September 21, 2024
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शौर्यपथ

शौर्यपथ

टिप्स ट्रिक्स /शौर्यपथ / दीमक लकड़ी के बने सामान व फर्नीचर को खराब करने का मुख्य कारण होते हैं. नमी और सीलन के कारण फर्नीचर और घर के अन्य हिस्सों पर दीमक लगना आम समस्या है. दीमक लगने की समस्या बारिश के दिनों में काफी बढ़ जाती है. इसके कारण महंगे फर्नीचर, दरवाजों और लकड़ी के सामानों को दीमक लग जाती हे जो उन्हें अंदर खोखला कर देते हैं. इससे छुटकारा पाने के लिए कई तरह के उपाय अपनाए जाते हैं. इनमें कुछ घरेलू उपाय भी शामिल हैं जो दीमक से फर्नीचर को बचाने में कारगर साबित हो सकते हैं. यहां ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो दीमक का खात्मा करने में कारगर होते हैं.
दीमक से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय |
नींबू और सिरका
अपने फर्नीचर और खिड़की दरवाजों को दीमक से बचाने के लिए सफेद सिरका और नींबू की मदद ली जा सकती है. इसके लिए आधा कप सिरका में 2 नींबू का रस निचोड़ कर मिश्रण बना लें. इस मिश्रण को स्प्रे बोतल में भरकर उन जगहों पर स्प्रे करें जहां दीमक और उनके अंडे मौजूद रहने की संभावना हो. कुछ ही समय में दीमक के घर नष्ट हो जाएंगे.
बोरिक एसिड
बोरिक एसिड का उपयोग भी दीमक हटाने के लिए किया जा सकता है. एक कप पानी में 2-3 चम्मच बोरिक एसिड मिलाकर स्प्रे बोतल में डालें और इसे फर्नीचर, दरवाजों, खिड़कियों सहित घर के उन सभी हिस्सों में स्प्रे करें जहां दीमक लगने का खतरा हो. कुछ समय नियमित स्प्रे करने के बाद दीमक का नामोंनिशान मिट जाएगा.
नीम लहसुन का स्प्रे
दीमक से छुटकारा पाने के लिए नीम और लहसुन स्प्रे का भी उपयोग किया जा सकता है. इस उपाय के लिए लहसुन की कुछ कलियों को छीलकर कूट लें. नीम की कुछ पत्तियों से पेस्ट बना लें. लहसुन के पेस्ट को 2 कप पानी में डालकर उबालें. उबले हुए पानी में नीम की पत्तियों का पेस्ट मिला दें और स्प्रे बोतल में भर लें. अब इस मिश्रण को नियमित रूप से ऐसी जगहों पर छिड़कें जहां दीमक लगने का खतरा हो. कुछ ही समय में दीमक गायब होने लगेंगे.

व्रत त्यौहार /शौर्यपथ / भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से शुरू होकर अमावस्या तक पितृ पक्ष रहता है. इस समय पितरों के लिए तर्पण, दान, पिंडदान, श्राद्ध कर्म करने के साथ-साथ तुलसी से जुड़े नियमों का पालन करना भी जरूरी होता है. माना जाता है इस समय पितृ पृथ्वी लोक पर आते हैं और अपने परिजनों के द्वारा किए गए श्राद्ध कर्म से तृप्त होते हैं. पितृ पक्ष के दौरान पितरों के लिए दान पुण्य और तर्पण किया जाता है. इन उपायों से पितृ दोषों से भी मक्ति मिलती है. इस वर्ष 17 सितंबर से पितृपक्ष शुरू हो रहा है. पितृ पक्ष के दौरान तुलसी (Tulsi ) की पूजा के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. आइए जानते हैं मान्यतानुसार पितृ पक्ष के दौरान तुलसी से जुड़े किन नियमों का पालन करना जरूरी है.
पितृ पक्ष के दौरान तुलसी से जुड़े नियम |
तुलसी की पूजा
पितृपक्ष के दौरान तुलसी की पूजा जरूर करनी चाहिए. इस समय तुलसी की पूजा नहीं करने से पितर नाराज हो सकते हैं. हालांकि, तुलसी की पूजा करने वाले व्यक्ति को श्राद्ध से जुड़े कार्यों से दूर रहना चाहिए.
तुलसी को छूना वर्जित
पितृपक्ष के दौरान तुलसी को छूना वर्जित माना जाता है. हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र माना जाता है. इसलिए उसे स्पर्श करने के लिए साफ-सफाई और पवित्रता का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है.
लसी की पत्तियां तोड़ना
पितृपक्ष के दौरान भूलकर भी तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए. इस समय तुलसी को छूना और पत्तियां तोड़ना वर्जित माना जाता है. पत्तियों को तोड़ने से पितरों के नाराज होने का भय रहता है. पितरों के नाराज होने से जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं.
पितृपक्ष में तुलसी उपाय
पितृपक्ष के दौरान नियमित रूप से तुलसी की पूजा करनी चाहिए. इस समय तुलसी की माला धारण करना भी शुभ माना जाता है. तुलसी के पौधे की देखभाल से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके साथ ही इस समय तुलसी की पूजा करने वाले व्यक्ति को श्राद्ध से जुड़े कार्यों से दूर रहना चाहिए. घर के ऐसे व्यक्ति को तुलसी की पूजा करनी चाहिए जो श्राद्ध से जुड़े कार्य में भाग नहीं ले रहा हो.

