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छत्तीसगढ़ भाजयुमो की नियुक्ति में हुआ कमीशनखोरी हताश कार्यकर्ता आत्महत्या को मजबूर
उम्रदराज नेताओ का बर्थ सर्टिफिकेट और हाई स्कूल की मार्कसीट को मंगवाया आलाकमान ने
कैडर बेस पार्टी होने का दम्भ भरने वाले भाजपा संगठन का दावा खोखला निकला
प्रदेश भाजपा आज भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के जेब मे है
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने प्रदेश भाजयुमो में कोई नियुक्ति घोटाले के बाद भाजपा आलाकमान के द्वारा नियुक्त किये गये उम्रदराज पदाधिकारियों के बर्थ सर्टिफिकेट और हाई स्कूल के मार्कशीट को तलब करने पर तंज कसते हुए कहा कि जहां एक और भाजपा यह दावा करती है कि उनकी पार्टी कैंडल बेस पार्टी है और यहां वंशवाद और धन कुबेरो के लिये कोई जगह है जबकि इसके उलट प्रदेश भाजयुमो में कोई नियुक्तियों पर कमीशनखोरी हुई है जिससे हताश और परेशान होकर भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने आत्महत्या तक की धमकी दे डाली और हद तो तब हो गई जब उम्रदराज नेताओं को कमीशन लेकर पद दे दिया गया और भाजयुमो के कर्मठ कार्यकर्ता हाशिये पर चले गये।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि भाजयुमो पदाधिकारियों की बर्थ सर्टिफिकेट और हाईस्कूल के मार्कसीट को आलाकमान ने तलब किया है यह अपने आप में एक हास्यास्पद बात है की भाजपा के आला नेताओं को अपने ही नियुक्त किये गये कार्यकर्ताओं की उम्र और शिक्षा पर भरोसा नहीं रह गया इस कारण वह अपने युवा नेताओं की जन्मकुंडली खंगाले में लगे हैं अमूमन सरकारी विभाग में नियुक्ति घोटाला सुनने में आता था लेकिन प्रदेश भाजयुमो में हुवे नियुक्ति घोटाले ने प्रदेश भाजपा संगठन में हुवे कमीशनखोरी और खरीद-फरोख्त के उजागर होने से सभी अचंभित है,जिससे भाजपा की साख में बट्टा लगा है। सोशल मीडिया में भाजयुमो के युवा कार्यकर्ता खुलेआम अपने शीर्ष नेतृत्व को भ्रष्टाचारी और खरीद-फरोख्त करने वाला तक कह रहे हैं भाजपा नेताओं का कहना है कि जिन्होंने संघर्ष किया उन्हें पद नहीं दिया गया और जिन्हें कोई भाजपा में जानता नहीं उन्हें पैसों के बल पर पद दिया गया है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि प्रदेश भाजपा में गुटबाजी और पद बेचने के लिये कमीशनखोरी अब खुलकर सामने आने लगी है पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का धड़ा आज भी प्रदेश भाजपा को अपने जेब में लेकर चल रहा है और अपने मन मुताबिक नियुक्तियां करवा रहा है जिसके कारण भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता हाशिये पर चले गये हैं और कैडर बेस्ट पार्टी होने का दम भरने वाली भाजपा की पोल पट्टी खुलने लगी है पूर्व भाजपा सरकार में नियुक्ति घोटाला करने वाले भाजपा के आला नेता अब प्रदेश भाजपा के नियुक्ति में भी घोटाला कर रहे हैं और आलाकमान द्वारा नियुक्त किये गये भाजयुमो नेताओं की बर्थ सर्टिफिकेट और हाईस्कूल की मार्कशीट को मंगवाना यह साबित करता है कि प्रदेश भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है गुटबाजी अब सतही स्तर पर आ चुकी है भाजपा के प्रदेश इकाई में धनकुबेर ओ का वर्चस्व है जिसके कारण मूल कार्यकर्ता मानसिक अवसाद से ग्रसित हो रहे हैं और आत्महत्या करने को भी मजबूर हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार को कंगाल कहने बृजमोहन राज्य की जनता से माफी मांगे
बृजमोहन झूठ बोल रहे मप्र में पेट्रोल सस्ता, मध्यप्रदेश में डीजल-पेट्रोल छत्तीसगढ़ से मंहगा
