
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
राजनांदगांव/शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक कार्यालय में पदस्थ सहायक प्रकाशन अधिकारी श्री धर्मेन्द्र शाह मंडावी को पब्लिसिटी ऑफिसर के पद पर पदोन्नति दी गई है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी रायपुर के मुख्य अभियंता (मानव संसाधन) कार्यालय द्वारा जारी आदेश के तहत श्री मंडावी को राजनांदगांव क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रशासनिक कार्यालय में पदस्थ किया गया है। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में श्री मंडावी के सेवाकाल की शुरूवात वर्ष 2015 से प्रारंभ हुआ। इस दौरान वे रायपुर क्षेत्र, मुख्यमंत्री सचिवालय, अंबिकापुर क्षेत्र में पदस्थ रहे। अविभाजित राजनांदगांव जिले के मोहला-मानपुर वनांचल क्षेत्र औंधी जैसे सुदुर अंचल से गरीबी और अपर्याप्त संसाधनों के बीच श्री मंडावी ने बीएससी (औद्यो0 मात्स्यिकी), पत्रकारिता में स्नातक एवं स्नातकोत्तर, फोटो एवं विडियोग्राफी में डिप्लोमा, एमबीए की शिक्षा हासिल की। विद्युत मंडल में प्रतियोगी परीक्षा एवं साक्षात्कार के माध्यम से सहायक प्रकाशन अधिकारी के पद पर वर्ष 2015 में सिलेक्ट हुए थे। इस अवसर पर राजनांदगांव क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक श्री शिरीष सेलट, अधीक्षण अभियंता राजनांदगांव वृत्त श्री शंकेश्वर कंवर, अधीक्षण अभियंता कवर्धा वृत्त श्री रंजीत घोष सहित सभी कार्यपालन अभियंताओं ने श्री मंडावी को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
देर रात आकस्मिक निरीक्षण कर रेत एवं गिट्टी से भरे 8 वाहन के जप्ती की कार्रवाई की गई
राजनांदगांव/शौर्यपथ /कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के निर्देशानुसार जिले में अवैध रेत परिवहन एवं उत्खनन पर राजस्व एवं खनिज विभाग द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई। देर रात आकस्मिक निरीक्षण कर रेत एवं गिट्टी से भरे 8 वाहन के जप्ती की कार्रवाई की गई। जिसमें से 5 वाहन में रेत एवं 3 में गिट्टी थी। जिले में रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर आगे भी निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी। भर्रेगांव से रेती से भरे 4 वाहन हाईवा सीजी-08 एएन-3492, सीजी 08 एएल- 3164, सीजी-08 एएम-4503, सीजी-07 सीआर-1931 की जप्ती की कार्रवाई की गई। इसी तरह सीजी-08 एवाई 9034 में रेत तथा सीजी-08 बीड़ी 8700, सीजी-08 एजी 6811, सीजी-08 बीएल 5015 में गिट्टी का अवैध परिवहन किया जा रहा था। एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा एवं खनिज अधिकारी श्री प्रवीण चंद्राकर की टीम ने यह कार्रवाई की। इसी तरह डोंगरगढ़ विकासखंड में भी अवैध रेत परिवहन करते हुए 2 हाईवा जप्त किया गया है। एसडीएम डोंगरगढ़ श्री मनोज मरकाम, एसडीएम डोंगरगांव श्रीकांत कोर्राम द्वारा भी अनुविभागों में रेत के अवैध परिवहन एवं उत्खनन पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
17 प्रतिशत नमक घोल से बीज उपचार एवं आगामी खरीफ सीजन की तैयारी हेतु कृषकों को दी गई जानकारी
किसानों को फसल चक्र परिवर्तन को अपनाने से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया
उन्नत कृषि तकनीक, आधुनिक कृषि उपकरणों, केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की दी गई जानकारी
राजनांदगांव /शौर्यपथ /विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम साकरा एवं ईरा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में किसानों को कृषि विभाग, पशुपालन विभाग एवं उद्यान विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी के वैज्ञानिकों द्वारा बीज उत्पादन, 17 प्रतिशत नमक घोल से बीज उपचार एवं आगामी खरीफ सीजन की तैयारी हेतु कृषकों को विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय, सरपंच, पंच, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक एवं कृषकगण उपस्थित थे।
शिविर में किसानों को जानकारी देते हुए बताया गया कि प्राकृतिक खेती में फसलों के पोषक तत्व की आपूर्ति हेतु जीवाणु खाद फसल अवशेष और प्रकृति में उपलब्ध खनिज जैसे रॉक फास्फेट का उपयोग किये जाते हैं। इनके खेत में उपयोग से मिट्टी में पोषक तत्वों की वृद्धि के साथ-साथ जैविक गतिविधियों का विस्तार होता है। प्राकृतिक खेती में बीजामृत, घनजीवामृत, जीवामृत, नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्नि अस्त्र, दशपर्णी अर्क का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही जैविक खेती में जैव उर्वरक अंतर्गत नील हरित काई, राइजोबियम कल्चर, एजोस्पाइरिलम, एजोटोबैक्टर, स्पूर घोलक जीवाणु (पीएसबी), कचरा अपघटक का उपयोग किया जाता है। किसानों को पोषक तत्वों से भरपूर लघु धान्य फसलों के बढ़ती मांग को देखते हुए रागी, कोदो, कुटकी की फसलों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया गया। किसानों को बताया गया कि आधुनिक जीवन शैली में बीमारियों मधुमेह, अल्सर, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमरियों को रोकने के लिए लघु धान्य फसल पौष्टिक एवं गुणकारी है। किसानों को धान के बदले अन्य फसल लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। फसल चक्र परिवर्तन को अपनाने से होने वाले फायदे के संबंध में बताया गया। फसल चक्र परिवर्तन से खरपतवारों का नियंत्रण आसानी से हो जाता है। वहीं कीटों का प्रकोप भी कम होता है।
विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत मृदा परीक्षण के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि किसानों को अपने खेतों का मृदा का परीक्षण अवश्य कराना चाहिए। इससे मृदा में पोषक तत्वों की कमी को देखते हुए आवश्यकता अनुसार उर्वरक का उपयोग करने से फसल उत्पादकता में वृद्धि होगी। किसानों को फसलों में पौध संरक्षण के संबंध में समुचित जानकारी देते हुए रसायनों का उचित प्रयोग करने के लिए बताया गया। उन्नत कृषि तकनीक, आधुनिक कृषि उपकरणों, केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही अभियान के दौरान खरीफ मौसम की प्रमुख फसलों की उन्नत एवं वैज्ञानिक तकनीक, बीज उपचार, धान की सीधी बुआई विधि, पशुपालन एवं उन्नत पशु नस्ल की जानकारी, आधुनिक कृषि यंत्र ट्रेक्टर, थ्रेसर, हार्वेस्टर, स्प्रेयर, राईस ट्रायर, स्ट्रा बेलर, लेजर लैंड लेवलर, ड्रोन से कीटनाशक छिड़काव, उद्यानिकी फसल, मत्स्य पालन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार फसल में संतुलित पोषक तत्वों का उपयोग एवं नवाचारों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मृदा स्वास्थ्य योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, सब्जी को सुरक्षित रखने के लिए पैक हाऊस के निर्माण हेतु अनुदान, संरक्षित खेती हेतु ग्रीन हाऊस स्ट्रक्चर के लिए 50 प्रतिशत की अनुदान राशि के बारे में जानकारी दी गई।
राजनांदगांव /शौर्यपथ / डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार के लिए जिले के पात्र कृषक 31 जुलाई 2025 तक उप संचालक कृषि एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय राजनांदगांव से आवेदन पत्र नि:शुल्क प्राप्त एवं निर्धारित प्रपत्र में पूर्ण रूप से भरे हुए आवेदन पत्र सफलता की कहानी के साथ प्रस्तुत कर सकते है। डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार के लिए चयनित कृषक को राज्य स्थापना दिवस 1 नवम्बर 2025 के अवसर पुरस्कृत किया जाएगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी वेबसाईट www.agriportal.cg.nic.in से प्राप्त की जा सकती है।
डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार के लिए केवल ऐसे कृषक ही सम्मिलित होने के लिए पात्र होंगे जो विगत दस वर्षों से कृषि का कार्य छत्तीसगढ़ क्षेत्र में कर रहे है। छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी हो, कुल वार्षिक आमदनी में से न्यूनतम 75 प्रतिशत आय कृषि से हो एवं तकाबी, सिंचाई शुल्क, सहकारी बैंकों का कालातीत ऋण नहीं हो। पुरस्कार के लिए फसल विविधीकरण एवं उत्पादकता वृद्धि हेतु नवीन कृषि तकनीकी अपनाने का स्तर, उन्नत कृषि तकनीकी के प्रचार-प्रसार एवं अन्य कृषकों द्वारा अपनाने के लिए प्रेरित करने हेतु प्रयास, विगत तीन वर्षों में विभिन्न फसलों की उत्पादकता का स्तर तथा कृषि एवं सहयोगी क्षेत्र में कृषक द्वारा किया गया उल्लेखनीय व नवोन्वेषी कार्य कृषक का चयन एवं मूल्यांकन का आधार होगा। कृषि क्षेत्र में सर्वोत्तम कार्य करने वाले किसान को पुरस्कार दिया जाएगा। ऐसे कृषक जो खेती में नव तकनीकी को अपनाते हो, जिसकी फसल सघनता अच्छी हो, समन्वित कृषि प्रणाली एवं फसल विविधीकरण अपनाता हो, कृषि के क्षेत्र में नवान्वेषी कार्य करता हो, भूमि एवं जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो सहित अन्य कृषि संबंधित उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर दिया जाएगा। पुरस्कार हेतु कृषकों से प्राप्त आवेदन पत्र में उल्लेखित गुण-दोष के आधार पर तथ्यों का सत्यापन विकासखंड स्तरीय डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार छानबीन समिति द्वारा किया जाएगा। कृषकों का चयन जिला स्तरीय छानबीन समिति एवं राज्य स्तरीय जूरी सदस्यों द्वारा किया जाएगा एवं उनके द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा।
- त्रिनेत्र योजना देश की पहली बेहतरीन एवं अद्भुत योजना
- कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने नागरिकों से त्रिनेत्र योजना में सहयोग करने के लिए किया आह्वान
- शहर में चोरी, अपराध सहित अन्य अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहल
- प्रथम चरण में एक जुलाई तक त्रिनेत्र योजना अंतर्गत सीसीटीवी कैमरा एवं सर्वर जोड़कर प्रारंभ किया जाएगा
राजनांदगांव/शौर्यपथ / कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग ने आज जिला कार्यालय के कलेक्टर कक्ष में त्रिनेत्र योजना के संबंध में संयुक्त बैठक ली। शहर की सुरक्षा के दृष्टिगत जिले में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा जनसहभागिता से जनप्रतिनिधि, चेम्बर ऑफ कामर्स, समाज प्रमुख, संगठन, व्यापारी संघ, समाज सेवी, गणमान्य नागरिकों द्वारा प्रोजेक्ट त्रिनेत्र अंतर्गत सीसीटीवी कैमरा लगाने की अनोखी पहल की गई है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे एवं पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने सभी राईस मिलर्स, स्कूल-कालेज, उद्योगपति, हॉस्पिटल, बिल्डिर्स, होटल, बैंकर्स एवं नागरिकों से त्रिनेत्र योजना में सहयोग देने के लिए आह्वान किया है। कलेक्टर ने कहा कि एक जुलाई तक प्रथम चरण में त्रिनेत्र योजना अंतर्गत सीसीटीवी कैमरा एवं सर्वर जोड़कर प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसमें सहयोग करने वाली संस्थाएं सामग्री की गुणवत्ता की जानकारी कंट्रोल रूम आकर देख सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि त्रिनेत्र योजना देश की पहली बेहतरीन योजना है, जिससे शहर में चोरी, अपराध सहित अन्य अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा लगाने की पहल की गई है। इस योजना अंतर्गत नागरिकों ने लगभग सवा करोड़ रूपए का सहयोग दिया है। जिससे शहर में अभी तक लगभग 70 हजार मीटर आरमंड आप्टिक ऑफ्टिक फाईबर एवं पोल लगाकर बिछा दिया गया है। प्रथम चरण में सेफ्टी बाक्स एवं कैमरा लगाने का कार्य शुरू हो चुका है। त्रिनेत्र योजना अपराधियों पर शिकंजा कसने एवं असमाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखने के लिए कारगर कदम है। