February 05, 2025
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जानकारी छुपाने पर सागर ट्रेडर्स पर की गई कार्रवाई
10 रूपए प्रति किलो की दर से विक्रय करने के आदेश
खाद्य विभाग द्वारा कंट्रोल रूम नंबर जारी


      राजनांदगांव / शौर्यपथ / कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य के निर्देशानुसार जिले में नमक एवं उसके उपभोक्ता मूल्य की निगरानी के लिए तीन टीम का गठन किया गया है। जिसमें खाद्य अधिकारी, सहायक खाद्य अधिकारी एवं खाद्य निरीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदारए नायब तहसीलदार शामिल है। टीम द्वारा आज 13 मई 2020 को नगर निगम क्षेत्र राजनांदगांव के विभिन्न थोक प्रतिष्ठानों की जांच की गई। निरीक्षण के दौरान थोक व्यापारियों को अपने व्यापार स्थल पर नमक के उपलब्ध स्टॉक एवं थोक विक्रय मूल्य की जानकारी अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए।
       निगरानी टीम द्वारा सागर ट्रेडर्स राजनांदगांव का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जांच में पाया गया कि व्यापारी द्वारा विगत दो दिनों से गोदाम की जानकारी छुपाई गई है। अन्य माध्यमों से गोदाम की जानकारी प्राप्त होने पर जांच की गई। जिसमें 29 बोरी खड़ा नमक (भर्ती 20 किलो प्रति बोरी), 29 बोरी ताजा नमक (भर्ती 25 किलो प्रति बोरी) एवं लूज 1 क्विंटल जप्त कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
कलेक्टर मौर्य ने नमक के खुदरा विक्रय दर के संबंध में आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि नमक के पैकेट में उल्लेखित अधिकतम अंकित मूल्य से अधिक दर पर नमक का विक्रय नहीं किया जाएगा। ऐसे         नमक के पैकेट जिसमें अधिकतम विक्रय मूल्य अंकित नहीं है, उसे 10 रूपए प्रति किलो की दर से विक्रय करने के आदेश दिए गए है।
खाद्य अधिकारी के. के. सोमवार ने नागरिकों से निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय किए जाने एवं अवैध गोदामों की जानकारी खाद्य विभाग के कंट्रोल रूम नंबर 7898410930 पर देने की अपील की है।

