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मुंगेली / शौर्यपथ / उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के नवरंगपुर में 33/11 केव्ही नवीन सब स्टेशन का लोकार्पण किया। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी द्वारा यहां 3.15 एमव्हीए क्षमता का पॉवर ट्रांसफॉर्मर स्थापित किया गया है। इस नए विद्युत उपकेंद्र से क्षेत्र के 22 गांवों को लो-वोल्टेज की समस्या से मुक्ति मिलेगी। इससे छह हजार बिजली उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने विद्युत उपकेंद्र के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश में लगातार विकास के कार्य किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हर एक गारंटी को पूरा किया जा रहा है। गांव, गरीब, किसान सभी का विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज शुरू हुए इस नए विद्युत उपकेंद्र से क्षेत्रवासियों को लो-वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगी। लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी। उन्होंने लोगों से बिजली का सदुपयोग करते हुए इसके बचत की अपील की।
उल्लेखनीय है कि नवरंगपुर, डिंडोरी, कठौतिया इत्यादि गांवों के खुड़िया फीडर से अधिक दूरी के कारण हमेशा लो-वोल्टेज की समस्या बनी रहती थी। नवरंगपुर में 33/11 केव्ही का नया सब-स्टेशन बन जाने से अब यह समस्या नहीं होगी। पथर्रा फीडर के आठ गांवों आछीडोंगरी, राम्हेपुर, भस्करा, लीलापुर, खैराखुर्द, पीथमपुर, डबरी इत्यादि को नवरंगपुर सब-स्टेशन से जोड़ा जाएगा। इससे अधिक लोड की समस्या दूर होगी। लोकार्पण कार्यक्रम में विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे।
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर शहीदों और राष्ट्र सेवा में समर्पित सैनिकों को किया नमन
मुख्यमंत्री ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में दिया योगदान
प्रदेशवासियों से अधिक से अधिक योगदान करने की अपील की
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर शहीदों और देश की सेवा में जुटे सभी सैनिकों को नमन करते हुए कहा है कि यह दिन हमें अपने देश के उन वीर जवानों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है, जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान के कारण ही आज हम स्वतंत्र हैं और सुरक्षित जीवन जी रहे हैं।
उन्होंने प्रदेशवासियों से देश की सेनाओं, भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में अधिक से अधिक योगदान करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सशस्त्र झंडा सेना दिवस हमें याद दिलाता है कि हम अपने वीर-जवानों के परिवारों और पूर्व सैनिकों के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आप सभी झंडा-दिवस में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाएं। झंडा-दिवस पर जो भी धनराशि एकत्रित की जाती है, वह हमारे सैनिकों और उनके परिवारों की कल्याण योजनाओं में काम आती है। आप सबसे मेरा आग्रह है कि आप भी इसमें सहभागी बनें और राष्ट्र-सेवा में अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री साय से आज सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर संचालक, सैनिक कल्याण छत्तीसगढ़, ब्रिगेडियर विवेक शर्मा ने उनके निवास कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें लेपल पिन लगाकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने भूतपूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में अपना योगदान दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हमारी सशस्त्र सेनाएं देश की सीमाओं की रक्षा करने के साथ साथ प्राकृतिक आपदाओं, आतंरिक संकटों और मानवता के किसी भी संकट के समय हमारे साथ खड़ी रहती हैं। हमारे सैनिकों की वीरता और समर्पण ने देश को हर परिस्थिति में सुरक्षित बनाए रखा है। ब्रिगेडियर श्री विवेक शर्मा ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि से 27 कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जाता है। इस वर्ष इस निधि से एक करोड़ 5 लाख रुपए की राशि विभिन्न योजनाओं के तहत सैनिकों और शहीदों के परिवारों को वितरित की गई है।
