October 24, 2025
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बेमेतरा

बेमेतरा (522)

 कोंडागांव / शौर्यपथ /

शासन की विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं एवं नगरपालिका द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं के संबंध में आ रही समस्याओं के निदान एवं उनके निराकरण के लिए कांग्रेस के प्रतिनिधियों द्वारा नगर के विभिन्न वार्डो में सात दिनों तक सामाधन शिविरों का आयोजन किया जा रहा हैं। पहले ही दिन मंगलवार को कोपाबेडा वार्ड क्रमांक 15 में इस शिविर का आयोजन किया गया। चार घंटे चलने वाली इस समाधन शिविर में वाडर्वासियों ने बिजली, पानी, राशनकाडर्, वनाधिकार पट्टा सहित अन्य मांगों को लेकर शिविर स्थल पहुंचे। जहॉ अपनी समस्याओं को एक निधार्रित फारमेर्ट में भरकर जमा करते दिखाई पड़े तो कुछ लोगों की समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया गया तो कुछ को समधान के लिए नियामानुसार कायर्वाही करने की बात की गई अब देखना होगा कि, इस शिविर का कितना फायदा वाडर्वासियों को मिल पाता है या फिर यह भी कागजी कायर्वाही तक ही सिमटकर रह जाएगा।

नगर पालिका उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी ने इस शिविर के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि, नगर प्रशासन के द्वारा यह आयोजन तो किया जा रहा है, लेकिन यहॉ वनाधिकार के लिए दिये जाने वाले फॉरमेट ही गलत है जब कि वन अधिकार पट्टा के लिए आदिवासियों ओबीसी के लिए पिले रंग का फार्म आता है व गैर आदिवासियों के लिए गुलाबी रंग का जब इनके पास ऐसा फार्म ही नही है तो ये वन अधिकार पट्टा कैसे देंगे तो ये एक सोचने का विषय है कि पब्लिक को किस तरह गुमराह किया जा रहा है और हाल ही में 2 दिन पूर्व ही जिले के विधायक मोहन मरकाम जी यहां पर आए थे और उन्होंए यह कहा है कि रोडो की स्वीकृती हो गई है जैसा कि आज अधोसंरचना मद के अंतर्गत हम जानते है कि किसी भी क्षेत्र में चाहे वह पंचायत हो या नगर पंचायत, नगर पालिका मुख्यमंत्री जी के द्वारा घोषणा किया गया था कि राशि बढ़ा कर सभी पंचायतों व नगर पालिका में दिया जायेगा जिसके तहत नगर पालिका परिषद में पांच करोड़ रुपया अधोसंरचना मद में आया है और उसे वितरण करते हुए नगर पालिका सीएमओ व अध्यक्ष मोहदया के द्वारा सभी वार्डो में चाहे वह कांग्रेस के हो या भाजपा के सभी वार्डो में 22- 22लाख रुपये का काम स्वीकृत किया गया है और विधायक जी द्वारा अपना श्रय लिया जा रहा ।जब कि इसकी तकनीकी स्वीकृति व प्राकलन भी नही हुआ है और वादों में सूची को देख के बोल रहे है कि यहां पर स्वीकृत करा दिए है ये रोड बनने वाला है तो इस तरह का झूठा आस्वासन जनता को देना ठीक नही है।

 उसेंडी ने आगे कहा कि मरकाम जी का धरातलीय जमीन खिसकते नजर आ रहा है वो सिर्फ कागज में लिखा हुआ उसको पड़ के वार्डो का भ्रमण कर रहे है और जनता को ये बतारहे है कि पैसा में ला रहा हु मै काम करा रहा हु जब कि यह कोई भी सरकार रहें पंचायत नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद में जो राशि आनी है वो आते ही रहेगा।

नगर पालिका परिषद कोंडागांव में 2019 में जब परिषद का चुनाव होने वाला था उस वक्त विधायक मोहन मरकाम के द्वारा नजूल भूमि वन झुग्गी झोपड़ी पट्टा देने का फॉर्म भरवाया गया था जो आज दिवस तक नही मिला है कोंडागांव के पूरे 22 वार्डो में यह फॉर्म भरवाया गया था आज हितग्राही उस पट्टे का शुल्क जमा कर चुके है अब वो हितग्राही नगर पालिका आ रहे है या तहसील ऑफिस या जिला कार्यालय जा कर भटक रहे है विगत तीन सालों में 142 लोगो को पट्टा मिला है क्यों कि वह चुनावी सभा था उसके बाद आज तक किसी व्यक्ति को झुग्गी झोपड़ी वालो को पट्टा नही मिला है उसके लिए विधायक जी क्या कर रहे है ?उन्हें सोचना चाहिए इस ओर हितग्राही किसके पास जाए जनप्रतिनिधि या विधायक जी या कलेक्टर जी के पास घूम घूम के परेशान है अब ये नया प्रलोभन वन अधिकार पट्टा देने की बात कह रहे है।

