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दुर्ग / शौर्यपथ / महापौर धीरज बाकलीवाल कोरोना पोजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में है . होम आइसोलेशन में रहते हुए महापौर बाकलीवाल ने शहर में मौसमी बिमारी और डेंगू का प्रोक्प ना फैले इसके लिए निगम के स्वास्थ्य अमला को शहर के क्षेत्रो में आवश्यक छिडकाव करने के निर्देश दिए है जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर में डेंगू मच्छर से बचाव के लिए आज से अभियान प्रारंभ किया गया । इसके तहत् पूरे 60 वार्डो के प्रत्येक वार्डो में स्वच्छता निरीक्षक, सफाई सुपरवाईजरों के निगरानी में नालियों और गडढों में रुके पानी में जला आईल का छिड़काव कर मच्छर उन्मूलन का कार्य किया जावेगा ।
उल्लेखनीय है कि महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा शहर में मच्छर उन्मूल अभियान प्रारंभ करने अधिकारियों को निर्देशित किया इस अभियान के अंतर्गत आज सभापति राजेश यादव ने बैगापारा में शीतला मंदिर के सामने, पीछे भाग व स्टेडियम के आस-पास जहॉ-जहॉ रुका हुआ पानी था डेंगू का लार्वा पैदा हो सकता है ऐसे जगहों पर स्वयं खडेे होकर जला आईल का छिड़काव करायें। स्वास्थ्य प्रभारी हमीद खोखर के निर्देश पर राजेन्द्र पार्क के आस-पास जला आईल रुके हुये पानी में डाला गया। निगम आयुक्त श्री बर्मन ने सभी स्वच्छता निरीक्षक एवं सुपरवाईजरों को निर्देशित करते हुये कहा है कि मच्छर उन्मूलन कार्यक्रम के तहत् प्रतिदिन सभी अपने-अपने वार्ड क्षेत्र के नालियों, गड्ढों में रुके पानी में जला आईल डलवायें। रुके पानी में ही डेंगू मच्छर लार्वा से पैदा होता है। यह कार्य निरंतर जारी रखें। जला आईल छिड़काव के दौरान सभापति, स्वास्थ्य प्रभारी के अलावा स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, स्वच्छता निरीक्षण और सुपरवाईजर तथा कर्मचारी मौजूद थे।
दुर्ग / शौर्यपथ / तहसील ऑफिस में बुधवार को छत से लगा छज्जा भरभरा कर गिर गया। इससे वहां दहशत का माहौल व व्याप्त हो गया। इसकी जानकारी मिलने पर तहसीलदार आये और मौका मुआयना कर कार्यवाही की बात कहते हुए चले गये। ज्ञातव्य हो कि इससे पहले भी यहां पर छज्जा गिरने की घटना हो चुकी है, क्योंकि तहसील कार्यालय पूरी तरह जर्जर हो चुका है। छज्जा गिरने की घटना को लेकर तथा तहसील कार्यालय के जर्जर होने की यहां के वकीलों ने पहले भी शासन प्रशासन से शिकायतकर चुके है, इसके बावजूद भी इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है, ऐसा लग रहा है क शासन प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही है।
धमतरी / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश अनुसार राज्य शासन द्वारा धमतरी के तेलीनसत्ती निवासी हरदेव सिन्हा के ईलाज के लिए पूरा व्यय 13 लाख 14 हजार 466 रूपए वहन किया गया है। मुख्यमंत्री सहायता कोष से उनके ईलाज में हुए व्यय को स्वीकृत किया गया है।
कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने बताया कि धमतरी जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार रायपुर के निजी अस्पताल में श्री सिन्हा के ईलाज के समय उनके परिवार को हरसंभव मदद की गई। ज्ञात हो कि गत 29 जून को तेलीनसत्ती के हरदेव सिन्हा ने रायपुर स्थित सिविल लाइंस में आत्मदाह का प्रयास किया, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। जुलाई के 22 तारीख को श्री सिन्हा की ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती बसंती सिन्हा को दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रूप में नियुक्त करने तथा महिला एवं बाल विकास विभाग में संचालित योजनाओं के तहत उनकी इच्छा अनुरूप व्यवसाय करने ऋण दिलाने का सुझाव भी दिया गया है। श्रीमती सिन्हा ने श्रेष्ठ विकल्प पर विचार करने की बात कही है।
