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धर्म संसार / शौर्यपथ / प्रभु यीशु के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यह त्योहार कई मायनों में बेहद खास है। क्रिसमस को बड़ा दिन, सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है। प्रभु यीशु ने दुनिया को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया। प्रभु यीशु को ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। इस त्योहार से कई रोचक तथ्य जुड़े हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।
क्रिसमस ऐसा त्योहार है जिसे हर धर्म के लोग उत्साह से मनाते हैं। यह एकमात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह त्योहार आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में 6 जनवरी को मनाया जाता है। कई देशों में क्रिसमस का अगला दिन 26 दिसंबर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है। क्रिसमस पर सांता क्लॉज़ को लेकर मान्यता है कि चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे, वही सांता थे। वह गरीबों की हमेशा मदद करते थे उनको उपहार देते थे। क्रिसमस के तीन पारंपरिक रंग हैं हरा, लाल और सुनहरा। हरा रंग जीवन का प्रतीक है, जबकि लाल रंग ईसा मसीह के रक्त और सुनहरा रंग रोशनी का प्रतीक है। क्रिसमस की रात को जादुई रात कहा जाता है। माना जाता है कि इस रात सच्चे दिल वाले लोग जानवरों की बोली को समझ सकते हैं। क्रिसमस पर घर के आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है। फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है। पोलैंड में मकड़ी के जालों से क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा है। मान्यता है कि मकड़ी ने सबसे पहले जीसस के लिए कंबल बुना था।
रायपुर । शौर्यपथ । संयुक्त राष्ट्र संघ कृषि संगठन के आदिवासी विभाग के प्रमुख डॉ. योन फर्नेडेस लेरिनोआ ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिवासी कल्याण और विकास के लिये किये जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रशंसा की है। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लघु वनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी और वनवासियों को सामुदायिक वन अधिकार दिए जाने को सकारात्मक कदम बताया। इस मौके पर डॉ. लेरिनोआ ने मंत्री डॉ. प्रेम साय सिंह टेकाम और छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल को संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व खाद्य और कृषि संगठन के मुख्यालय भी आने का आमंत्रण दिया।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र संघ कृषि संगठन के आदिवासी विभाग के प्रमुख डॉ. योन फर्नेडेस लेरिनोआ ने अपने रायपुर प्रवास के दौरान बीते दिनों आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से सौजन्य मुलाकात की। मुलाकात के दौरान डॉ. योन ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिवासी कल्याण के लिये चलाई जा रही योजनायें निश्चित ही आदिवासी समाज के लिये सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है। इस मौके पर डॉ. टेकाम ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिवासियों के कल्याण और उन्नति के लिए चलाई जा रही योजनाओं कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए वनोपजों के समर्थन मूल्य और वनोपज खरीदी के सफलताओं के बारे में चर्चा की।
मंत्री डॉ. टेकाम ने डॉ. लेरिनोआ को यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में मिलेट्स (मोटे अनाज), विभिन्न कंदों और अन्य परंपरागत जड़ी बूटियों के संरक्षण-संवर्धन को भी विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। डॉ. लेरिनोआ मुलाकात के दौरान कहा कि इन प्रयासों को शैक्षणिक गतिविधियों से भी जोड़ना चाहिये। विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों की पाठशालाओं, विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में आदिवासी समाज के इस ज्ञान को औपचारिक पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करना चाहिये। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में इसके अनुभव बेहद परिवर्तनकारी साबित हुये हैं।
युवा मोर्चा अब जनहित के मुद्दों को लेकर रोड की लड़ाई लड़ने को तैयार - उपकार चंद्राकर प्रदेश महामंत्री भाजयुमो*