दंतेवाड़ा/ शौर्यपथ /

जिला दंतेवाड़ा में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के दिशा निर्देशन में यातायात पुलिस दंतेवाड़ा द्वारा यातायात नियमों के पालन हेतु जन जागरूकता के साथ ही प्रचार -प्रसार व समझाईश कार्यक्रम चला रही है। आज दिनांक 10.05.2022 क़ो यातायात प्रभारी दंतेवाड़ा निरीक्षक सलीम खाखा के नेतृत्व में यातायात पुलिस बल द्वारा बचेली रोड में ब्लैक फि़ल्म लगे चार पहिया वाहनों की चेकिंग करते हुए 08 गाडिय़ों के काले शीशे को मौके पर ही निकलवाया गया। ज्ञात हो की माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा ब्लैक फि़ल्म को अवैधानिक घोषित किया गया है किन्तु नक्सल प्रभावित क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए शासन से विभिन्न श्रेणीयों के सुरक्षा प्रदत्त प्रॉटेक्टियों को सुरक्षागत कारणों से छूट दी गई है किन्तु क्षेत्र की संवेदनशीलता का फायदा उठाकर कई व्यक्ति जिन्हें किसी प्रकार का सुरक्षा श्रेणी में नहीं रखा गया है वे भी काले शीशे लगवाकर धड़ल्ले से घूम रहे हैं. कई बार असामाजिक तत्व भी काले शीशे का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम देकर भागने में सफल हो जाते हैं. आगामी दिनों माननीय मुख्यमंत्री महोदय का जिला दंतेवाड़ा प्रवास प्रस्तावित है,

इस दृश्टिकोण से भी पुलिस सतर्क हो गई है। अब दंतेवाड़ा यातायात पुलिस द्वारा शासन से बगैर सुरक्षा प्रदत्त व्यक्तियों द्वारा अपने निजी वाहनों में काले शीशे लगाकर घूमने वालों पर कार्रवाही शुरू कर दी है. यातायात प्रभारी सलीम खाखा द्वारा जानकारी दी गई कि सामान्यत: चार पहिया वाहनों में 30 से 40 प्रतिशत रंगीन काले शीशे /ब्लैक फि़ल्म मान्य है। वाहन के डोर ग्लास और रियर ग्लास में 60 से 70 प्रतिशत विजिबिलिटी होनी ही चाहिए अर्थात चार पहिया वाहन के अंदर बैठे व्यक्तियों कि संख्या व उनकी हरकत स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए।
यातायात प्रभारी द्वारा आमजनों से अपील किया गया कि जिन्हें शासन की ओर से किसी भी प्रकार की सुरक्षा श्रेणी में नहीं रखा गया है वे अपने वाहनों में 30-40 प्रतिशत से अधिक रंगीन काले शीशे का उपयोग न करें अन्यथा उनके विरुद्ध मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधान के तहत चालानी कार्रवाही की जा सकेगी।

 

कवर्धा / शौर्यपथ /

भीषण गर्मी से अनेक तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में सतर्कता व जागरूकता ही बचाव के लिए जरूरी है। शासन-प्रशासन की ओर से उपचार की व्यवस्था कर ली गई है लेकिन ज्यादा उचित है कि बचाव के उपायों को अपनाकर सुरक्षित रहा जाए। डॉ मुखर्जी ने बताया कि गर्मियों में लू अथवा हीट स्ट्रोक, फूड पॉइजनिंग, डिहाइड्रेशन, पीलिया, टाइफाइड, चिकन पॉक्स व स्किन सम्बन्धी समस्या बढ़ सकती है अत: सतर्क रहना जरूरी है वरना यह जानलेवा हो सकते हैं।
लू से बचें