         दुर्ग / शौर्यपथ / भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा वैश्विक महामारी कोरोना के संकटकाल में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत देश में विकास को गति प्रदान करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि देशवासियों के लिए यह 20 लाख करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज देश की जीडीपी के लगभग 10% के बराबर है मैं इस अभूतपूर्व व ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत करती हूं एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का कोटि कोटि अभिनंदन करती हूँ।
सांसद सरोज पाण्डेय ने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के मूलमंत्र के साथ कार्य करते हुए मोदी सरकार ने हमेशा देशवासियों के हित में निर्णय लिया है और यह 20 लाख करोड़ रुपये का विशेष आर्थिक पैकेज इस बात का परिचायक है। मोदी सरकार की इस घोषणा से देश के सभी वर्ग, गांव, गरीब, किसान, व्यापारी, मध्यम वर्गीय को बड़ी राहत मिलेगी और इसके साथ ही देश का हर वर्ग सशक्त व आत्मनिर्भर बनेगा।
        आज देश की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी व वित्त राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के देश को आत्मनिर्भर बनाने के स्वप्न को मूर्त रूप देने के लिए महती कार्ययोजना का एलान किया है। इस कार्ययोजना के तहत देश के सबसे महत्वपूर्ण सेक्टर एम.एस.एम.ई. को सबसे ज्यादा राहत दी गयी है क्योंकि इस सेक्टर में देश के 10 करोड़ से ज्यादा लोग कार्यरत हैं। इस सेक्टर को दी जाने वाली बड़ी राहतों में 3 लाख करोड़ रुपए का कोलेटरल फ्री ऑटोमैटिक लोन का प्रावधान है, जिसमे किसी को अपनी ओर से किसी तरह की गारेंटी देने की जरूरत नही है। इससे इस सेक्टर में नगदी की कमी खत्म होगी तथा उन्हें पुनः कार्य शुरू करने में सहुलियत होगी जिससे इस पर निर्भर लोगो को रोजगार मिलेगा।
          इसके साथ ही 20 हजार करोड़ रुपए का सुबॉर्डिनेट लोन दिया जाएगा। इससे 2 लाख से ज्यादा यूनिट को लाभ मिलेगा। एम.एस.एम.ई फण्ड ऑफ फंड्स के जरिए 50 हजार करोड़ रुपए का इक्विटी इंफ्यूजन जो एमएसएमई अच्छा कर रहे है ओर वो बिज़नेस का विस्तार करना चाहते है, लेकिन सुविधा नहीं मिल पा रही है, उनके लिए फण्ड ऑफ फंड्स के जरिये फंडिंग मिलेगी। अब एमएसएमई के हित मे इसकी परिभाषा बदल दी गयी है और यह बदलाव मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस दोनों इंडस्ट्रीज पर लागू होंगे, 01 करोड़ रुपए तक निवेश करके 5 करोड़ तक का व्यापार करने वाली इंडस्ट्री सुक्ष्म, 10 करोड़ रुपए तक निवेश और 50 करोड़ तक व्यापार करने वाली इंडस्ट्री लघु, जबकि 20 करोड़ तक का निवेश और 100 करोड़ तक का व्यापार करने वाली इंडस्ट्री मध्यम कहलाएगी। 200 करोड़ रुपए तक की सरकारी खरीद में अब ग्लोबल टेंडर नहीं होगा तथा देश के उत्पादकों से ही यह खरीदी की जाएगी। इससे लोकल के लिए वोकल के मंत्र को मजबुती मिलेगी।
         सभी एमएसएमई को ई-मार्केट लिंकेज किया जाएगा जिससे उनके उत्पादों के प्रचार प्रसार में उन्हें सहायता मिलेगी। निर्माण क्षेत्र को नई मजबूती प्रदान करने तथा क्षेत्र में लगे मजदूरों का रोजगार सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी कॉन्ट्रेक्टरों को बिना शर्त 06 महीने का सरकार एक्सटेंशन देगी। इसके आगे राहत देते हुए कंपनियों की पीएफ में हिस्सेदारी को 12% की जगह 10% तक कर सकेंगे जिससे कंपनियों के पास लिक्विडिटी बढ़ेगी। साथ ही टीडीएस रेट में 25% की कमी की गई है जिससे आम लोगो को लगभग 50 हजार करोड़ रुपए का लाभ होगा तथा यह पैसा सीधे उनके हाथ में जा सकेगा। इससे उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी।
यह तो सिर्फ पहला कदम है देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने के लिए। आने वाले दिनों में सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में और भी राहत प्रदान किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश संकटकाल को भी अवसर बनाकर विश्व के सिरमौर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है!

प्रतिदिन कर रही है लगभग 400 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग

शौर्यपथ

जल्दी से बूढ़े मां बाप के लिए खाना बनाया, छोटे भाई बहनों को समझाया एप्रिन पहना और निकल पड़ी कलेक्ट्रेट परिसर की कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षा करने ।
पूनम निषाद कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिये बलोदा बाजार के कलेक्ट्रेट परिसर की जिम्मेदारी निभा रही हैं ।
कलेक्ट्रेट परिसर में प्रतिदिन आने वाले लगभग 400 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग करना, उनको सैनिटाइज कराना और परिसर में उनके द्वारा शारीरिक दूरी को बनाने के बारे में बताया जा रहा है । साथ ही परिसर में आने वाले लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचने और इसकी पहचान की जानकारी भी दी जा रही है।
``यह एक ऐसा समय है जब हम पूरी तरह से हाथों में गलव्स पहनना, फेस मास्क लगाना,शारीरिक दूरी को नियमित रूप से बनाए रखना ज़रूरी हैं और मानसिक रूप से अपने आपको तैयार रखने में खाना पानी भी याद नहीं रहता है ।कभी कभी पूरे दिन ही बिना खाना और पानी पिये ही गुज़र जाता है,’’ पूनम बताती है।
थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान ताप या सर्दी खांसी के सक्रमित व्यक्ति को तुरंत चिकित्सीय परामर्श के लिये ज़िला अस्पताल भेजा जाता है ।
``कोविड-19 के संक्रमण को लेकर लोगों में अभी उतनी जागरूकता नहीं आई है जितनी होनी चाहिए थी । परिसर में देखने को मिलता है कि लोग शारीरिक दूरी को भूलने लगते हैं। तब उनके बीच जाकर उन्हें फिर से बताना होता है। आने वाले लोगों को भी ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें दूसरे की सुरक्षा के बजाय अपनी सुरक्षा पहले करनी है,’’ पूनम कहती है ।
कोविड-19 के संबंध में जागरूकता बनाने के लिए प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग द्वारा लगातार अलर्ट रहकर प्रयास किए जा रहे है।स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 के लक्षणों एवं बचाव के बारे में आमजन को सचेत करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार भी कर रही है ।
पूनम विकासखंड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) के कार्यालय बलोदा बाजार की चिरायु टीम बी में एएनएम का कार्य करती हैं । कोविड-19 के संक्रमण के खतरे से पूर्व चिरायु टीम के सदस्य के रूप में किशोरियों के स्वास्थ्य का दायित्व मिला हुआ था । साथ ही राज्य में चल रहे सुपोषण अभियान के तहत हीमोग्लोबिन टेस्ट करवाने का कार्य में कर रहे थे । इस कार्य में 15 वर्ष से ऊपर 12वीं क्लास तक की छात्राओं का वजन और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी निभाई जा रही थी ।
पूनम निषाद बताती है कोविड-19 के संक्रमण के बाद जिले में क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों के आसपास के 50-50 घर का सर्वे उनकी चार सदस्य टीम द्वारा किया गया जिसमें लगभग 1200 से अधिक जनसंख्या का सर्वे कार्य किया ।
सीएमएचओ बलोदा बाज़ार डॉ.खेमलाल सोनवानी ने बताया कोरोना वायरस के लक्षण साधारण सर्दी, जुकाम के लक्षणों से मिलते जुलते हैं। इसमें नाक बहना, खांसी, गले में खराश होना , सिर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और बुखार जैसे लक्षण होने लगते हैं। ऐसे में नज़दीक के शासकीय चिकित्सालय के चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए या टोल फ्री हैल्पलाइन नंबर 104, 108, पर सम्पर्क कर सकते हैं। साथ ही खांसते, छींकते समय टिश्यू व रुमाल का उपयोग करें।
``हमारा दायित्व है लोगों के स्वास्थय का ध्यान रखना है, जिसके लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है । घर में बूढ़े माता-पिता और दो छोटे भाई-बहन हैं घर में जाने से पूर्व अपने आप को सैनिटाइज करना घर जाकर एक अलग कमरे में रहती हूँ । साथ ही परिवार के लिए भोजन की व्यवस्था करना एक कठिन और मानसिक रूप से थका देने वाला काम है । मैं जानती हूं यह समय मेरी सुख-सुविधाओं का नहीं बल्कि मेरे समाज को मेरे द्वारा दी जाने वाली सुख सुविधा का है,’’ पूनम बताती है

दिव्यांग बालिका से मिलने पहुँचे एसडीओपो नीतीश ठाकुर,हुए भावुक

धमतरी/नगरी शौर्यपथ

उमर गांव की दिव्यांग बालिका संध्या जो 90 प्रतिशत विकलांग है और बचपन से चलने फिरने में पूरी तरह असमर्थ है।
इस बालिका से मिलने नगरी एसडीओपी नीतीश कुमार ठाकुर बच्ची के घर पहुँचे ।
जहाँ बच्ची से मिलने और उसके बारे में जानकर वे भावुक हो उठे।भावुकता के चलते जेब मे रखे सारे पैसे उस बच्ची के पालन पोषण करने वाले उनके मामा मामी को देकर किसी और सहयोग कर लिए हमेशा तत्पर रहने की बात कही, साथ में गए समाजसेवी सन्नी छाजेड़ व अंकित बोहरा ने बच्ची के लिए राशन सामग्री व टेबल पंखा भेंट किया।
ज्ञात हो कि दिव्यांग संध्या को उसकी मामी ने बचपन से पाला है।
90 प्रतिशत दिव्यांग बच्ची न चल सकती है और न ही अपना कोई कार्य करने सक्षम है।
एसडीओपी नीतीश ठाकुर ऐसे बच्चो की सेवा के लिए सदा तत्पर रहते हैं, पूर्व में घटूला की बच्ची पूर्वी,उमरगांव की ही बच्ची मायावती का हाल जानकर उनकी भी मदद की थी।
इसी कड़ी में नन्ही संध्या को एसडीओपी नीतीश ठाकुर के रूप में एक मसीहा मिल गया है और इस मसीहे ने ठान लिया है कि इस बच्ची का हर सम्भव मदद कर उसे अपने पैरों पर खड़े होने के काबिल बनाएंगे।
शासन ने दिव्यांगों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की है, विकलांग पेंशन सहित उनके जीवन यापन के लिए शासन स्तर पर अनेक सहयोग करने का दम्भ भरा जाता है,किन्तु हकीकत की धरातल पर यह तश्वीर कुछ अलग ही नजर आती है। योजनाएं कागजो तक सीमित रह जाती हैं और लाचार व्यक्ति अपनी किस्मत की मार समझ कर अपने आप से समझौता कर लेता है।