रायपुर / शौर्यपथ / पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा धान नीलामी और पेट्रोल-डीजल पर दिए गए बयानों को कांग्रेस ने तथ्यहीन और गलत बताया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह की प्रतिद्वंदिता में बृजमोहन अग्रवाल गलत और आधारहीन आरोप लगा कर सुर्खियों में बने रहने की जुगत में लगे रहते है। छत्तीसगढ़ सरकार को कंगाल सरकार कहने के लिए बृजमोहन छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगे। प्रचुर वन खनिज समृद्ध जल, जंगल, जमीन वाले राज्य जिसकी धरा में कोयला, आयरन और लाइम स्टोन बाक्साइड, हीरा जैसे सम्पदा भरी हई है ऐसे समृद्ध राज्य को कंगाल कहना छत्तीसगढ़ का अपमान है। यदि बृजमोहन के निगाह में छत्तीसगढ़ कंगाल राज्य है तो इसे कंगाल बनाने का पाप भी बृजमोहन और उनकी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के मत्थे जाएगा। 15 साल के कुशासन में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी कर भाजपा ने राज्य के खजाने पर 52,000 करोड़ का कर्जा लाद दिया था। न किसानों का एक रू. कर्ज माफ किया था, न 2100 में धान खरीदी का वायदा पूरा किया था, न किसानों को बोनस दिया, फिर भी भाजपा सरकार ने क्यो कर्ज लिया था? कांग्रेस सरकार द्वारा पिछले वर्ष के शेष धान को खुले बाजार में नीलामी करने में बृजमोहन अग्रवाल को आपत्ति है लेकिन केंद्र सरकार को छत्तीसगढ़ से 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने की सिफारिश करने का साहस उनके सहित किसी भाजपा नेता में नही है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सरकार ने राज्य के किसानों से किये गए वायदे के अनुसार 91 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी किया है। भाजपा की केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं के दबाव में सेंट्रल पुल के लिए लेने वाले चावल के कोटे में 60 लाख मीट्रिक टन लेने का वायदा कर मुकर गई। राज्य सरकार ने धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति मांगी तो उसमें भी केंद्र सरकार ने एफसीआई के द्वारा खरीदे गए चावल से ही एथेनॉल बनाने की अनुमति दिया है। भाजपा की केंद्र सरकार हर कदम पर राज्य सरकार की धान खरीदी व्यवस्था में असहयोग कर रही। ऐसे में राज्य सरकार किसानों से खरीदे गए धान का बेहतर प्रबंधन करने के लिए खुले बाजार में नीलामी की संभावना के उपाय कर रही तो इसमें भी भाजपा को पीड़ा हो रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार पर आरोप लगाने की हड़बड़ी में बिना पूरी जानकारी लिए बृजमोहन अग्रवाल बयान दे रहे। वे झूठा दावा कर रहे कि मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ से डीजल 9 रू. सस्ता है जबकि हकीकत यह है कि मध्यप्रदेश में डीजल और पेट्रोल दोनों छत्तीसगढ़ से महंगा है। मध्यप्रदेश में डीजल 87.88 रू. है, छत्तीसगढ़ में डीजल 86.34 रू. है। पेट्रोल मध्यप्रदेश में 97.27 रू. है छत्तीसगढ़ में पेट्रोल 87.82 रू. है। छत्तीसगढ़ में पेट्रोल मध्यप्रदेश से 9रू 45 पैसा सस्ता है। बृजमोहन इस झूठे दावे के लिए भी मीडिया से माफी मांगे।
प्रदेश के किसानों से बदला ले रही भाजपा मोदी सरकार जबकि प्रदेश ने नौ सांसद दिये है
मोदी सरकार का 60 लाख मैट्रिक टन चांवल लेने का फैसला जुमलेबाजी साबित हुआ - कांग्रेस
भूपेश सरकार में मोदी सरकार की बेरुखी बावजूद प्रदेश के अन्नदाता को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा - कांग्रेस
