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दुर्ग / शौर्यपथ / भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर भाजपा के समस्त संगठनात्मक जिलों में वर्चुअल प्रेस वार्ता का आयोजन कराने का निर्णय लिया गया था इसी कड़ी में दुर्ग जिला भाजपा के द्वारा वर्चुअल प्रेस वार्ता का आयोजन भाजपा जिलाध्यक्ष डॉक्टर शिव कुमार तमेर के दिशा निर्देश में किया गया आयोजित प्रेस वार्ता मे मुख्य वक्ता रूप से लोकसभा सांसद विजय बघेल उपस्थित रहे वर्चुअल प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश मंत्री उषा टावरी, दुर्ग जिला भाजपा संगठन प्रभारी पुरेंद्र मिश्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री रमशिला साहू पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना पूर्व विधायक सांवलाराम डहरे पूर्व महापौर एवं भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चंद्रिका चंद्राकर भाजपा जिला महामंत्री ललित चंद्राकर, नटवर ताम्रकार मीडिया प्रभारी केएस चौहान आईटी सेल के जिला संयोजक राजा महोबिया उपस्थित रहे आयोजित प्रेस वार्ता में दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते प्रदेश की आम जनता अपने अपनों को अपनी लाख कोशिशों के बावजूद नहीं बचा पा रही है उसका कारण प्रदेश सरकार की सिर्फ और सिर्फ लापरवाही है
पत्रकार वार्ता में दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल ने कहा कि कहीं ना कहीं इस प्रदेश सरकार की कुनीतियों कोे हमारी प्रदेश की जनता भोग रही है इनके द्वारा देश के कई बड़े-बड़े राज्यों के द्वारा रोड सेफ्टी वर्ल्ड क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन पर मना कर दिया गया था पर प्रदेश के मुख्यमंत्री सिर्फ और सिर्फ अपनी वाहवाही और अपने आप को बड़ा दिखाने के चक्कर में इस टूर्नामेंट का आयोजन किया एक और जहां भारत और इंग्लैंड का क्रिकेट टूर्नामेंट होता है तो वह बिना दर्शकों के होता है तो दूसरी और छत्तीसगढ़ में हुए क्रिकेट टूर्नामेंट में दीगर प्रांत से आए हुए लोगों की उपस्थिति में 30 से 35000 लोग क्रिकेट के टूर्नामेंट को देखते रहे जिससे इस संक्रमण को बढ़ावा देने में इन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी दूसरी ओर यह कहते हैं कि प्रदेश सरकार को केंद्र के द्वारा भेजी गई वेंटिलेटर खराब निकले तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वेंटीलेटर का इस्तेमाल आपने किस तरह से और किस ढंग से किया प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के द्वारा समय-समय पर इनसे पूर्व के कोरोना के नाम से जारी की गई केंद्र सरकार की राशि और चिकित्सा सुविधाओं के बारे में हिसाब पूछा जाता है तब भी इनके पास कोई जवाब नहीं होता वर्तमान में इनके द्वारा पूरे 1 साल तक कोरोना सेंस के नाम से 400 करोड़ रुपए की कुल राशि उन्होंने वसूली वह पैसे आखिर गए कहां एक और जब जनता अपने परिवार जनों से बिछड़ने का दर्द को झेल रही थी तो दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री दूसरे प्रांत में स्टार प्रचारक बनकर उन को जिताने में लगे हुए थे प्रदेश की जनता अपने आप को असहाय सा महसूस कर रही थी
लोकसभा सांसद विजय बघेल ने कहा कि देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन जी लगातार हर राज्य से वर्चुअल मीटिंग कर प्रदेश की वर्तमान स्थिति का आकलन कर रहे है तो हमारे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जी अभी तक लापता है मुख्यमंत्री जी के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में तो प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ही गायब थे तो ऐसे में पता चलता है कि यह लोग कितने सजग हैं प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर
समय-समय पर प्रदेश सरकार कहती है कि हम विकास कार्यों को भी नहीं रोक रहे हैं और छाती चौड़ा कर घूमते रहती हैं जबकि इन्हीं के पार्टी के प्रवक्ता के द्वारा कोरोना के लिए उपयोगी रेमडी सिमर इंजेक्शन की कालाबाजारी अर्थात ब्लैक करते हुए कुछ व्यक्तियों को पकड़ते हैं और उसे पुलिस के हवाले करते हैं पर उन पर किसी प्रकार की कार्यवाही ना होते हुए उन्हें छोड़ दिया जाता है तो कहीं ना कहीं यह रिश्ता क्या कहलाता है और किसके कहने पर ऐसा किया गया . कुल मिलाकर अगर काहूं तो कोरोना संक्रमण के रोकथाम में यह प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई और इनकी नाकामी प्रदेश के आम जनमानस को अपने अपनों को खोने का दर्द दे रही है .