डॉ मुखर्जी ने बताया कि लू यानी कि हीट स्ट्रोक जिसे मेडिकल टर्म में 'हाइपरथर्मियाÓ कहा जाता है। गर्मी के मौसम में होने वाली सबसे कॉमन बीमारियों में से ये एक है। लंबे समय तक तेज धूप में रहने के कारण लू की चपेट में आ सकते हैं। हीट स्ट्रोक होने पर सिर में तेज दर्द, तेज बुखार, उल्?टी, तेज सांस लेना,चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना या बेहोश हो जाना, यूरिन कम पास होना जैसे लक्षण आते हैं। इससे बचने के लिए कभी भी खाली पेट घर से बाहर ना निकलें। हाइड्रेट रहें और जहां तक हो सके खुद को ढक कर ही धूप में जाएं। कोशिश करें कि अतिआवश्यक न हो तो दोपहर 11 बजे से 4 बजे तक घर पर रहें।
फ़ूड पॉइजनिंग
फ़ूड पॉइजनिंग भी गर्मियों में होने वाली एक कॉमन समस्या है। यह दूषित भोजन या दूषित पानी के सेवन से होता है। इस मौसम में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस तेजी से ग्रोथ करते हैं, ऐसे में शरीर के अंदर अगर किसी तरह का बैक्?टीरिया, वायरस, टॉक्सिन आदि चला जाए तो फूड पॉइजनिंग हो सकता है। इसके लक्षण की बात करें तो इसमें पेट दर्द, जी मिचलाना, दस्त, बुखार और शरीर में दर्द आदि होते हैं। इसमें ना सिर्फ पेट मरोड़ के साथ दर्द करता है, बल्कि डायरिया, उल्टी जैसी समस्याएं भी नजर आने लगती हैं। इसलिए इस मौसम में खुले में बिक रहा खाना, ठंडा खाना, बासी खाना या दूषित खाना आदि से बचना बहुत जरूरी है। कोशिश करें साफ और ताजा खाना खाएं।
टायफाइड
टायफाइड एक ऐसी बीमारी है जो दूषित पानी पीने से होती है। आमतौर पर जब संक्रमित बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है तब टायफाइड की समस्या होती है। 
लक्षण- टायफाइड में तेज बुखार, भूख ना लगना, पेट में तेज दर्द होना, कमजोरी महसूस होना जैसे लक्षण नजर आते हैं। 
बचाव- गर्मी के मौसम में टायफाइड का खतरा ज्यादा रहता है। इससे बचने के लिए बाहर का दूषित खाना ना खाएं और साफ पानी पिएं। टायफाइड से बचने के लिए वैक्सीन भी लिया जा सकता है।

खसरा(चिकनपॉक्स)
गर्मियों में मीजल्स यानी खसरा और चिकनपॉक्स जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।मीजल्स और चिकनपॉक्स दोनों ही वायरस से होने वाली बीमारी है। 
बचाव- मीजल्स से बचने के लिए नवजात शिशुओं को एम एम आर का टीका लगाया जाता है। वहीं, चिकनपॉक्स से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखना जरूरी है। इसके लिए अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं, सैनिटाइज करें, बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
मौत की वजह न बने शरीर का अधिक तापमान
गर्मी में तेजी से वृद्धि शरीर के तापमान के समतुलन को प्रभावित करता है, इससे ऐंठन, थकावट, हीटस्ट्रोक और हाइपरथर्मिया सहित हार्ट अटैक जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। शरीर का अधिक तापमान हीटवेव्स कार्डियोवैस्कुलर, श्वसन, और सेरेब्रोवास्कुलर बीमारी और मधुमेह सहित कई स्थितियों को भी खराब कर सकती हैं।
बहुत तेज़ धूप या हीटवेव्स के कारण हीटस्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है। मानव शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.7 डिग्री फ़ारेनहाइट होता है। और इसे नियंत्रित न कर पाने पर हीटस्ट्रोक होता है। हीटस्ट्रोक के कारण व्यक्ति अचानक बेहोश हो सकता है या उसे उल्टियां आ सकती हैं। शरीर में तेज़ दर्द भी इसका कारण हो सकता है। इसकी वजह से रक्त का तापमान बढ़ता है और अचानक हृदयघात हो सकती है, जिससे मौत का खतरा होता है।
शासन की ओर से पुख्ता है इंतजाम*
डॉ मुखर्जी ने बताया कि गर्मियों में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए शासन व जिला प्रशासन के सहयोग व मार्गदर्शन से स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां पुख्ता कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि जिले में सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ओ आर एस व जिंक कॉर्नर बनवाया गया है, साथ ही आपातकाल के लिए जिला अस्पताल समेत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अलग से वार्ड की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिए गए हैं। इन बीमारियों से बचाव हेतु जिला अस्पताल समेत सभी विकास खंडों में टीम गठन किया गया है। समस्त शासकीय अस्पतालों में ओपीडी , प्रतीक्षा कक्षों में कूलर की अनिवार्य व्यवस्था भी करवा दिया गया है।

