त्वचा के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें मौजूद विटामिन ए (Vitamin A) और पापेन नामक एंजाइम डेड स्किन को हटाने के साथ स्किन पर को लचीला और बेहतर करने का काम करता है. आज हम आपको बताएंगे घर बैठे पपीते (Papaya) की मदद से बनाये जाने वाले फेस पैक, जो आपके चेहरे से धब्बे और पिंपल्स की समस्या को दूर कर आपको दे सकता है पार्लर जैसा ट्रीटमेंट.
पपाया फेस पैक बनाने की सामग्री
1 /4 कप पपीता (पका).
1 टेबलस्पून शहद.
1 टेबलस्पून नींबू का रस.
पपाया फेस पैक बनाने की विधि
पपीते को छोटे टुकड़ों में काट लीजिये.
एक कटोरी में अच्छी तरह से मसल लें.
दूध और शहद मिलाकर फिर मसल लें.
चाहें तो चंदन पाउडर/मुल्तानी मिट्टी को पानी में भिगोकर तैयार कर लें
सारी सामग्री मिलाकर फिर मसलें.
ख्याल रखें कि गुठली ना बनने पाए.
चिकना पेस्ट तैयार करें.
कितनी देर लगाएं पपाया फेस पैक
इस पैक को आप 10 से 15 मिनट लगा सकते हैं.
पपाया फेस पैक आप हफ्ते में दो बार जरूर लगायें.
राहुल गांधी ने आंदोलन के दौरान मारे गए पंजाब के 400 और हरियाणा के 70 किसानों की लिस्ट लोकसभा को सौंपी.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को संसद में किसानों का मुद्दा उठाया. उन्होंने लोकसभा में सरकार से मांग की है कि आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को मुआवजा और परिवार के सदस्यों को नौकरी मिली चाहिए. सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि आप की सरकार कह रही है कि कोई किसान शहीद नहीं हुआ और आपके पास नाम नहीं हैं. उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के नाम लोकसभा में दिखाते हुए कहा कि किसानों का जो हक है, वह उन्हें मिलना चाहिए.
किसान के मुद्दे पर सरकार की ओर से जवाब ना दिए जाने पर लोकसभा से विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि हैरानी की बात है जब पीएम मोदी देश से माफी मांग रहे हैं. बिना चर्चा के कानून वापस ले रहे हैं. संसद में इस पर कोई बहस ना होना इसका कोई सेंस नहीं है. हम सदन में बहस करने के लिये आते हैं. देश के सामने आज राहुल गांधी ने सदन में कहा कि आपके पास किसानों के मौत का कोई डाटा नहीं है, हम आपको नाम और पता दे रहे हैं. सरकार अपनी जिम्मेदारी माने. सत्ता पक्ष की ओर से कोई जवाब नहीं. एक शब्द या एक लफ्ज नहीं. हम चाहते हैं कोई तो बोले.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई इसके आंकड़े क्यों नहीं है? पंजाब सरकार ने 403 किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया है. 100 से ज्यादा किसानों के परिवारजनों को नौकरी दी है. अगर पंजाब सरकार के पास लिस्ट है तो भारत सरकार के पास क्यों नहीं है? हम मांग करते हैं कि भारत सरकार किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनके आंकड़े को वेरीफाई करें और सभी के परिवारजनों को मुआवजा दिया जाए.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ /
बहुत पतला होना एक अच्छी समस्या की तरह लग सकता है, लेकिन हकीकत यह है कि कम वजन होने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए नेचुरल तरीके से वजन बढ़ाने के तरीके और उपायों की तलाश करके बॉडी को एक अच्छी शेप में रखना जरूरी है.
बहुत पतला होना एक अच्छी समस्या की तरह लग सकता है, लेकिन हकीकत यह है कि कम वजन होने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए नेचुरल तरीके से वजन बढ़ाने के तरीके और उपायों की तलाश करके बॉडी को एक अच्छी शेप में रखना जरूरी है. लोगों को अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त करने के लिए फैची चीजें दोषी हैं. हालांकि, सभी तरह की वसा खराब नहीं हैं. वास्तव में, फैट के रूप में एनर्जी (कैलोरी) को तोड़ना और जमा करना अच्छा है. यह शरीर के कार्य करने, चंगा रखने और बढ़ने के लिए भोजन का उपयोग करने के कई तरीकों में से एक है. यह मस्तिष्क के विकास में और सूजन और रक्त के थक्कों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. फैच हेल्दी बालों और त्वचा के लिए भी योगदान देता है. जंक फूड खाने से वजन बढ़ सकता है. हालांकि, यह आपके शरीर की जरूरत के पोषण को पूरा नहीं करेगा. भले ही जंक फूड में फैट, शुगर और नमक एक्स्ट्रा वेट के रूप में न हों, फिर भी यह आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. हेल्दी तरीके से वजन बढ़ाने के लिए यहां कुछ उपाय दिए गए हैं.