दुर्ग / शौर्यपथ / औद्योगिक क्षेत्र स्थित अग्रवाल इस्पात के संचालक रमेश अग्रवाल ने जिले में कोविड-19 के बढते प्रकोप को देखते हुए मानवीय दृष्टिकोण से अपने कारखाने में स्थित करीब 579 ऑक्सीजन सिलेंण्डर छत्तीसगढ शासन एवं जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग दुर्ग को सौंपा जिससे आक्सीजन के आभाव में कोरोना के कारण किसी की प्राण न जा सके और जिनको ऑक्सीजन की आवश्यकता हो उनको आक्सीजन दिया जा सके।
ज्ञातव्य हो कि रमेश अग्रवाल ने ये सभी ऑक्सीजन सिलेण्डर अपने नये प्लांट के लिए मंगाकर रखे थे, लेकिन कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की कमी के कारण लगातार हो रहे लोगों के निधन से वे काफी व्यथित हुए और अपने पूरे 579 ऑक्सीजन सिलंण्डर को छत्तीसगढ शासन और जिला प्रशासन दुर्ग को आज सौंप दिया, जिसका उपयोग रायपुर एम्स एवं प्रदेश के अन्य अस्पतालों के साथ ही दुर्ग जिले के कोविड अस्पतालों में इसका उपयोग लोगों की जान बचाने में किया जायेागा।
उद्योगपति रमेश अग्रवाल द्वारा आज स्वास्थ्य विभाग को 579 ऑक्सीजन सिलेण्डर दिये जाने की जानकारी मिलने पर लोगों द्वारा उनकी सर्वत्र सराहना की जा रही है। इसके साथ ही इतनी बड़ी मात्रा में आक्सीजन सिलेण्डर देकर सहयोग देने के लिए रमेश अग्रवाल का छत्तीसगढ शासन एवं जिला प्रशासन ने आभार व्यक्त किया है। रमेश अग्रवाल ने बताया कि वे शीघ्र ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहे है। जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। बस केवल उद्योग विभाग से अनुमति का इंतजार है।
दुर्ग / शौर्यपथ / जिला अस्पताल में 16 आक्सीजन बेड्स अतिरिक्त बढ़ाये जाएंगे। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इसके निर्देश जिला अस्पताल के प्रबंधन को दिये। आज यहां व्यवस्था की मानिटरिंग के लिए वे पहुंचे थे। कलेक्टर ने कहा कि आज शाम तक ही इसके प्रबंध करें। कलेक्टर ने सिविल सर्जन से कोविड मरीजों के इलाज की स्थिति पूछी। साथ ही उन्होंने कहा कि मरीजों की हर संभव सुविधा का ध्यान रखें। इस संबंध में किसी भी तरह की जरूरत पड़ती है तो अवगत कराएं।
कलेक्टर भुरे ने कहा कि अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर में जिस तरह की जरूरत होती है उसे पूरा करें। मरीजों के बेहतर इलाज के लिए हर संभव सुविधा होनी चाहिए। कलेक्टर ने अस्पताल में हो रही टेस्टिंग का निरीक्षण भी किया। उन्होंने सिविल सर्जन से कहा कि व्यवस्था की लगातार मानिटरिंग होती रहे। परिजनों को मरीज के संबंध में जानकारी मिलती रहे। उनकी काउंसिलिंग की व्यवस्था बेहतर होने से अपने मरीज की स्थिति के संबंध में वे निश्चिंत हो सकेंगे। कलेक्टर ने अस्पताल में मरीजों के खाने-पीने तथा सफाई व्यवस्था की मानिटरिंग भी की। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सफाई व्यवस्था की मानिटरिंग नियमित अंतरालों में करते रहें। मरीजों को प्रोटोकाल के मुताबिक डाइट मिलती रहे ताकि उन्हें रिकवर होने में आसानी हो। अस्पताल में आज किये गए निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. पी बालकिशोर, डिप्टी कलेक्टर खेमलाल वर्मा, ईईपीडब्ल्यूडी अशोक श्रीवास सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / उच्च शिक्षा में गुणवत्ता सुधार की कवायद अब मिशन मोड पर