मुख्य अतिथि प्रफुल ठाकुर (आईपीएस)एवं विशेष अतिथि इंदरजीत सिंह (एचटीसी निदेशक)
दुर्ग / शौर्यपथ / वार्षिक खेलकूद समारोह और "मैराथन सीजन-2" का आयोजन 7 दिसंबर 2024 (शनिवार) को श्री नारायण गुरु विद्या भवन सेक्टर-4 के प्रांगण में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रफुल ठाकुर (आईपीएस कमांडेंट 4थ बटालियन) और विशेष अतिथि इंदरजीत सिंह (एचटीसी निदेशक) उपस्थित रहे। अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में मलकित सिंह (सोम लॉजिस्टिक्स के निदेशक), वी.के. बाबू (स्कूल प्रबंधक), टी.यू. सुनील (पत्राचारक), पी.एस. सुरेश (कोषाध्यक्ष), विनय पीताम्बरन (उपाध्यक्ष, शिक्षा), के.टी. अनिल (उप महासचिव, शिक्षा), और सुश्री ई. भारती (स्कूल प्रधानाचार्या) शामिल थे। इसके अलावा, अन्य गणमान्य व्यक्ति, शिक्षक, अभिभावक और छात्र भी समारोह का हिस्सा बने।
कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती और गुरु के चित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत बांस के पौधों की भेंट देकर किया गया। तत्पश्चात, विद्यार्थियों ने विभिन्न श्रेणियों के उत्साही प्रदर्शन किए। छात्रों ने एनसीसी, स्काउट और गाइड, रेड क्रॉस ड्रिल और विभिन्न हाउस (एसएन, आरटी, एमटी, आरएल) से प्रदर्शन किए। इन टीमों ने अनुशासित मार्च पास्ट प्रस्तुत किया।
"गेड़ी रेस" रहा समारोह का मुख्य आकर्षण
"गेड़ी रेस", जो छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेल है और क्षेत्र की जनजातीय संस्कृति और सामुदायिक भावना को दर्शाती है, इस समारोह का मुख्य आकर्षण रही।
प्रधानाचार्या ने स्वागत भाषण दिया और अभिभावकों को बच्चों को मोबाइल के अधिक उपयोग से बचाने और आउटडोर खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करने की सलाह दी।
विनय पीताम्बरन ने छात्रों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के साथ खेल भावना को अपनाने के लिए प्रेरित किया। के.टी. अनिल ने छात्रों को खेल-कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। टी.यू. सुनील ने उपस्थित मेहमानों और उनकी विशिष्ट शख्सियतों का परिचय दिया। वी.के. बाबू ने अभिभावकों से बिना लाइसेंस के दोपहिया वाहन चलाने से बच्चों को रोकने की विनम्र अपील की। इंदरजीत सिंह ने एसएनजीवीबी टीम की सराहना करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने का सुझाव दिया। मुख्य अतिथि ने जनता को बैंक और पुलिस से जुड़े फर्जी कॉल से सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी।
विजेता हाउस घोषित किए गए:
- एसएन हाउस ने चैम्पियनशिप जीती।
- आरटी हाउस उपविजेता रहा।
इसके अतिरिक्त, विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन के आधार पर व्यक्तिगत प्रतिभागियों को पदक और प्रमाणपत्र दिए गए। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन, स्मृति उपहार वितरण, झंडा उतारने और राष्ट्रगान के साथ हुआ।
संविदा भर्ती के 47 विभिन्न पदों पर नियुक्ति हेतु दिए आदेश पत्र
