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राजनांदगांव / शौर्यपथ / नगर निगम द्वारा मेडिकल कालेज परिसर में निर्मित रैन बसैरा में महापौर निधि से 50 बिस्तर आक्सीजन युक्त मेयर केयर कोविड सेंटर प्रारंभ किया जायेगा, जिसका जिलाधीश टीके वर्मा ने महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख की उपस्थिति में निरीक्षण किया और मेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराने मेडिकल कालेज के अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेग को निर्देशित किये।
मेयर केयर कोविड सेंटर के संबंध में निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुये बताया कि मेडिकल कालेज परिसर में निर्मित रैन बसेरा में महापौर निधि से 50 बिस्तर मेयर केयर कोविड सेंटर प्रारंभ किया जा रहा है। 50 बैड में 25 पुरूष एवं 25 महिला के लिये अलग-अलग बेड रखा गया है, जिसमें 35 ऑक्सीजन वाले बेड रखा जायेगा। वर्तमान में 13 यूनिट डुएल फ्लो ऑक्सीजन कंसंटे्रटर मशीन मंगाया गया हैै। जिससे 26 मरीजों को ऑक्सीजन मिल सकेगा। इसके अलावा महिला -पुरूष के लिये अलग अलग शौचालय की व्यवस्था की गयी है एवं मेडिकल स्टाफ के लिये भी अलग से शौचालय बनाया गया है।
जिलाधीश श्री वर्मा ने कहा कि हर मरीज के लिये बेड नम्बरींग होना चाहिये एवं अपने-अपने समान का उपयोग स्वयं करेंगे, किसी और मरीज का समान उपयोग नहीं करेंगे, इस संबंध में सूचना बोर्ड लगाया जाये उन्होंने अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेग को कोविड सेन्टर के लिये अलग से मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था करने के निर्देश दिये, जो हर समय उपस्थित रहेगे। उन्होंने कहा कि गंभीर हालत के मरीजो को मेडिकल कालेज में ही रखा जायेगा। समान्य कोरोना पाजिटीव एवं आक्सीजन के जरूरतमद मरीजों को यहा रखा जाये। इसके अलावा मरीजो की भोजन आदि के लिये समाजसेवी संस्था से सम्पर्क करा जाये।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि और भी आक्सीजन कंसंटेऊटर मशीन मंगाया जाये ताकि हम सभी मरीजो को आक्सीजन की सुविधा दे सके। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टॉफ उपलब्ध होते ही कोरोना पाजिटीव मरीजो के लिये मेयर केयर कोविड सेन्टर प्रारंभ किया जायेगा। इस अवसर पर मेडिकल कालेज की डीन डॉ. रेणुका गहने, संचालक अवीन चौधरी, कार्यपालन अभियंता दीपक जोशी, सहायक अभियंता संदीप तिवारी, उप अभियंता दिलीप मरकाम उपस्थित थे।
राजनंदगांव / शौर्यपथ / जिले में कॉविड के बढ़ते हुए मामलों को संज्ञान में लेते हुए जिला भाजपा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर राजनंदगांव जिले में कोविड के प्रति संसाधनों में कमी की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए समस्या के त्वरित निदान की बात कही है।
जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने बताया कि राजनांदगांव में कॉविड पेशेंटों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। प्रतिदिन ऑक्सीजन की कमी से मौतें हो रही हैं और एंबुलेंस की कमी से मरीज परेशान हो रहे हैं। कोविड के प्रति सरकार को जागृत करने के लिए 7 बिंदुओं पर मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें रेमदेसीविर इंजेक्शन की कमी, वेंटीलेटर्स की कमी, ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी और उनकी रिफलिंग की कमी। साथ ही अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी, एंबुलेंस तथा आपातकालीन वाहनों की कमी कॉवेड सेंटर में उचित एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन की कमी, स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पीपीई किट की कमी आदि सभी विषयों पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए जल्द ही इसके निराकरण हेतु ज्ञापन सौंपा गया है और मुख्यमंत्री से उम्मीद की गई है कि राजनांदगांव की जनता के लिए उक्त मांगों का निराकरण त्वरित रूप से किया जाएगा।