प्रारंभ हो गयी है। प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के राज्य गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के द्वारा लगातार इस संबंध में बैठक एवं कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है। इसी तारतम्य में दुर्ग संभाग के 62 शासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों एवं आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ के संयोजकों की ऑनलाईन समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन एवं आयुक्त श्रीमती शारदा वर्मा ने बैठक में दिशा-निर्देश दिए।
उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अपर संचालक डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि दुर्ग संभाग में 62 शासकीय महाविद्यालयों में 34 महाविद्यालय का नैक से मूल्यांकन होना है जिसके लिए तैयारी प्रारंभ कर दी गयी है। क्षेत्रीय कार्यालय एवं विश्वविद्यालय द्वारा भी इस दिशा में कार्यशालाएं आयोजित की गयी है जिससे नैक मूल्यांकन की नई गाईडलाईन के अनुसार महाविद्यालयों का मूल्यांकन हो सके एवं बेहतर ग्रेड मिले।
बैठक के प्रारंभ में राज्य गुणवत्ता प्रकोष्ठ के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डॉ. जी. घनश्याम ने विस्तार से नैक मूल्यांकन और उसकी नई गाईड लाईन की चर्चा करते हुए इसके 7 महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाला तथा बैठक का विश्लेषणात्मक संचालन किया।
बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव धनंजय देवांगन ने कहा कि नैक मूल्यांकन का कार्य मिशन मोड पर किया जाना है। उनहोनें कहा कि यद्यपि यह समय कठिन है पर इसी समय क्षमता एवं प्रयत्न ज्यादा होना चाहिए। हमें गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करना है। प्राचार्यों को निर्देशित करते हुए कहा कि नैक के सभी बिन्दुओं पर आधारित वर्कचार्ट बना कर कार्य करें। संकल्प शक्ति बढ़ाए तभी हम लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे।
ऑनलाईन अध्यापन व्यवस्था को हम आगे भी एक विकल्प के रूप में उपयोग करते रहेंगे। उन्होनें सभी से टीकाकरण करवाने तथा इसके लिए प्रोत्साहित करने को कहा। समीक्षा बैठक में उच्च शिक्षा आयुक्त श्रीमती शारदा वर्मा ने कहा कि प्रदेश में उच्च शक्षा के क्षेत्र में दुर्ग संभाग अग्रणी रहा है। नैक मूल्यांकन में जिस तरह दुर्ग एवं कबीरधाम जिले ने सक्रियता दिखाई है उसी तरह अन्य जिले में तैयारी करें। उन्होनें अतिथि व्याख्याताओं के अध्यापन कार्य एवं कार्यकुशलता की प्रसंशा करते हुए कहा कि अध्यापन के साथ ही उनका सहयोग नैक मूल्यांकन एवं महाविद्यालय के विकास में लिया जाना चाहिए। श्रीमती वर्मा ने महाविद्यालय की विभिन्न समस्याओं पर भी निर्देश दिए तथा नैक मूल्यांकन हेतु अन्य महाविद्यालय के अंग्रेजी के प्राध्यापकों का सहयोग लेने तथा निरंतर मॉनिटिरिंग करने का निर्देश दिया।