आसानी से वजन बढ़ाने के तरीके |
1. हेल्दी कैलोरी शामिल करें
आपको अपनी डाइट में भारी बदलाव करने की जरूरत नहीं है. आप अखरोट या बीज टॉपिंग, पनीर, और हेल्दी साइड डिश शामिल कर कैलोरी बढ़ा सकते हैं. बादाम, सूरजमुखी के बीज, फल या साबुत अनाज, व्हीट टोस्ट ट्राई करें.
2. पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें
खाली कैलोरी और जंक फूड खाने के बजाय पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स खाएं. हाई प्रोटीन वाले मीट पर विचार करें, जो आपको मांसपेशियों के निर्माण में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा, पौष्टिक कार्बोहाइड्रेट चुनें, जैसे कि ब्राउन राइस और अन्य साबुत अनाज. यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपके शरीर को जितना संभव हो उतना पोषण मिल रहा है.
3. स्नैक्स लें
ऐसे स्नैक्स का आनंद लें जिनमें भरपूर प्रोटीन और हेल्दी कार्बोहाइड्रेट हों. ट्रेल मिक्स, प्रोटीन बार या पेय, और हम्मस या पीनट बटर जैसे विकल्पों पर विचार करें. इसके अलावा, ऐसे स्नैक्स का आनंद लें जिनमें "हेल्दी फैट" हो, जो हेल्दी हार्ट के लिए महत्वपूर्ण हैं. उदाहरणों में नट और एवोकाडो शामिल हैं.
4. मिनी मील खाएं
अगर आप खराब भूख से जूझ रहे हैं, तो चिकित्सा या भावनात्मक समस्याओं के कारण बड़ी मात्रा में भोजन करना आकर्षक नहीं लग सकता है. अपने कैलोरी सेवन को बढ़ाने के लिए पूरे दिन छोटे भोजन खाने पर विचार करें.
5. व्यायाम करें
जबकि बहुत अधिक एरोबिक व्यायाम कैलोरी बर्न करेगा और आपके वेट टारगेट के खिलाफ काम करेगा, स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग मदद कर सकता है. इसमें वेट लिफ्टिंग या योग शामिल है. मांसपेशियों के निर्माण से आपका वजन बढ़ता है.
सर्दियों में खानपान का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है. आप सुबह क्या खाते हैं, ये काफी मायने रखता है. कुछ चीजों को खाली पेट खाने से न सिर्फ बीमारियां कोसों दूर रखा जा सकता है, बल्कि आप पूरे दिन एनर्जी से भरे रह सकते हैं, इसलिए ठंड में नियमित रूप से खाली पेट इन चीजों का सेवन जरूर करें.
नई दिल्ली /शौर्यपथ /
सर्दियों के मौसम में तरह-तरह की चीजें खाने का मन करता है. इस मौसम में कई तरह के पकवान बनते हैं, जिसे खाने का अपना अलग ही मजा है. इस दौरान न चाहकर भी तली-भुनी चीजों का सेवन बढ़ जाता है, जिसके चलते आपका डाइजेशन सिस्टम सुस्त पड़ सकता है. सर्दी के मौसम में अपने खान-पान का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. सर्दियों की डाइट (Winter Diet) में थोड़ी सी भी गलती आपको बीमार बना सकती है. वहीं सर्दियों में इम्यून सिस्टम (Immune System) भी कमजोर होता है, जिसे बूस्ट करने के लिए हेल्दी विटंर डाइट (Healthy Winter Diet) लेना जरूरी है, क्योंकि ठंड के कारण आपका पाचन और मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, इसलिए कोशिश करें कि दिन की शुरुआत करते हुए ब्रेकफास्ट में आपको कुछ खास Winter Foods को शामिल करना चाहिए, जिनके सेवन से आपकी सेहत अच्छी भी रहेगी, साथ ही आप कई बीमारियों से भी अपना बचाव कर सकते हैं. जानिए सर्दियों में किन चीजों को खाली पेट खाना सेहत के लिए लाभदायक होता है.
सर्दियों में खाली पेट खाएं ये फूड्स |
गुनगुने पानी के साथ शहद |
सर्दीयों के मौसम में आप अपने दिन की शुरुआत गुनगुने पानी और शहद से करें. मिनरल्स, विटामिन, फ्लेवोनोइड्स और एंजाइम से भरपूर शहद, आपकी आंतों को साफ रखने में मदद करता है. शहद को गर्म पानी के साथ मिलाकर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा ये वजन घटाने में भी बहुत कारगर माना जाता है.
भीगे हुए बादाम | Winter foods
खाली पेट या ब्रेकफास्ट के दौरान भीगे हुए बादाम खाना काफी फायदेमंद माना जाता है. विटामिन ई, फाइबर, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर भीगे हुए बादाम सर्दियों के मौसम में बॉडी को गर्म रखने में सहायक है. बादाम एक ऐसा पौष्टिक आहार है, जो भले ही थोड़ा महंगा है, लेकिन सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. इसके लिए आप रोजाना रात में 5 से 6 बादाम भिगो दीजिए और सुबह खाली पेट नाश्ते में इसे खाएं.