० 30 ऑक्सीजन 50 सामान्य बेड के साथ प्रारंभ
० हर संभव आश्वासन के लिए गिरीश देवांगन का आभार : शाहिद भाई
राजनांदगांव / शौर्यपथ / कोरोना मरीजों को राहत देने संचालित संस्कारधानी कोविड सेंटर सोमनी का वर्चुअल शुभारंभ खनिज विकास निगम छग शासन के अध्यक्ष अध्यक्ष व छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन के करकमलों द्वारा हुआ। इस पुनीत अवसर पर श्री देवांगन ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमितों की सेवा कर उन्हें उचित चिकित्सा प्रदान करना आज की परिस्थिति में सबसे बड़ी मानव सेवा है। संस्कारधानी कोविड सेंटर से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप जुड़े हुए हर वह व्यक्ति, संस्था अति महत्वपूर्ण है, जिनके सेवाभाव से यह प्रारंभ हुआ है। विशेष रुप से शाहिद भाई की पहल पर इस पुनीत कार्य में जिन्होंने अपना अमूल्य योगदान दिया है, उनको मैं साधुवाद देता हूं और यह विश्वास व्यक्त करता हूं कि यह सेंटर निर्बाध रूप से कोरोना पीड़ितों की पीड़ा को दूर करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि छग की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना के प्रथम चक्र से ही समुचित कार्य योजना के साथ काम कर रही है, जिसके कारण राज्य की अर्थव्यवस्था, रोजगार छग के नागरिकों की जीवन शैली पर बुरा असर नहीं पड़ा है।
केंद्र सरकार के द्वारा कोई आर्थिक सहयोग नहीं मिलने के बाद भी राज्य सरकार ने अपने संसाधन से अपनी जनता को सुरक्षा देने वाला राज्य है। कोरोना काल के दौरान ही राज्य सरकार ने किसानों से किया गया वादा पूरा करते हुए उन्हें उनके फसल का वाजिब हक राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से उनके खाते में राशि जमा कराया है। वही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए गोधन न्याय योजना लागू किया जो देश ही नहीं विश्व में रोल मॉडल बना है। ग्रामीण आर्थिक रूप से मजबूत हुए है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चिंता राज्य की जनता के प्रति निरंतर रहती है, इसी के चलते उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा निःशुल्क कोरोना टीका की घोषणा करने के पहले छग के बजट में राज्य की जनता को निःशुल्क टीका लगाने की घोषणा की थी और जब केंद्र सरकार ने 45 वर्ष आयु के लिए टीका उपलब्ध कराया तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 18 वर्ष की आयु के लोगों को भी टीका का लाभ दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था।
आज छत्तीसगढ़ भी देश के अन्य राज्यों की भांति कोरोना संक्रमण से ग्रसित है, लेकिन अपने सीमित संसाधनों में केंद्र सरकार से कोई वित्तीय बजट नहीं मिलने के बाद भी अपनी जनता के साथ मजबूती से खड़े होकर उनके तकलीफों को दूर कर रही है। इसी क्रम में उन्होंने कांग्रेसजनों, समाजसेवी संगठनों, उद्योगपतियों से कोरोना के खिलाफ युद्ध में सहयोग के लिए सामने आने की अपील की थी, जिसका परिणाम यह संस्कारधानी कोविड सेंटर है। हमारे प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शाहिद भाई की अगुवाई में उद्योगपति, समाजसेवी संगठन, माहेश्वरी पंचायत, चेंबर ऑफ कॉमर्स, स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सामूहिक प्रयास से ऑक्सीजन युक्त साधन से परिपूर्ण यह सेंटर प्रारंभ किया गया है, जो अपने आप में रोल मॉडल है। मैं आप सब के इस नेक कार्य को पुनः