दुर्ग । शौर्यपथ । भारतीय जनता युवा मोर्चा के दुर्ग जिले में निवासरत नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों ने आज दुर्ग जिला भाजपा कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा से सौजन्य भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया सौजन्य भेंट करने वालों में प्रमुख रूप से प्रदेश महामंत्री उपकार चंद्राकर प्रदेश प्रशिक्षण प्रमुख सुरेंद्र साहू प्रचार प्रसार सह प्रमुख आकाश ठाकुर प्रदेश सोशल मीडिया सह प्रभारी उदय भास्कर रहे इस दौरान जिला भाजपा कार्यालय में वरिष्ठ भाजपा नेता प्रीतपाल बेलचंदन पंडित काशीनाथ शर्मा जिला उपाध्यक्ष कांतिलाल जैन आईटी सेल जिला संयोजक राजा महोबिया मदन बढ़ई आशीष निंमजे जीत यादव भाजयुमो जिला महामंत्री तेखन सिन्हा गौरव शर्मा रहे
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी की रीढ़ की हड्डी है और बिना उसके जिस प्रकार शरीर काम नहीं करता उसी प्रकार भारतीय जनता युवा मोर्चा भाजपा का किसी भी प्रकार का आंदोलन एवं संगठन का कार्य सफल नहीं हो सकता और प्रदेश में सरकार बनाने में इनकी अहम भूमिका होगी अब मैं आप सभी से आह्वान करता हूं कि सरकार बनाने के लिए आप जुट जाएं मैं सभी नव युक्त पदाधिकारियों को उनकी नवीन पद के लिए शुभकामनाएं और बधाई देता हूं
इस अवसर पर उपस्थित भाजयुमो के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री उपकार चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत के द्वारा कार्यकारिणी घोषणा के टीम अपने स्तर पर जनहित के मुद्दों को लेकर कार्य करना प्रारंभ कर दी है सारे वरिष्ठ और बड़े नेताओं के मार्गदर्शन में अब युवा मोर्चा जनहित के मुद्दों को लेकर रोड की लड़ाई अग्रिम पंक्ति में करेगी और प्रदेश में फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का परचम लहराएगी
इस दौरान राकेश यादव रितेश शर्मा निलेश अग्रवाल वरुण यादव , विपिन चन्द्राकर ,रूपेन्द्र यादव ,कंवरपाल सिंह ,राहुल भोसले ,सौरव जैसवाल ,जीत यादव ,मनीष पुनचा ,अभिषेक शर्मा ,कंवरपाल ,जय पटेल,आकाश राजपूत ,शेखर शाह ,अविनाश और अन्य उपस्थित थे ।
*अत्याधुनिक सिंचाई पद्धतियों से प्रदेश के 95,159 किसानों को मिल रहा लाभ*
*खेती की लागत में कमी के साथ-साथ आमदनी में हो रही बढ़ोत्तरी*
*उद्यानिकी विभाग सूक्ष्म सिंचाई अपनाने पर किसानों को 45 से 55 प्रतिशत दे रहा अनुदान*
रायपुर । शौर्यपथ । इजराइल की अत्याधुनिक सूक्ष्म सिंचाई योजना का उपयोग छत्तीसगढ़ के किसान भी कर रहे हैं। राज्य में ड्रिप, एवं स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धति लगातार लोकप्रिय हो रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस नई पद्वति को किसानों को अपनाने के लिए अनुदान भी दिया जा रहा है। इस नई तकनीक से उद्यानिकी फसलों की खेती के लिए सिंचाई के लिए कम पानी की जरूरत होती है। साथ ही भरपूर उत्पादन भी मिलता है।
छत्तीसगढ़़ में किसानों को सूक्ष्म सिंचाई योजना को अपनाने के लिए भरपूर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। उद्यानिकी विभाग की इस योजना से राज्य में 95,159 किसानों को इसका लाभ दिया जा चुका है। योजना में लघु एवं सीमांत किसानों को 55 प्रतिशत तथा अन्य किसानों को 45 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। राज्य में उद्यानिकी फसलों के अंतर्गत लगभग 1,14,614 हेक्टेयर में ड्रिप एवं स्प्रिंकलर पद्धति के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है जो कि उद्यानिकी फसलों के कुल रकबा 8,34,311 हेक्टेयर का 13.73 प्रतिशत है।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा संचालित सूक्ष्म सिंचाई योजना, उद्यानिकी की खेती करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत टपक सिंचाई (ड्रिप इर्रीगेशन) एवं फव्वारा (स्प्रिंकलर) से सिंचाई की जाती है। इस सिंचाई पद्धति से एक ओर जहां एक-एक बूंद पानी का उपयोग हो रहा है वहीं कम पानी में अधिक रकबे में सिंचाई की जा सकती है। किसानों को भरपूर लाभ भी हो रहा है।
सूक्ष्म सिंचाई योजना से पौधों तक तुरन्त पानी पहुंचता है तथा रिसाव न होने के कारण खरपतवार भी कम निकलते है। इस पद्धति से फसलों के उत्पादन में अत्यधिक वृद्धि होती है। सबसे खास बात इसकी यह है कि यह पद्धति ऊँची-नीची भूमि पर भी कारगर साबित होती है। ड्रिप के माध्यम से फसलों को उर्वरक कीटनाशक दवा बड़ी आसानी से दी जा सकती है। इस पद्धति से सिंचाई पर होने वाले श्रम की भी बचत होती है।
यह पद्धति प्रीसिजन एग्रीकल्चर का सर्वाेच्च उदाहरण है। इसमें अधिकतम उपज के लिए सही समय पर सटीक और मात्रा में जल, उर्वरक, कीटनाशक आदि इनपुट का उपयोग किया जाता है। इससे फसलों का प्रबंधन में आसानी, श्रम की बचत होती है और उत्पादकता में वृद्धि होती है।
