December 08, 2024
Hindi Hindi

दुर्ग / शौर्यपथ / राजनांदगांव दुर्गा चौक निवासी श्रीमती सुशीला देवी का निधन के पश्चात परिवार द्वारा उनके नेत्रदान से दो नेत्रहीन लोगों को नेत्र ज्योति मिलेगी.उनके पुत्र ऋषभ चोपड़ा ने अपनी माताजी के देव लोकगमन के बाद नवदृष्टि फाउंडेशन राजनांदगांव के सदस्यों से संपर्क किया और नेत्रदान की मंशा जाहिर की खुशबु पारख, रोमी बोहरा एवं समस्त चोपड़ा परिवार की सहमति से नेत्रदान सम्पन्न हुआ
राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज की टीम से डॉ. स्वाति शर्मा, डॉ. शगुफ्ता अमीन एवं नेत्र सहायक संजीव यादव ने कॉर्निया कलेक्ट किए
नेत्रदान प्रक्रीया के दौरान नवदृष्टि फाउंडेशन से तरुण आढ़तिया, फनेंद्र जैन, मनीष साहिता, शैलेश गणात्रा एवं दिव्या नगदिया मौजूद रहे व् नेत्रदान प्रक्रीया में सहयोग किया . ऋषभ चोपड़ा ने कहा माँ के जाने से परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा किन्तु माताजी जाते जाते नेत्रदान के माध्यम से दो परिवारों को नई रौशनी व् नया जीवन दे गई नेत्रदान के निर्णय से परिवार हमेशा माँ से प्रेरणा लेता रहेगा व् माँ की स्मृतिया हमेशा रहेंगी.
तरुण आढ़तिया ने कहा सुशीला देवी के नेत्रदान से नेत्रदान प्रक्रीया को गति मिलेगी व् समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता और बढ़ेगी और हमारी संस्था के अभियान को गति मिलेगी एवं हमारी संस्था के सदस्यों का मनोबल बढ़ेगा .नवदृष्टि फाउंडेशन के फणेन्द्र जैन ने कहा हमारी संस्था लगातार लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं व लोगों की देहदान व नेत्रदान , त्वचादान हेतु सोच बदली है अब लोग स्वस्फूर्त ही देहदान व नेत्रदान हेतु सामने आ रहे हैं एवं यदि कोई देहदान या त्वचादान हेतु सहयोग या मार्गदर्शन चाहता है तो हमारी संस्था के सदस्यों से सहयोग ले सकता है या 9827111887/9827877900 इन नंबर पर फ़ोन कर मार्गदर्शन ले सकता है
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से शैलेश गणात्रा,तरुण आढ़तिया, फणेन्द्र जैन, दिव्या नगदीया, मनीष साहिता,अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया,मोहित अग्रवाल,चेतन जैन,दयाराम टांक सहित अन्य सदस्यों ने श्रीमती सुशीला देवी को श्रद्धांजलि दी व चोपड़ा परिवार को साधुवाद दिया .

  रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बुधवार 4 दिसम्बर को नवा रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री पूर्वान्ह 11.30 बजे नवा रायपुर अटल नगर स्थित
पुलिस मुख्यालय परिसर में विभागीय बैठक, साइबर भवन उद्घाटन एवं एमओयू निषादन समारोह में शामिल होंगे। तत्पश्चात मुख्यमंत्री शाम 4 से 5 बजे नवा रायपुर स्थित मेफेयर लेक रिसार्ट में प्रदेश की नवीन औद्योगिक नीति पर आयोजित कार्यशाला में शामिल होंगे। इसका आयोजन नीति आयोग एवं सीआईआई के सहयोग से किया जा रहा है।