दुर्ग / शौर्यपथ / कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कलेक्ट्रेट सभागार में कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा अन्य विविध विषयों पर महत्वपूर्ण बैठक कलेक्ट्रेट में ली। उन्होंने कहा कि कोरोना पाजिटिव के चिन्हांकन होने पर कान्टैक्ट ट्रेसिंग का कार्य बेहद महत्वपूर्ण है। इस संबंध में जो टीम काम कर रही हैं वो सभी पहलुओं पर पूरा समय लेकर ध्यान दें ताकि कोई भी प्राइमरी कान्टैक्ट मिस न हो पाये। उन्होंने कहा कि सर्वे का कार्य भी बेहद महत्वपूर्ण है। सर्वे जितना अच्छे तरीके से होगा, संक्रमित मरीजों की पहचान में उतनी ही आसानी होगी। सर्वे कार्य में लगी टीमों को मास्क, सैनेटाइजर ग्ल्व्स वगैरह की सुविधा स्वास्थ्य विभाग सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि प्राइवेट हास्पिटल में जो सांस की दिक्कत वाले मरीज आते हैं उनकी सूचना स्वास्थ्य विभाग तक अनिवार्यतः दी जाए। इसके साथ ही उन्होंने निगम अमले को कहा कि समय सीमा के बाद यदि दुकानें खुली पाई जाती हैं तो उन पर नियमतः कार्रवाई करें, इस संबंध में किसी भी तरह से ढिलाई नहीं दिखनी चाहिए। कंटेनमेंट एरिया में निगरानी सख्त हो, यहां किसी भी तरह से व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन न हो, यह सुनिश्चित करें। डाटाबेस से फोन कर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करते रहें। हास्पिटल में सारी व्यवस्थाओं पर निगाह रहें तथा किसी भी तरह से फीडबैक आने पर त्वरित कार्रवाई करें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, अपर कलेक्टर श्री प्रकाश सर्वे, श्री बीबी पंचभाई, सहायक कलेक्टर श्री जितेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गिरदावरी पर भी करें फोकस- कलेक्टर ने गिरदावरी पर विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गिरदावरी जितनी बेहतर होगी, उतनी ही राजस्व विभाग को कार्य संचालन में सुविधा मिल सकेगी। इस संबंध में मुख्य सचिव महोदय एवं संभागायुक्त महोदय ने भी निर्देशित किया है। उन्होंने खाद की स्थिति पर नजर रखने को कहा। कृषि विभाग ने कहा कि बारिश की स्थिति अच्छी है इससे फसल को काफी मदद मिलेगी।
वर्मी कंपोस्ट टैंक की संरचना पर विशेष ध्यान दें- कलेक्टर ने कहा कि अब वर्मी कंपोस्ट पर फोकस करना है। जितने भी वर्मी टैंक बनाने के बारे में कहा है। उनका निर्माण कार्य समय पर पूरा कर लें। इसके किनारे नाली जरूर बनायें। ऐसी संरचना बनाएं कि चींटी नहीं आए। सभी गौठानों में वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन सुनिश्चित कर लें। जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि अभी 800 नये वर्मी टैंक बन चुके हैं और 12 सौ पर कार्य प्रगति पर है।
सड़कों पर गड्ढे नहीं दिखने चाहिएं- कलेक्टर ने कहा कि सड़कों पर जहां गड्ढे दिख रहे हैं वहां अस्थायी व्यवस्था के रूप में फिलिंग कराएं। इस संबंध में थोड़ा भी विलंब नहीं होनी चाहिए। सीएमओ इस कार्य की नियमित मानिटरिंग करें। इसके साथ ही वे गौठान की व्यवस्था की उचित मानिटरिंग भी करते रहें।