इस सम्बंध में जनपद सीईओ
पी.आर. साहू ने कहा कि जनपद से दिव्यांग बालिका के घर अधिकारीयो को भेजकर सम्पूर्ण जानकारी ली जाएगी व शासन की हर योजना का लाभ दिलाने का हर सम्भव प्रयास किया जावेगा।

धमतरी शौर्यपथ

मंगलवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री माननीय अजय चंद्राकर ने देवेंद्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल पहुँचकर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के से भेंट की एवं चिकित्सकों से उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली.
छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के मस्तिष्क को ऑडियो थेरेपी के द्वारा जागत करने की कोशिश की जा रही है आज जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक उन्हें उनके पसंदीदा गाने सुनाकर उनके मस्तिष्क को जागत करने की कोशिश चल रही है।

छत्तीसगढ प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी (उम्र 74 वर्ष), की स्थिति अभी भी बेहद गंभीर बनी हुई है। उनका हृदय, ब्लड प्रेशर और यूरिन आउटपुट नियंत्रित है।

अजीत जोगी को अभी वेंटीलेटर के माध्यम से सांस दी जा रही है। मेडिकल प्रोटोकॉल्स के तहत उपचार जारी है और डॉक्टरों द्वारा उनके दिमाग को क्रियाशील ( एक्टिवेट ) करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

ऑडियो थेरेपी द्वारा भी उनके पसंदीदा गाने उन्हें कान में सुनाकर उनके मस्तिष्क को जागत करने की कोशिश चल रही है। आज शाम 4 बजे उनके दिमाग का ईईजी टेस्ट किया गया जिसमें उनके दिमाग में बहुत थोड़ी सी हलचल देखी गयी है।

 

धमतरी शौर्यपथ

मंगलवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री माननीय अजय चंद्राकर ने देवेंद्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल पहुँचकर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के से भेंट की एवं चिकित्सकों से उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली.
छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के मस्तिष्क को ऑडियो थेरेपी के द्वारा जागत करने की कोशिश की जा रही है आज जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक उन्हें उनके पसंदीदा गाने सुनाकर उनके मस्तिष्क को जागत करने की कोशिश चल रही है।

छत्तीसगढ प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी (उम्र 74 वर्ष), की स्थिति अभी भी बेहद गंभीर बनी हुई है। उनका हृदय, ब्लड प्रेशर और यूरिन आउटपुट नियंत्रित है।

अजीत जोगी को अभी वेंटीलेटर के माध्यम से सांस दी जा रही है। मेडिकल प्रोटोकॉल्स के तहत उपचार जारी है और डॉक्टरों द्वारा उनके दिमाग को क्रियाशील ( एक्टिवेट ) करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

ऑडियो थेरेपी द्वारा भी उनके पसंदीदा गाने उन्हें कान में सुनाकर उनके मस्तिष्क को जागत करने की कोशिश चल रही है। आज शाम 4 बजे उनके दिमाग का ईईजी टेस्ट किया गया जिसमें उनके दिमाग में बहुत थोड़ी सी हलचल देखी गयी है।

 