रायपुर / शौर्यपथ / किसान विरोधी केन्द्र की भाजपा मोदी सरकार आखिर किस बात का किसानों से बदला ले रही है, केंद्र से लेकर राज्य के किसान भेदभाव और अन्याय पूर्ण रवैया से बेहद परेशान हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने केंद्र की भाजपा मोदी सरकार पर छत्तीसगढ़ से 60 लाख मैट्रिक टन चावल लेने की बात से फिर जाने को दगाबाजी करने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है, उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है देश के चावल उत्पादक राज्यों में सबसे अधिक चावल की पैदावार छत्तीसगढ़ में होती है प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां धान की खेती पर ही आधारित है। राज्य की भूपेश सरकार वायदो अनुसार किसानों को उनकी मेहनत का लाभ देने बेहतर प्रयास कर रही है मगर केंद्र की भाजपा मोदी सरकार 25 सौ रुपए दिए जा रहे धान के समर्थन मूल्य ना देने को लेकर केंद्रीय पूल में चावल लेने से मना करती है, वही दूसरी ओर बारदाने का संकट पैदा करती है, वही किसानों को किसी प्रकार का बोनस आर्थिक लाभ देने से मना करती है, तो भूपेश सरकार किसानों को राजीव गांधी न्याय योजना के तहत आर्थिक रूप से नयी व्यवस्था प्रदान करती है जिस पर बढ़-चढ़कर किसान हितेषी होने का ढोंग रचने के लिए छत्तीसगढ़ से वित्तीय वर्ष 60 लाख मैट्रिक टन चावल खरीदने की झूठी घोषणा की जाती है जिसका समूचे प्रदेश भाजपाइयों ने घूम घूम वाह वाही लूटी राज्य सरकार ने भी केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री कृषि मंत्री वित्त मंत्री का आभार जताया था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि राज्य की काँग्रेस भूपेश सरकार किसानों को समर्पित सरकार है इस वर्ष रिकार्ड तोड़, किसानों से सरकार ने 90 लाख मैट्रिक टन से ऊपर धान खरीदा है जिससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत हुए हैं इससे घबराई राज्य से लेकर केंद्र की भाजपा अपने ही 60 लाख मैट्रिक टन चावल लेने के फैसले से पलट गयी, जिससे राज्य सरकार को चांवल की नीलामी का मजबूरी में फैसला लेना पड़ा, जिसे प्रदेश के किसान भाजपाइयों की इन पक्षपात पूर्ण द्वेष पूर्ण लिये गये मोदी सरकार के इन निर्णयो को देख भी रही है और समझ भी रही है जिसका जवाब उन्हें आने वाले वक्त में देना होगा।
सत्ता जाते ही भाजपा का अनुशासन तार तार - घनश्याम तिवारी
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने प्रदेश भाजपा में लगातार चल रहे आपसी कलह पर और अब कार्यकर्ताओं मे लात घुसे को लेकर तंज कसते हुए कहा कि 15 वर्षों की सत्ता खोने से भाजपाई हार के गम से विचलित और अनुशासन तार-तार हो चले हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, जनता से वादाखिलाफी कर 15 वर्षों की सत्ता गंवा चुकी भाजपा आपसी लड़ाईयों और अंतर कलह से जूझ रही है, प्रदेश भाजपा में संगठनात्मक नियुक्ति हो या फिर किसी कार्यक्रमों में भागीदारी को लेकर खुलेआम धमकियां चल रही हैं। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर एवं प्रदेश भाजपा महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी के विवाद जग जाहिर है तो वही भाजयुमो में पदाधिकारियों की नियुक्ति पर उठे सवाल या फिर राजनांदगांव जिले में मृत कार्यकर्ता को पदाधिकारी बना दिया जाना मीडिया की सुर्खियों में है तो वही दूसरी ओर रायगढ़ भाजयुमो कार्यकर्तोंओ की मारपीट की खबरे आयी है।