  राजनांदगांव / शौर्यपथ / नव गठित मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चैकी जिले के वनांचल के ग्राम कोलाटोला ’पंेदाकोड़ो’ निवासी श्री लोमेश मण्डावी के अभी हाल में ही छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा जारी किए गए परीक्षा परिणामों के अंतर्गत नायब तहसीलदार के पद पर चयन होने पर संपूर्ण वनाचंल में हर्ष व्याप्त है। विदित हो कि लोमेश मण्डावी अपने प्रथम प्रयास में ही 22 साल की उम्र में इस पद पर चयनित हुए हैं। लोमेश मण्डावी के पिता विनोद मण्डावी वर्तमान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुकादाह विकासखण्ड मोहला में व्याख्याता के पद पर पदस्थ है।
उल्लेखनीय है कि आस से कुछ वर्ष पहले तक ग्राम टोला की पहचान वनांचल के दुर्गम, अत्यंत पिछड़ा एवं पहंुचविहीन गांव के रूप में था। आज भी ग्राम कोलाटोला घनघोर जंगलों एवं पहाड़ों से घिरा हुआ है। उनके पिता मनोज मण्डावी अपने गांवों में पहले मेट्रिक की परीक्षा में उत्तीर्ण करने वाले तथा शासकीय सेवा में चयनित होने वाले व्यक्ति थे। उनके पिता भी घोर गरीबी और विपरित आर्थिक हालातों का सामना करते हुए बचपने में अपने माता के निधन होेने के उपरांत भी शिक्षा अर्जन कर शिक्षक के पद पर चयनित हुए थे। अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए श्री लोमेश मण्डावी ने भी कठिन परिश्रम एवं लगन से आज प्रथम प्रयास में ही इस मुकाम को हासिल किया है। लोमेश मण्डावी ने कक्षा 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय में रहकर किया है। इसके पश्चात् उन्होंने शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में स्नातक बीए की पढ़ाई सत्र 2021-22 में पूरी करने के पश्चात् राज्य लोक सेवा आयोग की तैयारी में जुट गए थे।
लोमेश मण्डावी प्रथम प्रयास में ही राज्य लोक सेवा आयोग के परीक्षा उत्तीर्ण कर नायब तहसीलदार के पद पर चयनित हुए हैं। उनके इस सफलता पर संपूर्ण वनांचल सहित मोहला-मानपुर जिले में हर्ष व्याप्त है। उनकी इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनकी माता श्रीमती पूनीता मण्डावी, नाना श्री पंचम परतेती सहित गोण्डवाना समाज के संभागीय अध्यक्ष नरेन्द्र नेताम, संरक्षक हीरेसिंह घावड़े, सुरेश दुग्गा, गोंविद टेकाम, जगत सलामे, तुकाराम कोर्राम, सहित सभी समाज प्रमुखों अंचल के लोगों ने बधाई एवं शुभकमानाएं दी है।

मुख्यमंत्री रायगढ़ में आयोजित उत्कल ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में हुए शामिल
उत्कल ब्राह्मण समाज के भवन के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा

     रायपुर / शौर्यपथ / सार्वजनिक जीवन में अच्छा कार्य कर रहे समाज के लोगों को जब सम्मान मिलता है तो न केवल उन्हें अच्छा महसूस होता है अपितु समाज के बहुत से लोगों को प्रेरणा मिलती है और वे उनके आदर्शों के अनुरूप चलने का प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायगढ़ में आयोजित उत्कल ब्राम्हण सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उत्कल ब्राह्मण समाज ने समाज की विभिन्न विभूतियों के सम्मान का कार्यक्रम रखा है। यह बहुत अच्छी पहल है। उन्होंने इस मौके पर रायगढ़ में उत्कल ब्राम्हण समाज के भवन निर्माण के लिए 50 लाख रूपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उत्कल ब्राह्मण समाज के सम्मेलन के अवसर पर अनेक विभूतियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि रायगढ़ मेरी कर्मभूमि रही है। उत्कल ब्राह्मण समाज के अनेक सदस्य मेरे अच्छे मित्र रहे हैं। मेरे सुख-दुख में सहभागी रहे हैं। उनसे सामाजिक गतिविधियों की जानकारी होती रहती है। सामाजिक सम्मेलन के माध्यम से वे प्रगतिशील विचारों को बढ़ावा देते हैं। यही वजह है कि उत्कल ब्राह्मण समाज के लोग सार्वजनिक जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर मुकाम पर हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़िया संस्कृति और ओडिशा की संस्कृति में बहुत सी बातें मिलती-जुलती हैं। महाप्रभु जगन्नाथ के प्रति जितना स्नेह ओडिशा के लोगों में है उतना ही अनुराग छत्तीसगढ़ में भी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार के लिए शिक्षा सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। आज ही हमने रायगढ़ में 42 करोड़ रुपए की राशि से बनने वाले नालंदा परिसर का भूमिपूजन भी किया। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ज्ञान आधारित समाज स्थापित करना चाहते हैं और इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम युवाओं को उच्चस्तरीय शिक्षा व्यवस्था प्रदान करें। इसके साथ ही हमने रायगढ़ जिले में 135 करोड़ रुपए के कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया है। इन कार्यों से रायगढ़ जिले की सूरत और भी निखरेगी।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री अरुण साव और वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने भी सम्बोधित किया। श्री चौधरी ने उत्कल ब्राह्मण समाज के भवन निर्माण के लिए 20 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की। सम्मेलन में रायपुर उत्तर विधायक और उत्कल ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुरंदर मिश्रा ने उत्कल ब्राह्मण समाज सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वित्त मंत्री ओ पी चौधरी के पहुंचने पर स्वागत और अभिनंदन किया। इस अवसर पर उत्कल ब्राह्मण समाज के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिव्यांगजन और संस्थाएं राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित

   रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण पुनर्वास एवं उनके हित के संरक्षण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने आज राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज में मैदान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में दिव्यांगजन भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि राज्य में दिव्यांग जनों के कल्याणार्थ एवं पुनर्वास हेतु विभिन्न योजनाएं तथा कार्यक्रम संचालित हैं, जिसमें से सामाजिक सहायता कार्यक्रम अंतर्गत पेंशन योजनाएं कृत्रिम अंग सहायक उपकरण प्रदाय, मोटराइज्ड ट्राईसाईकिल वितरण, छात्रवृत्ति सहित अन्य योजना का लाभ सभी दिव्यांगजनों को मिल रहा है। प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण तथा हित में बेहतर कार्य कर रही है हम आगे भी आपके हितों के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांग जनों को समाज के लोगों का भरपूर प्यार और प्रोत्साहन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन आज देश और प्रदेश में विभिन्न कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। इस अवसर पर रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, सचिव समाज कल्याण विभाग भुवनेश्वर यादव सहित बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित थे।
इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिव्यांगजन और संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जांजगीर-चांपा जिले के सेवा समिति संस्थान को तथा निःशक्तजन कल्याण संघ को दिव्यांगजन राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
समारोह में 130 दिव्यांगजनों को अत्याधुनिक बैटरी चलित ट्राइसाइकिल तथा अन्य उपकरण प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सर्वाेत्तम दिव्यांग कर्मचारी के श्रवण बाधित श्रेणी में कोरबा जिले के श्री प्रकाश खाकसे को अस्थि बाधित श्रेणी में जांजगीर-चांपा जिले के संतोष बंजारे को पुरस्कृत किया गया। दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहन योजना अंतर्गत 05 दंपत्तियों को एक-एक लाख तथा 05 दंपत्तियों को 50-50 हजार का चेक तथा 10वीं और 12वीं में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों को प्रोत्साहन राशि का चेक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की अध्यक्षता में शासकीय मेडिकल कालेजों की स्वशासी सोसायटियों की हुई बैठक
चिकित्सा महाविद्यालयों एवं संबद्ध चिकित्सालयों में वृहद प्रशासनिक एवं वित्तीय सुधारों का हुआ अनुमोदन
स्थानीय स्तर पर बड़े निर्णय ले सकेंगी स्वशासी सोसाइटियां, प्रबंधकारिणी समिति को 2 करोड़ रूपए तक के अनुमोदन का मिला अधिकार
राज्य गठन के बाद पहली बार नियमों में संशोधन, अधिष्ठाता एवं अस्पताल अधीक्षक के बढ़े अधिकार

रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में वित्तीय सुधारों की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। विष्णु के सुशासन में राज्य सरकार जनहित में लगातार नीतिगत निर्णय ले रही है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस दिशा में प्रयास करते हुए अपने सुझाव सामने रखे थे। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की अध्यक्षता में राज्य के 10 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के स्वशासी सोसायटियों की बैठक में आज चिकित्सा महाविद्यालयों एवं संबद्ध चिकित्सालयों के वित्तीय विकेंद्रीकरण के विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण एवं जनहित के निर्णय लिए गए हैं। इन निर्णयों से महाविद्यालय स्तर पर स्वशासी सोसायटियों का सुदृढिकरण होगा, आवश्यक कार्यों के लिए शासन पर निर्भरता कम होगी, अतिआवश्यक कार्य समय सीमा पर संपन्न हो सकेंगे और तात्कालिक आवश्यकताओं की पूर्ति चिकित्सा महाविद्यालय स्तर पर ही हो जाएगी।
चिकित्सा महाविद्यालयों एवं संबद्ध अस्पतालो के लिए अतिआवश्यक दवाइयां, चिकित्सकीय उपकरणों की खरीदी मरम्मत एवं रखरखाव, कन्ज्यूमेबल सामग्री इत्यादि की तात्कालिक उपचार के लिए आवश्यकता पड़ती रहती है। लेकिन मेडिकल कालेजों के अधिष्ठाता एवं अस्पताल अधीक्षकों के पास इन्हें खरीदने अथवा मरम्मत के लिए बहुत ही सीमित शक्तियों का प्रावधान था। इसकी वजह से इन्हें शासन स्तर के निर्णय पर निर्भर रहना पड़ता था। ये नियम छत्तीसगढ़ राज्य गठन के पूर्व से चला आ रहा था । राज्य गठन के बाद पहली बार वित्तीय अधिकारों के नियम मे संशोधन किया जा रहा है।
पहले मेडिकल कालेजों के अधिष्ठाता एवं अस्पताल अधीक्षकों को 1 लाख रूपए से उपर के लघु निर्माण, मरम्मत, दवा खरीदी इत्यादि कार्यों के लिए मंत्रालय स्तर पर फाइल भेजनी पड़ती थी। नए निर्णय से अब इनके पास 10 लाख रूपए तक का वित्तीय अधिकार होगा। इसके लिए शासन स्तर से किसी अनुमोदन की आवश्यकता नहीं होगी। औजारों एवं लघु उपकरणों की खरीदी अथवा मरम्मत के लिए 1 लाख रूपए तक का वित्तीय अधिकार था जिसे अब बढ़ाकर 10 लाख रूपए करने की सहमति स्वशासी समिति की बैठक में दी गयी है। इसी तरह से भण्डार तथा रिएजेंट की खरीदी के लिए 20 हजार रूपए तक की शक्तियां थी जिन्हें बढ़ाकर अधिष्ठाता एवं अस्पताल अधीक्षक को पूर्ण शक्तियां प्रदान करने की अनुशंसा की गयी है। इस वित्तीय विकेंद्रीकरण से स्वाशासी समिति कार्यसंपन्न बनेगी और बहुमूल्य समय की बचत होगी। इससे मरीजो को दवाइओं एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का त्वरित लाभ मिलेगा।
स्वशासी सोसायटियों का पुनर्गठन
राज्य के 10 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों एवं संबद्ध चिकित्सालयों की स्वशासी सोसायटियों का गठन महाविद्यालय की स्थापना के साथ अलग अलग समय पर हुआ है। इन सोसायटियों के लिए कोई एक निर्धारित गाइड लाइन या नियमावली का निर्धारण नहीं किया गया है और इनमें एकरूपता नहीं है। इन सोसायटियों को होने वाली आय व्यय के अनुमोदन के लिए भी कोई मानकीकरण प्रक्रिया नहीं है। इनमें एकरूपता लाने के लिए माडल स्वशासी सोसायटियों का ड्राफ्ट प्रशासकीय विभाग द्वारा अनुमोदित कर जारी किया गया है। पूर्व में सिर्फ सामान्य सभा को ही अधिकार प्राप्त थे, लेकिन नए ड्राफ्ट के अनुसार सामान्य सभा के अधिकारों का विस्तार करते हुए प्रबंधकारिणी समिति और वित्त समिति के अधिकारों में बदलाव किए गए हैं।
इन बदलावों के अनुसार सामान्य सभा को पूर्ण अधिकार के साथ ही अब प्रबंधकारिणी समिति को प्रति कार्य 2 करोड़ रूपए तक अनुमोदन का अधिकार होगा, पहले ये अधिकार नहीं था। वित्त समिति को प्रति कार्य 10 लाख रूपए तक के अनुमोदन का अधिकार दिया गया है, पहले कोई अधिकार नहीं था। केंद्र अथवा राज्य शासन के विभिन्न योजनाओं से स्वशासी समिति को प्राप्त राशि, आवंटन अथवा अनुदान में से सामान्य सभा को खर्च व अनुमोदन का पूर्ण अधिकार होगा वहीं इसी राशि में से प्रबंधकारिणी समिति को 5 करोड़ रूपए तक की राशि के अनुमोदन का अधिकार होगा।
अभी तक राज्य शासन से आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत प्राप्त क्लेम का 25 फीसदी ही संबंधित चिकित्सा महाविद्यालय की स्वशासी सोसायटी को प्राप्त होता था। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की उपस्थिति में इसे बढ़ाकर 45 फीसदी कर दिया गया है। इसके साथ ही एक बड़ा बदलाव करते हुए स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल की अध्यक्षता में ये निर्णय लिया गया है कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं सम्बद्ध चिकित्सालयों को राज्य बजट से दवाइयां मद तथा भण्डार एवं रिएजेंट मद में प्राप्त बजट का 10 फीसदी राशि का आवंटन होता था। इसे बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया गया है। इन फैसलों से मेडिकल कालेजो को वित्तीय रुप से सशक्त बनाने के लिए वित्तीय विकेंद्रीकरण कर मेडिकल कालेजों की स्वशासी सोसायटियों को पुनर्गठित किया गया है।
नवा रायपुर के महानदी भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्वशासी सोसायटियों को संबोधत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि विष्णु के सुशासन में मेडिकला कालेजों में वित्तीय अनुशासन एवं सुधारों के जरिए बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं। ये निर्णय तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है। इन निर्णयों से हम मेडिकल कालेजों को अधिकार संपन्न बना रहे हैं ताकि छोटी जरूरतों के लिए उन्हें निर्भर न रहना पड़े और जनहित में वो आवश्यक निर्णय तत्काल लेकर मरीजों की बेहतरी के लिए काम कर सकें।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग की आयुक्त श्रीमती किरण कौशल उपस्थित थीं । वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी स्वशासी सोसाइटी के जनप्रतिनिधि सदस्य, संभाग आयुक्त, संबंधित जिलों के कलेक्टर, मेडिकल कॉलेजों के डीन और अस्पताल अधीक्षक भी बैठक में शामिल हुए।