प्रणाम करता हूं व आप सबके इस सेवाभावी कार्य से मुख्यमंत्री को भी अवगत कराऊंगा व आवश्यक सहयोग भी प्रदान किया जायेगा। साथ सेंटर में आने वाले मरीज जल्द से जल्द ठीक होकर सकुशल अपने घर पहुंचे, इसकी कामना करता हूं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शाहिद भाई ने कहा कि संस्कारधानी के समाजसेवियों के द्वारा सहर्ष मुक्तहस्त सहयोग से यह निःशुल्क कोविड सेंटर प्रारंभ किया गया है और इसके संचालन में जो भी सहयोग करना चाहते हैं वह सामने आए और मदद करें। आज हमने 30 बेड ऑक्सीजन और 50 बेड सामान्य के साथ सेंटर प्रारंभ किया है और सहयोग मिलने पर सुविधाएं भी बढ़ाई जाएगी।
इस अवसर पर जिलाधीश टीके वर्मा, एसडीएम मुकेश रावटे, तहसील साहू संघ के अध्यक्ष भागवत साहू, जनपद सदस्य तुलदास साहू, शैलेंद्र कश्यप, माहेश्वरी पंचायत के अध्यक्ष पवन डागा, संजय लढ़ा, राजेश डागा, सागर चितलांग्या, महिला मंडल से राधा देवी लड्ढा, शीला गांधी, दीपा बागड़ी, चेंबर ऑफ कामर्स से शरद अग्रवाल, राजा माखीजा, सूरज खंडेलवाल, घनश्याम वाधवानी, गुरुमुख दास वाधवा, प्रशांत जायसवाल, टेकचंद साहू, हरीश मोटलानी, घनश्याम अग्रवाल, नवीन माखीजा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि समाजसेवी उपस्थित थे। उक्त जानकारी जिला कांग्रेस के प्रवक्ता रुपेश दुबे ने दी।
रायपुर / शौर्यपथ / कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बस से रायपुर आने वाले यात्रियों का एंटीजन टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। इसका पालन मंगलवार की सुबह से ही शुरू कर दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल के मार्गदर्शन में एंटीजन टेस्ट बस स्टैंड में शुरू किया गया है।
मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया: ‘’ रायपुर में प्रवेश लेने से पूर्व यात्रियों का एंटीजन टेस्ट रायपुर बस स्टैंड में शुरू किया किया गया है जिसके लियें कैंप लगाया गया है । मंगलवार से इसकी शुरुआत कर दी गयी है ।स्वास्थ्य विभाग के 10 कर्मचारियों की दो शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गयी है जिसके लिए दो सुपरवाइजर को लगाया गया है ताकि बसों से आने वाले सभी यात्रियों की जांच की जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके ।‘’
उन्होंने कहा रायपुर में यात्रा समाप्त करने वाले प्रत्येक यात्री का एंटीजन टेस्ट करके ही शहर में प्रवेश दिया जाएगा । यात्री पॉज़िटिव आता है तो उसे तुरंत आइसोलेशन के लिये पहुंचाया जायेगा साथ ही आरटीपीसीआर के लिये टीम द्वारा अग्रिम कार्यवाही की जायेगी ।
टीम में इस समय 10 लोगों और 2 सुपरवाइजर काम कर रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण को कम करने के लिए यात्री और परिजनों को टेस्ट कराने में सहयोग करने की अपील की जा रही है । ``यह समय कोविड से डरने का नही लड़ने का है । बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सतर्कता बढ़ाई गई है।घर आने वाले लोग कोरोना वायरस का संक्रमण भी अपने साथ ला रहे हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार की ओर से वायरस के सेकंड राउंड से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग और ज़िला प्रशासन एक साथ है और यात्रियों का एंटीजन टेस्ट कर कोरोना वायरस के सेकंड राउंड पर लगाम लगाने की शुरूआत की गई है।शाम पांच बजे तक कुल 30 लोगों की टेस्टिंग की गई है जिसमें दो पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्होंने बताया।”