प्रदेश काँग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि कांग्रेस भूपेश सरकार के जनहितकारी फैसलों से प्रदेश में नए विकास के आयाम गढ़े जा रहे हैं जहां एक और किसानों को उनकी मेहनत का लाभ देने 25 सो रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर गोधन या योजना के तहत गोबर खरीदी कर ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक लाभ का नया अध्याय शुरु किया गया है उस से घबराई चिंतित भाजपा में अंतर्द्वंद की स्थिति निर्मित हो चली है और कोई किसी को भी अपने से नीचा देखने को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है जिसके चलते भाजपा में कोहराम की स्थिति मची हुई है।
रायपुर / शौर्यपथ / भाजपा की छत्तीसगढ़ प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने यह कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को भाजपा के विषय में नहीं बोलना चाहिए।
भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के इस बयान पर कड़ी आपत्ति करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा और आरएसएस के डीएनए में जो तानाशाही है, भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी का यह बयान उसी अधिनायकवाद का जीता जागता सबूत है। भाजपा ने लोकतंत्र तो कभी सीखा नहीं इन्हें सिर्फ और सिर्फ अधिनायक वादी मनोवृतियों से ही सरोकार है। कांग्रेस के तो खून में लोकतंत्र और आजादी है। पुरंदेश्वरी हमें यह सिखाने की कोशिश ना करें कि हमें क्या बोलना है और क्या नहीं बोलना है। लोकतंत्र में सब को अपनी बात कहने का अधिकार है। सूचना के इस युग में तो दुनिया बहुत छोटी हो गई और भाजपा यह तो चाहती है कि वह सब की आलोचना करें प्रदेश में देश में और विश्व में सब की आलोचना करें लेकिन अपनी किसी आलोचना को सुनने के लिए भाजपा कदापि तैयार नहीं है।
भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के बयान पर तंज कसते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा प्रभारी को उनके तानाशाही सोच से भरपूर बयान के लिये आईना दिखाया तो डी. पुरंदेश्वरी तिलमिला गई। भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के पास मौका था कि वह साबित करती कि वह वह नहीं है जो उनके बारे में कहा जा रहा है। हंटर चलाने के जो आरोपो को गलत करने का उनके पास सुनहरा अवसर था लेकिन डी. पुरंदेश्वरी ने तो आलोचना के स्वरों को ही खामोश करने की बात करके अपने अधिनायक वादी चरित्र का जीता जागता सबूत प्रस्तुत कर दिया।
भाजपा प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी के बयान पर तंज कसते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा प्रभारी भाजपा में मची सिर फूट्टवल, गुटबाजी कार्यकर्ताओ की नाराजगी को दूर करने में असहाय नजर आ रही है। दो दौरे में ही डी. पुरंदेश्वरी भाजपा प्रभारी के रूप में असफल साबित हो गई। पूर्व भाजपा प्रभारी के समय स्थापित हुई गुटबाजी को तोड़ना पुरंदेश्वरी के लिये कठिन काम है।
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ सरकार की महत्त्वकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के ऐतिहासिक निर्णय से छत्तीसगढ़ मुस्कुरा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने गोधन न्याय योजना के तहत अब तक 74.48 करोड़ का गोबर खरीदा है। देश में पहली राज्य सरकार है जो इतनी बड़ी मात्रा में गोबर की खरीदी कर रही है। सरकार पशुपालकों से 2 रुपए किलो गोबर खरीदती है। कोई सोच भी नहीं पाये थे लेकिन वह कार्य कांग्रेस सरकार ने कर दिखाया। छत्तीसगढ़ सरकार के दूरदर्शिता निर्णय के कारण गढबों नवा छत्तीसगढ़ का निर्माण हो रहा है। प्रदेश में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। कांग्रेस के सरकार जो कहती है वो वादा पूरा करती है। केन्द्र की भाजपा सरकार तो सिर्फ जुमलों की सरकार है जो पानी में ही पकौड़ा तलता है।