शौर्यपथ

यूनिसेफ, एनएचएम एवं डब्ल्यूएचओ ने संयुक्त रूप से जारी की मार्गदर्शिका
• प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर प्रबंधन प्रोटोकॉल की दी गयी जानकारी
• प्रवासी कामगारों के लिए होम क्वारंटाइन के दौरान सावधानियां बरतने की दी गयी सलाह
रायपुर 12 मई 2020। कोरोना संक्रमण के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी कामगारों सहित छात्र एवं अन्य लोग अब अपने-अपने राज्य लौटने लगने लगे हैं. इन्हें सुरक्षित अपने घर पहुँचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने कई स्तर पर व्यवस्थाएं की हैजिसमें इनके आवाजाही के लिए स्पेशल ट्रेन सहित अपने राज्य पहुँचने पर क्वारंटाइन की सुविधा शामिल है. लेकिन कोरोना संक्रमण के इस दौर में भारी संख्या में लोगों के घर वापसी पर संक्रमण प्रसार को रोकने की भी चुनौती सरकार के सामने है. इसे ध्यान में रखते हुए यूनिसेफ, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिश (एनएचएम) एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संयुक्त रूप से मार्गदर्शिका जारी की है, जिसमें प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर प्रबंधन प्रोटोकॉल, प्रवासी कामगारों के लिए होम क्वारंटाइन के दौरान जरुरी सावधानियां एवं कोरोना से बचाव को लेकर विशेष वर्गों के लोगों के लिए सावधानी इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी है|
प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर बनाये गए प्रबंधन प्रोटोकॉल:
प्रवासी कामगारों के घर वापसी पर कुछ प्रबंधन प्रोटोकॉल बनाये गए हैं, जिसमें बाहर से घर लौटने पर सभी प्रवासियों का जिला प्रशासन द्वारा पंजीकरण एवं स्क्रीनिंग की जानी है. जिन प्रवासियों में कोविड-19 के लक्षण मिलेंगे उन्हें कुछ तय प्रोटोकॉल के अनुपालन करने होंगे. जबकि जिन प्रवासियों में कोविड-19 के लक्षण नहीं भी मिलते हैं, उन्हें भी कुछ सावधानियों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा.
1. कोविड-19 के लक्षण पाए जाने पर:
 सरकार द्वारा ऐसे प्रवासियों को सरकार द्वारा प्रबंधित क्वारंटाइन फैसिलिटी में रखा जाएगा
 प्रबंधित क्वारंटाइन फैसिलिटी में कोविड-19 की जांच होगी
 जांच में संक्रमण पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा
 जांच में संक्रमण नहीं पाए जाने पर 7 दिन क्वारंटाइन में रख दोबारा जांच की जाएगी
 7 दिन के बाद भी संक्रमण न होने पर घर भेज दिया जाएगा जहाँ खुद को 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा
2. कोविड-19 के लक्षण नहीं होने पर
 ऐसे में प्रवासी को घर भेज दिया जाएगा
 घर में खुद को 21 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा
 होम क्वारंटाइन के दौरान यदि खांसी, बुखार या सांस लेने में कोई कठिनाई जैसे लक्षण दिखाई देंम तो तुरंत आशा या सरकार की हेल्पलाइन नंबर ( 1800-180-5145) पर संपर्क करने की सलाह दी गयी है |
बनें ज़िम्मेदार, होम क्वारंटाइन में प्रवासी बरतें सावधानियाँ:
होम क्वारंटाइन में प्रवासी सावधानी बरतकर संक्रमण प्रसार को रोका सकते हैं. इसके लिए मार्गदर्शिका में जरुरी जानकारी दी गयी है :
• घर पहुंचते ही 21 दिन होम क्वारंटाइन में रहें. इस दौरान अलग कमरे में ही रहें
• क्वारंटाइन में रहते हुए अनिवार्य रूप से मास्क/गमछा / दुपट्टे से मुँह एवं नाक को ढँक कर रखें
• मास्क/गमछा / दुपट्टे को साबुन एवं गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाएं
• सिर्फ एक बार के उपयोग के लिए बने मास्क का दोबारा इस्तेमाल न करें
• हाथों को साफ़ पानी एवं साबुन से बार-बार धोते रहें
• किसी से भी हाथ मिलाने से परहेज करें
• घर का सामान जैसे बर्तन, पानी का ग्लास, बिस्तर, तौलिया या अन्य उपयोग की जाने वाली चीजों को घर के दूसरे सदस्य के साथ साझा न करें
• संक्रमित व्यक्ति के लिए अलग से थाली रखें एवं इसे अलग से गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं
• अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप्प का उपयोग करें
• किसी भी अन्य व्यक्ति का प्रवेश अपने घर में नहीं होने दें
• आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य में यदि कोविड-19 के लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना आशा को तत्काल दें
• आपके घर से केवल एक व्यक्ति ही जरुरी सामानों की खरीदारी के लिए घर से बाहर जाए
• घर से निकलते समय मास्क/गमछा/दुपट्टा का प्रयोग करें एवं वापस लौटने पर हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं ।