दुर्ग / शौर्यपथ / कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच जिले में लागू लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने रिसाली निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे के निर्देश के तहत एवं निगम के नोडल अधिकारी रमाकांत साहू के मार्गदर्शन में रिसाली निगम की टीम द्वारा आज तालपुरी, रूआबांधा, टंकी मरोदा, स्टेशन मरोदा व नेवई क्षेत्र का भ्रमण तथा सघन निरीक्षण किया गया। रिसाली क्षेत्र के जवाहर उद्यान रोड पर लॉकडाऊन नियमो का उल्लंघन कर माडल टाउन नेहरू नगर से आकर दो महिलाऐ गुरमीत कौर व दिलजीत कौर शाम 6 बजे लगभग सब्जी बेच रही थी, इन दोनो महिलाओ को कड़ी फटकार लगाकर चेतावनी देते हुए व्यवसाय बंद कराया गया। निरीक्षण के दौरान स्टेशन मरोदा मे रात को लगभग 8 बजे छावनी भिलाई का नाजिम खान ठेले पर सब्जी बेचते पाया गया। जिसे टीम द्वारा 500 रूपये का जुर्माना वसूल कर लॉकडाऊन नियमो के पालन करने की कड़ी समझाइश दी गई।
रूआबांधा बस्ती में किराना समान बेच रहा था नरोत्तम, 5000 जुर्माना वसूला
रूआबांधा बस्ती निवासी नरोत्तम द्वारा दुकान खोलकर किराना सामान बेचने पर टीम द्वारा 5000 रूपये दांडिक शुल्क वसूल कर लॉकडाऊन अवधि तक दुकान बंद रखने की नसीहत दी गई। इस दौरान टीम द्वारा बस्ती में ही चैक चैराहों पर झुंड में खड़े लोगो को मास्क पहनाकर सोशल फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। क्षेत्र मे तेज गति से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के फैलाव पर रोक लगाने सभी नागरिको से घर पर ही सुरक्षित रहने और लॉकडाऊन के सभी नियमो का स्वेच्छापूर्वक कड़ाई से पालन करने की समझाइश टीम द्वारा की गई। निरीक्षण व कार्यवाही के दौरान प्रभारी अधिकारी अनिल मेश्राम राजस्व निरीक्षक, टेकराम हरिन्द्रवार, धर्मरक्षक पाठक व पंकज भगत आदि उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ / उदय सिंघानिया की नई फिल्म पश्चाताप का ट्रेलर रिलीज होते ही पूरा वायरल हो गया है और लोगों को खूब पसंद आ रहा है। लोग कमेंट में लिखने लगे है कि इस फिल्म का हम लोगों को जल्द आने का इंतजार है।
इंस्पायरर इंटरटेनमेंट बैनर तले एवं निर्माता एवं सनी प्रकाश के निर्देशन में बनी इस फिल्म के नायक है भोजपुरी के चाकलेटी स्टार उदय सिंघानिया तो नायिका स्मिता सना है। इसके अलावा इसके अन्य कलाकार राकेश गुप्ता, संजु सोलंकी, राजु शर्मा, आकाश सिंह, प्रदीप श्रीवास्तव, प्रतिभा पाण्डेय, नेहा वर्मा है। इसके लेखक इन्द्र मोहन जी, संगीतकार अमन श्लोक के हैं। फिल्म के डी.ओ.पी. ओम मिश्रा , आर्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार यादव, नृत्य निर्देशक अशोक मैती हैं तो फिल्म के सह निर्माता राजु शर्मा हैं। फिल्म के निर्माता एवं निर्देशक सनी प्रकाश ने बताया कि भोजपुरी के चाकलेटी स्टार उदय सिंघानिया ने अपनी कई भोजपुरी फिल्म के माध्यम से दर्शकों के बीच अपनी एक खास पहचान कायम कर ली है। वहीं फिल्म की मुख्य अभिनेत्री के रूप में स्मिता सना काम की है । श्री प्रकाश ने आगे बताया कि दर्शकों मे लोकप्रिय होने के बाद उनकी कुछ फिल्मे कम्पलीट है और सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने के लिए तैयार हैं । स्मिता सना और उदय सिंघानिया के अभिनय से सजी भोजपुरी फि़ल्म पश्चताप की शूटिंग फतेहपुर वांदा के मनमोहक स्थानों पर की गई है। एक्टर उदय सिंघानिया अपनी इस नई फिल्म पश्चाताप को लेकर बेहद उत्साहित हैं। उन्हें उम्मीद है कि यह फिल्म दर्शकों को जरूर पसंद आयेगी।