बेमेतरा/ शौर्यपथ /

भारतीय जनता पार्टी के बेमेतरा जिला महामंत्री विकास धर दीवान ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छोटे-मोटे अफसरों और कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई करके प्रदेश की जनता को आखिर क्या बताना चाहते हैं? जबकि उच्च स्तरीय भ्रष्टाचार पर उनकी आंखें रंगीन चश्मे चढ़ा लेती हैं। अभी हाल ही विधायक के भ्रष्टाचार पर उंगली उठाने वाले युवा आयोग के सदस्य को 6 साल के लिए कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। यानी कांग्रेसियों को भी भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने की आजादी नहीं है। जो भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलेगा वह अनुशासनहीन माना जाएगा। कांग्रेस विरोधी माना जाएगा और भूपेश बघेल का भी विरोधी माना जाएगा। दूसरी बात यह कि जब उनके ही मंत्रिमंडलीय सहयोगी ने कोरबा कलेक्टर को भ्रष्ट बताया था तो भूपेश बघेल ने अपने ही मंत्री के कथन पर कोई एक्शन नहीं लिया। अब छोटे-मोटे कर्मचारियों को सस्पेंड करके भूपेश बघेल नायक बन रहे हैं।

भाजपा महामंत्री विकास दीवान ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की जनता को भ्रमित करने के लिए तरह-तरह के स्वांग रचते हैं। वह भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं। प्रदेश में पूरी तरह अराजकता और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन गया है। तरह-तरह के माफिया सरकार के राजनीतिक संरक्षण में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। सरकार का पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार के अधीन चल रहा है। बड़े-बड़े घोटालेबाज रिटायरमेंट के बाद भी सरकार की अनुकंपा पर जमे हुए हैं और जिम्मेदार पदों पर काम कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्टाचारियों को नए-नए कारनामे करने के लिए अवसर दिए जा रहे हैं। अतिरिक्त प्रभार दिया जा रहा है। दूसरी तरफ द्वितीय और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों अधिकारियों को सस्पेंड करके यह बताया जा रहा है कि यह सरकार बड़ी ईमानदार है। जबकि छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह सरकार किसी काले दाग से कम नहीं है। कांग्रेस की तो संस्कृति में ही भ्रष्टाचार रचा बसा हुआ है लेकिन देश भर के कांग्रेसियों के बीच भूपेश बघेल की सरकार भ्रष्टाचार के मामले में सबसे आगे निकल चुकी है।

संवाददाता शुभम दुबे
बेमेतरा/ शौर्यपथ / भारतीय जनता पार्टी के बेमेतरा जिला महामंत्री विकास धर दीवान ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छोटे-मोटे अफसरों और कर्मचारियों  पर निलंबन की कार्रवाई करके प्रदेश की जनता को आखिर क्या बताना चाहते हैं? जबकि उच्च स्तरीय भ्रष्टाचार पर उनकी आंखें रंगीन चश्मे चढ़ा लेती हैं। अभी हाल ही विधायक के भ्रष्टाचार पर उंगली उठाने वाले युवा आयोग के सदस्य को 6 साल के लिए कांग्रेस ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। यानी कांग्रेसियों को भी भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने की आजादी नहीं है। जो भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलेगा वह अनुशासनहीन माना जाएगा। कांग्रेस विरोधी माना जाएगा और भूपेश बघेल का भी विरोधी माना जाएगा। दूसरी बात यह कि जब उनके ही मंत्रिमंडलीय सहयोगी ने कोरबा कलेक्टर को भ्रष्ट बताया था तो भूपेश बघेल ने अपने ही मंत्री के कथन पर कोई एक्शन नहीं लिया। अब छोटे-मोटे कर्मचारियों को सस्पेंड करके भूपेश बघेल नायक बन रहे हैं।

भाजपा महामंत्री विकास दीवान  ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की जनता को भ्रमित करने के लिए तरह-तरह के स्वांग रचते हैं। वह भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं। प्रदेश में पूरी तरह अराजकता और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन गया है। तरह-तरह के माफिया सरकार के राजनीतिक संरक्षण में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। सरकार का पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार के अधीन चल रहा है। बड़े-बड़े घोटालेबाज रिटायरमेंट के बाद भी सरकार की अनुकंपा पर जमे हुए हैं और जिम्मेदार पदों पर काम कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्टाचारियों को नए-नए कारनामे करने के लिए अवसर दिए जा रहे हैं। अतिरिक्त प्रभार दिया जा रहा है। दूसरी तरफ द्वितीय और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों अधिकारियों को सस्पेंड करके यह बताया जा रहा है कि यह सरकार बड़ी ईमानदार है। जबकि छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह सरकार किसी काले दाग से कम नहीं है। कांग्रेस की तो संस्कृति में ही भ्रष्टाचार रचा बसा हुआ है लेकिन देश भर के कांग्रेसियों के बीच भूपेश बघेल की सरकार भ्रष्टाचार के मामले में सबसे आगे निकल चुकी है।