दसवीं, बारहवीं के मोहल्ला कक्षाएं आरंभ हों- कलेक्टर ने कहा कि दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मोहल्ला कक्षाएं लगाई जाएं। यह ध्यान रखें कि सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग की पर्याप्त व्यवस्था हो। हर पखवाड़े में इनकी परीक्षाएं भी सुनिश्चित की जाएं। ऐसी कंपनियों को चिन्हांकित करें जो सीएसआर नहीं दे रही- उद्योग अधिकारी से उन्होंने कहा कि ऐसे उद्योगों को चिन्हांकित करें जिनसे सीएसआर का सहयोग नहीं आ रहा है। इस संबंध में शासन की गाइडलाइन के अनुरूप कार्रवाई करें।
रायगढ़ / शौर्यपथ / कलेक्टर भीम सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हो रही लगातार वृद्धि को देखते हुये पिछले दिनों के आईटी परिसर का निरीक्षण कर कोविड अस्पताल प्रारंभ करने हेतु आवश्यक तैयारी किये जाने के निर्देश दिये थे। उन्होंने आज पुन: केआईटी परिसर में मरीजों के इलाज के लिये अस्पताल व्यवस्था में उपलब्ध होने वाली आवश्यक सुविधाओं का जायजा लिया। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता ने कलेक्टर को बताया कि परिसर में 400 बेड की व्यवस्था के लिये सभी आवश्यक कार्य पूर्ण कर लिये गये है। कोविड संक्रमित मरीजों (महिलाओं और पुरूषों) के लिये पृथक-पृथक शौचालय, स्नानघर की व्यवस्था पूर्ण हो गया है और सभी स्थानों पर लाईट, पंखे तथा अन्य विद्युत उपकरणों की जांच कर चालू कर दिये गये है और भवन में नियमित पानी आपूर्ति भी सुचारू रूप से चालू है। इसी प्रकार डॉक्टर्स तथा नर्सिंग स्टॉफ के लिये भी सभी आवश्यक व्यवस्था पूर्ण कर ली गई है।
कलेक्टर भीम सिंह ने सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, नगर निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी के साथ पूरी तैयारियों का अवलोकन किया और जहां मरीजों और डॉक्टर्स को रहना है उन कक्ष के भीतरी भाग की साफ-सफाई आज रात में ही पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने केआईटी प्रबंधन की ओर से जिम्मेदार व्यक्तियों की निरंतर उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये जिससे अस्पताल संचालन के दौरान समन्वय बना रहे और मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।कलेक्टर ने अल्प अवधि में 400 बेड का अस्पताल प्रारंभ किये जाने के लिए नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों तथा कार्य में लगे श्रमिकों के कार्यों की सराहना व्यक्त किया।
राजनांदगांव / शौर्यपथ / मोहला वनांचल के ग्राम मुनगाडीह में स्वतत्रंता दिवस के मौके पर आयोजित सादगी पूर्ण कार्यक्रम में शाला प्रबंधन समिति और माध्यमिक शाला, प्राथमिक शाला के शिक्षकों की उपस्थिति में शिक्षा सारथियों का सम्मान किया गया। गोटाटोला जोन के मीडिया प्रभारी शेख अफजल ने बताया की कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों को बंद किया गया है। इस स्थिति में बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे के लिए स्कूल शिक्षा विभाग पढ़ई तुंहर दुआर योजना ले के आई। इस योजना के माध्यम से बच्चों को ऑनलाइन वर्चुअल क्लास के माध्यम से पढ़ाई से जोड़ा जाना है लेकिन मोबाइल और नेटवर्क की समस्या के कारण कुछ बच्चे ऑनलाइन क्लास से जुड़ नहीं पा रहे हैं। इन बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे के लिए मोहल्ला क्लास की शुरुआत की गई। इस योजना के माध्यम से बच्चों को उनके घरों के आसपास पढ़े लिखे युवाओं द्वारा सुरक्षित और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पढ़ाई करवाना है। मोहला विकासखंड के ग्राम मुनगाडीह में भी मोहल्ला क्लास का संचालन किया किया जा रहा है।