भोजपूरी फिल्मों के नायक उदय सिंघानिया ने बताया कि हमारे द्वारा अभिनित युपी 64 हत्यारा का वल्र्ड सेटेलाइट डिजिटल टीवी के लिए तैयार है जिसका बेहद अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है। यह फिल्मे हर वर्ग के दर्शकों को पसंद आएगी। प्यार और बलिदान की यह अद्भुत कहानी फेमिली ड्रामा पर आधारित सच्ची कहानी है चुनौतियों से भरी नारी प्रधान विषय पर आधारित भोजपुरी फिल्म है। औरत की ज़िंदगी में आने वाले विभिन्न उतार चढ़ाव, और नारी के शोषण के साथ किस तरह से सिस्टम से न्याय के लिए भटकना पड़ता है और वही दुसरी तरफ एक महिला त्याग व बलिदान करने वाली एक आदर्श नारी की बेहतरीन व नयी कहानी को इसमें दर्शाया गया है। सिंघानिया ने आगे बताया कि भोजपुरी फिल्म प्रीत के बंधन में भी वे मुख्य नायक की भूमिका निभाने जा रहे है जिसकी शूटिंग लॉकडाउन समाप्त होने के बाद उत्तर प्रदेश के मनमोहक स्थानों पर शुरू होगी।
दुर्ग / शौर्यपथ / नगर पालिक निगम भिलाई-चरौदा के महापौर श्रीमती चंद्रकांता माण्डले द्वारा वार्ड 20 पंचशील नगर, चरौदा वेस्ट में निकाय द्वारा निर्मित मंगल भवन को 100 बिस्तर अस्थायी सर्वसुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर बनाये जाने एवं कोरोना संक्रमण से मृत्यु उपरांत शवों को जलाने हेतु विद्युत व एलपीजी शवदाह यंत्र उपलब्ध कराये जाने की मांग मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर को मांग पत्र प्रेषित की गई है। गौरतलब है कि नगर पालिक निगम, भिलाई-चरौदा क्षेत्रांतर्गत हर रोज बढ़ती हुई संख्या में नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है। ऐसे में मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए उनके स्वजन को दिन-रात एक करना पड़ रहा है। इसके बाद भी शासकीय अस्पताल में जगह मिलने की कोई भी गारंटी नहीं है। किसी मरीज के डिस्चार्ज होने पर ही नए मरीज को जगह मिल रही है। कोविड मरीजों को उपचार के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यदि जल्द ही संक्रमितों के उपचार के लिए नए कोविड अस्पताल नहीं बनाए गए तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
निकाय क्षेत्रांतर्गत केवल एक ही निजी अस्पताल है। जहां कोविड मरीजों एवं अन्य मरीजों के लिए कोई भी शासकीय सुविधा उपलब्ध नहीं है। प्राय: देखा जा रहा है कि सभी जगहों पर ऑक्सीजन युक्त कोविड बेड बढ़ाये जाने की मांग आ रही है। बढ़ते हुए कोरोना संक्रमित लोगों के अनुपात में अन्य अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ रहे हैं, जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों को जांच उपरांत घर पर ही होम आईसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है। किन्तु होम आईसोलेशन के दौरान नियमित रूप से जांच एवं उपचार नहीं मिलने के कारण होम आईसोलेशन के दौरान संक्रमित मरीजों के मृत्युदर में बढ़ोत्तरी पाया गया है। यह एक बड़ी समस्या बन गई है।
आज भिलाई-चरौदा में इतने तेजी के साथ कोरोना संक्रमण बढ़ रही है कि लोगों को अपनी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। पूरे अस्पताल में कोविड के मरीज से भरे पूरे हैं। निगम क्षेत्र में जल्द से जल्द कोविड केयर सेंटर नहीं बनाया गया तो आने वाले दिनों में और बदत्तर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। महापौर ने मुख्यमंत्री से निगम क्षेत्र में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को देखते हुए निगम के अधिकारी एवं जिला प्रशासन से चर्चा कर जल्द से जल्द मंगल भवन चरौदा को सर्वसुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर बनाये जाने की मांग की है। निगम महापौर चंद्रकांता माण्डले ने निगम क्षेत्र के निवासियों को कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए आगाह किया कि गाईड लाईन का पालन करते हुए सभी लोग मास्क लगावें और एक-दूसरे को मास्क लगाने हेतु प्रेरित करें। सभी लोग अपनी अपनी जागरूकता दिखाते हुए मास्क पहने, शासन प्रशासन का भरपूर मदद करें।