धमतरी शौर्यपथय

जिले में पशुओं की संक्रामक बीमारी गलघोंटु एवं एक टंगिया से सुरक्षा के लिये कलेक्टर श्री रजत बंसल के निर्देश अनुसार पशु चिकित्सा विभाग द्वारा पशुओं में आगामी 15 मई से 15 जून तक सघन गलघोंटु एवं एक टंगिया रोग टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत गाय, भैंस, बकरी एवं सूकर में गलघोंटु एवं एक टंगिया रोग का टीकाकरण किया जावेगा। उप संचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ.महेश सिंह बघेल से मिली जानकारी के मुताबिक इसके लिये जिले में 43 दल एवं 15 सेक्टर बनाए गए हैं, ताकि माॅनिटिरिंग एवं रिपोर्टिंग किया जा सके। बताया गया है कि गलघोंटु एवं एक टंगिया रोग के टीकाकरण के बीच 15 दिन का अंतराल रखा जाएगा, जिससे पशुओं में प्रतिरोधक क्षमता अच्छी तरह विकसित हो सके। इसके लिए जिला स्तर पर डाॅ. जी.पी.सूर्यवंशी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जिनका मोबाईल नम्बर 94242-92616 है। किसी प्रकार की समस्या होने पर पशुपालक द्वारा उक्त नम्बर पर सम्पर्क किया जा सकता है।
डाॅ.बघेल ने बताया कि गलघोंटु एवं एक टंगिया बहुत ही संक्रामक बीमारी है। इसका समय पर उपचार नहीं मिलने से पशुओं की अकाल मृत्यु हो जाती है, जिससे पशुपालकों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में गौठान ग्राम और दूसरे चरण में शेष ग्रामों के पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार एवं संबंधित ग्राम में टीकाकरण के एक दिन पूर्व मुनादी कराने और शीत श्रृंखला प्रबंधन करने के लिए संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। साथ ही टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए सभी पशुपालकों एवं जन प्रतिनिधियों से सहयोग करने अपील किया गया है।