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि गोठान में ही खरीदे गए गोबर का वर्मी कंपोस्ट बनाया जाता है। इसके साथ ही इसके मार्केटिंग का भी प्रबंध किया जा रहा है, ताकि इसका लाभ राज्य के किसानों को मिल सके। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति और उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ उत्पादित खाद्यान्न की पौष्टिकता भी अच्छी होती है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में खरीदे जा रहे गोबर से बड़ी मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण जारी है।
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि “यह एक ऐसी योजना है जिससे राज्य के किसानों, पशुपालकों और मजदूरों को लाभ होने वाला है। छत्तीसगढ़ की 90 प्रतिशत जनसंख्या अपनी आजीविका के लिए खेती पर निर्भर करती है। गोधन न्याय योजना इन लोगों के लिये वरदान बन गया लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता इसका विरोध कर रहे थे?
प्रदेश प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि गोबर खरीदी को समझना भाजपा के बस की बात नहीं। दरअसल भूपेश बघेल की सरकार ने गोबर खरीदी की जो पहल की है उससे भाजपा के पाँवों के नीचे से जमीन खिसक गयी है। छत्तीसगढ़ के भोली-भाली जनता के प्रति केन्द्र सरकार तो सतौला व्यवहार का रवैया तो था, अब प्रदेश के भाजपा नेता भी नरेन्द्र मोदी के सूर में सूर मिला रहे है। यह बीजेपी की नकारात्मक और छत्तीसगढ़ विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।“
रायपुर / शौर्यपथ / भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह जी जशपुर जिले से छत्तरपुर घटना के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देर से ही सही बेटियों के लिये आवाज उठाना सीख रहे हैं। यदि यही आवाज़ आपने अपने 15 साल के कार्यकाल में उठाई होती तो 27,000 बेटियां गायब नहीं होतीं । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि जशपुर जिले की घटना हृदयविदारक और अमानवीय घटना है ऐसी पीड़ा को किसी भी सूरत में कम नहीं किया जा सकता| इस पर कथित रूप से सियासत गर्माने का प्रपंच करना बहुत ही निचले स्तर की राजनीति का घोतक है। पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वीकार तो किया कि उनके कार्यकाल के दौरान राज्य की 27,000 बेटियां लापता हुईं| 2 साल में सरकार ने क्या प्रयास किए यह सवाल सटीक है पर उनके ग़ायब होने में आपकी सरकार की कितनी हिस्सेदारी है यह भी स्पष्ट कर देते तो थोड़ी आसानी हो जाती ।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि जम्मू , कठुआ उन्नाव , हाथरस , उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जैसी अनेक घटनाओं में भाजपा का संरक्षण प्राप्त रहा या भाजपा के जनप्रतिनिधि और भाजपा के नेता सम्मिलित रहे। नेता तो नेता भाजपा नेत्रियां भी मानव तस्करी में संलिप्त पायी गयी हैं।