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / कोविड-19 के संक्रमण की दशा में राजनांदगांव जिले में 2 अतिरिक्त निजी अस्पतालों को उपचार के लिए अनुमति प्रदान की गई है। निजी अस्पतालों में कोविड-19 के उपचार के दौरान मरीजों, परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इस हेतु रेफरल संबंधी समन्वय, अस्पतालों में उपलब्ध बेड की स्थिति, डेड बॉडी मूवमेंट प्लान, प्राईवेट अस्पतालों में मरीजों के उपचार हेतु शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर लेने संबंधी अथवा अन्य किसी भी प्रकार की शिकायतों के निवारण एवं निजी अस्पतालों से समुचित समन्वय एवं सतत् निगरानी हेतु अस्पतालों के लिए नोडल व सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी नोडल अधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी कोविड कंट्रोल रूम राजनांदगांव श्रीमती लता युगल उर्वशा मोबाईल नंबर 9981185311 के निर्देशन एवं नियंत्रण में कार्य करने तथा प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा गया है। नोडल, सहायक नोडल अधिकारियों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी मोबाईल नंबर 9425211974 से समन्वय स्थापित कर अपने दायित्वों का निर्वहन करने कहा गया है।
जिले में 2 अतिरिक्त स्थापित कोविड ट्रीटमेंट हास्पिटल -
समदा सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल राजनांदगांव (कोविड ट्रीटमेंट हास्पिटल) संचालक डॉ. रोमिन जैन मोबाईल नंबर 9669615911 के लिए खाद्य अधिकारी श्री केके सोमावार मोबाईल नंबर 9827197645 को नोडल अधिकारी एवं जेई क्रेडा श्री जितेन्द्र निर्मलकर मोबाईल नंबर 8109489628 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। संजीवनी कोविड हॉस्पिटल मनकी राजनांदगांव संचालक डॉ. हरेश तलरेजा मोबाईल नंबर 9425513138 के लिए कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना श्री पीपी खरे मोबाईल नंबर 9826178407 को नोडल अधिकारी एवं सहायक अभियंता गृह निर्माण मंडल श्री हेमराव बावनथरे मोबाईल नंबर 9826145566 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जिले में स्थापित नि:शुल्क कोविड केयर सेन्टर मेयर केयर सेंटर संचालक प्रभारी सहायक अभियंता नगर पालिक निगम राजनांदगांव श्री संदीप तिवारी मोबाईल नंबर 9630737486 के लिए कार्यपालन अभियंता नगर पालिक निगम राजनांदगांव श्री दीपक जोशी मोबाईल नंबर 9425240050 को नोडल अधिकारी तथा सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग श्री ए अहमद मोबाईल नंबर 88319072123 को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। संस्कारधानी कोविड केयर सेंटर सोमनी संचालक श्री शाहिद भाई मोबाईल नंबर 8965050000 के लिए जिला विपणन अधिकारी सौरभ भारद्वाज मोबाईल नंबर 7049384346 को नोडल अधिकारी तथा सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग मोबाईल नंबर 8770203013 को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है।
दुर्ग / शौर्यपथ / बीएसपी में कोविड के जंग में लगी डॉक्टरों की टीम के बीच एक ऐसी खबर आयी की 3 नवजात शिशुओं के जीवन बचाने में बीएसपी के नवजात शिशु विभाग के डॉक्टरों की टीम ने कमाल कर दिया। एक ओर कोविड की आपदा से जुझ रहे अस्पताल की टीम के मध्य नवजात शिशुओं को पुर्नजीवन देने वाले डॉक्टर्स आज इन माता-पिताओं को फरिश्ते की तरह लग रहे है। कोविड महामारी में जब जीवन का संघर्ष में हमारे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ एक योद्धा की तरह डटे हों तो, इस संकट में भी कई सुखद समाचार परिवारों को हर्षित कर देता है। ऐसे ही प्रयास को बीएसपी के नवजात शिशु विभाग ने अंजाम दिया। इन माता-पिताओं से हमने बात की इनके अनुभव को जाना। मास्क के पिछे छिपे इन नवजात शिशुओं की माताओं की खुशी उनके स्वरों व शब्दों में स्पष्ट झलक रही थी।