लोकसेवकों को मुख्यमंत्री साय ने पारदर्शिता और संवेदनशीलता से अपने दायित्वों का निर्वहन करने किया प्रेरित
   रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लोक सेवा आयोग की सिविल परीक्षा 2023 की प्रावीण्य सूची में आए सफल अभ्यर्थियों से कहा कि आप लोगों ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा की कठिन परीक्षा में शीर्ष स्थान अर्जित किया है, निश्चित रूप से आप लोग युवा पीढ़ी के लिए आदर्श बन चुके हैं। आपने अपनी मेहनत, संकल्प और समर्पण से यह उपलब्धि हासिल की है। आपकी यह सफलता आपके परिवार, आपके शिक्षकों की भी सफलता है। जो युवा साथी भविष्य में ऐसी ही सफलता हासिल करना चाहते हैं, वे अब आपकी ओर देखेंगे। वे जानना चाहेंगे कि आपने इस सफलता के लिए किस तरह तैयारियां कीं, कितनी मेहनत की।मुझे खुशी है कि आप जैसी युवा प्रतिभाएं अब प्रशासन में महत्वपूर्ण दायित्व संभालेंगी। मुझ आपसे यही कहना है कि जितनी पारदर्शिता के साथ आपका चयन हुआ है, आप उतनी ही पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वाह करें और    प्रदेश में सुशासन स्थापित करने के हमारे लक्ष्य को हासिल करने में भागीदार बने।
   मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आपको हमेशा यह भी याद रखना होगा कि आगे आपकी भूमिका लोक-सेवक की होगी।  आपको अपने दायित्वों निर्वहन में धैर्य, विनम्रता और लोक-सेवक की सीमाओं का हमेशा ध्यान रखना होगा।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास पर आमंत्रित छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग वर्ष 2023 की परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के साथ संवाद के दौरान यह बातें कही। उन्होंने सभी चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिजनों को सफलता के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी।


मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आप सभी छत्तीसगढ़ के विकास में अपनी भूमिका निभाने जा रहे हैं। आम जनमानस में प्रशासन का विश्वास कायम रखने की दिशा में आप सभी को संवेदनशीलता से प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का जो संकल्प रखा है, वह स्वामी विवेकानंद के चिंतन और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की तरह दृढ़ निश्चयी होने से ही पूरा हो सकता है। आप सभी को इन्हीं आदर्शों के साथ अपने जीवन लक्ष्यों को पाने की दिशा में आगे बढऩा है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित परीक्षा को पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित करने का निर्णय लिया है और परीक्षा परिणामों में यह साफ नजर आ रहा है। यह दिन आम लोगों के लिए खास बन गया है और मेहनत करने वालों की जीत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रतियोगी परीक्षाओं को किस प्रकार और अधिक पारदर्शी और बेहतर बना सकते हैं, इस दिशा में भी हम प्रयासरत हैं ।
         मुख्यमंत्री श्री साय ने अभ्यर्थियों से परीक्षा के दौरान आने वाली चुनौतियों और उनके अनुभव के बारे में जाना। श्री साय ने उनके परिजनों से भी चर्चा की और पूर्व में लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पारदर्शिता को लेकर उनके मन में जो संशय था, सुधारात्मक उपायों के बाद आई पारदर्शिता को लेकर फीडबैक भी लिया। इस कार्यक्रम के दौरान टॉपर्स ने अपनी सफलता के अनुभव साझा किए और अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, गुरुजनों को समर्पित किया।
 इस दौरान मुख्यमंत्री  साय ने सिविल सेवा परीक्षा के सभी टॉपर्स रविशंकर वर्मा, श्रीमती मृणमयी शुक्ला, सुश्री आस्था शर्मा, सुश्री किरण सिंह राजपूत, सुश्री नंदिनी साहू, श्री सोनल यादव, श्री दिव्यांश चौहान, श्री शशांक कुमार, श्री पुनीत वर्मा, श्री उत्तम कुमार को स्वामी विवेकानंद, स्वर्गीय श्रद्धेय अटल जी और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित पुस्तकें और प्रशस्ति पत्र भेंट किए।
 