दुर्ग / शौर्यपथ / देश वर्तमान में कोरोना संकट से जूझ रहा है और इस लॉक डाउन में ऐसे लाखो परिवार है जिनके पास रोजगार के साधन नहीं है . केंद्र सहित प्रदेश सरकार की पूरी कोशिश रही है कि कोई भी भूखा ना रहे . सरकार के साथ विपत्ति की इस घडी में कई स्वयं सेवी संस्थाए भी आगे रही और खुल कर गरीब वर्ग की धन से राशन से मदद की . लॉक डाउन की घडी में दान करने वाले और सहयोग करने वालो की पहचान हुई वही कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों को भी जनता ने देखा .
   लॉक डाउन के समय अति आवश्यक वस्तुओ की दुकानों को खुलने की अनुमति मिली जिसमे राशन की दूकान का अहम् योगदान था किन्तु शहर के ऐसे कई राशन व्यापारी है जो इस लॉक डाउन में संकट की घडी में भी अपनी नैतिकता को दरकिनार करते हुए कीमत से ज्यादा सामन का विक्रय कर जेब भरने में लगे हुए थे . देश सहित प्रदेश में भी लॉक डाउन था . लॉक डाउन के 42 दिनों में भी आम जनता को किसी वस्तु की कमी नहीं हुई हर वस्तु की आपूर्ति हुई चाहे वो राशन हो चाहे , शराब हो , चाहे पान गुटखा , सिगरेट- बीडी सभी का विक्रय निरंतर जारी था नशे की सामग्री की खुलकर चोरी छिपे विक्रय का खेल चलता रहा और व्यापारियों द्वारा दुगनी तिगुनी कीमत भी वसूली गयी वही राशन में क्वालिटी की बात कह कर राशन को भी ऊँचे दामो में कई व्यापारियों ने बेचा हर सामान पर गिरी हुई मानसिकता के कई व्यापारियों ने आम जनता को खूब लुटा . विपत्ति के 42 दिन ( लॉक डाउन ) का दिन भी जैसे तैसे बीत गया और जनता ने राहत की साँस ली जब जिला प्रशासन द्वारा सभी दुकानों को ( कुछ दुकानों को छोड़कर ) खोलने की अनुमति दे दी .
वर्तमान में ज़रूरत की लगभग सभी दुकाने तो खुल गयी है किन्तु आज भी नशे की सामग्री ( सिगरेट , बीडी , गुटखा , जर्दा युक्त पौच आदि ) प्रिंट रेट से भी ज्यादा कीमत पर बिक रही किन्तु नशे के लोभी मौन है और कालाबाजारी को बढ़ावा दे रहे है . नशे तक की बात है तो मामला दबा हुआ है किन्तु अचानक एक ऐसी अफवाह फैली जिसके कारण आम जनता में हाहाकार मच गया .
अफवाह फैली नमक कि कमी की . कहा से ये अफवाह फैली इसकी जाँच के लिए और संबंधितो पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आदेश दे दिए वही जिला प्रशासन द्वारा भी त्वरित कार्यवाही करते हुए ऐसे कई दुकानदारों पर कड़ी कार्यवाही की गयी जिन्होंने अफवाह का फायदा उठाते हुए नमक जैसी अति आवश्यक खाद्य वास्तु को ज्यादा कीमत में बेचना शुरू किया . शासन की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी .
होना चाहिए निलंबन ..
अफवाह हो या हकीकत किन्तु ज्यादा कीमत पर नमक बेचने वाले व्यापारियों की मानसिकता का पता चल गया जिस समय देश संकट से गुजर रहा है उस समय व्यापारियों अपने निम्न स्तरीय सोंच का परिचय देते हुए आम जनता को लुटने लगे क्या ऐसे व्यापारियों को बाज़ार में व्यापार करने की अनुमति देनी चाहिए क्या ऐसे व्यापारियों को सिर्फ चाँद रूपये की जुर्माना राशि वसूल कर खुला छोड़ देना चाहिए जो संकट के समय लालची प्रवृत्ति अपना कर आम जनता को लुटने लगे क्या ऐसे व्यापारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर ऐसी मिसाल नहीं पेश होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी अफवाह का ये लालची व्यापारी फायदा ना उठा सके ?

अधिक दर पर नमक विक्रय के संबंध में की गई कार्रवाई
26 प्रतिष्ठानों की जांच, 84 हजार रुपये का अर्थदंड

दुर्ग / शौर्यपथ / जिले में नमक की कृत्रिम कमी के संबंध में हो रही अफवाहों के तारतम्य में प्राप्त हो रही शिकायतों पर खाद्य विभाग, नगरीय निकाय, एवं नाप तौल विभाग के मैदानी अमलों द्वारा दिनांक 12.05.2020 को 26 प्रतिष्ठानों की जांच की गई, जिसमें अधिक कीमत में नमक विक्रय करते पाये जाने के फलस्वरूप साहू किराना एवं जनरल स्टोर, वार्ड क्रं. 04 कुम्हारी को 25000/-रू, सुमन पटेल चंद्रशेखर आजाद नगर भिलाई 5000/-रू., माही किराना स्टोर्स मडौदा 5000/-रू., एजाक अहमद गौतम नगर 2000/-रू., हरीश किराना स्टोर्स पाटन 7000/-रू., किसान बंधु किराना स्टोर पाटन 4000/- रू., बालाजी किराना स्टोर्स जुनवानी 5000/-रू., खान किराना स्टोर कोडिया 5000/-, प्रवीण किराना स्टोर नगर पंचायत धमधा 8000/-रू., भाले किराना स्टोर 5000/-, सखाराम किराना 3000/- रू. एवं गुलाब किराना स्टोर्स जेवरा सिरसा से 10000/- रू. कुल- 84000 रू. नगद अर्थदंड आरोपित किया गया जिसकी वसूली निकायों द्वारा की गई इन दुकान संचालकों को भविष्य में अधिक दर पर खाद्य सामग्री न विक्रय किये जाने की चेतावनी दी गई, निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय करते पाये जाने पर दुकान की अनुज्ञप्ति निरस्त करने की कार्यवाही भी की जावेगी। खाद्य नियंत्रक ने बताया कि यह जांच सतत राजस्व विभाग, खाद्य विभाग, नगरीय निकाय एवं नाप तौल विभाग के द्वारा नियमित जारी रहेगी।

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