बैठक के प्रारंभ में हाल ही में कोरोना से दिवंगत हुए साथियों को 2 मिनट की मौन श्रद्धांजली अर्पित की गयी। संभाग के अग्रणी महाविद्यालय कवर्धा से डॉ. बी.एस. चौहान, राजनांदगांव से डॉ. बी.एन. मेश्राम, बेमेतरा से निर्मल, बालोद से एल.के. गवेल, दुर्ग से डॉ. जगजीत कौर ने जिले के महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन पर जानकारी प्रस्तुत की। इसके पश्चात् सिलसिलेवार प्रत्येक महाविद्यालय के प्राचार्य एवं आई.क्यू.ए.सी. समन्वयकों ने जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने प्रदेश के महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन पर त्वरित एवं ठोस कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही करने का निर्देश दिए है। बैठक के अंत में राज्य गुणवत्ता प्रकोष्ठ के डॉ.जी.ए. घनश्याम ने आभार प्रदर्शित किया।
दुर्ग / शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं भिलाई-3 निवासी सुरेश धिंगानी ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया है। उन्होंने कोरोना काल के इस विपदा की घड़ी में सहायता कोष अंशदान कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का हाथ मजबूत करने का आह्वान प्रदेश वासियों से किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव सुरेश धिंगानी ने आज कोरोना महामारी के इस आपदा से निपटने मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक लाख रुपये की राशि का चेक प्रदान किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना संक्रमण की इस आपदा में जनजीवन की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहयोग करने की अपील प्रदेश वासियों से की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में शासन-प्रशासन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने दिन रात एक किए हुए है। ऐसे में प्रदेश के लोगों को भी मुख्यमंत्री सहायता कोष में अंशदान देकर श्री बघेल के हाथों को मजबूती प्रदान करने आगे आना चाहिए। सिंधी समाज के प्रदेश स्तरीय वरिष्ठ लोगों में शामिल भिलाई-3 निवासी सुरेश धिंगानी की पहचान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबियों में बनी हुई है। श्री
धिंगानी कहते हैं कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश वासियों को कोरोना महामारी से बचाने बेहतर काम कर रहे हैं। लेकिन इस आपदा से निपटने जनभागीदारी भी आवश्यक है। इसके लिए संपन्न वर्ग मुख्यमंत्री सहायता कोष में सामथ्र्य के अनुसार राशि प्रदान करें तो कोरोना महामारी की चुनौतियों का सामना करने में शासन-प्रशासन को आसानी होगी।
कुम्हारी / शौर्यपथ / भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष निश्चय वाजपेयी ने मांग की है कि प्रदेश सरकार तत्काल किसानों को राहत प्रदान करें। कोविड महामारी और लाकडाउन की दोहरी मार झेल रहे किसानों को फौरी राहत की जरूरत है। गांव-गांव से मांग उठ रही है कि किसानों को धान की बची हुई रकम तुरंत दी जाए। कोविड महामारी गांव-गांव तक फैल गई है। बड़ी संख्या में किसान और किसानी से जुड़े मजदूर इससे प्रभावित हो रहे हैं। बीमारी के कारण से उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ पिछले पंद्रह दिनों से लाकडाउन के कारण सब्जी-भाजी उगाने वाले किसान भी अपनी फसल नही बेच पाए हैं। ऐसे में किसान और मजदूर पैसों की भारी तंगी झेल रहे हैं । बीते कई दशकों में किसानों ने ऐसी परिस्थितियों का सामना नहीं किया है। अत: सरकार को संवेदनशीलता दिखाते हुए किसानों को राहत देेेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले में कोविड महामारी ने हाहाकार मचा रखा है। करोना की दूसरी लहर ने बड़ी संख्या में गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है। पूरे के पूरे गांव कोविड से संक्रमित हो रहे हैं। पूरा का पूरा परिवार बीमार पड़ रहा है। लाकडाउन के कारण किसानों की फसल नही बिक पा रही और खेत में ही खराब हो रही है। गांव की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। गर्मी में सब्जी उगाने वाले किसान मजदूरों का भुगतान नही कर पा रहे हैं। किसानी से जुड़े लोगों के सामने बड़ी संख्या में रोजगार की समस्या खड़ी हो गई है। ऐसी परिस्थिति में किसानों को धान की बकाया राशि मिल जाए तो इस महामारी से जूझने में सहायता होगी।
रिसाली / शौर्यपथ / जिले में लागू लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने एवं कोरोना महामारी को नियंत्रित करने रिसाली निगम की उडऩदस्ता टीम प्रतिदिन क्षेत्र के चैक चैराहों, सार्वजनिक स्थलों का लगातार चैकसी कर रहे है। निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे के निर्देश पर क्षेत्र में लॉकडाउन का पालन कराने निगम की उडऩदस्ता टीम सभी वार्डों में पहुंचकर हठधर्मियों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही को एक अभियान का रूप दे रखा है। कल उडऩदस्ता टीम ने रिसाली बस्ती, कृष्णा टॉकिज रोड रिसाली तालपुरी, रूआबांधा, टंकी मरोदा, स्टेशन मरोदा, नेवई आदि वार्डों के चैक चैराहो व सार्वजनिक स्थलों का सघन निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान टीम ने निगम के ग्रामीण वार्ड डुंडेरा, जोरातराई पहुंचे। इस दौरान डुंडेरा में सब्जी दुकान खोलकर सब्जी विक्रेता सहित ऑटो रिपेयर व्यसायी तथा शासन द्वारा निर्धारित समय उपरांत सायकल में घूम घूमकर दूध बेच रहे दुग्ध व्यवसायी से 1300 रूपए की चालानी कार्यवाही कर लॉकडाउन नियमों का सख्त पालन करने की चेतावनी दिये। निरीक्षण के दौरान रा. नि. अनिल मेश्राम, धर्मरक्षक पाठक, टेकराम व पंकज भगत आदि शामिल थे।
टीकाकेन्द्रों, टेस्टिंग स्थलों, कन्टेंनमेंट जोन, मुक्तिधाम सहित सार्वजनिक स्थलों का प्रतिदिन सैनेटाइजेशन
आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे के निर्देश पर क्षेत्र के संवेदनशील स्थलों सहित सार्वजनिक जगहों का व्यापकता के साथ सोडियम हाइपोक्लोराइड घोल का छिड़काव युद्धस्तर पर किया जा रहा है। निगम की स्वास्थ्य अमला की टीम निगम के सभी वार्डो में स्थापित वैक्साीनेशन सेंटर, उपस्वास्थ्य केन्द्र, कन्टेंनमेंट जोन, होम आइसोलेशन एवं पॉजीटिव मरीजों के घरों के अलावा निगम के मुक्तिधाम सहित निगम क्षेत्र के सार्वजनिक स्थलों तथा आवाजाही जगहों का प्रतिदिन टैंकरो व हैंड स्प्रे के माध्यम से छिड़काव किया जा रहा है। संवेदनशील स्थलों के अलावा कल स्वास्थ्य अमला के सैनेटाइजेशन टीम द्वारा प्रगति नगर सड़क नंबर 12, 15, 16 आशीष नगर पश्चिम, सड़क नं. 11 तालपुरी ब्लाक नं. 151 सहित रिसाली सेक्टर में ब्लाक नं. 19, 20, 23, 24, 25 एवं मरोदा सेक्टर में एम पॉकेट संपूर्ण ब्लॉक तथा एल पॉकेट में 16, 17, 18 ब्लाक तथा मैत्री नगर वार्ड के संपूर्ण क्षेत्र का सैनेटाइजेशन किया गया। इसके अलावा निगम के ग्रामीण वार्ड डुंडेरा, जोरातराई व पुरैना में भी टैंकर व हैंड स्पे्र मशीन के माध्यम से व्यापकता के साथ सैनेटाइजेशन किया गया।
कान्टेक्ट टेऊसिंग टीम की नियमित समीक्षा