रायपुर/शौर्यपथ / प्रभारी मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जिला चिकत्सालय जीपीएम में 20 बिस्तरीय आईसोलेशन सह पीडियाट्रिक वार्ड का लोकार्पण और भारतीय जन औषधि केन्द्र का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा भर्ती के 47 विभिन्न पदों पर नियुक्ति हेतु आदेश पत्र दिए। उन्होंने सभी लोगों को भारत को टी. बी. मुक्त बनाने की शपथ भी दिलाई। संविदा भर्ती के पदों में स्टॉफ नर्स एनआरसी, नर्सिंग ऑफिसर एनएचएमपी, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर (मनोरोग नर्स), साइकोलॉजिस्ट-क्लिनिकल, द्वितीय एएनएम, एएनएम (आरबीएसके), डेंटल असिस्टेंट, ब्लॉक सुपरवाइजर (वीबीडी), एसटीएस, ओटी टेक्निशियन, लैब सहायक, नर्सिंग अधिकारी, जूनियर सचिवीय सहायक (एनएचएम), सचिवीय सहायक (आईडीएसपी), जूनियर सचिवीय सहायक (एनसीडी), जिला डाटा सहायक एवं सचिवीय सहायक (एनएचएम) के पद शामिल है।
धान खरीदी के एवज में 6.80 लाख किसानों को 6807.82 करोड़ रूपए का भुगतान
शिकायत एवं निवारण के लिए हेल्प लाइन नंबर 0771-2425463
समिति में ऑपरेटर के माध्यम से भी टोकन आवेदन कर सकते हैं किसान
विशेष परिस्थिति में किसानों के बारदानों का उपयोग और प्रति बारदाना 25 रूपए का भुगतान
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। छत्तीसगढ़ में धान 14 नवम्बर सें शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। राज्य में 14 नवम्बर से अब तक 32.29 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य में अब तक 6.80 लाख किसानों ने अपना धान बेचा है। धान खरीदी के एवज में इन किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 6807 करोड़ 82 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज 6 दिसम्बर को 66181 किसानों से 2.95 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 76378 टोकन जारी किए गए थे।
राज्य सरकार धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर जारी किए है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले कोई भी किसान इस हेल्पलाईन नम्बर पर फोन कर अपनी समस्यओं का समाधान कर सकते है।
समिति में आपरेटर के माध्यम से टोकन आवेदन की भी सुविधा
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उपार्जन केन्द्रों में धान विक्रय हेतु किसानों द्वारा टोकन आवेदन समिति माड्यूल एवं टोकन तुहर हाथ एप्प के माध्यम से किये जाने की सुविधा प्रदाय की गई है। कुल टोकन आवेदन का 40 प्रतिशत समिति माड्यूल एवं 60 प्रतिशत एप्प के माध्यम से आरक्षित किया गया है। जिन कृषकों को एप्प के माध्यम से टोकन आवेदन करने में कठिनाई हो रही हो, वे समिति में आपरेटर के माध्यम से टोकन आवेदन करा सकते हैं। किसानों द्वारा आवेदन के दौरान आवश्यक प्रविष्टि करने के उपरांत आवेदन की तारीख से लेकर 15 जनवरी 2025 तक रिक्त स्लॉट में धान विक्रय हेतु दिवस का चयन किया जा सकता है। लघु एवं सीमांत कृषकों को 02 टोकन एवं दीर्घ कृषकों 03 टोकन की सुविधा प्रदाय की गई है।
किसान बारदाना के लिए प्रति नग 25 रूपए
भारत सरकार की नवीन बारदाना नीति अनुसार धान का उपार्जन नये एवं पुराने बारदानों में 50 अनुपात 50 में किया जाना है। प्रदेश में अनुमानित धान उपार्जन 160 लाख टन के आधार पर सभी उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त बारदानों की व्यवस्था कर ली गई है। उपार्जन केन्द्रों में पुराने बारदानें के रूप में मिलर बारदाना, पीडीएस बारदाना, समिति द्वारा उपलब्ध कराये गये बारदानों का उपयोग किया जा रहा है। विशेष परिस्थिति में किसान बारदाना का भी उपयोग किया गया है, जिसका 25 रू. नग के मान से किसानों को भुगतान हेतु राशि 11 करोड़ 23 लाख रूपए अपेक्स बैंक को दी जा चुकी है।
धान खरीदी केन्द्रों में 72,194 गठान बारदाना उपलब्ध
समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए कुल 4 लाख गठान नये बारदानों की आवश्यकता है, जिसके विरूद्ध 3.51 लाख नये बारदानें प्रदेश को प्राप्त हो गए है, शेष बारदानें आगामी 15 से 20 दिवसों में प्राप्त हो जायेगें। अभी तक धान उपार्जन में पीडीएस बारदाने 32392 गठान, मिलर बारदानें 23078 गठान, किसान बारदानें 10176 गठान उपयोग किये जा चुके है। उपार्जन केन्द्रों में पीडीएस बारदाने 18985 गठान, मिलर बारदानें 54209 गठान उपयोग हेतु उपलब्ध है। वर्तमान में प्रदेश के किसी भी उपार्जन केन्द्र में बारदानों की कमी नहीं है।
रायपुर/शौर्यपथ / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य कर निरीक्षकों को शासकीय कार्य के दौरान व्यवसायियों द्वारा धमकाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए इस पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि राज्य कर जीएसटी विभाग द्वारा बोगस फर्मों, संदिग्ध फर्मों की पहचान के लिए रिस्क पैरामीटर के आधार पर ऐसे फर्मों की पहचान कर भौतिक सत्यापन की कार्यवाही की जा रही है। विभाग के निर्देश पर निरीक्षकों द्वारा रायपुर स्थित मेसर्स योगेश कमर्शियल, महेश कालोनी, गुढियारी के मुनीश कुमार शाह एव मेसर्स श्री जगन्नाथ कन्स्ट्रक्शन, दलदल सिवनी के राहुल शर्मा के विरूद्ध अनियमितता की शिकायत प्राप्त होने पर व्यवसाय के भौतिक सत्यापन हेतु राज्य कर निरीक्षक श्रीमती रितु सोनकर और श्री होमेश वर्मा को निर्देशित किया गया था। आदेश के परिपालन में कर निरीक्षक भौतिक सत्यापन करने गये थे, लेकिन उक्त दोनों व्यवसायियों के द्वारा निरीक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए धमकी दिया गया जिससे व्यवसाय के भौतिक सत्यापन के शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री साय के द्वारा व्यवसायियों के इस कृत्य को गंभीरता से लिया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशन में विभाग ने व्यवसायियों के संव्यवहारों की पड़ताल की तथा कर अपवंचन और जीएसटी अधिनियम के प्रावधानो का पालन नहीं करने पर आज विभाग ने दोनों फर्मों के प्रतिष्ठानों पर जांच जब्ती की कार्यवाही की। विभाग द्वारा शासकीय कार्यों में बाधा पहुंचाने एवं अधिकारियों को धमकाने के लिए उक्त व्यक्तियों के विरूद्ध पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की गई।
भिलाईनगर/शौर्यपथ / नगर पालिक निगम भिलाई के कभी भी विभागो में आगजनी हो जाने पर रोकने के लिए फायर सिलेंडर लगाया गया है। जिससे अचानक किसी कारणवश या ईलेक्ट्रीकल शॉर्ट सर्किट होने से आग लग जाती है। जिससे विभाग कागजात जलने या किसी दुर्घटना को रोकने के लिए यह सिलेंटर सभी विभागों के दरवाजे के पास लगाया गया है। जिससे किसी प्रकार की घटना होने पर उसको तत्काल रोका जा सके।
आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने सभी विभाग के कर्मचारियो को अपने आफिस के बाहर बुलाया। उनको ड्राई पावडर सिलेंडर की जानकारी दिए कि किस प्रकार से आगजनी को रोका जा सकता है। अक्सर देखा जाता है कि आफिस, भवन एवं अन्य जगहो पर किसी बिजली के तार टुटने या एसी फटने की वजह से आग लग जाती है। जिससे वहां पर रखे सभी कागज, लकड़ी या अन्य सामग्री आग से जल जाते है। जिसको रोकने के लिए सिलेंडर के उपयोग से कैसे आग पर काबू पाया जाए उसके बारे में जानकारी प्रदान की गई। आयुक्त की उपस्थिति में अग्निशमन विभाग के कर्मचारी ने आग जलाकर उसे सिलेंडर के माध्यम से बूझाकर दिखाया। आयुक्त स्वयं सभी विभागो में जाकर निरीक्षण किये की सभी विभागो में यह उपकरण लगाया गया है कि नहीं। जिससे आपतकालीन की स्थिति होने पर दुर्घटना को रोका जा सके।
प्रशिक्षण के दौरान निगम के सभी विभागो के अधिकारी कर्मचारी अधिक संख्या में उपस्थित रहे एवं प्रशिक्षण की जानकारी लिए।
जुबान लड़ाने वालों से वसूला जुर्माना