 कवर्धा / शौर्यपथ /

वनोपज से लगे कबीरधाम जिले के 33 हजार संग्राहक परिवारों के घर मई माह में धन लक्ष्मी वर्षा होगी। वनोपज से जुड़े जिले के 33 हजार परिवार तेन्दूपत्ता की तोड़ाई काम में जुट गए है। पूरे मई माह में यह परिवार लगभग 40 हजार 800 मानक बोरा की तोड़ाई करेगा। वनोपज से जुड़े इस सभी परिवारों को एक माह में लगभग 16 करोड़ 32 लाख रूपए का सीधा लाभ मिलने वाला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के तेन्दूपत्ता संग्राहकों के आमदानी को बढ़ाने और उन्हे आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए 25 सौ रूपए प्रतिमानक बोरा से बढ़ाकर 4 हजार रूपए प्रति मानक बोरा दर निर्धारित किया है। कबीरधाम जिले में तेन्दूपत्ता तोडऩे वाले 33 हजार संग्राहकां को महज एक माह में लगभग 16 करोड़ 32 लाख रूपए का सीधा लाभ मिलने वाला है। इस साल 40 हजार 800 मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। जिले के 252 फड़ों के जरिए इसकी खरीदी हो रही है।

प्रदेश के वनमंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार कवर्धा वनमंडला अधिकारी चुरामणि सिंह विभाग के मानक के अनुरूप तेन्दूपत्ता संग्रहण करने में जुट गया है। डीएफओ श्री सिंह ने प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति राजानवागांव के फड़ छपरी और दियाबार में आज से तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य का शुभारंभ किया गया। तेंदूपत्ता संग्रहण के संबंध में बताया कि कबीरधाम जिले के वनवासियों द्वारा अक्षय तृतीया के दिन 10-10 तेंदूपत्ता गड्डियों की पूजा की गई थी।

चिकना और सपाट तेन्दूपता की तोड़ाई करें- डीएफओ - चूडामणि सिंह

वनमंडलाधिकारी चुरामणि सिंह कहा कि तेन्दूपत्ता का चिकना और सपाट पत्ता ही उपयोग में लाया जाता है। इसलिए तेन्दूपत्ता संग्राहक चिकना और सपाट तेन्दूपत्ता की ही तोड़ाई करें। उन्होने जिले के तेन्दूपत्ता संग्राहकों से अपील करते हुए कहा कि ग्रामवासी चिकना, सपाट व कम से कम 01 बीड़ी बनाने योग्य पत्ता तोड़े। माता दाग, छोटा तथा कंवला पत्ता ना तोड़े। पत्ता तोड़ाई के बाद 50-50 तेंदूपत्ता की गड्डी की बंधाई ठीक ढंग से करें, ताकि आंधी आने पर पत्ते उडऩे न पाये। तेंदूपत्ता शाम 3.00 बजे से अंधेरा होने के पूर्व अपने ग्राम की तेंदूपत्ता फड़ों पर लेकर पहुॅंचे। फड़मुंशी से जांच के बाद 100-100 गड्डी के चट्टे लगाकर गिनती करवाकर अपने संग्राहक कार्ड में लायी तेंदूपत्ता गड्डी की प्रविष्टि जरूर कराएं। ग्रामीण संग्राहक कार्ड में संबंधित फड़मुंशी के हस्ताक्षर करवाकर कार्ड अपने पास सुरक्षित रखें।

लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से संग्राहकों का सर्वेक्षण व ईकेवायसी

इस वर्ष संग्राहकों का सर्वेक्षण कार्य भी लोक सेवा केन्द्र के व्हीएलई के माध्यम से करवाया जा रहा है। सभी संग्राहकों का ईकेवायसी हो जाने पर संग्राहकों को उनके द्वारा संग्रहित तेंदूपत्ता का भुगतान उनके खातों में सीधे पहुॅंच जाएगा। वनमंडलाधिकारी ने बताया कि समस्त ग्रामवासी लोक सेवा केन्द्र दल को ई केवायसी के लिए जरूरी दस्तावेज राष्ट्रीयकृत बैंक का खाता बुक, राशन कार्ड, विगत वर्षो का संग्राहक कार्ड,आधार कार्ड, मोबाईल नम्बर, संग्राहक यदि कृषक हो तो रकबा, खसरा क्रमांक व बी-1 की नकल दे। एक बार सर्वेक्षण होने के बाद संग्राहकों को बोनस, छात्रवृत्ति तथा बीमा संबंधी कार्यों को सरलता से संपन्न कराया जा सकेगा। समस्त आवेदन लोक सेवा केन्द्र में लगाते ही आनलाईन कार्यवाही प्रारंभ हो जाएगी और भुगतान सीधे उनके खाते में पहुॅच जाएगा। वनमंडलाधिकारी द्वारा वन अमले को भी प्रत्येक फड़ पर संग्रहण दर तथा गुणवत्ता मानक का बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। 23 लाटों के अग्रिम क्रेताओं को भी तेंदूपत्ता संग्रहण के 24 घंटे के अंदर परिदान प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।