कोविड के रोकथाम हेतु निगम की कान्टेक्ट टेऊसिंग टीम की आयुक्त श्री सर्वे शाम को कार्यालय में प्रतिदिन निगम के नोडल अधिकारी रमाकांत साहू के साथ समीक्षा कर रहे है। समीक्षा के दौरान वे निगम क्षेत्र में कोविड की वस्तु स्थिति की जानकारी के साथ साथ कोरोना प्रसार को रोकने ट्रेसिंग टीम द्वारा किये जा रहे जरूरी उपायों की जानकारी भी ले रहे है। इस दौरान वे आवश्यक दिशा निर्देश भी टेऊसिंग टीम को दे रहे है। इसके अलावा आयुक्त द्वारा निगम में स्थापित कोरोना कंट्रोल रूम एवं हेल्प लाइन नंबर पर आये आवेदनों एवं शिकायतों का सतत समीक्षा कर अविलम्ब निराकरण करने के निर्देश निगम अधिकारियों को दे रहे है।
भिलाई / शौर्यपथ / भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव सोमवार को बीएसपी के अधिकारियों से मिले और टॉउनशिप के नलों में आ रहे गंदे पानी के विषय पर चर्चा की। अधिकारियों को निर्दशित किया कि वे जल्द ही साफ पानी की सप्लाई करें। गंदा पानी की शिकायत आ रही है। लोग परेशान है। जल्द पानी साफ नहीं किया गया तो बीमारी का खतरा बना रहेगा। इससे विधायक ने अधिकारियों को निर्देश देने के साथ ही फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने विधायक देवेंद्र यादव को पानी फिल्टर करने की विधि दिखाई और बताया कि उन्होंने पानी साफ करने के लिए प्राइवेट एजेंसी को जिम्मेदारी दी है। इस समस्या का समाधान निकाल लिया गया है।
विधायक देवेंद्र यादव को टाउनशिप के वार्डों में बीते कुछ दिनों से मटमैला पानी आने की शिकायत मिल रही थी। विधायक देवेंद्र यादव कोरोना पाजिटिव होने की वजह से होमक्वारंटिन थे। इसलिए वे फोन पर ही अधिकारियों से संपर्क कर साफ पानी सप्लाई करने का निर्देश दिए थे। लेकिन जैसे ही वे कोरोना निगेटिव हुए उनका होम क्वारंटाइन खत्म हुआ। वे बीएसपी के अधिकारियों से मिलने सोमवार को स्टेट आफिस पहुंचे। जहां उन्होंने बीएसपी के अधिकारियों से करीब 1 घंटा चर्चा की और टॉउनशिप के नलों में आ रहे मटमैले पानी के संबंध में चर्चा कर। इस समस्या को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही विधायक देवेंद्र यादव ने बीएसपी के मरोदा स्थित फिल्टर प्लांट का निरीक्षण भी किया। विधायक श्री यादव ने फिल्टर का पूरा निरीक्षण किया और पानी को फिल्टर प्लांट में लाने से लेकर उसे फिल्टर कर नलों तक सप्लाई करने की विधि को बारिकी से देखा और पूरी जानकारी ली। इस दौरान अधिकारियों ने विधायक देवेंद्र यादव के सामने लैब में पानी की टेस्टिंग करके दिखा।
पानी का रिपोर्ट लेकर गए थे विधायक
विधायक यादव अपने साथ टाउनशिप में सप्लाई की जा रही पानी के जांच की रिपोर्ट भी लेकर गए थे। रिपोर्ट दिखाकर अधिकारियों पर नाराजी जताते हुए कहा कि सेक्टर 7, हुडको सहित विभिन्न इलाकों के नलों में ऐसा मटमैला पानी आ रहा है। इसे ठीक करें और लोगों को शुद्ध पानी दे। अशुद्ध पानी सप्लाई करने से लोगों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। जो बड़ी चिंता का विषय है। इस पर अधिकारियों ने उन्हे आश्वसत किया कि पानी पीने योग्य है। विधायक के निर्देश पर अधिकारियों ने कहा कि वे शहर के सभी वार्डों से अलग-अलग जगह से पानी का सैम्पल लेकर जांच करेंगे और उन्हें रिपोर्ट देंगे।
प्राइवेट एजेंसी को दिए काम