नियोनेटल यूनिट के उत्कृष्ट चिकित्सा व समर्पण से बची जान- दिव्या
नवजात शिशु की माँ श्रीमति दिव्या हरित प्रशंसा करते हुए कहती हैं कि मेरी बच्ची को पैदा होते ही साँस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे लगातार बुखार आ रहा था। ऐसे क्रीटिकल वक्त में बीएसपी के नियोनेटल यूनिट ने मेरी बच्ची का इलाज प्रारंभ किया। वेंटीलेटर सपोर्ट के साथ ही अन्य चिकित्सकीय उपाय तथा दवाईयां प्रारंभ की गयी। सेक्टर-9 अस्पताल के डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ के उत्कृष्टता व समर्पण का नतीजा है कि आज 14 दिन बाद मेरी बच्ची जीवन की जंग जीतकर घर लौट रही है। मै नवजात शिशु विभाग के सभी डॉक्टरों का दिल से शुक्रिया अदा करती हूँ।
सेक्टर-9 अस्पताल के प्रयासों से मेरी बच्ची को मिला नया जीवन- दिपिका
श्रीमति ए दिपिका अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहती है कि मेरी बच्ची को पैदा होते ही कई जटिलताओं ने उसके जीवन को जोखिम में डाल दिया था। इन जटिलताओं को नवजात शिशु विभाग के डॉक्टरों ने जिस प्रकार हैंडल किया, वह काबिल-ए-तारीफ है। 15 दिनों के बेहतरीन इलाज के बाद आज मेरी बच्ची को एक नया जीवन मिला है, मै सेक्टर-9 अस्पताल के नवजात शिशु विभाग की आजीवन आभारी रहूँगी।
बीएसपी डॉक्टरों का कमाल था कि आज मेरा बेटा मेरी गोद में खेल रहा है- श्रद्धा
बेटे को गोद में लिए हुए श्रीमति श्रद्धा साह बड़े ही कृतज्ञता भरे स्वर में कहती हैं कि मेरे बेटे का पुर्नजनम हुआ है। ये नवजात शिशु विभाग के डॉक्टरों का कमाल था कि आज मेरा बच्चा, मेरी गोद में खेल रहा है। ये डॉक्टर मेरे जीवन में फरिश्ते बनकर आये। कोविड के इस महामारी के बीच में भी इन डॉक्टरों ने इलाज के प्रति जो गंभीरता दिखाई है, उसकी जितनी भी प्रशंसा करूं वो कम है।
नवजात शिशुओं को पुर्नजीवन देने वाली टीम
नवजात शिशु को नवजीवन देने वाले डॉक्टरों की टीम में शामिल हैं- विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. संबिता पंडा, इंचार्ज (नवजात शिशु विभाग), डॉ. सुबोध कुमार साहा, डॉ. संजीवनी पटेल, डॉ. नूतन वर्मा एवं डॉ. वृंदा सखारे एवं अनुभवी नर्सिंग सिस्टर एवं देश के विभिन्न भागों से आये हुए डीएनबी विद्यार्थीगण जिनकेे अथक प्रयासों से सेक्टर-9 अस्पताल का नवजात शिशु विभाग इस उच्च मुकाम को हासिल करने में कामयाब हुआ है।
इन सफलताओं के पीछे अस्पताल के ईडी (मेडिकल) डॉ. एस के इस्सर, चीफ मेडिकल ऑफिसर द्वय डॉ. प्रमोद बिनायके एवं डॉ. एम रविन्द्रनाथ के मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके साथ ही अस्पताल के प्रसूति विभाग की डॉ. सुनिता अग्रवाल, डॉ. संगीता कामरा तथा डॉ. शैला जेकब की टीम ने भी अनवरत् काम कर अपनी उत्कृष्टता सिद्ध की है। विदित हो कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के 860 बिस्तरों वाले सेक्टर-9 के जेएलएन अस्पताल का नवजात शिशु विभाग न केवल बीएसपी कर्मियों और उनके परिजनों अपितु आसपास के सभी गंभीर नवजात शिशुओं का इलाज विगत 25 वर्षों से करता आ रहा है।
बीएसपी का शिशु मृत्युदर राष्ट्रीय दर से कहीं कम