 

दाई ओ दीदी ओ पढ़ना लिखना है जरूरी गीत ने बांधा समां
भोपाल की धरती पर छत्तीसगढ़ महतारी का वंदन
उल्लास की नवाचारी गतिविधियों पर शानदार प्रस्तुति

    रायपुर / शौर्यपथ / भोपाल में आयोजित उल्लास के रीजनल कॉन्फ्रेंस में  छत्तीसगढ़ के अधिकारियों एवं प्रतिभागियों ने हर कार्य में बेहतर प्रदर्शन कर लोगों का ध्यान आकर्षित किया। जहां एक ओर नवाचारी गतिविधियों की बेहतर प्रस्तुति दी गई, जिसमें कठपुतली इत्यादि को संजोकर छत्तीसगढ की प्रदर्शनी लगाई गई। शिक्षार्थी व स्वयंसेवी शिक्षक ने चुनौतियों का सामना करने के लिए बेहतर उपाय बताएं वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी छत्तीसगढ़ छाया रहा।
  भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की संयुक्त सचिव श्रीमती अर्चना शर्मा अवस्थी, एनसीईआरटी नई दिल्ली की एनसीएल प्रभारी प्रोफेसर उषा शर्मा राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण व राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद छत्तीसगढ़ के डायरेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा के कुशल नेतृत्व में दो दिवसीय उल्लास क्षेत्रीय सम्मेलन रीजनल कॉन्फ्रेंस NITTTR भोपाल में आयोजित कियागया। श्री कटारा ने छत्तीसगढ़ में उल्लास कार्यक्रम की प्रगति से संयुक्त सचिव श्रीमती अवस्थी को अवगत कराया। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण में उल्लास कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी कार्यक्रम में प्रोजेक्टर के द्वारा छत्तीसगढ़ में उल्लास में किए गए कार्यों एवं बेस्ट प्रैक्टिसेस को बताया। प्रस्तुतिकरण में साक्षरता चौक साक्षरता रथ साक्षरता ताली स्थानीय संसाधनों से पढ़ने के नए-नए तरीके के साथ यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में प्रथम चरण में 10 लाख असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया है, उसमें से 75 प्रतिशत नाम उल्लास पोर्टल में दर्ज कर लिया गया है।  एससीईआरटी एससीएल प्रकोष्ठ प्रभारी डेकेश्वर प्रसाद वर्मा ने बताया कि उल्लास प्रवेशिका को छत्तीसगढ़ के परिप्रेक्ष्य में स्थानीय संदर्भ लोक संस्कृति, लोक कला को ध्यान में रखते हुए  बनाया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य के 16 स्थानीय भाषाओं में उल्लास गीत पुस्तक एवं ऑडियो निर्माण किए गए है।