विधायक देवेंद्र यादव को अधिकारियों ने बताया कि पानी को साफ करने के लिए उन्होंने एक प्राइवेट एंजेसी को जिम्मेदारी दी है। जो हाई क्वालिटी की क्लोरिन डालकर पानी को साफ करेंगे। जल्द ही पानी पूरी तरह से शुद्ध हो जाएगी और मटमैला भी नहीं रहेगा। इसकी विधि कोे भी अधिकारियों ने प्रयोग कर विधायक को दिखाया। इस अवसर पर टाउनशिप के जीएम यूके झा, वाटर डिपार्टमेंट के हेड राधिका कृष्णन और व्हीएस राय उपस्थित रहे।
बेमेतरा / शौर्यपथ / भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी और जिला सन्गठन प्रभारी अजय राव ने सोमवार को जिला भाजपा के वरिष्ठ नेताओ एवं पत्रकारों से वर्चुअल बैठक के माध्यम से जिले में कोरोना की स्थिति एवं अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनो पर चर्चा किया। इसमें पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, पूर्व विधायक अवधेश चंदेल, जिला महामंत्री विकास धर दीवान और नरेन्द्र वर्मा के साथ जिले के सभी मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी जुड़े। प्रभारी राव ने बेमेतरा में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली।
जिलाध्यक्ष जोशी ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार दिशाहीन है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा शासनकाल के 15 वर्षो में बनाई व्यवस्था को चौपट कर दिया है. कोरोना की पहली लहर के बाद के समय में प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्य्स्वथाओ को दुरुस्त करने के बजाय आँख मूंदे बैठी रही, जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश की जनता को कोरोना की दूसरी लहर की भयावह स्थिति झेलनी पढ़ रही है. केंद्र सरकार ने कोरोना से लड़ने राज्य को 800 करोड़ रूपये दिए लेकिन राज्य सरकार उसका सदुपयोग नही क्र पाई.
जोशी ने बताया कि केद्र द्वारा भेजे 2500 वेंटीलेटर को महीनों खोला नही गया और अब उसके खराब होने का आरोप लगा रहे है.उन्होंने का कि बढ़े दुर्भाग्य कि बात है कि जिस विभाग को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी थी उसी विभाग के मंत्री बैठक से नदारद रहे. बेमेतरा जिले कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है, एकतरफ जंहा सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि गायब है,ऐसे में जिला भाजयुमो ने लोगो की सहायता के लिए हेल्पलाइन जारी किया है और यथासम्भव मदद कर रहे है.
जिला प्रभारी राव ने कहा कि सरकार कोरोना को रोकने में सरकार नाकाम रही है. लोग भटक रहे है. अस्पताल में न ही बेड बची है और न ही संसाधन उपलब्ध कराए गये है. अस्पतालों में न वेंटीलेटर है और न ही ओक्सिजन, स्थिति बढ़ी नाजुक हो गई है. राज्य सरकार संसाधनो का उचित उपयोग नही कर पाई.
पूर्व संसदीय सचिव बाफना ने कहा कि कोरोना काल में हमने बहुत कुछ खोया है, जिले के कई भाजपा कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि आज हमारे बिच नही रहे. प्रदेश एवं जिला में स्थिति भयावह है. इंजेक्शन तक की कालाबाजारी चल रही है.अस्पतालों में बेड नही बचे है, अधिकारी अपने हाथ खड़े कर रहे है. राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग को पर्याप्त व्यस्व्था देने में असमर्थ रही है. उन्होंने अपील किया कि ऐसे गम्भीर महामारी के समय में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता आगे आये और लोगो का सहयोग करे.