टपक सिंचाई पद्धति को अपनाकर समृद्ध हुए महासमुंद जिले के ग्राम अमलोर के किसान श्री लीलाधर यदु बताते हैं कि उनके पास 0.80 हेक्टेयर भूमि है। लगभग 4-5 वर्ष पूर्व बिना ड्रिप संयंत्र के सब्जी की खेती करता था, जिसमें मजदूरी एवं खाद-दवाई की लागत बहुत ज्यादा आती थी तथा पानी की खपत भी ज्यादा होती थी, पानी एवं खाद-दवाई का समुचित उपयोग नहीं हो पाता था, किन्तु वर्ष 2021-22 में ड्रिप सिंचाई की पद्धति को पहली बार सब्जी की खेती में अपनाया। इस पद्धति से सिंचाई के बाद खाद-दवाई एवं पानी के समुचित उपयोग हो सका और खर्च में काफी कमी आयी। मजदूरी लागत भी कम हुआ है, जिससे आमदनी बढ़ोत्तरी हुई। श्री यदु ने बताया कि वर्तमान में बैंगन की फसल का अच्छा उत्पादन हो रहा है, जिसे स्थानीय बाजार में अच्छी कीमत मिल रही है। अच्छी आमदनी हो रही है, उन्हें बैंगन की खेती से 95,700 का लाभ प्राप्त हुआ है।
कोरबा जिले के ग्राम बेंद्रककोना किसान आंेकार पटेल का कहना है कि वर्ष 2016-17 मंे 1.50 एकड़ में ड्रिप से मल्चिंग मंे करेला, बरबट्टी, लौकी इत्यादि का उत्पादन लिया जिससे मुझे फायदा हुआ था। गत वर्ष स्वयं के व्यय से 1.50 एकड़ में पुनः ड्रिप लगाकर करेला, बरबट्टी, लौकी, तरोइ, खीरा आदि का उत्पादन लिया, जिससे उन्हें बहुत अधिक लाभ हुआ। उत्पादित फसल का विक्रय कर 6 लाख की आय की आमदनी हुई है। वर्तमान में 3 एकड़ मे सब्जी की फसल ली जा रही है। जिससे उन्हें प्रतिवर्ष 3-4 लाख रूपये शुद्ध वार्षिक आय प्राप्त हो रही है।
कोरबा जिला के ग्राम गुजरा के निवासी कृषक श्रीराम कुमार ग्राम कड में प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत् ड्रिप सिंचाई पद्धति के जरिये बैंगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर, कद्दू, एवं मूली सब्जी की खेती की एवं इससे उन्हें 2 लाख रूपये की शुद्ध आय हुई है। उल्लेखनीय है कि उद्यान विभाग के विभिन्न योजनाओं से कृषकों ने सामुदायिक फैसिंग, पैक हाउस, मल्चिंग, पल्वराईजर, स्प्रेयर एवं सब्जी मंे डी.बी.टी. के माध्यम से लाभ अर्जित किया है।
रायपुर । शौर्यपथ । छतीसगढ़ में तम्बाकू नियंत्रण की नीतियों और कार्यक्रमों के प्रभावी तरीके से लागू करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आज राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। राजधानी रायपुर के सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग, आबकारी विभाग, पुलिस विभाग, उच्च शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
राज्य तंबाकू नियंत्रण इकाई छत्तीसगढ़ एवं ब्लूमबर्ग परियोजना छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में तम्बाकू नियंत्रण से संबंधित नीतियों व कार्यक्रमों को भविष्य में और अधिक प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए कार्यशाला में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। कार्यशाला में तम्बाकू नियंत्रण से जुड़े अधिकारियों को कोटपा एक्ट 2003 एवं कोटपा छत्तीसगढ़ (संशोधन) एक्ट 2021 एवं ई सिगरेट प्रतिबंध एक्ट 2019 के प्रावधानों की जानकारी देकर अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन ने बताया कि तम्बाकू की लत छुड़ाने के लिए सभी जिला चिकित्सालयों में तम्बाकू नशा मुक्ति केंद्र संचालित हैं। बावजूद इसके प्रदेश में स्कूली बच्चे तम्बाकू और ई-सिगरेट के नशे की चपेट में आ चुके हैं। राज्य की कुल 39.10 प्रतिशत आबादी तम्बाकू का उपयोग करती है। इस पर प्रभावी तरीके से लगाम लगाने के लिए राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त किया जाना है। उन्होंने बताया कि तम्बाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान हेतु दिशा-निर्देशों को सभी शैक्षणिक संस्थानों में अनिवार्यतः लागू किया जाना है।
द यूनियन संस्था के वरिष्ठ तकनीकी सलाहकार डॉ. अमित यादव ने छत्तीसगढ़ में ब्लूमबर्ग पहल परियोजना कार्यान्वयन पर तम्बाकू विज्ञापन और सचित्र स्वास्थ्य चेतावनी के उल्लंघन पर कार्रवाई और इसमें आने वाली चुनौतियों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में द यूनियन एवं पहल फाउंडेशन के माध्यम से टोबेको मॉनिटर एप का संचालन किया जा रहा है। पहल फाउंडेशन के तकनीकी सलाहकार श्री आशीष सिंह ने टोबेको मॉनिटरिंग एप के बारे में तकनीकी जानकारी दी।
सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट श्री रणजीत सिंह एवं भारतीय स्वैच्छिक स्वास्थ्य संघ (टभ्।प्)के प्रोग्राम मैनेजर श्री बिनॉय मैथ्यू ने ई-सिगरेट प्रतिबंध एक्ट (पेका) 2019 और हुक्का बार प्रतिबंध (छत्तीसगढ़ संशोधन) कोटपा एक्ट- 2021 के क्रियान्वयन पर जानकारी दी। श्री सिंह ने बताया है कि ई-सिगरेट का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, इसके गंधहीन होने के कारण आसानी से पहचान में नहीं आता और इसके सबसे ज्यादा प्रभावित ग्रुप किशोर समूह होते है। लोगों को पता ही नहीं चलता की वो निकोटिन ले रहे है, इसे वर्तमान में 18 राज्यों ने प्रतिबंध लगाया है। कार्यशाला में एनटीसीपी राज्य कानूनी सलाहकार श्रीमती ख्याति जैन ने कोटपा के अन्तर्गत धूम्रपान मुक्त और तंबाकू मुक्त संस्थान कार्यान्वयन एवं चुनौतियों पर विस्तृत जानकारी दी।
*नाबार्ड प्रायोजित “गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका, कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव 2023” का भव्य शुभारंभ*
*प्रदर्शनी में 120 स्टॉल और शामिल हो रहे हैं विभिन्न राज्यों के 250 प्रतिभागी*
रायपुर । शौर्यपथ । कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज बीटीआई ग्राउंड, शंकर नगर रायपुर में चार दिवसीय “गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका, कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव 2023” का शुभारंभ किया। यह आयोजन नाबार्ड के छत्तीसगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा 27 मार्च से 30 मार्च तक किया जा रहा है।
प्रदर्शनी में नाबार्ड ने 120 स्टॉल प्रायोजित किया है जिनमें कि नाबार्ड समर्थित स्वयं सहायता समूहों, एफपीओ, गैर कृषि क्षेत्र के कारीगरों समेत 250 प्रतिभागी सम्मिलित हुए है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से 125 प्रतिभागी, साथ ही देश के अन्य 15 राज्यों-यथा महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिमी बंगाल, झारखंड, तमिलनाडु, राजस्थान, आंध्र प्रदेश व हरियाणा से करीब 125 प्रतिभागी प्रदर्शनी में भाग लेकर इसका लाभ उठायेंगे। इसके अलावा राज्य के 5 जिलों से 125 किसानों और कारीगरों को भी एक्स्पोसर विजिट पर आमंत्रित किया गया है।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्य में कृषि और ग्रामीण विकास में नाबार्ड के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन आदिवासी और सांस्कृतिक परम्परा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस मेले के आयोजन से ग्रामीण कुटीर उद्योगों तथा हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा एवं रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चन्द्राकर ने कहा कि नाबार्ड के इस राष्ट्रीय मेला में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अन्य राज्यों के ग्रामीण शिल्पकारों, बुनकरों, स्व-सहायता समूहों, किसानों द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी और बिक्री के लिए स्टॉल लगाए गए है। नाबार्ड द्वारा ऐसे शिल्पकारों एवं कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते है।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक डॉ. ज्ञानेन्द्र मणि ने नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए ‘गोंडवाना राष्ट्रीय आजीविका, कला एवं सांस्कृतिक महोत्सव 2023’ का महत्त्व बताया और आह्वान किया कि नाबार्ड ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका अदा कर रहा है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत नाबार्ड समर्थित स्वयं सहायता समूह, शिल्पकार, उत्पादक संगठनों, हथकरघा, हस्तशिल्पकारों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों के प्रदर्शन और बिक्री हेतु एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में स्टॉल के साथ ही ‘किड जोन’, ‘फूड कोर्ट’ भी हैं। मेले में हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
उद्घाटन समारोह में विधायक एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री रामकुमार यादव, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, रायपुर नगर निगम महापौर श्री एजाज़ ढ़ेबर, कुलपति डॉ. आरएस कुरील, नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ. सुरेंद्र बाबू, संयोजक एसएलबीसी, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक, श्री कर्नेल चंद, सहायक निदेशक और राज्य सरकार के अधिकारीगण शामिल हुए।