19 प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के लिए 19 पोषक अधिकारी और 19 प्रबंधकों की ड्यूटी लगाई

डीएफओ चुरामणि सिंह ने जिले के सभी फड़ों में फड़ मुंशी और फड़ अभिरक्षकों की ड्यूटी लगाई है। तेंदूपत्ता संग्रहण के इस कार्य को कराने के लिए उप वन मंडल अधिकारी, जोनल अधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी बतौर नोडल अधिकारी और इन 19 प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के लिए 19 पोषक अधिकारी और 19 प्रबंधकों की ड्यूटी लगाई गई है। कबीरधाम जिले के जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन मर्यादित कवर्धा में तेंदूपत्ता संग्रहण वर्ष 2022 में संग्रहण लक्ष्य 40800 मानक बोरा, 16.32 करोड़ रुपए और संग्राहक परिवार संख्या लगभग 33000 निर्धारित किया गया है। बीते साल खरीदे गए थे 15.20 करोड़ रुपए का तेंदूपत्ता। कबीरधाम जिले में वर्ष 2021 में 38013.345 मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदी हुई थी। इसका 30927 संग्राहक परिवारों को 15.20 लाख रुपए भुगतान किया गया था। इसी तरह वर्ष 2020 में 20304.090 मानक बोरा (8.12 करोड़ रुपए) और वर्ष 2019 में 35411.300 मानक बोरा (14.16 करोड़ रुपए) का तेंदूपत्ता खरीदे थे।

कवर्धा / शौर्यपथ /

आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास इन्द्रावती भवन नवा रायपुर के निर्देशानुसार राजीव युवा उत्थान योजना वर्ष-2019 अंतर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिभावान छात्र, छात्राओं को एस.एस.सी, बैंकिंग, रेल्वे एवं व्यापम जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए चयनित कोचिंग संस्था इन्नोएड एकडमी रायपुर के साथ अनुबंध निष्पादित किया गया है।

आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त  आर.एस. टंडन ने बताया कि परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ गुरूवार को पुराना कचहरी पारा स्थित भवन में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत संदीप कुमार अग्रवाल उपस्थित थे साथ ही आर.एस.टण्डन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, एकेडमी के संचालक योगेश देवांगन, प्रमोद प्रकाश प्राचार्य एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय तरेगांव जंगल तथा एकेडमी के फैकल्टिस सतीश जायसवाल एवं पुष्पलता साहू उपस्थित थे। उन्होनें बताया कि उक्त प्रशिक्षण का सत्र 6 माह निर्धारित है। प्रशिक्षण में 100 प्रशिक्षणार्थी को प्रवेश दिया गया है। जिसमें 50 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति वर्ग के, 30 प्रतिशत अनुसूचित जाति वर्ग के एवं 20 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए सीट निर्धारित है। उल्लेखित प्रतिभागियों में से 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित है। उक्त परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम 05 मई 2022 से 04 नवंबर 2022 तक संचालित होगा।

 

*जिले के कराते खिलाडिय़ों ने गुजरात में आयोजित दूसरी जोन नेशनल कराते प्रतियोगिता में 8 पदक किये हासिल


कबीरधाम/ शौर्यपथ /

कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे तथा उप. पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती मोनिका सिंह परिहार के मार्गदर्शन में जिले भर में विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन कर बच्चों में आउटडोर खेल खेलने हेतु लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है, साथ ही विभिन्न खेल एथलेटिक्स, दौड़, गोला फेक, भाला फेक, उंची कूद, लंबी कूद, कराते हेतु पुलिस विभाग के अधिकारी जवानों को जिले के आम बालक बालिकाओं को खेल खेलने हेतु उचित सिखलाई देने निर्देशित किया गया है। इसी तारतम्य में करपात्री स्कूल में आरक्षक आकाश राजपूत के द्वारा जिले के अनेकों बालक बालिकाओं को कराते के विभिन्न पैतरे सिखाकर आत्मरक्षा हेतु उपाय बताया जा रहा है, साथ ही कराते खिलाडिय़ों को विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने हेतु उचित सिखलाई देकर सम्मिलित भी कराया जा रहा है। इसी क्रम में गुजरात के आनंद शहर में आयोजित दूसरी जॉन नेशनल कराते प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक-29 अप्रेल 3 मई तक आयोजित की गई थी। जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों से कराते खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिए था। जहां छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिले से कुल 98 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया, जिसमें कबीरधाम जिले के कुल-12 कराते खिलाडिय़ों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। जहां छत्तीसगढ़ की टीम ने अपना दबदबा कायम रखते हुए जीत हासिल कर 11 स्वर्ण पदक, 11 रजत पदक, 24 कांस्य पदक, कुल-46 पदक प्राप्त किये हैं। जिसमें कबीरधाम जिले के कराते खिलाडिय़ों ने 03 रजत पदक, 05 कांस्य पदक प्राप्त कर कबीरधाम जिले को गौरवान्वित किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह के द्वारा जिले के कराते खिलाडिय़ों को सम्मान पूर्वक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आमंत्रित कर पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया तथा उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गई।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे, उप निरीक्षक (एम) श्रीमती पूजा चौबे तथा कार्यालयीन अधिकारी कर्मचारी एवं कराते (कोच) आरक्षक आकाश राजपूत तथा पदक विजेता खिलाड़ी सार्थक सैयाम रजत पदक (कुमिते), रोशनी बंजारे (काता) रजत पदक, मनीष निषाद (कुमिते) रजत पदक, अविका चौबे (कुमिते) कांस्य पदक, अहम जैन (कुमिते) कांस्य पदक, पुष्पांजलि बंजारे (काता एवं कुमिते) कांस्य पदक, तोरण साहू (कुमिते) कांस्य पदक, इसी प्रकार आर्या केसरी ,फैज रजा बेग, मयंक सैयाम,पूजा सिन्हा और रुस्तम बंजारे ने अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कराते खिलाड़ी उपस्थित रहे।