पूर्व विधायक चन्देल ने कहा कि काग्रेस द्वारा टिकाकरण को लेकर जमकर भ्रम फैलाया गया था. आज टिका लगवाना अति आवश्यक है, 45 वर्ष से अधिक सभी लोगो को टिका लगवाने के लिए प्रेरित करें. बैठक का संचालन जिला महामंत्री विकास दीवान ने किया. जिसमे दयावन्त धर बांधे, देवादास चतुर्वेदी, बब्लू राजपूत, दिपेश साहू, आकिब मलकानी, लक्ष्मीलता वर्मा, परमेश्वर वर्मा, अजय शर्मा, मधु रॉय, निशा चौबे आद शामिल हुए.
भिलाई नगर/ शौर्यपथ / कांटेक्ट ट्रेसिंग बेहद महत्वपूर्ण कार्य है! यह सबसे प्रथम स्टेज होता है जब किसी कोविड पॉजिटिव मरीज से दूरभाष के माध्यम से प्रथम बार संपर्क किया जाता है! इस दौरान मरीजों द्वारा सही-सही जानकारी देना बहुत आवश्यक है इसी के आधार पर मरीजों को दवाइयां एवं इनकी मॉनिटरिंग होम आइसोलेशन के दौरान की जाती है! कांटेक्ट ट्रेसिंग में पॉजिटिव व्यक्ति का नाम, उम्र, संपर्क नंबर, पिता का नाम, मोबाइल नंबर, पूर्ण पता, वार्ड, जिला, व्यवसाय, सर्दी, खासी, बुखार, सिरदर्द, या अन्य कोविड के लक्षण, यदि महिला व्यक्ति है तो क्या वह गर्भवती है इसका विवरण, कोविड सैंपल के प्रकार जैसे एंटीजन, आरटीपीसीआर, ट्रूनॉट, सैंपल एवं इसका दिनांक, परिणाम आने की तिथि, अन्य गंभीर बीमारी जैसे बीपी, शुगर, गर्भवती, कैंसर, लकवा, टीबी, सिकलिंग, ह्रदय रोग इत्यादि के बारे में जानकारी एकत्रित की जाती है! परिवार में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों की संख्या, परिवार में 10 वर्ष से कम उम्र वाले व्यक्तियों की संख्या, परिवार में गर्भवती महिला की संख्या, यात्रा का विवरण क्या विगत 15 दिनों में कहीं यात्रा किया गया है, यदि किया गया है तो उसका संपूर्ण विवरण! एक ही घर या परिवार में रहने वाले व्यक्तियों का विवरण, घर में बाहर से आने वाले व्यक्तियों का विवरण की जानकारी कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान ली जा रही है! पॉजिटिव मरीजों द्वारा सही जानकारी देने पर होम आइसोलेशन की काउंसलिंग के दौरान मरीजों को घर पर ही देखरेख में मदद मिलती है! होम आइसोलेशन के गंभीर मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भी पहुंचाया जाता है! काउंसलिंग के दौरान सही-सही जानकारी देने की सलाह भी दी जाती है! कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान मरीज घर पर है या अस्पताल में इसकी भी जानकारी ली जाती है! इसके लिए भिलाई निगम के सभागार में कर्मचारी तैनात हैं जो पॉजिटिव की सूची प्राप्त होते ही कांटेक्ट ट्रेसिंग का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं! इसकी मॉनिटरिंग निगमायुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर डॉक्टर जामगेड़े एवं सीपीएम तुषार वर्मा कर रहे हैं! इस दौरान पॉजिटिव व्यक्ति से सही जानकारी मिलने पर उनका उपचार होम आइसोलेशन के दौरान सही तरीके से किया जा सकता है! इसलिए सैंपल देते वक्त अपना सही मोबाइल नंबर देना अति आवश्यक है ताकि पॉजिटिव मरीज को जल्द ही रिकवर किया जा सके!