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा, नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा, पुलिस सायबर टीम से अभिषेक साहू, द्वारिका प्रसाद, कोषाध्यक्ष त्रिनेत्र अशोक मोदी, टेक्निशियन श्री सृष्टिपाल सिंह भाटिया एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
- कलेक्टर ने राजस्व शिविर में आमजनों की सुनी समस्याएं, प्रकरणों का संवेदनशीलतापूर्वक निराकरण करने के दिए निर्देश
- शिविर में 15 किसानों को किसान किताब का किया गया वितरण
- त्रुटि सुधार के 25 मामलों का हुआ त्वरित निराकरण
राजनांदगांव/शौर्यपथ /जनसामान्य की समस्याओं का निराकरण करने तथा उन्हें तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी तहसील कार्यालय में राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिससे नागरिकों को राजस्व से संबंधित समस्याओं के लिए परेशान न पड़े और उनके कार्य तत्काल सुगमतापूर्वक शीघ्र पूरा हो सके। इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने डोंगरगांव तहसील कार्यालय में आयोजित राजस्व शिविर का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने नागरिकों की समस्याओं को सुनकर राजस्व अधिकारियों को प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनमानस के राजस्व संबंधी समस्याओं का समाधान संवेदनशीलतापूर्वक एवं तत्परता से करें।
राजस्व शिविर में कुल 329 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें से नामांतरण के 47, बटवारा के 26, सीमांकन के 21, बटांकन के 45, त्रुटि सुधार के 48, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्र के 54, अतिक्रमण के 14, पट्टा के 12, किसान किताब के 29, अन्य 33 आवेदन प्राप्त हुए। जिसमें से मौके पर ही 75 आवेदन पर त्वरित कार्रवाई कर निराकृत किया गया। शिविर में 15 किसानों को नि:शुल्क किसान किताब वितरित किया गया। शिविर में राजस्व अमला एक ही स्थान पर उपलब्ध होने पर जनसामान्य के राजस्व संबंधी प्रकरणों का त्वरित निराकरण हुआ एवं मामले को समझाना भी आसान हो गया। शिविर में नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंजू त्रिपाठी, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रंजिता, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्री मनीष साहू, श्री राम कुमार गुप्ता, एसडीएम डोंगरगांव श्री श्रीकांत कोर्राम सहित जनपद सदस्य, पार्षद, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी उपस्थित थे।
- सोलर प्लांट लगाने के लिए 30 हजार से 78 हजार रूपए तक का अनुदान
- योजना से लाभान्वित होने ऑनलाईन कर सकते हैं आवेदन
राजनांदगांव /शौर्यपथ /प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से अपने घर के छत पर ही 300 यूनिट प्रतिमाह मुफ्त बिजली उत्पादन किया जा सकता हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं को सस्ते ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध किया जा रहा है। इसके साथ ही अधिकतम 78 हजार रूपए का अनुदान भी किया जाता है। हमारे सौर मंडल में ऊर्जा का सबसे बड़ा स्त्रोत सूर्य है। सौर ऊर्जा को ग्रीन एनर्जी भी कहते हैं, क्योंकि इससे बिजली उत्पादन में प्रदूषण नहीं होता। यदि लोगों के घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जाए तो यह बिजली आम जनता को नि:शुल्क मिलेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना शुरू की है। जिसके तहत मार्च 2027 तक देश के एक करोड़ घरों में रूफ टॉप सोलर प्लांट लगवाने का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ में 5 लाख रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य रखा है। एक से तीन किलोवॉट तक का सोलर प्लांट लगाने के लिए 30 हजार से 78 हजार रूपए तक का अनुदान दे रही है। तकनीकी रूप से तीन किलोवॉट के सोलर प्लांट में हर माह औसतन 300 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। छत पर उत्पादित पूरी बिजली, यदि आपके घर में उसी माह उपयोग नहीं होती तो वह सीएसपीडीसीएल के ग्रिड में संरक्षित कर आगामी माह के उपयोग हेतु उपलब्ध रहेगी। जिसका फायदा लाभार्थी घरेलू उपभोक्ता को निरंतर प्राप्त होता रहेगा। उपभोक्ता पीएम सूर्यघर योजना के पोर्टल या मोबाइल ऐप में जाकर पंजीयन कराएं और इस योजना के सभी लाभ ले सकते हैं। यह योजना बिजली बिल हाफ नहीं बल्कि बिजली बिल समाप्त कर देगी। यानी आपको 3 किलोवॉट के सोलर प्लांट पर 300 यूनिट बिजली हर माह मुफ्त मिलेगी। आप खुद बिजली के उत्पादक भी हैं और उपभोक्ता भी।