 कवर्धा / शौर्यपथ /

छत्तीसगढ़ की समृद्ध और गौरवशाली संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों के तहत इस वर्ष पहली अक्ती त्यौहार,अक्षय तृतीया को माठी पूजा दिवस के रूप में मनाया गया। कवर्धा के कृषि विज्ञान केन्द्र में जिला प्रशासन एवं संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा के संयुक्त तत्वाधान में 3 मई 2022 को अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस का आयोजन किया गया। पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चन्द्राकर ने अक्ती त्यौहार पर विविधत माटी पूजा किया और बीज की बुआई भी की। उन्होने बैल नागर का विधिवत पूजा भी किया और आने वाले खरीफ सीजन में अच्छी फसल की कामना करते हुए छत्तीसगढ़़ राज्य की समृद्धि और किसानों की प्रगति के लिए प्रार्थना भी की। उन्होने उपस्थित सभी किसानां और समूह की महिलाओं को माटी के संरक्षण के लिए शपथ भी दिलाई।

पंडरिया विधायक ममता चन्द्रकार ने कहा कि सभी शुभ कार्यों के आरंभ से पहले माटी-धरती की पूजा करना छत्तीसगढ़ की संस्कृति में शामिल है। छत्तीसगढ़ की समृद्ध और गौरवशाली संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विशेष प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि अक्ती त्यौहार छत्तीसगढ़ में सदियों में मनाई जा रही है, लेकिन इस त्यौहार को विश्ेष रूप से माटी पूजा दिवस के रूप देकर छत्तीसगढ़ महतारी और किसानों का मान बढ़ाया है। इस अवसर विधायक श्रीमती ममता चन्द्रकार ने मुख्यमंत्री बघेल का संदेश का वाचन किया। उन्होने कहा छत्तीसगढ़ जैविक खेती की ओर बढ़ रहा है। धरती माता हमारी माता है। इस भुईयां को माता का रूप में हम सब पूजते है। इसकी रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। हमें अपने खेतों,बगीजां, और घरों में जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए। उन्होने कहा कि विगत कुछ वषों से लगातार रसायनिक खाद के उपयोग से भूमि, जल और कृषि उत्पादकता को नुकसान पहुंचा है, इसके प्रति हम सबको सचेत कर पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। हम आने वाली पीढिय़ों के लिए साफ पानी, शुद्ध हवा और उपजाऊ मिटटी बनाएंगे इसके लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए। विधायक श्रीमती चन्द्राकर ने वृक्षारोपण भी किया। कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा में स्थापित समन्वित कृषि प्रणाली का भ्रमण किया। इस दरम्यान वर्मीकम्पोस्ट में जैव उर्वरक का इनरिचमेंट का जीवंत प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भ_, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत संदीप अग्रवाल, जिला पंचायत सदस्य रामकुमार भ_, जनपद कृषि सभापति भरत लाल बंसे, उपसंचालक कृषि, एम.डी डड़सेना, सहायक संचालक उद्यान, आर. एन. पाण्डेय एवं अधिष्ठाता, संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा आशीष ठाकरे, सरपंच नंदराम पाटिल की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
जिला पंचायत सदस्य रामकुमार भ_ ने अक्ती तिहार के छत्तीसगढ़ के परिप्रेक्ष्य में महत्व को विस्तार पूर्वक बताया गया। कृषकों को जानकारी देते हुए कहा कि यह त्यौहार सदियों से मनाया जा रहा है और यह हमारे मुख्य त्यौहारो मे से एक है। इस दौरान उन्होने भारत सरकार द्वारा कवर्धा जिले को ड्रोन तकनीक से जोडऩे के लिए जिले के कृषकों को बधाई दी एवं कहा कि इस तकनीक के उपयोग से विभिन्न तरह कीट, बिमारियों के नियंत्रण में आसानी होगी।
जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी  संदीप अग्रवाल ने कहा कि अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस छत्तीसगढ़ की गौरवशाली परंपरा को दर्शाती है। किसानों एवं महिला समूहो के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर होने में गौठानों की अहम भूमिका है। वर्तमान में रासायनिक खेती के कारण अनेक दुष्प्रभाव मानव जीवन में पड़ रहा है। जिसे जैविक खेती के द्वारा दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने कहा कि अक्ती तिहार एवं माटी पूजन दिवस प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर होने की एक दिशा प्रदान करती है। प्राकृतिक खेती से बाहरी आदानो पर किसानों की निर्भरता को कम करने, खेती की लागत कम करने और किसानों की आय बढ़ाने का एक आशाजनक साधन है। सरकार पारंपरिक स्वदेशी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना की उपयोजना के रूप में भारतीय प्राकृतिक खेती प्रणाली को बढ़ावा दे रही है।
इस अवसर पर विधायक श्रीमति ममता चंद्राकर द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा अंगीकृत किए गये 10 गौठान ग्राम राजानवागांव, छांटा झा, बम्हनी, छिरहा, आंछी, सिंघनपुरी, कुटकीपारा,बांझी मौहा, कान्हाभैरा, इरिमकसा गौठानों समिति के सदस्यों को कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा द्वारा उत्पादित चारा बीज किट, सब्जी बीज किट, फलदार पौधों का वितरण किया गया। इस अवसर पर जिले के 4 आदर्श गौठानों को गौठान द्वारा संचालित विभिन्न कार्यो में उत्कृष्ठ होने के कारण गौठान ग्राम राजानवागांव, बम्हनी, आंछी, बोड़तरा खुर्द को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा मिनी किट, स्प्रेयर पंप एवं मछली पालन विभाग द्वारा आईस बाक्स, तराजू एवं मछली जाल एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा सब्जी बीज कीट का वितरण किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा एवं संत कबीर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कवर्धा, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मछली पालन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, कृषक स्वसहायता समूहों के महिलाओ, एवं गौठान समिति के अध्यक्ष, सदस्य सहित किसानों ने भाग लिया।

 बेमेतरा/नवागढ़/शौर्यपथ /

भारतीय जनता पार्टी बेमेतरा जिला महामंत्री विकास धर दीवान ने धर्मांतरण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनौती देते हुए कहा है कि यदि वे कांग्रेस की राजमाता को खुश करने के लिए धर्मांतरण को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं तो आदिवासियों की मांग तत्काल पूरी करते हुए धर्मांतरित लोगों को जनजातीय लाभ बंद करें। दीवान ने कहा कि नारायणपुर में जनजातीय सुरक्षा मंच के सम्मेलन में हजारों आदिवासियों ने भूपेश बघेल को पैगाम भेज दिया है कि जनजातीय समाज उनके छलावे में नहीं आने वाला। आदिवासी समाज भूपेश बघेल सरकार के संरक्षण में हो रहे धर्मांतरण से पीडि़त है। श्री दीवान ने कहा कि भूपेश बघेल के कान में खास खानदानी राजनीतिक तेल भरा होने की वजह से आदिवासियों की आवाज़ उन्हें सुनाई नहीं दे रही है। वे आदिवासी समाज का सुस्पष्ट स्वर अनसुना कर रहे हैं। भूपेश बघेल हाल ही पिछले बस्तर दौरे में आदिवासी समाज के नेतृत्व को सत्ता की धौंस दिखा चुके हैं। उनकी पुलिस ने निहत्थे आदिवासियों पर लाठियां बरसाई लेकिन आदिवासी समाज से माफी मांगने की बजाय भूपेश बघेल ने आदिवासी नेतृत्व को ही दादागिरी दिखाई। सत्ता के मद में चूर भूपेश बघेल का अहंकार चकनाचूर होने का वक्त आ गया है।

जिला महामंत्री विकास दीवान ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आदतन झूठ बोलते हैं कि किसी भी व्यक्ति को बलपूर्वक यदि धर्मांतरण कराया गया हो तो एक नाम बता दें। तो अब वे बतायें कि उनके राज में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण नहीं हो रहा है तो उद्वेलित जनजातीय समाज धर्मांतरित लोगों को आदिवासी लाभ बंद करने की मांग क्यों कर रहा है।क्यों यह लाभ बंद नहीं कर रहे।

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