रायपुर । शौर्यपथ। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा के शपथ ग्रहण समारोह की आवश्यक तैयारियों के लिए अधिकारियों की बैठक सम्पन्न हुई। शपथ ग्रहण समारोह 29 मार्च 2023 को राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित होगा। इस संबंध में मुख्य सचिव ने अधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, गृह विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, कमिश्नर रायपुर श्री यशवंत कुमार और आईजी श्री अजय यादव, राज्यपाल के सचिव श्री अमृत खलखो और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री डी.डी.सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।
रायपुर। शौर्यपथ । मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने कहा है कि आगामी शिक्षण सत्र में शाला प्रवेश उत्सव के आयोजन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली जाए। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तक, गणवेश और सायकल वितरण के लिए भी सभी जरूरी तैयारी कर ली जाए। वे आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में समग्र शिक्षा की कार्यकारिणी समिति की बैठक में समग्र शिक्षा कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव श्री जैन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट वर्ष 2023-24 के प्रोजेक्ट एप्रुवल बोर्ड हेतु प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2022-23 में समग्र शिक्षा हेतु बजट पर घटकवार विस्तार से चर्चा की गई तथा इसका अनुमोदन किया गया। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को समग्र शिक्षा के अंकेक्षण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह, श्रम विभाग के सचिव श्री अमृत खलखो, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, ऊर्जा विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद और शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
दुर्ग। शौर्यपथ । नगर पालिक निगम आज सोमवार को स्वामी विवेकानंद सभागार, पद्मनाभपुर प्रधानमंत्री आवास योजना (श) के घटक मोर जमीन-मोर मकान के 100 से अधिक हितग्राहियों को नवीन आवास निर्माण प्रारंभ करने हेतु नक्शा वितरण मुख्य अतिथि अध्यक्ष छग राज्य वेयर हाउस कार्पोरेशन व विधायक अरुण वोरा के मौजूदगी में संपन्न हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर धीरज बाकलीवाल ने की।अपने उद्बोधन में श्री वोरा ने उपस्थित हितग्राहियों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि "गरीबो को पक्के घर का आसियाना उपलब्ध कराना, राज्य सरकार तथा निगम की अत्यंत महत्वपूर्ण योजना तथा लक्ष्य है।अध्यक्षता की आसंदी में धीरज बाकलीवाल ने समस्त पूर्णता प्रमाण पत्र प्राप्त 25 परिवारों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी एवं अनुरोध किया कि निर्धारित नियमानुसार अपने पक्के घरों का दायित्व निर्वहन करें। नगर पालिक निगम के आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने सभी उपस्थित हितग्राहियों को संबोधित करते हुए कहा कि शीघ्र से शीघ्र आवास निर्माण प्रारंभ करें। नियमानुसार समय में किश्त की राशि जारी की जावेगी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से एमआईसी सदस्य अनुप चंदानिया, पार्षद प्रकाश जोशी,एल्डरमेन श्रीमति रत्ना नारम देव, एसडी शर्मा नोडल अधिकारी, श्री व्ही.पी. मिश्रा सहायक नोडल अधिकारी, बी. एल. सी.गणमान्य नागरिक, समस्त कार्यरत एजेंसी एवं सूडा द्वारा पदस्थ विशेषज्ञ शामिल थे।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने विस्तार पूर्वक उपस्थित जनसमुदाय को बतलाया कि अभी 469 डीपीआर स्वीकृत हुआ है जिसका आज नक्शा वितरण किया गया तथा जनवरी 2023 में 318 नए लोगो का डीपीआर भी राज्य शासन को स्वीकृति हेतु प्रेषित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन आशुतोष ताम्रकार द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा तथा धन्यवाद ज्ञापन नोडल अधिकारी एस.डी.शर्मा द्वारा किया गया ।
दुर्ग । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के अंजोरा में आयोजित दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर की प्रतिमा अनावरण एवं दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पशुओं के लिए सस्ता चारा उपलब्ध कराने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किये गये तकनीकी प्रयासों की प्रशंसा की। विश्वविद्यालय ने पैरा आधारित संपूर्ण आहार पैलेट का विकास किया है। यह पशुओं के लिए सुपोषित व सस्ता चारा होगा, इसके माध्यम से चारे की कीमतों में 35 प्रतिशत तक कमी आयेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में सस्ते और पोषक चारे की कमी तथा यहां का गर्मी से भरा वातावरण जिसकी वजह से उच्च नस्ल के