  छत्तीसगढ़ तथा अन्य प्रदेशों के सेल्फ टीचिंग लर्निंग मटेरियल स्टॉल लगाए गए थे । छत्तीसगढ़ का स्टॉल आकर्षक रहा ओर सभी अतिथियों ने किए गए कार्यों की सराहना की। छत्तीसगढ़ राज्य के लिए यह क्षेत्रीय सम्मेलन विशेष रहा है रायपुर की जिला परियोजना अधिकारी डॉ कामिनी बावनकर के संयोजन में छत्तीसगढ़ की टीम ने सेल्फ टीचर लर्निंग मटेरियल को तैयार करके मंच पर बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया। जिसकी सभी राज्यों ने प्रशंसा की। संचालक श्री कटारा के आतिथ्य में सांस्कृतिक संध्या के प्रतिभागियों को अंग वस्त्र एवं पौधा भेंट किया गया।
  भोपाल की धरती पर छत्तीसगढ़ महतारी का वंदन गीत पर शानदार नृत्य निर्जला धीवर, स्वयंसेवी शिक्षक एवं छत्तीसगढ़ के सरगुजा नृत्य हाय रे सरगुजा नाचे... गीत के नृत्य में, हेम धर साहू एवं ग्रुप ने सभी प्रतिभागियों को झूमने पर मजबूर किया । सांस्कृतिक संध्या मेंठछत्तीसगढ़ के बैगा संस्कृति व वेशभूषा से बीएड कॉलेज के छात्र अध्यापकों ने सभी को प्रभावित किया। छत्तीसगढ़ लोक संस्कृति के परिधान में साक्षरता के लिए किए गए कार्यों से लोग प्रभावित हुए और क्षेत्रीय सम्मेलन में अमिट छाप छोड़ी।
  छत्तीसगढ़ के स्वयंसेवी शिक्षकों, नव साक्षर, शिक्षार्थी ने साक्षर बनाने में आ रही चुनौतियो को बताते हुएठ उल्लास में किए गए कार्यों की सफलता की कहानी बताई। स्वयंसेवी शिक्षकों की नवाचारी गतिविधियां कठपुतली के माध्यम से ‘‘दीदी ओ दाई ओ पढ़ना लिखना है जरूरी........’’ जैसे गीतों के साथ  स्वयं सेवी शिक्षकों, नव साक्षर, शिक्षार्थी में आत्मविश्वास बना रहा। शिक्षक तस्कीन खान ने बताया कि वह शिक्षार्थियों को कक्षा में जोड़ने के लिए मुस्लिम होने के बावजूद रामचरितमानस सुनाकर रामायण पढ़ने की ललक जगाकर शिक्षार्थियों को पढ़ने की ओर प्रेरित किया।जन जन साक्षर... जय अक्षर का संकल्प लेते हुए छत्तीसगढ़ की टीम ने अपनी उपलब्धियां से दो दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन में छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया। लोगों ने कहा छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।
  इस अवसर पर राज्य शिक्षा केंद्र के डायरेक्टर श्री हरजिंदर सिंह,  शिक्षा मंत्रालय की सलाहकार सुनीता चौहान श्रीमती बानी बोरा, राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के नियंत्रक राकेश दुबे, सिद्धांत ज्योति, किरण खलको निर्जला धीवर, श्रुति तिवारी, शालिनी, प्रतिमा शिक्षार्थी एवं नव साक्षर सुमंती तिग्गा, धनराजी तिग्गा, श्यामापति का विशेष योगदान रहा।

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुस्लिम भाईयों सहित प्रदेशवासियों को पैगम्बर साहब के जन्मदिवस ईद-मिलादुन्नबी की मुबारकबाद दी है। इस पवित्र मौके पर उन्होंने देश-दुनिया में अमन-चैन और लोगों की खुशहाली की कामना की है।

 रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू), भिलाई के तत्त्वावधान में शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, रायपुर में जनजातीय गौरव दिवस के निमित्त एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में जनजातीय समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक और आध्यात्मिक योगदान को सामने लाना है।
  कार्यक्रम का आयोजन रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती (5 अक्टूबर) और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती (15 नवंबर) को ध्यान में रखते हुए किया गया, जिसके अंतर्गत पूरे राज्य में 5 अक्टूबर से 15 नवंबर तक 40 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से जनजातीय समाज के गौरवशाली  अतीत, उनके सामाजिक मूल्यों और स्वतंत्रता आंदोलनों में महत्त्वपूर्ण भूमिका को समाज के सामने  लाया जाएगा।
  इस कार्यशाला में राज्यभर के विभिन्न इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निकल एवं आईटीआई संस्थानों के समन्वयक एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा थे। मुख्य प्रशिक्षक एवं वक्ता के रूप में बस्तर से आए रामनाथ कश्यप और सामाजिक कार्यकर्ता  वैभव सुरंगे ने जनजातीय समाज के ऐतिहासिक, सामाजिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर गहन प्रकाश डाला। कार्यक्रम स्थल पर जनजाति नायकों की सुंदर प्रदर्शनी भी लगाई गई जो विद्यार्थियों व प्राध्यापकों के बीच में आकर्षण का केंद्र रही।
  इस अवसर पर सीएसवीटीयू के कुलपति प्रो. एम.  के. वर्मा, वनवासी विकास समिति के प्रांत अध्यक्ष  उमेश कच्छप, रजिस्ट्रार प्रो. अंकित अरोड़ा, शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम.आर. खान, डॉ अनुराग जैन प्रांत सचिव वनवासी विकास समिति,टेक्निकल एजुकेशन के उप संचालक और राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी  उपस्थित थे।
  कार्यक्रम का संचालन राजीव शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर जनजाति छात्राओं द्वारा आकर्षक स्वागत नृत्य की प्रस्तुति भी की गई ।कार्यक्रम में सरगुजा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग से बड़ी संख्या में अध्येताओं और छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।

 रायपुर / शौर्यपथ / समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने कहा की प्रदेश की सरकार ने छत्तीसगढ़ में सीमेंट की बोरी 60 रुपए महंगी कर दी गई। प्रति बोरी 40-50 रुपए बढ़ाए गए हैं। इससे दाम 310 रुपए हो गए हैं। प्रदेश में हर महीने करीब 30 से 32 लाख टन सीमेंट का प्रोडक्सन होता हैं। लेकिन यहां इसकी खपत महज 8 लाख टन ही होती है। बाकी माल दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। 1 अप्रैल 2024 से 30 रु. प्रति बोरी रेट। अब 1 सितम्बर से नया रेट लागू किया गया है और 50 रु. प्रति बोरी कीमत बढ़ाई गई। पहले सीमेंट का रेट 260 रुपए प्रति बोरी था, जो कि 3 सितंबर 2024 से बढ़ा दिया गया है और अब एक बोरी सीमेंट की कीमत 310 रुपए की गई है। इसके अलावा सरकारी और जनहित के प्रोजेक्ट्स के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सीमेंट के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। जो कि पहले 210 रुपए थे, इसे बढ़ाकर अब 260 रुपए प्रति बोरी किया है। छत्तीसगढ़ की जनता को भाजपा सरकार लूट रही हैं। जब की सीमेंट का उत्पादन छत्तीसगढ़ में ही हो रहा है। तो छत्तीसगढ़ की जनता को इतनी महंगी सीमेंट क्यूॅं सीमेंट के दामों के लगातार बढ़ने की वजह से लोगो को अधिक दाम देना पढ़ रहा है। भाजपा सरकार सीमेंट का रेट बढ़ाकर मलाई खा रहे है। ज्यादा असर मध्यम वर्ग के लोगो के साथ ही पढेगा सीमेंट का दाम तेज होने से मध्यम वर्ग का सपना घर बनाने का बजट बिगड़ गया हैं।