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत लाभार्थियों को 78 हजार रूपए तक अनुदान सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाएगा। इस योजना से बिजली बिल कम और नवीन रोजगार सृजन होगा तथा अक्षय ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। योजनांतर्गत औसत मासिक विद्युत खपत 0-105 यूनिट के लिए 1-2 किलो वॉट के रूफटॉप सोलर प्लांट क्षमता हेतु 30 हजार रूपए से 60 हजार रूपए तक का अनुदान दिया जाएगा। औसत मासिक विद्युत खपत 150-300 यूनिट के लिए 2-3 किलो वॉट के रूफटॉप सोलर प्लांट क्षमता हेतु 60 हजार रूपए से 78 हजार रूपए तक का अनुदान। औसत मासिक विद्युत खपत 300 से अधिक यूनिट के लिए 3 किलो वॉट से अधिक रूफटॉप सोलर प्लांट क्षमता हेतु 78 हजार रूपए तक का अनुदान। ग्रुप हाऊसिंग सोयायटी एवं निवासी कल्याण संघ के लिए 18 हजार रूपए प्रति किलोवाट अनुदान का प्रावधान है।
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से लाभान्वित होने आवेदन करने की प्रक्रिया -
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया 5 स्टेप में की जा सकती है। पहले स्टेप में सबसे पहले पोर्टल 222.श्चद्वह्यह्वह्म्4ड्डद्दद्धड्डह्म्.द्दश1.द्बठ्ठ पर रजिस्टर व पंजीयन कराना होगा। अपने राज्य का चुनाव कर इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी, इलेक्ट्रिसिटी कन्ज्यूमर नंबर का चुनाव करना होगा। अपना मोबाईल नंबर और मेल आईडी प्रविष्ट करना होगा। स्टेप-2 में कन्ज्यूमर नंबर और मोबाईल नंबर से लाग-इन कर रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन कर सकते हैं। स्टेप-3 में अब अपू्रवल के लिए इंतजार करना होगा एवं विद्युत विभाग में पंजीकृत वेंडर से ही सौर संयंत्र लगवायें। स्टेप-4 में एक बार इंस्टालेशन पूरा हो जाने पर प्लांट का विवरण जमा करना होगा और नेट मीटर के लिए ओवदन करना होगा। स्टेप 5 में नेट मीटर की स्थापना और डिस्कॉम द्वारा निरीक्षण के बाद पोर्टल से प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। स्टेप-6 में कमिशनिंग रिपोर्ट प्राप्त कर, अपना बैंक खाता विवरण तथा निरस्त चेक पोर्टल के माध्यम से जमा करना होगा। इसके बाद तीन दिनों के भीतर आपको सब्सिडी प्राप्त हो जायेगी।
- विधानसभा अध्यक्ष सुशासन तिहार के अंतिम दिन आयोजित ग्राम सिंघोला के समाधान शिविर में हुए शामिल
- सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों के आधार पर विकास कार्यों के लिए बनेंगी योजनाएं
- विधानसभा अध्यक्ष ने ग्राम सिंघोला में अतिरिक्त टंकी निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की
- ग्रामवासियों के आग्रह पर 8 लाख रूपए की लागत से दो सीसी रोड निर्माण की घोषणा की
- समस्या के समाधान के लिए किए गए प्रभावी कार्य
- सुशासन तिहार में जनमानस के सुख-दुख की मिली जानकारी
- शासन की विभिन्न योजनाओं से हर वर्ग हो रहे लाभान्वित
- शिविर में वन विभाग में वन रक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र किया गया प्रदान
राजनांदगांव /शौर्यपथ /विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह आज जनपद पंचायत राजनांदगांव के ग्राम सिंघोला में सुशासन तिहार के अंतिम दिन आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष ने ग्राम सिंघोला में अतिरिक्त टंकी निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की तथा ग्रामवासियों के आग्रह पर 8 लाख रूपए की लागत से दो सीसी रोड निर्माण की घोषणा की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज सुशासन तिहार का अंतिम दिन है। प्रथम चरण में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ एवं ग्राम पंचायतों के अधिकारियों ने आवेदन प्राप्त करने का कार्य किया एवं इसके निराकरण के लिए सभी ने बहुत उत्साह से कार्य किया। उन्होंने कहा कि ग्राम सिंघोला कलस्टर अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सिंघोला, मुडपार म, कोटराभाठा, महराजपुर, धामनसरा, भोथीपारखुर्द, रानीतराई, उसरीबोड, भवंरमरा, ढोडिया, सुरगी, कुम्हालोरी के ग्रामीणों से प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सुशासन तिहार में एक माह से निरंतर हेलीकाप्टर से दौरा कर रहे है और समाधान शिविरों में शामिल होकर आम जनता के सुख-दुख की जानकारी ले रहे है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं सरकार ने विगत डेढ़ वर्षों में बहुत अच्छा कार्य किया है। देश में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय पहले मुख्यमंत्री है, जहां कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है। ऐसी योजना किसी अन्य राज्य में नहीं है। महतारी वंदन योजना के तहत माताओं को 1000 रूपए की राशि प्रतिमाह दी जा रही है। वहीं शासन की विभिन्न योजनाओं से हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। गांव-गांव के विकास, सड़क-पुलिया, सीमेंट कांक्रीट रोड, मंगल भवन, पंचायत भवन के कार्य चल रहे है। शासन की योजनाओं को गति प्रदान करने के लिए सुझाव लिए जा रहे हंै। सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों के आधार पर विकास कार्यों के लिए योजनाएं बनेगी। भीषण गर्मी में भी कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और सभी अधिकारी शिविर में जनमानस की समस्याओं के समाधान के लिए कार्य कर रहे है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 70 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। ग्राम सिंघोला में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 1700 आवेदन प्राप्त हुए है, 924 आवेदन आवास प्लस 2.0 की सूची में शामिल होंगे तथा 98 प्रकरणों का तत्काल निराकरण किया गया। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की स्वीकृति से सभी हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिल जायेगें। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन, सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत पेंशन, राशन कार्ड सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए प्रभावी कार्य किए गए है। उन्होंने ग्रामीणों से प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे आपके घरों की छत पर बिजली बनाने की योजना से लाभ मिलेगा। बिजली का बिल शत-प्रतिशत कम हो जाएगा। एक से तीन किलोवॉट तक सोलर प्लांट लगाने के लिए केन्द्र सरकार ने 30 हजार से 78 हजार रूपए तक अनुदान मिलेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने शिविर में प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना से लाभान्वितों को पूर्णता प्रमाण पत्र और स्वीकृति प्रमाण पत्र प्रदान किया। इसके साथ ही आयुष्मान वय वंदन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, लखपति दीदीयों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। उन्होंने वन विभाग में वन रक्षक भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
जिला पचंायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव ने कहा कि आज सुशासन तिहार अंतर्गत समाधान शिविर का अंतिम दिन है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप हर व्यक्ति की समस्या के समाधान के लिए कार्य किया गया। शासन-प्रशासन आम जनता के द्वार तक पहुंची। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर ग्राम को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए कार्य करेंगे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने बताया कि ग्राम सिंघोला कलस्टर के ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण के तहत 1240 आवास स्वीकृत किए गए है। जिनमें से 961 आवास पूर्ण कर लिया गया है। 168 नवीन जॉब कार्ड, 189 नवीन शौचालय, 21 पेंशन, 80 राशन कार्ड तथा ग्राम पंचायतों में 24691 आयुष्मान कार्ड बनाया गया है।
समाधान शिविर में विभागीय अधिकारियों ने आवेदनों के निराकरणों का वाचन किया। महिला बाल विकास विभाग द्वारा गर्भवती माताओं की गोदभराई एवं नन्हे बच्चों का अन्नप्रासन कराया गया। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई तथा पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री नीलू शर्मा, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष श्री योगेश दत्त मिश्रा, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के अध्यक्ष श्री सचिन बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती किरण साहू, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती देवकुमारी साहू, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती खुशबू साहू, श्री खूबचंद पारख, श्री रामजी भारती, श्री राजेन्द्र गोलछा, श्री सौरभ कोठारी, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, वनमंडलाधिकारी श्री आयुष जैन, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, अपर कलेक्टर श्री प्रेम प्रकाश शर्मा, एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा सहित सिंघोला कलस्टर में शामिल ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच, बड़ी संख्या में अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की है जरूरत
रायपुर/शौर्यपथ / राजनांदगांव जिले के ग्रामीण अंचल के शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण शैक्षणिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं, जिससे परीक्षा परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, घोटिया (विकासखंड डोंगरगढ़) में कक्षा 10वीं एवं 12वीं के लिए कुल 103 विद्यार्थियों की दर्ज संख्या है, परंतु स्वीकृत 11 पदों के विरुद्ध मात्र 03 व्याख्याता कार्यरत हैं एवं 08 पद रिक्त हैं। शिक्षकों की इस गंभीर कमी के कारण वर्ष 2024-25 में कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 27.27 प्रतिशत तथा कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 66.66 प्रतिशत रहा, जो कि चिंताजनक है।
दूसरी ओर, शहरी क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक संख्या में शिक्षक पदस्थ हैं। ठाकुर प्यारेलाल शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय, राजनांदगांव में 84 विद्यार्थियों की तुलना में 10 शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि दर्ज संख्या के अनुसार केवल 04 शिक्षकों की आवश्यकता है। यह स्थिति शिक्षकों के असंतुलित पदस्थापना के कारण है। जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने तथा सीमित संसाधनों के समुचित उपयोग की दिशा में शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जाना नितांत आवश्यक है। इससे सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या के अनुरूप विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी तथा शैक्षणिक गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार आएगा।