रिसाली निगम के प्रभारी राजस्व अधिकारी हुए सेवा निवृत्त
   रिसाली/शौर्यपथ /व्यक्ति के कार्यो से उन्हें याद रखा जाता है। सम्मान हमेशा उनके द्वारा किए गए कार्यो के लिए किया जाता है। उक्त बाते सांसद प्रतिनिधि दीपक चंद्राकर ने रिसाली निगम के प्रभारी राजस्व अधिकारी संजय वर्मा के सेवा निवृत्त होने पर आयोजित समारोह में कही। उन्हें बिदाई देने अधिकारी और कर्मचारी निगम के सभागार में उपस्थित थे।
बिदाई समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता सभापति केशव बंछोर ने की। उन्होंने कहा कि प्रभारी राजस्व अधिकारी अपने पूरे कार्यकाल में आम लोगों की मदद की है। उन्होंने कभी यह नहीं देखा कि कार्यालय आने वाले किस वर्ग से है। यही वजह है कि कार्यकाल समाप्त होने पर पूरा कार्यालय यहां उपस्थित है। बिदाई समारोह में एमआईसी सनीर साहू, पार्षद धर्मेन्द्र भगत, रमा साहू, मनीष यादव, विलास राव बोरकर, कार्यपालन अभियंता सुनील दुबे, एम.पी. देवांगन विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन चन्द्रपाल हरमुख ने किया।
सम्मान करने लगी कतारे
राजस्व विभाग के प्रभारी अधिकारी संजय वर्मा के सेवानिवृत्त होने पर सम्मान करने कतार लगी। सबसे पहले रिसाली निगम के राजस्व विभाग से रवि श्रीवास्तव, टिकेन्द्र वर्मा ने शाल, श्रीफल और उपहार देकर सम्मानित किया। इसके बाद सांसद प्रतिनिधि दीपक पप्पू चंद्राकर ने शाल व समृति चिन्ह के साथ महापुराण गीता भेंट किया। कर्मचारी संगठन के गोपाल सिन्हा, बृजेन्द्र परिहार, अमित चंद्राकर ने शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किया। समारोह के अंत में निगम की ओर से कार्यपालन अभियंता सुनील दुबे व एम.पी. देवांगन ने प्रमाण पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया। निगम कर्मियों ने अपने अधिकारियों की बिदाई बाजे गाजे ओर आतिशबाजी कर की।

  दुर्ग/शौर्यपथ /नगर पालिक निगम के महापौर धीरज बाकलीवाल ने सोमवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव से मुलाकात की और उन्हें वर्ष 2024-25 के लिए महापौर व पार्षद निधि की राशि जारी करने का आग्रह किया।श्री बाकलीवाल ने नगरीय निकाय मंत्री श्री साव से अधोसंरचना मद की राशि भी शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया है।
   महापौर ने कहा कि अधोसंरचना मद की राशि से शहर के सभी वार्डों में विकास का कार्य कराया जाना है।इसलिए इसे प्राथमिकता से जारी करने का कष्ट करें। महापौर श्री बाकलीवाल ने बताया कि नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव ने उनकी मांगों को सहजता और सहृदयता के साथ सुना और विचार करते हुए शीघ्र राशि जारी करने का आश्वासन दिया। मुलाकात के दौरान महापौर धीरज बाकलीवाल के साथ एमआईसी प्रभारी संजय कोहले व भोला महोबिया भी मौजूद रहे।

Page 5 of 1929

हमारा शौर्य

हमारे बारे मे

whatsapp-image-2020-06-03-at-11.08.16-pm.jpeg
 
CHIEF EDITOR -  SHARAD PANSARI
CONTECT NO.  -  8962936808
EMAIL ID         -  shouryapath12@gmail.com
Address           -  SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)