भारतीय जनता पार्टी अपने ऊपर दाग़ लगते ही दूसरों के दाग गिनाने लगती है । फिर बलरामपुर और भदोही का भी जवाब देना होगा| उन्होंने कहा है कि बलात्कार की घटनाएं अमानवीय ही होती हैं और इसकी पीड़ा को किसी भी सूरत में कम नहीं किया जा सकता। बलात्कार की घटनाएं कहीं भी हो किसी के भी साथ हो बेहद गंभीर हैं और मानवता के विरुद्ध अपराध हैं ।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के 15 साल के कार्यकाल में क्या हुआ? एक समय था जब एनसीआरबी के आंकड़ों में छत्तीसगढ़ का दुर्ग बलात्कार की राजधानी बन गया था और उस समय भी मुख्यमंत्री रमन सिंह ही थे । मीना खल्खो और मड़कम हिड़में के साथ क्या हुआ था यह तो रमन सिंह आज तक बोल नहीं पाते. छत्तीसगढ़ के लोग इस बात को कभी भूल नहीं सकते की नसबंदी कांड, गर्भाशय कांड और झलिया मारी कांड जैसे महिलाओं के खिलाफ बड़े-बड़े अपराध रमन सिंह के कार्यकाल में ही हुये।
पूर्ववर्ती रमन सरकार के ओएसडी रहे ओपी गुप्ता द्वारा नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार जैसा जघन्य अपराध किया जाता है तब उनकी आत्मा सोई हुई थी ।
भाजपा की राजनितिक सहयोगी भाजपा नेत्री बस्तर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा आरोपी को संरक्षण देने का काम करती हैं।
भिलाई खुर्सीपार में बलात्कार पीड़िता युवती की आत्महत्या की घटना समूचे प्रदेश के माथे पर कलंक है यह घटना ह्रदयविदारक और मानवता को शर्मशार कर देने वाली है। इस मामले मे पूर्ववर्ती सरकार के मुखिया रमन सिंह का बयान बेहद आपत्तिजनक और असंवेदनशील था उस समय बेटियों के बारे में क्यों नही बोला जब बलात्कारियों को बचाने और पीडिता को सताने में पूरा तंत्र लगा होता था तब रमन सिंह मौन क्यों थे?
दुर्ग । शौर्यपथ । किसान आंदोलन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आंदोलनजीवी कहने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने कहा है कि यह निहायत असंवेदनशील और गैरजिम्मेदाराना बयान है। यह देश एक जनआंदोलन के कारण आजाद हुआ, जिसमें लाखों लोगों ने अपनी जान गंवा दी। आजादी के पहले कांग्रेस ने आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन किया, जिसमें आंदोलन में किसान-मजदूर-अनुसूचित जाति-जनजाति-अल्पसंख्यक वर्ग सहित हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इसी आंदोलन के कारण देश आजाद हुआ। आजादी के बाद हर वर्ग के लोगों को न्याय देने की नीयत के साथ एक और आंदोलन हुआ जिसके बाद संविधान का निर्माण हुआ। ऐसे में आंदोलन की ताकत को कम करके आंकना भाजपा की बड़ी भूल है। राजेंद्र ने तीखे लहजे में कहा कि गोडसे और सावरकर को मानने वाले लोग, जो पूंजीपतियों के गुलाम हैं, वे आंदोलन को क्या समझेंगे। राजेंद्र ने कहा कि देश के लाखों युवा पढ़-लिखकर कठोर मेहनत से इंजीनियर, डॉक्टर, वैज्ञानिक, पुलिस, सेना सहित अन्य सेवाओं के माध्यम से देश को योगदान देते हैं। यह एक तरह का आंदोलन ही है जो युवाओं के देश सेवा के जज्बे से ओतप्रोत होता है। आंधी-तूफान हो या ठंड-बारिश को झेलकर किसान अपनी फसल उगाते हैं। उपज का उचित दाम मिलेगा या नहीं मिलेगा, ये सोचे समझे बिना किसान दिन रात मेहनत करता है। यह भी एक तरह का आंदोलन है। मजदूर-राजमिस्त्री से लेकर मेहनतकश वर्ग के लोग भी देश का निर्माण करने में अहम योगदान देते हैं जो किसी भी मायने में आंदोलन से कम नहीं है। राजेंद्र ने कहा कि गोडसे और सावरकर को मानने वाले लोगों को देश की आजादी और नवनिर्माण से लेकर अब तक की तरक्की में आंदोलन की भूमिका समझ नहीं आ सकती। पूंजीपतियों के मोहजाल में फंसकर किसानों को आंदोलनजीवी कहना बेहद निंदनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में देश के अन्नदाताओं के प्रति जरा भी संवेदनशीलता होती तो वे कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे 70 से ज्यादा दिनों से आंदोलन में डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों के शहीद होने पर उन्हें आंदोलनजीवी न कहते, बल्कि किसानों की मांग को पूरा करने के लिए तीनों काले कानूनों को वापस लेने पर विचार करते। किसान हठधर्मिता नहीं कर रहे बल्कि पूंजीपतियों के इशारे पर सरकार हठधर्मी रवैया अपना रही है। इस अहंकार और हठधर्मिता को पूरा देश देख-समझ रहा है।