बीएसपी के नवजात शिशु विभाग ने चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देते हुए नवजात शिशुओं के जीवनरक्षा में अहम भूमिका निभाई है। उनके क्वालिटी ट्रीटमेंट का नतीजा है कि आज बीएसपी अस्पताल में शिशु मृत्युदर प्रति 1000 पैदा होने वाले जीवित बच्चों में केवल 07 है, जो कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रति 1000 बच्चों में 22 बच्चे से बेहद कम है। इस विभाग में होने वाले नवजात शिशु मृत्युदर देश के उच्च संस्थान जैसे एम्स, नई दिल्ली के समकक्ष है। यह शिशु रोग विभाग एवं नवजात शिशु रोग विभाग में पदस्थ चिकित्सा अधिकारियों एवं नर्सिंग स्टाफ के अनवरत एवं अथक प्रयासों का प्रतिफल है। ज्ञात हो कि सेक्टर-9 अस्पताल के नवजात शिशु विभाग में वेंटीलेटर, फोटोथेरेपी, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, लेमिनर फ्लो एवं रूमिंग इन तथा कंगारू मदर केयर की सुविधायें कई वर्षों से उपलब्ध है।
यही कारण है कि इस अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति विभाग में लोग दूर-दूर से प्रसूति कराने आते है। इस विभाग में नवजात शिशु के बचने का दर अन्य स्थानों से 15 प्रतिशत से ज्यादा है। आज कोविड-19 महामारी के विपरीत परिस्थितियों में भी सेक्टर-9 अस्पताल के चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ ने जिस निस्वार्थ भावना से कार्य किया वह प्रशंसनीय है।
स्थिति देख कहा कोरोना और सामान्य बीमारी के मरीजों को एक साथ रखने से संक्रमण का खतरा
विधायक देवेंद्र यादव ने की पहल, मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर करेंगे कोविड के मरीजों की काउंसिलिंग
दुर्ग / शौर्यपथ / भिलाईनगर विधायक देेवेंद्र यादव लगातार अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था बनाने के प्रयास में जुटे हैं। वे लगातार शहर के अस्पतालों में जाकर मरीजों से मिलकर वहां की व्यवस्था देखकर मरीजों के बेहतर इलाज के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्था बनाने के प्रयास में काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में विधायक श्री यादव मंगलवार को शासकीय जिला अस्पताल दुर्ग और शंकराचार्य अस्पताल जुनवानी का निरीक्षण करने पहुंचे। दोनों अस्पताल की व्यवस्था का जायजा लिया।
जिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान विधायक देवेंद्र यादव ने देखा कि अस्पताल के कैजुअल्टी में कोराना के मरीज और सामान्य बीमारी के मरीज दोनों एक साथ है। दोनों मरीजों को एक साथ रखा जा रहा है। इससे विधायक देवेंद्र यादव नाराज हुए और कहा कि इससे संक्रमण फैलने का खतरा है और सामान्य मरीजों की जान को खतरा भी हो सकता है। इस विषय पर विधायक देवेंद्र यादव ने कलेक्टर से चर्चा कर सरकारी अस्पताल दुर्ग की व्यवस्था बेहतर बनाने के संबंध में चर्चा किए। विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि अस्पताल आने वाले कोविड के मरीजों और सामान्य बीमारी के मरीजों का अलग-अलग इलाज किया जाए और उन्हें अलग-अलग वार्डों में भर्ती किया। दोनों मरीज एक दूसरे के संपर्क में ना आ पाए। ऐसी व्यवस्था की जाए। साथ ही विधायक देवेंद्र यादव ने कलेक्टर से चर्चा किए किए कि आने वाले दिनों में क्रिटीकल कंडीशन के जो पेसेंट हैं। उन्हें कैसे बेहतर इलाज मुहैय्या कराई जाए। इसके लिए भी बेहतर व्यवस्था बनाने पर गहन चर्चा कर प्रयास किया जा रहा है।
मरीजों के मनोरोग विशेषज्ञ करेंगे काउंसिलिंग
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव मंगलवार को शंकराचार्य अस्पताल का भी जायजा लेने पहुंचे। यहां वे मरीजों और डॉक्टरों से मिले। सब हालचाल पूछा। विधायक देवेंद्र यादव ने मरीजों से मिलकर जाना था कि अस्पताल में भर्ती मरीज मानसिक रूप से परेशान और चिंतित हैं। कोरोना के भय से मरीज मानसिक रूप से कमजोर पड़ रहे हैं। ऐसे में विधायक देवेंद्र यादव ने अधिकारियों से चर्चा कर मरीजों का मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टरों से काउंसिलिंग कराए जाने के संबंध में भी चर्चा की गई। इस विषय पर भी प्रशासन ने जल्द ही पहल करने का आश्वासन विधायक यादव को दिलाया है।