मवेशी यहां अनुकूलित नहीं हो पाते। इसी वजह से हमने नस्ल संवर्धन का काम आरंभ किया है। साथ ही पशुधन के विकास के लिए गोधन न्याय योजना की भी शुरूआत किया है, ताकि पशुपालन पुनः लाभ का सौदा साबित हो सके। सस्ते चारे के लिए विश्वविद्यालय पैलेट जैसे प्रयोग कर रहा है। हम रीपा के माध्यम से ग्रामीण उद्यमियों को बढ़ावा दे रहे हैं। हर रीपा में ऐसे यूनिट बनाए जाएंगे जिसमें पशुआहार बनाने की यूनिट भी हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी छत्तीसगढ़ में पशुधन को लेकर अपार संभावनाएं हैं। स्थानीय स्तर पर डेयरी उद्यम को बढ़ावा देने से हमारे यहां माँग और पूर्ति की स्थिति तेजी से बेहतर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसलिए ही हमारा फोकस गोबर खरीदी पर रहा ताकि जैविक खेती की जा सके, गोबर पेंट बनाया जा सके और पशुधन के माध्यम से आर्थिक समृद्धि आये।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वर्गीय दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा कि पशुपालन के क्षेत्र में उनका कार्य मील का पत्थर रहा। डेयरी को उन्होंने आजीविका के साधन के रूप में अपनाया। उच्च नस्ल के मवेशियों का पालन किया। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौर में उनके द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा के साथ मिलकर अंजोरा में एक बड़े कृषि मेले का आयोजन किया गया और यहां से ही कृषि और पशुपालन में नई वैज्ञानिक संभावनाओं के बारे में लोगों को जानकारी मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि यद्यपि हमारी कोसली प्रजाति की गायें दूध कम देती हैं लेकिन उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी होती है। इनकी लगातार नस्ल वृद्धि करने से राज्य में पशुधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम होगा।
इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति श्री एनपी दक्षिणकर ने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे नवाचारों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पशुआहार पैलेट्स बनाने के अलावा विश्वविद्यालय द्वारा बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर भी आरंभ किया गया है। इसके माध्यम से पशुपालक किसानों के लिए सस्ते दाम में चारा उपलब्ध होगा।
इस अवसर पर गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, दुर्ग विधायक श्री अरुण वोरा, भिलाई विधायक श्री देवेंद्र यादव, महापौर श्री धीरज बाकलीवाल, पूर्व विधायक श्री प्रदीप चौबे, पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री राजेंद्र साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शालिनी यादव, श्री लक्ष्मण चंद्राकर, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. आरके सोनवाने एवं निदेशकगण, अधिष्ठाता, प्राध्यापक, वैज्ञानिकगण एवं अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
राजनांदगांव । शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव जिले के विकासखंड मुख्यालय छुरिया के हाईस्कूल मैदान में कंवर महोत्सव 2023 एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा आयोजित किसान महासम्मेलन में 105 करोड़ 71 हजार रूपए की लागत के 19 कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। जिसमें 8 करोड़ 66 लाख 39 हजार रूपए की लागत के 6 कार्यों का लोकार्पण तथा 96 करोड़ 34 लाख 32 हजार रूपए की लागत के 13 कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजना अंतर्गत 165 हितग्राहियों को 2 करोड़ रूपए 56 लाख 40 हजार रूपए की सामग्री, वन अधिकार पट्टा, सामाजिक एवं अहाता निर्माण हेतु स्वीकृति आदेश तथा प्रशस्ति पत्र का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग राजनांदगांव अंतर्गत 29 लाख 93 हजार रूपए की लागत से राजनांदगांव फिश एक्वेरियम भवन सह गार्डन, लोक निर्माण विभाग राजनांदगांव अंतर्गत 1 करोड़ 80 लाख 27 हजार रूपए की लागत से मोहारा ऑक्सीजन पहुंच मार्ग का निर्माण लंबाई 1.70 किलोमीटर, 1 करोड़ 75 लाख 46 हजार रूपए के ग्राम पंचायत पनेका रमेश बघेल के घर से बाईपास तक सड़क डामरीकरण कार्य लम्बाई 1.60 किलोमीटर, 2 करोड़ 47 लाख 17 हजार रूपए के गोपालपुर से गिधवा मार्ग लम्बाई 2.10 किलोमीटर में नया डामरीकरण कार्य पुल-पुलिया सहित, 4 करोड़ 20 लाख 96 हजार रूपए के सड़क चिरचारी से जोब रोड का मजबूतीकरण एवं डामरीकरण का कार्य लंबाई 13 किलोमीटर, लोक निर्माण विभाग उप संभाग डोंगरगढ़ अंतर्गत 3 करोड़ 78 लाख 47 हजार रूपए की लागत से