मोहल्ला क्लास में शिक्षक सारथी के रूप में पिल्ले राम कुंजाम, मंजू सलाम, दामिनी कोवाची अपनी सहभागिता दे रहे है। ग्राम मुनगाडीह में आयोजित इस कार्यक्रम में शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला मुनगाडीह संकुल डुमरटोला की टीम, विकासखंड मोहला से श्रीमति सरोज सिंह, टीकम सिंह नायक, मुन्ना लाल मोंगरे, मोहन लाल कमरो, जितेंद्र कुमार सिन्हा, श्रीमती बेलास बाई कोरेटी (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता), धनेश कुमार कोवाची, रामसाय देशमुख, उत्तम कुमार और ग्राम के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। शिक्षा सारथियों के सम्मानित होने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी रोहित कुमार अम्बादे, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र कुमार देवांगन, बीआरसीसी खोमलाल वर्मा ने सभी शिक्षकों और शिक्षा सारथियों को बधाई देते हुए इसमें निहित उद्देश्य के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा सारथियों के सम्मान से निश्चित तौर पर उनका मनोबल बढ़ेगा और वे लगन से अपने कार्य को बेहतर रूप से करेंगे क्योंकि कोरोना महामारी के दौर में शिक्षा सारथी ही बच्चो और पढ़ाई के बीच मे सेतु की तरह कार्य कर रहे है।
सूरजपुर / शौर्यपथ / कलेक्टर रणबीर शर्मा के निर्देशन में अपर कलेक्टर एस.एन. मोटवानी से प्राप्त जानकारी अनुसार सर्प दंश से मृत हुए 13 व्यक्यिों के परिजनों व निकटतम वारिशों को राहत राशि करीब 52 लाख रूपये की स्वीकृती दी गई है। जिसमें तहसील रामानुजनगर से मृतिका लक्ष्मी आ. जयकरन निवासी रामपुर के परिजन उसके पिता जयकरन को, तहसील प्रतापपुर से मृतिका विफईया आ. स्व. अमृत निवासी सकलपुर के माता मलहारो को, निवासी बरबसपुर मृतिका स्व. कलेश्वरी के पति मुन्ना को, मृतिका स्व. मनमेत निवासी बरबसपुर के पुत्र रामेश्वर प्रसाद को, मृतक स्व. सीमाराम निवासी बड़वार के भाई रामलखन को, मृतिका स्व. किसमतिया निवासी धुमाडांड के पिता अर्जून प्रसाद को, मृतक स्व. समयलाल निवासी डाड़करवां के पत्नी रोशनी को, तहसील ओड़गी से मृतिका स्व. निराशो निवासी मसनकी के पिता पतराज को, मृतक स्व. दीपक निवासी पुतकी के पिता रामरतन को, तहसील भैयाथान से मृतक स्व. चमरूराम निवासी सुदामानगर के पत्नी फुलेश्वरी को, मृतिका स्व.सीमा पैकरा निवासी सोनपुर के पति पवन पैकरा को, तहसील प्रेमनगर से मृतक स्व. बालक राम निवासी महेशपुर के पत्नी बसंती बाई को, मृतक स्व. अभिशेक बंजारा निवासी बकिरमा के पिता ठाकुर सिंह बंजारा को चार-चार लाख रूपये आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत किया गया है। यह राशि आबंटन की प्रत्याशा में मांग संख्या 58 शीर्श 2245 प्राकृतिक आपदा राहत के अन्तर्गत वित्तीय वर्श 2019-20 में विकलनीय होगा।
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के जन्मदिवस 20 अगस्त को सद्भावना दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। सद्भावना दिवस पर प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में कोरोना संक्रमण के सुरक्षात्मक तरीके अपनाते हुए अधिकारी-कर्मचारी सद्भावना दिवस की शपथ लेंगे।
राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में सभी विभागों के सचिवों, अध्यक्ष राजस्व मंडल, समस्त विभागाध्यक्ष, संभागायुक्त और कलेक्टरों को निर्देश जारी किए है कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सुझाए गए विभिन्न दिशा-निर्देशों (सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना इत्यादि सुरक्षात्मक उपाय) को अपनाकर और पब्लिक गैदरिंग से बचते हुए सद्भावना संबंधी शपथ अपने कार्यालय में ली जाए। निर्देश में यह भी कहा गया है कि सद्भावना दिवस मनाए जाने का उद्देश्य सभी धर्मों, भाषाओं और क्षेत्रों के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकीकरण की भावना जागृत करना और हिंसा के विचार को छोड़ते हुए लोगों के बीच सद्भाव को बढ़ावा देना है।
रायपुर / शौर्यपथ / गोधन न्याय योजना ग्रामीणों के लिए आजीविका का साधन बनते जा रहा है। राज्य के विभिन्न गौठानों में स्व सहायता समूह की महिलाएं वर्मी खाद बनाकर अच्छी आय अर्जित कर रही हैं। वनांचल की महिलाएं भी इस योजना से लाभ ले रहीं है। सुकमा जिले की गांव दुब्बाटोटा गौठान की कमल स्व-सहायता समूह की 13 महिलाओं द्वारा गोबर में केंचुआ डालकर वर्मी खाद तैयार किया जा रहा है। समूह की महिलाएं बताती है कि गोबर से बने खाद से उन्हें आर्थिक लाभ मिलेगा। साथ ही जैविक खाद से किसानों को अच्छी फसल मिलेगी। महिलाओं ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा उन्हें जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोेधन न्याय योजना का क्रियान्वयन सुकमा जिले में सार्थक रूप से किया जा रहा है। योजना के तहत गौठान समितियों द्वारा गोबर क्रय किया जा रहा है। गोबर विक्रय करने वाले हितग्राहियों को सीधा उनके बैंक खातांे में भुगतान किया जा रहा है। खरीदे गए गोबर से वर्मी खाद तैयार करने की जिम्मेदारी महिला स्व सहायता समूहों को सौंपी गई हैं। सुकमा जिले में अब तक 13 हजार से भी अधिक पशुपालकों का पंजीयन गौठानो में किया जा चुका है। गौठान समितियों द्वारा 3 हजार 918 क्विंटल से भी अधिक गोबर क्रय किया गया है। जिले के कोंटा विकासखंड के ग्रामपंचायत दुब्बाटोटा गौठान में 250 क्विंटल से अधिक की गोबर खरीदी की गई ह,ै जिसमें विश्वास स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने 45 क्विंटल गोबर बेचकर 9000 रुपए की आमदनी प्राप्त की है। अतिरिक्त आय कमाकर महिलाओं में खुशी है। उनका कहना है कि इस योजना से अब उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त होने में सहायता मिल रही है। पहले गोबर का उपयोग केवल घर लीपने और छेना बनाने में करते थे, योजना के फलस्वरूप अब गोबर से भी आय कमा रहे हैं।
गौरतलब है कि गोधन न्याय योजना का शुभारंभ हरेली पर्व 20 जुलाई 2020 को पूरे प्रदेश में किया गया था। शुभारंभ के बाद से ही पशुपालक गोबर का विक्रय करने गौठानों में पहुच रहे हैं, जिससे उन्हें अतिरिक्त आर्थिक लाभ मिल रहा है। साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर विक्रय करने वाले हितग्राहियों को महीने में दो बार बैंक खातों के माध्यम से भुगतान किया जाना है। शासन की गोधन न्याय योजना ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों, स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए कल्याणकारी कदम साबित हो रहा है। गौठानों से जुड़कर ग्रामीण अंचल के लोग भी आत्मनिर्भर बन रहे है।