प्रदेश भाजपा ने किया दिवंगत नेताओ का अपमान माफी मांगे प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय
प्रदेश भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री के जेब मे और गुटबाजी चरम पर
पूर्वमंत्री अजय चंद्राकर ने माना कि प्रदेश भाजपा में चमचागिरी हावी है वह सभी चमचों को सुधारेंगे
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई में गुटबाजी अपने चरम पर है पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में विधानसभा, नगर निगम,नगर पालिका,पंचायत के चुनाव और विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ होने बाद भी प्रदेश भाजपा में कब्जा जमाये बैठे हैं जिसके कारण भाजपा के मेहनतकश और मूल कार्यकर्ता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के गृह जिले राजनांदगांव में सवा साल बाद घोषित जिला कार्यकारिणी की सूची में दिवंगत भाजपा नेताओं को पद दिया गया और जीवित भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनीति का दाह संस्कार कर दिया गया जिससे कि भारतीय जनता पार्टी में चरम पर चल रहे गुटबाजी का खुलासा हुआ है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 15 साल सत्ता सुख भोगने के बाद भाजपा के शीर्ष नेता आज भी शीर्ष पदों पर काबिज हैं और अपने मन मुताबिक नेताओं,कार्यकर्ताओ को पद बांट रहे हैं हद तो तब हो गई जब पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के गृहग्राम में दिवंगत नेता स्व चंद्रकांत शर्मा,स्व सुनील जोशी,स्व गणेश कोटले एवं स्व आर सी पारख को पद दे दिया गया जिनका पूर्व में ही देहावसान हो गया है। इन दिवंगत नेताओं के परिजन हदप्रद और दुःखी हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा के कार्यकर्ताओ में भारी आक्रोश फैला हुआ है। राजनांदगांव जिले में घोषित कार्यकारिणी की सूची का अनुमोदन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने किया है और उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजा था जिसके बाद कार्यकारिणी की घोषणा की गयी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके सुपुत्र पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के प्रभाव क्षेत्र में घोषित कार्यकारिणी में दिवंगत नेताओं को शामिल कर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की आंख में धूल झोंकने का काम किया गया जिससे कि उनके परिजन अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे। कल ही मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री के सामने प्रदेश भाजपा के पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश भाजपा में चमचावाद हावी हो गया हैं चमचों का बोलबाला हो गया है और यह सभी चमचे संभल जाये नहीं तो वह सभी चमचों को सुधार देंगे। भाजपा की गुटबाजी सताई स्तर पर आ चुकी है प्रदेश भाजपा गुटबाजी के कारण रसातल पर पहुंच गई है जिसका की स्पष्ट उदाहरण राजनांदगांव जिले की घोषित कार्यकारिणी में है दिख रहा है जिसमें की दिवंगत नेताओं को पद से नवाजा गया है और जीवित कार्यकर्ताओं की राजनीति का दाह संस्कार कर दिया गया है। प्रदेश भाजपा नेताओं को जनहित के मुद्दों से कोई सरोकार नही है वह राजनीति के माध्यम से अपना स्वार्थ साधने में जुटे हुये है।