  रायपुर/ शौर्यपथ / प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मंत्री बंगलों में मोटी रकम लेकर नियम विरुद्ध तहसीलदारों का ट्रांसफर किया गया है। विधानसभा चुनाव के 3 महीना पहले ही तहसीलदारों का ट्रांसफर किया गया था सरकार बनते ही 9 महीने में दो बार तहसीलदारों का ट्रांसफर कर दिया गया। ट्रांसपरेंट पोस्टिंग के नियम कायदे को ताक पर रखा गया है। लंबे अरसे से एक स्थान पर काम कर रहे तहसीलदारों को ट्रांसफर का लाभ नहीं दिया गया बल्कि लेनदेन करके ट्रांसफर की सूची बनाई गई। कई तहसीलदार ऐसे हैं, जिनका चार माह में चार-चार बार ट्रांसफर हुआ है। एक महिला तहसीलदार ने अपने पारिवारिक कारण से ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था उससे ट्रांसफर के एवज में 15 लाख रु की मांग की गई पैसा नहीं देने के चलते उनका ट्रांसफर नहीं किया गया।
  प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल के भाजपा सरकार के दौरान भी ट्रांसफर उद्योग चल रहे थे। 9 महीने की सरकार में बार-बार भाजपा के नेता और आरएसएस के आनुसांगिक संगठन अपने मन माफिक लोगों का ट्रांसफर करने के लिए लगातार पत्र लिख रहे हैं, सोशल मीडिया में कई पत्र सार्वजनिक हुए हैं। हर विभाग में भाजपा के दलाल सक्रिय हो गए हैं, काम करने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा है, दुर्भावना पूर्वक उनका ट्रांसफर कर दिया आता है। भाजपा का मूल काम कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार करना है, अवैध और काली कमाई के लिए वह किस हद तक गिर सकते हैं यह तहसीलदार के ट्रांसफर लिस्ट से स्पष्ट हो गया है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि तहसीलदार के अनुचित ट्रांसफर करने में संलिप्त, लेनदेन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो, तहसीलदार के आरोपी की जांच हो, ट्रांसफर लिस्ट को निरस्त किया जाए और तय नियम के अनुसार पुनः ट्रांसफर की सूची जारी हो।

  नवागढ़ / शौर्यपथ / विद्याभारती के योजानुसार सरस्वती शिक्षा संस्थान रायपुर द्वारा आयोजित विभाग स्तरीय एथलेटिक्स समारोह में दुर्ग विभाग का खेल राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में 12 से 14 सितंबर को संपन्न हुआ। जिसमें सरस्वती शिशु मंदिर नवागढ़ विद्यालय के बच्चों ने 9 स्वर्ण रूपी पदक व 4 रजत रूपी पदक जीता। विद्यालय की छात्रा सुषमा बंजारे अंडर-17 में 200मीटर, 400 मीटर दौड़ व 100 मीटर बाधा दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार अंडर -19 में रिया यादव ने लंबी कूद में प्रथम और 200 मीटर दौड़ में दूसरा स्थान, अंडर - 17 में नीलकमल वर्मा ने गोला फेंक और अंडर-14 के भूपेश निषाद ने ऊंची कूद, 80 मीटर बाधा दौड़ में प्रथम स्थान तथा लंबी कूद में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
  विद्यालय के छात्र सुमित कुमार साहू ने लंबी कूद में दूसरा स्थान, हर्ष पाल ने भाला फेंक में दूसरा स्थान, मोंटी सिन्हा ने तवा फेंक में दूसरा स्थान प्राप्त किया। छात्रों की इस सफलता पर विद्यालय के खेल आचार्य और प्रांतीय निर्णायक दिलीप जायसवाल ने सभी को बधाई देते हुए प्रांत स्तरीय एथलेटिक्स समारोह हेतु अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की। विद्यालय के प्राचार्य श्रीकांत शर्मा, प्रधानाचार्य संतोष देवांगन,व्यवस्थापक संतोष सिंह खुराना सहित विद्यालय के आचार्य परिवार ने सभी विजेताओ को बधाई दिया।

   दुर्ग / शौर्यपथ / श्री राम हिन्दू धर्म में आस्था का प्रतिक है वही देश की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी भाजपा को सत्ता की चाबी श्री राम से मिली यह कहने में भी कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी . किन्तु श्री राम के नाम पर बने अयोध्या नगरी में हुए भ्रष्टाचार ने कही ना कही भाजपा को नुक्सान ही पहुँचाया वही प्रदेश के भाजपा सरकार की महत्तवपूर्ण योजना श्री राम लला दर्शन योजना है जो आस्था का प्रतिक है . किन्तु दुर्ग नगर पालिक निगम द्वारा इस आस्था के योजना में भी भ्रष्टाचार की परत चढ़ गई .
   बता दे कि साय सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए राम लला दर्शन योजना की शुरुवात की है जिसमे प्रत्येक शहरी निगम एवं जनपद पंचायत के माध्यम से समाज कल्याण विभाग में दर्शनार्थियों के फ़ार्म भेजे जाते है जो वरीयता क्रम से होते है किन्तु दुर्ग निगम प्रशासन द्वारा इस कार्य में भी खुले आम भ्रष्टाचार किया जा रहा है . ऐसे कई दर्शनार्थी है जो कई महीनो से फ़ार्म जमा कर रहे और श्री राम की अयोध्या नगरी के दर्शन करने की इच्छा लिए हुए है किन्तु इनके फ़ार्म निगम में ही पड़े रह जाते है जिन्हें समय पर निगम प्रशासन द्वारा समाज कल्याण विभाग को नहीं भेजा जा रहा . वही संबंधो को महत्तव देते हुए वरीयता क्रम को दरकिनार करते हुए नए आवेदन समाज कल्याण विभाग को भेजे जा रहे है .
   हाल ही में कुछ ऐसी ही जानकारी सामने आई . एक तरफ दुर्ग निगम में महीनो से सैकड़ो फ़ार्म जमा है वही निगम प्रशासन द्वारा नए आवेदन के एक पुरे समूह को समाज कल्याण विभाग भेज कर नए विवाद को जन्म दे दिया . वरीयता क्रम की इस त्रुटी को आसानी से अगर निष्पक्ष जाँच हो तो सामने लाया जा सकता है किन्तु दुर्ग निगम के इस भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार के कई मामलो से घिरा निगम प्रशासन मौन है और प्रदेश में सुशासन की बात करने वाली सरकार की इस महत्तवपूर्ण योजना पर भी भ्रष्टाचार की परत चढ़ गई .
  एक बार फिर भाजपा विधायक गजेन्द्र यादव निष्क्रिय साबित हुए ...
     सरकार की योजनाओं का निष्पक्ष और सुचारू क्रियान्वयन हो इसकी जिम्मेदारी स्थानीय विधायक की होती है और अगर सरकार जिस पार्टी की हो उसी पार्टी का विधायक हो तो यह जिम्मेदारी और बढ़ जाती है किन्तु यदि यह सरकार और प्रदेश के मुखिया सहित देश के प्रधानमंत्री के आस्था से जुड़ी योजना हो तो इस पर भ्रष्टाचार का कोई दाग ना लगे इस पर भाजपा विधायक होने के नाते गजेन्द्र यादव की जिम्मेदारी अत्यधिक होना लाजिमी है किन्तु स्थानीय विधायक द्वारा श्री राम लला दर्शन योजना में आवेदन फ़ार्म की वरीयता को निगम प्रशासन द्वारा अनदेखी करने के बावजूद भी मौन रहना यह सन्देश देता है कि स्थानीय विधायक पद मिलने के बाद आम जनता से दूर होते जा रहे सरकार की महत्तवपूर्ण योजनाओं से सुचारू क्रियान्वयन से दूर हो रहे है प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधान मंत्री की उस भावनात्मक योजनाओं जो आस्था से जुडी है के भ्रष्टाचार पर भी मौन है .

राजनांदगांव । शौर्यपथ । थाना बसंतपुर में दर्ज मार्केट ट्रेडिंग एवं आई.पी.ओ. में अधिक लाभ का प्रलोभन देकर प्रार्थी से 3,40,95,000 रुपये की ठगी की रिपोर्ट पर धारा 318(4), 3(5) बी.एन.एस. एवं 66-डी आईटी एक्ट के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्ध कर त्वरित कार्रवाई करते हुए फ्रॉड एमाउण्ट को होल्ड कराया गया। 

    विवेचना के क्रम में थाना बसंतपुर एवं साइबर सेल की टीम द्वारा आरोपियों द्वारा उपयोग किए गए बैंक अकाउंट, मोबाइल नम्बर्स सहित अन्य जानकारी एकत्रित की गई। 

   प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर टीम केरल भेजी गई और आरोपी सहल शाह को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त एटीएम कार्ड, पासबुक एवं मोबाइल फोन जप्त किया गया और आरोपी को ट्रांजिट रिमाण्ड पर राजनांदगांव लाया गया।

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