पुरैना से रूवातला पहुंच मार्ग लंबाई 3 किलोमीटर पुल-पुलिया सहित, 6 करोड़ 62 लाख 55 हजार रूपए के छिपा डोड़की पलान्दुर मार्ग का निर्माण लंबाई 5.20 किलोमीटर पुल-पुलिया सहित, 2 करोड़ 92 लाख 60 हजार रूपए के लाल बहादुर नगर से नारायणगढ़ पहुंच मार्ग लंबाई 2.90 किलोमीटर पुल-पुलिया सहित, 2 करोड़ 59 लाख 77 हजार रूपए के अलीवारा से टेकाहरदी मार्ग लंबाई 3 किलोमीटर पुल-पुलिया सहित, 1 करोड़ 21 लाख 16 हजार रूपए के शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला भवन (भू-तल) लालबहादुर नगर निर्माण कार्य, 1 करोड़ 23 लाख 34 हजार रूपए के लालबहादुर नगर बालक हायर सेकेण्डरी स्कूल में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम हायर सेकेण्डरी स्कूल के प्रथम तल मल्टीपर्पस हाल एवं अन्य रिनोवेशन निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। अति उच्च दाब निर्माण संभाग छŸाीसगढ़ स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड भिलाई अंतर्गत 26 करोड़ 65 लाख रूपए के प्रस्तावित 13233 केव्ही उपकेन्द्र महाराजपुर ग्राम भंडारपुर तहसील छुरिया, 35 करोड़ 22 लाख रूपए के प्रस्तावित 13233 केव्ही डीसीडीएस ठेलकाडीह (राजनांदगांव) महाराजपुर (भंडारपुर) पारेषण लाईन लंबाई 52 किलोमीटर, 2 करोड़ 27 लाख रूपए के 2 नग 132 केव्ही फीडर बे 220132 केव्ही उपकेन्द्र ठेलकाडीह में 132 केव्ही ठेलकाडीह (राजनांदगांव) महाराजपुर (भंडारपुर) पारेषण लाईन, नगर पंचायत छुरिया नगरीय प्रशासन एवं विकास अंतर्गत 3 करोड़ 28 लाख 64 हजार रूपए के अधोसंरचना मद अंतर्गत विभिन्न विकास कार्याे, विभिन्न वार्डों में रोड एवं नाली निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
इसी तरह लोक निर्माण विभाग उप संभाग डोंगरगांव अंतर्गत 1 करोड़ 21 लाख 16 हजार रूपए के डोंगरगढ़ विकासखंड के मुसरा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन एवं 75 लाख 23 हजार रूपए के डोंगरगढ़ विकासखंड के आलीवारा में शासकीय हाईस्कूल भवन, मेडिकल बोर्ड राजनांदगांव अंतर्गत 1 करोड़ 46 लाख रूपए के छुरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 2 नग 2 एफ आईप स्टाफ क्वांटर एवं 2 नग 2 जी टाईप स्टाफ क्वाटर, 2 करोड़ 8 लाख रूपए की लागत से घुमका के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 2 नग 2 एफ टाईप स्टाफ क्वाटर एवं 2 नग 2 जी टाईप स्टॉफ क्वाटर तथा पीएचसी सुरगी में 2 नग 2 जी टाईप स्टाफ क्वाटर और 75 लाख रूपए के लखोली में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, छŸाीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड डोंगरगढ़ अंतर्गत 2 करोड़ 41 लाख रूपए के 3311 केव्ही बम्हनी चारभाटा उपकेन्द्र का लोकार्पण किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मछली पालन विभाग अंतर्गत 6 हितग्राहियों को 48 हजार रूपए के आईस बाक्स व मछली जाल, श्रम विभाग अंतर्गत 58 हितग्राहियों को 18 लाख रूपए के मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना अंतर्गत चेक वितरण, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना निर्माण श्रमिक ई-रिक्शा सहायता योजना व मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना के चेक वितरण, महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत 3 हितग्राहियों को 4 लाख रूपए के छत्तीसगढ़ महिला कोष व सक्षम योजना के चेक, कृषि विभाग अंतर्गत 3 हितग्राहियों को 1 लाख 92 हजार रूपए के इलेक्ट्रिक पंप, डीजल पंप व मिनी राइस मिल तथा राजस्व विभाग अंतर्गत 73 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा वितरण किया। राजस्व विभाग अंतर्गत मुख्यमंत्री द्वारा भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान की गई घोषणा के तहत सामाजिक भवन एवं अहाता निर्माण हेतु 12 निर्माण कार्य के लिए 2 करोड़ 32 लाख रूपए के स्वीकृति आदेश एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोतियाबिंद मुक्त जिला घोषित होने पर निजी स्वास्थ्य संस्थानों को योगदान के लिए 11 नागरिकों को प्रशस्ति पत्र का वितरण किया।