हेल्थ टिप्स /शौर्यपथ /
खानपान में मौजूद जिंक से सर्दी-खांसी को रोका जा सकता है और इसके लक्षणों में कमी लाई जा सकती है। नई रिसर्च कहती है, ऐसे मामलों में जिंक सप्लिमेंट्स लेने पर मात्र 2 दिन में रिकवरी की जा सकती है। यह दावा वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी हालिया रिसर्च में किया है।
शोधकर्ताओं का दावा है, जिंक संक्रमण की दर को कम करने के साथ बीमारी का समय भी घटाता है। हालांकि, इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, यह साफतौर पर नहीं बताया जा सका है।
वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने ऐसे दर्जनभर से अधिक अध्ययनों की पड़ताल की जिसमें जिंक और सांस नली में संक्रमण के बारे में बताया गया था। इसके अलावा उनकी अपनी रिसर्च में सामने आया कि जिंक सर्दी-खांसी के लक्षणों में भी कमी ला सकता है। यह बहती नाक, सिरदर्द और शरीर के बढ़े हुए तापमान को घटा सकता है।
जिंक क्या है, यह क्यों जरूरी है और रिसर्च में कौन-सी नई बातें सामने आईं, जानिए इन सवालों के जवाब...
जिंक शरीर में करता क्या है?
जिंक एक ऐसा पोषक तत्व है जो शरीर में कई तरह से काम करता है। यह शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने, पाचन को बेहतर करने और सूजन को रोकने में मदद करता है। मीट, शेलफिश और चीज में जिंक अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
ब्रिटेन की स्वास्थ्य एजेंसी NHS का कहना है, खानपान के जरिए पुरुष 9.5 mg और महिलाएं 7 mg जिंक ले सकते हैं। एक्सपर्ट का कहना है, अगर जिंक सप्लिमेंट ले रहे हैं तो इसकी बताई गई मात्रा से अधिक न लें। ऐसा करने पर शरीर में आयरन की कमी हो सकती है और हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
रिसर्च में क्या सामने आया, अब इसे समझिए
शोधकर्ताओं की टीम ने 5500 लोगों पर किए जा रहे जिंक के 28 ट्रायल्स की पड़ताल की। रिसर्च कहती है, सर्दी-खांसी से जूझने वाले मरीजों को जिंक ओरल या नाक में स्प्रे के जरिए दिया जा सकता है।
रिसर्च के दौरान जिन्हें जिंक दिया, 2 दिन में उनकी हालत में सुधार देखा गया। वहीं, जिन मरीजों को जिंक नहीं दिया गया उनमें सातवें दिन तक लक्षण बने रहे।
शोधकर्ताओं का कहना है, अगर सर्दी-खांसी बहुत ज्यादा गंभीर स्तर पर पहुंच गई है तो जिंक रोजाना लक्षणों में कमी नहीं लाता, लेकिन तीसरे दिन से इसका असर दिखने लगता है।
दावा; नहीं दिखे साइड इफेक्ट
रिसर्च में दावा किया गया है, अध्ययन के दौरान किसी भी मरीज में जिंक के साइड इफेक्ट नहीं देखे गए। इसलिए यह कहा जा सकता है कि जो लोग सर्दी-खांसी के इलाज का असरदार विकल्प तलाश रहे हैं, उनके लिए जिंक बेहतर साबित हो सकता है।
हालांकि, शोधकर्ताओं का कहना है, यह रिसर्च कम लोगों पर की गई है। इसे बड़े स्तर पर करने की जरूरत है।
डाइट में इन 5 चीजों से जिंक की कमी पूरी करें
1. तरबूज के बीज और नट्स : इसमें जिंक और पोटैशियम पर्याप्त मात्रा में होता है। तरबूत के बीजों को सुखा लें और इसे पीसकर अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा रोजाना एक मुट्ठी ड्रायफ्रूट्स ले सकते हैं।
2. मछली : इसमें जिंक, प्रोटीन के अलावा भी कई पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं। इसे हफ्ते में दो बार लिया जा सकता है। जिंक आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है।
3. अंडा : एक अंडे में 5 फीसदी तक जिंक होता है। एक्सपर्ट कहते हैं, इसे रोज अपनी डाइट में शामिल करें। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ डैमेज हुई मांसपेशियों को रिपेयर भी करता है।
4. डेयरी प्रोडक्ट : अगर नॉनवेज खाना पसंद नहीं तो डाइट में डेयरी प्रोडक्ट की मात्रा बढ़ा सकते हैं। दूध, चीज, दही से भी जिंक की कमी पूरी की जा सकती है।
5. डार्क चॉकलेट : यह सिर्फ जिंक की कमी ही नहीं पूरी करती बल्कि पीरियड में होने वाले दर्द से भी राहत देती है। डार्क चॉकलेट मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाती है और मूड हैप्पी रखती है।