रिसाली /शौर्यपथ /सड़क की जमीन पर प्रचार सामाग्री रखने और दुकान सजाने वालों के खिलाफ रिसाली निगम ने मुहिम छेड़ दी है। गुरूवार की देर शाम आयुक्त मोनिका वर्मा ने व्यापारियों को समझाइश देने नेवई पुलिस के साथ सड़क पर ऊतरी। इस दौरान जबरदस्ती बहस करने पर जुर्माना वसूला, वही सड़क पर रखे सामानों को जब्त किया।
दरअसल जो सड़क रात में 60 फीट से अधिक दिखाई देती है, वह शाम होते-होते आधी नजर आती है। पसरा लगाने और दुकान सजाने की वजह से जाम की स्थिति रहती है। आयुक्त मोनिका वर्मा के समझाइश का असर नहीं होने से अब से सख्ती के साथ पेश आ रही है। राजस्व, जनस्वास्थ्य, एनयूएलएम की टीम और नेवई पुलिस ने ऐसे व्यापारियों को हिदायते दी, जिन्होंने दुकान को सड़क की जमीन पर सजाया था। इस दौरान साइन बोर्ड और सजाने रखे फर्सी को जब्त कराया। साथ ही व्यापारियों को हिदायत दी गई कि दोबारा गलती करने पर पुनः जुर्माना और सामान जब्ती की कार्रवाही की जाएगी।
आयोध्या डेयरी को नोटीस
इस दौरान आयुक्त के निर्देश पर निगम के जनस्वास्थ्य विभाग में पदस्थ अधिकारियों ने कृष्णा टाॅकिज रोड स्थित आयोध्या डेयरी के साफ सफाई की भी जांच की। किचन में खुले में रखे डालडा का सैंपल लेकर लैब भेजा गया। वहीं आयुक्त ने किचन को प्रथम तल में होने और घुमावदार सीढ़ी होने पर आपातकाल के लिए व्यवस्था नहीं होनेके लिए नोटीस जारी करने निर्देश दिए।
इससे वसूला जुर्माना
नंदनी गर्व वीट -1000.00
क्वीन - 2000.00
झिलमील किड्स - 2000.00
अब सामान जब्ती
आयुक्त मोनिका वर्मा ने पूरे बाजार क्षेत्र में अभियान चलाने निर्देश दिए है। पहली बार में समझाइश कर असर नहीं होने पर दोबारा गलती करने पर सामान जब्त करने निर्देश दिए है। अभियान हर सप्ताह चलाया जाएगा।
हरा सोना संग्राहको के घर-परिवार की जरूरतें हो रही पूरी
तेंदूपत्ता पारिश्रमिक राशि मिल रहा है अब 5500 रूपये प्रति मानक बोरा
बालोद/शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ के वनांचल में तेन्दूपत्ता को हरा सोना माना गया है, जो कि वनांचल के तेन्दूपत्ता संग्राहको की आय का प्रमुख स्रोत भी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में तेंदूपत्ता संग्राहकों के आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने तथा उनकी आमदनी में बढ़ोतरी करने तेंदूपत्ता संग्रहण का पारिश्रमिक दर 4000 रूपये मानक बोरा से बढ़ाकर 5500 रूपये प्रति मानक बोरा किया है, जिसका लाभ तेंदूपत्ता संग्राहकों को मिल रहा है। इससे वनांचल में रहने वाले तेन्दूपत्ता संग्राहको में काफी खुशी है। बालोद जिले के डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम सल्हाईटोला की श्रीमती रेखा भूआर्य ने बताया कि वह खेती-किसानी मजदूरी के साथ ही तेन्दूपत्ता सीजन में तेन्दूपत्ता संग्रहण का काम भी करती है। उसने बताया कि गर्मी के दिनों में तेन्दूपत्ता तोड़ाई और उसका बंडल बनाने में काफी समय और मेहनत लगता है जिसके पश्चात उसे खरीदी केन्द्र भी ले जाना पड़ता है। पहले हमारी इस मेहनत का हमें 4000 रूपये प्रति मानक बोरा के मान से राशि का भुगतान होता था। श्रीमती रेखा ने खुश होकर बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार ने हमारे जैसे तेन्दूपत्ता संग्राहकों की मेहनत को महत्व देते हुए तेन्दूपत्ता पारिश्रमिक राशि को 4000 रूपये से बढ़ाकर 5500 रूपये प्रति मानक बोरा किया है। श्रीमती रेखा भूआर्य ने बताया कि अब 5500 रूपये प्रति मानक बोरा की दर से राशि मिलने पर हम अपने बच्चों के बेहतर पढ़ाई लिखाई, घर की जरूरतों को पूरा करने तथा अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रहे है। उसने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हम वनांचल के रहवासियों की मेहनत को सम्मानित किया है। इसके लिए हम उनका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते है।