रायपुर। शौर्यपथ । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजनांदगांव जिले के विकासखंड मुख्यालय छुरिया में पंचायत कैफे का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर फरा तथा मिलेट्स व्यंजन रागी के हलवा का स्वाद लिया। उन्होंने इस मौके पर बिहान महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे व्यंजनों की प्रशंसा की। समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री का कैफे के माध्यम से रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने के लिए आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन की पहल पर बिहान स्व-सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने परंपरागत छत्तीसगढ़ी एवं मिलेट्स व्यजंनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनपद पंचायत छुरिया के परिसर में पंचायत कैफे की शुरूआत की गई है। पंचायत कैफे के अवलोकन के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जिले में चलाए जा रहे पंचायत कैफे के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि छुरिया में पंचायत कैफे के संचालन के लिए 5 महिला स्व-सहायता समूह पदम तुलसी स्व-सहायता समूह बम्हनीचारभाठा, भवानी स्व-सहायता समूह, शिकारीमहाका, मां शक्ति स्व-सहायता समूह तेन्दूटोला, जय मां संतोषी स्व-सहायता समूह कुमर्राछुरिया, जय गुरूदेव स्व-सहायता समूह जंगलपुर को बैंकों के माध्यम से 2 लाख 50 हजार रूपए की वित्तीय सहायता राशि उपलब्ध करायी गई है।
छुरिया के पंचायत कैफे में छत्तीसगढ़ी परपंरागत व्यंजन चीला, फरा, ठेठरी, खुरमी, अनरसा, मिलेट व्यंजन, इडली, दोसा एवं अन्य फास्टफूड व्यंजन की बिक्री की जा रही है। गौरतलब है कि डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम अर्जुनी में पंचायत कैफे का संचालन किया जा रहा है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दलेश्वर साहू, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष श्री धनेश पाटिला भी उपस्थित थे।
रायपुर । शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ में खुशहाल किसानों का स्वर्गीय दाऊ वासुदेव चंद्राकर जी का सपना पूरा हो रहा है। छत्तीसगढ़ के अन्नदाता बहुत खुश हैं। 20 क्विंटल धान खरीदी के निर्णय से भी किसानों में गहरी खुशी हैं। दाऊ वासुदेव चंद्राकर जी की जयंती पर दुर्ग जिले के ग्राम अंडा में आयोजित चंद्रनाहु कुर्मी क्षत्रिय समाज के 53 वें वार्षिक अधिवेशन एवं दाऊ वासुदेव चंद्राकर जयंती समारोह में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने इस मौके पर ग्राम अंडा में समाज के सामुदायिक भवन के लिए एक करोड़ रुपए तथा स्वामी आत्मानंद स्कूल की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में दाऊ वासुदेव चंद्राकर की स्मृतियों को नमन करते हुए कहा कि दाऊ वासुदेव चंद्राकर किसान नेता थे। किसानों के हितों के मुद्दों के लिए वे हमेशा खड़े रहे। धान का समर्थन मूल्य में खरीदने का बड़ा निर्णय दाऊ वासुदेव चंद्राकर जी की वजह से संभव हो पाया। सहकारी समिति के माध्यम से धान खरीदी का निर्णय भी उनकी सोच थी। आज 2500 से अधिक धान खरीदी केंद्र छत्तीसगढ़ में संचालित है। हमने इस बार आनलाइन टोकन की व्यवस्था की। बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था थी। मिलिंग का रेट भी बढ़ा दिया गया है। सोसायटियों में मार्च महीने में ही धान का उठाव हो चुका है। न सूखत का झंझट है और न भीगने का। नई राइसमिल बड़ी संख्या में खुली हैं और इस साल भी नई राइसमिल खुलने जा रही है। लोगों ने बार-बार मांग की, प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदिये। इसका निर्णय लिया गया। 2017 में 12 लाख किसानों ने 60 लाख मीट्रिक टन धान बेचा था इस बार साढ़े 23 लाख किसानों ने 107 लाख मीट्रिक टन धान बेचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा अभी तक डेढ़ लाख करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ के आम आदमी के खाते में गये हैं। इसकी वजह से व्यवसाय भी फलफूल रहे हैं। सामाजिक क्षेत्र में लगातार भवन बनाने माँग उठती थी। हमने यह नियम बनाया कि पिछड़ी जाति, अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए सामाजिक भवन हेतु 10 प्रतिशत की राशि में जमीन दी जाएगी। जमीन उपलब्ध करा रहे हैं और भवन निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करा रहे है।
इस मौके पर गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू भी मौजूद रहे। उन्होंने चंद्राकर समाज के विभिन्न क्षेत्रों पर योगदान को सराहा। इस मौके पर संसदीय सचिव द्वय श्री विनोद सेवनलाल चंद्राकर, श्री कुंवर सिंह निषाद, पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, श्री लक्ष्मण चंद्राकर, अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैद्यनाथ चंद्राकर, श्री अश्विनी चंद्राकर, श्री प्रदीप चंद्राकर, श्री मुकेश चंद्राकर, श्री क्षितिज चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु एवं पदाधिकारी मौजूद थे।