- उत्साह एवं ऊर्जा के साथ मीडिया प्रतिनिधि, बच्चे एवं युवा बड़ी संख्या में हुए शामिल
राजनांदगांव/शौर्यपथ भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा खेलो इंडिया फिट इंडिया अंतर्गत स्वास्थ्य एवं फिटनेस के प्रति जागरूकता लाने के लिए आज अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम गौरव पथ राजनांदगांव में सुबह मीडिया प्रतिनिधियों के लिए फिट इंडिया संडे सायकिलिंग रैली कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मीडिया प्रतिनिधि एवं साई हॉस्टल के बच्चे उपस्थित रहे। इस अवसर पर संयुक्त संचालक जनसंपर्क डॉ. उषा किरण बड़ाईक ने सायकल रैली को झण्डी दिखाकर रवाना किया। उत्साह एवं ऊर्जा के साथ मीडिया प्रतिनिधियों के साथ बच्चों एवं युवाओं ने भी सायकल रैली में भाग लिया। खुशी जाहिर करते हुए सभी ने सेल्फी जोन में सेल्फी ली।
संयुक्त संचालक जनसंपर्क डॉ. उषा किरण बड़ाईक ने कहा कि मीडिया प्रतिनिधि कठिन परिश्रम करते है और उनकी दिनचर्या थोड़ी अव्यवस्थित होती है। ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान रखना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होता है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देना बहुत जरूरी है। इस सायकल रैली के माध्यम से मीडिया के प्रतिनिधियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया गया है, ताकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए फिजिकल एक्टीविटी को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। साई हॉस्टल के प्रभारी एवं बास्केटबाल कोच श्री पंकज पाण्डेय ने कहा कि मीडिया प्रतिनिधियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रयास किया गया, ताकि जो समय नहीं निकाल पा रहे है, वे रविवार को समय निकालकर फिटनेस के लिए कार्य करें। उन्होंने बताया कि हर रविवार को डॉक्टर, नर्स, पुलिस, बार काउंसलिंग के साथ सायकल रैली का आयोजन किया गया है। कार्य के बावजूद अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए समय निकालकर प्रतिदिन सायकल चलाने एवं अन्य गतिविधियों को अपनाना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार श्री संदीप साहू ने कहा कि सायकल रैली के माध्यम से पत्रकर साथियों को इस आयोजन से जोड़ा गया है। सुबह उठ कर सायकल या कोई भी एक फिजिकल एक्टिीविटी जरूर अपनाएं, जिससे आप स्वस्थ महसूस करेंगे। उन्होंने इस योजना के लिए साई तथा जनसंपर्क विभाग को बधाई दी। मीडिया प्रतिनिधि श्री परमानंद रजक ने कहा कि सायकल चलाने पर स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। बीमारियों को दूर करने के लिए सायकल एक अच्छी गतिविधि है। मीडिया प्रतिनिधि श्री प्रमोद शेण्डे ने बताया कि वे हाकी खिलाड़ी और बास्केटबाल के लिए राष्ट्रीय स्तर के लिए खिलाड़ी रहे है। उन्होंने कहा कि खेल हमारी जीवन शैली को दर्शाता है और यह गतिविधियांं समाज को आपस में जोड़ती है। स्वास्थ रहने के लिए यह जरूरी है। मीडिया प्रतिनिधि श्री किशोर सिल्लेदार ने कहा कि सायकल रैली के आयोजन से प्रेरणा मिल रही है। सुबह उठकर सायकल चलाने से हम दिनभर स्वस्थ महसूस करेंगे। मीडिया प्रतिनिधि श्री नीरा साहू ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से सायकल चलाना छूट गया था, लेकिन इस सायकल रैली में शामिल होने से प्रेरणा और ऊर्जा मिल रही है और इससे स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मीडिया प्रतिनिधि अंकालु साहू ने कहा कि यह एक अच्छी पहल है, जिसके माध्यम से मीडिया, बच्चों एवं नागरिकों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आएगी। इस अवसर पर सौरभ ताम्रकार, जनसंपर्क विभाग से सहायक सूचना अधिकारी प्रवीण रंगारी, जिला समन्वयक सूर्यकांत चंद्राकर, विनय साहू, खेलो इंडिया के कोच सकील अहमद एवं बड़ी संख्या में अन्य मीडिया प्रतिनिधि, बच्चे एवं युवा उपस्थित रहे। मंच संचालन प्रदीप शर्मा ने किया।
- नालंदा परिसर 24 घंटे रहेगा खुला
- विधानसभा अध्यक्ष ने नगर पालिक निगम राजनांदगांव अंतर्गत लगभग 25 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का किया भूमिपूजन एवं लोकार्पण
राजनांदगांव/शौर्यपथ / विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने राजनांदगांव प्रवास के दौरान आज ऊर्जा पार्क में नगर विकास के अंतर्गत लगभग 25 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज लगभग 30 लाख रूपए लागत के पुष्पवाटिका में निर्मित फिश एक्वेरियम का लोकार्पण किया। इसके साथ लगभग 12 करोड़ रूपए लागत के नालंदा परिसर तथा लगभग 12 करोड़ रूपए की लागत से मूलभूत सुविधा के तहत रोड, नाली, सामुदायिक भवन, मंच, उद्यान, प्रवेश द्वार, शेड निर्माण सहित विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि विकास के नये आयाम और नई दरवाजे खुल रहे हैं। नई पीढ़ी के निर्माण के लिए नालंदा परिसर बड़ा कारगर सेंटर बनेंगा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नालंदा परिसर जब किसी शहर में आ जाए तो हजारों युवकों में परिवर्तन लाता है। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव के विकास के बड़े कार्यों में मेडिकल कॉलेज, स्टेडियम के साथ अब नालंदा परिसर जुड़ जाएगा। नालंदा परिसर बनने से युवा पीढ़ी के निर्माण का कार्य होगा। नालंदा परिसर 24 घंटे खुला रहेगा। यहां हजारों बच्चे रजिस्ट्रेशन कराएंगे। इस नालंदा परिसर से हजारों बच्चे सीजीपीएससी, यूपीएससी, पुलिस, शिक्षक, आईआरएस जैसी विभिन्न भर्ती एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। इस नालंदा परिसर में इंटरनेट से कनेक्ट 50 कम्प्यूटर और लैपटॉप रहेंगे और दुनिया की सारी जानकारी यहां से ले सकेंगे। यह रायपुर के नालंदा परिसर जैसे होगा। वहां के हजारों बच्चे अलग-अलग परीक्षाओं में पास हो चुके है। आने वाली पीढिय़ों के लिए नालंदा परिसर बहुत महत्वपूर्ण सौगात होगी।
सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि नालंदा परिसर राजनांदगांव के लिए ऐतिहासिक होगा। उन्होंने कहा कि नालंदा परिसर छत्तीसगढ़ के कुछ ही जगहों पर है। उन्होंने कहा कि 500 बच्चे एक साथ बैठकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। महापौर श्री मधुसूदन यादव ने कहा कि दंतेवाड़ा और रायपुर के तर्ज पर छात्र-छात्राओं को नालंदा परिसर की सौगात मिलेगी। यह परिसर 24 घंटे चलने वाला परिसर होगा। इसमें 500 बच्चे अध्ययन कर सकेंगे। सीजीपीएससी, यूपीएससी, व्यापम और बहुत सारे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने स्वागत उद्बोधन देते हुए बताया कि लगभग 25 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया। उन्होंने बताया कि शहर में लगभग 12 करोड़ रूपए की लागत से नालंदा परिसर बनेगा। इसमें 500 बच्चे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयार कर सकेंगे। यह 24 घंटे संचालित होगी। यहां 2 लेक्चर हॉल का निर्माण किया जाएगा। 10 हजार किताबों की लायब्रेरी होगी। 50 सीटर इंटरनेट सहित कम्प्यूटर होंगे जिससे बच्चें ऑनलाईन पढ़ाई कर सकेंगे। यह भवन पूर्ण रूप से वातानुकुलित होगी। उन्होंने बताया कि पुष्पवाटिका में निर्मित फिश एक्वेरियम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सचिन बघेल, अध्यक्ष पर्यटन मंडल नीलू शर्मा, कोमल सिंह राजपूत, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, खूबचंद पारख, रमेश पटेल, दिनेश गांधी, राजेन्द्र गोलछा, संतोष अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में पार्षदगण, जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी एवं नगरवासी उपस्थित थे।
- शासन स्तर से स्वीकृति उपरांत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कार्य निर्माणाधीन एवं प्रगतिरत
- कलेक्टर ने जिले की स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूती प्रदान करने के लिए निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के दिए निर्देश
- छुरिया विकासखंड में 2 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से नवीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माणाधीन
- 16 करोड़ 63 लाख रूपए की लागत से मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल निर्माण कार्य अंतिम चरण में
- मेडिकल कॉलेज में 2 करोड़ 79 लाख रूपए की लागत से ट्रामा सेंटर किया जा रहा निर्माण
- जिला चिकित्सालय में 3 करोड़ 56 लाख रूपए की लागत से किया जा रहा उन्नयन एवं मरम्मत कार्य
राजनांदगांव/शौर्यपथ /जिले में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे है। शासन स्तर से स्वीकृति उपरांत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के कार्य निर्माणाधीन एवं प्रगतिरत हैं। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने जिले के स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूती प्रदान करने के लिए निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए है। जिले के छुरिया विकासखंड में 2 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से नवीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माणाधीन है। जिससे दूरस्थ एवं ग्रामीण अंचल के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इसी प्रकार मेडिकल कॉलेज अस्पताल राजनांदगांव में लगभग 2 करोड़ 94 लाख 55 हजार रूपए की लागत से फिजियोथेरेपी वार्ड का निर्माण किया जा रहा है। जिले में पूर्व में किसी भी प्रकार का क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल नहीं था। जिसकी मांग एवं आवश्यकता को देखते हुए 16 करोड़ 63 लाख रूपए की लागत से मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसी प्रकार विकासखंड डोंगरगढ़ एवं घुमका में 50-50 लाख रूपए की लागत से ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट निर्माण भी अंतिम चरण में है। बरसात के दिनों में जिला अस्पताल बसंतपुर में जल भराव की स्थिति बनती थी, उसे देखते हुए जिला चिकित्सालय में 3 करोड़ 56 लाख रूपए की लागत से कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगढ़ में विभिन्न प्रकार के 1 करोड़ रूपए का कार्य तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोतीपुर के नवीन भवन हेतु 75 लाख की लागत से निर्माण कार्य जल्द प्रारम्भ किया जा रहा है। साथ ही साथ मेडिकल कॉलेज में 2 करोड़ 79 लाख रूपए की लागत से ट्रामा सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन तथा उप स्वास्थ्य केंद्र भवन, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, बायो मेडिकल वेस्ट निपटान हेतु कार्य भी निर्माणाधीन है। जिले में स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं में नवीन व बड़े कार्यों की स्वीकृति प्राप्त होने से आमजन को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होगी। साथ ही इन स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर तकनीकी के उपकरण, मेडिकल उपकरण, लैब की व्यवस्था, मानव संसाधन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। वर्तमान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कुल 37 पद में 184 पद संख्या की भर्ती की जा रही है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नेतराम नवरतन ने बताया की स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमलों द्वारा घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड सर्वे कर नवीन आयुष्मान कार्ड एवं आयुष्मान वय वंदन कार्ड बनाए जाने की कार्य में प्रगति लाई जा रही है। जिले में 94 प्रतिशत राशनकार्ड धारक हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड बन गए हैं। जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य स्तर से जारी विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में प्राप्त उपलब्धियों के आधार पर जारी स्वास्थ्य सूचकांकों के रैंक में चौथे पायदान पर है। इसी प्रकार जिले को मितानिनों के मोबाइल एकेडमी कार्यक्रम में द्वितीय स्थान तथा 100 दिवसीय निश्चय निरामय कार्यक्रम में राज्य में नवीन पहल की श्रेणी में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया है। स्वास्थ्य केन्द्रों की राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक सर्टिफिकेट 9 स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा प्राप्त किए गए हैं एवं शेष स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्टिफिकेशन प्राप्त करने हेतु आवश्यक तैयारी सुनिश्चित की जा रही है।
राजनांदगांव में 9 करोड़ की लागत से बना है नया भवन
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजनांदगांव जिले के चिखली में 9 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित शासकीय क्षेत्रीय मुद्रणालय के नवीन भवन का लोकार्पण किया। यहां शासकीय विभागों के महत्वपूर्ण दस्तावेजों का प्रकाशन होता है। मुख्यमंत्री ने शासकीय मुद्रणालय के नवनिर्मित भवन और वहां की प्रकाशन तथा अन्य व्यवस्था का भी अवलोकन किया।
राजनांदगांव स्थित शासकीय क्षेत्रीय मुद्रणालय भवन छत्तीसगढ़ में एक मात्र शासकीय मुद्रणालय है जहां महत्वपूर्ण शासकीय दस्तावेजों का प्रकाशन किया जाता है। मुद्रणालय का पुराना भवन अत्याधिक पुराना होने के कारण नये भवन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
शासकीय मुद्रणालय के नवीन भवन में पेपर गोडाउन, प्रिटिंग मटेरियल स्टोर, बाइडिंग एवं पेपर स्टोर, मेकेनिकल स्टोर, काम्पोजिंग एवं रीडिंग रूम, टाइप स्टोर, कैमरा रूम, असिस्टेंट सुपरिटेंडेन्ट कक्ष, डायरेक्टर रूम, कॉन्फ्रेंस रूम एवं अन्य आवश्यक व्यस्थाएं रखी गई है। यहां 4 बड़े हाल एवं 12 कमरे हैं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा, सांसद संतोष पांडेय, महापौर मधुसूदन यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं शासकीय मुद्रणालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव /शौर्यपथ /सुशासन तिहार अंतर्गत जनपद पंचायत डोंगरगांव के ग्राम पंचायत खुर्सीपार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 11 ग्राम पंचायत - बडग़ांव चारभाठा, खुज्जी, बडभूम, दर्री, रातापायली, खुर्सीपार, किरगी, नांदिया, भटगुना, परना एवं रूदगांव के ग्रामीणों से प्राप्त मांगों एवं शिकायतों से संबंधित आवेदनों का निराकरण किया गया। शिविर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि, महिला एवं बाल विकास, राजस्व, मछली पालन, पशुधन विकास, लोक निर्माण विभाग, विद्युत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, परिवहन, पुलिस, शिक्षा, आबकारी, वन, श्रम, खाद्य, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित सहित अन्य विभागों द्वारा शत-प्रतिशत निराकरण की जानकारी दी गई। सभी विभागीय अधिकारियों द्वारा आवेदनों के निराकरणों का वाचन किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डोंगरगांव ने वाचन किया। उन्होंने बताया कि 11 ग्राम पंचायतों के हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण, राजस्व विभाग द्वारा 4 किसानों को ऋण पुस्तिका एवं श्रम विभाग द्वारा 4 श्रमिकों को श्रमिक कार्ड का वितरण किया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को 2292 आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें 2292 आवेदनों का निराकरण किया गया है। सभी विभागों द्वारा निराकरण का वाचन किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने अवलोकन किया। स्टॉल में अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नन्हें शिशुओं का अन्नप्राशन का आयोजन किया गया तथा गर्भवती माताओं की गोदभराई की गई। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया गया। शिविर में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दिनेश गाँधी, अध्यक्ष जनपद पंचायत श्रीमती रंजिता पडोती, जनपद उपाध्यक्ष श्री मनीष साहू, जिला पंचायत सभापति श्रीमती जागृति चुन्नी यदु, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विभा साहू, जनपद सदस्य श्रीमती गेंदा बाई साहू, श्री विवेक मंडावी, श्री टिमेस साहू एवं ग्राम पंचायतों के सरपंच, उपसरपंच, पंच, एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।